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Romance Unexpected रिश्ता (Completed)

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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हमेशा की तरह बेहतरीन।

अब फिर से जुदाई आने वाली है जिंदगी में, लेकिन इस जुदाई।के बाद जो खुशी आयेगी वो तो सबसे बड़ी खुशी होती है दुनिया में।
 

Boobsingh

Prime
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Good upate bro..
family reunion and as usual caring sumit.
Unexpected thing .. May be transfer of sumit to patna will happen.
धन्यवाद दोस्त ✨
सुमित का ट्रांसफर पटना very bad guess 😂😂
 
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Boobsingh

Prime
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हमेशा की तरह बेहतरीन।

अब फिर से जुदाई आने वाली है जिंदगी में, लेकिन इस जुदाई।के बाद जो खुशी आयेगी वो तो सबसे बड़ी खुशी होती है दुनिया में।
धन्यवाद भाई❣️
 
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Boobsingh

Prime
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पूजा अपने घर जाते वक्त आज थोड़ी रिलैक्स लग रही थी क्युकी आज उसके चेहरे पे कोई भी परेशानी की लकीर नही थी असर था उसके पापा से उसका सीधा बात करना और जो भी हो मेरी जान आज कितने दिनों बाद सुकून से घर जा रही थी यही बहुत था मेरे लिए और तो और ये खुशखबरी सुनाने के बाद जब वो सब से मिलेगी तो मां और सुगंधा के चेहरे की रौनक देखने लायक होगी और रह गई बात पापा और राहुल की तो देखते है क्या बिहेवियर रहता है उनका....

रास्ते में हम पूजा को बोले की मार्केट अभी जायेगी या लौटते वक्त तो वो बोली हम और सुगंधा जायेंगे आपके साथ फिर आप गाड़ी में वेट कीजिएगा थोड़ा हम दोनो बहन तुरंत आ जायेंगे....
हम मजाक में बोले अच्छा तो आज मैडम का ड्राइवर बन कर जाना है उनके साथ.....
पूजा मेरे तरफ देखी और बोली बै जान क्या बोलने लगे भक्क छोड़िए हम आपके साथ ही चलेंगे....हम हस कर बोले अरे पगली मजाक कर रहे थे चलना चल चलेंगे साथ में गजब हो मेरा मजाक भी नही समझती हो....
पूजा एकदम सीरियस हो कर बोली पक्का ना कोई बात नही ना....
हम बोले अरे नही रे पगली वैसे आज घबराई हुई नही हो घर जाते वक्त अच्छा लगा देख के....
पूजा मेरे बाह में अपना बाह फसा ली और कंधे पे सर रखते हुए बोली नही जान घबराहट तो अभी भी है बस पापा से बात करने के बाद थोड़ा मन शांत है की हम दोनो से अब उनको कोई दिक्कत नही जो भी है वो बस सुगंधा की शादी को ले कर है....

हम बोले चलो जाने दो उसका शादी भी हो ही जायेगा और भगवान करे की हम दोनो के वजह से उसकी शादी में कोई व्यवधान नहीं हो....पूजा बोली नही नही होगा सब अच्छा ही होगा और बाकी बात तो वहा जाने के बाद पता चलेगा ही.....
हम बोले वो तो है ही पर अभी जब पापा से मिलेंगे तो उनका रिएक्शन ही सब कुछ बता देगा है ना....
पूजा बोली हा ये बात भी आप सही ही बोले चलिए देखते है वैसे कुछ ले ले क्या मिठाई या कुछ....
हम बोले हा ले लेते है फिर एक जगह से मिठाई खरीदे और पहुंच गए पूजा के घर के रास्ते में दुकान के पास से गुजरते वक्त देखे की दुकान अभी बंद ही है तो मतलब की सब लोग घर पे ही होंगे बढ़िया है....
गाड़ी घर के बाहर रोके और गलियारे में घुसे तो देखे की घर का दरवाजा खुला है हम पूजा का हाथ पकड़े और बोले घबराई नही ना है तो पूजा बोली नही जान पर उसका हाथ एकदम ठंडा हो रखा था और उसकी आंखे जिस तरह से दरवाजे के अंदर देखने की कोशिश में थी वो उसके अंदर उठ रहे बेचैनी को बयान कर रहा था....
दोनो कोई जब दरवाजे के अंदर घुसे तो सामने पापा और मम्मी बैठे नाश्ता कर रहे थे....पूजा और हमको देख के पहले मां उठी और बोली अरे सबेरे सबेरे कोई फोन नही कोई खबर नहीं हा इधर आ और हम दोनो उनके पास हस्ते हुए गए और पैर छूते हुए पूजा बोली काहे बिना बताए आना मना है क्या मेरा घर है आ गए....
मां के हाथ जूठे थे तो उन्होंने मुंह से आशीर्वाद दिया और बोली हा बेटा हम कब बोले कुछ पगली....फिर हम दोनो पापा की तरफ मुखातिब हुए तो वो भी नॉर्मल ही थे हस रहे थे....
हम दोनो ने उनके भी पैर छुए तो उन्होंने भी आशीर्वाद दिया और आज पहली बार लगा की उनके के दिल से आशीर्वाद निकला है क्युकी उनकी बोली बाकी दिनो के मुकाबले आज बदली हुई थी पर क्या ये बदलाव सही में था या फिर कुछ और ही.....
इतने में सुगंधा और राहुल भी अंदर वाले कमरे से बाहर आ गए और राहुल शायद अभी नहा कर आया था क्युकी वो केवल टॉवेल में था....
दोनो कोई हमारे पास आया और राहुल बोला कंग्राचुलेशंस दीदी और जीजा जी आपको भी....
हम बोले तुमको भी मामा जी और मिठाई के डब्बे से मिठाई निकाल के उसको खाने को दिए जिसमे से वो आधा खाया और थोड़ा हमको खिलाया और उसी में से थोड़ा सा पूजा को खिलाया....

इधर सुगंधा सीधे पूजा से लिपट गई और बोली कब आई दी तू पटना हा बताई भी नही....दोनो गोल गोल बात कर के धोखा में रखते हो बता देती तो कुछ तैयार कर के रखते वेलकम के लिए बढ़िया सा....
पूजा कुछ बोलती इससे पहले हम बोले अरे तुम्हारी दीदी इतना स्पेशल गिफ्ट खुद ले कर आई है उसका कोई वैल्यू नही....
पूजा का पेट अब थोड़ा थोड़ा दिखने लगा था उसको देख के सुगंधा बोली अरे ऐसा बात नही है ये दोनो तो हम सब का जान बन जायेगा एक बार आने तो दीजिए और पूजा के पेट पे वो हाथ घुमा दी तो मम्मी उसको जोर से बोली अरे लड़की ऐसा नही करते गधी कहिंकी....
सुगंधा मेरा चुटकी लेते हुए बोली वाह वाह नॉट बैड बहुत जल्दी प्रोग्रेस कर रहा है दोनो कोई....
इसी पे पापा बोले हा भाई अब इतनी मेहनत जिस चीज के लिए कर रहा था आखिर वो कब तक छुपता.....

पापा कुछ ऐसा बोलेंगे इसका उम्मीद हमको एकदम नही था ये बात सुन कर हम सब एकदम अजीबोगरीब वाली स्तिथि में हो गए वही पूजा शर्म से अपना सर झुका ली....
माहोल को संभालते हुए मम्मी बोली आप तो और है और इसको नही समझाते है सुगंधा की तरफ इशारा करते हुए मम्मी बोली एकदम लिल्लहड़ हो गई है पहले पैर छू सब कायदा भुला रही है तू दिन पर दिन.....

