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बहुत ही शानदार और लाजवाब अपडेट हैसुबह मेरी नींद खुली जब पूजा ने मेरे होंठो पर एक मस्त वाला चुम्मा दिया....और कान के पास आ कर बोली आई लव यू माय जान.....चलिए अब उठ जाइए मंदिर भी जाना है....हम उसको वापिस अपने बाहों में भर लिए और बोले एक साल हो गया शादी को पर अब भी लगता है कल की ही बात है अपनी शादी हुई है और आज सुहागरात है अपनी.....
पूजा बोली वैसे हमलोग का सुगागदीन मना था ना की सुहागरात.....हम हस कर बोले अरे इतना थक गए थे हम लोग की रात में सो ही गए थे और सुबह अपना सुहागदीन का रिवाज पूरा किए थे.....वैसे तुम कहो तो आज रात एक सुहागरात मना सकते है.....
पूजा मेरा हाथ पकड़ी और अपने पेट पे रखवाते हुए बोली बच्चा लोग अंदर कुनमुनाएगा बोलेगा मेरा बाबू का जवानी उफान मार रहा है....
हम बोले अरे इन दोनो के आ जाने के बाद भला हम रुकने वाले थोड़े है अपना प्रेम का असाइनमेंट चलते रहेगा जब तक की मेरी कलम और तुम्हारी ये स्टैंपपैड लाल सिग्नल ना दिखला दे....
वैसे आज बड़ा स्पेशल स्पेशल गिफ्ट लाए है अपनी जान के लिए....लेकिन आज ना कुछ भी कर के ये बच्चा लोग का कुछ करना पड़ेगा....पूजा बोली मेरे जान आप पागल हो गए है ये लोग को कहा भेज देंगे हम....
हम बोले अरे तुमको भेजने का जरूरत नहीं है वो हम जुगाड लगा देंगे बस तुम ना नुकुर मत करना आज थोड़ा क्वालिटी टाइम स्पेंड करेंगे पार्टी के बाद समझी और अपनी एनर्जी बचा कर रखना....
पूजा मेरे होंठो पे चूम कर बोली हम आपके कर कदम में साथ रहते है जान और आप कुछ भी कीजिए हम ना नुकूर नही करने वाले समझे और रहा एनर्जी का बात तो वो तो आपसे बस गले मिलने का देर रहता है हम खुद ब खुद मूड में आ जाते है...हम उसकी एक चूची को जोर से दबा कर बोले अच्छा कैसे आता है तुम्हारा मूड केवल मेरे सीने से लगने से या फिर कुछ और करने से हा....पूजा बोली बै जान अभी सुबह सुबह तंग नही कीजिए चलिए उठिए दोनो कोई फ्रेश होते है फिर मां किसी भी वक्त आवाज दे देंगी तो फिर समझिएगा आप.....हम मोबाइल में टाइम देखे सुबह के पौने छ बज रहे थे....टाइम तो काफी हो गया था इसलिए प्यार मोहब्बत को थोड़ा साइड में रखे और उठे दोनो कोई....
हमारे पलंग पर तीन बच्चे टांगे पसारे गहरी नींद में सो रहे थे पूजा बोली देख लीजिए कुछ दिन बाद अपने बच्चे भी ऐसे ही सोएंगे....हम बोले अरे अभी उसमे बहुत टाइम है जान तब तक पता नही तीसरा बच्चा का प्लानिंग हो जाए....पूजा अपनी आंखे गोल करती हुई बोली बाप रे आप तो मेरा कबाड़ा निकालने पे तुले हुए है....
मेरे लंड को पकड़ कर बोली इससे इतना पिटाई करते है कुछ तो रहम कीजिए जान अपनी जान पे....हम बोले रहम वहम कुछ नही लव हैज नो लिमिट्स....वैसे भी हम तो तुमको एकदम बेशुमार प्यार करते है बल्कि करना चाहते है बस टाइम नही मिलता पूरा वरना तुमको तो हम एक सेकेंड के लिए भी अकेला ना छोड़े....
पूजा हस कर बोली इसीलिए तो हम कहते है आई लव यू....
हम बोले आई लव यू टू स्वीटहार्ट...
फिर दोनो कोई एक साथ बाथरूम में घुसे और नहा धो कर कमरे में वापिस आए तो पाए की बच्चा लोग नीचे जा चुका है....पूजा बोली आप एक बार नीचे हो आइए ना तब तक हम कपड़ा निकालते है पहनने वाला....
