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Awesome super duper gazab sexiest update, mujhe Kamini ka ye srep bahut achha laga.U r an awesome writer dear lovely Mallika Queen sis.Raji is ur fan.Part 14
मैं अब एक आदर्श पत्नी बन्ना चाहती थी ।
मैंने तय कर लिया था कि मैं केवल अपने पति से ही चुदाई के सम्बंध रखूँगी।
मेंने रजनीश के लिए एक सर्प्राइज़ प्लान करी थी। एक दिन में रजनीश के पास गयी। “रजनीश, मुझे पता है कि एक पति और पत्नी के रूप में हमारे लिए पिछलें कुछ महीने काफी कठिन रहे हैं, लेकिन मैं आपके लिए यह आपके जन्मदिन के लिए एक सर्प्राइज़ प्लान करी हूं।" मैंने अपने पति को एक छोटा लिफाफा देते हुए कहा। शादी के बाद यह उनका पहला जन्मदिन था और मैं चाहती थी कि यह विशेष हो और उससे माफी माँगने के तरीके के रूप में, में ने एक वेकेशन प्लान किया था उनके साथ। मालदीव की वेकेशन थी। रजनीश के चेहरे पर मुस्कान आयी ।
"हम कब जा रहे हैं?" उन्होंने पूछा।
"कल सुबह की ही फ़्लाइट हैं" मैं उनसे बोली।
फिर मैं उन्हें चूमने लगी । उन्होंने अपने हाथों को मेरी पीठ पर कामुकता से रखा और उनके हाथों को नीचे सरकाते हुए में नितम्बों को दबाने लगे। रजनीश मेरी गांड को जोर से निचोड़ने लगे । में उनके तरफ़ मुस्कुराते बोली, "सेटल डाउन टाइगर।"
फिर हम रात के खाने के लिए बाहर गए। मैंने एक साड़ी पहनी थी जो एक गहरे बैक चूत की ब्लाउज थी और लो कट के साथ थी। मुझे पता था कि रजनीश को वह साड़ी और ब्लाउज बहुत पसंद थी।
रात के खाने के बाद जैसे ही हम रेस्तरां से बाहर निकले मैं रजनीश के करीब आ गयी और हम एक साथ सड़क पर चल पड़े। मैं उनके हाथों को पकड़ा चुपचाप चल दिए। रजनीश ने मेरी ओर प्यार से देखा और मेरी आंखें हीरे की तरह चमक उठीं । फिर हम एक गहरी चुंबन में लग गए । मैं इस नए विवाहित साहसिक कार्य के लिए तैयार थी जिसे हम फिर से शुरू करने जा रहे हैं।
हम अब घर पर थे और में एक सेक्सी मिड थाई नाइटी में थी और मैं रजनीश केपास चली गई। मैंने अपनी उंगलियाँ उसके बालों में फेरीं और फिर उसे गहराई से चूमने लगी। मैंने अपना चेहरा उनके क़रीब लायी और उनसे बोली, "आज रात पैकिंग के लिए और कल होटल में पड़ोसियों को जगाने के लिए हैं। और में उन्हें देख आँख मारी। फिर मैं उन्हें फिर से चूमने लगी। रजनीश के हाथ मेरी नाइट गाउन के अंदर मेरी पीठ के चारों ओर थे । उन्होंने मेरी पैंटी के अंदर अपना हाथ डाल मेरी नितम्बों को सहलाने लगे।
"वैसे क्या आप कुछ देखना चाहते हैं जो मैंने अपनी छुट्टियों के लिए खरीदा हैं।" मैंने क्रीम कलर की एक कसी हुई कॉकटेल ड्रेस को ऊपर उठाते हुए उन्हें दिखाई। मुझे पता था कि वह ड्रेस मेरे शरीर से बहुत छोटा है और मेरे स्तन का क्लीविज साफ़ साफ़ दिखाई दे सकता था।
