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Romance Unexpected रिश्ता (Completed)

Sanju@

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हमारी शादी की पहली सालगिरह तो थी ही और उसके साथ साथ इतना बड़ा खुशी का मौका भी था जो ये साबित हम और पूजा दोनो अपने प्यार में सफर में एक कदम और आगे बढ़ चले थे मां बाप बनने के लिए....हमारे दोनो बच्चे जब आ जायेंगे तो हमारा परिवार पूरा हो जाएगा और फिर शुरू होगा जिंदगी का एक नया सफर.....
पूजा भी अब पूरे एहतियात बरत रही थी और जितना हो सके खुद का खयाल रख रही थी क्युकी डॉक्टर ने उसको बता दिया था की ट्विंस है तो ताकत भी दुगनी लगेगी नॉर्मल डिलीवरी के लिए इसलिए जितना हो सके खुद को मजबूत रखे और अच्छे से सेहत का खयाल रखे जो आगे जा के उसकी मदद करेगा वरना फिर ऑपरेशन की नौबत आ जायेगी....और ऑपरेशन के लिए ना पूजा चाहती थी ना ही हम....
और पूजा को हम जानते थे वो किसी भी तरह कर लेगी क्युकी उसकी सबसे बड़ी ताकत हम उसके साथ रहेंगे ना....

खैर इन्ही सब नन्हे नन्हे कदमों को उठाते हुए हम दोनो पापा और मां के साथ भोपाल से सुबह तीन बजे पटना के लिए निकले और शाम के साढ़े सात बजे पटना पहुंच गए....
पटना आने के बाद बड़ी भाभी और भईया घर आए और उनके साथ में तिवारी अंकल आंटी भी आए और इस बार हमारे आने से घर में उत्सव जैसा माहौल बन गया था......
घर आए अभी कुछ देर ही हुए थे पर ऐसा लग रहा था की हम लोग भोपाल गए ही नही थे यहीं थे सब कोई ऐसे घुल मिल गए थे वही हमारा जिमी बेचारा पटना आने के बाद वो फिर से अपने लिश में बांध दिया गया था वैसे भी पिछला कांड उसका अभी तक मेरे को याद था पर क्या ही कर सकते है बांधने के अलावा कोई उपाय भी नही था पर वो भी समझता था और वैसे भी हम या पूजा उसको रात में खुला छोड़ देते थे जिससे वो जहां मन होता वहां बैठ जाता या सो जाता....
सब सामान निकाल कर मां पापा के कमरे में रखे और फिर अपना सामान ले कर अपने कमरे में आए....जबकि नीचे मां पहले पूजा डार्लिंग को हाथ मुंह धोने बोली और साथ में हमको भी बोली की जल्दी से हाथ मुंह धो कर नीचे आ....नीचे आए तो मां ने पूजा घर में हम दोनो को प्रणाम करवाया और फिर मां ने मन्नत मांगी की सब कुछ अच्छे से हो जाएगा तो इन दोनो और उनके होने वाले दोनो बच्चो के हाथ से पूजा करवाएंगी....
इसके बाद मां पूजा को बोली चल अब ऊपर भाग जा के पहले अच्छे से फ्रेश हो ले और फिर कुछ खा कर दवाई ले तिवारी आंटी और बड़की ऊपर ही मिल लेगी ऊपर आ कर पर पूजा बोली नही मां अभी ऊपर नही जायेंगे थोड़ा देर में प्लीज ना.....
तो पापा बोले अरे रहने दो अभी यहां सब कोई उसके लिए ही आया है और उसको ही तुम ऊपर भगा रही हो....
मां बोली अरे हम तो एहतियातन बोल रहे थे आप भी ना...तो हम बोले अरे हो गया थोड़ा देर में चली जायेगी ऊपर वो खुद ही एक सुबह के जागे है हम सब कोई.....
फिर हम, भईया, पापा, मां और तिवारी अंकल आंटी सब कोई मां के कमरे में बैठे जबकि पूजा भाभी के साथ किचन में चली गई....
वहां दोनो मिल में चाय बनाई और चूड़ा भूंजी क्युकी तिवारी अंकल आंटी थे कुछ तो देना बनता था चाय से केवल काम नही चलने वाला था.....
खैर थोड़े देर के मेल मिलाप के बाद भईया भाभी और तिवारी अंकल आंटी अपने घर की तरफ प्रस्थान किए और हम चारो अपने अपने बिस्तर की तरफ और मेरा तो बदन पूरी तरहबसे थका हुआ था क्युकी आज हम अकेले ड्राइव किए थे पूरा रास्ता और इस चीज को पूजा भी बखूबी समझ रही थी इसलिए कमरे में आते ही वो हमको अपने आलिंगन में ले ली और बोली क्या हुआ मेरी जान को थक गए है ना आप.....
हम प्यार से उसके होंठ पे चूमते हुए बोले हा जान थक तो गए है पर तुम्हारी इन ब्लाउज से झांकती घाटी को देखने के बाद सब थकान फुर्र हो रही है धीरे धीरे सब की सब भाग जायेगी अगर एक बार इनको खोल के अच्छे से देख लू तो....पूजा मेरे नाक को पकड़ के बोली हर वक्त बस एक ही चीज चाहिए रहता है आपको है ना जान मन नही भरता है आपका......
हम उसके चूतड़ों पे अपने हाथ रखते हुए बोले भला ऐसी परी जैसी बीवी और उसपे ऐसा नशीला हुस्न तो फिर मन कैसे भरेगा पगली....पूजा मेरे होंठ पे चूम कर बोली बस बस बात मत बनाइए कपड़ा बदल चुके है अब चलिए एक मस्त वाला चंपी कर देते है सर में ठंडा तेल लगा कर चुटकी बजाते नींद आ जायेगा....हम बोले अरे नही तुम भी ये साड़ी के जंजाल से खुद को आजाद करो फिर सोते है....
पूजा बोली नही जान हमको आपका चंपी करना है तो करना है बस समझे ना चलिए अब जिद नही कीजिए.....
तो हम बोले ठीक है पर इस जंजाल से तो तुमको आजाद करने दो हमको.....पूजा बोली एक शर्त पे की आप केवल कपड़े चेंज करने में मदद कीजिएगा नाकि अपना बदमाशी स्टार्ट कर दीजिएगा....
हम हस कर बोले अरे ये क्या शर्त हुआ और अपने बीच कब से शर्त लगने लगा जान....
पूजा बोली आज आप उतना गाड़ी चलाए है ना इसलिए ये शर्त लगा है वरना ऐसे आपको मना थोड़े है....हम बोले अच्छा चलो शर्त नही लगाता पर हा छुऊंगा जरूर....
पूजा मेरे गले में अपना हाथ डालते हुए बोली फिर तो हो गया आपका एक टच हमको पागल बनाने के किए काफी है और आप तो ठहरे आप तुरंत में स्पीड पकड़ लेते है.....
इस बात पे दोनो कोई हस दिए और फिर हम शुरू किए अपनी जान की साड़ी उतारना और नाइटी पहनना और जब पूजा नंगी खड़ी थी और नाइटी डालना चाह रही थी तो हम उसको रोके और नीचे घुटनों के बल बैठ कर फटाक से अपनी जान की चूत को चूम लिए तो पूजा कसमसाकर बोली हो गया ना करने लगा ना बदमाशी आप बै ना जान.....
हम बोले हा तो क्या हो गया वैसे भी तुमको तो पता है ना.....
और फिर दुबारा से चूम लिए तो पूजा इस बार कुछ नही बोली बस वैसे ही खड़ी रही और हम उसके आंखो में देख कर मुस्कुरा दिए और फिर से दो तीन बार चूम लिए तो पूजा एक हल्की सी सिसकारी भरते हुए अपने पैरो को थोड़ा फैला दी और मेरे सर पे प्यार से हाथ फेर दी और बोली अब अगर कुछ किए ना तो मेरा मन कर जायेगा फिर आप सोचिएगा....
हम थोड़ा ऊपर उठे और पूजा के पेट पे अपना कान लगाए और बोले देख रहा है ना बच्चा लोग अपनी गुंडी मईया को मन खुद का होता है और इल्जाम हम पर लगाती है....पूजा बोली हाय जान आप कितने गंदे है हटिए हमको पहनने दीजिए मेरा नाइटी....
हम फिर खड़े हुए और उसकी नाइटी को ले के एक कोने में फेक दिए और तुरंत अपने आप को भी प्राकृतिक रूप में ले आए और फिर अपनी जान के साथ बिस्तर पे चढ़ गए वो बोली जान आपका ना कुछ समझ नहीं आता है हमको....हम बोले अरे अभी सो लो फिर तो कुछ दिन के लिए दूरी होने ही वाला है....पूजा ये बात सुनते ही मेरे से एकदम चिपक गई और मेरा हाथ उठा कर अपने कमर पे रखती हुई बोली जान प्लीज ना कुछ भी कर के आप हर हफ्ते आ जाइयेगा ना मेरे पास पिछला बार वाला कोई बात भी नही है.....

हम बोले हा जान तुम एकदम निश्चिंत रहो तुम्हारे जान तुमको इस बार अकेला नही छोड़ेंगे...और मेरी जान के लिए हम बहुत प्लानिंग कर रखे है हम खुद तुमसे दूर नही रह पाएंगे पगली और ये बोल कर उसको चूम लिए.....तो पूजा मुस्कुरा कर बोली आपका साथ ना मेरे लिए ऑक्सीजन जैसा है आप नही रहते है तो घुटने लगते है हम और अब तो ये दोनो भी है देखिएगा हमसे ज्यादा ये दोनो आपको प्यार करेंगे क्युकी मेरा वाला प्यार का हार्मोन सब इन दोनो में ट्रांसफर हो रहा है फिर आपसे लटकने वाले तीन तीन हो जायेंगे संभालिएगा....हम पूजा की आंखों में देखते हुए बोले इन दोनो का तो पता नही पर अगर तुम लटकेगी तो फिर अगले साल दुबारा से इन दोनो के भाई या बहन आने का चांस जरूर रहेगा....पूजा मेरे गाल पे चूमने में बजाय दात से काट ली और बोली खाली मेरे को परेशान करते रहते है कब मौका मिले की बस....
हम बोले बस क्या आगे भी तो बोली....पूजा गंदे आदमी बोल में मेरे सीने में अपना मुंह घुसा ली और बोली....मौका लगे की घूस जाए अंदर....
हम उसके चूतड़ों पे एक हल्का सा थप्पड़ मारते हुए बोले मेरा दोनो बाल बच्चा देख ले अपनी मईया का गुंडापन क्या क्या बोलते रहती है.....
पूजा मेरे को देखते हुए बोली सब आपसे ही सीखे है इसमें मेरा कोई दोष नही है हम इनोसेंट सी लड़की थे आप इतना प्यार दे दे के हमको ऐसा बना दिए है हा न तो......
हम बोले यस माय लव बिकॉज आई लव यू....तो पूजा मेरे निप्पल को दांत से चुभलाते हुए बोली एंड आई लव यू टू इसी तरह प्यारी प्यारी छेड़खानी और बाते करते हुए दोनो एक दूसरे की बाहों में लिपटे सो गए....♥️

सुबह उठने में काफी लेट हो गया हम दोनो को और जब नीचे गए तो देखे की मां नाश्ता बना चुकी है....पूजा को देख के मां बोली अरे बेटा आ जा नाश्ता तैयार है गरम गरम कर लें....
पूजा बोली मां आप सुबह सुबह इतना काम कर ली और अगर तबियत बिगड़ा तो....आप हमको क्यू नही बोली.....
मां बोली अरे लड़की क्या बात हुआ था भोपाल में इस बारे में हा....तो फिर चल अब ज्यादा दिमाग मत लगा.....
पूजा मुंह बिचका के रह गई और हम हस कर बोले अरे टेंशन मत लिया करो अपनी मां सुपरमैन से कम थोड़े है....
तो मां बोली अरे सुपरमैन नही बेटा अपना पोता पोती के लिए इतना तो कर ही सकते है और ये पहला मौका होगा जब अपना पोता पोती को सही से खेला पाएंगे अपने गोद में उसको सब कुछ कर पाएंगे और तुझको पता है तेरे पापा ना बहुत बात करते है उन दोनो को ऐसे खेलायेंगे ये करेंगे ये कपड़ा पहनाएंगे और कपड़ा से याद आया तेरे पापा का तो कपड़ा का ही दुकान है बस फिर तो एकदम लाल पीला टुनमुनिया बना कर रखेंगे दोनो को....

हम और पूजा उनकी बेताबी को अच्छे से समझ रहे थे इसलिए हम बोले उनके आने के बाद आप दोनो ही संभालियेगा हम और पूजा तो फिर से हनीमून पे चले जायेंगे....
तो पूजा शर्मा गई और वहा से मुस्कुराते हुए किचन में चली गई और इधर मां जोर से बोली अरे बेशर्म कुछ तो सोच कर बोला कर....
हम हस दिए फिर मां भी हस दी और बोली चल तेरे पापा से शिकायत लगाते है तेरा.....
..
....

फिर सब ने नाश्ता किया साथ में और उसी दरमियान मां पूजा को बोली की सालगिरह वाले दिन पूजा करने जाना है और साथ में दोनो बच्चो के लिए मन्नत भी मांग कर आयेंगे ताकि सब कुछ अच्छे से हो जाए.....
पूजा बोली ठीक है मां
तो पापा बोले तब बेटा आज का क्या प्लान है ऐसा करो आज मां से मिल आओ फिर क्या पता मौका लगे ना लगे क्युकी सुमित बेटा तो लौट जायेगा ना....
मेरे लौटने की बात पे पूजा मेरा मुंह देखने लगी...तो मां उसको बोली अब अभी से रोने मत लग जाना दोनो के दोनो....और बेटा तू सुन अभी ही बता दे रहे है हर हफ्ते तू आ जाना यहां ठीक ना....
हम मुस्कुरा कर बोले जो हुकुम रानी साहिबा....तो मां बोली अच्छा बेटा आज ज्यादा बोली नही निकल रहा तेरा....पापा बोले अरे तो गलत क्या बोला वो...उनकी इस बात पे हम तीनो हस दिए सिवाय मां के....

फिर पापा बोले तब हीरो लाल क्या सोचा है अपना पहला सालगिरह कैसे मनाना है.....मां बोली अरे दो दो खुशी का मौका है अच्छे से मनाएंगे पर सब घरवाले ही रहेंगे बाहरी कोई नही....
हम बोले हा सब कोई अपने घर का ही रहेगा और एक छोटा सा पार्टी टाइप कर लेंगे क्यू मैडम ठीक है ना....पूजा मेरा हाथ पकड़ी और बोली हम तो इसी बात से खुश है की हम दोनो के झोली में भगवान ने इतनी बड़ी खुशी डाल दिए वो भी अपनी पहली सालगिरह आते आते....अब इन दोनो के आ जाने के बाद अपना परिवार कंप्लीट हो जाएगा और इस मौके को आप जैसे चाहे वैसे मनाइए हम सब में ओके है...
हम बोले फिर भी कुछ फरमाइश हो तो बता दो ना....तो पूजा कुछ देर सोची और बोली हमको थोड़ा बाहर जाना है तो मां बोली बेटा अभी कैसे जायेगी पगली...
तो पूजा बोली प्लीज ना मां प्लीज जल्दी आ जायेंगे वापिस....तो मां पापा के तरफ देख कर हसने लगी तो पापा बोले अच्छा बड़ी बहू के साथ चली जाना मार्केट पर ज्यादा दूर नहीं और जो लेना है ले कर जल्दी घर आ जाना आज शाम में चली जाना....
हम बोले पापा अभी तो बोले की ससुराल हो आ तो वहा से शायद आने में लेट हो....
तो मां बोली अरे तो नाश्ता कर ही लिए हो पूजा बेटा अपनी दवाई वगैरह खा लेती है अभी साढ़े आठ बजा है....आराम से दस बजे तक निकलो तैयार हो कर और उधर ही पूजा बेटा को जो काम है वो करवा के घर से होते हुए लौट आना.....
तो पूजा बोली हा ये ठीक रहेगा तो मां बोली तो फिर जा दवाई खा पहले तब तक ये अपने पापा के साथ थोड़ा दुकान हो आएगा....इसके बाद हम निकल लिए पापा के साथ दुकान और इधर मेरे जाने के बाद पूजा मां से बोली की उसको मेरे लिए सालगिरह का गिफ्ट लेने और थोड़ा ब्यूटी पार्लर जाना है....तो मां बोली अरे बेटा हम समझते है तेरी सास इतनी भी बुद्धू नही है....


थोड़ी देर बाद जब घर लौटा तो पूजा कमरे में अपने पहनने के लिए साड़ी निकाल रखी थी और मेरा भी कपड़ा निकली हुई थी और मोबाइल में मेरे साथ वाली फोटोज देख रही थी और एकदम खोई हुई थी उसमे यहां तक की मेरे आने का भी उसको पता नही चला था....
हम उसके पास गए और बोले अरे जान क्या हुआ.....
वो हमको देख के मेरे को अपने बाहों के घेरे में ले ली और बोली जान आप भी रहिए ना मेरे साथ अपना ट्रांसफर करवा लीजिए ना पटना कुछ भी कर के कम से कम जब तक ये दोनो हमारे पास नही आ जाते तब तक....आप चले जाइयेगा तो फिर हम तीनो का ध्यान कौन रखेगा....और सबसे बड़ी बात आपकी जान आपके सीने पे सर रखे बगैर सोएगी कैसे....
हम बोले अरे जान ऐसा कैसे हो सकता है अगर मेरे बस में होता ना तो ये काम हम कब का कर लेते पर तुम टेंशन क्यों लेती है अभी हम ऑफिस से दस दिन की छुट्टी ले कर आए है ना तो फिर.....

पर मेरी पूजा डार्लिंग तो डार्लिंग कम बच्ची ज्यादा है.....उसका मन अभी से ही व्याकुल था की हम फिर से उससे दूर हो जायेंगे जबकि अभी तो उसको मेरी सबसे ज्यादा जरूरत है वो ये सब सोचते हुए अपना मुंह बना ली....
हम उसको बोले अरे मेरी जान अब जो जरूरी काम है उसको तो करना ही है ना और मेरी डार्लिंग को हम जानते है वो समझेगी अपने सुमित की परेशानी वरना उसका सुमित उसको छोड़ कर कभी कही जाने का सोच सकता है भला....
पूजा नम आंखों से मेरी तरफ चेहरा उठा कर देखी और फिर अपने बाहों के घेरों को और कस ली हम उसको खड़ा किए और अपने आलिंगन में लेते हुए बोले अरे जानेमन अब रो मत चलो अब रेडी हो जाओ फटाफट....
पूजा मेरे सीने पे अपना चेहरा सटाते हुए बोली आप ना बहुत गंदे है....हम बोले हा हम गंदे है पता है हमको चलो चलो अब कपड़े बदलो वरना तुम जैसे हमसे सटी हुई हो ना फिर छोड़ेंगे नहीं बिना डोज दिए....पूजा वापिस से मेरे को देखी और एक मुक्का मारी जोर से और बोली भक्क गंदे और हमसे अलग हो के जाने लगी तो हम उसके हाथ को पकड़ के वापिस अपने पास खींचे और बोले अरे जान तुम्हारे सर की कसम खा कर कहते है हर हफ्ते शुक्रवार की शाम या शनिवार की शाम तक हम तुम्हारे बाहों में हाजिर रहेंगे समझी बस पांच दिन की तो बात रहेगी और वो मेरी जान यू चुटकी बजाते काट लेगी है ना....और बाकी तो अपने पास फोन है ही और इस बार कोशिश करेंगे की ऑफिस से भी बात कर पाऊं ठीक ना.....
पूजा रुंधे हुए गले से बोली पर जान हमको नहीं है ना आदत आपके बिना रहने का हमको अपने साथ ही ले चलिए फिर.....हम हस दिए उसके ऐसे बोलने पे और तुतला कर बोले अले अले मेली दान लोने ट्यू लग गई टूम....
पूजा की आंखों से आंसू बह निकले पर होंठ मुस्कुरा दिए...
तो हम उसके चेहरे को अपने हाथो में लिए और आंखो से बहते आंसुओ को पोंछे और माथे पे चूम कर बोले अब बस रोना बंद एंड ट्राई टू बी स्ट्रॉन्ग मेरी पूजा इतनी कमजोर तो है नही और तुम तीनो का ध्यान हमसे ज्यादा तो मां पापा रख रहे है पगली....
अच्छा बताओ अपनी जान का मूड ठीक करने के लिए क्या किया जाए उम्म्म्म और तुरंत में हम उसके होंठो को चूम लिए.....
और बोले हा लव डोज देना पड़ेगा एक बार और ये कह कर उसके कमर से होते हुए उसके चूतड़ों की तरफ बढ़ते की तभी पूजा मुस्कुरा कर बोली बस हो गए शुरू एक मौका चाहिए रहता है आपको है ना....चलिए अब हटिए वरना आपके डोज के चक्कर में मां से हमको डांट पड़ेगा की निकलने बोली थी तो क्या करने लगी....
हम फिर भी उसकी चूची को पकड़ के मसल दिए और थोड़ा झुक कर ब्लाउज के ऊपर से उसकी घाटी को चूम लिए....
मेरी गरम सासो के एहसास से पूजा कसमसा कर बोली इशशश जान प्लीज ना लेकिन मेरा बात सुनिए पांच दिन मतलब पांच दिन ठीक ना आपकी जान फिर आपके बगैर नहीं रह पायेगी....हम बोले तुम्हारे सर की कसम खाए है टूटने नही देंगे....
तो वो बोली हम्मम ठीक है पर स्वीटहार्ट एक और बात....
हम बोले क्या तो वो बोली आई लव यू....
हम बोले आई लव यू टू जानेमन.....
वो मेरे गाल पे चूम के बोली चलिए फिर तैयार होते है....हम बोले तब से बोल रहे थे तो तुम नही मानी और अभी हम तुम्हारा बात क्यू माने नही ऐसे नही कुछ घुस देना पड़ेगा.....
पूजा हस कर बोली अपनी बीवी से घुस मांग रहे है आप ऐसा कौन करता है भला....
हम बोले हम करते है मि ....
तो पूजा अपने साड़ी का पल्लू अपने ऊपर से हटाई और अपने ब्लाउज के तीन बटन खोलते हुए बोली लीजिए आपका घुस हाजिर है.....हम हस कर बोले थैंक्यू थैंक्यू ये हुआ ना कुछ बात और जैसे ही हम उसकी अधखुली चुचियों को चूमने बढ़े वो हमको रोकती हुई बोली देखिए इतने प्यार से घुस दे रहे है ज्यादा फायदा नही उठाना है वरना आगे से घुस बंद....
हम बोले फिर तो नही चाहिए घुस बल्कि अब तो पूरा का पूरा टकसाल चाहिए हमको और पूजा को लिए हुए ही बिस्तर पे धीरे से लिटा दिए और बोले तुम पूरी की पूरी मेरी हो और मेरे मिल्कियत से मेरे को ही घुस दे रही हो और उसमे भी शर्त चोट्टीन कहिंकी....
तो पूजा जोर से हस दी और मेरे होंठ पे चूमते हुए बोली पागल है आप जान पागल और अभी हम उसके होंठो की तरफ बढ़ते की इतने में भाभी हमारे दरवाजे के बाहर से आवाज दी....अरे तोता मैना बदमाशी हो गया हो तो हम अंदर आ जाए....

दोनो कोई बिस्तर से हड़बड़ा कर उठे और पूजा फटाक से अपने ब्लाउज का पहला बटन लगा लि और आंचल से ढक ली और हम दरवाजा खोले....
तो भाभी अंदर आती हुई बोली हम्मम लग रहा की हम गलत टाइम पे एंट्री मारे है अगर कुछ जरूरी काम में व्यस्त थे तो हम बाद में आते है....हम भाभी को बोले अरे नही भाभी क्या आप भी...
तो भाभी बोली अच्छा जी मेरी देवरानी का चेहरा देख के तो नही लग रहा बेचारी हड़बड़ाई हुई है वैसे हम तो बुलाने आए थे नीचे के लिए....
पूजा बुरी तरह से शर्मा रही थी वो हकलाती हुई बोली अरे भाभी चलिए ना नीचे आवाज दे दिए होते....
और वो भाभी के साथ नीचे चली गई जबकि हम जाते जाते बोले जल्दी आओ नीचे से फिर तैयार होना है जाना भी है....
तो भाभी बोली हा बाबा तुम्हारी बीवी को किडनैप नही कर रहे आ जायेगी तुरंत.....
हम कोई जवाब नही दिए और पूजा जो कपड़े निकाली थी वो पहनने लगे....
..
...

