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Bhai kuch unwanted guests ke arrival ke chakkar me fas gaya tha isliye likh hi nahi payaNext update kab tak ayega bhai
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Bhai kuch unwanted guests ke arrival ke chakkar me fas gaya tha isliye likh hi nahi payaNext update kab tak ayega bhai
Ok bhaiBhai kuch unwanted guests ke arrival ke chakkar me fas gaya tha isliye likh hi nahi paya
इंतजार खत्म भाई पढ़ के बताना कैसा रहाIntezaar rahega
Mast broपापा और भईया के जाने के बाद हम पूजा को वीडियो कॉल किए तो भाभी उठाई और उनके उठाने के समय हमको पूजा का हाथ दिखा जैसे वो फोन पकड़ना चाह रही हो पर उससे भाभी छीन ली थी....
भाभी हम को बैक कमरा खोल कर दिखलाई और बोली देखो सब कोई बैठा है तुम्हारी जान के साथ में लेकिन फिर भी तुम्हारे जाने के बाद बहुत रोई बाप रे मां भी समझाई पर इसका आंसू है की रुकने का नाम ही नही ले रहा अच्छा एक बात बताओ कौन सा जादू कर रखे हो अपनी मैडम पे....
फिर पीछे से दीदी बोली अरे मैडम नही जान....जान बोलता है दोनो एक दूसरे को....अभी कितना बोलने पे तो मैडम का आसू थमा है और एकदम बेजान सी तकिया के बल दीवाल में अड़ कर बैठी हुई थी पलंग पे और तेरा फोन देखते ही लपक के फोन उठाई है जैसे एकदम से जान आ गया हो....पर तुम्हारी जान से पहले भाभी उठा ली....
हम बोले अरे अभी वो थोड़ा अपसेट रहेगी हम जानते है और आप लोग मिल कर उसको ऐसे परेशान मत कीजिए वरना वो और रोएगी और जान बुलाते नही है जान है एक दूसरे के......समझा कर तो हम भी आए थे पर अभी एयरपोर्ट नही आ पाई इसलिए उसका मन और दुखी हो गया होगा....
मेरी इस बात पे सब हस दिया वही पूजा भाभी के हाथ से फोन ले ली और बोली पहुंच गए आप एयरपोर्ट....पापा भईया साथ में है या नही नजर नही आ रहे घर के लिए निकल गए क्या....हम बोले अरे अरे कितना सवाल करेगी एक ही बार में हा....अच्छा पहले ये बताओ रोई काहे लिए क्या बोल कर आए थे....
वो बोली आप सब जानते है हमसे नही होता बर्दाश्त तो अब हम क्या करे और दीदी भाभी हमको परेशान नही कर रही मजाक करती है खाली आपको ले कर....
अभी कितना देर है फ्लाइट में आपका....हम बोले अरे वो सब छोड़ो अभी मेरे फोन काटने के बाद तुम रोएगी नही अपना दवाई वगैरह खा कर सोएगी चुप चाप हम भोपाल पहुंच कर मैसेज कर देंगे समझी ना और अगर तुम रात भर जागी रही तो फिर देखना.....
पूजा मुंह बना कर बोली ठीक है जान....उसके ऐसे जान बोलने पे भाभी दीदी सब उसको घेर ली और बोली अरे बाबा जान हम्मम....पूजा शर्मा गई और बोली अरे नही हम जाइए बोल रहे थे ये नही....
इधर से हम हस कर बोले चलो अब तुम उनको जवाब दो हम रखते है अभी दिल्ली पहुंचे है एक घंटे में फिर मैसेज करेंगे बाय लव यू स्वीटहार्ट और फोन कट गया....
ये हम जानबूझ कर बोले थे ताकि अभी पूजा को भाभी और दीदी से हसी मजाक हो जाए थोड़ा तो उसका ध्यान हम पर से कम हो जायेगा फिर भोपाल पहुंचने के बाद तो मेरी जान को हम समझा ही लेंगे....
खैर इसी तरह हम अपने प्लेन में सवार हुए और उड़ते हुए पहुंच गए दिल्ली....
इधर मेरे फोन कटने के बाद पूजा भाभी और दीदी ने ही उलझी रही और बातो ही बातो में भाभी उसको दवाई भी बोल कर खिलवा दी और फिर सोने को बोल कर नीचे उतर गई जबकि दीदी आज पूजा के साथ ही सोने वाली थी....
हम दिल्ली पहुंचे तो अभी यहां पैतालीस मिनट का वेटिंग टाइम था.....थोड़ा देर इधर उधर टहलने के बाद हमसे नही रुका गया और मैसेज की जगह फोन मिला दिए पूजा को.....
वैसे भी अभी दस ही बजे थे हम नॉर्मल कॉल किए थे पर मेरी डार्लिंग उसको काट कर वीडियो कॉल की तो हम उठाए वो बोली पहुंचे गए जान बड़ा जल्दी.....
हम बोले अरे अभी दिल्ली में है और तुम सोई नहीं तो वो छोटी दी के तरफ फोन दिखलाई और बोली दीदी हमदोनो का लव स्टोरी कैसे शुरू हुआ वो सुनाने बोल रही है अब बताइए हम क्या बताए....
तो दीदी बोली अरे उससे क्या पूछ रही है ये ननद भौजाई के बीच के बात है इसमें भाई का कोई रोल नहीं है.....
हम बोले हा हा हम कुछ नही कह रहे उसको सब पता है की क्या बताना है....तो दीदी बोली अरे चोट्टा इसका मतलब कुछ छुपाना भी है क्या....
हम हस के बोले अब तो ये तुम्हारी भौजाई जाने हम नही जानते कुछ भी.....तो दीदी बोली जा ना हम सब कुछ मालूम कर के रहेंगे....तो पूजा बोली अरे आप दोनो लड़िए मत....