मैंने उन दूसरे मर्दों के बजाय अपने पति के लिए सबसे सेक्सी ड्रेस पहनना चाहती थी , जो सिर्फ मुझे सेक्स के लिए इस्तेमाल नहीं करते थे बल्कि मुझसे प्यार भी करते थे। हमें सुबह जल्दी एर्पोर्ट जाना था इसलिए हम सोने चले गए।
अगली सुबह जब हम उठे तो हम घर के दरवाजे से बाहर निकले। मेरे पति ने उसके लिए दरवाज़ा खुला रखा और जब मैं उसके पास से गुज़री तो उन्होंने मेरे बदन कोऊपर-नीचे देख निहारने लगे। मैंने एक टाइट-फिटिंग काली पैंट पहन रखी थी। मेरी गांड बड़ी लग रही थी और उन्होंने अपना हाथ बढ़ाकर उनके दो हाथों से पकड़ लिया। मेरा टॉप गले से ढीला था ताकि मैं झुकूं तो भी रजनीश मेरे फेयर क्लीवेज देख सके। मैं रजनीश को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए सब कुछ कर रही थी।
हमने हवाई अड्डे में प्रवेश किया, हमारे टिकट प्राप्त किए और बिना किसी समस्या के सुरक्षा जांच में शामिल हो गए। एक बार हमारी बारी थी तो एक महिला सुरक्षा अधिकारी थी और उसके बग़ल में एक बड़े कद-काठी का पुलिसकर्मी था। जैसे ही मेरा बैग स्क्रीनिंग के माध्यम से गया, महिला अधिकारी ने पुलिसकर्मी से कुछ फुसफुसायी। फिर उस आदमी ने मुझे एक अलग कमरे में खींच लिया और अपने मेटल डिटेक्टर से मेरे शरीर की जांच शुरू कर दी। जल्द ही यह बीप हुआ और मैंने देखा कि इस पुलिसकर्मी ने चतुराई से अपने हाथों को मेरे शरीर पर चलाया और जल्दी से मेरे स्तनों को निचोड़ने लगे और फिर मेरी गांड को भी दबाने लगे। उन्होंने अपना हाथ मेरी चूत के षेत्र पर भी रख दिया। में हल्के से कराह ली।
मैं आम तौर पर किसी दूसरे आदमी के इस तरह के स्पर्श से उत्तेजित महसूस करती थी लेकिन मैं अब अपने पति को धोखा नहीं देना चाहती थी इसलिए मैंने उन्हें एक सख्त नज़र दी और फिर उन्होंने मुझे छोड़ दिया। मैं उस घटना के बाद रजनीश के पास गयी।
जैसे ही हम हवाईअड्डे के एक सुनसान इलाके में पहुंचे मैंने रजनीश को अंदर खींच लिया और उन्हें गहरा चुंबन दिया। मैं अब बहुत कामुक महसूस कर रही थी। मुझे रजनीश से चुदवाना था अभी के अभी लेकिन हम वैसे कुछ नहीं कर पाएँगे सोच कर हम वहाँ से बोर्डिंग गेट चले गए।
हम कॉन्कोर्स से चलकर बोर्डिंग गेट पर पहुंचे फिर कुछ ही देर में हम प्लेन में प्रवेश करे। तब मैं रजनीश की ओर देखी और उन्होंने मुझे चिंता की नज़र से देखा जैसे उन्होंने कोई गलती की हो। फिर उन्होंने मुझे बताया कि बोर्डिंग पास लेते समय उन्होंने एक गलती की थी। . जब उन्होंने बोर्डिंग पास लिया था तो उन्हें ऐसे लगा कि फ़्लाइट के एक तरफ दो सीट होगी और दूसरी तरफ तीन सीटें होंगी। और उन्होंने सोचा था कि उन्होंने दो सीटों वाली बोर्डिंग पास लिए थे। हमारी सीट के वहाँ हमनेदेखा की हम डोनो के सीट के बीच एक मर्द बैठा था । में रजनीश पर इस बेवकूफी भरी गलती के लिए मन में बहुत ग़ुस्से में थी।
जो मर्द वहाँ बैठा था वह मेरी और देखे और एक दांतेदार मुस्कराहट के साथ मुस्कुराये। ऐसी मुस्कान उसकी थी क्यूँकि वह जानते थे कि मेरी जैसी सेक्सी औरत अब उसके बगल में बैठने जा रही हूं।