थोड़ी देर बाद पूजा ऊपर आई तो उसके हाथो में एक जोड़ी पायल था तो हम बोले अरे ये कहां से मां दी क्या पहनने को...तो पूजा बोली नही जी भाभी ले कर आई थी बोली पहनने को वो अपने सालगिरह वाले दिन शायद यहां नही रहेंगी अपने मायके जा रही है उनके छोटे भाई का भी शादी का कार्यक्रम स्टार्ट हो रहा है तो वो आज ही अपना गिफ्ट दे दी और आपके लिए बोली की भईया ले के आयेंगे....
फिर हम बोले अच्छा तो अभी उसको रखो और फटाफट तैयार हो जाओ निकलते है....वैसे तुमको बाहर किस लिए जाना है....
पूजा पायल को साइड में रखी और मेरे गले में हाथ डालते हुए बोली अपनी जान के किए तोहफा लेने और थोड़ा खुद को सेक्सी बनाने ताकि मेरी जान को उनके उस गिफ्ट के साथ साथ गिफ्ट देने वाली भी पसंद आ जाए....
हम उसके चूतड़ों को दबाते हुए बोले अरे मेरी जान तुमको तो हम कब का पसंद कर चुके है अब तो तुम मेरे अंदर बसती हो हर एक कतरे में....
तुम खुद में एक गिफ्ट हो मेरे लिए....तो पूजा बोली हा पता है पर जान हमको देना है आपको....
हम बोले ठीक है वैसे हम भी कुछ ला रखे है देंगे उसी दिन तो पूजा बोली बहुत तेज अपने बारी में ला रखे है और हमको मना कर रहे है...
हम बोले अरे मना कहा किए हम अच्छा छोड़ो अब रेडी हो निकले हम लोग....फिर पूजा रेडी हुई जब तक हम अपनी गाड़ी को थोड़ा चमका लिए और फिर मां से मिल के दोनो कोई निकल चले....
बहुत ही सुन्दर लाजवाब और रमणीय अपडेट है
 
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ये अपडेट थोड़ा काट कर दिया है अभी और लिखा हुआ है उसको भी पूरा कर के देता हु ज्यादा लेट हो चुका था और अपडेट लिखने में शांति चाहिए जो अभी मिल नही रही थी इसलिए अपडेट जितना लिखा था उसमे से थोड़ा काट कर पोस्ट कर दिया ताकि आप लोग आगे पढ़ सके....
इसके आगे वाले अपडेट में शादी की सालगिरह और कुछ unexpected है इसलिए थोड़ा इत्मीनान से लिखना है उस पार्ट को तो 🙏🏻 जल्दी ही मिलते है नए अपडेट के साथ....

तब तक आपलोग ये बताए की unexpected क्या हो सकता है अच्छा या बुरा...??
अब आपको शांति क्यू चाहिए जो मिली है उससे ही काम चला लो शांति अभी फ्री नही है वह किसी और के साथ busy हैं
 
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पूजा अपने घर जाते वक्त आज थोड़ी रिलैक्स लग रही थी क्युकी आज उसके चेहरे पे कोई भी परेशानी की लकीर नही थी असर था उसके पापा से उसका सीधा बात करना और जो भी हो मेरी जान आज कितने दिनों बाद सुकून से घर जा रही थी यही बहुत था मेरे लिए और तो और ये खुशखबरी सुनाने के बाद जब वो सब से मिलेगी तो मां और सुगंधा के चेहरे की रौनक देखने लायक होगी और रह गई बात पापा और राहुल की तो देखते है क्या बिहेवियर रहता है उनका....

रास्ते में हम पूजा को बोले की मार्केट अभी जायेगी या लौटते वक्त तो वो बोली हम और सुगंधा जायेंगे आपके साथ फिर आप गाड़ी में वेट कीजिएगा थोड़ा हम दोनो बहन तुरंत आ जायेंगे....
हम मजाक में बोले अच्छा तो आज मैडम का ड्राइवर बन कर जाना है उनके साथ.....
पूजा मेरे तरफ देखी और बोली बै जान क्या बोलने लगे भक्क छोड़िए हम आपके साथ ही चलेंगे....हम हस कर बोले अरे पगली मजाक कर रहे थे चलना चल चलेंगे साथ में गजब हो मेरा मजाक भी नही समझती हो....
पूजा एकदम सीरियस हो कर बोली पक्का ना कोई बात नही ना....
हम बोले अरे नही रे पगली वैसे आज घबराई हुई नही हो घर जाते वक्त अच्छा लगा देख के....
पूजा मेरे बाह में अपना बाह फसा ली और कंधे पे सर रखते हुए बोली नही जान घबराहट तो अभी भी है बस पापा से बात करने के बाद थोड़ा मन शांत है की हम दोनो से अब उनको कोई दिक्कत नही जो भी है वो बस सुगंधा की शादी को ले कर है....

हम बोले चलो जाने दो उसका शादी भी हो ही जायेगा और भगवान करे की हम दोनो के वजह से उसकी शादी में कोई व्यवधान नहीं हो....पूजा बोली नही नही होगा सब अच्छा ही होगा और बाकी बात तो वहा जाने के बाद पता चलेगा ही.....
हम बोले वो तो है ही पर अभी जब पापा से मिलेंगे तो उनका रिएक्शन ही सब कुछ बता देगा है ना....
पूजा बोली हा ये बात भी आप सही ही बोले चलिए देखते है वैसे कुछ ले ले क्या मिठाई या कुछ....
हम बोले हा ले लेते है फिर एक जगह से मिठाई खरीदे और पहुंच गए पूजा के घर के रास्ते में दुकान के पास से गुजरते वक्त देखे की दुकान अभी बंद ही है तो मतलब की सब लोग घर पे ही होंगे बढ़िया है....
गाड़ी घर के बाहर रोके और गलियारे में घुसे तो देखे की घर का दरवाजा खुला है हम पूजा का हाथ पकड़े और बोले घबराई नही ना है तो पूजा बोली नही जान पर उसका हाथ एकदम ठंडा हो रखा था और उसकी आंखे जिस तरह से दरवाजे के अंदर देखने की कोशिश में थी वो उसके अंदर उठ रहे बेचैनी को बयान कर रहा था....
दोनो कोई जब दरवाजे के अंदर घुसे तो सामने पापा और मम्मी बैठे नाश्ता कर रहे थे....पूजा और हमको देख के पहले मां उठी और बोली अरे सबेरे सबेरे कोई फोन नही कोई खबर नहीं हा इधर आ और हम दोनो उनके पास हस्ते हुए गए और पैर छूते हुए पूजा बोली काहे बिना बताए आना मना है क्या मेरा घर है आ गए....
मां के हाथ जूठे थे तो उन्होंने मुंह से आशीर्वाद दिया और बोली हा बेटा हम कब बोले कुछ पगली....फिर हम दोनो पापा की तरफ मुखातिब हुए तो वो भी नॉर्मल ही थे हस रहे थे....
हम दोनो ने उनके भी पैर छुए तो उन्होंने भी आशीर्वाद दिया और आज पहली बार लगा की उनके के दिल से आशीर्वाद निकला है क्युकी उनकी बोली बाकी दिनो के मुकाबले आज बदली हुई थी पर क्या ये बदलाव सही में था या फिर कुछ और ही.....
इतने में सुगंधा और राहुल भी अंदर वाले कमरे से बाहर आ गए और राहुल शायद अभी नहा कर आया था क्युकी वो केवल टॉवेल में था....
दोनो कोई हमारे पास आया और राहुल बोला कंग्राचुलेशंस दीदी और जीजा जी आपको भी....
हम बोले तुमको भी मामा जी और मिठाई के डब्बे से मिठाई निकाल के उसको खाने को दिए जिसमे से वो आधा खाया और थोड़ा हमको खिलाया और उसी में से थोड़ा सा पूजा को खिलाया....

इधर सुगंधा सीधे पूजा से लिपट गई और बोली कब आई दी तू पटना हा बताई भी नही....दोनो गोल गोल बात कर के धोखा में रखते हो बता देती तो कुछ तैयार कर के रखते वेलकम के लिए बढ़िया सा....
पूजा कुछ बोलती इससे पहले हम बोले अरे तुम्हारी दीदी इतना स्पेशल गिफ्ट खुद ले कर आई है उसका कोई वैल्यू नही....
पूजा का पेट अब थोड़ा थोड़ा दिखने लगा था उसको देख के सुगंधा बोली अरे ऐसा बात नही है ये दोनो तो हम सब का जान बन जायेगा एक बार आने तो दीजिए और पूजा के पेट पे वो हाथ घुमा दी तो मम्मी उसको जोर से बोली अरे लड़की ऐसा नही करते गधी कहिंकी....
सुगंधा मेरा चुटकी लेते हुए बोली वाह वाह नॉट बैड बहुत जल्दी प्रोग्रेस कर रहा है दोनो कोई....
इसी पे पापा बोले हा भाई अब इतनी मेहनत जिस चीज के लिए कर रहा था आखिर वो कब तक छुपता.....

पापा कुछ ऐसा बोलेंगे इसका उम्मीद हमको एकदम नही था ये बात सुन कर हम सब एकदम अजीबोगरीब वाली स्तिथि में हो गए वही पूजा शर्म से अपना सर झुका ली....
माहोल को संभालते हुए मम्मी बोली आप तो और है और इसको नही समझाते है सुगंधा की तरफ इशारा करते हुए मम्मी बोली एकदम लिल्लहड़ हो गई है पहले पैर छू सब कायदा भुला रही है तू दिन पर दिन.....

फिर सुगंधा मेरे पैर छूने को हुई तो हम उसको रोके और बोले अरे अरे अब छोड़ क्या तू भी मम्मी के बात को दिल पे ले रही है पर वो नही मानी और पैर छू के ही मानी....
उसके बाद मम्मी अपना और पापा का प्लेट उठा कर वहा से किचन में चली गई जबकि पापा बोले तुम लोग बैठो हम आ रहे है हाथ धो कर....
उनके जाते ही राहुल भी कपड़े पहनने गया और सुगंधा को हम बोले तब मौसी जी सब बढ़िया....
वो एक लंबा सास छोड़ते हुए बोली हा सब बढ़िया ही है....पूजा बोली क्या हुआ तेरा मूड उखड़ा उखड़ा लग रहा तो वो पूजा का हाथ दबा दी और आंखो से इशारा की बताती ही बाद में......इतने में पापा आए और बोले कब आए पटना....हम बोले कल शाम को आए....
वो बोले अच्छा तो अब पूजा बेटा अभी यही रहेगी ना....हम पूजा की तरफ देख कर बोले हा अभी तो कुछ महीने यही रहेगी डिलीवरी यही पटना में ही होगा....वहां कहां हम चारो अकेले करते इसलिए मां पापा के साथ पटना आ गए......
पापा बोले हा बढ़िया किए अंजान शहर में कहा अच्छे से हो पाता यहां पे जान पहचान है और अपना परिवार है वैसे डॉक्टर के हिसाब से सब ठीक यहां के किस डॉक्टर से मिलने का सोचे हो.....
हम बोले अभी तो आए ही है देखते है अभी वैसे भईया भाभी बता रहे थे तो शायद उसी से मिलेंगे फिर आगे जैसा होगा किया जाएगा वैसे तो बाकी सब ठीक ही है.....
इतने में मां मेरे और पापा के लिए चाय और पूजा के लिए एक ग्लास गरम गरम दूध ले कर आई....
तो पापा बोले अरे नही नही हम चाय नही पियेंगे हम चले दुकान तुमलोग बैठो और बाते करो....
पूजा बोली काहे पापा अभी तो आए है हम रहिए फिर चले जाइयेगा दुकान....तो पापा बोले अरे बेटा तू बैठ ना अभी तो तू रहेगी ना सुमित चला जायेगा तो तू तो पटना में ही है ना कभी भी मिल लेंगे और वैसे भी दोपहर में आते है फिर दोनो बाप बेटी साथ में बैठ कर खाना खायेंगे और हो सके तो कुछ दिन यही रह शादी के बाद से तू एक भी दिन यहां नही रही है बस आती है और चली जाती है इस बार रह कुछ दिन....
और ये बोल कर वो चल दिए दुकान और उनके पीठ पे ही राहुल भी तैयार हो कर आया और मम्मी से नाश्ता मांगा जो सुगंधा उसको निकाल कर दी और वो हड़बड़ हड़बड़ खाया और चला गया ये बोलते हुए की दुकान खोल कर वापिस आते है दी फिर मस्ती किया जाएगा....

इधर पूजा को जो दूध मिला था वो पी कर खतम की और हम अपनी चाय....पापा के हिस्से की चाय मम्मी पी इस दौरान कोई बात चीत नही हुआ हमलोग में.....बाप बेटा के जाने के बाद सुगंधा बोली पहला एनिवर्सरी इसी हफ्ते है ना तो मना रहे है ना...पूजा बोली हा सेलिब्रेशन तो बनता है ना....
मम्मी बोली और नही तो क्या और बेटा सुन इस बार पूजा को यहां रहने को बोलना क्युकी ऐसे तो वो रहने को कभी मानेगी नही इसलिए तू ही बोलना इसको क्युकी इस मामले में तेरा बात ही पास होगा....
हम बोले अरे ऐसा नही है मम्मी पूजा का मन रहेगा तो वो रहेगी ही और अभी तो वो है पटना में न तो इस बार ठहर जायेगी कुछ दिन यहां.....
पूजा बोली वो देखा जायेगा फिलहाल एनिवर्सरी वाले दिन आप सब कोई आइएगा घर पे.....
हम बोले हा मम्मी सब कोई आइएगा उस दिन घर पे ही मनाएंगे छोटा सा पार्टी टाइप सोचे है केवल घर के लोग ही रहेंगे...पूजा बोली हा मां और तुम जल्दी आ जाना सुबह में ही मेहमान के जैसे नही की शाम में आ रहे है अभी ही बता दे रहे है और पापा आयेंगे ना...
तो मम्मी बोली देख बेटा उनका नही पता अभी वो दूसरे काम में लगे है पर हम बोलेंगे चलने को आए तो ठीक वरना हम लोग तो आयेंगे ही....
हम बोले क्या काम मम्मी कुछ बात है क्या....तो मम्मी सुगंधा की तरफ देख कर बोली इसकी शादी के लिए लगे हुए है इसी साल कर देंगे अंत अंत तक...सुगंधा ये बात सुन कर बोली अभी ये सब बात ले के मत बैठो मैं मेरा मूड खराब मत करो तुम....
तो मम्मी बोली हा छोड़ ये बता बेटा क्या बनाए खाने में....हम और पूजा दोनो शॉक में थे सुगंधा की शादी का बात सुन कर....हमलोग कुछ देर चुप रहे फिर पूजा बोली खाना पीना नही मां अभी थोड़ा बाहर जायेंगे हम लोग कुछ खरीद्दारी करना है....
सुगंधा जैसे ऐसे ही मौके के इंतजार में थी वो जोर से बोली अरे दीदी थैंक्यू थैंक्यू क्या बात बोली तू मेरा तो दिल खुश हो गया चल कहा चलना है....
उसके ऐसे उतावलेपन पे हम हस दिए और पूजा भी हस कर बोली अरे पगली क्या हुआ तुझको अभी चलेंगे थोड़े देर में...
मम्मी भी बोली हा अभी तो वो आई है थोड़ा सास तो ले लेने दे उसको पर सुगंधा बोली सास तो ले ही रही है हम कहा उसका गला दबा रहे है और अभी मौसम ठीक है इसलिए मार्केट हो आते है फिर क्या पता बरसात होने लगे....
पूजा बोली अरे सुन तो चलते है अभी पूरे दिन हम दोनो यही है....तो सुगंधा बोली प्लीज ना दी चल ना तेरे साथ साथ मेरा भी कुछ शॉपिंग हो जायेगा....हम दोनो को बीच में टोके और बोले अरे भाई जब इतना कह रही है तो चल चलते है दोपहर तक लौट आएंगे....
सुगंधा बोली जी नही उधर से कोई मूवी चलेंगे घर में रहते रहते एकदम बौरा गए है हम....
इस बात पे मम्मी कुछ नही बोली शायद वो सुगंधा की तकलीफ को समझ रही थी पर वो पूछी की जब तेरे पापा आयेंगे और तुझको ढूंढेंगे फिर....इसपर सुगंधा बोली पापा कुछ नही बोलेंगे और अगर बोलेंगे तो फोन है ना बात करवा देना हमसे बस कौन सा हम भागे जा रहे है कही....
मम्मी बोली फालतू का बात मत कर समझी ना.....फिर कुछ देर चुप रहने के बाद मां बोली जा हो आ पर जल्दी लौट आना और कोशिश करना की उनके आने से पहले लौट आओ समझ रही है ना....
सुगंधा बिना कुछ जवाब दिए पूजा को बोली दी हम दो मिनट में तैयार हो कर आते है....
वो गई तो पूजा मम्मी से पूछी की क्या बात है मां कुछ तो है जो हमको नहीं बतलाई पटना आने से पहले तक तो हम लोग रोज बात कर रहे थे ऐसा कुछ भी नही लगा और एक दिन में क्या हो गया ऐसा....
तो मम्मी बोली नही बेटा ग्रेजुएशन का रिजल्ट निकलने के बाद से ही बात हो रहा है और उस दिन जब तू बात की थी ना अपने पापा से तो पता है उस दिन वो नशे में थे और उस दिन हमको लगा की शायद आज तुम दोनो को सच्चे दिल से माफी दे कर अपना लेंगे और अब तो नाती नातिन भी आने का है अब देख क्या बोले हम सग्गू का बियाह तय करने में पूरा जोर दे रखे है सब कुछ ठीक रहा तो पता चल ही जाएगा तुझको.....
पर ये लड़की एमकॉम करेंगे का जिद पकड़ के बैठी है फिर नौकरी का तैयारी करेंगे पर तेरे पापा साफ साफ मना कर दिए उसी दिन से थोड़ा गरमा गरमी चल रहा है दोनो बाप बेटी में....
अभी मां कुछ आगे बोलती की सुगंधा आ गई और बोली चल ना दी रामायण सुनने मत बैठ यहां का रामायण महाभारत से कम नहीं होता है चल और वो हम दोनो से पहले घर से बाहर निकल गई.....
मम्मी बोली छोड़ ये सब बात आराम से जाना सब कोई और तू पूजा बेटा अपना ध्यान रखना समझी ना....पूजा बोली हा मां चलो आते है थोड़ा देर में और टेंशन मत ले अभी चिड़चिड़ाई हुई है फिर खुद ठीक हो जाएगी....

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हम लोग घर से निकल कर उल्टे साइड से निकले जिसमे पूजा के पापा का दुकान नही क्रॉस करना पड़े ये सुगंधा का ही डिमांड था.....पूरे रास्ते सुगंधा पूजा से दुनिया भर की बाते करती रही घर से निकल कर उसको ऐसा लग रहा था की आजादी मिल गया हो सास ले पा रही हो वो....हम गाड़ी एक होटल पे रोके और बोले चलो पहले थोड़ा खाया जाए फिर जाना तुम दोनो मार्केटिंग करने हम गाड़ी में ही रहेंगे तो सुगंधा बोली क्यू गाड़ी में क्यू रहना है साथ में चलना....तो पूजा बोली अरे हमको गिफ्ट लेना है इनके लिए और वो हम इनके सामने ही लेंगे क्या तू भी....
सुगंधा बोली ओह ये बात है पूजा बोली हा अब चल वैसे तू जितना दिखला रही है ना उतना तू खुश है नही आज....
सुगंधा बोली मम्मी तुझको बतलाई ना सब चीज....हम बोले नही सब बताती उससे पहले तुम आ गई और हम लोग चल दिए....
पूजा बोली चलिए क्या खाना है वो देखते है सुगंधा बोली राइट डिसीजन फिलहाल हमको इस बारे में कुछ बात नही करना है इसलिए इसको अवॉइड करते है ना......
मेरी डार्लिंग बोली अरे तू निश्चिंत रह और बता क्या खायेगी और मेनू देखने लगी और डिसाइड हुआ मसाला डोसा खाने का और कुछ ही देर में वो हाजिर था हमारे सामने.....

फिर हमलोग मसाला डोसा खाए और साथ में फोटो सेशन भी हुआ थोड़ा बहुत उसके बाद दोनो बहन जब जाने लगी तो सुगंधा बोली अरे दीदी तो तेरे लिए गिफ्ट लेने जा रही है और तुझको नही लेना है कोई गिफ्ट...हम हस कर बोले बेटा ये सब में हम फर्स्ट रहते है गिफ्ट तो कब का आ गया है और वो भी एकदम रोमेंटिक टाइप जब तेरी दीदी देखेगी तो उसके बाद उसका रिएक्शन तू खुद पूछना....
पूजा आंखे गोल करती हुई बोली क्या जान आप ना एकदम बेशर्म बनते जा रहे है.....चल रे तू वो सुगंधा को धकेलती हुई बोली....और वो दोनो बहन आगे बढ़ गई जबकि हम गाड़ी वही साइड में लगा कर अन्दर ही बैठे रहे और अपने गिफ्ट के बारे में सोचने लगे जो हम भोपाल में ही तैयार कर लिए थे क्युकी इस मौके को बहुत अच्छे तरीके से मनाना चाहते थे और मेरी जान के लिए जितना स्पेशल हो सके उतना बनाना था हमको और उसके लिए काफी कुछ सोच रखा था....
गिफ्ट में एक साड़ी और एक सूट ले रखे थे और एक नया मंगलसूत्र खरीदे थे...

ये सब तो थे ही पर इनके अलावा कुछ सेक्सी टाइप भी लिए थे....दरअसल एक जगह नेट पे निप्पल रिंग के बारे में जाना तो तुरंत दो पीस मंगवा लिए थे हम जो निप्पल एक्साइट होने पे जब फूल जाते है तब उनमें एक अंगूठी के माफिक पहनाने होते थे उसमे छेद करने का कोई झंझट नहीं था और ये बड़ा ही सेक्सी गिफ्ट था पर पूजा को पसंद आता है या नही ये तो पूजा देखने के बाद ही बताएगी और इन सब के साथ साथ अपनी जान के लिए मैने भोपाल में ही एक कमरबंद लिया था और इन सब के अलावा एक मस्त सेक्सी ट्रांसपेरेंट नाइटी मंगवाए थे जो मेरी जान केवल मेरे सामने ही पहन सकती थी और ये सब सालगिरह वाली रात को ही देना था मैन जिसके लिए हम भोपाल से ही एक्साइटेड थे....
साड़ी और मंगलसूत्र तो वो पार्टी में आने से पहले ही पहनेगी और हम खुद पहनाएंगे...
ये सब प्लानिंग हम भोपाल से ही कर के आए थे और अपने रूम को थोड़ा सिक्रेटली सजाना भी था पर देखते है मौका मिल पाता है या नही क्युकी एक केक तो नीचे कटेगा सब के साथ और एक केक हम अपने रूम में अपनी जान के साथ प्राइवेटली काटना चाहते थे......

उधर सुगंधा और पूजा दोनो कोई शॉपिंग कर रही थी और उस दौरान पूजा ने उससे शादी से रिलेटेड कोई भी बात नही की क्युकी वो जानती थी की अभी सुगंधा पे क्या बीत रहा है....
पूजा ने मेरे लिए एक घड़ी खरीदी और एक शर्ट ली और फिर सुगंधा के जिद करने पे दोनो कोई घुस गई ब्यूटी पार्लर में पूजा अभी नही जाना चाहती थी पर सुगंधा के कहने पे उसको जाना पड़ा और तकरीबन ढाई घंटे बाद दोनो मेरे पास आई और हम उधर गाड़ी में बैठे बैठे सो गए थे....मेरी नींद खुली जब पूजा शीशे पे नॉक की....
हम दरवाजा खोले और बाहर निकल कर पूछे अरे कौन से लोक में भ्रमण पे चली गई थी दोनो देवी लोग बाप रे कितना समय लगा....पूजा मेरे गाल पे हाथ रखते हुए बोली आई एम सॉरी जान सॉरी सॉरी…..
हम बोले हाय इतना प्यार से माफी मांगेगी तो हम गुस्सा कैसे करेंगे....पूजा हस कर बोली बै जान सब आपकी साली करवाई है जिद्दी कर के पार्लर ले के चली गई और वहा पे टाइम लग गया....
हम सुगंधा को देख कर बोले अरे तू पापा का गुस्सा हम पर काहे उतार रही है बता वेट करते करते सो गए हम....
पूजा फिर मेरे गाल पे हाथ रख के बोली अरे जान मेरे सॉरी ना.....
फिर हम बोले हाय एक बार और गाल छुओ तो पूजा मेरे दूसरे गाल पे हल्के से सहला दी और मुंह से फ्लाइंग किस दे दी तो सुगंधा बोली अरे बाबा रे अब तो रोमांस कम कर दे बाल बच्चा होने वाला है.....
पूजा बोली भक्क कमिनी तेरे मुंह में गु शक्कर.....हम जोर से हस कर बोले ए हे छी छी....सुगंधा पूजा से बोली ए राम कितनी गंदी है दी तू....

पूजा बोली तू ऐसा बात ही बोली हरामखोर इनके और मेरे प्यार में कभी कमी नही आ सकता.....
हम बोले अरे अब लड़ो मत दोनो कोई वैसे मेरे लिए क्या क्या खरीदी हो स्वीटहार्ट....
पूजा बोली एई गिफ्ट है ना उसी दिन देखिएगा आप क्या लाए हम पूछे आपसे नही ना.....
हम बोले अच्छा मत बताओ फिलहाल चलो एक एक कप चाय हो जाए मूड फ्रेश हो जायेगा.....
तो वो दोनो मना कर दी बोली आप पी लीजिए हम दोनो नही पियेंगे....फिर हम अकेले चाय पीए जिससे थोड़ा फ्रेश महसूस हुआ और उसके बाद पूछे की कहा चलना है अब तो पूजा बोली घर चलते है अब काफी दौड़ भाग हो गया है....
तो सुगंधा बोली अरे नही चल ना एक मूवी देख आते है वहा बैठेगी तो तुझको आराम भी मिल जायेगा अभी घर नही जायेंगे कितना दिन बाद तो जहर से निकले है चल ना....
फिर पूजा मेरे तरफ देखी तो हम उससे बोले की सही तो है वहा बैठना ही तो है सो चल चलते है उसके बाद हम लोग पहुंचे मूवी हॉल और संजोग से मूवी स्टार्ट होने में पांच मिनट ही बचा था सो टिकट ले कर तीनो घुसे थिएटर में....
मूवी शुरू हुए अभी बीस मिनट हुआ होगा की सुगंधा का फोन बज उठा और वो कॉल मम्मी का था....
सुगंधा उनको बोली की शाम तक आएंगे हमलोग और उधर से मम्मी क्या बोली वो बिना सुने फोन काट दी....
पूजा हमको बोली की यहां से निकलने के बाद कही पे रुक कर सग्गू से बात कर लेंगे क्युकी घर पे शायद बात न हो पाए और सग्गू वहा पे कुछ बोल भी नहीं पाएगी.....हम बोले चलो ठीक है बाहर निकलते है फिर देखा जायेगा....