फिर सुगंधा मेरे पैर छूने को हुई तो हम उसको रोके और बोले अरे अरे अब छोड़ क्या तू भी मम्मी के बात को दिल पे ले रही है पर वो नही मानी और पैर छू के ही मानी....
उसके बाद मम्मी अपना और पापा का प्लेट उठा कर वहा से किचन में चली गई जबकि पापा बोले तुम लोग बैठो हम आ रहे है हाथ धो कर....
उनके जाते ही राहुल भी कपड़े पहनने गया और सुगंधा को हम बोले तब मौसी जी सब बढ़िया....
वो एक लंबा सास छोड़ते हुए बोली हा सब बढ़िया ही है....पूजा बोली क्या हुआ तेरा मूड उखड़ा उखड़ा लग रहा तो वो पूजा का हाथ दबा दी और आंखो से इशारा की बताती ही बाद में......इतने में पापा आए और बोले कब आए पटना....हम बोले कल शाम को आए....
वो बोले अच्छा तो अब पूजा बेटा अभी यही रहेगी ना....हम पूजा की तरफ देख कर बोले हा अभी तो कुछ महीने यही रहेगी डिलीवरी यही पटना में ही होगा....वहां कहां हम चारो अकेले करते इसलिए मां पापा के साथ पटना आ गए......
पापा बोले हा बढ़िया किए अंजान शहर में कहा अच्छे से हो पाता यहां पे जान पहचान है और अपना परिवार है वैसे डॉक्टर के हिसाब से सब ठीक यहां के किस डॉक्टर से मिलने का सोचे हो.....
हम बोले अभी तो आए ही है देखते है अभी वैसे भईया भाभी बता रहे थे तो शायद उसी से मिलेंगे फिर आगे जैसा होगा किया जाएगा वैसे तो बाकी सब ठीक ही है.....
इतने में मां मेरे और पापा के लिए चाय और पूजा के लिए एक ग्लास गरम गरम दूध ले कर आई....
तो पापा बोले अरे नही नही हम चाय नही पियेंगे हम चले दुकान तुमलोग बैठो और बाते करो....
पूजा बोली काहे पापा अभी तो आए है हम रहिए फिर चले जाइयेगा दुकान....तो पापा बोले अरे बेटा तू बैठ ना अभी तो तू रहेगी ना सुमित चला जायेगा तो तू तो पटना में ही है ना कभी भी मिल लेंगे और वैसे भी दोपहर में आते है फिर दोनो बाप बेटी साथ में बैठ कर खाना खायेंगे और हो सके तो कुछ दिन यही रह शादी के बाद से तू एक भी दिन यहां नही रही है बस आती है और चली जाती है इस बार रह कुछ दिन....
और ये बोल कर वो चल दिए दुकान और उनके पीठ पे ही राहुल भी तैयार हो कर आया और मम्मी से नाश्ता मांगा जो सुगंधा उसको निकाल कर दी और वो हड़बड़ हड़बड़ खाया और चला गया ये बोलते हुए की दुकान खोल कर वापिस आते है दी फिर मस्ती किया जाएगा....

इधर पूजा को जो दूध मिला था वो पी कर खतम की और हम अपनी चाय....पापा के हिस्से की चाय मम्मी पी इस दौरान कोई बात चीत नही हुआ हमलोग में.....बाप बेटा के जाने के बाद सुगंधा बोली पहला एनिवर्सरी इसी हफ्ते है ना तो मना रहे है ना...पूजा बोली हा सेलिब्रेशन तो बनता है ना....
मम्मी बोली और नही तो क्या और बेटा सुन इस बार पूजा को यहां रहने को बोलना क्युकी ऐसे तो वो रहने को कभी मानेगी नही इसलिए तू ही बोलना इसको क्युकी इस मामले में तेरा बात ही पास होगा....
हम बोले अरे ऐसा नही है मम्मी पूजा का मन रहेगा तो वो रहेगी ही और अभी तो वो है पटना में न तो इस बार ठहर जायेगी कुछ दिन यहां.....
पूजा बोली वो देखा जायेगा फिलहाल एनिवर्सरी वाले दिन आप सब कोई आइएगा घर पे.....
हम बोले हा मम्मी सब कोई आइएगा उस दिन घर पे ही मनाएंगे छोटा सा पार्टी टाइप सोचे है केवल घर के लोग ही रहेंगे...पूजा बोली हा मां और तुम जल्दी आ जाना सुबह में ही मेहमान के जैसे नही की शाम में आ रहे है अभी ही बता दे रहे है और पापा आयेंगे ना...
तो मम्मी बोली देख बेटा उनका नही पता अभी वो दूसरे काम में लगे है पर हम बोलेंगे चलने को आए तो ठीक वरना हम लोग तो आयेंगे ही....
हम बोले क्या काम मम्मी कुछ बात है क्या....तो मम्मी सुगंधा की तरफ देख कर बोली इसकी शादी के लिए लगे हुए है इसी साल कर देंगे अंत अंत तक...सुगंधा ये बात सुन कर बोली अभी ये सब बात ले के मत बैठो मैं मेरा मूड खराब मत करो तुम....
तो मम्मी बोली हा छोड़ ये बता बेटा क्या बनाए खाने में....हम और पूजा दोनो शॉक में थे सुगंधा की शादी का बात सुन कर....हमलोग कुछ देर चुप रहे फिर पूजा बोली खाना पीना नही मां अभी थोड़ा बाहर जायेंगे हम लोग कुछ खरीद्दारी करना है....
सुगंधा जैसे ऐसे ही मौके के इंतजार में थी वो जोर से बोली अरे दीदी थैंक्यू थैंक्यू क्या बात बोली तू मेरा तो दिल खुश हो गया चल कहा चलना है....
उसके ऐसे उतावलेपन पे हम हस दिए और पूजा भी हस कर बोली अरे पगली क्या हुआ तुझको अभी चलेंगे थोड़े देर में...
मम्मी भी बोली हा अभी तो वो आई है थोड़ा सास तो ले लेने दे उसको पर सुगंधा बोली सास तो ले ही रही है हम कहा उसका गला दबा रहे है और अभी मौसम ठीक है इसलिए मार्केट हो आते है फिर क्या पता बरसात होने लगे....
पूजा बोली अरे सुन तो चलते है अभी पूरे दिन हम दोनो यही है....तो सुगंधा बोली प्लीज ना दी चल ना तेरे साथ साथ मेरा भी कुछ शॉपिंग हो जायेगा....हम दोनो को बीच में टोके और बोले अरे भाई जब इतना कह रही है तो चल चलते है दोपहर तक लौट आएंगे....
सुगंधा बोली जी नही उधर से कोई मूवी चलेंगे घर में रहते रहते एकदम बौरा गए है हम....
इस बात पे मम्मी कुछ नही बोली शायद वो सुगंधा की तकलीफ को समझ रही थी पर वो पूछी की जब तेरे पापा आयेंगे और तुझको ढूंढेंगे फिर....इसपर सुगंधा बोली पापा कुछ नही बोलेंगे और अगर बोलेंगे तो फोन है ना बात करवा देना हमसे बस कौन सा हम भागे जा रहे है कही....
मम्मी बोली फालतू का बात मत कर समझी ना.....फिर कुछ देर चुप रहने के बाद मां बोली जा हो आ पर जल्दी लौट आना और कोशिश करना की उनके आने से पहले लौट आओ समझ रही है ना....
सुगंधा बिना कुछ जवाब दिए पूजा को बोली दी हम दो मिनट में तैयार हो कर आते है....
वो गई तो पूजा मम्मी से पूछी की क्या बात है मां कुछ तो है जो हमको नहीं बतलाई पटना आने से पहले तक तो हम लोग रोज बात कर रहे थे ऐसा कुछ भी नही लगा और एक दिन में क्या हो गया ऐसा....
तो मम्मी बोली नही बेटा ग्रेजुएशन का रिजल्ट निकलने के बाद से ही बात हो रहा है और उस दिन जब तू बात की थी ना अपने पापा से तो पता है उस दिन वो नशे में थे और उस दिन हमको लगा की शायद आज तुम दोनो को सच्चे दिल से माफी दे कर अपना लेंगे और अब तो नाती नातिन भी आने का है अब देख क्या बोले हम सग्गू का बियाह तय करने में पूरा जोर दे रखे है सब कुछ ठीक रहा तो पता चल ही जाएगा तुझको.....
पर ये लड़की एमकॉम करेंगे का जिद पकड़ के बैठी है फिर नौकरी का तैयारी करेंगे पर तेरे पापा साफ साफ मना कर दिए उसी दिन से थोड़ा गरमा गरमी चल रहा है दोनो बाप बेटी में....
अभी मां कुछ आगे बोलती की सुगंधा आ गई और बोली चल ना दी रामायण सुनने मत बैठ यहां का रामायण महाभारत से कम नहीं होता है चल और वो हम दोनो से पहले घर से बाहर निकल गई.....
मम्मी बोली छोड़ ये सब बात आराम से जाना सब कोई और तू पूजा बेटा अपना ध्यान रखना समझी ना....पूजा बोली हा मां चलो आते है थोड़ा देर में और टेंशन मत ले अभी चिड़चिड़ाई हुई है फिर खुद ठीक हो जाएगी....