"क्या यह ठीक होगा अगर हम आपके साथ सीट बदल लें? मैं अपनी पत्नी के बगल में बैठना चाहूंगा।" मेरे पति रजनीश ने उससे पूछा।
वह मर्द मुझे देखा फिर रजनीश को देख उसने ना में अपना सिर हिलाया और बोले, "सीट बदल दु और इस खूबसूरत महिला के बगल में बैठने का मौका खो दु? यही तो कारण है कि मैं फ़्लाइट आता हूँ , खूबसूरत औरतों के बग़ल में बैठने के लिए।”
मैं जानती थी कि ससुर जी की तरह रजनीश में इस सुगठित व्यक्ति के विरुद्ध जाने का साहस नहीं था। तो मुझे एहसास हुआ कि मुझे पूरी यात्रा रजनीश के बग़ल नहीं बल्कि इसी आदमी के बग़ल में बैठना पड़ेगा।
"मैं खिड़की के वहाँ की सीट ले रही हूं रजनीश। आप आइल सीट पर बैठिए। हमारे उतरने से पहले आप थोड़ा आराम कर लें क्योंकि आज रात आपको अपने ए-गेम की आवश्यकता होगी।" मैं रजनीश के कान में फुसफुसायी।
अब अपनी सीट पर बैठने के लिए मुझे उस अजनबी आदमी की सीट के सामने से गुजरना पड़ रहा था। मेरे गुजरते ही उस आदमी ने मुझ से संपर्क से बचने का कोई प्रयास नहीं किया। मुझे ऐसे एहसास हुआ कि जैसे ही मैं आगे बधी उस आदमी ने अपने क्रॉच को भी आगे बढ़ाया और मैं महसूस करी कि उसका बड़ा मोटा लंड मेरे नाभि के खिलाफ दब रहा है।
मैंने अपनी गोद के ऊपर एक कंबल ओढ़ लि । मैंने अपनी आँखें बंद कर लीं और मेरे दोनों हाथ कंबल के नीचे थे लेकिन मेरे स्तन कंबल के ऊपर थे।
जैसे ही हमने उड़ान भरी, मुझे लगभग एक हाथ महसूस हुआ और मुझे पता था कि यह उसी आदमी का हाथ है। उसने मेरी कमर के एक तरफ हल्के से दबाव देना शुरू किया। मुझे चुप देख वह आदमी और भी साहसी हो गया और उसने अपना पूरा मांसल हाथ मेरी कमर पर रख दिया और उसे धीरे से मसलने लगा और दबाव डाला। मेरे मुँह से हल्की सी आउच की आवाज़ निकली।
मैंने इसे बिना किसी टकराव के चलते रहने दिया क्योंकि मैं भी काफ़ी इस हरकत सेकामुक महसूस कर रही थी। प्लेन में AC की ठंडी हवा के वजह से मैंने अब अपने स्तनों पर कंबल डाल दिया । इसे देख उस आदमी को मेरे स्तनों को हल्के से दबाने का मौका दिया। अब वह आदमी और भी बोल्ड हो गया और अपने हाथों को मेरी पैंट में डाल जो उसने अपने हाथों से मेरी पैंटी साइड में धकेल दि और जल्दी से मेरी गीली चूत को ढूंढ लिया। फिर वह मेरी चूत से खेलने लगे।
"कृपया यह बंद करिए, मैं शादीशुदा हूँ और मेरे पति बगल में ही है?" मैंने उनके कानोंमें फुसफुसायी। वह कुछ नहीं बोले बस मुस्कुराए और और मेरे हाथोंनको पकड़ करउसकी पैंट पर रख दिए जिसमें उसका बड़ा लंड पहले से ही पूरी तरह सख्त महसूस हुआ।
मैं उत्तेजित महसूस कर रही थी , में और आगे नहीं बढ़ना चाहती थी क्योंकि मैं रजनीश को अब और धोखा नहीं देने का फैसला करी थी। लेकिन में अपनी उत्तेजना में कुछ कह नहीं सकी। फिर उस आदमी ने मेरा हाथ पकड़ा और अपनी पैंट में धकेल दिया।