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पिक्चर देख कर जब बाहर निकले तो देखे की बादल घेरे हुआ है और जबरदस्त बरसता होने को है शाम तो वैसे भी हो चला था......इसलिए हमलोग निकले घर को पर मुझे पूजा की बात याद आई तो हम एक मोमो वाले के पास गाड़ी रोके और दो प्लेट मोमो मंगवा लिए और खाते खाते पूजा सुगंधा से पूछी की बता अब क्या बात है शादी का क्या मामला है....
सुगंधा खाते खाते रुक गई और बोली हमदोनों का बाप पगला गया है दी तेरी शादी के बाद से तो और ज्यादा बिगड़ गए है है वक्त बस एक ही बात की कैसे भी कर के लास्ट बेटी है बियाह कर के भगा दो बोझ के जैसे ट्रीट करते है पापा अब.....
जब से ग्रेजुएशन का रिजल्ट आया है उसके दो तीन दिन बाद से ही पापा यहां वहां फोन घुमाना शुरू कर दिए थे और पता है वो वाराणसी वाला परिवार पता नही कहा से वो लोग पापा को कॉन्टैक्ट कर लिए और पापा को पता चला की लड़का का जॉब लग गया है सरकारी लखनऊ में पोस्टेड है अब उसको ही पकड़ के बैठ गए है.....
और तो और वो लड़का का परिवार वाला कैसा है साला अपना लड़का का उमर और मेरा उमर नही देख रहा ग्यारह साल का डिफरेंस है फिर भी आतुर है शादी करने को और तो और अपने पापा भी उनके ही तरफ है जबकि पंद्रह लाख का डिमांड है और एक चारपहिया गाड़ी.....

हम पापा को बोले की एमकॉम करना है तो बोले हा बड़का बैरिस्टर बन जा और बाप के मुंह पे थूक के चली जाना किसी लौंडे के साथ.....
उनको समझाए की आगे चल के सरकारी नौकरी का तैयारी हम भी करेंगे तो इस बात पे तो पापा तरातर झापड़ खींच दिए हमको....
मम्मी और राहुल बीच बचाव कर के उनको रोका राहुल तो बहुत गुस्सा किया और चेता दिया की आज उठाए सो उठाए दुबारा ये काम इस घर में नही दोहराइयेगा....
पापा उसको बोले की औकात में रह कर धमकी दे देख ले किस्से बात कर रहा तो वो भी फिर अब क्या बोले घर में बहुत टेंशन वाला माहौल है दी....

राहुल और मम्मी समझाने का कोशिश किए की लड़का का उमर बहुत ज्यादा है हमसे जब वो पूजा दी के लिए रिश्ता आया था तो फिर हमसे कैसे कर सकते है उसी लड़के का रिश्ता तो पापा फिर मम्मी पे हाथ उठा दिए और बोले की जैसा बोलता हु वैसे कर और समझा अपनी बेटी को हर बार तमाशा नही बनने देंगे अपनी इज्जत का जिसको जो करना है अपने पति के घर जा कर करे यहां जितना हो सकता था सब कर के दिए हम अब और नहीं होगा हमसे....एक बेटी से मुंह जल चुका है दूसरी से नही जलने देंगे....

राहुल पापा से बहुत बहस किया पर वो नही माने मम्मी बोली भी की हर किसी को एक ही पैमाने में मत तौलिए अपनी सग्गू वैसी नहीं है पर वो कुछ सुनने को तैयार ही नहीं है और बुआ को तो तू जानती ही है वो लड़के वालो से मिल के सब लेन देन का बात तय कर रखी है....पापा बस रकम जुटाने में लगे है....
मेरे हा या ना से पापा को कोई फर्क नही पड़ रहा और अब शायद पड़ेगा भी नही....तेरी शादी के चक्कर में बलि का बकरा हमको बनाया जा रहा है अब क्या करे कुछ समझ में नहीं आ रहा हमको....
मम्मी भी पापा को बहुत बार बोलने का कोशिश की वो तो यहां तक बोली की दूसरा लड़का देखिए सग्गू तैयार होगी शादी के लिए ऐसा थोड़े है की नही करना है उसको पर ये लड़का नही लेकिन कोई फायदा नही.....भूत सवार है पापा पे जल्दी ही सगाई करवाएंगे....

पूजा बोली अरे इतना सब कुछ हो गया और तू बताई नही गैर हो गए है क्या हम....
सुगंधा सिर्फ एक ही बात बोली और उसके बाद ना ही हम कुछ बोल पाए ना ही पूजा....
वो बोली तुझको पापा नही बताना चाहते है अभी शादी के समय ही बताएंगे वो और तू भी उनसे इस बारे ने कुछ बात मत ही करना बाकी तू समझदार है....
पूजा बोली ऐसा थोड़े होगा बात तो करेंगे ही हम पापा से और मनवायेंगे भी उनको.....
सुगंधा पूजा का हाथ पकड़ कर बोली ये गलती भूल कर भी नही करना समझी हम अपने वजह से फिर से किसी मुसीबत में नही डालना चाहते पहले ही बहुत कुछ झेल चुके हो दोनो कोई और जब से पापा पूजा दी के प्रेगनेंसी के बारे में जाने है तब से उनका मूड सही है तुम दोनो के प्रति और वो ऐसा ही रहे तो अच्छा है अब तुम दोनो का फैमिली शुरू हो रहा है अब पीछे मुड़ कर नहीं देखना है तुमलोग को समझी और देख मेरी शादी आज नही तो कल होनी ही है बस यहां पे बात ये है की ये लड़का नही चाहिए था हमको...और ये बोल कर सुगंधा रोने लगी तो पूजा और हम दोनो उसको चुप करवाए और बोले देख हमारा बात सुन शादी में तेरी मर्जी होनी भी जरूरी है और ऐसे जबरदस्ती शादी से न तू खुश रहेगी ना वो लड़का....
सुगंधा बोली ऐसा नही है हमको छोड़ कर सब खुश रहेगा....पूजा बोली भक्क पगली कहिंकी भगवान पे भरोसा कर तू किसी के साथ अन्याय नहीं की है तो तेरे साथ भी नही होगा.....
हम बोले अरे वो लड़का तुझपे लट्टू हो गया होगा इसलिए नही छोड़ रहा तुझको मेरी साली है ही इतनी सुंदर...सुगंधा रोते रोते हस दी और पूजा से बोली देख ले तेरे सामने हमसे फ्लर्ट कर रहा है....
पूजा हस कर बोली नही रे गधी तू रो रही है इसलिए वो ऐसा बोले है चल अब छोड़ ये सब रो मत देख समय आने दे सब ठीक हो जायेगा मम्मी से हम बात करेंगे और दोनो मां बेटी मिल कर तुझको इस पचड़े से बाहर निकालेंगे समझी चल अब घर चले......
पूजा का सुमित के साथ शादी करने से पूजा का बाप वो गुस्सा सुगंधा पर निकाल रहा है जिस लड़के की शादी पूजा से होती उसी लड़के की शादी सुगंधा से करवा रहा है बेचारी चक्की के पाटो के बीच पीस रही है पहले तो पूजा की बुआ को मरना चाहिए ये जो आग लगाई है उसके द्वारा ही लगी गई होगी बुढ़िया को कोई काम नहीं है क्या देखते हैं आगे सुगंधा के साथ क्या होता है
 
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हम लोगो को घर पहुंचते पहुंचते साढ़े छ बज गया था और उधर से मां भी फोन कर रही थी की कब आएगा हम उनको बोले आठ बजे तक आते है मां परेशान मत होइए और खाना लेते आयेंगे सब कोई साथ में ही खायेंगे इसलिए बनाने का जरूरत नहीं है.....
मां बोली वो सब ठीक है बेटा तू पूजा से बात करवा मेरी....हम फोन पूजा को दिए तो मां उसका क्लास लेने लगी की वो क्या बोल कर गई थी की जल्दी आ जायेगी और अभी देख कितना समय हो गया है तुम दोनो को गए हुए.....
पूजा बोली बस मां थोड़ा देर और फिर आ कर सब बात बताते है कहा कहा गए क्या क्या किए और आप एकदम टेंशन मत लिजिए हम अपना दवाई पर्स में रखे हुए थे टाइम से खा लिए है और थके बिलकुल नही है....
मां उसको फिर भी जल्दी आने का बोल कर फोन रख दी....उनके फोन रखते ही हम बोले अच्छा बेटा अभी से मां से झूट थकी तो थी तुम आज....
पूजा बोली जान अगर मां को बताते तो वो बहुत परेशान होती और वैसे भी पिक्चर देखने टाइम हमको आराम मिल गया स्वीटहार्ट....

सुगंधा बोली अरे मेरी दी सुपरवुमन है इतना से वो नही थकेगी क्या तू भी....हमको तू से बुलाने पे पूजा सुगंधा को बोली रे जबान संभाल के कितना बार समझाए है तुझको....
सुगंधा हाथ जोड़ कर सॉरी बोली और इसी तरह हसी ठिठोली करते हम लोग पहुंचे मेरे ससुराल जहा पे पापा पहले से आए हुए थे राहुल शायद दुकान पे था....हमलोग को देख वो बोले तब हो गया घुमक्कड़ई दिन भर कहा गायब थे सब कोई....
पूजा बोली कही नही पापा यही मार्केट गए थे फिर एक पिक्चर देखने चले गए बस फिर घर आ गए कही नही गए हमको ही थोड़ा मार्केटिंग करना था इसलिए सग्गू को साथ में ले गई थी.....
सुगंधा तुरंत अपने कमरे में चली गई शायद चेंज करने क्युकी वैसे भी वो अभी अपना अच्छा मूड बिगाड़ना नही चाहती थी....
पापा सुगंधा को कमरे में जाते एक नजर देखे और फिर हम दोनो से बोले चलो ठीक है अब बता क्या खायेगी आज रात का खाना यही खा के जा बहाना मत मार देना कुछ....
हम बोले पापा जो आपका पसंद से बनेगा वो ही खायेंगे हम लोग आज...तो मम्मी बोली चलो फिर हम बनाते है फटाफट सोयाबीन के कोफ्ते इनको बहुत पसंद है....
पूजा जोर से बोली हा.....बाप रे बहुत दिन बाद खाने को मिलेगा ये आइटम लगता है शादी के पहले के ही खाए हुए है मम्मी बहुत बढ़िया बनाती है और पापा क्या हम सब कोई बहुत चाव से खाते है....
फिर पापा बोले तो आज भी खा लेना उसके बाद उन्होंने हमसे भोपाल के बारे में थोड़ा बात किया और मेरे नौकरी कैसी चल रही कितना पेमेंट उठा रहा आगे का क्या सोचा है यही सब बाते की और तब तक मम्मी खाना तैयार कर के लगा दी और अभी खाना केवल हम दोनो और पापा ने ही खाया क्युकी राहुल था नही और सुगंधा मम्मी के साथ किचन में लगी थी....
खैर हमने भी ज्यादा जोर जबरदस्ती नही की क्युकी घर भी जाना था हमे और सुगंधा की शादी की बात तो बिलकुल नही छेड़ी क्युकी उस मामले में अभी कुछ भी बोलना हमारे लिए ठीक नहीं होता और वैसे भी अभी हम दोनो के प्रति पापा का मन सही था बस कभी कभी वो कुछ कड़वी बाते बोल देते थे जो शायद हमे जिंदगी भर उनसे सुननी होंगी अब कारण कुछ भी हो पर जो था सो था....
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खाना खाने के बाद उन सब से विदा ले कर और सालगिरह की पार्टी में आने का न्योता दे कर घर लौट आए....
घर लौटते ही मां पूजा पे बरस पड़ी बाप रे एक वो समय था जब पूजा मेरे साथ कमरे में पकड़ाई थी तो मां डांटी मारी थी और आज एक ये समय है जब पूजा मेरे बच्चे की मां बनने वाली है और मां उसको उसके सेहत को ले कर डांट लगा रही थी....सच में समय बहुत बलवान होता है कब क्या दिन दिखला दे उसके अलावा इंसान के कर्मों पर भी डिपेंड करता है....
दरअसल मां के गुस्सा का कारण था बाहर का खाना खाना डोसा और मोमो जो उड़ाए थे पूजा ने उसका कुछ भी उल्टा पुल्टा प्रभाव पड़ा तो हम दोनो की खैर नहीं क्युकी पूजा की दवाइयां पावर वाली थी और उसके अकॉर्डिंग उसको आराम और हेल्दी खाना जरूरी था....
और आज तो बहुत मस्ती किए थे हम लोग और इस चक्कर में मेरी भी क्लास लगी पर पापा ने बात संभाल ली और साथ में ये भी पता चला की कल मेरी दोनो बहने आ रही है शादी के सालगिरह के मौके पे और साथ साथ पूजा से भी मिल लेंगी....

खाना तो हम लोग खा कर आए थे वहा से ही और लेट बहुत हो गए थे रात के नौ बजने को थे और जल्दी घर आने के चक्कर में खाना लेना ही भूल गए....
वो तो गनीमत रही की बड़ी भाभी ने खाना बना भी दिया था और मां पापा को खिला भी दिया था.....
सब सियाप्पे खतम करने के बाद पूजा मां से अपनी माफी मांगी और साथ में आज जबरदस्ती दोनो के पैर दबा कर ऊपर कमरे में आई....
कमरे में आते ही वो मेरे से लिपट गई हम बोले अरे जान क्या हुआ.....तो वो बोली अरे जान आपके सीने से लिपटे कितना घंटा बीत गया मेरा एनर्जी लेवल कम हो गया था अभी थोड़ा देर ऐसे ही रहने दीजिए सुकून मिल रहा है....हम उसके पीठ पे सहलाते हुए बोले आज मां बहुत डांट लगाई ना सॉरी मेरे लिए गिफ्ट लेने के चक्कर में तुम्हारा वाट लग गया....
वो सर उठा कर मेरे आंखो में देखी और बोली बै जान आप तो और है मां डांट दी तो क्या हो गया मेरे लिए ही ना डांटी है और ऐसा डांट समय समय पे जरूरी रहता है ताकि हम जैसी अल्लहड़ लड़की का दिमाग ढंग से काम करता रहे....हम बोले पगली है एकदम तुम कूच्छो बोलते रहती है और उसके सर पे चूम लिए तो वो बोली एई माथे पे नही यहां पे चूमिए और आंखे बंद कर के अपने होंठ मेरे तरफ कर दी....
हम अपना अंगूठा उसके होंठो पे फिराए और फिर उसकी ठोड़ी पकड़ के चूम लिए चूमे क्या थोड़ा चूस ही लिए....
और जवाब में पूजा मेरा सारा रस निचोड़ ली उसको जितना मन था वो मेरे होंठो को चूसी और मेरे हाथ उसके पीठ से होते कमर पे आए और कमर से होते चूतड़ों पे....
चूमने के बाद जब वो अलग हुई तो बोली आहा अब जा के कुछ बात बना वरना तब से तो ऐसा लग रहा था जैसे की कुछ भुला गया है मेरा...
हम उसके चूतड़ों को दबाते हुए बोले क्या हुआ तुमको आज जानेमन बड़े मूड में हो.....
वो मेरे हाथ अपने चूतड़ों पर से हटवाते हुए बोली जी नही मेरा मन हो रहा था तो बस कर लिए और इसका मतलब ये नही की आप इधर उधर हाथ लगा कर हमको बहका दीजिए.....हम बोले अरे मतलब परस्त इंसान खुद का मतलब निकल गया तो दूर हो रही है हमसे हा और ये बोल कर हम उसको खुद से चिपका लिए....
तो वो हस्ते हुए बोली अरे अरे जबरदस्ती चलिए हटिए कपड़ा बदलने दीजिए हमको.....हम बोले अरे बदल लेना अच्छा लाओ हम ही खोल देते है खड़ी रहो आराम से....वो मेरे गाल पे चूमी और बोली जान आप जानते है ना आप हाथ लगाइएगा और हम बहक जायेंगे....
हम बोले और अभी जो आग तुम लगाई उसका क्या....वो प्यारा सा मुंह बनाई और मेरे कंधे पे दोनो हाथ रख दी और हम उसके साड़ी का पल्लू उसके बदन से अलग कर दिए और फिर उसके ब्लाउज के बटन को एक एक कर के खोले और उसको भी जमींदोज करते देर नहीं लगा....अभी तक हम उसको छेड़े नही थे इसलिए वो अपने होंठो में दबी हुई हसी हस रही थी....पर धौकनी जैसे ऊपर नीचे हो रहे उसके सीने के उतार चढ़ाव बता रहे थे की उसको कुछ कुछ हो रहा है....कमर पे बंधी साड़ी की गांठ को ढीला किए और कमर के इर्द गिर्द हाथ घुमा कर साड़ी को भी निकाल बाहर किए अब उसके बदन पे केवल ब्रा और पेटीकोट था...
अब ब्रा के स्ट्रैप को नीचे खिसका कर जहा उसके दाग बने हुए थे वहा पे चूमे और हल्के से फूक दिए और चुचियों का जो हिस्सा बाहर की तरफ दिख रहा था उसपे भी चूम लिए और एक बार जीभ फिरा दिए और ऐसा करने से पूजा एक मादक सिसकी ली....फिर हम चूमते चूमते जैसे ही हुक की तरफ हाथ बढ़ाए तो पूजा खुद हमसे लिपट गई और मेरे चेहरे को पकड़ कर चूमने लगी और साथ साथ गर्दन और कान के नीचे काटने लगी....और बोली गंदे कहिंके तेज बनते है आखिर बहका ही दिए ना हमको.....
हम ब्रा के हुक को खोल दिए और वो पूजा के कोहनी पे अटका पड़ा था जिससे उसकी चुचियों का कुछ हिस्सा अभी भी छुपा हुआ था....

हम बोले तुमको नही बहकाएंगे तो किसको बहकायेंगे हम्म्म और नीचे झुक के उसके ब्रा को सरकाते हुए निप्पल को मुंह में ले लिए और एक हाथ नीचे ले जा के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिए और वो सरसराता हुआ नीचे गिर गया....
पूजा मेरा बनियान को पकड़ी और उसको उतार दी और अपना हाफ पैंट हम खुद ही उतार दिए अब अंडरवियर में तना हुआ लंड बाहर आने को फड़फड़ा रहा था जिसको पूजा ने तुरंत बाहर निकाल दिया और वो उसको चूमने के लिए झुक रही थी तो हम उसको रोके और बोले बस बस हो गया अभी ये झुकना वुकना नही है चलो इधर आओ और उसको घुमा कर लिए दिए पलंग पे बैठ गए और मेरा खड़ा लंड उसकी चूत और जांघो के बीच दब रहा था और पूजा की चूत का गीलापन साफ साफ महसूस कर पा रहे थे हम....
पूजा मेरे तरफ घूमी और मेरे सीने से लग गई और होंठो पे चूम के बोली कल दीदी लोग आ जायेगी तो फिर मौका मिलना मुश्किल होगा स्वीटहार्ट और परसो अपनी शादी को एक साल हो जायेगा और आप बेदर्दी कहिंके उसके अगले दिन ही भोपाल लौट जाइयेगा फिर कैसे रहिएगा मेरे बिना.....
हम उसकी चूची को दबा के बोले अरे तुम्हारे बिना कहा रह पाएंगे हम तो यही रहेंगे बस पांच दिन के लिए गायब रहेंगे और क्या गजब पागल हो तुम्हारे बिना भी हम रह सकते है क्या और मेरा छोड़ो तुम रह सकती है क्या....
और इस लोङू महाराज का क्या है तुम्हारे ये प्यारे रसीले आम देख के ही दिन भर मचलता रहता है और अभी तो नंगी बैठी हो फिर कैसे नही बवाल मचाएगा....इसको छोड़ो इसका उपाय अब इन दोनो के आने के बाद ही होगा....और वैसे भी अब दोनो बड़ा होने लगा है देख रही हो तुम्हारा पेट बड़ा लग रहा है अब.....
पूजा बोली अब कुछ दिन में हाथ पैर महसूस होगा अभी तो हल्का हल्का सेंसेशन फील होता है हमको.....पर अभी यहां पे मेरे छोटे मिया का पेंच फसा हुआ है वो मेरे लंड के ऊपर अपनी चूत रगड़ते हुए बोली अरे आगे से नही तो पीछे से ही पर इसको शांति मिलना जरूरी है वरना ये आपका मन बहका देगा जैसे मेरा बहका देता है....हम उसका मुंह देख के हस दिए और बोले इतना बड़ा इल्जाम मत लगाओ इसपे ये केवल तुम्हारी मुनिया का आशिक है समझी....
और अभी इसको अपने कोमल हाथों से शांति दे दो ना घुसपैठ अभी बंद करते है....
पूजा बोली आपका मन है ना जान....हम बोले अरे मन का क्या है वो तो करेगा ही और मेरा क्या तुम्हारा मन नही है हा नीचे पूरा रसना बहाए जा रही हो....पूजा मेरे कंधे पे मुक्का मार के हस्ते हुए बोली गंदे कहिंके सब आप किए है....हम बोले हा किए तो क्या और ये बोल के अपनी एक उंगली उसकी चूत के ऊपर फिराए जिसको वो अपनी जांघो में भींच कर बैठी थी मेरे गोद में....मेरी उंगली को तुरंत अपने कर खोल कर रास्ता दे दी और हम अपनी दो उंगलियां उसने चूत में उतार दिए और पूजा अपनी आंखे बंद किए अपना सर पीछे की ओर से मेरे कंधे पे रख दी.....और मेरे होंठ उसके गर्दन और गाल पे चलने लगे बीच बीच में उसके होंठो को भी चूम ले रहे थे और एक हाथ से उसकी चुचियों को दबा रहे थे....
और वो अपने एक हाथ से मेरे जांघ पे रख कर खुद को संभाले हुए थी और दूसरा हाथ उठा कर पीछे की ओर से मेरे बालो में घुमा रही थी.....इधर उंगलियों ने अपना कमा दिखाना चालू कर दिया था और पूजा तेज तेज सांसे लेते हुए अब अपने पैरो के जोर से हमको पीछे धकेल रही थी और नतीजा ये हुआ की पूजा मेरे ऊपर थी और हम बिस्तर पे लेटे हुए थे और पूजा की चूत में उंगली अंदर बाहर कर रहे थे....
अब पूजा की तेज तेज सांसे सिसकियों में तब्दील हो गई थी और कुछ ही पल में मेरी जान झड़ गई....झड़ने के बाद पूजा एकदम पस्त हो कर अपने दोनो हाथ बिस्तर पे फैला दी और हाफ्ते हुए बोली आह जान कितना हल्का लग रहा है....हम उसको धीरे से अपने ऊपर से उतारे और अपने बगल में लिटाते हुए उसकी चूत को छूते हुए बोले इसमें भी ड्रेनेज जाम होता है समय समय पे डंडा या छोटा डंडा घुसा कर क्लियर करते रहना चाहिए....
पूजा हस्ते हुए मेरे तरफ घूम गई और मेरे गले में अपनी बाहें डाल कर बोली आई लव यू जान आई लव यू सो मच.....
हम उसके नाक से नाक टकरा कर बोले एंड आई लव यू टू आई लव यू वेरी मच आई लव यू इतना सारा....और अपनी बाहें खोल कर उसको अपने लव यू का इजहार किए तो वो बोली हाय इतना सारा प्यार ये सब मेरा है वाओ....
हम बोले हा सब तुम्हारा है चलो अब नाइटी पहन लो वरना ये फिर से अपना सर उठा लेगा....
पूजा मेरे आधे मुरझा चुके लंड को अपने हाथो में पकड़ कर बोली नही हम अब कुछ नही पहनेंगे अब कल पहनेंगे और ये अब नहीं जागेगा अगर जागा तो हम है ना....चलिए अब अपने बाहों में ले कर सुलाइये हमको....
हम बोले अरे मेरा जान नाइटी पहन लो अभी मौसम देख रही है ठंडा जैसा हो रखा है तबियत बिगड़ेगा तो मां का बात सुनना बैठ कर....
पूजा बोली बै जान सच में मन नहीं है मेरा और आप कैसे कह रहे है वरना ऐसे तो नंगी हो रखेंगे बोलते थे....
हम बोले अरे जान नंगी रखते पर कब जब ये दोनो शैतान तुम्हारे अंदर नही होता तब पर अभी तुम तीनो का खयाल रखना मेरी जिम्मेदारी है ना फिर चलो पहन लो हम भी पहन लेते है अपना हाफ पैंट और उठने लगे तो पूजा मेरा हाथ पकड़ ली पर कुछ बोली नहीं.....