हम नीचे गए तो मां और दीदी भी रेडी ही थी हमको देख के मां बोली बेटा अच्छा हुआ तू आ गया नही तो अभी हम आ ही रहे थे तुझको बुलाने....तभी पीछे से दीदी बोली अरे तुम दोनो कहा सोया बच्चा लोग तो पलंग पर था....हम बोले कमरे में ही सोए थे दीदी और कहा....
तो दीदी बोली जमीन पे रे....हम बोले हा तो क्या हो गया...
मां सुनी तो बोली एकदम दिमाग नही है कल रात में बारिश हो रहा था और तू पूजा बेटा को नीचे जमीन पे सुला दिया कुत्ता कहिंका अगर भगवान न करे उसको ठंडा उंडा मारा ना तो तेरा खैर नहीं....
हम मां को हस कर बोले अरे मां कुछ नही हुआ उसको अभी नहा कर तैयार हो रही है नीचे हम आए थे ये पूछने की कुछ एक्स्ट्रा ताम झाम तो नही लेना ना....दीदी हस कर बोली सही में तेरा दिमाग खिसक गया है...
मां बोली शादी के समय वाला चुनरी और तेरा धोती होगा जिससे गठबंधन हुआ था वो ले लेना बस बाकी सब हम लोग रेडी कर रखे है तैयार हो के आजा....
हम मां से बोले मां नया कपड़ा लाए है पहनने को दे दे...तो मां बोली पहले नीचे ले आ भगवान को छुआ कर देंगे फिर पहनना ऐसे नही....
हम ऊपर गए जहां मेरी जान अपना श्रृंगार पटार कर रही थी.....हम बोले जान तुम्हारे लिए तीन नया कपड़ा ला रखे है मां बोली है अभी साड़ी पहनने....
पूजा बोली तो फिर शाम में क्या बोली है और तीन कपड़ा मतलब क्या....आप लाए क्या क्या है मेरे जानेमन....हम बोले लाए तो बहुत कुछ है पर सब कुछ समय के अनुसार दिखलाएंगे फिलहाल एक सूट है एक साड़ी है और अपने ऑफिस बैग से निकाल के दिखलाए उसको....
वो दोनो चीजे उठा कर देखते हुए बोली जान ये महंगा होगा ना क्या जरूरत था कोई और ले लेते जरूरी है हर बार ब्रैंड ही लेना है....
हम बोले अरे मेरी जान मामूली थोड़े है जो मामूली कपड़े पहनेगी और बोल तो ऐसे रही हो जैसे पहनती ही नही हो मामूली कपड़े घर में डेली यूज में पहनती हो ना आज स्पेशल दिन है तो फिर हर चीज स्पेशल होना चाहिए ना.....
पूजा बस मुस्कुरा कर रह गई और साड़ी पहनने को रख ली और बोली मां सूट पहनने के लिए इजाजत दे दी....
हम बोले अरे आज बोले ना स्पेशल दिन है तो सब चलता है और अपनी मां सब जानती है तो वो मना क्यू करेंगी रोज रोज तो सालगिरह आता नही.....
फिर पूजा अपना नाइटी उतारने लगी तो हम बोले एक मिनट अभी नीचे से इन कपड़ो को भगवान जी को स्पर्श करा कर लाने दो मां बोली है फिर पहनना और पहनना क्या हम पहनाएंगे अपने हाथो से....तो पूजा बोली फिर तो हो गए हम तैयार मां फिर गुस्सा करेगी....
हम बोले अरे कुछ बदमाशी नही करेंगे पर गारंटी नहीं लेंगे क्युकी मामला संगीन है कुछ भी हो सकता है....
पूजा एक अदा से बोली वो क्यू होगा भला.....
हम बोले अरे मेरी जान है ही इतनी खुबसूरत की कंट्रोल नही होता वो भी नंगी देखने पे....
पूजा थोड़ा मेरे पास आई और मुस्कुराते हुए बोली आपसे कंट्रोल नही होता तो हमसे कौन सा होता है पर जान अभी नही.....उसके लिए रात है ना अपने पास....अभी पूजा पाठ का टाइम है जाना भी है सो लेट नही करते....
हम बोले तुम अपना बाल संवारो तब तक हम नीचे से हो आते है और जब नीचे जाने लगे तो पूजा अलमीरा में से मेरे लिए लाया हुआ शर्ट और एक घड़ी दी और बोली इसको भी छूला लाइएगा ये हम आपके लिए लाए है मेरे जान.....
