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Thriller The cold night (वो सर्द रात) (completed)

Raj_sharma

परिवर्तनमेव स्थिरमस्ति ||❣️
Supreme
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Update thodi hi der me :declare:
 

Raj_sharma

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# 28.

"जिन लोगों के गले खुश्क हो गये हों, वह अपने लिये पानी मंगा सकते हैं, क्यों कि अब जो गवाह अदालत में पेश किया जाने वाला है, वह साबित करेगा कि मैंने पूरे दस दिन बड़ौदा डिस्ट्रिक जेल में बिताये हैं। मेरा अगला गवाह है बड़ौदा डिस्ट्रिक जेल का जेलर कबीर गोस्वामी।"


इंस्पेक्टर विजय के चेहरे से भी हवाइयां उड़ने लगी थीं। रोमेश का अन्तिम गवाह अदालत में पेश हो गया।

"मैं मुजरिम को इसलिये जानता हूँ, क्यों कि यह शख्स जब मेरी जेल में लाया गया, तो इसने पहली ही रात जेल में हंगामा खड़ा कर दिया।
इसके हंगामा के कारण जेल में अलार्म बजाया गया और तमाम रात हम सब परेशान रहे। मुझे जेल में दौरा करना पड़ गया।"

"क्या आप पूरी घटना का ब्यौरा सुना सकते हैं ?" न्यायाधीश ने पूछा।

"क्यों नहीं, मुझे अब भी सब याद है। यह वाक्या दस जनवरी की रात का है, सभी कैदी बैरकों में बन्द हो चुके थे। कैदियों की एक बैरक में रोमेश सक्सेना को भी बन्द किया गया था। रात के दस बजे इसने ड्यूटी देने वाले एक सिपाही को किसी बहाने दरवाजे तक बुलाया और सींखचों से बाहर हाथ निकालकर उसकी गर्दन दबोची, फिर उसकी कमर में लटकने वाला चाबियों का गुच्छा छीन लिया। ताला खोला और बाहर आ गया। उसके बाद अलार्म बज गया। उसने उन्हीं चाबियों से कई बैरकों के ताले खोल डाले। कई सिपाहियों को मारा-पीटा, सारी रात यह तमाशा चलता रहा।"

"उसके बाद तुम्हारे सिपाहियों ने मुझे मिलकर इतना मारा कि मैं कई दिन तक जेल के अन्दर ही लुंजपुंज हालत में घिसटता रहा। मुझे जेल की तन्हाई में ही बन्द रखा गया।"


"यह तो होना ही था। दस जनवरी की रात तुमने जो धमा-चौकड़ी मचाई, उसका दंड तो तुम्हें मिलना ही था।"


"दैट्स आल योर ऑनर ! मैं यही साबित करना चाहता था कि दस जनवरी की रात मैं मर्डर स्पॉट पर नहीं बड़ौदा जेल में था, जेल का पूरा स्टाफ और सैकड़ों कैदी मेरा नाटक मुफ्त में देख रहे थे। वहाँ भी मेरे फोटोग्राफ, फिंगरप्रिंट्स मौजूद हैं और क़त्ल करने वाले हथियार पर भी। अब यह फैसला आपको करना है कि मैं उस समय कानून की कस्टडी में था या मौका-ए-वारदात पर था।"

अदालत में सन्नाटा छा गया।

"यह झूठ है ।" राजदान चीखा,

"तीनों गवाह इस शख्स से मिले हुए हैं, यह जेलर भी।"

"शटअप।" जेलर ने राजदान को डांट दिया,

"मेरी सर्विस बुक में बैडएंट्री करने का तुम्हें कोई अधिकार नहीं। मैंने जो कहा है, वह अक्षरसः सत्य है और प्रमाणिक है।"

"अ… ओके… नाउ यू कैन गो।" राजदान ने कहा और धम्म से अपनी सीट पर बैठ गया।

"कानून की किताब में यह फैसला और मुकदमा ऐतिहासिक है। मुलजिम रोमेश सक्सेना पर ताजेरात-ए-हिन्द जेरे दफा 302 का मुकदमा अदालत में चलाया गया। मकतूल जनार्दन नागा रेड्डी का क़त्ल मुल्जिम के हाथों हुआ, पुलिस ने साबित किया।“