हम समझ रहे थे उसके मन की बात एक तो हम खुद को शांत नही किए ऊपर से पूजा मेरे बाहों में नंगी सोए ये हमको बहुत पसंद था इसलिए वो ऐसा कर रही थी और हम उसकी इच्छा को मारे नही बिस्तर में उसको सही से लिटाए और दो चादर को जोड़ कर एक पतला कंबल जैसा बनाए और उसी में लिपट कर दोनो कोई एक दूसरे की बाहों में समाए सो गए.....
सुबह तकरीबन पांच बजे बादलों के तेज गड़गड़ाहट से पूजा डर के जाग गई और उसके एकाएक मेरे बदन से अलग होने पे हम भी उठ गए और बोले अरे जान क्या हुआ वो मेरे गले से लग गई और बोली डर गए थे इतना जोर से बादल का आवाज आया तो....हम उसके माथे पे चूमे और पीठ पे सहलाते हुए बोले अरे हम है ना और बादलों से क्या डरना....
और फिर उसको अपने से चिपका कर वापिस सुला लिए पर मेरे आंखो से नींद गायब हो चुकी थी....
बाहर बहुत तेज बारिश हो रही थी और पूजा हमसे एकदम चिपट के सोई थी वैसे भी सुबह सुबह की नींद बहुत तगड़ी होती है....

इधर मेरी नींद उड़ी हुई थी और हम लगे थे हिसाब बैठाने में की कैसे कैसे भोपाल से पटना आना जाना करना होगा और ये केवल मां का हुकुम ही नही बल्कि मेरा भी मन था की हम अपनी जान को जितना हो सके उतना समय दे पाए और सबसे जरूरी बात पूजा का खुश रहना था और मेरी जान मेरे साथ रहने पे ही सबसे ज्यादा खुश रहती थी या एक तरह से बेफिक्र रहती थी की हम उसके पास है तो बस सब कुछ सही है.....पर अभी डिलीवरी के समय पैसे और मन दोनो से मजबूत रहना था वैसे पहले से सेविंग्स तो करते आ रहे थे पर अभी ये पटना आने जाने में खर्च बढ़ने वाला था पर जब मेरे बगल में सो रही पूजा के चेहरे को देखा उसपे सुकून भरे एहसास को महसूस किया तो फिर दिमाग में ये पैसे वाली बात भी फुर्र हो गई क्युकी ये वही लड़की है जिसके लिए ये नौकरी पाए थे हम और इससे बढ़ कर कुछ नही.....

खैर इसी तरह सोचते सोचते मेरी भी आंख लग गई और दुबारा आंख खुली तो पूजा उठा रही थी हमको...जब आंख खोले तो पूजा बोली जान उठ जाइए साढ़े सात हो रहा है दीदी लोग आने वाली होगी ना चलिए....हम बोले नही जान अभी मन नही है बिलकुल भी और बाहर बारिश हो रहा है दीदी लोग को आने में देर लगेगा तुम भी आराम करो....पूजा बोली अरे पागल बारिश कब का बंद हो चुका है चलिए उठिए ना....
हम दुबारा से उठे और सामने मेरी जान की नंगी चूचियां मेरे सामने थी जिनपे ध्यान मेरा अभी गया तो हम पूजा को अपने पास खींचे और जैसे वो इसी लम्हे का इंतजार कर रही थी....मेरे आलिंगन में आते ही पूजा हमको मेरे होंठो पे चूम ली और बोली गुड वाला मॉर्निंग जान....हम उसकी चुचियों को कस कर भींचते हुए बोले गुड मॉर्निंग जान सुबह सुबह ये हसीन नजारा देख के तो मन ही नही हो रहा की तुमको छोड़े पर क्या करे अभी थोड़ी देर में मां आवाज दे देंगी.....
पूजा कसमसाती हुई बोली अरे मेरी जान अभी हम आपके पास है ना नहा कर तैयार होने तक....आप एक बार बोलिए तो क्या चाहिए क्या करे हम जिससे मेरी जान का मूड एकदम फिरेश हो जाए....
हम बोले फीरेश हो जायेगा चलो साथ में नहाते है...पूजा बोली जो हुकुम मेरी जान....फिर दोनो कोई बिस्तर से उठे और साथ में नहाए और वहा भी हम दोनो ने एक दूसरे को अपने प्यार की चाशनी में डुबोया....
नहा कर तैयार होते वक्त हम पूजा को बोले जान जल्द ही इनमे से दूध पीने को मिलेगा ना....पूजा बोली हा बाबा जल्द ही मिलेगा पर अभी थोड़ा इंतजार करना होगा माय लव....
वैसे तुम दिन पर दिन और सुंदर होते जा रही है ऐसे में हमको तो और दिक्कत होगा यहां इतनी सुंदर बीवी को छोड़ के वहा अकेले भूत के तरह भटकेंगे....पूजा हस कर बोली बै जान ऐसे बोलिएगा तो हम आपको जाने ही नही देंगे....हम बोले अच्छा तो लगाओ कोई बहाना और रोक लो हमको अपने पास....पूजा मुंह बनाती हुई एक लंबा सास छोड़ते हुए बोली काश की ऐसा हम कर पाते....हम बोले अरे अब प्लीज उदास मत हो जाना गिनती आता है ना एक दो कर के पांच तक गिनना बस फिर हम यू हाजिर हो जायेंगे.....
पूजा बस हल्के से मुस्कुरा दी...हम बोले अरे अभी ना बोले मायूस नही होना फिर ये हल्की सी हसी क्यों....पूजा बोली कुछ नही जान आप सब जानते है ना...हम बोले हा जानते है इसलिए तो गिनती गिनने बोले है और अभी चलो नीचे वरना मां फिर गुस्सा करेगी आज दवाई में लेट हो गया है तुम्हारे....
पूजा बोली चल रहे है जान अभी से यही तो करना है दवाई खाना आराम बस....हम बोले यही तो करना है और क्या करेगी एक मिनट एक और काम है करने को....
पूजा सवालिया नजरो से हमको देखने लगी और हम उसको देखते रहे की वो कुछ बोलेगी और जैसे की उसको मेरे मन की बात पता चल गई वो मेरे गले में हाथ डालते हुए बोली आपको प्यार करेंगे जान और क्या....
हम हस दिए और बोले ये हुआ ना बात...पूजा भी हस दी और बोली आप ना पागल है मेरे सेक्सी हब्बी मेरे जान....उम्माह चलिए अब चले नीचे....

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दोनो कोई नीचे गए तो मां बोली क्या बेटा आज दोनो काफी देर तक सोए नींद लेट से आया क्या तबियत ठीक है ना....
हम बोले सब ठीक है मां तुम्हारे होते कुछ गड़बड़ हो ही नही सकता....मां बोली चल बात ना बना और भाग के जा थोड़ा समान पापा ला कर रखे होंगे दुकान पे वो ले आ और पूजा बेटा आज डॉक्टर के यहां चलेंगे तिवारी आंटी भी साथ में चलेगी....हम बोले अरे अरे मेरे को भी कोई पूछ लो भाई हम बाप है....
मेरे ऐसे बोलने पे मां और पूजा दोनो हस दी और बोली तू ही तो ले के चलेगा हम लोग को पगला कहिंका और कल सुबह कुलदेवता के मन्दिर चलना है तो आज के जैसे लेट नही उठना नही तो बहुत गरियाएंगे दोनो को....
हम बोले हा मां टेंशन मत लो हम आते है दुकान से और हम निकल गए दुकान....
दुकान पे पापा ने कुछ सब्जियां और घी ला कर रखा था वही लाना था और उन्होंने ये भी बताया कि कल एक खाना बनाने वाले को बुलाया है जो खाना का आइटम तैयार करेगा तब तक हम, पूजा, मां और बड़ी दीदी कुलदेवता के मन्दिर पूजा कर आयेंगे उसके बाद शाम को पार्टी कर लेंगे....
हम बोले परफेक्ट प्लान है पापा सब सेट है फिर वो पूछे की तू कब निकलेगा हम बोले परसो रात की फ्लाइट है...
पापा बोले चल अच्छा है पर बेटा जब भी मौका हाथ लगे घर आ जाना क्युकी तेरी जान तेरे पीछे में एकदम मुरझा सी जाती है इस बार ऐसा कुछ नही होने देना समझा....
हम थोड़े दबे स्वर में बोले ध्यान है पापा हमको और यहां से जाते ही हम हर हफ्ते के आने जाने का प्रबंध कर लेंगे....
पापा तुरंत मेरी बातो के पीछे छुपे परेशानी को समझ गए और बोले पैसा को ले कर बिलकुल भी चिंता नही करना हम है अभी तेरे साथ....
हम मुस्कुरा कर बोले अरे पापा क्या आप भी अगर आज भी हमको जरूरत लगेगा तो जैसे पहले मांगते थे वैसे ही आज भी मांग लेंगे ये थोड़े है की कमाने लगे है तो आपसे मांगेंगे नही....
तभी पीछे से तिवारी अंकल आए और बोले बाल बच्चा कितना भी पैसा कमाने लगे कितना भी बड़ा बन जाए बाप मां के लिए बच्चा ही रहता है....
हम बोले जी अंकल और फिर थोड़ी इधर उधर की बाते कर के घर निकल गए हम....
घर पहुंचे तो देखे की मेरे दोनो बहन और बहनोई पधार चुके है और दोनो बहन, बड़ी भाभी और मां पूजा के इर्द गिर्द उसको घेर के बैठी थी और दोनो बहनोई अपने अपने काम और बिजनेस टाक्स में लगे हुए थे....
और उनके पुत्र पुत्री यानी की मेरे भांजा भांजी मां पापा के कमरे में धमाचौकड़ी मचाए हुए थे और बेचारा जिमी चैन में बंधा उनको देख के उनके पास जाने को बेचैन था.....
हमको देख के दोनो बहन और बहनोई लगे बधाई देने इन सब में मेरा दिमाग चकरा गया....खैर तीन चार सौ हिदायत और चेतावनी सुनने के बाद थोड़ा सुकून का सास लेने को मिला वो भी तिवारी आंटी के आने के बाद....
उनके आने का साफ साफ मतलब था की अब हमे डॉक्टर के यहां जाना है सो आधे घंटे के अंदर हम तीनो चल पड़े डॉक्टर साहिबा के यहां....

...
.....

डॉक्टर साहिबा पटना की जानी मानी लेडी डॉक्टर थी....उन्होंने भोपाल में इलाज के सारे रिपोर्ट्स देखने के बाद तुरंत पूजा का एक अल्ट्रासाउंड किया और फुल चेकअप के बाद बोली ग्रोथ सही है डिलीवरी के समय तक पूजा को कुछ दवाइयां रेगुलरी लेने को बोला और अभी से तीसरे से चौथे महीने में डिलीवरी की एक्सपेक्टेड डेट बताई.....बाकी सब ऑल ओके कोई टेंशन वाली बात नही बस स्ट्रेस नही लेना है ये एक बात पूजा को भोपाल वाली डॉक्टर भी दोहराई थी और यहां ये भी दोहराई क्युकी पूजा का जब भी चेकअप वगैरह होता तो वो घबरा जाती थी जिसके वजह से उसकी नब्ज तेज होती या फिर कुछ और पर डॉक्टर लोग ये बात पकड़ लेते और पूजा को नसीहत दे डालते की ने स्ट्रेस पर वो तो ठहरी पगली जब तक सब कुछ उसके आंखो के सामने सही सलामत ना दिख जाए उसका प्राण अटका हुआ रहता था.....
खैर वहां से दिखलाने के बाद हम लोग वापिस घर आए और उसके बाद शुरू हुआ फैमिली टाइम.....
वीडियो कॉल पे बैंक वाला भाई भाभी से अलग ही बात हो रहा था तो कभी सुगंधा और मम्मी से बात हो रहा था.....पापा और भईया भी दुकान जल्दी बंद कर के आज घर आ गए थे....सब कोई जमा हुआ था घर में और हर एक आदमी अपने अपने तरीके से कल के दिन को कैसे सेलिब्रेट करना है प्लानिंग बनाए जा रहा था....
जिमी भी अब सब के बीच घुल मिल गया था उससे अब बच्चे डर नही रहे थे बल्कि उसके साथ खेल रहे थे....
और इधर मेरी जान आंखो ही आंखो में इशारा करती की वो मेरे गले लगने को बेताब है पर कोई उसे अकेला छोड़े तब तो.....इसी तरह कब दोपहर हुई कब शाम और कब रात पता ही नही चला....
रात के खाने के बाद भईया भाभी के घर पे बड़ी दीदी और जीजा जी साथ में चले गए वही सोने और छोटे वाले जीजा जी अपने घर लौट गए कह कर की सुबह आयेंगे वापिस और छोटी दी मां पापा के साथ उनके रूम में एडजस्ट हो गई और बच्चे लोग आ गए हमारे कमरे में....
दिन भर उछल कूद मचाने के बाद दम भर खाना खाए और बेसुध हो कर सो गए सारे....पलंग पर जगह तो थी नहीं अगर एडजस्ट करते भी तो हम में से कोई एक ही सो पाता इसलिए पूजा ने जुगाड लगाया और जमीन पे ही मस्त बिछावन लगाया और दोनो कोई लेट गए....पूजा ने अपने कपड़े शाम में ही बदल किए थे पर मेरे साथ कमरे में आने के बाद उसने अपना पेटीकोट और ब्रा उतार दिया था और अभी वो केवल नाइटी में थी....
लेटने के बाद पूजा मेरे सीने पे सर रखी और मेरा हाथ अपने हाथ में पकड़ते हुए बोली जान पूरे दिन आपका हाथ तक पकड़ने को नही मिला गले कहा से मिलते बाप रे कल क्या होगा कल तो और तांडव होगा....
हम बोले अरे नही जान कल तो हम लोगो का स्पेशल दिन है कल दुनिया की नजरो में हमे पति पत्नी बने एक साल हो जायेगा पर हम दोनो के लिए ये चौथा साल होगा है ना.....
पूजा बोली हा अनऑफिशियली चौथा और ऑफिशियली पहला....हम बोले आज एक वादा करते है एक दूसरे से की जैसे ये हाथ थाम कर इतना दूर तक चलते आए है आगे पूरा जीवन इसी तरह हसी खुशी बिताएंगे....पूजा बोली हा जान ये भी कोई बोलने कहने की बात है हम दो जिस्म एक जान है इतने में बारिश शुरू हो गई फिर से तो हम पूजा को बोले चलो बाहर चले थोड़ा बालकनी में वो कुछ बोले बगैर मेरे साथ हो ली....कमरे के पीछे पहुंचे जहा बारिश की फुहारे हम दोनो पे
पड़ रही थी...हम पूजा को अपने आलिंगन में लेते हुए बोले याद है ये जगह...पूजा अपना सर घुमा कर मेरे चेहरे पे चूमी और बोली इसको कैसे भुल सकते है पहली बार अपनी जान से मिलने यही से तो घुसे थे....हम बोले और हम यही से बाहर निकल कर तुमसे मिलने आते थे....वो भी एक समय था जान एक अलग तरह का उतावलापन होता था है ना....पूजा बोली चलिए फिर से छुप छुप के मिलते है....हम हस कर बोले दुबारा से रांची जाना पड़ेगा तुमको ऑटो से कूदना पड़ेगा और हमको अपना सर फुड़वाना पड़ेगा....ये सब से अच्छा तो ये समय है जब तुम मेरी बाहों में हो और किसी का कोई डर नही....पूजा बोली हम भी पागल है इतना अच्छा समय को छोड़ कर पीछे वाला समय में जाने का बात कर रहे है....
हम बोले अभी जब चले जायेंगे तो वैसे ही वेट करेगी तुम मेरा जैसे पहले अपने घर पे करती थी शाम होने का....वहा पांच घंटे होते थे अब पांच दिन होंगे....
पूजा बोली एई पांच घंटा नही पूरा दस घंटा होता था गलत मत बोलिए मेरे इंतजार के समय को सीधा आधा कर दिए....
हम बोले अरे अब जाने भी दो सॉरी....पूजा अपनी आंखे मिच कर बोली होता है जान और मेरे होंठो पर चूम ली....
हम बोले अरे ऐसे खुलेआम कोई देख लेगा तो...तो पूजा बोली देख लेगा तो देख ले मेरे पति है आप कोई दूसरा आदमी नही समझे....इतने में बादल एक बार फिर जोर से गरजा तो पूजा मेरा हाथ जोर से पकड़ ली और घबराहट वाली हसी हस्ते हुए बोली बाप रे आज सुबह से ये लगा है डराने में हमको हम बोले कोई बात नही हम है ना तुम्हारे पास....
हम बोल अभी एक को चाय मिल जाता तो मजा ही आ जाता....पूजा बोली अभी बना लाते है मेरी जान के लिए.... हम बोले बनाने का क्या जरूरत है सब कुछ तो यही है बस उबाल आना बाकी है....पूजा बोली यहां क्या है पगलाए क्या आप...
हम उसकी चुचियों को दबाते हुए बोले ये रहा दूध....फिर उसके होंठो को अपने अंगूठे से सहलाते हुए बोले ये रही चाशनी....हम अपना हाथ दिखलाते हुए बोले ये रहा चायपत्ती का भूरा रंग....और उसकी चूत पे हाथ ले जा कर बोले ये रही गरम गरम आग बस दो तीन बार अपने उनग्लीनुमा स्टोव पिन से प्यारा सा पुश देना है और फिर तो जो उबाल मारोगी तुम की बस मेरी चाय तैयार....पूजा बोली हे भगवान कहां से लाते है इतना भयानक वाला ज्ञान आप....और आप भूरे रंग के है मारेंगे ना....धूप में आते जाते रहते है इसलिए आपका रंग दब गया है थोड़ा वरना आप हमसे ज्यादा साफ रंग के थे....और मेरी इसमें आग कहा है भला....
हम बोले अरे वो हमको पता है ना की उसमे कितना आग है अभी दो तीन बार अपनी उंगली से अंदर बाहर कर के प्रेशर बनाए ना तो देखो कितना आग लगता है पूरे जिस्म में....पूजा बोली हाय हाय मेरे राजा क्या व्याख्यान किए है आप....
हम बोले और नही तो क्या दो मिनट में उबाल मारने लगेगी तुम समझी......
और पूजा को वही पे घुमा कर अपने होंठ उसके होंठो पे रख दिए और ये क्या उसके होंठो पे लिपिस्टिक लगा हुआ था पर पता जरा भी नहीं चल रहा था की उसने लिपिस्टिक लगा रखी है....एक मस्त वाले चुम्बन के बाद हम बोले लिपिस्टिक लगाए हुई थी पर पता नही पड़ रहा था वरना इतना लेट करते ही नही हम इसको खाने में....
पूजा हस कर बोली हम लगा कर ही आए थे नीचे से दीदी नया लाई थी तो बोली ट्राई करने को एंड हम कर लिए.....

इतने में मेरा मोबाइल बजा शायद सुगंधा का मेसेज था हैप्पी एनिवर्सरी का....हम पूजा के हाथो को चूम कर बोले हैप्पी फर्स्ट मैरिज एनिवर्सरी जान....वो बोली अरे बारह बज गया
हम बोले जी बज गया और अगला दिन शुरू भी हो गया...फिर वो मेरे गले में अपने हाथ डाल कर मेरे होंठो को दुबारा से चूमी और बोली हैप्पी फर्स्ट मैरिज एनिवर्सरी टू यू ऑलसो माय लव....
अब तक पूजा की नाइटी का नीचे का हिस्सा कुछ हद तक गिला हो गया था वही मेरे पैर भी गीले हो गए थे इसलिए हम दोनो वापिस अपने कमरे में आ गए और एक दूसरे की बाहों में लिपटे सोने लगे क्युकी कल सुबह हमे पूजा करने मंदिर भी जाना था......
बहुत ही सुन्दर लाजवाब और रमणीय अपडेट है
 
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बहुत ही सुन्दर लाजवाब और रमणीय अपडेट है
धन्यवाद भाई🙏🏻👍🏻
 
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सुबह मेरी नींद खुली जब पूजा ने मेरे होंठो पर एक मस्त वाला चुम्मा दिया....और कान के पास आ कर बोली आई लव यू माय जान.....चलिए अब उठ जाइए मंदिर भी जाना है....हम उसको वापिस अपने बाहों में भर लिए और बोले एक साल हो गया शादी को पर अब भी लगता है कल की ही बात है अपनी शादी हुई है और आज सुहागरात है अपनी.....
पूजा बोली वैसे हमलोग का सुगागदीन मना था ना की सुहागरात.....हम हस कर बोले अरे इतना थक गए थे हम लोग की रात में सो ही गए थे और सुबह अपना सुहागदीन का रिवाज पूरा किए थे.....वैसे तुम कहो तो आज रात एक सुहागरात मना सकते है.....
पूजा मेरा हाथ पकड़ी और अपने पेट पे रखवाते हुए बोली बच्चा लोग अंदर कुनमुनाएगा बोलेगा मेरा बाबू का जवानी उफान मार रहा है....
हम बोले अरे इन दोनो के आ जाने के बाद भला हम रुकने वाले थोड़े है अपना प्रेम का असाइनमेंट चलते रहेगा जब तक की मेरी कलम और तुम्हारी ये स्टैंपपैड लाल सिग्नल ना दिखला दे....
वैसे आज बड़ा स्पेशल स्पेशल गिफ्ट लाए है अपनी जान के लिए....लेकिन आज ना कुछ भी कर के ये बच्चा लोग का कुछ करना पड़ेगा....पूजा बोली मेरे जान आप पागल हो गए है ये लोग को कहा भेज देंगे हम....
हम बोले अरे तुमको भेजने का जरूरत नहीं है वो हम जुगाड लगा देंगे बस तुम ना नुकुर मत करना आज थोड़ा क्वालिटी टाइम स्पेंड करेंगे पार्टी के बाद समझी और अपनी एनर्जी बचा कर रखना....

पूजा मेरे होंठो पे चूम कर बोली हम आपके कर कदम में साथ रहते है जान और आप कुछ भी कीजिए हम ना नुकूर नही करने वाले समझे और रहा एनर्जी का बात तो वो तो आपसे बस गले मिलने का देर रहता है हम खुद ब खुद मूड में आ जाते है...हम उसकी एक चूची को जोर से दबा कर बोले अच्छा कैसे आता है तुम्हारा मूड केवल मेरे सीने से लगने से या फिर कुछ और करने से हा....पूजा बोली बै जान अभी सुबह सुबह तंग नही कीजिए चलिए उठिए दोनो कोई फ्रेश होते है फिर मां किसी भी वक्त आवाज दे देंगी तो फिर समझिएगा आप.....हम मोबाइल में टाइम देखे सुबह के पौने छ बज रहे थे....टाइम तो काफी हो गया था इसलिए प्यार मोहब्बत को थोड़ा साइड में रखे और उठे दोनो कोई....
हमारे पलंग पर तीन बच्चे टांगे पसारे गहरी नींद में सो रहे थे पूजा बोली देख लीजिए कुछ दिन बाद अपने बच्चे भी ऐसे ही सोएंगे....हम बोले अरे अभी उसमे बहुत टाइम है जान तब तक पता नही तीसरा बच्चा का प्लानिंग हो जाए....पूजा अपनी आंखे गोल करती हुई बोली बाप रे आप तो मेरा कबाड़ा निकालने पे तुले हुए है....
मेरे लंड को पकड़ कर बोली इससे इतना पिटाई करते है कुछ तो रहम कीजिए जान अपनी जान पे....हम बोले रहम वहम कुछ नही लव हैज नो लिमिट्स....वैसे भी हम तो तुमको एकदम बेशुमार प्यार करते है बल्कि करना चाहते है बस टाइम नही मिलता पूरा वरना तुमको तो हम एक सेकेंड के लिए भी अकेला ना छोड़े....
पूजा हस कर बोली इसीलिए तो हम कहते है आई लव यू....
हम बोले आई लव यू टू स्वीटहार्ट...

फिर दोनो कोई एक साथ बाथरूम में घुसे और नहा धो कर कमरे में वापिस आए तो पाए की बच्चा लोग नीचे जा चुका है....पूजा बोली आप एक बार नीचे हो आइए ना तब तक हम कपड़ा निकालते है पहनने वाला....
हम नीचे गए तो मां और दीदी भी रेडी ही थी हमको देख के मां बोली बेटा अच्छा हुआ तू आ गया नही तो अभी हम आ ही रहे थे तुझको बुलाने....तभी पीछे से दीदी बोली अरे तुम दोनो कहा सोया बच्चा लोग तो पलंग पर था....हम बोले कमरे में ही सोए थे दीदी और कहा....
तो दीदी बोली जमीन पे रे....हम बोले हा तो क्या हो गया...
मां सुनी तो बोली एकदम दिमाग नही है कल रात में बारिश हो रहा था और तू पूजा बेटा को नीचे जमीन पे सुला दिया कुत्ता कहिंका अगर भगवान न करे उसको ठंडा उंडा मारा ना तो तेरा खैर नहीं....
हम मां को हस कर बोले अरे मां कुछ नही हुआ उसको अभी नहा कर तैयार हो रही है नीचे हम आए थे ये पूछने की कुछ एक्स्ट्रा ताम झाम तो नही लेना ना....दीदी हस कर बोली सही में तेरा दिमाग खिसक गया है...
मां बोली शादी के समय वाला चुनरी और तेरा धोती होगा जिससे गठबंधन हुआ था वो ले लेना बस बाकी सब हम लोग रेडी कर रखे है तैयार हो के आजा....
हम मां से बोले मां नया कपड़ा लाए है पहनने को दे दे...तो मां बोली पहले नीचे ले आ भगवान को छुआ कर देंगे फिर पहनना ऐसे नही....