..
...

हम लोग घर से निकल कर उल्टे साइड से निकले जिसमे पूजा के पापा का दुकान नही क्रॉस करना पड़े ये सुगंधा का ही डिमांड था.....पूरे रास्ते सुगंधा पूजा से दुनिया भर की बाते करती रही घर से निकल कर उसको ऐसा लग रहा था की आजादी मिल गया हो सास ले पा रही हो वो....हम गाड़ी एक होटल पे रोके और बोले चलो पहले थोड़ा खाया जाए फिर जाना तुम दोनो मार्केटिंग करने हम गाड़ी में ही रहेंगे तो सुगंधा बोली क्यू गाड़ी में क्यू रहना है साथ में चलना....तो पूजा बोली अरे हमको गिफ्ट लेना है इनके लिए और वो हम इनके सामने ही लेंगे क्या तू भी....
सुगंधा बोली ओह ये बात है पूजा बोली हा अब चल वैसे तू जितना दिखला रही है ना उतना तू खुश है नही आज....
सुगंधा बोली मम्मी तुझको बतलाई ना सब चीज....हम बोले नही सब बताती उससे पहले तुम आ गई और हम लोग चल दिए....
पूजा बोली चलिए क्या खाना है वो देखते है सुगंधा बोली राइट डिसीजन फिलहाल हमको इस बारे में कुछ बात नही करना है इसलिए इसको अवॉइड करते है ना......
मेरी डार्लिंग बोली अरे तू निश्चिंत रह और बता क्या खायेगी और मेनू देखने लगी और डिसाइड हुआ मसाला डोसा खाने का और कुछ ही देर में वो हाजिर था हमारे सामने.....

फिर हमलोग मसाला डोसा खाए और साथ में फोटो सेशन भी हुआ थोड़ा बहुत उसके बाद दोनो बहन जब जाने लगी तो सुगंधा बोली अरे दीदी तो तेरे लिए गिफ्ट लेने जा रही है और तुझको नही लेना है कोई गिफ्ट...हम हस कर बोले बेटा ये सब में हम फर्स्ट रहते है गिफ्ट तो कब का आ गया है और वो भी एकदम रोमेंटिक टाइप जब तेरी दीदी देखेगी तो उसके बाद उसका रिएक्शन तू खुद पूछना....
पूजा आंखे गोल करती हुई बोली क्या जान आप ना एकदम बेशर्म बनते जा रहे है.....चल रे तू वो सुगंधा को धकेलती हुई बोली....और वो दोनो बहन आगे बढ़ गई जबकि हम गाड़ी वही साइड में लगा कर अन्दर ही बैठे रहे और अपने गिफ्ट के बारे में सोचने लगे जो हम भोपाल में ही तैयार कर लिए थे क्युकी इस मौके को बहुत अच्छे तरीके से मनाना चाहते थे और मेरी जान के लिए जितना स्पेशल हो सके उतना बनाना था हमको और उसके लिए काफी कुछ सोच रखा था....
गिफ्ट में एक साड़ी और एक सूट ले रखे थे और एक नया मंगलसूत्र खरीदे थे...

ये सब तो थे ही पर इनके अलावा कुछ सेक्सी टाइप भी लिए थे....दरअसल एक जगह नेट पे निप्पल रिंग के बारे में जाना तो तुरंत दो पीस मंगवा लिए थे हम जो निप्पल एक्साइट होने पे जब फूल जाते है तब उनमें एक अंगूठी के माफिक पहनाने होते थे उसमे छेद करने का कोई झंझट नहीं था और ये बड़ा ही सेक्सी गिफ्ट था पर पूजा को पसंद आता है या नही ये तो पूजा देखने के बाद ही बताएगी और इन सब के साथ साथ अपनी जान के लिए मैने भोपाल में ही एक कमरबंद लिया था और इन सब के अलावा एक मस्त सेक्सी ट्रांसपेरेंट नाइटी मंगवाए थे जो मेरी जान केवल मेरे सामने ही पहन सकती थी और ये सब सालगिरह वाली रात को ही देना था मैन जिसके लिए हम भोपाल से ही एक्साइटेड थे....
साड़ी और मंगलसूत्र तो वो पार्टी में आने से पहले ही पहनेगी और हम खुद पहनाएंगे...
ये सब प्लानिंग हम भोपाल से ही कर के आए थे और अपने रूम को थोड़ा सिक्रेटली सजाना भी था पर देखते है मौका मिल पाता है या नही क्युकी एक केक तो नीचे कटेगा सब के साथ और एक केक हम अपने रूम में अपनी जान के साथ प्राइवेटली काटना चाहते थे......

उधर सुगंधा और पूजा दोनो कोई शॉपिंग कर रही थी और उस दौरान पूजा ने उससे शादी से रिलेटेड कोई भी बात नही की क्युकी वो जानती थी की अभी सुगंधा पे क्या बीत रहा है....
पूजा ने मेरे लिए एक घड़ी खरीदी और एक शर्ट ली और फिर सुगंधा के जिद करने पे दोनो कोई घुस गई ब्यूटी पार्लर में पूजा अभी नही जाना चाहती थी पर सुगंधा के कहने पे उसको जाना पड़ा और तकरीबन ढाई घंटे बाद दोनो मेरे पास आई और हम उधर गाड़ी में बैठे बैठे सो गए थे....मेरी नींद खुली जब पूजा शीशे पे नॉक की....
हम दरवाजा खोले और बाहर निकल कर पूछे अरे कौन से लोक में भ्रमण पे चली गई थी दोनो देवी लोग बाप रे कितना समय लगा....पूजा मेरे गाल पे हाथ रखते हुए बोली आई एम सॉरी जान सॉरी सॉरी…..
हम बोले हाय इतना प्यार से माफी मांगेगी तो हम गुस्सा कैसे करेंगे....पूजा हस कर बोली बै जान सब आपकी साली करवाई है जिद्दी कर के पार्लर ले के चली गई और वहा पे टाइम लग गया....
हम सुगंधा को देख कर बोले अरे तू पापा का गुस्सा हम पर काहे उतार रही है बता वेट करते करते सो गए हम....
पूजा फिर मेरे गाल पे हाथ रख के बोली अरे जान मेरे सॉरी ना.....
फिर हम बोले हाय एक बार और गाल छुओ तो पूजा मेरे दूसरे गाल पे हल्के से सहला दी और मुंह से फ्लाइंग किस दे दी तो सुगंधा बोली अरे बाबा रे अब तो रोमांस कम कर दे बाल बच्चा होने वाला है.....
पूजा बोली भक्क कमिनी तेरे मुंह में गु शक्कर.....हम जोर से हस कर बोले ए हे छी छी....सुगंधा पूजा से बोली ए राम कितनी गंदी है दी तू....