“लेकिन रोमेश सक्सेना उस रात कानून की हिरासत में पाया गया, इसीलिये यह तथ्य साबित करता है कि दस जनवरी की रात रोमेश सक्सेना घटना स्थल पर मौजूद नहीं था। जो शख्स कानून की हिरासत में है, वह उस वक्त दूसरी जगह हो ही नहीं सकता, इसीलिये यह अदालत रोमेश सक्सेना को बाइज्जत रिहा करती है"

अदालत उठ गयी। एक हड़कम्प सा मचा, रोमेश की हथकड़ियाँ खोल दी गयीं। जब तक वह अदालत की दर्शक दीर्घा में पहुंचा, उसे वहाँ पत्रकारों ने घेर लिया। बहुत से लोग रोमेश के ऑटोग्राफ लेने उमड़ पड़े।


" नहीं, मैं ऑटोग्राफ देने वाली शख्सियत नहीं हूँ, मैं____एक मुजरिम हूँ। जिसने कानून के साथ बहुत बड़ा मजाक किया है। यह अलग बात है कि जिसे मैंने मारा, वह कानून की पकड़ से सुरक्षित रहने वाला अपराधी था। उसे कोई कानून सजा नहीं दे सकता था। अब एक बड़ा सवाल उठेगा, क्यों कि मैं सरेआम क़त्ल करके बरी हुआ हूँ और यही कानून की मजबूरी है। उसके पास ऐसी ताकत नहीं है, जो हम जैसे चतुर मुजरिमों या जे.एन. जैसे पाखण्डी लोगों को सजा दे सके, मैं इसके अलावा कुछ नहीं कहना चाहता।"

अदालत से बाहर निकलते समय रोमेश की मुलाकात विजय से हो गई।

"हेल्लो इंस्पेक्टर, जंग का नतीजा पसन्द आया ?"

"नतीजा कुछ भी हो दोस्त, मगर मैंने अभी हार नहीं कबूल की है।"

"अब क्या करोगे, मुकदमा तो खत्म हो चुका, हम छूट गये।"

"मैंने जिस अपराधी को पकड़ा है, वह अपराधी ही होता है, उसे सजा मिलती है, मैंने अपनी पुलिसिया जिन्दगी में कभी कोई केस नहीं हारा।"

"मुश्किल तो यही है कि मैं भी कभी नहीं हारा, तब भला अपना केस कैसे हार जाता।"

"तुम उस रात मौका-ए-वारदात पर थे।"

"क्या तुम्हें याद है, जब मैं तुम्हारे फ्लैट को घेर चुका था, तो तुमने मुझ पर फायर किया था, मुझे चेतावनी दी थी, क्या मैं तुम्हारी भावना नहीं पहचानता।"

"बेशक पहचानते हो।“

"तो फिर जेल में उस वक्त कैसे पहुंच गये ?"

"अगर मैंने यह सब बता दिया, तो सारा मामला जग जाहिर हो जायेगा। लोग इसी तरह क़त्ल करते रहेंगे, कानून सिर्फ एक मजाक बनकर रह जायेगा।"

"मैं तब तक चैन से नहीं बैठूँगा, जब तक मालूम न कर लूं कि यह सब कैसे हुआ।"

"छोड़ो, यह बताओ शादी कब रचा रहे हो ?"

विजय ने कोई उत्तर नहीं दिया। आगे बढ़कर जीप में सवार हो गया।

शंकर नागा रेड्डी शाम के छ: बजे रोमेश के फ्लैट पर आ पहुँचा। रोमेश उसका इन्तजार कर रहा था। रोमेश उस वक्त फ्लैट में अकेला था। डोरबेल बजते ही उसने दरवाजा खोला, शंकर नागा रेड्डी एक चौड़ा-सा ब्रीफकेस लिए दाखिल हुआ।

"बाकी की रकम।" सोफे पर बैठने के बाद शंकर ने कहा,

"एक बार फिर आपको मुबारकबाद देना है। जैसे मैंने चाहा और सोचा, ठीक वैसा ही परिणाम मेरे सामने आया है। रकम गिन लीजिये।"

"ऐसे धंधों में रकम गिनने की जरुरत नहीं पड़ती।" रोमेश ने ब्रीफकेस एक तरफ रख लिया।


"आज के अखबार आपके कारनामे से रंगे पड़े हैं।" शंकर बोला।


"मेरे मन में एक सवाल अभी भी कुलबुला रहा है।"

"वो क्या ?"