फिर पूजा हमसे बोली अभी कहा पहुंचे आप हम बोले दिल्ली और यहां से अभी पैतालीस मिनट बाद फ्लाइट है तो थोड़ा देर हम इधर उधर टहले पर फिर सोचे की तुम सोई की नही चेक कर ले पर तुम जागी हुई हो और अपने इश्क की दास्तान सुनाने जा रही है ये नही की सो जाए शरीर को आराम दे सुबह से भाग दौड़ की है अगर तबियत बिगड़ा ना तो मां को जवाब तुम ही देना.....
तो दीदी बोली अरे तू भड़का मत इसको और कुछ तबियत नही बिगड़ेगा हम है ना साथ में टाइम से से जायेगी अभी दस ही न बजा है....
हम बोले ठीक है बहन हम नही बोल रहे कुछ भी....फिर दीदी पूजा को बोली बात कर ले थोड़ा देर हम नीचे से हो कर आते है मेन गेट वगैरह बंद हुआ की नही देख के....
और वो नीचे चली गई फिर पूजा हेडफोन लगाई और बोली हा मेरी जान अब बोलिए...
हम बोले अरे कपड़ा चेंज नहीं की तो वो बोली नही आज नही करेंगे आप इस वक्त किचन में हमको अपनी बाहों में भरे थे ना तो इसमें आपका खुशबू है अब ये कल ही चेंज होगा आज रात तो होने से रहा....
हम प्यारा सा शकल बना कर बोले अरे ऐसे करेगी हम नही तो मेरा खुशबू से ही काम चलाएगी....
पूजा बोली जान आप जो भी बोलिए पर आपसे दूरी सच में बर्दाश्त नहीं होता हमको अब बस कुछ महीने और फिर इन दोनो के आने के बाद हम आपको कभी नही जाने देंगे हमको ऐसे छोड़ कर....
हम बोले अच्छा अगर हम वापस ही ना आए तो अभी जिस प्लेन में बैठेंगे अगर वो क्रैश हो गया तो....यहां अकेले है कही कुछ हो गया तो....हा
मैं दुनिया से चला जाऊ कभी न लौट के आऊ...
करोगी क्या अकेले तुम बताओ ओ पूजा.....
पूजा लगभग लगभग चिल्ला कर बोली एई जान ये क्या बोले जा रहे है आप हा...बात करते करते बकवास करने लगे भक्क ऐसा बात है तो अगर अभी हम सीढ़ी से नीचे उतरते वक्त गिर जाए तो फिर आप क्या कीजिएगा....
फालतू का बात मत बोला कीजिए भक्क मेरा पूरा मूड आप बिगाड़ दिए अब जब तक आप वहा उतर नही जाइयेगा मेरे को चैन नहीं पड़ेगा क्या जान आप ऐसे क्यों सोचे कैसे बोले ऐसा बात अपने मुंह से.....अब उसका रोना शुरू और अपना चेहरा घुमा ली....
हम हस कर बोले अरे पागल तुरंत में रोने लगती है ये सब बात हम ऐसे ही बोले पगली कुछ सीरियस नही है इसमें देखी नही गाना गा रहे थे हम और तुम उसका जवाब भी नही दी.....और इतना जल्दी हम कहा जायेंगे तुमको छोड़ कर अभी तो तुमको अच्छे से देखे भी नही है....अलट पलट कर देखना बाकी है अभी और तो और पूरा प्यार भी कहा किए है आने दो ना भोपाल से अबकी बार फिर तो चार राउंड ना सही एक राउंड तो चल ही सकता है....
पर मेरी इन बातो से पूजा का कोई असर नहीं हो था था वो तो बस दूसरी तरफ मुंह कर के सिसकते जा रही थी.....
फिर हम बोले एई मेरी जानेमन इधर देखो तुमको मेरी कसम है इधर देखो....
वो देखी तो हम बोले
तेरे अलावा और है ही कौन जिसको मेरी इतनी परवाह हो......जिसकी जान निकलती हो मेरे जाने के नाम से.....
हमको तो लगता है की मां से भी ज्यादा प्यार तुम करती है हमको अब....और तुम्हारे जैसी डार्लिंग बीवी को छोड़ कर चले जायेंगे हट पगली....
पूजा बोली आज आप मेरा दिल दुखा दिए पहली बार वो भी ये सब बोल कर....हम बोले अरे अरे फिर तो हम बेदर्दी हसबेंड हो गए वो क्या बोलती है तुम....हा गंदे आदमी
पूजा रोते रोते हस दी और बोली ये सब दुबारा अपनी जबान पे मत लाइएगा वरना आज एक वादा करते है की आपके जाने से पहले हम चले जायेंगे और वहा जा कर आपका इंतजार करेंगे समझे क्युकी इस धरती पर तो अब आपके बिना सांस लेने से रहे हम....
हम बोले अरे बस बस हो गया अच्छा सुनो.....अभी हम आगे कुछ बोलते वो बोली वादा कीजिए ये सब कभी दुबारा नही बोलिएगा....
हम बोले वादा मेरी जानेमन वादा....और तुम हमसे पहले क्यू दोनो साथ में चलेंगे अगर जाना भी हो तो....
पूजा बोली भक्क फिर से बोलने लगे आप......तो हम हस दिए और उसको बोले चलो अब चलते है टाइम हो रहा है....
पूजा जैसे एकदम से हड़बड़ा गई और बोली अभी रुकिए आप....हम बोले अरे पगली जाना है टाइम होने को है पता चला हमको बिना लिए ही वो लोग उड़ गया भोपाल....
तो वो बोली अच्छा सुनिए आई लव यू जान आई लव यू सो मच....
हम बोले अरे आई लव यू टू मेरी जान और तुम टेंशन नही लेना हम तो पागल है कुछ से कुछ बोलते रहते है.....
चलो अब जल्दी से हस कर एक मस्त वाला उड़न छू वाला चुम्मा दे दो ताकि हम भी उसके साथ उड़ कर जल्दी से भोपाल पहुंच जाए....