पूजा बोली तू ऐसा बात ही बोली हरामखोर इनके और मेरे प्यार में कभी कमी नही आ सकता.....
हम बोले अरे अब लड़ो मत दोनो कोई वैसे मेरे लिए क्या क्या खरीदी हो स्वीटहार्ट....
पूजा बोली एई गिफ्ट है ना उसी दिन देखिएगा आप क्या लाए हम पूछे आपसे नही ना.....
हम बोले अच्छा मत बताओ फिलहाल चलो एक एक कप चाय हो जाए मूड फ्रेश हो जायेगा.....
तो वो दोनो मना कर दी बोली आप पी लीजिए हम दोनो नही पियेंगे....फिर हम अकेले चाय पीए जिससे थोड़ा फ्रेश महसूस हुआ और उसके बाद पूछे की कहा चलना है अब तो पूजा बोली घर चलते है अब काफी दौड़ भाग हो गया है....
तो सुगंधा बोली अरे नही चल ना एक मूवी देख आते है वहा बैठेगी तो तुझको आराम भी मिल जायेगा अभी घर नही जायेंगे कितना दिन बाद तो जहर से निकले है चल ना....
फिर पूजा मेरे तरफ देखी तो हम उससे बोले की सही तो है वहा बैठना ही तो है सो चल चलते है उसके बाद हम लोग पहुंचे मूवी हॉल और संजोग से मूवी स्टार्ट होने में पांच मिनट ही बचा था सो टिकट ले कर तीनो घुसे थिएटर में....
मूवी शुरू हुए अभी बीस मिनट हुआ होगा की सुगंधा का फोन बज उठा और वो कॉल मम्मी का था....
सुगंधा उनको बोली की शाम तक आएंगे हमलोग और उधर से मम्मी क्या बोली वो बिना सुने फोन काट दी....
पूजा हमको बोली की यहां से निकलने के बाद कही पे रुक कर सग्गू से बात कर लेंगे क्युकी घर पे शायद बात न हो पाए और सग्गू वहा पे कुछ बोल भी नहीं पाएगी.....हम बोले चलो ठीक है बाहर निकलते है फिर देखा जायेगा....

..
....

पिक्चर देख कर जब बाहर निकले तो देखे की बादल घेरे हुआ है और जबरदस्त बरसता होने को है शाम तो वैसे भी हो चला था......इसलिए हमलोग निकले घर को पर मुझे पूजा की बात याद आई तो हम एक मोमो वाले के पास गाड़ी रोके और दो प्लेट मोमो मंगवा लिए और खाते खाते पूजा सुगंधा से पूछी की बता अब क्या बात है शादी का क्या मामला है....
सुगंधा खाते खाते रुक गई और बोली हमदोनों का बाप पगला गया है दी तेरी शादी के बाद से तो और ज्यादा बिगड़ गए है है वक्त बस एक ही बात की कैसे भी कर के लास्ट बेटी है बियाह कर के भगा दो बोझ के जैसे ट्रीट करते है पापा अब.....
जब से ग्रेजुएशन का रिजल्ट आया है उसके दो तीन दिन बाद से ही पापा यहां वहां फोन घुमाना शुरू कर दिए थे और पता है वो वाराणसी वाला परिवार पता नही कहा से वो लोग पापा को कॉन्टैक्ट कर लिए और पापा को पता चला की लड़का का जॉब लग गया है सरकारी लखनऊ में पोस्टेड है अब उसको ही पकड़ के बैठ गए है.....
और तो और वो लड़का का परिवार वाला कैसा है साला अपना लड़का का उमर और मेरा उमर नही देख रहा ग्यारह साल का डिफरेंस है फिर भी आतुर है शादी करने को और तो और अपने पापा भी उनके ही तरफ है जबकि पंद्रह लाख का डिमांड है और एक चारपहिया गाड़ी.....

हम पापा को बोले की एमकॉम करना है तो बोले हा बड़का बैरिस्टर बन जा और बाप के मुंह पे थूक के चली जाना किसी लौंडे के साथ.....
उनको समझाए की आगे चल के सरकारी नौकरी का तैयारी हम भी करेंगे तो इस बात पे तो पापा तरातर झापड़ खींच दिए हमको....
मम्मी और राहुल बीच बचाव कर के उनको रोका राहुल तो बहुत गुस्सा किया और चेता दिया की आज उठाए सो उठाए दुबारा ये काम इस घर में नही दोहराइयेगा....
पापा उसको बोले की औकात में रह कर धमकी दे देख ले किस्से बात कर रहा तो वो भी फिर अब क्या बोले घर में बहुत टेंशन वाला माहौल है दी....

राहुल और मम्मी समझाने का कोशिश किए की लड़का का उमर बहुत ज्यादा है हमसे जब वो पूजा दी के लिए रिश्ता आया था तो फिर हमसे कैसे कर सकते है उसी लड़के का रिश्ता तो पापा फिर मम्मी पे हाथ उठा दिए और बोले की जैसा बोलता हु वैसे कर और समझा अपनी बेटी को हर बार तमाशा नही बनने देंगे अपनी इज्जत का जिसको जो करना है अपने पति के घर जा कर करे यहां जितना हो सकता था सब कर के दिए हम अब और नहीं होगा हमसे....एक बेटी से मुंह जल चुका है दूसरी से नही जलने देंगे....

राहुल पापा से बहुत बहस किया पर वो नही माने मम्मी बोली भी की हर किसी को एक ही पैमाने में मत तौलिए अपनी सग्गू वैसी नहीं है पर वो कुछ सुनने को तैयार ही नहीं है और बुआ को तो तू जानती ही है वो लड़के वालो से मिल के सब लेन देन का बात तय कर रखी है....पापा बस रकम जुटाने में लगे है....
मेरे हा या ना से पापा को कोई फर्क नही पड़ रहा और अब शायद पड़ेगा भी नही....तेरी शादी के चक्कर में बलि का बकरा हमको बनाया जा रहा है अब क्या करे कुछ समझ में नहीं आ रहा हमको....
मम्मी भी पापा को बहुत बार बोलने का कोशिश की वो तो यहां तक बोली की दूसरा लड़का देखिए सग्गू तैयार होगी शादी के लिए ऐसा थोड़े है की नही करना है उसको पर ये लड़का नही लेकिन कोई फायदा नही.....भूत सवार है पापा पे जल्दी ही सगाई करवाएंगे....

पूजा बोली अरे इतना सब कुछ हो गया और तू बताई नही गैर हो गए है क्या हम....
सुगंधा सिर्फ एक ही बात बोली और उसके बाद ना ही हम कुछ बोल पाए ना ही पूजा....
वो बोली तुझको पापा नही बताना चाहते है अभी शादी के समय ही बताएंगे वो और तू भी उनसे इस बारे ने कुछ बात मत ही करना बाकी तू समझदार है....
पूजा बोली ऐसा थोड़े होगा बात तो करेंगे ही हम पापा से और मनवायेंगे भी उनको.....
सुगंधा पूजा का हाथ पकड़ कर बोली ये गलती भूल कर भी नही करना समझी हम अपने वजह से फिर से किसी मुसीबत में नही डालना चाहते पहले ही बहुत कुछ झेल चुके हो दोनो कोई और जब से पापा पूजा दी के प्रेगनेंसी के बारे में जाने है तब से उनका मूड सही है तुम दोनो के प्रति और वो ऐसा ही रहे तो अच्छा है अब तुम दोनो का फैमिली शुरू हो रहा है अब पीछे मुड़ कर नहीं देखना है तुमलोग को समझी और देख मेरी शादी आज नही तो कल होनी ही है बस यहां पे बात ये है की ये लड़का नही चाहिए था हमको...और ये बोल कर सुगंधा रोने लगी तो पूजा और हम दोनो उसको चुप करवाए और बोले देख हमारा बात सुन शादी में तेरी मर्जी होनी भी जरूरी है और ऐसे जबरदस्ती शादी से न तू खुश रहेगी ना वो लड़का....
सुगंधा बोली ऐसा नही है हमको छोड़ कर सब खुश रहेगा....पूजा बोली भक्क पगली कहिंकी भगवान पे भरोसा कर तू किसी के साथ अन्याय नहीं की है तो तेरे साथ भी नही होगा.....
हम बोले अरे वो लड़का तुझपे लट्टू हो गया होगा इसलिए नही छोड़ रहा तुझको मेरी साली है ही इतनी सुंदर...सुगंधा रोते रोते हस दी और पूजा से बोली देख ले तेरे सामने हमसे फ्लर्ट कर रहा है....
पूजा हस कर बोली नही रे गधी तू रो रही है इसलिए वो ऐसा बोले है चल अब छोड़ ये सब रो मत देख समय आने दे सब ठीक हो जायेगा मम्मी से हम बात करेंगे और दोनो मां बेटी मिल कर तुझको इस पचड़े से बाहर निकालेंगे समझी चल अब घर चले......
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
19,340
40,088
259
पूजा अपने घर जाते वक्त आज थोड़ी रिलैक्स लग रही थी क्युकी आज उसके चेहरे पे कोई भी परेशानी की लकीर नही थी असर था उसके पापा से उसका सीधा बात करना और जो भी हो मेरी जान आज कितने दिनों बाद सुकून से घर जा रही थी यही बहुत था मेरे लिए और तो और ये खुशखबरी सुनाने के बाद जब वो सब से मिलेगी तो मां और सुगंधा के चेहरे की रौनक देखने लायक होगी और रह गई बात पापा और राहुल की तो देखते है क्या बिहेवियर रहता है उनका....