हम ऊपर गए जहां मेरी जान अपना श्रृंगार पटार कर रही थी.....हम बोले जान तुम्हारे लिए तीन नया कपड़ा ला रखे है मां बोली है अभी साड़ी पहनने....
पूजा बोली तो फिर शाम में क्या बोली है और तीन कपड़ा मतलब क्या....आप लाए क्या क्या है मेरे जानेमन....हम बोले लाए तो बहुत कुछ है पर सब कुछ समय के अनुसार दिखलाएंगे फिलहाल एक सूट है एक साड़ी है और अपने ऑफिस बैग से निकाल के दिखलाए उसको....
वो दोनो चीजे उठा कर देखते हुए बोली जान ये महंगा होगा ना क्या जरूरत था कोई और ले लेते जरूरी है हर बार ब्रैंड ही लेना है....
हम बोले अरे मेरी जान मामूली थोड़े है जो मामूली कपड़े पहनेगी और बोल तो ऐसे रही हो जैसे पहनती ही नही हो मामूली कपड़े घर में डेली यूज में पहनती हो ना आज स्पेशल दिन है तो फिर हर चीज स्पेशल होना चाहिए ना.....
पूजा बस मुस्कुरा कर रह गई और साड़ी पहनने को रख ली और बोली मां सूट पहनने के लिए इजाजत दे दी....
हम बोले अरे आज बोले ना स्पेशल दिन है तो सब चलता है और अपनी मां सब जानती है तो वो मना क्यू करेंगी रोज रोज तो सालगिरह आता नही.....
फिर पूजा अपना नाइटी उतारने लगी तो हम बोले एक मिनट अभी नीचे से इन कपड़ो को भगवान जी को स्पर्श करा कर लाने दो मां बोली है फिर पहनना और पहनना क्या हम पहनाएंगे अपने हाथो से....तो पूजा बोली फिर तो हो गए हम तैयार मां फिर गुस्सा करेगी....
हम बोले अरे कुछ बदमाशी नही करेंगे पर गारंटी नहीं लेंगे क्युकी मामला संगीन है कुछ भी हो सकता है....
पूजा एक अदा से बोली वो क्यू होगा भला.....
हम बोले अरे मेरी जान है ही इतनी खुबसूरत की कंट्रोल नही होता वो भी नंगी देखने पे....
पूजा थोड़ा मेरे पास आई और मुस्कुराते हुए बोली आपसे कंट्रोल नही होता तो हमसे कौन सा होता है पर जान अभी नही.....उसके लिए रात है ना अपने पास....अभी पूजा पाठ का टाइम है जाना भी है सो लेट नही करते....


हम बोले तुम अपना बाल संवारो तब तक हम नीचे से हो आते है और जब नीचे जाने लगे तो पूजा अलमीरा में से मेरे लिए लाया हुआ शर्ट और एक घड़ी दी और बोली इसको भी छूला लाइएगा ये हम आपके लिए लाए है मेरे जान.....
हम हस कर बोले गिफ्ट ऐसे कौन देता है...पूजा बोली अरे मेरा दिमाग ही नही काम किया उल्लू के जैसी करते है हम....और फिर वो मेरे लिए लाया हुआ शर्ट हमको दे दी जिसको ले कर हम नीचे गए और मां को दे दिए तो वो बोली अरे बेटा केवल कपड़ा ये घड़ी वड़ी नही समझा....
हम बोले मां एक नया मंगलसूत्र लाए है वो भी लाना है क्या...मां बोली अरे नही बेटा केवल कपड़ा वैसे अगर तेरा मन है तो ले आ जो भी नया है सब कुछ एक बार छुआ देते है फिर ही पहन लेना...
तो दीदी बोली अरे मां खाली कपड़ा ही करवा दो ना कितना बार वो ऊपर नीचे करेगा और जल्दी करो अभी मौसम सही है फिर धूप चढ़ेगा तो गर्मी से पूजा को परेशानी होगा....
मां बोली हा चल छोड़ इधर दे और उनको हम दे दिए सब कुछ और मां उसको भगवान जी को स्पर्श करा के हमको दे दी और देते हुए बोली पूजा बेटा शर्ट लाई है तेरे लिए सुंदर है बेटा तुझपे खिलेगा....
हम बोले अरे हम भी तो उसके लिए लाए है उसका कुछ नही....तो मां बोली अरे बेटा तेरा तो पसंद हम लोग से भी अच्छा हो गया है....
दीदी हस दी और मां भी और हम झेंप गए बुरी तरह से और वहा से ऊपर आ गए......


कमरे में आ कर पहले गेट बंद किए और फिर पूजा की तरफ घूम तो वो आइने के सामने काजल लगा रही थी....हम बोले अभी वो सब रोको वो मेरे तरफ घूमी और फिर हम बिना देर किए उसकी नाइटी को उतार दिए और मेरी जान मेरे सामने नंगी हो गई....
हम पूजा को एक टक से देखने लगे तो वो बोली एई जान क्या हुआ....हम एक लंबा सास छोड़ते हुए बोले अरे हमको कुछ नही हुआ इसको हो रहा है और खड़े होते अपने लंड की तरफ इशारा किए जिसको पूजा पैंट के ऊपर से ही थपकियाते हुए बोली अभी नही बेटा अभी टाइम नही है तेरा....
हम पूजा की चूची को सहलाते हुए उसको चूमने झुक रहे थे तो वो हमको रोक दी....तो हम बोले अरे एक बार चूमने तो दो....पूजा ऐसे बिदक के दूर हुई हमसे जैसे अभी हम उसपे चढ़ बैठेंगे....
हम हस कर बोले हे भगवान पहले कुछ करने तो दो फिर ना भागोगी की पहले से ही....पूजा बोली आप जानते है ना हम फिर बहक जायेंगे और अभी साफ शरीर से पूजा में बैठना है पागल....
हम बोले हा बाबा पता है पर अभी हम कुछ करते तब ना....पूजा बोली वो हम जानते है आप कितना करते कितना नही.....
फिर हम साड़ी का पैकेट खोले जिसमे नई ब्रा से ले कर ब्लाउज पेटीकोट सब था....
पूजा बोली आप ना....हम बोले हम ना क्या गंदे आदमी है....
वो बोली नही आप ना मेरे जान है डार्लिंग है सब कुछ खरीद के ही ले आए जबकि मेरे पास अभी नया ब्रा था जान....
हम उसकी बात का कोई जवाब नही दिए और पहले ब्रा पहनाए उसको और फिर आइने के सामने घुमा कर ब्रा में उसकी चुचियों को एडजस्ट किए और उसी बहाने उसके निप्पल को हल्का सा उमेठ दिए.....
तो वो अपनी आंखे बंद करते हुए सिसकी और एक लंबा सास छोड़ते हुए बोली आप कोई मौका नहीं छोड़ते है हमको बहकाने का.....
हम बोले उफ ये हसीन सितम कैसे सह रही हो तुम....बोलो तो कुछ उपाय कर दे.....
हम उसकी चुचियों को थामे हुए ही बोले तो वो आइने से ही हमको देखी और मुस्कुरा दी पर कुछ बोली नहीं....
फिर हम उसको पेटीकोट पहनाए और फिर ब्लाउज उसके बाद धीरे धीरे साड़ी भी पहना दिए.....उसके बाद बोले अभी अपनी आंखे बंद करो वो बोली अरे क्यू क्या हुआ....
हम बोले अरे करो तो और फिर अपने सीक्रेट जगह अपने ऑफिस बैग के एक चेन में जहां पे हम वो नाइटी निप्पल रिंग और मंगलसूत्र रखे थे वहा से मंगलसूत्र निकाले और अपनी जान के गले में डाले और बांधते हुए उससे पूछे की देखो कैसा है सुंदर है की नही....
और वो गधी नया मंगलसूत्र देख के रुवांसी हो गई और रुंधे हुए गले से बोली बहुत सुंदर है जान.....
कितने का दिया...हम बोले रहने दो गिफ्ट का दाम नही बतलाते लोली....और अभी इतना मेकअप लगाई थी सब रो के बहा देगी क्या....
वो रोते रोते हस दी और बोली नही जान हम मेकअप नही किए है खाली क्रीम ही तो लगाए थे अभी की आप रोक दिए बोले रोको वो सब....
हम बोले अरे अरे चलो अब स्टार्ट करो फिर हम भी तैयार होते है और अब रोना नहीं पता नही क्यों रोने लग जाती है हर बात पे....

पूजा बिना कुछ बोले चुप चाप अपना आगे का कार्यक्रम करने लगी और हम फटाफट तैयार हो गए और जो शर्ट पूजा लाई थी सही में फब रहा था हम पर.....पूजा मेरे को देख के बोली जान आप तो एकदम हीरो लग रहे है....हम बोले और तुम हीरोइन पर एक मिनट एक चीज तो हमको और करना था....वो बोली क्या जान.....हम सिंदूर का डिब्बा उठाए और उंगलियों में सिंदूर ले के उसकी मांग में भर दिए और बोले ये....
पूजा बस मुस्कुरा कर मेरे बाह में अपना हाथ फसा ली और बोली चलिए अब....हम बोले अरे सुनो मां बोली है की अपना शादी के समय वाला चुनरी और मेरा धोती ले लेना तो वो ले लो फिर चल चलते है....
पूजा अलमीरा से वो निकली और फिर दोनो कोई आ गए नीचे.....


जब दीदी हम दोनो को देखी तो बोली दुबारा से बियाह करने नही जाना है बेटा बाप रे एकदम दूल्हा दुल्हन लग रहा है दोनो का दोनो.....इतने में बड़ी भाभी आई तो देख के बोली बस खाली कोट पहन ले देवर बाबू बाकी दुल्हनिया तो एकदम तैयार है चुनरी हाथ में है ही.....
मां बोली अरे अभी दोनो के दोनो को गरियायेंगे मेरा बेटा बहु को नजर लगाई तो....हम दोनो जा के पहले मां के पैर छुए और आशीर्वाद लिए और मां हमको और पूजा को एक एक नजर का टीका लगाई....उसके बाद हम दोनो दीदी और भाभी के भी पैर छुए उसके बाद मां पूजा को ले कर अपने कमरे में चली गई....

इधर भाभी को हम देखे तो सोचे की अभी ही मौका है उनसे बात कर लू और पहुंच गए उनके पास और उनको बताए अपने प्लान के बारे में और बोले की जरूरत पड़े तो भईया का मदद ले लीजिएगा बाकी वैसे कुछ ज्यादा तो नहीं है आप सब अरेंज कर लीजिएगा....
भाभी अपनी आंखे गोल करती हुई बोली कहां से सोचते है ये सब आइडिया आप हा बाप रे इश्कबाज बन गए है पूरे के पूरे....
हम बोले अरे जोर जोर से मत बोलिए बाबा कर दीजिएगा ना.....भाभी हस के बोली अरे हा देवर राम सब हो जायेगा....तो हम उनको पैसे देने लगे जो भी खर्च होगा तो वो बोली ये रखिए अपने पास हम करवा देंगे अपने तरफ से और सालगिरह का गिफ्ट हो जायेगा समझे.....
अभी ये सब बात हो ही रहा था की दीदी पीछे से बोली वाह बेटा ये खतरनाक प्लानिंग और कुत्ता कहींका अपना भांजा भांजी को ही भगा रहा है....
हम दीदी को देख के सकपका गए थोड़ा और बोले नही दी भगा नही रहे चलो ये सब रहने देते है एक सेलिब्रेशन तो हो ही रहा है ना बच्चा लोग यही सोएगा.....

तो वो मेरा गाल खींचते हुए बोली अरे अरे अब मुंह मत बना शादीशुदा है तू हम समझते है पगला और जो सोचा है तू अच्छा सोचा है आखिर लव मैरिज वाला को कुछ तो एक्स्ट्रा प्यार दिखना चाहिए ना.....और तू टेंशन मत ले बच्चा लोग का अपना मामा मामी के लिए इतना तो वो लोग भी कर सकता है....
तो भाभी चुटकी लेते हुए बोली देख रही हो ना पूजा के प्यार में पड़ के भोलाभाला से कितना शातिर हो गया है....
तो दीदी बोली नही भाभी पूजा बहुत खुशकिस्मत है की मेरे भाई जैसा जीवनसाथी उसको मिला है और वो भी कम प्यार थोड़े करती है इसको पता नही गधा में का दिखा उसको भगवान जाने....
उनकी इस बात पे हम बुरी तरह झेंप गए वही वो लोग हस दी और फिर हम और दीदी मां के पास आए और फिर निकल चले मंदिर....

गाड़ी में जब हम और पूजा अकेले होते थे तो भी शायद ही कभी गाना बजाते हो और जब सब कोई साथ में हो जैसे पापा मां और हम दोनो तो रेडियो बजता था....और अभी पूजा और मां पीछे बैठी थी जबकि दीदी आगे मेरे साथ और वो हमदोनो को छेड़ने के मकसद से गाड़ी में गाना बजा दी....

तेरे इश्क में पागल हो गया दीवाना तेरा रे...
सच होते होते हो गया अफसाना मेरा रे....
माहिया तेरे प्यार में....

मेरा और पूजा दोनो का मुंह देखने लायक था जबकि दीदी मंद मंद मुस्कुरा रही थी की कही हम कुछ बोले और वो मोर्चा छेड़ दे.....
पर हमको कुछ बोलने का जरूरत ही नही पड़ा मां दीदी को बोली कुछ भक्ति गाना बजा ले ये क्या बजा रही है....
फिर दीदी कुछ बजाने के बजाय उसको बंद ही कर दी...और मां से बोली नही फिर नींद आ जायेगा हमको वो सब घर में सुबह सुबह बजता है तब अच्छा लगता है मां अभी नही....
खैर पैतालीस मिनट में हम लोग मंदिर पहुंच गए और फिर मां वहा पंडित जी को बोल के सब पूजा का सेटअप करवाई जबतक दीदी हम दोनो को गठबंधन वाला चुनरी पूजा को ओढ़ा दी और हम धोती अपने कंधे पे रख लिए और फिर शुरू हुआ पूजा का कार्यक्रम....
पूजा करने के दौरान पंडित जी को बहुत कम चीज समझाना पड़ा पूजा को जिससे वो मां को बोले बहु का जितना उमर उससे कही ज्यादा ज्ञान है इसको अच्छी पसंद है आपकी बुढ़ापा सेट है आप दोनो का....
ये सुन कर मां तो खुश हुई ही जबकि हमको भी गर्व हुआ अपनी पूजा पे😍 सवा घंटे के बाद पूजा समाप्त हुआ और फिर थोड़ा देर चला फोटो सेशन उसके बाद हम लोग घर के लिए वापिस निकले और इस बार मां आगे बैठी थी और पूजा और दीदी पीछे....
रास्ते में हल्की बारिश हो रही थी एकदम धीमे धीमे जिससे माहोल और रोमैंटिक हो गया था और ऐसे में जब रास्ते में दोनो तरफ हरियाली हो और सुनसान हो फिर तो दिल अपने आप गुलाटी मारने लगता है पर यहां पे गुलाटी मारने का कोई फायदा तो था नहीं पर जैसे भगवान चाह रहे थे की हम और मेरी जान थोड़ा सा इस लम्हे का लुफ्त उठा ही ले सो एक जगह पे नाश्ता वाला का ठेला लगा हुआ था और उसके बगल में ही नारियल पानी वाला का भी ठेला था तो मां बोली गाड़ी साइड में लगा ले पूजा बेटा को एक नारियल पानी पिला दे उसके पेट में कुछ तो जायेगा और हम लोग कुछ खा लेते है.....
ऐसा इसलिए क्युकी वहा का खाना अभी पूजा के लिए सेफ नहीं था....
तो हम बोले हम भी नारियल पानी ही पियेंगे फिर घर जा के खायेंगे ना खाना....तो दीदी भी बोली फिर सब कोई नारियल पानी ही पी लेते है और गाड़ी में से हम बाहर निकले और एक एक कर के नारियल पानी दीदी और मां को दे दिए तो इतने में पूजा डार्लिंग अपना दिमाग लगा लि और मां से बोली की मां थोड़ा खड़े होने का मन हो रहा है तो मां हमको बोली ले जा इसको और फिर मेरी जान मेरा हाथ पकड़ के गाड़ी से बाहर निकल आईं मेरे साथ और नारियल पानी वाले के पास आते हुए बोली हम समझ रहे थे की मेरी जान के मन की बात इसलिए आ गए आपके पास...
हम मुस्कुरा कर बोले लव यू स्वीटहार्ट...और फिर दोनो कोई एक एक नारियल पानी का मजा उठाए और मजे की बात ये देखिए की पूजा के नारियल में फल लगा हुआ था जिसको पीने के बाद नारिया वाला बीचों बीच फाड़ दिया और दे दिया खाने को जिसको पूजा खुद भी खाई और हमको भी खिलाई....
जब नारियल वाले को पैसे दे कर हम वापिस गाड़ी की तरफ लौटे तो मां दीदी के साथ बैठी थी और वो बोली पूजा बेटा तू आगे बैठ जा....
फिर तो मेरी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा....पूजा का हाथ पकड़ के ही उसको गाड़ी में बिठाए और फिर गियर बदलने के बहाने कभी कभी हम पूजा का हाथ छू लेते और इसी तरह अपनी रानी के साथ थोड़ा चुहलबाज़ी करते हुए पहुंच गए घर....

घर के पास पहुंचते ही सब्जी की खुशबू नाक में घुसी...अंदर गए तो पाया की छोटी दी, भाभी और तिवारी आंटी मिल के खाना बना रही है और पापा तिवारी अंकल के साथ बैठ कर बाते कर रहे है और जिमी वही पे बच्चो के साथ खेल रहा है.....
मेरे दोनो जीजा और बड़े भईया कही नजर नहीं आए....
हम और पूजा दोनो कोई जा के पहले पापा के पैर छुए और फिर तिवारी अंकल के....बाहर का शोर सुन के किचन की लेडीज सब भी बाहर आ गई तो फिर छोटी दी और तिवारी आंटी के भी पैर छुए और सब से आशीर्वाद लेने के बाद हम दोनो के लिए खाना परोसा गया पर हम और पूजा दोनो कोई बोले पहले मां और पापा को देने उसके बाद ही हम लोग खायेंगे फिर मां के कहने पे हम दोनो को ही पहले खाने बैठना पड़ा....भूख तो बड़े जोरों की पहले से ही लगी थी सो खाना मिलते ही टूट पड़े....
खाना खाने के बाद धीरे धीरे बाकी लोगो ने भी खाना खाया इन सब में दोपहर हो गया था.....अभी सब कोई के साथ एक कप चाय चल ही रही थी की सुगंधा और उसका पूरा परिवार घर आ गया.....
पूजा के पापा आज पहली बार हमारे घर आए थे उनके आने की उम्मीद न मैने की थी और ना ही पूजा ने हमारी छोड़ो मां पापा ने भी ये उम्मीद नहीं को थी पर वो आए तो सब को ताज्जुब से ज्यादा खुशी हुआ और सबसे ज्यादा खुशी मेरी जान को हुई थी क्युकी कही न कही ये एक इशारा था की पापा अब हमे मानने लगे है....

पापा और मां ने बड़े ही गर्मजोशी के साथ पूजा के मम्मी पापा को घर में अंदर लाए और फिर हम दोनो ने उनका भी आशीर्वाद लिया और पूजा की तो खुशी मानो डबल हो गई थी उनके आ जाने से खैर सब के आने से घर का माहोल खुशनुमा हो गया था और साथ साथ पूजा के पापा आज तिवारी अंकल से मिले तो हॉस्पिटल में जो तीखी नोंकझोंक हुई थी उनके बीच वो सब गीले शिकवे आज दूर हुए क्युकी तीनो व्यक्ति एक जगह बैठ कर बकैती करने में लग गए थे पर इन सब में पूजा के पापा ने सुगंधा की शादी के बारे में एक लफ्ज भी नही निकाला और ना ही मेरे पापा ने उनसे पूछा......
खैर इसके बाद सिलसिला शुरू हुआ शाम के पार्टी की तैयारियों का....और सुगंधा भी भाभी और दीदी लोग के साथ लग गई जबकि तीनो सीनियर लेडीज एक जगह बैठ कर अपनी अपनी कहानी में लग गई थी और पूजा उनके साथ ही बैठी थी क्युकी प्रेगनेंसी से जुड़ी हर छोटी मोटी जानकारी उसके भेजे में बिठाई जा रही थी.....
अब बच गए हम, राहुल और जीजा लोग सो शाम को केक कटिंग वाला पार्ट यही नीचे ही होना था सो थोड़ा एडजस्टिंग हुआ बस बाकी कुछ ज्यादा था नही.....

फिर दोपहर का खाना चला खाने के बाद हम सोचे की अभी भी टाइम है तो भाभी से पूछ लेते है की कैसे करवा रही है अगर नही हुआ है तो हम खुद ही कर लेते है.....और भाभी से जब पूछे की क्या हुआ मेरे प्लान का तो वो बोली की अरे काहे इतना उतावले हो रहे है हो जायेगा सब कुछ टाइम से अभी आप बेफिक्र रहिए आपके भईया को बोल दिए है.....
तो हम बोले अच्छा छोड़िए हम ही कर लेते है तैयारी तो भाभी बोली काहे क्या हुआ अब तो हम बोले अरे अभी टाइम है अपने पास तो कर लेते है....भाभी अपना सर पकड़ के बोली बाप रे एकदम बावला हो रखे है आप जाइए पहले भईया से बात कर लीजिए उसके बाद करिएगा कुछ भी वरना आपके चक्कर में हम बात सुनेंगे की हमको भी बोल दी करने और इधर आप खुद से कर लिए....

हम पहुंचे भईया के पास तो वो बोले केक वाले को बोले है वो पहुंचा देगा मेरे पास बना कर और सजाने के लिए शाम में जब रूम में कोई नही होगा तब हो जायेगा....
हम बोले कैसे तो भईया बोला अरे खाली तू ही लवेरिया के पेशेंट है की हमनियो कभी रह चुके है जा भाग शाम में मौका देख के हो जायेगा सब कुछ जैसा तेरा प्लान है और कल बताना की कैसा था.....

समय बीता दोपहर से शाम हो गई और अभी तक में बहुत कुछ हो चुका था मेरा और पूजा का स्पेशल वाला केक आ कर फ्रिज में रखा जा चुका था और सब के सामने काटने वाला केक भी आ चुका था और हमको एक अलग सेलिब्रेशन करना है इसकी जानकारी मां को हो चुकी थी....
मेरे को वैसे तो ग्रूमिंग का जरूरत नहीं था पर फिर भी राहुल और जीजा जी लोग मिल के खर्चा करवा ही दिए बाल सेट दाढ़ी क्लीन और एक फेशियल मसाज....इधर मेरी पूजा के हाथो में छोटी दीदी और सुगंधा ने मिल कर मेंहदी लगा दी थी और बाद बाकी तो वो खूबसूरत पहले से है.....और ब्यूटी पार्लर तो तीन दिन पहले ही हो कर वो आई थी सग्गू के साथ....

अभी पूजा नीचे ही थी सब के साथ में तब तक भईया एक लड़के को ले कर आए और बोले ये यहां पे बलून वगैरह लगा देगा और वो मेरे को इशारा किए की ऊपर चल तो हम तीनो ऊपर आए और वो लड़का अपने साथ एक बैग सा लाया था जो भईया पीछे वाले दरवाजे पे रखवा दिया और लड़के को बोला की जब वो उसके साथ ऊपर आयेंगे तो वो यहां कमरे का काम निपटा देगा कितन समय लगेगा तुझको....
वो लड़का चहक के बोला भईया हती चुकी तो रूम है दस मिनट में फरिया देंगे....
हम भईया को आश्चर्य भरी नजरो से देखे तो वो बोले अरे तू टेंशन मत ले मास्टर आदमी है साज सजावट में....चल अब तू फटाफट तैयार हो क्युकी ऑलरेडी शाम हो चुका है ज्यादा लेट मत कर....

हम कमरे में गए और घुस गए नहाने के लिए....अभी हम नहा ही रहे थे की पूजा बोली जान अकेले अकेले....हम गेट खोले और बोले आ जाओ ना फिर रोका कौन है....पूजा हस कर बोली मां....हम बोले मतलब....
पूजा बोली मां बोली है नहाना नही बस मुंह हाथ धो के तैयार हो जाने को और दस मिनट में तैयार हो कर नीचे आना है....
हम बोले अरे बोलने दो ना बाबा वो लोग भी तो तैयार होने जायेंगे ना तो पूजा बोली नही जानेमन वो सब लोग पहले से रेडी है बस मां साड़ी बदलेगी और हम लोग बाकी कोई नही.....