पूजा एकदम पूरे मन से हमको फ्लाइंग किस दी और बोली कितने बजे उतरिएगा आप....हम बोले एक डेढ़ बजे तक लेकिन तुम सो जाना जगी मत रहना....
वो बोली हम सो जायेंगे आपको लगता है....हम बोले हे भगवान अब क्या बोले चलो जाते जाते एक बार मुस्कुरा दो....वो बेमन से मुस्कुराई और हम बोले चलो उतरते है तो मैसेज करते है लव यू जानेमन बाय.....और फिर चल दिए हम भोपाल....
रात के पौने दो बजे हम भोपाल उतरे और अभी हम टैक्सी लेने ही वाले थे की मेरी जानेमन वीडियो कॉल कर दी....हम उठाते ही बोले अरे तुम सोई नहीं जागी ही हुई है....तो पूजा बिस्तर से उठ कर बाहर अपने कमरे के पीछे की तरफ आई और बोली हा नही सोए हम आज मेरी जान की बाहों का तकिया नही था ना तो नींद आए भी तो कैसे....और अभी हम आपका बात नही माने है तो उसका सजा मिलना चाहिए ना आइए और मार लगाइए हमको....ये देखिए और वो अपने साड़ी का पल्लू थोड़ा साइड में की और अपनी चुचियों के बीच की दरार दिखलाती हुई बोली आपके हाथो के मार के लिए ये लोग मुंह निकाले वेट कर रहा है....
हम बोले अरे पगली ढको उनको और ऐसे करेगी तो फिर मेरा यहां रहना मुश्किल हो जायेगा पता चला कल के कल हम पटना वापिस आ गए....
तो पूजा मुस्कुरा दी और अभी उसकी मुस्कुराहट में लगा की वो हसी वरना मेरे लास्ट कॉल में तो जबरदस्ती का मुस्कुराई थी....
वो बोली तो जल्दी से आ जाइए वरना यहां हम एक एक कर के सब कुछ उतार देंगे फिर देखते है आप कैसे रुकते है वहां पे....
हम बोले अरे नही जानेमन ऐसा जुल्म नही करना बस थोड़ा दिन वेट करो फिर हम खुद उतारेंगे इनको और उस वक्त बोले थे ना की अभी तो सही से देखे भी नही है अलट पलट कर अच्छे से देखेंगे फिर ढेर सारा प्यार करेंगे और पता है क्या अपने दोनो नन्हे मुन्ने आ जायेंगे फिर हम दोनो एक और मस्त वाले हनीमून पर चलेंगे....
पूजा हस कर बोली पागल कहींके अब क्या बाकी रह गया है देखना मेरे में....
हम उसको टैक्सी दिखलाते हुए बोले बहुत कुछ बाकी है चलो अब कमरे में जाओ सो जाओ अब सुबह बात करते है....
पर पूजा बोली नही पहले आप घर पहुंचिए हम देख लेंगे फिर ही हम सोने जायेंगे और हमको तो नींद भी नहीं आएगा....
हम बोले सब आएगा तुम जा कर लेटो और दीदी कहा है तो वो कमरे की ट्यूबलाइट चालू की और दिखलाते हुए बोली यही सोई है बगल में रांची से ले कर अपने पटना आने तक का कहानी उनको सुनाए बस अपनी चोट वाली बात गायब कर दिए पता है जान हमदोनो का रिश्ता ऐसे बना था की उसके बारे में किसी को बता ही नही सकते है ना.....
हम बोले तभी तो अपना रिश्ता सबसे अलग सबसे ज्यादा प्यारा और सबसे मजबूत है.....
बाद बाकी दुनिया का क्या है कुछ भी बोले उनको तो बस चटपटी मसालेदार बातो से मतलब होता है....पूजा बोली भक्क आप भी ना....
सुबह क्या क्या करना है क्या नही पूजा सब निर्देश दे रही थी हमको और इसी तरह हम अपने अपार्टमेंट पहुंच गए....
गार्ड भईया का ड्यूटी शायद बदल गया था उसके जगह दूसरा गार्ड था खैर जैसे तैसे हम अपने घर में घुसे और फिर पूजा को बोले सो जाओ पर वो नही मानी बोली पहले आप हाथ मुंह धो लीजिए फिर लेटियेगा तब हम भी लेटेंगे....
दोनो कोई एक दूसरे को देखते रहे ऐसे ही वीडियो कॉल चलता रहा....और हम मुंह हाथ धो कर कपड़े बदल कर लेटे और उधर वो भी लेटी और बोली मिसिंग यू जान...
पीछे से दीदी नींद में बोली अरे लैला मजनू सो जाओ कब तक लगे रहोगे....
फिर पूजा मुस्कुरा कर बोली चलिए अब आप आराम कीजिए सुबह में करते है बात आई लव यू स्वीटहार्ट हम भी उसको आई लव यू टू बोले और फिर सो गए....
फोन कटने के बाद नींद आने में काफी देर हुआ....सुबह में पूजा के फोन से नींद खुला फोन उठा कर ऐसे ही हाथ में पकड़े आंखे मूंदे पड़ा रहा तो पूजा बोली गुड मॉर्निंग जान....पर उसका जान तो नींद में पड़ा हुआ था....वो बोली एई जान उठ जाइए पागल साढ़े सात होने को है ऑफिस नही जाना क्या....
हम कुनमुना कर बोले अरे रात में नींद हीं नहीं आया सुबह में आया है तो थोड़ा सोने दो ना तुम उठा देना आठ बजे तक तो पूजा बोली ठीक है सोइए और फिर फोन कट गया ऐसा इसलिए क्युकी नाश्ता तो पूजा दे ही दी थी हम केवल नहा धो कर नाश्ता कर के ऑफिस जाते....
सवा आठ बजे पूजा फिर फोन की और हम अभी भी वैसे ही लेटे हुए थे तो पूजा आवाज दी और बोली अब उठ जाइए लेजी इंसान अब और नहीं सो सकते आप चलिए उठिए....हम बोले पहले एक मस्त वाला चुम्मा दो फिर ही उठेंगे....वो नहा कर अभी नाइटी पहने हुई थी और कमरे में कोई नही था....