"यही कि तुमने यह क़त्ल मेरे हाथों से क्यों करवाया और तुम्हें इससे क्या मिला ?"

"आपके हाथों क़त्ल तो इसलिये करवाया, क्यों कि आप ही यह नतीजा सामने ला सकते थे। आपकी जे.एन. से ठन गयी थी और लोगों को सहज ही यकीन आ जाता कि आपने जे.एन. का बदला लेने के लिए मार डाला। रहा इस बात का सवाल कि मैंने ऐसा क्यों किया, उसका जवाब देने में अब मुझे कोई आपत्ति नहीं।"

शंकर थोड़ा रूककर बोला।

"यह तो सारी दुनिया जानती है कि जे.एन. को लोग ब्रह्मचारी मानते थे। उसने शादी नहीं की, लिहाजा उसकी प्रॉपर्टी का कोई वारिस भी नहीं था। लोग समझते थे कि उसने समाज सेवा के लिए अपने को समर्पित किया है। लेकिन हकीकत में वह कुछ और ही था।"

"उसके कई औरतों से नाजायज सम्बन्ध रहे होंगे, यही ना।"

"इसके अलावा उसने एक लड़की की इज्जत लूटने के लिये उससे शादी भी की थी। यह शादी उसने एक प्रपंच के तौर पर रची और उस लड़की को कई वर्षो तक इस्तेमाल करता रहा। वह अपने को जे.एन. की पत्नी ही समझती रही, फिर जब जे.एन. का उससे मन भर गया, तो वह उस लड़की को छोड़कर भाग गया।
अपनी तरफ से उसने फर्जी शादी के सारे सबूत भी नष्ट कर दिये थे, किन्तु लड़की गर्भवती थी और उसका बच्चा सबसे बड़ा सबूत था। जे.एन. उस समय आवारा गर्दी करता था।“

“लड़की माँ बन गयी, उसका एक लड़का हुआ। बाद में जब जे.एन. राजनीति में उतरकर अच्छी पॉजिशन पर पहुंच गया, तो उसकी पत्नी ने अपना हक माँगा। जे.एन. ने उसे स्वीकार नहीं किया बल्कि उसे मरवा डाला। किन्तु वह उसके पुत्र को न मार पाया और पुत्र के पास उसके खिलाफ सारे सबूत थे। या यूं समझिये कि सबूत इकट्ठे करने में उसने कई साल बिता दिये और तब उसने बदला लेने की ठान ली। उसने अपना एक भरोसे का आदमी जे.एन. के दरबार तक पहुँचा दिया और जे.एन. से तुम टकरा गये और मेरा काम आसान हो गया।"


"यानि तुम जे.एन. की अवैध संतान हो ?"

"अवैध नहीं, वैध संतान ! क्यों कि अब मैं उसकी पूरी सम्पत्ति का वारिस हूँ।

“उसकी अरबों की जायदाद का मालिक ! मैं साबित करूंगा कि मैं उसका बेटा हूँ। उसने मेरी माँ को मार डाला था, मैंने उसे मार डाला और अब मेरे पास बेशुमार दौलत होगी । मैं जे.एन. की दौलत का वारिस हूँ।"

"यह बात अब मेरी समझ आ गयी कि तुमने जे.एन. को माया देवी के फ्लैट पर पहुंचने के लिए किस तरह विवश किया होगा। तुम्हारा आदमी जो कि जे.एन. का करीबी था, यकीनन इतना करीबी है कि मर्डर की तारीख दस जनवरी को आसानी से जे.एन. को मेरे बताये स्थान पर भेजने में कामयाब हो गया।"