रास्ते में हम पूजा को बोले की मार्केट अभी जायेगी या लौटते वक्त तो वो बोली हम और सुगंधा जायेंगे आपके साथ फिर आप गाड़ी में वेट कीजिएगा थोड़ा हम दोनो बहन तुरंत आ जायेंगे....
हम मजाक में बोले अच्छा तो आज मैडम का ड्राइवर बन कर जाना है उनके साथ.....
पूजा मेरे तरफ देखी और बोली बै जान क्या बोलने लगे भक्क छोड़िए हम आपके साथ ही चलेंगे....हम हस कर बोले अरे पगली मजाक कर रहे थे चलना चल चलेंगे साथ में गजब हो मेरा मजाक भी नही समझती हो....
पूजा एकदम सीरियस हो कर बोली पक्का ना कोई बात नही ना....
हम बोले अरे नही रे पगली वैसे आज घबराई हुई नही हो घर जाते वक्त अच्छा लगा देख के....
पूजा मेरे बाह में अपना बाह फसा ली और कंधे पे सर रखते हुए बोली नही जान घबराहट तो अभी भी है बस पापा से बात करने के बाद थोड़ा मन शांत है की हम दोनो से अब उनको कोई दिक्कत नही जो भी है वो बस सुगंधा की शादी को ले कर है....

हम बोले चलो जाने दो उसका शादी भी हो ही जायेगा और भगवान करे की हम दोनो के वजह से उसकी शादी में कोई व्यवधान नहीं हो....पूजा बोली नही नही होगा सब अच्छा ही होगा और बाकी बात तो वहा जाने के बाद पता चलेगा ही.....
हम बोले वो तो है ही पर अभी जब पापा से मिलेंगे तो उनका रिएक्शन ही सब कुछ बता देगा है ना....
पूजा बोली हा ये बात भी आप सही ही बोले चलिए देखते है वैसे कुछ ले ले क्या मिठाई या कुछ....
हम बोले हा ले लेते है फिर एक जगह से मिठाई खरीदे और पहुंच गए पूजा के घर के रास्ते में दुकान के पास से गुजरते वक्त देखे की दुकान अभी बंद ही है तो मतलब की सब लोग घर पे ही होंगे बढ़िया है....
गाड़ी घर के बाहर रोके और गलियारे में घुसे तो देखे की घर का दरवाजा खुला है हम पूजा का हाथ पकड़े और बोले घबराई नही ना है तो पूजा बोली नही जान पर उसका हाथ एकदम ठंडा हो रखा था और उसकी आंखे जिस तरह से दरवाजे के अंदर देखने की कोशिश में थी वो उसके अंदर उठ रहे बेचैनी को बयान कर रहा था....
दोनो कोई जब दरवाजे के अंदर घुसे तो सामने पापा और मम्मी बैठे नाश्ता कर रहे थे....पूजा और हमको देख के पहले मां उठी और बोली अरे सबेरे सबेरे कोई फोन नही कोई खबर नहीं हा इधर आ और हम दोनो उनके पास हस्ते हुए गए और पैर छूते हुए पूजा बोली काहे बिना बताए आना मना है क्या मेरा घर है आ गए....
मां के हाथ जूठे थे तो उन्होंने मुंह से आशीर्वाद दिया और बोली हा बेटा हम कब बोले कुछ पगली....फिर हम दोनो पापा की तरफ मुखातिब हुए तो वो भी नॉर्मल ही थे हस रहे थे....
हम दोनो ने उनके भी पैर छुए तो उन्होंने भी आशीर्वाद दिया और आज पहली बार लगा की उनके के दिल से आशीर्वाद निकला है क्युकी उनकी बोली बाकी दिनो के मुकाबले आज बदली हुई थी पर क्या ये बदलाव सही में था या फिर कुछ और ही.....
इतने में सुगंधा और राहुल भी अंदर वाले कमरे से बाहर आ गए और राहुल शायद अभी नहा कर आया था क्युकी वो केवल टॉवेल में था....
दोनो कोई हमारे पास आया और राहुल बोला कंग्राचुलेशंस दीदी और जीजा जी आपको भी....
हम बोले तुमको भी मामा जी और मिठाई के डब्बे से मिठाई निकाल के उसको खाने को दिए जिसमे से वो आधा खाया और थोड़ा हमको खिलाया और उसी में से थोड़ा सा पूजा को खिलाया....

इधर सुगंधा सीधे पूजा से लिपट गई और बोली कब आई दी तू पटना हा बताई भी नही....दोनो गोल गोल बात कर के धोखा में रखते हो बता देती तो कुछ तैयार कर के रखते वेलकम के लिए बढ़िया सा....
पूजा कुछ बोलती इससे पहले हम बोले अरे तुम्हारी दीदी इतना स्पेशल गिफ्ट खुद ले कर आई है उसका कोई वैल्यू नही....
पूजा का पेट अब थोड़ा थोड़ा दिखने लगा था उसको देख के सुगंधा बोली अरे ऐसा बात नही है ये दोनो तो हम सब का जान बन जायेगा एक बार आने तो दीजिए और पूजा के पेट पे वो हाथ घुमा दी तो मम्मी उसको जोर से बोली अरे लड़की ऐसा नही करते गधी कहिंकी....
सुगंधा मेरा चुटकी लेते हुए बोली वाह वाह नॉट बैड बहुत जल्दी प्रोग्रेस कर रहा है दोनो कोई....
इसी पे पापा बोले हा भाई अब इतनी मेहनत जिस चीज के लिए कर रहा था आखिर वो कब तक छुपता.....

पापा कुछ ऐसा बोलेंगे इसका उम्मीद हमको एकदम नही था ये बात सुन कर हम सब एकदम अजीबोगरीब वाली स्तिथि में हो गए वही पूजा शर्म से अपना सर झुका ली....
माहोल को संभालते हुए मम्मी बोली आप तो और है और इसको नही समझाते है सुगंधा की तरफ इशारा करते हुए मम्मी बोली एकदम लिल्लहड़ हो गई है पहले पैर छू सब कायदा भुला रही है तू दिन पर दिन.....

फिर सुगंधा मेरे पैर छूने को हुई तो हम उसको रोके और बोले अरे अरे अब छोड़ क्या तू भी मम्मी के बात को दिल पे ले रही है पर वो नही मानी और पैर छू के ही मानी....
उसके बाद मम्मी अपना और पापा का प्लेट उठा कर वहा से किचन में चली गई जबकि पापा बोले तुम लोग बैठो हम आ रहे है हाथ धो कर....
उनके जाते ही राहुल भी कपड़े पहनने गया और सुगंधा को हम बोले तब मौसी जी सब बढ़िया....
वो एक लंबा सास छोड़ते हुए बोली हा सब बढ़िया ही है....पूजा बोली क्या हुआ तेरा मूड उखड़ा उखड़ा लग रहा तो वो पूजा का हाथ दबा दी और आंखो से इशारा की बताती ही बाद में......इतने में पापा आए और बोले कब आए पटना....हम बोले कल शाम को आए....
वो बोले अच्छा तो अब पूजा बेटा अभी यही रहेगी ना....हम पूजा की तरफ देख कर बोले हा अभी तो कुछ महीने यही रहेगी डिलीवरी यही पटना में ही होगा....वहां कहां हम चारो अकेले करते इसलिए मां पापा के साथ पटना आ गए......
पापा बोले हा बढ़िया किए अंजान शहर में कहा अच्छे से हो पाता यहां पे जान पहचान है और अपना परिवार है वैसे डॉक्टर के हिसाब से सब ठीक यहां के किस डॉक्टर से मिलने का सोचे हो.....
हम बोले अभी तो आए ही है देखते है अभी वैसे भईया भाभी बता रहे थे तो शायद उसी से मिलेंगे फिर आगे जैसा होगा किया जाएगा वैसे तो बाकी सब ठीक ही है.....
इतने में मां मेरे और पापा के लिए चाय और पूजा के लिए एक ग्लास गरम गरम दूध ले कर आई....
तो पापा बोले अरे नही नही हम चाय नही पियेंगे हम चले दुकान तुमलोग बैठो और बाते करो....
पूजा बोली काहे पापा अभी तो आए है हम रहिए फिर चले जाइयेगा दुकान....तो पापा बोले अरे बेटा तू बैठ ना अभी तो तू रहेगी ना सुमित चला जायेगा तो तू तो पटना में ही है ना कभी भी मिल लेंगे और वैसे भी दोपहर में आते है फिर दोनो बाप बेटी साथ में बैठ कर खाना खायेंगे और हो सके तो कुछ दिन यही रह शादी के बाद से तू एक भी दिन यहां नही रही है बस आती है और चली जाती है इस बार रह कुछ दिन....
और ये बोल कर वो चल दिए दुकान और उनके पीठ पे ही राहुल भी तैयार हो कर आया और मम्मी से नाश्ता मांगा जो सुगंधा उसको निकाल कर दी और वो हड़बड़ हड़बड़ खाया और चला गया ये बोलते हुए की दुकान खोल कर वापिस आते है दी फिर मस्ती किया जाएगा....