हम हस कर बोले गिफ्ट ऐसे कौन देता है...पूजा बोली अरे मेरा दिमाग ही नही काम किया उल्लू के जैसी करते है हम....और फिर वो मेरे लिए लाया हुआ शर्ट हमको दे दी जिसको ले कर हम नीचे गए और मां को दे दिए तो वो बोली अरे बेटा केवल कपड़ा ये घड़ी वड़ी नही समझा....
हम बोले मां एक नया मंगलसूत्र लाए है वो भी लाना है क्या...मां बोली अरे नही बेटा केवल कपड़ा वैसे अगर तेरा मन है तो ले आ जो भी नया है सब कुछ एक बार छुआ देते है फिर ही पहन लेना...
तो दीदी बोली अरे मां खाली कपड़ा ही करवा दो ना कितना बार वो ऊपर नीचे करेगा और जल्दी करो अभी मौसम सही है फिर धूप चढ़ेगा तो गर्मी से पूजा को परेशानी होगा....
मां बोली हा चल छोड़ इधर दे और उनको हम दे दिए सब कुछ और मां उसको भगवान जी को स्पर्श करा के हमको दे दी और देते हुए बोली पूजा बेटा शर्ट लाई है तेरे लिए सुंदर है बेटा तुझपे खिलेगा....
हम बोले अरे हम भी तो उसके लिए लाए है उसका कुछ नही....तो मां बोली अरे बेटा तेरा तो पसंद हम लोग से भी अच्छा हो गया है....
दीदी हस दी और मां भी और हम झेंप गए बुरी तरह से और वहा से ऊपर आ गए......
कमरे में आ कर पहले गेट बंद किए और फिर पूजा की तरफ घूम तो वो आइने के सामने काजल लगा रही थी....हम बोले अभी वो सब रोको वो मेरे तरफ घूमी और फिर हम बिना देर किए उसकी नाइटी को उतार दिए और मेरी जान मेरे सामने नंगी हो गई....
हम पूजा को एक टक से देखने लगे तो वो बोली एई जान क्या हुआ....हम एक लंबा सास छोड़ते हुए बोले अरे हमको कुछ नही हुआ इसको हो रहा है और खड़े होते अपने लंड की तरफ इशारा किए जिसको पूजा पैंट के ऊपर से ही थपकियाते हुए बोली अभी नही बेटा अभी टाइम नही है तेरा....
हम पूजा की चूची को सहलाते हुए उसको चूमने झुक रहे थे तो वो हमको रोक दी....तो हम बोले अरे एक बार चूमने तो दो....पूजा ऐसे बिदक के दूर हुई हमसे जैसे अभी हम उसपे चढ़ बैठेंगे....
हम हस कर बोले हे भगवान पहले कुछ करने तो दो फिर ना भागोगी की पहले से ही....पूजा बोली आप जानते है ना हम फिर बहक जायेंगे और अभी साफ शरीर से पूजा में बैठना है पागल....
हम बोले हा बाबा पता है पर अभी हम कुछ करते तब ना....पूजा बोली वो हम जानते है आप कितना करते कितना नही.....
फिर हम साड़ी का पैकेट खोले जिसमे नई ब्रा से ले कर ब्लाउज पेटीकोट सब था....
पूजा बोली आप ना....हम बोले हम ना क्या गंदे आदमी है....
वो बोली नही आप ना मेरे जान है डार्लिंग है सब कुछ खरीद के ही ले आए जबकि मेरे पास अभी नया ब्रा था जान....
हम उसकी बात का कोई जवाब नही दिए और पहले ब्रा पहनाए उसको और फिर आइने के सामने घुमा कर ब्रा में उसकी चुचियों को एडजस्ट किए और उसी बहाने उसके निप्पल को हल्का सा उमेठ दिए.....
तो वो अपनी आंखे बंद करते हुए सिसकी और एक लंबा सास छोड़ते हुए बोली आप कोई मौका नहीं छोड़ते है हमको बहकाने का.....
हम बोले उफ ये हसीन सितम कैसे सह रही हो तुम....बोलो तो कुछ उपाय कर दे.....
हम उसकी चुचियों को थामे हुए ही बोले तो वो आइने से ही हमको देखी और मुस्कुरा दी पर कुछ बोली नहीं....
फिर हम उसको पेटीकोट पहनाए और फिर ब्लाउज उसके बाद धीरे धीरे साड़ी भी पहना दिए.....उसके बाद बोले अभी अपनी आंखे बंद करो वो बोली अरे क्यू क्या हुआ....
हम बोले अरे करो तो और फिर अपने सीक्रेट जगह अपने ऑफिस बैग के एक चेन में जहां पे हम वो नाइटी निप्पल रिंग और मंगलसूत्र रखे थे वहा से मंगलसूत्र निकाले और अपनी जान के गले में डाले और बांधते हुए उससे पूछे की देखो कैसा है सुंदर है की नही....