हम भीगे बदन ही कमरे में आ गए और पूजा को बोले चलो ना नहा लो कौन देखने आ रहा है....
पूजा मेरे गले में बाहें डालते हुए मेरे गाल पे चूमी और बोली जान मन तो मेरा भी है पर इन दोनो के लिए नही नहा रहे वरना अब तक हम आपके पास आ जाते इसलिए आप नहा कर आइए तब तक हम कपड़ा बदलते है....
हम भी सोचे की अभी जल्दी करेंगे तब ही तो रात में ज्यादा समय मिलेगा....इसलिए नहा कर जल्दी से वापिस आए और इधर पूजा नाइटी पहन ली थी....मेरे आते ही वो मुंह हाथ धो कर आई और अपना सूट पहनने लगी जिसमे हम भी उसका मदद किए उसके बाद हम अपना सुबह वाला शर्ट जो पूजा कर के आने के बाद उतार दिए थे वो पहने और हो गए रेडी....
पूजा आइने में खुद को देखते हुए बोली जान आप कुछ भी ला कर देते है मेरे पे गजब खिलता है....
हम बोले गलत तुम पहन लेती हो तो उस कपड़ा का रौनक बढ़ जाता है पगली वैसे लग रही हो एकदम बवाल....
हम पूजा को अपनी बाहों में ले लिए और उसके होंठो को चूमने झुके तो वो बोली लिपिस्टिक नही लगाए है जान रुकिए.....
हम बोले फिर तो और भी अच्छा है रहने दो और तुरंत उसके होंठो को चूमने लगे जिसमे वो भी मेरा पूरा साथ दी....और एक मस्त वाले चुम्बन
के बाद वो बोली आह अब जा के जान में जान आया मेरे सुबह से मौका ही नही लगा....हम बोले अभी रात बाकी बात बाकी जानेमन....पूजा बोली अब क्या बाकी है....हम बोले मेरा स्पेशल गिफ्ट चलो अब चलते है नीचे....

नीचे आने के बाद सीधे दोनो कोई टेबल के पास खड़े हुए और एक दूसरे का हाथ पकड़े चाकू से केक काटे....और काटते के साथ सब कोई ताली बजाया और सुगंधा, राहुल, और दीदी भाभी जीजा सब हूटिंग किया जो बहुत फालतू लगा मेरे को.....
खैर पूजा केक का एक टुकड़ा मेरे को खिलाई और उसी में से हम वापिस पूजा को खिला दिए....
फिर हम दोनो कोई एक केक का टुकड़ा ले कर पूजा के पापा के पास गए और उनको खिलाए तो बुढ़ऊ एक बार में ही पूरा खा लिए फिर जो थोड़ा केक हाथो में बचा था वही मम्मी को खिला दिए....
आज पूजा के पापा झटके पे झटके दिए जा रहे थे....फिर हम अपने मां पापा को भी खिलाए ऐसे ही करते करते सब को खिलाए और फिर सिलसिला शुरू हुआ गिफ्ट्स का....पहले तिवारी अंकल आंटी दिए फिर दोनो दीदी जीजा दिए उसके बाद पूजा की मम्मी और पापा भी ले कर आए थे वो भी दिए....भईया भाभी भी दिए....
उसके बाद थोड़ा बहुत फोटो लेने का दौर चला और इसी बीच भईया उस लड़के को ले कर ऊपर चले गए हमारे कमरे में मेरा ध्यान भईया पे ही था....क्युकी असली सेलिब्रेशन तो ऊपर होना था....

फिर खाना खाने का कार्यक्रम हुआ और इस बीच भईया अपना काम करवा के उस लड़के को वापिस भेज दिए....इन सब में रात के साढ़े दस बज गए फिर सबसे पहले तिवारी अंकल आंटी विदा लिए हमलोग से और उनके जाने के बाद पूजा का परिवार भी घर के लिए निकला सबसे अच्छी बात रही की आज उनके जुबान से को कड़वी बात नही निकली इससे उनकी इज्जत तो रही ही साथ ही साथ मेरी और पूजा की भी रह गई क्युकी मेरे बहन बहनोई सब कोई था और उस बीच अगर कोई आड़ी तिरछी बात पापा करते तो बहुत खराब बात होती हमारे लिए ये तो भगवान का शुक्र रहा की आज सब कुछ अच्छा अच्छा हुआ एंड इससे सबसे ज्यादा खुश पूजा थी.....
आज छोटी दीदी सब बच्चा लोग को ले कर भाभी भईया के साथ उनके घर चली गई और भाभी जाते जाते हमको साइड में बुला कर बता दी की ऊपर कमरे में केक रख दिए है सजा कर ऑल द बेस्ट...
हम हस कर बोले अरे भाभी ऑल द बेस्ट किसलिए पूजा को दुबारा से इंप्रेस थोड़े करना है....
पर भाभी निकली शैतान दिमाग की वो ये बोल के उल्टे पाव भागी की ऑल द बेस्ट तुम्हारे लिए है देवर जी आज बर्दाश्त करना पूजा को सताना नही क्युकी आज वो बहुत सुंदर लग रही है समझे भोंदू लाल.....

हम बिना कुछ बोले वापिस हो लिए और पहले गए अपने रूम में.....
वाह मतलब क्या मस्त आइडिया निकाले थे भईया....उन्होंने रूम में ट्यूबलाइट को बंद रखा था और उसके जगह पे दो मध्यम रोशनी के बल्ब लगाए थे और उसके साथ साथ चाइनीज झालर (सीरीज बल्ब) लटका दिए थे कमरे में चारो ओर....और नीचे जमीन पे लाल दिल शेप के बलून भरे पड़े थे और कमरे के चारो कोने पे दिल वाले बलून अटके पड़े थे शायद उनमें हाइड्रोजन भरा हुआ था.....और पंखे में एक पोटली जैसा लटका हुआ था जिसका डोर अलमीरा के हैंडल पे बंधा हुआ था अब उसमे क्या है वो तो खींचने के बाद ही पता पड़ेगा और पलंग के पास एक छोटा सा स्टूल था जिसको पूरा रेड कलर के चमकीले पेपर में लपेटा गया था और उसपे हमारा केक रखा हुआ था जिसमे स्पार्कल वाला कैंडल लगाया हुआ था और बगल में एक टेडी बियर का जोड़ा था क्यूट सा और उसके साथ प्लास्टिक का चाकू.....और हमारे पलंग पे पूरा गुलाब का पंखुरी का चादर जैसा बिछाया गया था और ड्रेसिंग टेबल पे एक सेंटेड कैंडल था जिसकी खुशबू पूरे कमरे में फैली हुई थी और कुछ देर में वो बाहर भी आने लगती....कुल मिला कर मूड बनाने वाला माहोल था अब बस वेट था मेरी जान के आने का....
हम पहले अपने मोबाइल से कमरे का फोटो खींचे और उसको रख लिए अपने पास याद के तौर पे और लगे हाथ भईया और भाभी दोनो को थैंक्यू का मेसेज भी कर दिए.....

हम रूम का मुआयना कर के नीचे गए जहा पूजा मेरा वेट कर रही थी की हम आए और उसके साथ ऊपर चले क्युकी अब उसका बदन टूट रहा था अभी वो मां पापा दीदी जीजा जी लोग के साथ बैठी थी और खुद से उठ कर आना रुड लगता......
हम मां के कमरे में जा कर खड़े हुए तो मां बोली बेटा जा पूजा को ले जा ऊपर सुबह से एक रत्ती आराम नही की है जा हम लोग भी थोड़ा देर बाद सोएंगे अभी मेहमान जी लौटेंगे....
यहां पे बताते चले की मेरी दोनो बहन का ससुराल पटना के आस पास ही है सो रात में आने जाने में कोई दिक्कत नही और दोनो बहनोई भी समझदार है मामले की नजाकत को समझते हुए दोनो अपने अपने घर निकल जायेंगे....

कमरे से बाहर निकल कर पूजा का हाथ हम पकड़े और सीढ़ी के पास आते हुए धीरे से बोले रेडी हो ना अपने सेक्सी हब्बी के सेक्सी सरप्राइज़ के लिए....पूजा बोली हा जानेमन पहले ऊपर तो चलिए उहुहु हम बहुत थक गए है.....हम बोले अरे मेरी रानी अभी एक लव डोज देंगे तो सब थकान दूर हो जायेगा....और पूजा को अपने गोद में उठा किए तो पूजा हड़बड़ा गई और बोली अरे अरे नीचे उतारिए पागल कोई देख लेगा.....
हम बोले कोई नही देख रहा तुम बस अपनी आंखे बंद करो और वेट करो....पूजा समझ गई की हम उसको नीचे नही उतारने वाले इसलिए वो आंखे बंद की और हम तुरंत ऊपर पहुंच गए....दरवाजे पे पहुंच कर उसको गोद से उतारे और वो अपनी आंखे खोल दी तो हम अपने हाथो से उसकी आंखे ढंके और कमरे में आ गए....कमरे में आने के बाद पूजा के पैर से बलून टकराए और खुशबू उसके नाक में गया तो वो बोली जान बहुत अच्छा खुश्बू आ रहा है और नीचे क्या है बलून है ना.......
हम बोले हा जानेमन बलून ही है पर अभी उसके अलावा बहुत कुछ है वेट करो बस एक सेकेंड और अपनी आंखे बंद ही रखना....फिर उसको स्टूल के पास खड़ा किए और पंखे में लटकी पोटली का डोर पकड़े और पूजा के कान के पास जा के बोले हैप्पी फर्स्ट मैरिज एनिवर्सरी टू माय लव....
और पूजा आंखे खोली और इधर वो डोर हम खींचे जिससे हम दोनो के ऊपर कलरफुल स्पार्कल और थर्मोकोल का मोती जैसा गिरा ढेर सारा वो चौंक कर बोली अरे अरे वाओ जान ये कब हुआ हा....पूजा एक बार चारो तरफ अपना नजर घुमाई और देख के बोली जान सब कुछ कितना सुंदर है....
कैसे और कब किए ये आप...हम बोले अरे हो गया अब जैसे भी हुआ ये बताओ कैसा लगा सरप्राइज़....
वो तुरंत मेरे गले से लग गई और एक मस्त वाला चुम्मा मेरे होंठो पे चिपका दी....
उसके बाद हम बोले चलो अब इससे पहले की केक काटे पहले अपना गिफ्ट सब देख लो....और फिर हम अलमीरा के ऊपर से अपना बचा हुआ गिफ्ट सब निकल के पलंग पे रखे और पूजा को बोले ये गिफ्ट भी पहनने ही वाला है जानेमन सो रेडी हो जाओ....वो बोली हे भगवान इसमें भी आप अपना जुगाड लगा लिए....हम हस कर उसको अपने आलिंगन में ले लिए और बोले अरे तुमसे मन भरता ही नही क्या करे नया नया जुगाड बिठाते रहते है....
पूजा अभी कुछ बोलती की बाहर झमाझम बारिश शुरू हो गया...तो हम बोले देखो मौसम भी खुल के बरस रहा है तो तुम भी खुल जाओ थोड़ा जानेमन तो पूजा अपने सीने से दुपट्टा उतारी और मेरे को पलंग के कोने पे बिठा कर खुद मेरे जांघ पे बैठ कर बोली आप कितना प्यार करते है हमसे हा....
हम बोले अरे अब कथा मत शुरू करना इतना रोमांटिक माहोल है और अभी इमोशनल हुई ना तो देखना...
पूजा मेरे गाल खींचते हुए बोली अरे नही मेरे जान इमोशनल नही हम तो कह रहे थे कीईई.....आई लव यू आई लव यू आई लव यू आईईई लववव यूऊऊऊऊऊऊ सोओओओ मच.....😍

हम पूजा को बोले आई लव यू टू स्वीटहार्ट तुम्हारे लिए मेरे अंदर कितना प्यार है इसका पता हमको खुद नही है पर जो भी है अथाह है अंतहीन है....बस यूंही इस प्यार के बारिश में खुद को भिगोती रहना और हमको अपने प्यार का रस पिलाती रहना......
ये बात सुन कर पूजा मेरे को दुबारा से चूमने लगी और मेरे हाथ को खुद पकड़ कर अपनी चुचियों पे रखवाई जिनको हम मसलने दबाने में बिलकुल भी देर नहीं किए.....चूमते चूमते पूजा सीधी हो कर अपने दोनो पैर मेरे कमर के इर्द गिर्द लपेट ली और अब उसकी चूत सीधा मेरे खड़े हो रहे लंड से टकरा रही थी....चुम्बन के बाद पूजा बोली कैसा लगा मेरी जान....हम बोले लिपिस्टिक चेंज की है ना....पूजा बोली यस जानेमन सुगंधा ले कर आई थी मेरे लिए बोली तेरे लिप्पीबॉक्स में एक और फ्लेवर एड कर ले.....हम बोले मजा ही आ गया वैसे अभी तक तुम्हारे लिप्पीबॉक्स के हर फ्लेवर से हम वाकिफ है पर ये कौन सा फ्लेवर था....पूजा बोली वो छोड़िए ये बताइए पसंद आया की नही....हम बोले अरे अभी तो पूरी रात इसी लिपिस्टिक को चूसेंगे हम....
वो मेरे गोद से उतरी और आंखे गोल करती हुई बोली कर लीजिएगा जान आज नही रोकेंगे इनके वजह से....
आज मम्मा पापा का दिन है मेरा बच्चा लोग भी समझेगा....

हम बोले फिर देर मत करो तो वो बोली पहले गिफ्ट तो देख ले....हम उसको कमरबंद दिखलाए तो वो बोली अरे जान ये सुबह में क्यू नही दिए पहनते तो अच्छा लगता ना....हम उसमे लगा एक लॉकेटनुमा चीज दिखलाए और बोले ये किसी स्पेशल ड्रेस के साथ पहनना है जानेमन तब ना तुम लगेगी एकदम छम्मक छल्लो...और फिर उसको ट्रांसपेरेंट नाइटी दिखलाए और उसके बाद वो निप्पल रिंग पहले तो उसको समझ ही नही आया की ये क्या है.....
वो बोली ये कैसा इयररिंग है पहनेंगे कैसे इसको....हम बोले अरे जानेमन वेट तो करो ये इयररिंग नही है कही और का रिंग है....पहले इस सूट को उतारो वो अपने हाथ ऊपर कर दी और बोली ये आपका काम है मेरा नही....
हम बोल अरे इट्स माय प्लेजर डार्लिंग....और फिर एक मिनट से भी कम समय में पूजा मेरे सामने नंगी खड़ी थी....हालांकि हम अभी भी अपने कपड़े पहने हुइ ही थे....

पूजा अभी खुले बालो के साथ अपने बदन पे सिर्फ गिने चुने जेवर पहने खड़ी थी...उसकी उन्नत चुचियों को समाने से देख कर रुका नही गया हमसे और हम तुरंत उसके चुचियों पे टूट पड़े और वो भी मेरे सर को अपनी चुचियों पे दबा रही थी....तकरीबन पांच मिनट चूसने दबाने के बाद हम वो निप्पल रिंग उठाए और उसके फूल हुए निपल्स में वो रिंग एक एक कर के पहना देख और फिर वो कमरबंद उठाए और उसको भी अपनी जा के कमर में इर्द गिर्द ऐसे पहनाए की वो लॉकेटनुमा चीज सीधा उसकी चूत के ऊपर लटक रहा था और अब बारी थी उस नाइटी की....
वो भी हम उसको पहनाए जो उसकी चूत से थोड़ा सा नीचे तक आ रहा था और ऊपर उसकी चुचियों को भी आधा ही ढक पाया था.....कुल मिला कर देखा जाए तो पूजा नाइटी में हो कर भी नंगी थी....

वो निप्पल रिंग देख के बोली जान ये सब आप कहा से ढूंढ लेते है कोई दूसरा गूगल चलाते है क्या आप....हम बोले नही जानेमन सब एक ही है पर ये बताओ कैसा लगा ये रिंग और ये कमरबंद....वो बोली एकदम आपके जैसा पहनते ही बहकने पे मजबूर हो जाए इंसान..... ये निप्पल रिंग को पहनने के लिए मूड होना चाहिए और कमरबंद को पहनने से मूड बनेगा और बाकी कसर नाइटी पूरा कर देगी.....
हम बोले बस बस मेहनत सफल हो गया ये सुन कर....
चलो अब इस केक का भी मर्डर किया जाए...पूजा बोली जान कितना केक खायेंगे आज के लिए काफी था उतना....हम बोले बस ये एक लास्ट छोटा सा ही तो बनवाए है प्लीज ना.....
पूजा बोली ठीक है पर पहले अपनी जा का भी तो मूड हम बना दे और वो मेरा शर्ट का बटन खोलने लगी और ये सही भी था क्युकी हमको भी मेरे कपड़े बोझ लगने लगे थे......फिर कुछ देर में हम अपना फूल एक्टिवेटेड रडार जैसा लंड लहराते हुए पूजा के समाने खड़े थे....पूजा उसको चूमने के लिए सोच रही थी तो हम बोले अरे एक मिनट रुको तो ये केक तो काट ले पहले और फिर हम अपने कमरे का लाइट ऑन कर दिए और मेरी जान का रूप देखने लायक था क्या लग रही थी....
पूजा मेरे गले से लग गई और बोली आज आप कांड करवा के ही मानिएगा....हम नाइटी के नीचे हाथ लगाए और सीधा उसकी चूत को छुए जो और दिनो से ज्यादा चिकनी लग रही थी और गीली तो पूछो मत....हम बोले देखो मेरा ये बम्बू तुम्हारी इस तंबू में गड़ने को बेताब है आज थोड़ा सा गड़ा देते है....पूजा मेरे हाथ को पकड़ी और अपनी चूत पे दबवाती हुई मेरे सीने से लग गई और बोली आपका जो मन है वो करिए जान हम सब में साथ देंगे आपका....और एक लंबी सिसकारी ली वो जिसको सुनकर हम बोले बाप रे लग रहा मेरी जान का टेंपरेचर बहुत हाई हो गया है.....

पूजा मेरे लंड को पकड़ के जोर जोर से सहलाने लगी और बोली सब इसका किया धरा है आह उम्मम आज ना ये मानेगी ना ही ये मानेगा....हम बोले फिर तो आज करने ही दो मनमानी दोनो को....पूजा बोली इस्शश रोका कौन है करे न जो मन हो उम्म्म्म....
हम पूजा के होंठो को पकड़ के फिर से चूसने लगे और अब हमदोनो का ध्यान केक पर से हट ही गया था....पर जैसे पूजा को खयाल आया तो वो चुम्बन तोड़ते हुए बोली जान केक बचा हुआ है अभी......

फिर पूजा को हम अपने गोद में बिठाए और वो स्पार्कल कैंडल जलाई और वो अपना गर्दन घुमा कर मेरे होंठो को फिर से चूम कर बोली लव यू माय जान माय वर्ल्ड माय लाइफ माय एवरीथिंग❤️😍❤️....
हम बोले लव यू इनफिनिटी माय वाइफ माय लाइफ माय लव❤️....

फिर केक काटे और पूजा अपने मुंह में टुकड़ा फसाई और मेरे तरफ बढ़ाई अब जब होंठ जुड़ गए तो केक पे कौन ध्यान देता है......केक खाने से ज्यादा हम दोनो पे गिर रहा था....
खैर केक फ्लेवर के चुम्बन के बाद अपने शरीर पे गिरा हुआ केक भी हमने खा लिया और फिर पूजा वो टेडी बीयर वाला जोड़ा को उठाई और बोली ये आप है और ये हम....
हम बस मुस्कुरा कर रह गए और वो टेडी बियर के जोड़े को पूजा अपने ड्रेसिंग टेबल पे रख दी थोड़ा उठ कर....
और ऐसा करते हुए पूजा के चूतड़ नुमाया हो रखे थे जिनको हम पलक झपकते अपने हाथो से थाम लिए और लगे चूमने काटने और सबसे ज्यादा जरूरी थप्पड़.....पर पूजा की हालत को देखते हुए हौले हौले हल्के हल्के लगाए और पूजा भी अपने दोनो हाथ ड्रेसिंग टेबल पे रख के अपने चूतड़ों और मेरी तरफ कर दी थी की हम उनको इतने दिनो से बंद प्यारी सी सजा का कोटा पूरा कर दे....
कुछ देर उसके चूतड़ों से खेलने के बाद मेरी जान को हम अपने गोद में बिठा कर पूरा केक खतम किये....

इन सब में रात के एक बजने को आए तो पूजा बोली जान थोड़ा लेट जाए हम....हम बोले अरे जान क्यों नही सुबह से जगी हुई हो और तुरंत उसको बिस्तर पे लिटा दिए तो वो बोली जान शायद ये रिंग दुख रहा है....हम उसकी चुचियों को देखे तो पाया की निप्पल रिंग से ज्यादा बड़े थे साइज में जो रिंग में फसे होने के कारण दर्द कर रहे थे....और ये हम बर्दाश्त नहीं कर सकते थे इसलिए तुरंत दोनो रिंग पूजा की चुचियों से निकाल बाहर किए और उनको अपने मुंह में भर लिए ताकि उसको कुछ आराम हो जाए....

थोड़ी देर चूसने के बाद पूजा हस्ते हुए बोली अब ठीक है जान आप अपना प्यार वाला डोज दे दिए अब नहीं दुख रहा.....हम बोले अभी तो ये ठीक हुआ है ना इसका क्या....और सीधा उसकी चूत पे हमला बोल दिए.....और मेरे मुंह लगाते ही पूजा की सिसकियां कमरे में गूंजने लगी और पूजा मेरे जांघ को पकड़ के अपनी तरफ खींच रही थी और उसका इशारा समझ कर हम अपने दोनो पैर उसके सर के दोनो तरफ कर दिए और मेरी डार्लिंग ने गप्प से मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और थोड़ी ही देर की मेहनत के बाद दोनो कोई एक दूसरे के मुंह पे झड़ गए....

और पूजा क्या झड़ी थी....मेरा पूरा मुंह उसके पानी से सराबोर हो गया था पर मेरा लंड झड़ने के तुरंत बाद फिर से अपना सर उठाने लगा था जैसे वो कुढ़ रहा हो की आज अगर उसको उसकी मुनिया से भेंट नही करवाए तो आज अच्छा नही होगा....दरअसल मेरे लंड में दर्द होने लगा था वो तकरीबन पिछले डेढ़ घंटे से खड़ा था बीच में थोड़ा लूज भी हुआ पर फिर एक्टिव हो गया था....और अभी झड़ने के बाद जब पूजा में बगल में लेटा तो वो उसको अपने हाथ में ले ली थी जिससे वो सर उठाने लगा था पर पूजा अब झड़ चुकी थी और नींद उसकी आंखो पे हावी हो रही थी इसलिए हम उठे और कमरे की बत्ती और सीरीज लाइट बंद किए और अपनी जान को पीछे से जा कर बाहों में भर लिए और उसके जांघो के बीच में अपने लंड को फसाए और थोड़े घिस्से मारे ताकि मेरा लंड शांति प्राप्त कर ले पर ये भोसड़ी वाला आज नही माना....खैर घिस्से मरते मारते कब पूजा सो गई और कब हमको भी नींद आ गया पता नही चला.....😴

अब अगली सुबह मेरी जान को फिर से दुख दे कर भोपाल लौट जाऊंगा देखते हैं कल मेरी जान क्या करती है......
आखिर है तो मेरी पगली ही ना जिसको मुझसे एक पल की भी दूरी बर्दाश्त नहीं होती.....💕
 

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अपनी ट्रांसपेरेंट नाइटी में पूजा डार्लिंग😍
 
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Ek number

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सुबह मेरी नींद खुली जब पूजा ने मेरे होंठो पर एक मस्त वाला चुम्मा दिया....और कान के पास आ कर बोली आई लव यू माय जान.....चलिए अब उठ जाइए मंदिर भी जाना है....हम उसको वापिस अपने बाहों में भर लिए और बोले एक साल हो गया शादी को पर अब भी लगता है कल की ही बात है अपनी शादी हुई है और आज सुहागरात है अपनी.....
पूजा बोली वैसे हमलोग का सुगागदीन मना था ना की सुहागरात.....हम हस कर बोले अरे इतना थक गए थे हम लोग की रात में सो ही गए थे और सुबह अपना सुहागदीन का रिवाज पूरा किए थे.....वैसे तुम कहो तो आज रात एक सुहागरात मना सकते है.....
पूजा मेरा हाथ पकड़ी और अपने पेट पे रखवाते हुए बोली बच्चा लोग अंदर कुनमुनाएगा बोलेगा मेरा बाबू का जवानी उफान मार रहा है....
हम बोले अरे इन दोनो के आ जाने के बाद भला हम रुकने वाले थोड़े है अपना प्रेम का असाइनमेंट चलते रहेगा जब तक की मेरी कलम और तुम्हारी ये स्टैंपपैड लाल सिग्नल ना दिखला दे....
वैसे आज बड़ा स्पेशल स्पेशल गिफ्ट लाए है अपनी जान के लिए....लेकिन आज ना कुछ भी कर के ये बच्चा लोग का कुछ करना पड़ेगा....पूजा बोली मेरे जान आप पागल हो गए है ये लोग को कहा भेज देंगे हम....
हम बोले अरे तुमको भेजने का जरूरत नहीं है वो हम जुगाड लगा देंगे बस तुम ना नुकुर मत करना आज थोड़ा क्वालिटी टाइम स्पेंड करेंगे पार्टी के बाद समझी और अपनी एनर्जी बचा कर रखना....