"हाँ , तुमने बीच में मुझे फोन किया था और बताया कि जे.एन. की सुरक्षा व्यवस्था इंस्पेक्टर विजय के हाथों में है, उससे बचकर जे.एन. का क़त्ल करना लगभग असम्भव है। तब मैंने तुमसे कहा, कि इस मामले में मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ। तुम जहाँ चाहोगे, जे.एन. खुद ही अपनी सुरक्षा तोड़कर पहुंच जायेगा और यही हुआ। जे.एन. उस रात वहाँ पहुँचा, जहाँ तुमने उसे क़त्ल करना था।"

"अब मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि वह शख्स और कोई नहीं सिर्फ मायादास है।"

"हम दोनों इस गेम में बराबर के साझीदार हैं, अन्दर के मामलों को ठीक करना उसी का काम था। अगर मायादास हमारी मदद न करता, तो तुम हरगिज अपने काम में कामयाब नहीं हो सकते थे।"

"एक सवाल आखिरी।"

"पूछो।"

"तुम्हें यह कैसे पता लगा कि पच्चीस लाख की रकम हासिल करने के लिए मैं यह सब कर गुजरूँगा।"

"यह बात मुझे पता चल गई थी कि तुम्हारी पत्नी तुम्हें छोड़कर चली गई है और तुम उसे बहुत चाहते हो। उसे दोबारा हासिल करने के लिए तुम्हें पच्चीस लाख की जरुरत है, बस मैंने यह रकम अरेंज कर दी और कोई सवाल ?"

"नहीं, अब तुम जा सकते हो। हमारा बिजनेस यही पर खत्म होता है, दुनिया को कभी यह न मालूम होने पाये कि हमारा तुम्हारा कोई सम्बन्ध था।"

शंकर, रोमेश को रुपया देकर चलता बना। अब रोमेश सोच रहा था कि इस पूरे खेल में मायादास ने एक बड़ी भूमिका अदा की और हमेशा पर्दे के पीछे रहा। मायादास ने ही जे.एन. को मर्डर स्पॉट पर बिना किसी सुरक्षा के भेज दिया था। मायादास का ध्यान आते ही रोमेश को याद आया कि किस तरह इसी मायादास ने उसकी पत्नी सीमा को उसके फ्लैट पर नंगा कर दिया था। इसकी उसी हरकत ने सीमा को उससे जुदा कर डाला।

"सजा तो मुझे मायादास को भी देनी चाहिये।" रोमेश बड़बड़ाया,

"मगर अभी नहीं। अभी तो मुझे सिर्फ एक काम करना है, एक काम। सीमा की वापसी।"

सीमा का ध्यान आते ही वह बीती यादों में खो गया।

"अब मैं तुम्हें पच्चीस लाख भी दूँगा सीमा ! मैं आ रहा हूँ, जल्द आ रहा हूँ तुम्हारे पास। मैं जानता हूँ कि तुम भी बेकरारी से मेरा इन्तजार कर रही होगी।"

रोमेश उठ खड़े हुआ ।




जारी रहेगा...............✍️✍️
 

Raj_sharma

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kya baat bhai ji adhbhut lekhni jabardast lajawab mast ekdum dhasu nishabad magar bhai ji ye romesh saxena karna kya chah raha hai main janane ke liye utsuk hoon :ban: :vhappy1::budhabudhi::cowboy1::thankyou:

Nice and superb update....

बहुत ही जबरदस्त लेखनी !!


Bahut hi shaandar update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and lovely update....

Sandar pechidgi bhara update hai bhai

Shandar jabardast update 💓

रोमेश साहब के इकबाले जुर्म और कई लोगों की उसके खिलाफ गवाही देने के बाद भी वह बेकसूर साबित होता है तो यह वास्तव मे बहुत बड़ी बात होगी ।

वैसे कोर्ट सीन्स को बहुत ही अच्छे तरीके से लिखा है आपने । रोमेश का यह कहना कि अदालत के फैसले अक्सर मुल्जिम की हैसियत और औकात को ध्यान मे रखकर लिए जाते हैं या जज साहब के निजि स्वार्थ या फिर पोलिटिकल एजेंडे के तहत - मै हंड्रेड पर्सेंट एग्री करता हूं ।
एक डेमोक्रेटिक कंट्री मे भी ज्यूडिशियल बिकाऊ और पक्षपात हो सकता है उसका उदाहरण भारत है ।