वो अपने नाइटी के गले से दोनो चुचियों को बाहर निकाली और हमको दिखलाते हुए बोली कल रात से ये दोनो बार बार तन जा रहा है आपका प्यार वाला मार का जरूरत है इनको और रहा बात चुम्मा का तो ये लीजिए और एक प्यारा सा चुम्मा का आवाज हमको सुनाई दिया.....हम फोन में देखे तो मेरा लंड अकड़ने को मजबूर हो गया हम बोले अरे जान ऐसे करेगी और फोन पे चूम लिए तो वो बोली हा ऐसे ही करेंगे तभी तो आप जल्दी जल्दी आइएगा....
हम बोले अब तो जुल्म कर रही हो हम पर चलो इनको अंदर करो जल्दी से....अब इन दोनो के लिए ही सही हमको जल्दी जल्दी काम निपटाने दो फिर तुम्हारे पास आते है तब बताएंगे जुल्म क्या होता है....वो अपनी दोनो चुचियों को अंदर कर के जीभ दिखला के बोली चलिए अब आप भी अपने शहजादे का मुंह दिखलाइए हम बोले नही अब पटना आने के बाद ही देखना....अब हम चले तैयार होने करते है फोन थोड़े देर में....
फिर तैयार हो कर हम नाश्ता करने बैठे तो फोन लगाए पूजा को तो वो नीचे थी सब कोई साथ में था और शायद बड़ी दीदी वापिस जा रही थी....
छोटी दीदी फोन पूजा के हाथ से ले कर बोली अरे तू अभी आराम से कॉल करना अभी तेरी वाली बिजी है....
पूजा बेचारी कुछ बोल नहीं पाई और इधर हम भी ठीक है बोल के फोन रख दिए और अपना नाश्ता खतम कर के ऑफिस पहुंचे.....
वहा मेरे लिए काम का अंबार लगा पड़ा था ऑफिस आने के बाद आज एक मिनट का फुरसत नहीं मिला पूजा वीडियो कॉल भी की ये पर उठा कर सिर्फ उसको देख ही पाए कुछ बात नही हो पाया....
वो भी समझ रही थी की काम में व्यस्त है इसलिए बस टुकुर टुकुर हमको देखती और जब हम अपने डेस्क से उठ कर कही जाते तो वो फोन काट देती.....
जब लंच हुआ तो आज ऑफिस में दोस्तो के साथ ही खा लिया....
उस समय भी अपनी डार्लिंग से बात नही कर पाया और लंच के बाद फिर से काम में व्यस्त....
पेंडिंग काम निपटाते निपटाते कब शाम हुई पता ही नही चला....खैर अपना सारा काम खतम कर के अपने हेड के पास गया उनको बताने और सोचा की साथ में ट्रांसफर के सिलसिले में भी बात कर लेंगे....जब उनको सब कुछ बताया तो उन्होंने भी वही पिपड़ी बजाई की अभी तुरंत का ज्वाइनिंग है पॉसिबल नही होगा कर उन्होंने कहा कि तुम्हरे साथ दिक्कत तो है पर अपने तरफ से फिलहाल यही कर सकते है की जब तुम्हे जरूरत लगे की जाना जरुरी है तो बेझिझक तुम जा सकते हो इसके लिए अपना प्रोसीजर तो तुम जानते ही ही बाद बाकी हम यहां है मैनेज करने को....
उनके मुंह से ये बात सुन कर लगा की चलो कम से कम एक टेंशन दूर हुआ छुट्टी को ले कर.....
वहा से घर के लिए निकला तो अपनी जान के साथ फोन पे जुड़ गया....बात करते करते अपने रेगुलर होटल में खाना खा लिया क्युकी भूख लगी हुई थी और अभी घर ले जा कर खाने का मूड नहीं था और उधर मेरी जान भी मेरे ही साथ खाना खा ली और उसके लिए ये अच्छा रहा की दीदी और भाभी के साथ रहने से उसका अकेलापन कुछ हद तक दूर था और रात में तो छोटी दीदी उसके साथ ही रहती थी....
..
...
अब लगभग लगभग रोज का यही रूटीन होता ऑफिस से घर और घर से ऑफिस का....सुबह में हम हल्का फुल्का नाश्ता खुद तैयार कर लेते थे और उसी को लंच में भी रख लेते थे पर रात का अपना फिक्स था होटल का खाना....हम और पूजा जब भी बात करते तब एक बार ये बात पूजा जरूर बोलती जान शनिवार कब आएगा आप कब पटना आइएगा कब मेरी बाहों में आइएगा.....
और हम हर बार उसको दिलासा दे कर रह जाते......भोपाल आए हुए एक हफ्ता होने को था और जैसे जैसे शनिवार नजदीक आ रहा था पूजा और मेरी बेचैनी बढ़ती ही जा रही थी पर इस बार अपने मिलन में थोड़ा और लेट था हुआ यू की अपने ऑफिस में किसी स्पेशल सॉफ्टवेयर को ले कर तीन दिवसीय ट्रेनिंग का प्रोग्राम रखा गया था ग्वालियर में और हमे ग्वालियर के लिए गुरूवार की रात को ही निकलना था.....
अब ग्वालियर जाने का मतलब था की हम अगले हफ्ते पटना जा पाते....अब जाना तो था ही सो उस रात जब घर आया तो पूजा हमसे पहला सवाल यही दागी की आप टिकट बुक करवा लिए जान अब बस एक दिन और उसके बाद आप मेरी बाहों में होइएगा आइए जल्दी से फिर आपको ढेर सारा प्यार करेंगे भी और करवाएंगे भी.....
हम बोले जान एक दिक्कत हो गया है....वो तुनक कर बोली क्या दिक्कत आप टिकट नहीं लिए क्या या फिर कुछ और काम निकल आया ऑफिस का....हम बोल अरे अरे परेशान मत हो पहले मेरी बात तो सुनो....वो बोली बै जान अब ये मत बोलिएगा की नही आ रहे आप सब जान रहे है की हम कितना बेसब्री से इंतजार कर रहे है आपका.....