पूजा मेरे होंठो पे चूम कर बोली हम आपके कर कदम में साथ रहते है जान और आप कुछ भी कीजिए हम ना नुकूर नही करने वाले समझे और रहा एनर्जी का बात तो वो तो आपसे बस गले मिलने का देर रहता है हम खुद ब खुद मूड में आ जाते है...हम उसकी एक चूची को जोर से दबा कर बोले अच्छा कैसे आता है तुम्हारा मूड केवल मेरे सीने से लगने से या फिर कुछ और करने से हा....पूजा बोली बै जान अभी सुबह सुबह तंग नही कीजिए चलिए उठिए दोनो कोई फ्रेश होते है फिर मां किसी भी वक्त आवाज दे देंगी तो फिर समझिएगा आप.....हम मोबाइल में टाइम देखे सुबह के पौने छ बज रहे थे....टाइम तो काफी हो गया था इसलिए प्यार मोहब्बत को थोड़ा साइड में रखे और उठे दोनो कोई....
हमारे पलंग पर तीन बच्चे टांगे पसारे गहरी नींद में सो रहे थे पूजा बोली देख लीजिए कुछ दिन बाद अपने बच्चे भी ऐसे ही सोएंगे....हम बोले अरे अभी उसमे बहुत टाइम है जान तब तक पता नही तीसरा बच्चा का प्लानिंग हो जाए....पूजा अपनी आंखे गोल करती हुई बोली बाप रे आप तो मेरा कबाड़ा निकालने पे तुले हुए है....
मेरे लंड को पकड़ कर बोली इससे इतना पिटाई करते है कुछ तो रहम कीजिए जान अपनी जान पे....हम बोले रहम वहम कुछ नही लव हैज नो लिमिट्स....वैसे भी हम तो तुमको एकदम बेशुमार प्यार करते है बल्कि करना चाहते है बस टाइम नही मिलता पूरा वरना तुमको तो हम एक सेकेंड के लिए भी अकेला ना छोड़े....
पूजा हस कर बोली इसीलिए तो हम कहते है आई लव यू....
हम बोले आई लव यू टू स्वीटहार्ट...

फिर दोनो कोई एक साथ बाथरूम में घुसे और नहा धो कर कमरे में वापिस आए तो पाए की बच्चा लोग नीचे जा चुका है....पूजा बोली आप एक बार नीचे हो आइए ना तब तक हम कपड़ा निकालते है पहनने वाला....
हम नीचे गए तो मां और दीदी भी रेडी ही थी हमको देख के मां बोली बेटा अच्छा हुआ तू आ गया नही तो अभी हम आ ही रहे थे तुझको बुलाने....तभी पीछे से दीदी बोली अरे तुम दोनो कहा सोया बच्चा लोग तो पलंग पर था....हम बोले कमरे में ही सोए थे दीदी और कहा....
तो दीदी बोली जमीन पे रे....हम बोले हा तो क्या हो गया...
मां सुनी तो बोली एकदम दिमाग नही है कल रात में बारिश हो रहा था और तू पूजा बेटा को नीचे जमीन पे सुला दिया कुत्ता कहिंका अगर भगवान न करे उसको ठंडा उंडा मारा ना तो तेरा खैर नहीं....
हम मां को हस कर बोले अरे मां कुछ नही हुआ उसको अभी नहा कर तैयार हो रही है नीचे हम आए थे ये पूछने की कुछ एक्स्ट्रा ताम झाम तो नही लेना ना....दीदी हस कर बोली सही में तेरा दिमाग खिसक गया है...
मां बोली शादी के समय वाला चुनरी और तेरा धोती होगा जिससे गठबंधन हुआ था वो ले लेना बस बाकी सब हम लोग रेडी कर रखे है तैयार हो के आजा....
हम मां से बोले मां नया कपड़ा लाए है पहनने को दे दे...तो मां बोली पहले नीचे ले आ भगवान को छुआ कर देंगे फिर पहनना ऐसे नही....


हम ऊपर गए जहां मेरी जान अपना श्रृंगार पटार कर रही थी.....हम बोले जान तुम्हारे लिए तीन नया कपड़ा ला रखे है मां बोली है अभी साड़ी पहनने....
पूजा बोली तो फिर शाम में क्या बोली है और तीन कपड़ा मतलब क्या....आप लाए क्या क्या है मेरे जानेमन....हम बोले लाए तो बहुत कुछ है पर सब कुछ समय के अनुसार दिखलाएंगे फिलहाल एक सूट है एक साड़ी है और अपने ऑफिस बैग से निकाल के दिखलाए उसको....
वो दोनो चीजे उठा कर देखते हुए बोली जान ये महंगा होगा ना क्या जरूरत था कोई और ले लेते जरूरी है हर बार ब्रैंड ही लेना है....
हम बोले अरे मेरी जान मामूली थोड़े है जो मामूली कपड़े पहनेगी और बोल तो ऐसे रही हो जैसे पहनती ही नही हो मामूली कपड़े घर में डेली यूज में पहनती हो ना आज स्पेशल दिन है तो फिर हर चीज स्पेशल होना चाहिए ना.....
पूजा बस मुस्कुरा कर रह गई और साड़ी पहनने को रख ली और बोली मां सूट पहनने के लिए इजाजत दे दी....
हम बोले अरे आज बोले ना स्पेशल दिन है तो सब चलता है और अपनी मां सब जानती है तो वो मना क्यू करेंगी रोज रोज तो सालगिरह आता नही.....
फिर पूजा अपना नाइटी उतारने लगी तो हम बोले एक मिनट अभी नीचे से इन कपड़ो को भगवान जी को स्पर्श करा कर लाने दो मां बोली है फिर पहनना और पहनना क्या हम पहनाएंगे अपने हाथो से....तो पूजा बोली फिर तो हो गए हम तैयार मां फिर गुस्सा करेगी....
हम बोले अरे कुछ बदमाशी नही करेंगे पर गारंटी नहीं लेंगे क्युकी मामला संगीन है कुछ भी हो सकता है....
पूजा एक अदा से बोली वो क्यू होगा भला.....
हम बोले अरे मेरी जान है ही इतनी खुबसूरत की कंट्रोल नही होता वो भी नंगी देखने पे....
पूजा थोड़ा मेरे पास आई और मुस्कुराते हुए बोली आपसे कंट्रोल नही होता तो हमसे कौन सा होता है पर जान अभी नही.....उसके लिए रात है ना अपने पास....अभी पूजा पाठ का टाइम है जाना भी है सो लेट नही करते....


हम बोले तुम अपना बाल संवारो तब तक हम नीचे से हो आते है और जब नीचे जाने लगे तो पूजा अलमीरा में से मेरे लिए लाया हुआ शर्ट और एक घड़ी दी और बोली इसको भी छूला लाइएगा ये हम आपके लिए लाए है मेरे जान.....
हम हस कर बोले गिफ्ट ऐसे कौन देता है...पूजा बोली अरे मेरा दिमाग ही नही काम किया उल्लू के जैसी करते है हम....और फिर वो मेरे लिए लाया हुआ शर्ट हमको दे दी जिसको ले कर हम नीचे गए और मां को दे दिए तो वो बोली अरे बेटा केवल कपड़ा ये घड़ी वड़ी नही समझा....
हम बोले मां एक नया मंगलसूत्र लाए है वो भी लाना है क्या...मां बोली अरे नही बेटा केवल कपड़ा वैसे अगर तेरा मन है तो ले आ जो भी नया है सब कुछ एक बार छुआ देते है फिर ही पहन लेना...
तो दीदी बोली अरे मां खाली कपड़ा ही करवा दो ना कितना बार वो ऊपर नीचे करेगा और जल्दी करो अभी मौसम सही है फिर धूप चढ़ेगा तो गर्मी से पूजा को परेशानी होगा....
मां बोली हा चल छोड़ इधर दे और उनको हम दे दिए सब कुछ और मां उसको भगवान जी को स्पर्श करा के हमको दे दी और देते हुए बोली पूजा बेटा शर्ट लाई है तेरे लिए सुंदर है बेटा तुझपे खिलेगा....
हम बोले अरे हम भी तो उसके लिए लाए है उसका कुछ नही....तो मां बोली अरे बेटा तेरा तो पसंद हम लोग से भी अच्छा हो गया है....
दीदी हस दी और मां भी और हम झेंप गए बुरी तरह से और वहा से ऊपर आ गए......


कमरे में आ कर पहले गेट बंद किए और फिर पूजा की तरफ घूम तो वो आइने के सामने काजल लगा रही थी....हम बोले अभी वो सब रोको वो मेरे तरफ घूमी और फिर हम बिना देर किए उसकी नाइटी को उतार दिए और मेरी जान मेरे सामने नंगी हो गई....
हम पूजा को एक टक से देखने लगे तो वो बोली एई जान क्या हुआ....हम एक लंबा सास छोड़ते हुए बोले अरे हमको कुछ नही हुआ इसको हो रहा है और खड़े होते अपने लंड की तरफ इशारा किए जिसको पूजा पैंट के ऊपर से ही थपकियाते हुए बोली अभी नही बेटा अभी टाइम नही है तेरा....
हम पूजा की चूची को सहलाते हुए उसको चूमने झुक रहे थे तो वो हमको रोक दी....तो हम बोले अरे एक बार चूमने तो दो....पूजा ऐसे बिदक के दूर हुई हमसे जैसे अभी हम उसपे चढ़ बैठेंगे....
हम हस कर बोले हे भगवान पहले कुछ करने तो दो फिर ना भागोगी की पहले से ही....पूजा बोली आप जानते है ना हम फिर बहक जायेंगे और अभी साफ शरीर से पूजा में बैठना है पागल....
हम बोले हा बाबा पता है पर अभी हम कुछ करते तब ना....पूजा बोली वो हम जानते है आप कितना करते कितना नही.....
फिर हम साड़ी का पैकेट खोले जिसमे नई ब्रा से ले कर ब्लाउज पेटीकोट सब था....
पूजा बोली आप ना....हम बोले हम ना क्या गंदे आदमी है....
वो बोली नही आप ना मेरे जान है डार्लिंग है सब कुछ खरीद के ही ले आए जबकि मेरे पास अभी नया ब्रा था जान....
हम उसकी बात का कोई जवाब नही दिए और पहले ब्रा पहनाए उसको और फिर आइने के सामने घुमा कर ब्रा में उसकी चुचियों को एडजस्ट किए और उसी बहाने उसके निप्पल को हल्का सा उमेठ दिए.....
तो वो अपनी आंखे बंद करते हुए सिसकी और एक लंबा सास छोड़ते हुए बोली आप कोई मौका नहीं छोड़ते है हमको बहकाने का.....
हम बोले उफ ये हसीन सितम कैसे सह रही हो तुम....बोलो तो कुछ उपाय कर दे.....
हम उसकी चुचियों को थामे हुए ही बोले तो वो आइने से ही हमको देखी और मुस्कुरा दी पर कुछ बोली नहीं....
फिर हम उसको पेटीकोट पहनाए और फिर ब्लाउज उसके बाद धीरे धीरे साड़ी भी पहना दिए.....उसके बाद बोले अभी अपनी आंखे बंद करो वो बोली अरे क्यू क्या हुआ....
हम बोले अरे करो तो और फिर अपने सीक्रेट जगह अपने ऑफिस बैग के एक चेन में जहां पे हम वो नाइटी निप्पल रिंग और मंगलसूत्र रखे थे वहा से मंगलसूत्र निकाले और अपनी जान के गले में डाले और बांधते हुए उससे पूछे की देखो कैसा है सुंदर है की नही....
और वो गधी नया मंगलसूत्र देख के रुवांसी हो गई और रुंधे हुए गले से बोली बहुत सुंदर है जान.....
कितने का दिया...हम बोले रहने दो गिफ्ट का दाम नही बतलाते लोली....और अभी इतना मेकअप लगाई थी सब रो के बहा देगी क्या....
वो रोते रोते हस दी और बोली नही जान हम मेकअप नही किए है खाली क्रीम ही तो लगाए थे अभी की आप रोक दिए बोले रोको वो सब....
हम बोले अरे अरे चलो अब स्टार्ट करो फिर हम भी तैयार होते है और अब रोना नहीं पता नही क्यों रोने लग जाती है हर बात पे....

पूजा बिना कुछ बोले चुप चाप अपना आगे का कार्यक्रम करने लगी और हम फटाफट तैयार हो गए और जो शर्ट पूजा लाई थी सही में फब रहा था हम पर.....पूजा मेरे को देख के बोली जान आप तो एकदम हीरो लग रहे है....हम बोले और तुम हीरोइन पर एक मिनट एक चीज तो हमको और करना था....वो बोली क्या जान.....हम सिंदूर का डिब्बा उठाए और उंगलियों में सिंदूर ले के उसकी मांग में भर दिए और बोले ये....
पूजा बस मुस्कुरा कर मेरे बाह में अपना हाथ फसा ली और बोली चलिए अब....हम बोले अरे सुनो मां बोली है की अपना शादी के समय वाला चुनरी और मेरा धोती ले लेना तो वो ले लो फिर चल चलते है....
पूजा अलमीरा से वो निकली और फिर दोनो कोई आ गए नीचे.....


जब दीदी हम दोनो को देखी तो बोली दुबारा से बियाह करने नही जाना है बेटा बाप रे एकदम दूल्हा दुल्हन लग रहा है दोनो का दोनो.....इतने में बड़ी भाभी आई तो देख के बोली बस खाली कोट पहन ले देवर बाबू बाकी दुल्हनिया तो एकदम तैयार है चुनरी हाथ में है ही.....
मां बोली अरे अभी दोनो के दोनो को गरियायेंगे मेरा बेटा बहु को नजर लगाई तो....हम दोनो जा के पहले मां के पैर छुए और आशीर्वाद लिए और मां हमको और पूजा को एक एक नजर का टीका लगाई....उसके बाद हम दोनो दीदी और भाभी के भी पैर छुए उसके बाद मां पूजा को ले कर अपने कमरे में चली गई....

इधर भाभी को हम देखे तो सोचे की अभी ही मौका है उनसे बात कर लू और पहुंच गए उनके पास और उनको बताए अपने प्लान के बारे में और बोले की जरूरत पड़े तो भईया का मदद ले लीजिएगा बाकी वैसे कुछ ज्यादा तो नहीं है आप सब अरेंज कर लीजिएगा....
भाभी अपनी आंखे गोल करती हुई बोली कहां से सोचते है ये सब आइडिया आप हा बाप रे इश्कबाज बन गए है पूरे के पूरे....
हम बोले अरे जोर जोर से मत बोलिए बाबा कर दीजिएगा ना.....भाभी हस के बोली अरे हा देवर राम सब हो जायेगा....तो हम उनको पैसे देने लगे जो भी खर्च होगा तो वो बोली ये रखिए अपने पास हम करवा देंगे अपने तरफ से और सालगिरह का गिफ्ट हो जायेगा समझे.....
अभी ये सब बात हो ही रहा था की दीदी पीछे से बोली वाह बेटा ये खतरनाक प्लानिंग और कुत्ता कहींका अपना भांजा भांजी को ही भगा रहा है....
हम दीदी को देख के सकपका गए थोड़ा और बोले नही दी भगा नही रहे चलो ये सब रहने देते है एक सेलिब्रेशन तो हो ही रहा है ना बच्चा लोग यही सोएगा.....

तो वो मेरा गाल खींचते हुए बोली अरे अरे अब मुंह मत बना शादीशुदा है तू हम समझते है पगला और जो सोचा है तू अच्छा सोचा है आखिर लव मैरिज वाला को कुछ तो एक्स्ट्रा प्यार दिखना चाहिए ना.....और तू टेंशन मत ले बच्चा लोग का अपना मामा मामी के लिए इतना तो वो लोग भी कर सकता है....
तो भाभी चुटकी लेते हुए बोली देख रही हो ना पूजा के प्यार में पड़ के भोलाभाला से कितना शातिर हो गया है....
तो दीदी बोली नही भाभी पूजा बहुत खुशकिस्मत है की मेरे भाई जैसा जीवनसाथी उसको मिला है और वो भी कम प्यार थोड़े करती है इसको पता नही गधा में का दिखा उसको भगवान जाने....
उनकी इस बात पे हम बुरी तरह झेंप गए वही वो लोग हस दी और फिर हम और दीदी मां के पास आए और फिर निकल चले मंदिर....

गाड़ी में जब हम और पूजा अकेले होते थे तो भी शायद ही कभी गाना बजाते हो और जब सब कोई साथ में हो जैसे पापा मां और हम दोनो तो रेडियो बजता था....और अभी पूजा और मां पीछे बैठी थी जबकि दीदी आगे मेरे साथ और वो हमदोनो को छेड़ने के मकसद से गाड़ी में गाना बजा दी....

तेरे इश्क में पागल हो गया दीवाना तेरा रे...
सच होते होते हो गया अफसाना मेरा रे....
माहिया तेरे प्यार में....

मेरा और पूजा दोनो का मुंह देखने लायक था जबकि दीदी मंद मंद मुस्कुरा रही थी की कही हम कुछ बोले और वो मोर्चा छेड़ दे.....
पर हमको कुछ बोलने का जरूरत ही नही पड़ा मां दीदी को बोली कुछ भक्ति गाना बजा ले ये क्या बजा रही है....
फिर दीदी कुछ बजाने के बजाय उसको बंद ही कर दी...और मां से बोली नही फिर नींद आ जायेगा हमको वो सब घर में सुबह सुबह बजता है तब अच्छा लगता है मां अभी नही....
खैर पैतालीस मिनट में हम लोग मंदिर पहुंच गए और फिर मां वहा पंडित जी को बोल के सब पूजा का सेटअप करवाई जबतक दीदी हम दोनो को गठबंधन वाला चुनरी पूजा को ओढ़ा दी और हम धोती अपने कंधे पे रख लिए और फिर शुरू हुआ पूजा का कार्यक्रम....
पूजा करने के दौरान पंडित जी को बहुत कम चीज समझाना पड़ा पूजा को जिससे वो मां को बोले बहु का जितना उमर उससे कही ज्यादा ज्ञान है इसको अच्छी पसंद है आपकी बुढ़ापा सेट है आप दोनो का....
ये सुन कर मां तो खुश हुई ही जबकि हमको भी गर्व हुआ अपनी पूजा पे😍 सवा घंटे के बाद पूजा समाप्त हुआ और फिर थोड़ा देर चला फोटो सेशन उसके बाद हम लोग घर के लिए वापिस निकले और इस बार मां आगे बैठी थी और पूजा और दीदी पीछे....
रास्ते में हल्की बारिश हो रही थी एकदम धीमे धीमे जिससे माहोल और रोमैंटिक हो गया था और ऐसे में जब रास्ते में दोनो तरफ हरियाली हो और सुनसान हो फिर तो दिल अपने आप गुलाटी मारने लगता है पर यहां पे गुलाटी मारने का कोई फायदा तो था नहीं पर जैसे भगवान चाह रहे थे की हम और मेरी जान थोड़ा सा इस लम्हे का लुफ्त उठा ही ले सो एक जगह पे नाश्ता वाला का ठेला लगा हुआ था और उसके बगल में ही नारियल पानी वाला का भी ठेला था तो मां बोली गाड़ी साइड में लगा ले पूजा बेटा को एक नारियल पानी पिला दे उसके पेट में कुछ तो जायेगा और हम लोग कुछ खा लेते है.....
ऐसा इसलिए क्युकी वहा का खाना अभी पूजा के लिए सेफ नहीं था....
तो हम बोले हम भी नारियल पानी ही पियेंगे फिर घर जा के खायेंगे ना खाना....तो दीदी भी बोली फिर सब कोई नारियल पानी ही पी लेते है और गाड़ी में से हम बाहर निकले और एक एक कर के नारियल पानी दीदी और मां को दे दिए तो इतने में पूजा डार्लिंग अपना दिमाग लगा लि और मां से बोली की मां थोड़ा खड़े होने का मन हो रहा है तो मां हमको बोली ले जा इसको और फिर मेरी जान मेरा हाथ पकड़ के गाड़ी से बाहर निकल आईं मेरे साथ और नारियल पानी वाले के पास आते हुए बोली हम समझ रहे थे की मेरी जान के मन की बात इसलिए आ गए आपके पास...
हम मुस्कुरा कर बोले लव यू स्वीटहार्ट...और फिर दोनो कोई एक एक नारियल पानी का मजा उठाए और मजे की बात ये देखिए की पूजा के नारियल में फल लगा हुआ था जिसको पीने के बाद नारिया वाला बीचों बीच फाड़ दिया और दे दिया खाने को जिसको पूजा खुद भी खाई और हमको भी खिलाई....
जब नारियल वाले को पैसे दे कर हम वापिस गाड़ी की तरफ लौटे तो मां दीदी के साथ बैठी थी और वो बोली पूजा बेटा तू आगे बैठ जा....
फिर तो मेरी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा....पूजा का हाथ पकड़ के ही उसको गाड़ी में बिठाए और फिर गियर बदलने के बहाने कभी कभी हम पूजा का हाथ छू लेते और इसी तरह अपनी रानी के साथ थोड़ा चुहलबाज़ी करते हुए पहुंच गए घर....

घर के पास पहुंचते ही सब्जी की खुशबू नाक में घुसी...अंदर गए तो पाया की छोटी दी, भाभी और तिवारी आंटी मिल के खाना बना रही है और पापा तिवारी अंकल के साथ बैठ कर बाते कर रहे है और जिमी वही पे बच्चो के साथ खेल रहा है.....
मेरे दोनो जीजा और बड़े भईया कही नजर नहीं आए....
हम और पूजा दोनो कोई जा के पहले पापा के पैर छुए और फिर तिवारी अंकल के....बाहर का शोर सुन के किचन की लेडीज सब भी बाहर आ गई तो फिर छोटी दी और तिवारी आंटी के भी पैर छुए और सब से आशीर्वाद लेने के बाद हम दोनो के लिए खाना परोसा गया पर हम और पूजा दोनो कोई बोले पहले मां और पापा को देने उसके बाद ही हम लोग खायेंगे फिर मां के कहने पे हम दोनो को ही पहले खाने बैठना पड़ा....भूख तो बड़े जोरों की पहले से ही लगी थी सो खाना मिलते ही टूट पड़े....
खाना खाने के बाद धीरे धीरे बाकी लोगो ने भी खाना खाया इन सब में दोपहर हो गया था.....अभी सब कोई के साथ एक कप चाय चल ही रही थी की सुगंधा और उसका पूरा परिवार घर आ गया.....
पूजा के पापा आज पहली बार हमारे घर आए थे उनके आने की उम्मीद न मैने की थी और ना ही पूजा ने हमारी छोड़ो मां पापा ने भी ये उम्मीद नहीं को थी पर वो आए तो सब को ताज्जुब से ज्यादा खुशी हुआ और सबसे ज्यादा खुशी मेरी जान को हुई थी क्युकी कही न कही ये एक इशारा था की पापा अब हमे मानने लगे है....

पापा और मां ने बड़े ही गर्मजोशी के साथ पूजा के मम्मी पापा को घर में अंदर लाए और फिर हम दोनो ने उनका भी आशीर्वाद लिया और पूजा की तो खुशी मानो डबल हो गई थी उनके आ जाने से खैर सब के आने से घर का माहोल खुशनुमा हो गया था और साथ साथ पूजा के पापा आज तिवारी अंकल से मिले तो हॉस्पिटल में जो तीखी नोंकझोंक हुई थी उनके बीच वो सब गीले शिकवे आज दूर हुए क्युकी तीनो व्यक्ति एक जगह बैठ कर बकैती करने में लग गए थे पर इन सब में पूजा के पापा ने सुगंधा की शादी के बारे में एक लफ्ज भी नही निकाला और ना ही मेरे पापा ने उनसे पूछा......
खैर इसके बाद सिलसिला शुरू हुआ शाम के पार्टी की तैयारियों का....और सुगंधा भी भाभी और दीदी लोग के साथ लग गई जबकि तीनो सीनियर लेडीज एक जगह बैठ कर अपनी अपनी कहानी में लग गई थी और पूजा उनके साथ ही बैठी थी क्युकी प्रेगनेंसी से जुड़ी हर छोटी मोटी जानकारी उसके भेजे में बिठाई जा रही थी.....
अब बच गए हम, राहुल और जीजा लोग सो शाम को केक कटिंग वाला पार्ट यही नीचे ही होना था सो थोड़ा एडजस्टिंग हुआ बस बाकी कुछ ज्यादा था नही.....

फिर दोपहर का खाना चला खाने के बाद हम सोचे की अभी भी टाइम है तो भाभी से पूछ लेते है की कैसे करवा रही है अगर नही हुआ है तो हम खुद ही कर लेते है.....और भाभी से जब पूछे की क्या हुआ मेरे प्लान का तो वो बोली की अरे काहे इतना उतावले हो रहे है हो जायेगा सब कुछ टाइम से अभी आप बेफिक्र रहिए आपके भईया को बोल दिए है.....
तो हम बोले अच्छा छोड़िए हम ही कर लेते है तैयारी तो भाभी बोली काहे क्या हुआ अब तो हम बोले अरे अभी टाइम है अपने पास तो कर लेते है....भाभी अपना सर पकड़ के बोली बाप रे एकदम बावला हो रखे है आप जाइए पहले भईया से बात कर लीजिए उसके बाद करिएगा कुछ भी वरना आपके चक्कर में हम बात सुनेंगे की हमको भी बोल दी करने और इधर आप खुद से कर लिए....

हम पहुंचे भईया के पास तो वो बोले केक वाले को बोले है वो पहुंचा देगा मेरे पास बना कर और सजाने के लिए शाम में जब रूम में कोई नही होगा तब हो जायेगा....
हम बोले कैसे तो भईया बोला अरे खाली तू ही लवेरिया के पेशेंट है की हमनियो कभी रह चुके है जा भाग शाम में मौका देख के हो जायेगा सब कुछ जैसा तेरा प्लान है और कल बताना की कैसा था.....

समय बीता दोपहर से शाम हो गई और अभी तक में बहुत कुछ हो चुका था मेरा और पूजा का स्पेशल वाला केक आ कर फ्रिज में रखा जा चुका था और सब के सामने काटने वाला केक भी आ चुका था और हमको एक अलग सेलिब्रेशन करना है इसकी जानकारी मां को हो चुकी थी....
मेरे को वैसे तो ग्रूमिंग का जरूरत नहीं था पर फिर भी राहुल और जीजा जी लोग मिल के खर्चा करवा ही दिए बाल सेट दाढ़ी क्लीन और एक फेशियल मसाज....इधर मेरी पूजा के हाथो में छोटी दीदी और सुगंधा ने मिल कर मेंहदी लगा दी थी और बाद बाकी तो वो खूबसूरत पहले से है.....और ब्यूटी पार्लर तो तीन दिन पहले ही हो कर वो आई थी सग्गू के साथ....