सस्पेंस अच्छा खासा क्रिएट कर दिया आपने । अब इंतजार है सस्पेंस पर से आवरण हटने की ।
खुबसूरत अपडेट शर्मा जी ।आउटस्टैंडिंग अपडेट ।

Bhai wait nhi ho rha h ab aapne suspense hi aisa bnaya h

Ye hai amezing start. Dimag me ek sath kai sawal peda kar diye. Vo lash kisne feki. Seth ka plan kya hai. Sonu ikbale julm kyo kabul kar raha hai. Amezing.

Reader turn writer...

Aapki sayari to lajawab thi, Aaj story read kr ke to dimag hi ghum gaya. Mind-blowing. Kya plot laye ho sirji..

Ek se badhkar ek case ke sath ye JN vs Romesh vs Vijay.

Do dosto ko aamne samne lake khada kar diya. Aur ye courtroom scene to Adaalat series ki yad dila diye. XForum ka KD Pathak bana diye🤣

Nice update....

Nice update
सब ने जैसा रोमेश ने कहा वैसा ही सभी ने अपना बयान दे दिया लेकिन किसी ने भी अपनी आंखो से खून होते नही देखा

Bahut khub, Romesh ne dono taraf se apne gavaah plant kr rakhe the, pr ab bhi samaj nahi aa raha ki agar wo jail me tha to usne khoon kese kiya? Ya fir kisi saksh ne uske jese huliya banake kiya hai..

Gajab update
Romesh ne apne bachav ki puri teyari kar rakhi hai lekin suspense barkarar rkha ki jel me hone ke bavjood qatal kaise kiya

Badhiya sayad isliye bechara Vijay ....dhund nahi pa raha tha Romesh ko ya phir koi aur angle hai story me .... amazing update brother....try to write ✍️ next update soon...

वाह क्या एंगल है । राजदान तो गियो ।
एक तरफ़ सरकारी गवाह और सरकारी रिकॉर्ड और दूसरी और फैब्रिकेटेड गवाह।
बहुत बढ़िया भाई

इसलिए मैंने अभी तक अदालत वाली सीन्स पर कमेंट नहीं किया है।

Fauji
xossip par FTK
yahan HalfbludPrince

Gajab update. Bhut gi samjhdar dialoge maza aaya pad k

.Nayaye dhish aur Rajdaan dono ko pani pila diya ,hero Ramesh ne.Kya likha hai, adbhut suspenseful jasusi thriller
✔️✔️✔️✔️✔️
👌👌👌👌
💯💯💯

Bahut hi badhiya update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and beautiful pdate....

Nice update...

यही तो मजा है कहानी लिखने का जिसे पाठक छीनना चाहते है 😁

chha gaye ho sarkar ......................

mast chal raha hai ...........excellent..... outstanding .......... :happy:

waiting for next

Nice update....

Bahut badhiya update

Idhar romesh ne to baji hi palat di rajdan ke chhakke chhuda diye inspector ke bayan se sabit hota ha ki romesh ko bari nahi kiya gaya or jailer ke bayan se ye sabit ho jayega ki romesh jail me hi tha romesh ne sabko confuse karke rakha ha ye katla romesh ne hi kiya ha ya nahi or kiya bhi ha to kaise lekin ek bat ha rajdan ka lagta ha patta katne wala ha is bar

Advance me @yasasvi5

हा भाई समझ गया बात आपकी 🌹🌹


Update Posted friends 🧡 give your valuable reviews :declare:
 

Raj_sharma

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ellysperry update posted 👍
 

dev61901

" Never let an old flame burn you twice "
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Bahut badhiya update bhai

To romesh ke akhri gawah se sabit ho gaya ki romesh udhar jail me hi tha rajdan fir har gaya idhar sab surprise khaskar vijay kher in sabme yahi suspense rah gaya ki romesh ne katl kiya to kaise kiya filhal vijay abhi bhi tahkikat me laga ha wo itni asani se romesh ki chhodne wala nahi ha

