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Thanks brotherNice update....
Yahi to mai bhi soch raha hu ki wo wapis kaise aaya? Koi clue ho to batao bhai??Badhiya update
To idhar romesh pahunch chuka ha maya ke flat per JN ko marne lekin wo to nikal gaya tha fir wapis kaise aa gaya or sima se bhi nahi mila dekhte han ab wo JN ko mar pata ha ya nahi kher lag to raha ha ki romesh apne mission ko anjam de dega
Toda time nahi mil paya is liye chhota reh gaya update, mitra agla update acha hoga, jaldi jaldi updates aa rahe hai to size badi ho nahi paati, agar hafte me 2 ya ek update du to bohot bada bhi de sakta hu, khair agla update ya to kal subah ya kal dopahar tak aajayega,Acha update diya Raj_sharma bhai update bada hota to jyada acha lgta
Khair suspense aur adhik badh gya h agle update ka intezar h bas (update bada hi dena pls )
# 21.
उधर दस जनवरी का दिन रोमेश के लिए भी महत्वपूर्ण था। उसको एक चैलेंजिग मर्डर करना था, लोग चाहे जो अनुमान लगायें, परन्तु रोमेश ने इस कत्ल का ठेका पच्चीस लाख में लिया था और उसने कत्ल की तारीख भी तय कर ली थी।
अगर वह कामयाब हो जाता, तो उसका भविष्य क्या होता? क्या उसे सीमा वापिस मिल जानी थी ? क्या वह कानून के प्रति इंसाफ कर रहा था ?
उधर इंस्पेक्टर विजय के लिए भी यह दिन महत्वपूर्ण था। उसे एक ऐसे शख्स की हिफाजत करनी थी, जो अपराधी था और जिसने बहुत से बेगुनाहों का कत्ल किया था। वह एक माफिया था और जो चीफ मिनिस्टर बन गया था।
वह इस शख्स को नहीं बचा पाता, तो उसकी सर्विस बुक में एक बैड एंट्री होनी थी और इतना ही नहीं उसे रोमेश को गिरफ्तार करने पर भी मजबूर होना पड़ता। हालांकि वह अब अधिक चिन्तित नहीं था। फिर भी यह दिन उसके लिए महत्वपूर्ण था और इसी दिन शंकर नागा रेड्डी के मुकद्दर का भी फैसला होने वाला था।
अखबार वालों को भी सुनगुन थी कि कहीं कोई जबरदस्त न्यूज तो नहीं मिलने वाली। शहर में बहुत-सी जगह यह चर्चाएं थी। पुलिस डिपार्टमेंट से लेकर आम लोगों तक।
दस जनवरी आने तक कुछ नहीं हुआ। विजय एक गश्त लगा कर चला गया। रात के नौ बजे मायादास ने जे.एन. से मुला कात की।
"मैडम माया तीन बार फोन कर चुकी हैं।" मायादास ने कहा,
"उन्हें क्या जवाब दिया जाये ?"
"ओह, मुझे तो ध्यान नहीं रहा, आज शनिवार है।"
"तुम तो जानते ही हो मायादास ! मैं हर शनिवार डिनर उसके साथ उसी के फ्लैट पर लेता हूँ। वैसे भी यहाँ सुबह से दम-सा घुटा जा रहा है। उससे कहो कि हम आ रहे हैं, क्या हमारा जाना ठीक है ?"
"आप तो बेकार में टेंशन पा ले हुये हैं। आपको सब काम अपनी रुटीन के अनुसार करना चाहिये, अब तो शनि का प्रकोप भी खत्म हो गया। सारे ग्रह रात होते ही डूब जातेहैं। मेरा ख्याल है, वहाँ आप सारे तनाव से छुटकारा पा लेंगे। वैसे भी आपके साथ गार्ड तो रहेंगे ही। लोग कहेंगे कि आप बड़े डरपोक हैं। आपकी निडरता की साख है पूरे शहर में और आप हैं कि चूहे की तरह बिल में घुसे हुये हैं।"
"अरे नहीं हम किसी से नहीं डरने वाले। हम वहाँ जाकर आयेंगे। ड्राइवर से कहो कि गाड़ी तैयार रखे।"
"ठीक है, श्री मान जी !"
मायादास बाहर निकल गया, जे.एन. तैयार होने लगा। वह अब सब कुछ भूल चुका था और माया का हसीन फिगर उसके दिलों-दिमाग पर छाता जा रहा था।
माया ने एक बार और कौशिश की, कि जे.एन. से सम्पर्क हो जाये। वह आज रात के लिए जे. एन. को अपने यहाँ आने से रोकना चाहती थी, उसे ख्याल आया कि रोमेश ने उसे किसी कत्ल की चश्मदीद गवाह बनने के लिए कहा था और वह जान चुकी थी कि रोमेश ने जे.एन. को दस जनवरी को कत्ल करने की धमकी भी दी है।
"कहीं वह मेरे फ्लैट पर तो कुछ नहीं करने वाला ? यह ख्याल बार-बार उसके मन में आता और इसीलिये वह शाम से ही जे.एन. को फोन मिला रही थी।"
परन्तु जे.एन. से सम्पर्क नहीं हो पाया, तो उसने माया दास से संपर्क किया। उसने मायादास से ही कह दिया कि जे.एन. को वहाँ न आने दे किन्तु सवा नौ बजे मायादास का फोन आया।
"जे.एन. साहब आपके यहाँ आने वाले हैं।"
''मगर !"