अभी पूजा नीचे ही थी सब के साथ में तब तक भईया एक लड़के को ले कर आए और बोले ये यहां पे बलून वगैरह लगा देगा और वो मेरे को इशारा किए की ऊपर चल तो हम तीनो ऊपर आए और वो लड़का अपने साथ एक बैग सा लाया था जो भईया पीछे वाले दरवाजे पे रखवा दिया और लड़के को बोला की जब वो उसके साथ ऊपर आयेंगे तो वो यहां कमरे का काम निपटा देगा कितन समय लगेगा तुझको....
वो लड़का चहक के बोला भईया हती चुकी तो रूम है दस मिनट में फरिया देंगे....
हम भईया को आश्चर्य भरी नजरो से देखे तो वो बोले अरे तू टेंशन मत ले मास्टर आदमी है साज सजावट में....चल अब तू फटाफट तैयार हो क्युकी ऑलरेडी शाम हो चुका है ज्यादा लेट मत कर....

हम कमरे में गए और घुस गए नहाने के लिए....अभी हम नहा ही रहे थे की पूजा बोली जान अकेले अकेले....हम गेट खोले और बोले आ जाओ ना फिर रोका कौन है....पूजा हस कर बोली मां....हम बोले मतलब....
पूजा बोली मां बोली है नहाना नही बस मुंह हाथ धो के तैयार हो जाने को और दस मिनट में तैयार हो कर नीचे आना है....
हम बोले अरे बोलने दो ना बाबा वो लोग भी तो तैयार होने जायेंगे ना तो पूजा बोली नही जानेमन वो सब लोग पहले से रेडी है बस मां साड़ी बदलेगी और हम लोग बाकी कोई नही.....

हम भीगे बदन ही कमरे में आ गए और पूजा को बोले चलो ना नहा लो कौन देखने आ रहा है....
पूजा मेरे गले में बाहें डालते हुए मेरे गाल पे चूमी और बोली जान मन तो मेरा भी है पर इन दोनो के लिए नही नहा रहे वरना अब तक हम आपके पास आ जाते इसलिए आप नहा कर आइए तब तक हम कपड़ा बदलते है....
हम भी सोचे की अभी जल्दी करेंगे तब ही तो रात में ज्यादा समय मिलेगा....इसलिए नहा कर जल्दी से वापिस आए और इधर पूजा नाइटी पहन ली थी....मेरे आते ही वो मुंह हाथ धो कर आई और अपना सूट पहनने लगी जिसमे हम भी उसका मदद किए उसके बाद हम अपना सुबह वाला शर्ट जो पूजा कर के आने के बाद उतार दिए थे वो पहने और हो गए रेडी....
पूजा आइने में खुद को देखते हुए बोली जान आप कुछ भी ला कर देते है मेरे पे गजब खिलता है....
हम बोले गलत तुम पहन लेती हो तो उस कपड़ा का रौनक बढ़ जाता है पगली वैसे लग रही हो एकदम बवाल....
हम पूजा को अपनी बाहों में ले लिए और उसके होंठो को चूमने झुके तो वो बोली लिपिस्टिक नही लगाए है जान रुकिए.....
हम बोले फिर तो और भी अच्छा है रहने दो और तुरंत उसके होंठो को चूमने लगे जिसमे वो भी मेरा पूरा साथ दी....और एक मस्त वाले चुम्बन
के बाद वो बोली आह अब जा के जान में जान आया मेरे सुबह से मौका ही नही लगा....हम बोले अभी रात बाकी बात बाकी जानेमन....पूजा बोली अब क्या बाकी है....हम बोले मेरा स्पेशल गिफ्ट चलो अब चलते है नीचे....

नीचे आने के बाद सीधे दोनो कोई टेबल के पास खड़े हुए और एक दूसरे का हाथ पकड़े चाकू से केक काटे....और काटते के साथ सब कोई ताली बजाया और सुगंधा, राहुल, और दीदी भाभी जीजा सब हूटिंग किया जो बहुत फालतू लगा मेरे को.....
खैर पूजा केक का एक टुकड़ा मेरे को खिलाई और उसी में से हम वापिस पूजा को खिला दिए....
फिर हम दोनो कोई एक केक का टुकड़ा ले कर पूजा के पापा के पास गए और उनको खिलाए तो बुढ़ऊ एक बार में ही पूरा खा लिए फिर जो थोड़ा केक हाथो में बचा था वही मम्मी को खिला दिए....
आज पूजा के पापा झटके पे झटके दिए जा रहे थे....फिर हम अपने मां पापा को भी खिलाए ऐसे ही करते करते सब को खिलाए और फिर सिलसिला शुरू हुआ गिफ्ट्स का....पहले तिवारी अंकल आंटी दिए फिर दोनो दीदी जीजा दिए उसके बाद पूजा की मम्मी और पापा भी ले कर आए थे वो भी दिए....भईया भाभी भी दिए....
उसके बाद थोड़ा बहुत फोटो लेने का दौर चला और इसी बीच भईया उस लड़के को ले कर ऊपर चले गए हमारे कमरे में मेरा ध्यान भईया पे ही था....क्युकी असली सेलिब्रेशन तो ऊपर होना था....

फिर खाना खाने का कार्यक्रम हुआ और इस बीच भईया अपना काम करवा के उस लड़के को वापिस भेज दिए....इन सब में रात के साढ़े दस बज गए फिर सबसे पहले तिवारी अंकल आंटी विदा लिए हमलोग से और उनके जाने के बाद पूजा का परिवार भी घर के लिए निकला सबसे अच्छी बात रही की आज उनके जुबान से को कड़वी बात नही निकली इससे उनकी इज्जत तो रही ही साथ ही साथ मेरी और पूजा की भी रह गई क्युकी मेरे बहन बहनोई सब कोई था और उस बीच अगर कोई आड़ी तिरछी बात पापा करते तो बहुत खराब बात होती हमारे लिए ये तो भगवान का शुक्र रहा की आज सब कुछ अच्छा अच्छा हुआ एंड इससे सबसे ज्यादा खुश पूजा थी.....
आज छोटी दीदी सब बच्चा लोग को ले कर भाभी भईया के साथ उनके घर चली गई और भाभी जाते जाते हमको साइड में बुला कर बता दी की ऊपर कमरे में केक रख दिए है सजा कर ऑल द बेस्ट...
हम हस कर बोले अरे भाभी ऑल द बेस्ट किसलिए पूजा को दुबारा से इंप्रेस थोड़े करना है....
पर भाभी निकली शैतान दिमाग की वो ये बोल के उल्टे पाव भागी की ऑल द बेस्ट तुम्हारे लिए है देवर जी आज बर्दाश्त करना पूजा को सताना नही क्युकी आज वो बहुत सुंदर लग रही है समझे भोंदू लाल.....

हम बिना कुछ बोले वापिस हो लिए और पहले गए अपने रूम में.....
वाह मतलब क्या मस्त आइडिया निकाले थे भईया....उन्होंने रूम में ट्यूबलाइट को बंद रखा था और उसके जगह पे दो मध्यम रोशनी के बल्ब लगाए थे और उसके साथ साथ चाइनीज झालर (सीरीज बल्ब) लटका दिए थे कमरे में चारो ओर....और नीचे जमीन पे लाल दिल शेप के बलून भरे पड़े थे और कमरे के चारो कोने पे दिल वाले बलून अटके पड़े थे शायद उनमें हाइड्रोजन भरा हुआ था.....और पंखे में एक पोटली जैसा लटका हुआ था जिसका डोर अलमीरा के हैंडल पे बंधा हुआ था अब उसमे क्या है वो तो खींचने के बाद ही पता पड़ेगा और पलंग के पास एक छोटा सा स्टूल था जिसको पूरा रेड कलर के चमकीले पेपर में लपेटा गया था और उसपे हमारा केक रखा हुआ था जिसमे स्पार्कल वाला कैंडल लगाया हुआ था और बगल में एक टेडी बियर का जोड़ा था क्यूट सा और उसके साथ प्लास्टिक का चाकू.....और हमारे पलंग पे पूरा गुलाब का पंखुरी का चादर जैसा बिछाया गया था और ड्रेसिंग टेबल पे एक सेंटेड कैंडल था जिसकी खुशबू पूरे कमरे में फैली हुई थी और कुछ देर में वो बाहर भी आने लगती....कुल मिला कर मूड बनाने वाला माहोल था अब बस वेट था मेरी जान के आने का....
हम पहले अपने मोबाइल से कमरे का फोटो खींचे और उसको रख लिए अपने पास याद के तौर पे और लगे हाथ भईया और भाभी दोनो को थैंक्यू का मेसेज भी कर दिए.....

हम रूम का मुआयना कर के नीचे गए जहा पूजा मेरा वेट कर रही थी की हम आए और उसके साथ ऊपर चले क्युकी अब उसका बदन टूट रहा था अभी वो मां पापा दीदी जीजा जी लोग के साथ बैठी थी और खुद से उठ कर आना रुड लगता......
हम मां के कमरे में जा कर खड़े हुए तो मां बोली बेटा जा पूजा को ले जा ऊपर सुबह से एक रत्ती आराम नही की है जा हम लोग भी थोड़ा देर बाद सोएंगे अभी मेहमान जी लौटेंगे....
यहां पे बताते चले की मेरी दोनो बहन का ससुराल पटना के आस पास ही है सो रात में आने जाने में कोई दिक्कत नही और दोनो बहनोई भी समझदार है मामले की नजाकत को समझते हुए दोनो अपने अपने घर निकल जायेंगे....

कमरे से बाहर निकल कर पूजा का हाथ हम पकड़े और सीढ़ी के पास आते हुए धीरे से बोले रेडी हो ना अपने सेक्सी हब्बी के सेक्सी सरप्राइज़ के लिए....पूजा बोली हा जानेमन पहले ऊपर तो चलिए उहुहु हम बहुत थक गए है.....हम बोले अरे मेरी रानी अभी एक लव डोज देंगे तो सब थकान दूर हो जायेगा....और पूजा को अपने गोद में उठा किए तो पूजा हड़बड़ा गई और बोली अरे अरे नीचे उतारिए पागल कोई देख लेगा.....
हम बोले कोई नही देख रहा तुम बस अपनी आंखे बंद करो और वेट करो....पूजा समझ गई की हम उसको नीचे नही उतारने वाले इसलिए वो आंखे बंद की और हम तुरंत ऊपर पहुंच गए....दरवाजे पे पहुंच कर उसको गोद से उतारे और वो अपनी आंखे खोल दी तो हम अपने हाथो से उसकी आंखे ढंके और कमरे में आ गए....कमरे में आने के बाद पूजा के पैर से बलून टकराए और खुशबू उसके नाक में गया तो वो बोली जान बहुत अच्छा खुश्बू आ रहा है और नीचे क्या है बलून है ना.......
हम बोले हा जानेमन बलून ही है पर अभी उसके अलावा बहुत कुछ है वेट करो बस एक सेकेंड और अपनी आंखे बंद ही रखना....फिर उसको स्टूल के पास खड़ा किए और पंखे में लटकी पोटली का डोर पकड़े और पूजा के कान के पास जा के बोले हैप्पी फर्स्ट मैरिज एनिवर्सरी टू माय लव....
और पूजा आंखे खोली और इधर वो डोर हम खींचे जिससे हम दोनो के ऊपर कलरफुल स्पार्कल और थर्मोकोल का मोती जैसा गिरा ढेर सारा वो चौंक कर बोली अरे अरे वाओ जान ये कब हुआ हा....पूजा एक बार चारो तरफ अपना नजर घुमाई और देख के बोली जान सब कुछ कितना सुंदर है....
कैसे और कब किए ये आप...हम बोले अरे हो गया अब जैसे भी हुआ ये बताओ कैसा लगा सरप्राइज़....
वो तुरंत मेरे गले से लग गई और एक मस्त वाला चुम्मा मेरे होंठो पे चिपका दी....
उसके बाद हम बोले चलो अब इससे पहले की केक काटे पहले अपना गिफ्ट सब देख लो....और फिर हम अलमीरा के ऊपर से अपना बचा हुआ गिफ्ट सब निकल के पलंग पे रखे और पूजा को बोले ये गिफ्ट भी पहनने ही वाला है जानेमन सो रेडी हो जाओ....वो बोली हे भगवान इसमें भी आप अपना जुगाड लगा लिए....हम हस कर उसको अपने आलिंगन में ले लिए और बोले अरे तुमसे मन भरता ही नही क्या करे नया नया जुगाड बिठाते रहते है....
पूजा अभी कुछ बोलती की बाहर झमाझम बारिश शुरू हो गया...तो हम बोले देखो मौसम भी खुल के बरस रहा है तो तुम भी खुल जाओ थोड़ा जानेमन तो पूजा अपने सीने से दुपट्टा उतारी और मेरे को पलंग के कोने पे बिठा कर खुद मेरे जांघ पे बैठ कर बोली आप कितना प्यार करते है हमसे हा....
हम बोले अरे अब कथा मत शुरू करना इतना रोमांटिक माहोल है और अभी इमोशनल हुई ना तो देखना...
पूजा मेरे गाल खींचते हुए बोली अरे नही मेरे जान इमोशनल नही हम तो कह रहे थे कीईई.....आई लव यू आई लव यू आई लव यू आईईई लववव यूऊऊऊऊऊऊ सोओओओ मच.....😍

हम पूजा को बोले आई लव यू टू स्वीटहार्ट तुम्हारे लिए मेरे अंदर कितना प्यार है इसका पता हमको खुद नही है पर जो भी है अथाह है अंतहीन है....बस यूंही इस प्यार के बारिश में खुद को भिगोती रहना और हमको अपने प्यार का रस पिलाती रहना......
ये बात सुन कर पूजा मेरे को दुबारा से चूमने लगी और मेरे हाथ को खुद पकड़ कर अपनी चुचियों पे रखवाई जिनको हम मसलने दबाने में बिलकुल भी देर नहीं किए.....चूमते चूमते पूजा सीधी हो कर अपने दोनो पैर मेरे कमर के इर्द गिर्द लपेट ली और अब उसकी चूत सीधा मेरे खड़े हो रहे लंड से टकरा रही थी....चुम्बन के बाद पूजा बोली कैसा लगा मेरी जान....हम बोले लिपिस्टिक चेंज की है ना....पूजा बोली यस जानेमन सुगंधा ले कर आई थी मेरे लिए बोली तेरे लिप्पीबॉक्स में एक और फ्लेवर एड कर ले.....हम बोले मजा ही आ गया वैसे अभी तक तुम्हारे लिप्पीबॉक्स के हर फ्लेवर से हम वाकिफ है पर ये कौन सा फ्लेवर था....पूजा बोली वो छोड़िए ये बताइए पसंद आया की नही....हम बोले अरे अभी तो पूरी रात इसी लिपिस्टिक को चूसेंगे हम....
वो मेरे गोद से उतरी और आंखे गोल करती हुई बोली कर लीजिएगा जान आज नही रोकेंगे इनके वजह से....
आज मम्मा पापा का दिन है मेरा बच्चा लोग भी समझेगा....

हम बोले फिर देर मत करो तो वो बोली पहले गिफ्ट तो देख ले....हम उसको कमरबंद दिखलाए तो वो बोली अरे जान ये सुबह में क्यू नही दिए पहनते तो अच्छा लगता ना....हम उसमे लगा एक लॉकेटनुमा चीज दिखलाए और बोले ये किसी स्पेशल ड्रेस के साथ पहनना है जानेमन तब ना तुम लगेगी एकदम छम्मक छल्लो...और फिर उसको ट्रांसपेरेंट नाइटी दिखलाए और उसके बाद वो निप्पल रिंग पहले तो उसको समझ ही नही आया की ये क्या है.....
वो बोली ये कैसा इयररिंग है पहनेंगे कैसे इसको....हम बोले अरे जानेमन वेट तो करो ये इयररिंग नही है कही और का रिंग है....पहले इस सूट को उतारो वो अपने हाथ ऊपर कर दी और बोली ये आपका काम है मेरा नही....
हम बोल अरे इट्स माय प्लेजर डार्लिंग....और फिर एक मिनट से भी कम समय में पूजा मेरे सामने नंगी खड़ी थी....हालांकि हम अभी भी अपने कपड़े पहने हुइ ही थे....

पूजा अभी खुले बालो के साथ अपने बदन पे सिर्फ गिने चुने जेवर पहने खड़ी थी...उसकी उन्नत चुचियों को समाने से देख कर रुका नही गया हमसे और हम तुरंत उसके चुचियों पे टूट पड़े और वो भी मेरे सर को अपनी चुचियों पे दबा रही थी....तकरीबन पांच मिनट चूसने दबाने के बाद हम वो निप्पल रिंग उठाए और उसके फूल हुए निपल्स में वो रिंग एक एक कर के पहना देख और फिर वो कमरबंद उठाए और उसको भी अपनी जा के कमर में इर्द गिर्द ऐसे पहनाए की वो लॉकेटनुमा चीज सीधा उसकी चूत के ऊपर लटक रहा था और अब बारी थी उस नाइटी की....
वो भी हम उसको पहनाए जो उसकी चूत से थोड़ा सा नीचे तक आ रहा था और ऊपर उसकी चुचियों को भी आधा ही ढक पाया था.....कुल मिला कर देखा जाए तो पूजा नाइटी में हो कर भी नंगी थी....

वो निप्पल रिंग देख के बोली जान ये सब आप कहा से ढूंढ लेते है कोई दूसरा गूगल चलाते है क्या आप....हम बोले नही जानेमन सब एक ही है पर ये बताओ कैसा लगा ये रिंग और ये कमरबंद....वो बोली एकदम आपके जैसा पहनते ही बहकने पे मजबूर हो जाए इंसान..... ये निप्पल रिंग को पहनने के लिए मूड होना चाहिए और कमरबंद को पहनने से मूड बनेगा और बाकी कसर नाइटी पूरा कर देगी.....
हम बोले बस बस मेहनत सफल हो गया ये सुन कर....
चलो अब इस केक का भी मर्डर किया जाए...पूजा बोली जान कितना केक खायेंगे आज के लिए काफी था उतना....हम बोले बस ये एक लास्ट छोटा सा ही तो बनवाए है प्लीज ना.....
पूजा बोली ठीक है पर पहले अपनी जा का भी तो मूड हम बना दे और वो मेरा शर्ट का बटन खोलने लगी और ये सही भी था क्युकी हमको भी मेरे कपड़े बोझ लगने लगे थे......फिर कुछ देर में हम अपना फूल एक्टिवेटेड रडार जैसा लंड लहराते हुए पूजा के समाने खड़े थे....पूजा उसको चूमने के लिए सोच रही थी तो हम बोले अरे एक मिनट रुको तो ये केक तो काट ले पहले और फिर हम अपने कमरे का लाइट ऑन कर दिए और मेरी जान का रूप देखने लायक था क्या लग रही थी....
पूजा मेरे गले से लग गई और बोली आज आप कांड करवा के ही मानिएगा....हम नाइटी के नीचे हाथ लगाए और सीधा उसकी चूत को छुए जो और दिनो से ज्यादा चिकनी लग रही थी और गीली तो पूछो मत....हम बोले देखो मेरा ये बम्बू तुम्हारी इस तंबू में गड़ने को बेताब है आज थोड़ा सा गड़ा देते है....पूजा मेरे हाथ को पकड़ी और अपनी चूत पे दबवाती हुई मेरे सीने से लग गई और बोली आपका जो मन है वो करिए जान हम सब में साथ देंगे आपका....और एक लंबी सिसकारी ली वो जिसको सुनकर हम बोले बाप रे लग रहा मेरी जान का टेंपरेचर बहुत हाई हो गया है.....

पूजा मेरे लंड को पकड़ के जोर जोर से सहलाने लगी और बोली सब इसका किया धरा है आह उम्मम आज ना ये मानेगी ना ही ये मानेगा....हम बोले फिर तो आज करने ही दो मनमानी दोनो को....पूजा बोली इस्शश रोका कौन है करे न जो मन हो उम्म्म्म....
हम पूजा के होंठो को पकड़ के फिर से चूसने लगे और अब हमदोनो का ध्यान केक पर से हट ही गया था....पर जैसे पूजा को खयाल आया तो वो चुम्बन तोड़ते हुए बोली जान केक बचा हुआ है अभी......

फिर पूजा को हम अपने गोद में बिठाए और वो स्पार्कल कैंडल जलाई और वो अपना गर्दन घुमा कर मेरे होंठो को फिर से चूम कर बोली लव यू माय जान माय वर्ल्ड माय लाइफ माय एवरीथिंग❤️😍❤️....
हम बोले लव यू इनफिनिटी माय वाइफ माय लाइफ माय लव❤️....

फिर केक काटे और पूजा अपने मुंह में टुकड़ा फसाई और मेरे तरफ बढ़ाई अब जब होंठ जुड़ गए तो केक पे कौन ध्यान देता है......केक खाने से ज्यादा हम दोनो पे गिर रहा था....
खैर केक फ्लेवर के चुम्बन के बाद अपने शरीर पे गिरा हुआ केक भी हमने खा लिया और फिर पूजा वो टेडी बीयर वाला जोड़ा को उठाई और बोली ये आप है और ये हम....
हम बस मुस्कुरा कर रह गए और वो टेडी बियर के जोड़े को पूजा अपने ड्रेसिंग टेबल पे रख दी थोड़ा उठ कर....
और ऐसा करते हुए पूजा के चूतड़ नुमाया हो रखे थे जिनको हम पलक झपकते अपने हाथो से थाम लिए और लगे चूमने काटने और सबसे ज्यादा जरूरी थप्पड़.....पर पूजा की हालत को देखते हुए हौले हौले हल्के हल्के लगाए और पूजा भी अपने दोनो हाथ ड्रेसिंग टेबल पे रख के अपने चूतड़ों और मेरी तरफ कर दी थी की हम उनको इतने दिनो से बंद प्यारी सी सजा का कोटा पूरा कर दे....
कुछ देर उसके चूतड़ों से खेलने के बाद मेरी जान को हम अपने गोद में बिठा कर पूरा केक खतम किये....

इन सब में रात के एक बजने को आए तो पूजा बोली जान थोड़ा लेट जाए हम....हम बोले अरे जान क्यों नही सुबह से जगी हुई हो और तुरंत उसको बिस्तर पे लिटा दिए तो वो बोली जान शायद ये रिंग दुख रहा है....हम उसकी चुचियों को देखे तो पाया की निप्पल रिंग से ज्यादा बड़े थे साइज में जो रिंग में फसे होने के कारण दर्द कर रहे थे....और ये हम बर्दाश्त नहीं कर सकते थे इसलिए तुरंत दोनो रिंग पूजा की चुचियों से निकाल बाहर किए और उनको अपने मुंह में भर लिए ताकि उसको कुछ आराम हो जाए....

थोड़ी देर चूसने के बाद पूजा हस्ते हुए बोली अब ठीक है जान आप अपना प्यार वाला डोज दे दिए अब नहीं दुख रहा.....हम बोले अभी तो ये ठीक हुआ है ना इसका क्या....और सीधा उसकी चूत पे हमला बोल दिए.....और मेरे मुंह लगाते ही पूजा की सिसकियां कमरे में गूंजने लगी और पूजा मेरे जांघ को पकड़ के अपनी तरफ खींच रही थी और उसका इशारा समझ कर हम अपने दोनो पैर उसके सर के दोनो तरफ कर दिए और मेरी डार्लिंग ने गप्प से मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और थोड़ी ही देर की मेहनत के बाद दोनो कोई एक दूसरे के मुंह पे झड़ गए....

और पूजा क्या झड़ी थी....मेरा पूरा मुंह उसके पानी से सराबोर हो गया था पर मेरा लंड झड़ने के तुरंत बाद फिर से अपना सर उठाने लगा था जैसे वो कुढ़ रहा हो की आज अगर उसको उसकी मुनिया से भेंट नही करवाए तो आज अच्छा नही होगा....दरअसल मेरे लंड में दर्द होने लगा था वो तकरीबन पिछले डेढ़ घंटे से खड़ा था बीच में थोड़ा लूज भी हुआ पर फिर एक्टिव हो गया था....और अभी झड़ने के बाद जब पूजा में बगल में लेटा तो वो उसको अपने हाथ में ले ली थी जिससे वो सर उठाने लगा था पर पूजा अब झड़ चुकी थी और नींद उसकी आंखो पे हावी हो रही थी इसलिए हम उठे और कमरे की बत्ती और सीरीज लाइट बंद किए और अपनी जान को पीछे से जा कर बाहों में भर लिए और उसके जांघो के बीच में अपने लंड को फसाए और थोड़े घिस्से मारे ताकि मेरा लंड शांति प्राप्त कर ले पर ये भोसड़ी वाला आज नही माना....खैर घिस्से मरते मारते कब पूजा सो गई और कब हमको भी नींद आ गया पता नही चला.....😴

अब अगली सुबह मेरी जान को फिर से दुख दे कर भोपाल लौट जाऊंगा देखते हैं कल मेरी जान क्या करती है......
आखिर है तो मेरी पगली ही ना जिसको मुझसे एक पल की भी दूरी बर्दाश्त नहीं होती.....💕
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