Kher idhar shankar naga reddy ne ye sab kyon kiya ye bhi samne aa gaya wo to jn ka beta nikla kher laga nahi tha in sab me mayadas bhi shamil hoga lekin romesh ki najar ab is per bhi ha kahin mayadas ka number na laga de agla romesh

Kher abhi to romesh 25 lakh leke jaa raha ha seema ko manane jiske liye itna kand kar diya lekin kahin seema kisi or ke sath settle ho gayi to romesh ka kya hoga or waise bhi romesh ke sath itna sab ho gaya or seema abhi bhi na dikhi iska matlab kuchh to gadbad ha uski taraf dekhte han ki age kya likha ha romesh ki kismat me
 

Raj_sharma

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Bahut badhiya update bhai

To romesh ke akhri gawah se sabit ho gaya ki romesh udhar jail me hi tha rajdan fir har gaya idhar sab surprise khaskar vijay kher in sabme yahi suspense rah gaya ki romesh ne katl kiya to kaise kiya filhal vijay abhi bhi tahkikat me laga ha wo itni asani se romesh ki chhodne wala nahi ha

Kher idhar shankar naga reddy ne ye sab kyon kiya ye bhi samne aa gaya wo to jn ka beta nikla kher laga nahi tha in sab me mayadas bhi shamil hoga lekin romesh ki najar ab is per bhi ha kahin mayadas ka number na laga de agla romesh

Kher abhi to romesh 25 lakh leke jaa raha ha seema ko manane jiske liye itna kand kar diya lekin kahin seema kisi or ke sath settle ho gayi to romesh ka kya hoga or waise bhi romesh ke sath itna sab ho gaya or seema abhi bhi na dikhi iska matlab kuchh to gadbad ha uski taraf dekhte han ki age kya likha ha romesh ki kismat me
Thank you very much for your amazing review dev61901 bhai, aapne theek kaha ke sab log surprised hai ki romesh bach kaise gaya? Halanki romesh ko janne wale ye jante the ku wo kaise bhi kar ke bach hi jayega :D , vijay uske bachne se khus is liye nahi hai ki wo ek emandar police wala hai, or wo nahi chahta ki koi mujrim bache👍 rahi baat seema ki to uske baare me to mujhe bhi jaanna hai,
Thanks for the review brother :hug:
Aur sankar ke bete hone ki hint maine kafi updates pahle bhi di thi:D
 

RANSA

त्वयि मे'नन्या विश्वरूपा
Supreme
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93
वाह क्या प्लॉट है भाई । शंकर ने अपनी कहानी बता दी क्यों वो जे एन को मरवाना चाहता था । अब सवाल है रोमेश ने ये सब किया तो कैसे किया । जेलर ने तो पुष्टि कर दी की वो जेल मैं था ।
तुम्हारी कहानी का आगे का घटनाक्रम सोचना वाक़ई दुष्कर कार्य है भाई ।
विजय अभी रुका नहीं है वो पता करने की कोशिश करेगा। सीमा के बारें मैं भी अब पता चलेगा बढ़िया बहुत बढ़िया भाई
 

Raj_sharma

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वाह क्या प्लॉट है भाई । शंकर ने अपनी कहानी बता दी क्यों वो जे एन को मरवाना चाहता था । अब सवाल है रोमेश ने ये सब किया तो कैसे किया । जेलर ने तो पुष्टि कर दी की वो जेल मैं था ।
तुम्हारी कहानी का आगे का घटनाक्रम सोचना वाक़ई दुष्कर कार्य है भाई ।
विजय अभी रुका नहीं है वो पता करने की कोशिश करेगा। सीमा के बारें मैं भी अब पता चलेगा बढ़िया बहुत बढ़िया भाई
Thanks for your wonderful review brother, :thanx: romesh ne kaise or kya kiya? Iska aadha jabaab to wo de hi chuka hai, baki aadha bhi dega👍 vijay apna poora jor lagayeha pata karne me, per kya kar payega??
Seema baby se bhi jald mulakaat ki sambhavna hai,
 
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