और वो गधी नया मंगलसूत्र देख के रुवांसी हो गई और रुंधे हुए गले से बोली बहुत सुंदर है जान.....
कितने का दिया...हम बोले रहने दो गिफ्ट का दाम नही बतलाते लोली....और अभी इतना मेकअप लगाई थी सब रो के बहा देगी क्या....
वो रोते रोते हस दी और बोली नही जान हम मेकअप नही किए है खाली क्रीम ही तो लगाए थे अभी की आप रोक दिए बोले रोको वो सब....
हम बोले अरे अरे चलो अब स्टार्ट करो फिर हम भी तैयार होते है और अब रोना नहीं पता नही क्यों रोने लग जाती है हर बात पे....
पूजा बिना कुछ बोले चुप चाप अपना आगे का कार्यक्रम करने लगी और हम फटाफट तैयार हो गए और जो शर्ट पूजा लाई थी सही में फब रहा था हम पर.....पूजा मेरे को देख के बोली जान आप तो एकदम हीरो लग रहे है....हम बोले और तुम हीरोइन पर एक मिनट एक चीज तो हमको और करना था....वो बोली क्या जान.....हम सिंदूर का डिब्बा उठाए और उंगलियों में सिंदूर ले के उसकी मांग में भर दिए और बोले ये....
पूजा बस मुस्कुरा कर मेरे बाह में अपना हाथ फसा ली और बोली चलिए अब....हम बोले अरे सुनो मां बोली है की अपना शादी के समय वाला चुनरी और मेरा धोती ले लेना तो वो ले लो फिर चल चलते है....
पूजा अलमीरा से वो निकली और फिर दोनो कोई आ गए नीचे.....
जब दीदी हम दोनो को देखी तो बोली दुबारा से बियाह करने नही जाना है बेटा बाप रे एकदम दूल्हा दुल्हन लग रहा है दोनो का दोनो.....इतने में बड़ी भाभी आई तो देख के बोली बस खाली कोट पहन ले देवर बाबू बाकी दुल्हनिया तो एकदम तैयार है चुनरी हाथ में है ही.....
मां बोली अरे अभी दोनो के दोनो को गरियायेंगे मेरा बेटा बहु को नजर लगाई तो....हम दोनो जा के पहले मां के पैर छुए और आशीर्वाद लिए और मां हमको और पूजा को एक एक नजर का टीका लगाई....उसके बाद हम दोनो दीदी और भाभी के भी पैर छुए उसके बाद मां पूजा को ले कर अपने कमरे में चली गई....
इधर भाभी को हम देखे तो सोचे की अभी ही मौका है उनसे बात कर लू और पहुंच गए उनके पास और उनको बताए अपने प्लान के बारे में और बोले की जरूरत पड़े तो भईया का मदद ले लीजिएगा बाकी वैसे कुछ ज्यादा तो नहीं है आप सब अरेंज कर लीजिएगा....
भाभी अपनी आंखे गोल करती हुई बोली कहां से सोचते है ये सब आइडिया आप हा बाप रे इश्कबाज बन गए है पूरे के पूरे....
हम बोले अरे जोर जोर से मत बोलिए बाबा कर दीजिएगा ना.....भाभी हस के बोली अरे हा देवर राम सब हो जायेगा....तो हम उनको पैसे देने लगे जो भी खर्च होगा तो वो बोली ये रखिए अपने पास हम करवा देंगे अपने तरफ से और सालगिरह का गिफ्ट हो जायेगा समझे.....
अभी ये सब बात हो ही रहा था की दीदी पीछे से बोली वाह बेटा ये खतरनाक प्लानिंग और कुत्ता कहींका अपना भांजा भांजी को ही भगा रहा है....
हम दीदी को देख के सकपका गए थोड़ा और बोले नही दी भगा नही रहे चलो ये सब रहने देते है एक सेलिब्रेशन तो हो ही रहा है ना बच्चा लोग यही सोएगा.....
तो वो मेरा गाल खींचते हुए बोली अरे अरे अब मुंह मत बना शादीशुदा है तू हम समझते है पगला और जो सोचा है तू अच्छा सोचा है आखिर लव मैरिज वाला को कुछ तो एक्स्ट्रा प्यार दिखना चाहिए ना.....और तू टेंशन मत ले बच्चा लोग का अपना मामा मामी के लिए इतना तो वो लोग भी कर सकता है....