हम बोले तो हम नही कर रहे क्या जान....तो वो बोली हा तो फिर क्या दिक्कत हो गया जल्दी से बताइए.....हम जब उसको पूरा बात बताए तो वो पहले तो बहुत गुस्सा की और मेरे ऑफिस वालो को खूब झिड़की और लगे हाथ मां को भी बुला ली ऊपर उनके साथ भाभी और दीदी भी आ गई.....
जब मां को पूरा बात बताए तो मां पूजा के सर पे हाथ फेरते हुए बोली जाने दे बेटा वो तो आ ही रहा था ना अब काम आ गया तो ना तू कुछ कर सकती है ना वो....और इसी बात पे भाभी चुटकी लेते हुए बोली बेचारी हमर देवरानी देवर के इंतजार में पानी पानी हो रखी है.....
मां भाभी को प्यार से एक थप्पड़ दिखा कर वहा से चली गई जबकि दीदी भाभी को बोली भक्क भाभी आप भी ना मम्मी के समाने ही शुरू हो जाती है......
तो भाभी बोली अरे तुम गलत समझ रही है पानी पानी मतलब आंसू से था वही पूजा तो पहले से ही शरमा गई थी....और मां के जाते ही वो भाभी को हौले से धकेल के बोली क्या भाभी आप भी....
फिर भाभी उसके गाल खींचते हुए बोली आय हाय देख रही हो दुखती रग पे हाथ रख दिए हम लग रहा है....
इधर हम उनके बीच की बात सुन कर फोन काट दिए थे....
पूजा भाभी और दीदी को नीचे भेज के हमको फोन मिलाई और बड़े बुझे मन से बोली अब कर ही क्या सकते है कीजिए ट्रेनिंग....यहां पे आपकी बीवी आपके इंतजार में आंखे बिछाए वेट कर रही है उसका कोई खयाल नहीं....
फिर हम उसको बहुत देर तक प्यार से समझाएं उसके बाद वो मानी फिर अगले दिन हम निकल गए ग्वालियर के लिए....
तीन दिन की ट्रेनिंग करने के बाद हम वापिस भोपाल आए और फिर से शुरू हुआ वही रूटीन और दिन गिनना....
आज गुरुवार था तो सोचा की आज अपने हेड से बात कर के कल जल्दी निकलने का कोशिश करेंगे और जब छुट्टी हुई तो हम अपने हेड के पास पहुंचे और मेरे को देखते ही बोले तब छोटे बाबू छुट्टी की अर्जी ले कर आए हो क्या....हम बोले नही सर वो बस कल के बारे में थोड़ा बोलना था....
वो जैसे मेरी बात समझ रहे थे इसलिए खुद से बोले कल लंच टाइम के बाद कभी भी निकल जाना वैसे भी अभी एपोलिकेशंस का लोड कम ही है....
हम उनको थैंक्यू बोल कर वापिस हो लिए अपने घर और घर जाते वक्त आज खाना खाया ही नही सीधा घर चला गया क्युकी हम टिकट काटने में बिजी थे और ऑटो कब होटल से पार हो गया पता ही नही चला....
पर एक चीज छूटी तो दूसरी अच्छी हो गई कल दोपहर की फ्लाइट मिल गई वो भी नॉन स्टॉप जो दो घंटे में भोपाल उतार देती डेढ़ बजे बैठता और साढ़े तीन बजे पटना.....
अब तो जैसे पेट में वो गुड़गुड़ मची हुई थी की क्या बताए और ये गुड़गुड़ पूजा से मिलने के बाद ही शांत होने वाली थी....उस रात मैने पूजा को भनक तक नहीं लगने दी की हम कल उसके पास होंगे....
अगली सुबह ऑफिस पहुंचा और अपना बैग समेट कर साथ ही ले गया था और साथ ही अपने एक दोस्त को तैयार कर लिया था एयरपोर्ट छोड़ने को क्युकी उससे जल्दी हो जाता वरना ऑटो के चक्कर में लौड़े लग जाते मेरे क्युकी एक तो लंच टाइम के एक घंटे बाद की फ्लाइट थी और हम लंच टाइम होते ही निकल जाने वाले थे....
खैर जैसे तैसे हम समय काटे और लंच होने से पहले ही अपनी जान को मैसेज कर दिए की मीटिंग है एक लंच के बाद तो मीटिंग में फोन साइलेंट या ऑफ रहेगा तो परेशान मत होना हम फ्री हो कर करेंगे बात....पूजा बोली ठीक है माय लव
और अपने दोस्त के साथ निकल गए एयरपोर्ट और फिर जब प्लेन भोपाल से उड़ान भर दी फिर तो मेरी नज़रे घड़ी पे ही टिकी थी और अपने मोबाइल के स्क्रीन पे पूजा की फोटो पे....
डेढ़ से दो और दो से तीन और तीन से साढ़े तीन बजे पर मेरी फ्लाइट पटना लैंड हुई चार बजे हम पायलट को खूब गरियाये मन ही मन क्युकी अगर वो टाइम से रहता तो हम अब तक अपने घर पे रहते पर फ्लाइट लेट उतरने का कारण था आसमान में घुमड़ते हुए काले काले बादल जो कभी भी बरस सकते थे....
पटना एयरपोर्ट पे भी मैने अपने एक दोस्त को बुला रखा था और मेरे फोन पे पूजा के मैसेजेस का अंबार लगा हुआ था पर एक भी हम खोल कर नही देखे थे....
अपने दोस्त से बाते करते अपने मुहल्ले में पहुंचा और उसने मुझे मेरे गली के बाहर ड्रॉप किया और शाम में मिलना का बोल कर चला गया और हम पहुंचे अपने घर और मेरी जान शायद हमको ही मैसेज करने में लगी हुई थी उधर वो मैसेज भेजी और इधर मेरा मैसेज टोन बजा और अपना जिमी तो पहले से ही तैयार रहता है देह पे चढ़ने को उसका एक अलग ही उत्साह रहता है....