इधर पूजा को जो दूध मिला था वो पी कर खतम की और हम अपनी चाय....पापा के हिस्से की चाय मम्मी पी इस दौरान कोई बात चीत नही हुआ हमलोग में.....बाप बेटा के जाने के बाद सुगंधा बोली पहला एनिवर्सरी इसी हफ्ते है ना तो मना रहे है ना...पूजा बोली हा सेलिब्रेशन तो बनता है ना....
मम्मी बोली और नही तो क्या और बेटा सुन इस बार पूजा को यहां रहने को बोलना क्युकी ऐसे तो वो रहने को कभी मानेगी नही इसलिए तू ही बोलना इसको क्युकी इस मामले में तेरा बात ही पास होगा....
हम बोले अरे ऐसा नही है मम्मी पूजा का मन रहेगा तो वो रहेगी ही और अभी तो वो है पटना में न तो इस बार ठहर जायेगी कुछ दिन यहां.....
पूजा बोली वो देखा जायेगा फिलहाल एनिवर्सरी वाले दिन आप सब कोई आइएगा घर पे.....
हम बोले हा मम्मी सब कोई आइएगा उस दिन घर पे ही मनाएंगे छोटा सा पार्टी टाइप सोचे है केवल घर के लोग ही रहेंगे...पूजा बोली हा मां और तुम जल्दी आ जाना सुबह में ही मेहमान के जैसे नही की शाम में आ रहे है अभी ही बता दे रहे है और पापा आयेंगे ना...
तो मम्मी बोली देख बेटा उनका नही पता अभी वो दूसरे काम में लगे है पर हम बोलेंगे चलने को आए तो ठीक वरना हम लोग तो आयेंगे ही....
हम बोले क्या काम मम्मी कुछ बात है क्या....तो मम्मी सुगंधा की तरफ देख कर बोली इसकी शादी के लिए लगे हुए है इसी साल कर देंगे अंत अंत तक...सुगंधा ये बात सुन कर बोली अभी ये सब बात ले के मत बैठो मैं मेरा मूड खराब मत करो तुम....
तो मम्मी बोली हा छोड़ ये बता बेटा क्या बनाए खाने में....हम और पूजा दोनो शॉक में थे सुगंधा की शादी का बात सुन कर....हमलोग कुछ देर चुप रहे फिर पूजा बोली खाना पीना नही मां अभी थोड़ा बाहर जायेंगे हम लोग कुछ खरीद्दारी करना है....
सुगंधा जैसे ऐसे ही मौके के इंतजार में थी वो जोर से बोली अरे दीदी थैंक्यू थैंक्यू क्या बात बोली तू मेरा तो दिल खुश हो गया चल कहा चलना है....
उसके ऐसे उतावलेपन पे हम हस दिए और पूजा भी हस कर बोली अरे पगली क्या हुआ तुझको अभी चलेंगे थोड़े देर में...
मम्मी भी बोली हा अभी तो वो आई है थोड़ा सास तो ले लेने दे उसको पर सुगंधा बोली सास तो ले ही रही है हम कहा उसका गला दबा रहे है और अभी मौसम ठीक है इसलिए मार्केट हो आते है फिर क्या पता बरसात होने लगे....
पूजा बोली अरे सुन तो चलते है अभी पूरे दिन हम दोनो यही है....तो सुगंधा बोली प्लीज ना दी चल ना तेरे साथ साथ मेरा भी कुछ शॉपिंग हो जायेगा....हम दोनो को बीच में टोके और बोले अरे भाई जब इतना कह रही है तो चल चलते है दोपहर तक लौट आएंगे....
सुगंधा बोली जी नही उधर से कोई मूवी चलेंगे घर में रहते रहते एकदम बौरा गए है हम....
इस बात पे मम्मी कुछ नही बोली शायद वो सुगंधा की तकलीफ को समझ रही थी पर वो पूछी की जब तेरे पापा आयेंगे और तुझको ढूंढेंगे फिर....इसपर सुगंधा बोली पापा कुछ नही बोलेंगे और अगर बोलेंगे तो फोन है ना बात करवा देना हमसे बस कौन सा हम भागे जा रहे है कही....
मम्मी बोली फालतू का बात मत कर समझी ना.....फिर कुछ देर चुप रहने के बाद मां बोली जा हो आ पर जल्दी लौट आना और कोशिश करना की उनके आने से पहले लौट आओ समझ रही है ना....
सुगंधा बिना कुछ जवाब दिए पूजा को बोली दी हम दो मिनट में तैयार हो कर आते है....
वो गई तो पूजा मम्मी से पूछी की क्या बात है मां कुछ तो है जो हमको नहीं बतलाई पटना आने से पहले तक तो हम लोग रोज बात कर रहे थे ऐसा कुछ भी नही लगा और एक दिन में क्या हो गया ऐसा....
तो मम्मी बोली नही बेटा ग्रेजुएशन का रिजल्ट निकलने के बाद से ही बात हो रहा है और उस दिन जब तू बात की थी ना अपने पापा से तो पता है उस दिन वो नशे में थे और उस दिन हमको लगा की शायद आज तुम दोनो को सच्चे दिल से माफी दे कर अपना लेंगे और अब तो नाती नातिन भी आने का है अब देख क्या बोले हम सग्गू का बियाह तय करने में पूरा जोर दे रखे है सब कुछ ठीक रहा तो पता चल ही जाएगा तुझको.....
पर ये लड़की एमकॉम करेंगे का जिद पकड़ के बैठी है फिर नौकरी का तैयारी करेंगे पर तेरे पापा साफ साफ मना कर दिए उसी दिन से थोड़ा गरमा गरमी चल रहा है दोनो बाप बेटी में....
अभी मां कुछ आगे बोलती की सुगंधा आ गई और बोली चल ना दी रामायण सुनने मत बैठ यहां का रामायण महाभारत से कम नहीं होता है चल और वो हम दोनो से पहले घर से बाहर निकल गई.....
मम्मी बोली छोड़ ये सब बात आराम से जाना सब कोई और तू पूजा बेटा अपना ध्यान रखना समझी ना....पूजा बोली हा मां चलो आते है थोड़ा देर में और टेंशन मत ले अभी चिड़चिड़ाई हुई है फिर खुद ठीक हो जाएगी....