तो भाभी चुटकी लेते हुए बोली देख रही हो ना पूजा के प्यार में पड़ के भोलाभाला से कितना शातिर हो गया है....
तो दीदी बोली नही भाभी पूजा बहुत खुशकिस्मत है की मेरे भाई जैसा जीवनसाथी उसको मिला है और वो भी कम प्यार थोड़े करती है इसको पता नही गधा में का दिखा उसको भगवान जाने....
उनकी इस बात पे हम बुरी तरह झेंप गए वही वो लोग हस दी और फिर हम और दीदी मां के पास आए और फिर निकल चले मंदिर....
गाड़ी में जब हम और पूजा अकेले होते थे तो भी शायद ही कभी गाना बजाते हो और जब सब कोई साथ में हो जैसे पापा मां और हम दोनो तो रेडियो बजता था....और अभी पूजा और मां पीछे बैठी थी जबकि दीदी आगे मेरे साथ और वो हमदोनो को छेड़ने के मकसद से गाड़ी में गाना बजा दी....
तेरे इश्क में पागल हो गया दीवाना तेरा रे...
सच होते होते हो गया अफसाना मेरा रे....
माहिया तेरे प्यार में....
मेरा और पूजा दोनो का मुंह देखने लायक था जबकि दीदी मंद मंद मुस्कुरा रही थी की कही हम कुछ बोले और वो मोर्चा छेड़ दे.....
पर हमको कुछ बोलने का जरूरत ही नही पड़ा मां दीदी को बोली कुछ भक्ति गाना बजा ले ये क्या बजा रही है....
फिर दीदी कुछ बजाने के बजाय उसको बंद ही कर दी...और मां से बोली नही फिर नींद आ जायेगा हमको वो सब घर में सुबह सुबह बजता है तब अच्छा लगता है मां अभी नही....
खैर पैतालीस मिनट में हम लोग मंदिर पहुंच गए और फिर मां वहा पंडित जी को बोल के सब पूजा का सेटअप करवाई जबतक दीदी हम दोनो को गठबंधन वाला चुनरी पूजा को ओढ़ा दी और हम धोती अपने कंधे पे रख लिए और फिर शुरू हुआ पूजा का कार्यक्रम....
पूजा करने के दौरान पंडित जी को बहुत कम चीज समझाना पड़ा पूजा को जिससे वो मां को बोले बहु का जितना उमर उससे कही ज्यादा ज्ञान है इसको अच्छी पसंद है आपकी बुढ़ापा सेट है आप दोनो का....
ये सुन कर मां तो खुश हुई ही जबकि हमको भी गर्व हुआ अपनी पूजा पे सवा घंटे के बाद पूजा समाप्त हुआ और फिर थोड़ा देर चला फोटो सेशन उसके बाद हम लोग घर के लिए वापिस निकले और इस बार मां आगे बैठी थी और पूजा और दीदी पीछे....
रास्ते में हल्की बारिश हो रही थी एकदम धीमे धीमे जिससे माहोल और रोमैंटिक हो गया था और ऐसे में जब रास्ते में दोनो तरफ हरियाली हो और सुनसान हो फिर तो दिल अपने आप गुलाटी मारने लगता है पर यहां पे गुलाटी मारने का कोई फायदा तो था नहीं पर जैसे भगवान चाह रहे थे की हम और मेरी जान थोड़ा सा इस लम्हे का लुफ्त उठा ही ले सो एक जगह पे नाश्ता वाला का ठेला लगा हुआ था और उसके बगल में ही नारियल पानी वाला का भी ठेला था तो मां बोली गाड़ी साइड में लगा ले पूजा बेटा को एक नारियल पानी पिला दे उसके पेट में कुछ तो जायेगा और हम लोग कुछ खा लेते है.....
ऐसा इसलिए क्युकी वहा का खाना अभी पूजा के लिए सेफ नहीं था....
तो हम बोले हम भी नारियल पानी ही पियेंगे फिर घर जा के खायेंगे ना खाना....तो दीदी भी बोली फिर सब कोई नारियल पानी ही पी लेते है और गाड़ी में से हम बाहर निकले और एक एक कर के नारियल पानी दीदी और मां को दे दिए तो इतने में पूजा डार्लिंग अपना दिमाग लगा लि और मां से बोली की मां थोड़ा खड़े होने का मन हो रहा है तो मां हमको बोली ले जा इसको और फिर मेरी जान मेरा हाथ पकड़ के गाड़ी से बाहर निकल आईं मेरे साथ और नारियल पानी वाले के पास आते हुए बोली हम समझ रहे थे की मेरी जान के मन की बात इसलिए आ गए आपके पास...