दीदी हमको देखी और जोर से बोली चोट्टा कहिंका कैसे चोर के जैसे आ रहा है पर हमको देख सब कोई लिया था....
हम बोले अरे चोर जैसे क्या सब तो देखा ही हमको आते हुए....वही पूजा अपना फोन साइड में रखी और खड़ी हुई जिसमे भाभी उसकी मदद की और बोली अब तो पूजा रानी को चैन आ गया होगा.....
वो दीदी को बोली चलो जी अब हम लोग का क्या काम....मां के पैर छुए हम और बोले अभी कहा जाइयेगा आप लोग को ही देखना है इसको हम तो फिर चले जायेंगे अभी जब तक ये सिलसिला रहेगा तब तक आप सब को ही देखना है छोटे है हम दोनो सबसे घर भर में.....
भाभी बोली हा बाबा जी अब ज्ञान के जगह अपनी बेचैन बीवी से मिल लीजिए.....
मां बोली जा मुंह हाथ धो ले फिर खाना गरम कर देते है कुछ खाया तो नही ही होगा....हम मां को बोले हा मां आ रहे है फ्रेश हो कर फिर खाते है और हम पूजा का हाथ पकड़े और उसको ले कर चल दिए ऊपर....हम दोनो को जाते देख भाभी फिर बोली जल्दी आना ज्यादा लेट नही करना....अबकी बार पूजा बोली नही अब तो लेट से ही आयेंगे अब आप हम लोग का वेट कीजिए....
उसकी ये बात सुन कर सब कोई हस दिया वही हम बोले अरे छोड़ो उनको वो खाली मजाक करती है.....
पूजा कुछ नही बोली सिर्फ मेरे साथ ऊपर चलती रही और कमरे में पहुंचते ही वो मेरे से लिपट गई और मेरे चेहरे पे चुम्बन का झड़ी लगा दी....वही हम भी उसको अपनी बाहों में समेट लिए और उसके चूतड़ों को थामते हुए उसके चुम्बनो का आनंद लेने लगे....
हमको मन भर चूमने के बाद पूजा बोली गंदे आदमी बताए भी नही की आ रहे है....हम बोले अरे हर बार बोलते है इस बार भी बोल रहे की बिना बताए आने के बाद जो खुशी और हैरानी का मिला जुला असर तुम्हारे इस खूबसूरत चेहरे पे देखने को मिलता है ना वो मिस नही करना चाहते हम....
पूजा मेरे सीने पे मुक्का मारी और बोली आई मिस्ड यू सो मच जान और मेरे साथ साथ ये दोनो भी आपको मिस किया....हम नीचे बैठ कर पूजा के पेट पे चूम लिए और फिर कान लगा कर बोले तब बच्चा लोग अंदर सब ओके ना अब जल्दी से बाहर आ जा फिर घुमाने ले चलेंगे....
पूजा मेरे बालो में हाथ फेरते हुए बोली अभी उसकी मम्मी को घुमाने ले चलिए पर उससे पहले आप खाना खा लीजिए चलिए आप फ्रेश होइए हम नीचे आपके लिए कुछ बनाते है....
हम बोले अरे क्या बनाते है अब रात में बनाना अभी तो मां खाना गरम कर रही होगी वही खायेंगे और आज फ्राइडे है जाते है दुकान और पापा के साथ आते वक्त मटन ले आयेंगे....
पूजा बोली जैसा आपका मन जानेमन पर साथ में हमको भी ले चलिएगा ना....
हम बोले अब शायद ही मां तुमको जाने देगी घर से बाहर...पूजा बोली एक बार आप बोल कर देखिएगा ना गाड़ी में तो जायेंगे....हम बोले हा मेरी जान पर हम जानते है ना चांस बहुत कम ही है....पूजा बोली अच्छा ठीक है हम तो इसी में खुश है की मेरे जान वापिस आ गए मेरे पास आज चैन से सोएंगे आपके बाहों में....हम उसके चेहरे को अपने हाथो में थाम कर बोले ये क्या इतना सिंपल चेहरा कोई श्रृंगार नही....
पूजा बोली अब करेंगे आप आ गए न ऐसे हम किसके लिए सजते सो सिंपल ही रहते है.....
हम उसको ड्रेसिंग टेबल के पास ले कर गए और फिर वो खुद से काजल उठा कर लगाई और फिर लिपिस्टिक हल्के शेड का फिर मेरे तरफ देखते हुए बोली बस हो गया....हम बोले नही अभी बाकी है और उसको क्रीम दिए बोले ये लगाओ और फिर अपने बैग से एक नया परफ्यूम निकाले और फूस फूस कर के दो चार जगह पे पूजा के शरीर पे मार दिए वो उसकी खुशबू सूंघ कर बोली वाह जान कितना अच्छा महक है इसका कहा से लाए....
हम बोले और कहा से ग्वालियर से लाए थे वहा एक कस्टम का दुकान था उसी में से खरीदे....वो हस कर बोली अब नीचे जायेंगे तो भाभी फिर मेरा बैंड बजाएगी....हम उसकी चुचियों को थाम कर दबाते हुए बोले अरे तुम्हारे बैंड को तो केवल हम बजा सकते है कोई और नहीं वो केवल तुमसे मजाक करती है करने दो बस इस बात का ध्यान रखना की कही जाने अंजाने में कोई गलत बात न कह देना उनसे....
पूजा बोली हा जान हमको पता है फिर हम उसकी नाइटी के गले में हाथ डाले और उसकी ब्रा में कैद चुचियों को पकड़ लिए और बोले इनका रस पिला दो थोड़ा जान....उस दिन से दिखा दिखा कर बहुत तरसाई हो....