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हम लोग घर से निकल कर उल्टे साइड से निकले जिसमे पूजा के पापा का दुकान नही क्रॉस करना पड़े ये सुगंधा का ही डिमांड था.....पूरे रास्ते सुगंधा पूजा से दुनिया भर की बाते करती रही घर से निकल कर उसको ऐसा लग रहा था की आजादी मिल गया हो सास ले पा रही हो वो....हम गाड़ी एक होटल पे रोके और बोले चलो पहले थोड़ा खाया जाए फिर जाना तुम दोनो मार्केटिंग करने हम गाड़ी में ही रहेंगे तो सुगंधा बोली क्यू गाड़ी में क्यू रहना है साथ में चलना....तो पूजा बोली अरे हमको गिफ्ट लेना है इनके लिए और वो हम इनके सामने ही लेंगे क्या तू भी....
सुगंधा बोली ओह ये बात है पूजा बोली हा अब चल वैसे तू जितना दिखला रही है ना उतना तू खुश है नही आज....
सुगंधा बोली मम्मी तुझको बतलाई ना सब चीज....हम बोले नही सब बताती उससे पहले तुम आ गई और हम लोग चल दिए....
पूजा बोली चलिए क्या खाना है वो देखते है सुगंधा बोली राइट डिसीजन फिलहाल हमको इस बारे में कुछ बात नही करना है इसलिए इसको अवॉइड करते है ना......
मेरी डार्लिंग बोली अरे तू निश्चिंत रह और बता क्या खायेगी और मेनू देखने लगी और डिसाइड हुआ मसाला डोसा खाने का और कुछ ही देर में वो हाजिर था हमारे सामने.....

फिर हमलोग मसाला डोसा खाए और साथ में फोटो सेशन भी हुआ थोड़ा बहुत उसके बाद दोनो बहन जब जाने लगी तो सुगंधा बोली अरे दीदी तो तेरे लिए गिफ्ट लेने जा रही है और तुझको नही लेना है कोई गिफ्ट...हम हस कर बोले बेटा ये सब में हम फर्स्ट रहते है गिफ्ट तो कब का आ गया है और वो भी एकदम रोमेंटिक टाइप जब तेरी दीदी देखेगी तो उसके बाद उसका रिएक्शन तू खुद पूछना....
पूजा आंखे गोल करती हुई बोली क्या जान आप ना एकदम बेशर्म बनते जा रहे है.....चल रे तू वो सुगंधा को धकेलती हुई बोली....और वो दोनो बहन आगे बढ़ गई जबकि हम गाड़ी वही साइड में लगा कर अन्दर ही बैठे रहे और अपने गिफ्ट के बारे में सोचने लगे जो हम भोपाल में ही तैयार कर लिए थे क्युकी इस मौके को बहुत अच्छे तरीके से मनाना चाहते थे और मेरी जान के लिए जितना स्पेशल हो सके उतना बनाना था हमको और उसके लिए काफी कुछ सोच रखा था....
गिफ्ट में एक साड़ी और एक सूट ले रखे थे और एक नया मंगलसूत्र खरीदे थे...

ये सब तो थे ही पर इनके अलावा कुछ सेक्सी टाइप भी लिए थे....दरअसल एक जगह नेट पे निप्पल रिंग के बारे में जाना तो तुरंत दो पीस मंगवा लिए थे हम जो निप्पल एक्साइट होने पे जब फूल जाते है तब उनमें एक अंगूठी के माफिक पहनाने होते थे उसमे छेद करने का कोई झंझट नहीं था और ये बड़ा ही सेक्सी गिफ्ट था पर पूजा को पसंद आता है या नही ये तो पूजा देखने के बाद ही बताएगी और इन सब के साथ साथ अपनी जान के लिए मैने भोपाल में ही एक कमरबंद लिया था और इन सब के अलावा एक मस्त सेक्सी ट्रांसपेरेंट नाइटी मंगवाए थे जो मेरी जान केवल मेरे सामने ही पहन सकती थी और ये सब सालगिरह वाली रात को ही देना था मैन जिसके लिए हम भोपाल से ही एक्साइटेड थे....
साड़ी और मंगलसूत्र तो वो पार्टी में आने से पहले ही पहनेगी और हम खुद पहनाएंगे...
ये सब प्लानिंग हम भोपाल से ही कर के आए थे और अपने रूम को थोड़ा सिक्रेटली सजाना भी था पर देखते है मौका मिल पाता है या नही क्युकी एक केक तो नीचे कटेगा सब के साथ और एक केक हम अपने रूम में अपनी जान के साथ प्राइवेटली काटना चाहते थे......

उधर सुगंधा और पूजा दोनो कोई शॉपिंग कर रही थी और उस दौरान पूजा ने उससे शादी से रिलेटेड कोई भी बात नही की क्युकी वो जानती थी की अभी सुगंधा पे क्या बीत रहा है....
पूजा ने मेरे लिए एक घड़ी खरीदी और एक शर्ट ली और फिर सुगंधा के जिद करने पे दोनो कोई घुस गई ब्यूटी पार्लर में पूजा अभी नही जाना चाहती थी पर सुगंधा के कहने पे उसको जाना पड़ा और तकरीबन ढाई घंटे बाद दोनो मेरे पास आई और हम उधर गाड़ी में बैठे बैठे सो गए थे....मेरी नींद खुली जब पूजा शीशे पे नॉक की....
हम दरवाजा खोले और बाहर निकल कर पूछे अरे कौन से लोक में भ्रमण पे चली गई थी दोनो देवी लोग बाप रे कितना समय लगा....पूजा मेरे गाल पे हाथ रखते हुए बोली आई एम सॉरी जान सॉरी सॉरी…..
हम बोले हाय इतना प्यार से माफी मांगेगी तो हम गुस्सा कैसे करेंगे....पूजा हस कर बोली बै जान सब आपकी साली करवाई है जिद्दी कर के पार्लर ले के चली गई और वहा पे टाइम लग गया....
हम सुगंधा को देख कर बोले अरे तू पापा का गुस्सा हम पर काहे उतार रही है बता वेट करते करते सो गए हम....
पूजा फिर मेरे गाल पे हाथ रख के बोली अरे जान मेरे सॉरी ना.....
फिर हम बोले हाय एक बार और गाल छुओ तो पूजा मेरे दूसरे गाल पे हल्के से सहला दी और मुंह से फ्लाइंग किस दे दी तो सुगंधा बोली अरे बाबा रे अब तो रोमांस कम कर दे बाल बच्चा होने वाला है.....
पूजा बोली भक्क कमिनी तेरे मुंह में गु शक्कर.....हम जोर से हस कर बोले ए हे छी छी....सुगंधा पूजा से बोली ए राम कितनी गंदी है दी तू....

पूजा बोली तू ऐसा बात ही बोली हरामखोर इनके और मेरे प्यार में कभी कमी नही आ सकता.....
हम बोले अरे अब लड़ो मत दोनो कोई वैसे मेरे लिए क्या क्या खरीदी हो स्वीटहार्ट....
पूजा बोली एई गिफ्ट है ना उसी दिन देखिएगा आप क्या लाए हम पूछे आपसे नही ना.....
हम बोले अच्छा मत बताओ फिलहाल चलो एक एक कप चाय हो जाए मूड फ्रेश हो जायेगा.....
तो वो दोनो मना कर दी बोली आप पी लीजिए हम दोनो नही पियेंगे....फिर हम अकेले चाय पीए जिससे थोड़ा फ्रेश महसूस हुआ और उसके बाद पूछे की कहा चलना है अब तो पूजा बोली घर चलते है अब काफी दौड़ भाग हो गया है....
तो सुगंधा बोली अरे नही चल ना एक मूवी देख आते है वहा बैठेगी तो तुझको आराम भी मिल जायेगा अभी घर नही जायेंगे कितना दिन बाद तो जहर से निकले है चल ना....
फिर पूजा मेरे तरफ देखी तो हम उससे बोले की सही तो है वहा बैठना ही तो है सो चल चलते है उसके बाद हम लोग पहुंचे मूवी हॉल और संजोग से मूवी स्टार्ट होने में पांच मिनट ही बचा था सो टिकट ले कर तीनो घुसे थिएटर में....
मूवी शुरू हुए अभी बीस मिनट हुआ होगा की सुगंधा का फोन बज उठा और वो कॉल मम्मी का था....
सुगंधा उनको बोली की शाम तक आएंगे हमलोग और उधर से मम्मी क्या बोली वो बिना सुने फोन काट दी....
पूजा हमको बोली की यहां से निकलने के बाद कही पे रुक कर सग्गू से बात कर लेंगे क्युकी घर पे शायद बात न हो पाए और सग्गू वहा पे कुछ बोल भी नहीं पाएगी.....हम बोले चलो ठीक है बाहर निकलते है फिर देखा जायेगा....