हम मुस्कुरा कर बोले लव यू स्वीटहार्ट...और फिर दोनो कोई एक एक नारियल पानी का मजा उठाए और मजे की बात ये देखिए की पूजा के नारियल में फल लगा हुआ था जिसको पीने के बाद नारिया वाला बीचों बीच फाड़ दिया और दे दिया खाने को जिसको पूजा खुद भी खाई और हमको भी खिलाई....
जब नारियल वाले को पैसे दे कर हम वापिस गाड़ी की तरफ लौटे तो मां दीदी के साथ बैठी थी और वो बोली पूजा बेटा तू आगे बैठ जा....
फिर तो मेरी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा....पूजा का हाथ पकड़ के ही उसको गाड़ी में बिठाए और फिर गियर बदलने के बहाने कभी कभी हम पूजा का हाथ छू लेते और इसी तरह अपनी रानी के साथ थोड़ा चुहलबाज़ी करते हुए पहुंच गए घर....
घर के पास पहुंचते ही सब्जी की खुशबू नाक में घुसी...अंदर गए तो पाया की छोटी दी, भाभी और तिवारी आंटी मिल के खाना बना रही है और पापा तिवारी अंकल के साथ बैठ कर बाते कर रहे है और जिमी वही पे बच्चो के साथ खेल रहा है.....
मेरे दोनो जीजा और बड़े भईया कही नजर नहीं आए....
हम और पूजा दोनो कोई जा के पहले पापा के पैर छुए और फिर तिवारी अंकल के....बाहर का शोर सुन के किचन की लेडीज सब भी बाहर आ गई तो फिर छोटी दी और तिवारी आंटी के भी पैर छुए और सब से आशीर्वाद लेने के बाद हम दोनो के लिए खाना परोसा गया पर हम और पूजा दोनो कोई बोले पहले मां और पापा को देने उसके बाद ही हम लोग खायेंगे फिर मां के कहने पे हम दोनो को ही पहले खाने बैठना पड़ा....भूख तो बड़े जोरों की पहले से ही लगी थी सो खाना मिलते ही टूट पड़े....
खाना खाने के बाद धीरे धीरे बाकी लोगो ने भी खाना खाया इन सब में दोपहर हो गया था.....अभी सब कोई के साथ एक कप चाय चल ही रही थी की सुगंधा और उसका पूरा परिवार घर आ गया.....
पूजा के पापा आज पहली बार हमारे घर आए थे उनके आने की उम्मीद न मैने की थी और ना ही पूजा ने हमारी छोड़ो मां पापा ने भी ये उम्मीद नहीं को थी पर वो आए तो सब को ताज्जुब से ज्यादा खुशी हुआ और सबसे ज्यादा खुशी मेरी जान को हुई थी क्युकी कही न कही ये एक इशारा था की पापा अब हमे मानने लगे है....
पापा और मां ने बड़े ही गर्मजोशी के साथ पूजा के मम्मी पापा को घर में अंदर लाए और फिर हम दोनो ने उनका भी आशीर्वाद लिया और पूजा की तो खुशी मानो डबल हो गई थी उनके आ जाने से खैर सब के आने से घर का माहोल खुशनुमा हो गया था और साथ साथ पूजा के पापा आज तिवारी अंकल से मिले तो हॉस्पिटल में जो तीखी नोंकझोंक हुई थी उनके बीच वो सब गीले शिकवे आज दूर हुए क्युकी तीनो व्यक्ति एक जगह बैठ कर बकैती करने में लग गए थे पर इन सब में पूजा के पापा ने सुगंधा की शादी के बारे में एक लफ्ज भी नही निकाला और ना ही मेरे पापा ने उनसे पूछा......
खैर इसके बाद सिलसिला शुरू हुआ शाम के पार्टी की तैयारियों का....और सुगंधा भी भाभी और दीदी लोग के साथ लग गई जबकि तीनो सीनियर लेडीज एक जगह बैठ कर अपनी अपनी कहानी में लग गई थी और पूजा उनके साथ ही बैठी थी क्युकी प्रेगनेंसी से जुड़ी हर छोटी मोटी जानकारी उसके भेजे में बिठाई जा रही थी.....
अब बच गए हम, राहुल और जीजा लोग सो शाम को केक कटिंग वाला पार्ट यही नीचे ही होना था सो थोड़ा एडजस्टिंग हुआ बस बाकी कुछ ज्यादा था नही.....