पूजा एक बार दरवाजे के तरफ देखी और फिर फटाक से अपनी नाइटी को कंधो से नीचे कर के अपनी दोनो चुचियों को ब्रा से बाहर कर दी....और उसके निप्पल मेरे हाथ लगते ही फूल गए थे हम बहुत प्यार से उनको दबाए और फिर मुंह में ले लिए.....मेरे मुंह में लेते ही पूजा एक मादक सी आह भरी और हम लगे दबा दबा कर चूसने....कुछ पलों बाद पूजा धीरे से सिसकियाते हुए बोली जान और फिर मेरे चेहरे को पकड़ कर उठाई और मेरे होंठो पे अपने होंठ रख दी....एक मस्त वाले चुम्बन के बाद वो बोली अभी के लिए इतना ही बाद बाकी रात में....
हम उसकी बाहर लटक रही चूची को अपने हाथो से ब्रा में एडजस्ट कर के बोले रात में तो आज तुम मना करेगी बोलेगी रहने दीजिए पर हम नही मानने वाले इतना दिन से लावा अंदर भरा पड़ा है आज सब ज्वालामुखी के रास्ते बाहर निकाल देंगे....
पूजा मेरे लंड को पैंट के ऊपर से पकड़ कर सहलाते हुए बोली सब मंजूर है जान बस इन दोनो का खयाल रखते हुए जो करना है कीजिएगा चलिए अब फ्रेश होइए फिर आइए नीचे....वो जाने लगी तो हम उसके चूतड़ों पे एक करारा तमाचा लगा दिए तो पूजा कसमसा कर बोली आह जान....
हम बोले इसी का न चाहत हो रहा था तुमको आओ ना आज सब हिसाब चुकता करते है....
पूजा अपनी चूतड़ों को सहलाते हुए निकल गई कमरे से....
हम बाथरूम में घुसे और इधर मेरी जान के नीचे जाते ही भाभी और दीदी उसको फिर से घेर ली और मां को आवाज देते हुए बोली देख रही है मां सुमित के आते ही आपकी बहुरिया का श्रृंगार पटार चालू हो गया आप कितना बोली थी उस दिन पर ये हल्का मेकअप कर के रह गई थी और अभी देखिए तो जरा इसको....
मां कमरे से बाहर आती हुई बोली अरे अब बस भी करो तुम दोनो कब से उसको खाली छेड़ते रह रही है....और पूजा बेटा का ध्यान सुमित से हटे तब ना वो कुछ और सोचे अभी वो आ गया है तो सब ठीक हो गया इसका ये आदत है पहला बार नही है....
और मां पूजा को बुला कर उसके सर पे चूम ली और बोली क्या लगाई है बेटा बड़ा अच्छा खुश्बू है...
तो दीदी बोली लग रहा कोई स्पेशल परफ्यूम लाया है सुमित...
पूजा मुस्कुरा कर बोली हा ले कर आए है एक छोटा सा शीशी में तो वही लगा दिए अच्छा मां इनको आज मटन खाने का मन है तो साथ में हम भी जाए...
तो भाभी बोली अरे नही बच्चा अब कहा अब सीधा पेट फ्री होला के बाद जाना अब नहीं मिलेगा जाने को कही....
पूजा मां से बोली प्लीज ना मां गाड़ी में तो जाना है और फिर तुरंत आ जायेंगे घर में रहते रहते एकदम अंसा गए है जाए....
तो मां मुस्कुरा कर उसके सर पे हाथ फेर के बोली नही बेटा अभी जाने का हालत में नहीं है तू अब थोड़े दिन सह ले फिर घूमने जाना अपने दोनो लल्ला लल्ली के साथ में....
फिर पूजा भी बात को समझी और इतने में हम नीचे आए फिर शुरू हुआ बातो का सिलसिला खाना खा कर हम पहुंचे दुकान वहा पापा और भईया भी देख के खुश हुए और दीदी का बच्चा लोग दुकान के पीछे वाले फील्ड में खेल रहा था....मौसम पहले से ही सुहावना हो रखा था सो मेरे बोलने से पहले पापा ही बोल दिए चल आज मटन बनाते है....
हम बोले अरे पापा हम इसी लिए आए थे आपके पास आप मेरा मुंह का बात छीन लिए....फिर थोड़ी देर दुकान पर रहने के बाद हम और पापा निकल गए जबकि भईया बोला हम आते है रात तक....
घर आने के बाद एक अलग ही ऊर्जा आ जाती है शरीर में इंसान लाख कही चला जाए कमाने को पर लौट कर जब अपनी जन्मभूमि पर आता है ना तो एक बार में ही सारा जीवन का सार उसके आंखो के सामने घूम जाता है बच्चे से ले कर छात्र जीवन और फिर कमाने वाले जिम्मेदार व्यक्ति से ले कर एक अच्छा बाप बनने तक का सफर सब कुछ आंखो के सामने घूम जाता है.....
खैर उस रात खाना खाने का डबल मजा आया क्युकी खाना पूजा, भाभी और दीदी ने मिल कर बनाया था और मां पापा और भईया बच्चा लोग के साथ हम बैठे थे और हमारे आने की खबर सुगंधा रानी को भी मिल गई थी फोन पे....
अब थोड़ा उसके जीवन में क्या उथल पुथल हो रहा है वो भी जान लेते है....
पूजा के पटना आने के पहले से ही पूजा के पापा लगे हुए थे सुगंधा की शादी के लिए पर सुगंधा आगे पढ़ कर नौकरी करना चाहती थी जिसके लिए उसके पापा तैयार नहीं हुए और उसकी शादी लगभग लगभग तय कर दी थी उस वाराणसी वाले लड़के के साथ जिसका नाम अर्जुन है....
जब सुगंधा से फोन पे बात होने लगा तो इत्तफाक से घर में उस समय कोई नही था मम्मी मार्केट गई थी और पापा राहुल के साथ दुकान पे....तो वो सब बात बताई हमको क्युकी सुगंधा के जिंदगी में हम उसके जीजा होने से पहले उसके दोस्त का ओहदा रखते थे इसलिए वो जो बात बताई वो मेरे लिए बहुत हैरान करने वाली थी और जो वादा हमने उससे किया था की तेरी शादी को रोकेंगे वो करना अब और भी जरूरी था....