मैंने उनके लंड के शाफ्ट को महसूस करी और उनके लंड को देखे बिना मैं पहले ही बता सकती थी कि उनका लंड बहुत मोटा था। में उनके लंड को देखना चाहती थी ।मैं उत्तेजना में उनके लंड को सहलाने लगी। उनका लंड लम्बा तो नहीं था लेकिन काफ़ी मोटा था और मैं अपने उँगलियों को उनके लण्ड पर लपेट भी नहीं पा रही थी।
रजनीश सोए हुए थे और हम दोनों – में और वह आदमी धीरे धीरे से विलाप करने लगे। में उनके लंड को सहला रही थी और वह मेरी गिली चूत को।
१० मीन के हंदजोब के बाद उस मर्द का लंड झटके देकर झरने लगा । ओह गॉड ये फीलिंग कितनी हॉट थी... । फिर मैं होश में आयी और उस आदमी की तरफ गुस्से से देखी। फिर वह मेरे कान में फुसफुसाया। "आप एक मस्त हंद्जोब देती हैं। आपको बहुत गर्व होना चाहिए आपके इस स्किल पर" और उसने मेरा हाथ उसकीपैंट से बाहर खींच लिया और अपना हाथ मेरी पैंटी से।
वह मेरी ऑर्गैज़म की ना परवाह करे बाथरूम जाकर आए और सो गए। में माँ में सोचने लगी - सब मर्द बस अपनी ही हवस शांत करने ही मुझसे मस्ती करते हैं , सब मर्द कमीने ही होते हैं उफ़्फ़्फ -
फिर में भी अपने हाथों को धोने वॉश्रूम जा कर वापस आयी। कुछ घंटों के बाद हम फ़्लाइट से उतरे और रजनीश के साथ हम टर्मिनल से बाहर चले गए। मुझे शर्म आ रही थी कि मैंने उस आदमी के साथ ऐसा किया था। उस घटना के बारे में सोचकर मैं फिर से उत्तेजित महसूस कर रही थी। अब किसी हाल में भी मुझे रजनीश से चुदाई करनी थी।
हमें हमारे होटल तक छोड़ने के लिए मैं एक प्राइवट ड्राइवर बुक करी थी। हम एक अलीशान बड़ी कार में बैठ गए जिसमें हमारे और ड्राइवर के बीच एक सेपरेटर था।
मैं रजनीश की ओर देखी और फुसफुसायी, "जान मुझे यह सेक्सी ब्रा अलमारी में मिली और सोची कि मैं इसे तुम्हारे लिए पहन लूं।" फिर मेंने अपनी कमीज को अपने स्तनों के ऊपर उठा लिया। रजनीश काली कोको-ली ब्रांड की ब्रा में लिपटे मेरि चचियों को घूर रहा था। उन्होंने यह ब्रा पहले कभी नहीं देखी थी और मैं तुरंत उसकी पैंट में उसके लंड को उठते हुए देख सकती थी। इस ब्रा में मेरे स्तनों के क्लीविज को बहुत दर्शाती। मेरे स्तनों के बीच के पीक-ए-बू पैनल ने उन्हें मेरे अधिकांश स्तनों को देखने की अनुमति दी और मेरी चूचियाँ अब ब्रा से लगभग बाहर गिर गए थे।
रजनीश मेरे ब्रा में बंद स्तनों को घूरता रहा। अचानक ड्राइवर की हमें आवाज़ सुनाई दी , उन्होंने सेपेरटोर चतुराई से नीचे करी थी। वह मेरी चूचियों को घूरते बोला "यह एक सेक्सी ब्रा है मैडम। मैं ऐसी एक ब्रा अपनी एक प्रेमिका पर देखा था, लेकिन मुझे कहना होगा कि आप के स्तन बहुत अच्छे तरीके से वह ब्रा भर लेटे हैं। मेरी लड़की को ऐसी ब्रा विक्टोरियास सीक्रेट से ख़रीदी थी, और यह ब्रा एक मैचिंग पैंटी के साथ भी आया था।"
ड्राइवर को बोल्ड होकर ऐसी अश्लील बातें करते हुए भी रजनीश ने कुछ नहीं कहा तब मैं ड्राइवर की तरफ गुस्से से देखी और बोली