फिर दोपहर का खाना चला खाने के बाद हम सोचे की अभी भी टाइम है तो भाभी से पूछ लेते है की कैसे करवा रही है अगर नही हुआ है तो हम खुद ही कर लेते है.....और भाभी से जब पूछे की क्या हुआ मेरे प्लान का तो वो बोली की अरे काहे इतना उतावले हो रहे है हो जायेगा सब कुछ टाइम से अभी आप बेफिक्र रहिए आपके भईया को बोल दिए है.....
तो हम बोले अच्छा छोड़िए हम ही कर लेते है तैयारी तो भाभी बोली काहे क्या हुआ अब तो हम बोले अरे अभी टाइम है अपने पास तो कर लेते है....भाभी अपना सर पकड़ के बोली बाप रे एकदम बावला हो रखे है आप जाइए पहले भईया से बात कर लीजिए उसके बाद करिएगा कुछ भी वरना आपके चक्कर में हम बात सुनेंगे की हमको भी बोल दी करने और इधर आप खुद से कर लिए....
हम पहुंचे भईया के पास तो वो बोले केक वाले को बोले है वो पहुंचा देगा मेरे पास बना कर और सजाने के लिए शाम में जब रूम में कोई नही होगा तब हो जायेगा....
हम बोले कैसे तो भईया बोला अरे खाली तू ही लवेरिया के पेशेंट है की हमनियो कभी रह चुके है जा भाग शाम में मौका देख के हो जायेगा सब कुछ जैसा तेरा प्लान है और कल बताना की कैसा था.....
समय बीता दोपहर से शाम हो गई और अभी तक में बहुत कुछ हो चुका था मेरा और पूजा का स्पेशल वाला केक आ कर फ्रिज में रखा जा चुका था और सब के सामने काटने वाला केक भी आ चुका था और हमको एक अलग सेलिब्रेशन करना है इसकी जानकारी मां को हो चुकी थी....
मेरे को वैसे तो ग्रूमिंग का जरूरत नहीं था पर फिर भी राहुल और जीजा जी लोग मिल के खर्चा करवा ही दिए बाल सेट दाढ़ी क्लीन और एक फेशियल मसाज....इधर मेरी पूजा के हाथो में छोटी दीदी और सुगंधा ने मिल कर मेंहदी लगा दी थी और बाद बाकी तो वो खूबसूरत पहले से है.....और ब्यूटी पार्लर तो तीन दिन पहले ही हो कर वो आई थी सग्गू के साथ....
अभी पूजा नीचे ही थी सब के साथ में तब तक भईया एक लड़के को ले कर आए और बोले ये यहां पे बलून वगैरह लगा देगा और वो मेरे को इशारा किए की ऊपर चल तो हम तीनो ऊपर आए और वो लड़का अपने साथ एक बैग सा लाया था जो भईया पीछे वाले दरवाजे पे रखवा दिया और लड़के को बोला की जब वो उसके साथ ऊपर आयेंगे तो वो यहां कमरे का काम निपटा देगा कितन समय लगेगा तुझको....
वो लड़का चहक के बोला भईया हती चुकी तो रूम है दस मिनट में फरिया देंगे....
हम भईया को आश्चर्य भरी नजरो से देखे तो वो बोले अरे तू टेंशन मत ले मास्टर आदमी है साज सजावट में....चल अब तू फटाफट तैयार हो क्युकी ऑलरेडी शाम हो चुका है ज्यादा लेट मत कर....
हम कमरे में गए और घुस गए नहाने के लिए....अभी हम नहा ही रहे थे की पूजा बोली जान अकेले अकेले....हम गेट खोले और बोले आ जाओ ना फिर रोका कौन है....पूजा हस कर बोली मां....हम बोले मतलब....
पूजा बोली मां बोली है नहाना नही बस मुंह हाथ धो के तैयार हो जाने को और दस मिनट में तैयार हो कर नीचे आना है....
हम बोले अरे बोलने दो ना बाबा वो लोग भी तो तैयार होने जायेंगे ना तो पूजा बोली नही जानेमन वो सब लोग पहले से रेडी है बस मां साड़ी बदलेगी और हम लोग बाकी कोई नही.....
हम भीगे बदन ही कमरे में आ गए और पूजा को बोले चलो ना नहा लो कौन देखने आ रहा है....
पूजा मेरे गले में बाहें डालते हुए मेरे गाल पे चूमी और बोली जान मन तो मेरा भी है पर इन दोनो के लिए नही नहा रहे वरना अब तक हम आपके पास आ जाते इसलिए आप नहा कर आइए तब तक हम कपड़ा बदलते है....