सुगंधा बताई की अर्जुन के परिवार वालो का प्रगाढ़ संबंध है बुआ से और दीदी की शादी की बात भी उन्होंने ही छेड़ी थी जो पापा और मम्मी वाराणसी गए थे पर जब दीदी ने तुझसे शादी करने का फैसला लिया और राहुल के वजह से जो पूरा बखेड़ा खड़ा हुआ था उस चक्कर में पापा दीदी के साथ जबरदस्ती नही कर पाए और अंततः वो दीदी की शादी के लिए मान गए क्युकी उस वक्त वो अपने दिमाग से नही चल रहे थे शायद वही कारण है की आज भी पापा कई बार जला कटा बोलते है....
अब जब अर्जुन का परिवार वाला पूछा बुआ से पूजा दी के शादी ना करने का कारण तो उसका सारा इल्जाम बुआ सीधे सीधे पूजा दी पे डाल दी ये बोल कर की उसका कहना था की उसको सरकारी नौकरी वाला लड़का चाहिए प्राइवेट वाले से नही करेगी शादी लाख समझाए उसको की तैयारी में है लड़का हो सकता है शादी के बाद नौकरी लग जाए पर वो नही मानी और मेरा भाई भौजाई थक हार के उसका शादी कही और कर दिया....
बुआ उन लोगो से ये बात छुपाई है की दीदी का लव मैरिज है वरना जिस नेचर की अर्जुन की मां है ना वो कभी तैयार नहीं होती इस शादी के लिए....उनको जात पात गोत्र फलाना ढिमकाना से बहुत फर्क पड़ता है बाप रे फोन पे डिस्कशन हम सुने है ना तब ही समझ गए थे की बुढ़िया सठियायेल है.....
हम हस कर बोले बढ़िया ना है तेरी सास को तू अपना दिमाग से ठीक कर देना और का वैसे भी सुनने में आया है की सठियायेल लोग बहुत प्यारा होता है....
सुगंधा बोली अरे भगवान न करे की मेरा शादी वहा हो क्युकी उस लड़का से हमको नहीं करना पर अगर फिर भी बियाह हो गया तो फिर शायद ही हम बाबू मईया के दहलीज पे दुबारा चढ़ेंगे काहे की जैसे पापा एक बोझ के जैसे समझ रहे है हमको ना शादी के बाद तो हम उनके लिए मर ही जायेंगे....
हम बोले अरे बहुत दूर का मत सोच अभी कुछ नही हुआ है और ना होगा क्युकी अब हम और तेरी बहन है बीच में....
तो सुगंधा बोली नही यार तू ये सब में मत ही पड़ना क्युकी बहुत मुश्किलों के बाद तुम दोनो के जिंदगी में शांति सुकून आया है उसको मेरे चक्कर में गवाना मत...हम बोले अरे चल चल अब प्रवचन मत देने लग तू जब समय आएगा तब का तब देखेंगे....
और क्या चल रहा है अभी घर में तो वो बोली....
अब अर्जुन सरकारी इंजीनियर है बरेली में अपना क्वार्टर वगैरह मिला हुआ है तो बुआ इस बार भी अपना उल्लू सीधा करने के चक्कर में उसकी शादी हमसे करवाना चाहती है अब मेरे पापा का सुन वो भी अपनी पहली बेटी से मिले हुए दाग को धोने के चक्कर में उनलोग का हर बात मान रहे है ग्यारह लाख कैश का डिमांड रखा है और बाकी जो सर समान होता है वो सब चाहिए और पापा सब देने के लिए रेडी है....
इस महीने तो बात ही चल रहा और पापा अगर पैसा का जुगाड बैठा लिए तो फिर अगला दो महीना में इंगेजमेंट हो जायेगा.....और इस काम में बड़े चाचा पापा के साथ है बोले है की सब हो जायेगा शायद गांव का जमीन भी पापा बेच रहे है.....चाचा का कहना है की एक बेटी तो हाथ से निकल गई दूसरी को पकड़ के रख अरे क्या क्या बोले बहुत गलत सोच है इन दोनो का पता नही पापा पे क्या जादू कर देते है ये लोग....
ठीक रहते रहते वो भी उनलोगो के तरह ही बात करने लगते है.....अब तो मां भी समझाना छोड़ दी है वो भी मेरी तरह लाचार है अब देख क्या होता है.....
अच्छा ये सब छोड़ अपना बता मेरा भगना भगनी के स्वागत का तैयारी कर रहा है की नही....
हम बोले हा बेटा उसी में तो लगे है पर हमको लगता है उन दोनो से पहले किसी और का स्वागत करना पड़ेगा वो भी अच्छे से....
सुगंधा बोली मतलब....हम बोले कुछ नही तू निश्चिंत रह और बता बिकॉम कर के आगे क्या करना है....
वो बोली झाल बजाना है और क्या करना है....
हम बोले काहे तैयारी शुरू कर दे बैंक का सबसे तेज बहाली होता है इसमें अपनी पूजा का देखी ही है तो बस लग जा और बाद बाकी जिंदगी में तो चूतियापा चलता ही रहेगा पर अपना जो काम है वो करते रहना है....
सुगंधा बोली अब क्या बोले चल एक बार मिलेंगे तुम दोनो से आ कर तब डिसाइड करेंगे फिर थोड़ा देर और इधर उधर का बात हुआ और फोन कट गया....
अब ये बात हम पूजा से अभी डिस्कस करे की नही यही सोच रहे थे पर फिर सोचे की मेरी अर्धांगिनी है उससे बात कर के ही कुछ करना होगा और अब इंतजार था ऊपर कमरे में जाने का.....
Ek no.इंतजार खत्म भाई पढ़ के बताना कैसा रहा