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पिक्चर देख कर जब बाहर निकले तो देखे की बादल घेरे हुआ है और जबरदस्त बरसता होने को है शाम तो वैसे भी हो चला था......इसलिए हमलोग निकले घर को पर मुझे पूजा की बात याद आई तो हम एक मोमो वाले के पास गाड़ी रोके और दो प्लेट मोमो मंगवा लिए और खाते खाते पूजा सुगंधा से पूछी की बता अब क्या बात है शादी का क्या मामला है....
सुगंधा खाते खाते रुक गई और बोली हमदोनों का बाप पगला गया है दी तेरी शादी के बाद से तो और ज्यादा बिगड़ गए है है वक्त बस एक ही बात की कैसे भी कर के लास्ट बेटी है बियाह कर के भगा दो बोझ के जैसे ट्रीट करते है पापा अब.....
जब से ग्रेजुएशन का रिजल्ट आया है उसके दो तीन दिन बाद से ही पापा यहां वहां फोन घुमाना शुरू कर दिए थे और पता है वो वाराणसी वाला परिवार पता नही कहा से वो लोग पापा को कॉन्टैक्ट कर लिए और पापा को पता चला की लड़का का जॉब लग गया है सरकारी लखनऊ में पोस्टेड है अब उसको ही पकड़ के बैठ गए है.....
और तो और वो लड़का का परिवार वाला कैसा है साला अपना लड़का का उमर और मेरा उमर नही देख रहा ग्यारह साल का डिफरेंस है फिर भी आतुर है शादी करने को और तो और अपने पापा भी उनके ही तरफ है जबकि पंद्रह लाख का डिमांड है और एक चारपहिया गाड़ी.....

हम पापा को बोले की एमकॉम करना है तो बोले हा बड़का बैरिस्टर बन जा और बाप के मुंह पे थूक के चली जाना किसी लौंडे के साथ.....
उनको समझाए की आगे चल के सरकारी नौकरी का तैयारी हम भी करेंगे तो इस बात पे तो पापा तरातर झापड़ खींच दिए हमको....
मम्मी और राहुल बीच बचाव कर के उनको रोका राहुल तो बहुत गुस्सा किया और चेता दिया की आज उठाए सो उठाए दुबारा ये काम इस घर में नही दोहराइयेगा....
पापा उसको बोले की औकात में रह कर धमकी दे देख ले किस्से बात कर रहा तो वो भी फिर अब क्या बोले घर में बहुत टेंशन वाला माहौल है दी....

राहुल और मम्मी समझाने का कोशिश किए की लड़का का उमर बहुत ज्यादा है हमसे जब वो पूजा दी के लिए रिश्ता आया था तो फिर हमसे कैसे कर सकते है उसी लड़के का रिश्ता तो पापा फिर मम्मी पे हाथ उठा दिए और बोले की जैसा बोलता हु वैसे कर और समझा अपनी बेटी को हर बार तमाशा नही बनने देंगे अपनी इज्जत का जिसको जो करना है अपने पति के घर जा कर करे यहां जितना हो सकता था सब कर के दिए हम अब और नहीं होगा हमसे....एक बेटी से मुंह जल चुका है दूसरी से नही जलने देंगे....

राहुल पापा से बहुत बहस किया पर वो नही माने मम्मी बोली भी की हर किसी को एक ही पैमाने में मत तौलिए अपनी सग्गू वैसी नहीं है पर वो कुछ सुनने को तैयार ही नहीं है और बुआ को तो तू जानती ही है वो लड़के वालो से मिल के सब लेन देन का बात तय कर रखी है....पापा बस रकम जुटाने में लगे है....
मेरे हा या ना से पापा को कोई फर्क नही पड़ रहा और अब शायद पड़ेगा भी नही....तेरी शादी के चक्कर में बलि का बकरा हमको बनाया जा रहा है अब क्या करे कुछ समझ में नहीं आ रहा हमको....
मम्मी भी पापा को बहुत बार बोलने का कोशिश की वो तो यहां तक बोली की दूसरा लड़का देखिए सग्गू तैयार होगी शादी के लिए ऐसा थोड़े है की नही करना है उसको पर ये लड़का नही लेकिन कोई फायदा नही.....भूत सवार है पापा पे जल्दी ही सगाई करवाएंगे....

पूजा बोली अरे इतना सब कुछ हो गया और तू बताई नही गैर हो गए है क्या हम....
सुगंधा सिर्फ एक ही बात बोली और उसके बाद ना ही हम कुछ बोल पाए ना ही पूजा....
वो बोली तुझको पापा नही बताना चाहते है अभी शादी के समय ही बताएंगे वो और तू भी उनसे इस बारे ने कुछ बात मत ही करना बाकी तू समझदार है....
पूजा बोली ऐसा थोड़े होगा बात तो करेंगे ही हम पापा से और मनवायेंगे भी उनको.....
सुगंधा पूजा का हाथ पकड़ कर बोली ये गलती भूल कर भी नही करना समझी हम अपने वजह से फिर से किसी मुसीबत में नही डालना चाहते पहले ही बहुत कुछ झेल चुके हो दोनो कोई और जब से पापा पूजा दी के प्रेगनेंसी के बारे में जाने है तब से उनका मूड सही है तुम दोनो के प्रति और वो ऐसा ही रहे तो अच्छा है अब तुम दोनो का फैमिली शुरू हो रहा है अब पीछे मुड़ कर नहीं देखना है तुमलोग को समझी और देख मेरी शादी आज नही तो कल होनी ही है बस यहां पे बात ये है की ये लड़का नही चाहिए था हमको...और ये बोल कर सुगंधा रोने लगी तो पूजा और हम दोनो उसको चुप करवाए और बोले देख हमारा बात सुन शादी में तेरी मर्जी होनी भी जरूरी है और ऐसे जबरदस्ती शादी से न तू खुश रहेगी ना वो लड़का....
सुगंधा बोली ऐसा नही है हमको छोड़ कर सब खुश रहेगा....पूजा बोली भक्क पगली कहिंकी भगवान पे भरोसा कर तू किसी के साथ अन्याय नहीं की है तो तेरे साथ भी नही होगा.....
हम बोले अरे वो लड़का तुझपे लट्टू हो गया होगा इसलिए नही छोड़ रहा तुझको मेरी साली है ही इतनी सुंदर...सुगंधा रोते रोते हस दी और पूजा से बोली देख ले तेरे सामने हमसे फ्लर्ट कर रहा है....
पूजा हस कर बोली नही रे गधी तू रो रही है इसलिए वो ऐसा बोले है चल अब छोड़ ये सब रो मत देख समय आने दे सब ठीक हो जायेगा मम्मी से हम बात करेंगे और दोनो मां बेटी मिल कर तुझको इस पचड़े से बाहर निकालेंगे समझी चल अब घर चले......
वैसे सुमीत और पूजा ने कोई घर से भाग के शादी तो की नही जो उसका बाप गुस्सा सुगंधा पर निकाल रहा है, लेकिन वो कहावत है न, गेहूं के साथ घुन भी पिसता है, बस वही सुगंधा के साथ हो राय है। खैर ऐसे लोग अपने कर्म को यहीं भोग के जाते हैं।

बढ़िया अपडेट
 

Boobsingh

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वैसे सुमीत और पूजा ने कोई घर से भाग के शादी तो की नही जो उसका बाप गुस्सा सुगंधा पर निकाल रहा है, लेकिन वो कहावत है न, गेहूं के साथ घुन भी पिसता है, बस वही सुगंधा के साथ हो राय है। खैर ऐसे लोग अपने कर्म को यहीं भोग के जाते हैं।

बढ़िया अपडेट
धन्यवाद भाई 👍🏻

पूजा का बाप का दिमाग हिल गया है उसका परिणाम क्या होता है आगे देखिए....
 
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Boobsingh

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Excellent update.Yeh sala pooja ka baap katai chutaiya hogya .Isko n phele daba ke kitna chaiye for baat kare
😂😂 Thanks bro
 
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