"अपने काम से काम रखो और पार्टिशन ऊपर करो , नहीं तो कम्पनी को बोलकर काम से तुम्हें फ़ाइअर करने को बोलूँगी"
ड्राइवर चुप रहा और गाड़ी का पार्टीशन ऊपर कर दिया।
मैंने अपनी सीट पर घुटने टेक दिए और पैंट को अपनी गोल गांड पर उतार दि।
“डार्लिंग कैसी लग रही हैं मेरी चूतड”,में बोली । मेरी ऐसी बातों को सुन रजनीश की आँखें तो चौड़ी हो गईं। उन्होंने अपना हाथ मेरी चूतदों पर रख उसे दबाया। दूसरे हाथ से वह अपने खड़े लंड को अपनी पैंट के ऊपर से ठीक करने लगे। मैं उन्हें अपने लंड को एडजस्ट करते हुए देख बोली, "अपना लंड बाहर निकालो डार्लिंग, मैं आपको होटल पहुँचने तक एक मस्त ब्लोजोब देने वाली हूँ।"
मैं सीट पर घुटोनो के बाल बैठ आगे झुक कर रजनीश की पैंट खोलने लगी। और रजनीश मेरे क्लीवेज शो का आनंद ले रहे थे।
मैं रजनीश को कामुक भारी निघाओं से आँख मारी और आगे झुक कर उनका लंड मेरे मुँह में रख दिया और रजनीश के लंड को चूसने लगी। रजनीश अब आंखें बंद करके कराह रहा था। रजनीश ने अपने हाथ मेरी गांड के नीचे सरकाते मेरी पैंटी को साइड में सरका दिया और मेरी चूत से खेलने लगा।
अपने पति रजनीश के साथ पहली बार कुछ इतना नटखट मस्ती करते हुए मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। रजनीश की उंगलियों को मेरी चुत तक आसानी से पहुंचने देने के लिए मैं अपने पैरों को चौड़े कर दिए। रजनीश ने अपनी उँगलियों को मेरी चुत के अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया। ५ मीन की ऐसी उसके लंड की चुसाई के बाद रजनीश जोर से गुर्राये और उन्होंने मेरे चेहरे पर अपना वीर्य छोर दिया।
मैं रजनीश की ओर देखी और वह अपनी उंगलियों को मेरी चूत के रस को लिक कर बोले, "फिंगर-लिकिन गुड कामिनी" रजनीश अब मेरे चेहरे को उनके सफ़ेद वीर्य से लटपथ हुए देख रहे थे।
"आई एम सॉरी बेब।" उन्होंने मुझे कहा।
मैं रजनीश की ओर देखी और मुस्कुरायी और बोली "रजनीश डार्लिंग मुझे यह सब बहुत कामुक लग रहा है ।"
और में उनके वीर्य को उनके लंड के सिर से चाटने लगी। फिर मैं बिना अपने कपड़े ठीक किए वापस अपनी सीट पर बैठ गयी। मेरी एक ब्रेस्ट अभी भी मेरे टॉप में थी और दूसरा ब्रेस्ट बाहर था और मैंने उसे हटाने की कोई कोशिश नहीं की। मेरी पैंट मेरे टखनों के आसपास थी और रजनीश ने अब मेरे पैरों को चौड़ा कर दिया और उन्होंने मेरी चुत को चाटना शुरू कर दिया और रजनीश ने मेरी चुत का रस चाटते हुए मुझे भी चरमोत्कर्ष पर पहुँचा दिया।
फिर मैं अपने स्तनों और अपने टॉप को ठीक करी । में रजनीश के साथ ऐसी अश्लील चीजें कर मन में काफ़ी खुश थी ।
आखिरकार हम डोनो होटल पहुंच गए।
Hottttttttttttttttttttttttttest
Incest - Rishton Me Haseen Badlav
nice1 Thanks a lot 💕 Sharma 🙏🙏🙏💖💖💖 for like, so lovely 🌹 of u 💕
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