"आप उस सबकी फिक्र न करे, जे.एन. साहब बड़े ही शेर दिल आदमी हैं। उन्हें इस तरह डरा देना भी ठीक बात नहीं प्लीज ! उनका वैसा ही वेलकम करें, जैसा करती हैं। तनाव मुक्त हो जायेंगे और ठीक से रात भी कट जा येगी।''
मायादास ने फोन काट दिया। करीब पांच मिनट बाद ही एक फोन और आया।
"हैलो ।"
"हम जसलोक से बोल रहे हैं, आपके अंकल मिस्टर जेठानी का एक्सी डेन्ट हो गया है। प्लीज कम इमी जियेटली !"
इस सूचना के बाद फोन कट गया।
"ओ माई गॉड, अंकल जेठानी का एक्सी डेन्ट।''
माया जल्द से तैयार हो गई। उसने अपनी नौकरानी से कहा,
''जे. एन. साहब भी आने वाले हैं। अगर कोई हॉस्पिटल से आये, तो उसे हैंडल कर लेना। कहना मैं हॉस्पिटल ही गई हूँ और जे.एन. साहब को भी समझा देना।"
माया फ्लैट से रवाना हो गई। वह अपनी कार दौड़ाती हुई हॉस्पिटल की तरफ बढ़ रही थी। उसके फ्लैट से निकलने के लगभग दस मिनट बाद बेल बजी। नौकरानी ने समझा या तो जे.एन. है, या कोई हॉस्पिटल से आया है, या खुद माया देवी ? नौकरानी ने तुरन्त द्वार खोल दिया।
जैसे ही नौकरानी ने द्वार खोला, उसके मुंह से हल्की-सी चीख निकली और तभी एक दस्ताने वाला हाथ उसके मुंह पर छा गया।
आने वाले ने दूसरे हाथ से फ्लैट का दरवाजा बन्द किया और नौकरानी को घसीटता हुआ स्टोर रूम में ले गया, भय से नौकरानी की आंखें फटी पड़ रही थीं।
शीघ्र ही उसके हाथ पाँव बाँध दिये गये और मारे भय के वह बेहोश हो गई। स्टोर बन्द करके वह शख्स बाहर आया, उसने फ्लैट का मुख्य द्वार का बोल्ट अन्दर से खोल दिया और चुपचाप फ्लैट के बैडरूम में पहुंचकर उसने दस्ताने उतारे, फिर फ्रिज खोला और फ्रिज से एक बियर और गिलास लेकर बैठ गया।
उसने गिलास में बियर डाली, और बियर पीने लगा। कुछ ही देर में माया बड़बड़ाती हुई अन्दर दाखिल हुई। वह नौकरानी को आवाज देती बड़बड़ा रही थी !
"पता नहीं किसने मूर्ख बनाया ? आज कोई फर्स्ट अप्रैल तो है नहीं ? मेरी भी मति मारी गई, यहाँ से अंकल के घर फोन किये बिना ही चल पड़ी हॉस्पिटल।"
बड़बड़ाती माया बैडरूम में पहुंची। बैडरूम में किसी की मौजूदगी देखते ही चीख पड़ी,
"तुम एडवोकेट रोमेश !"
वह शख्स एकदम माया देवी पर झपटा और उसने चाकू की नोंक माया की गर्दन पर रख दी।
''शोर मत मचाना, चलो इधर।"
वह माया को चाकू से कवर करता एक बार द्वार तक आया और फिर से फ्लैट का डोर अनबोल्ट किया। फिर द्वार का मुआयना किया और माया को खींचता हुआ बैडरूम से अटैच बाथरूम में ले गया। उसने बैडरूम का शावर चला दिया और बाथरूम का दरवाजा भी बन्द कर दिया।
जारी रहेगा…..![]()
Bas itni kam entry?? Mai to kab se palke bichaye intzaar kar raha tha apki review ka![]()
Basss itnasa update, muje laga J N ka katl hoga isswale update me..
But bahut hi acha update, suspense badhta hi ja raha hai...
Waiting for next
![]()
Waise dumbeldoor wola sahi tha![]()
Basss itnasa update, muje laga J N ka katl hoga isswale update me..
But bahut hi acha update, suspense badhta hi ja raha hai...
Waiting for next
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Me update read to kar leti time pe. Or like bhi kar deti hum. Bs thoda thik se comment likh nahi pati to rehne deti hu. Aapko to pata hai mere comments baki ki tarah bade detail ke sath nahi hoteWaise dumbeldoor wola sahi thaAajkal audit chal rahi hai, to thoda busy tha priye, kal pakka deta hu update, lekin tumhara intzaar karte rahta hu per aati hi nahi?
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