हम भी सोचे की अभी जल्दी करेंगे तब ही तो रात में ज्यादा समय मिलेगा....इसलिए नहा कर जल्दी से वापिस आए और इधर पूजा नाइटी पहन ली थी....मेरे आते ही वो मुंह हाथ धो कर आई और अपना सूट पहनने लगी जिसमे हम भी उसका मदद किए उसके बाद हम अपना सुबह वाला शर्ट जो पूजा कर के आने के बाद उतार दिए थे वो पहने और हो गए रेडी....
पूजा आइने में खुद को देखते हुए बोली जान आप कुछ भी ला कर देते है मेरे पे गजब खिलता है....
हम बोले गलत तुम पहन लेती हो तो उस कपड़ा का रौनक बढ़ जाता है पगली वैसे लग रही हो एकदम बवाल....
हम पूजा को अपनी बाहों में ले लिए और उसके होंठो को चूमने झुके तो वो बोली लिपिस्टिक नही लगाए है जान रुकिए.....
हम बोले फिर तो और भी अच्छा है रहने दो और तुरंत उसके होंठो को चूमने लगे जिसमे वो भी मेरा पूरा साथ दी....और एक मस्त वाले चुम्बन
के बाद वो बोली आह अब जा के जान में जान आया मेरे सुबह से मौका ही नही लगा....हम बोले अभी रात बाकी बात बाकी जानेमन....पूजा बोली अब क्या बाकी है....हम बोले मेरा स्पेशल गिफ्ट चलो अब चलते है नीचे....
नीचे आने के बाद सीधे दोनो कोई टेबल के पास खड़े हुए और एक दूसरे का हाथ पकड़े चाकू से केक काटे....और काटते के साथ सब कोई ताली बजाया और सुगंधा, राहुल, और दीदी भाभी जीजा सब हूटिंग किया जो बहुत फालतू लगा मेरे को.....
खैर पूजा केक का एक टुकड़ा मेरे को खिलाई और उसी में से हम वापिस पूजा को खिला दिए....
फिर हम दोनो कोई एक केक का टुकड़ा ले कर पूजा के पापा के पास गए और उनको खिलाए तो बुढ़ऊ एक बार में ही पूरा खा लिए फिर जो थोड़ा केक हाथो में बचा था वही मम्मी को खिला दिए....
आज पूजा के पापा झटके पे झटके दिए जा रहे थे....फिर हम अपने मां पापा को भी खिलाए ऐसे ही करते करते सब को खिलाए और फिर सिलसिला शुरू हुआ गिफ्ट्स का....पहले तिवारी अंकल आंटी दिए फिर दोनो दीदी जीजा दिए उसके बाद पूजा की मम्मी और पापा भी ले कर आए थे वो भी दिए....भईया भाभी भी दिए....
उसके बाद थोड़ा बहुत फोटो लेने का दौर चला और इसी बीच भईया उस लड़के को ले कर ऊपर चले गए हमारे कमरे में मेरा ध्यान भईया पे ही था....क्युकी असली सेलिब्रेशन तो ऊपर होना था....
फिर खाना खाने का कार्यक्रम हुआ और इस बीच भईया अपना काम करवा के उस लड़के को वापिस भेज दिए....इन सब में रात के साढ़े दस बज गए फिर सबसे पहले तिवारी अंकल आंटी विदा लिए हमलोग से और उनके जाने के बाद पूजा का परिवार भी घर के लिए निकला सबसे अच्छी बात रही की आज उनके जुबान से को कड़वी बात नही निकली इससे उनकी इज्जत तो रही ही साथ ही साथ मेरी और पूजा की भी रह गई क्युकी मेरे बहन बहनोई सब कोई था और उस बीच अगर कोई आड़ी तिरछी बात पापा करते तो बहुत खराब बात होती हमारे लिए ये तो भगवान का शुक्र रहा की आज सब कुछ अच्छा अच्छा हुआ एंड इससे सबसे ज्यादा खुश पूजा थी.....
आज छोटी दीदी सब बच्चा लोग को ले कर भाभी भईया के साथ उनके घर चली गई और भाभी जाते जाते हमको साइड में बुला कर बता दी की ऊपर कमरे में केक रख दिए है सजा कर ऑल द बेस्ट...
हम हस कर बोले अरे भाभी ऑल द बेस्ट किसलिए पूजा को दुबारा से इंप्रेस थोड़े करना है....
पर भाभी निकली शैतान दिमाग की वो ये बोल के उल्टे पाव भागी की ऑल द बेस्ट तुम्हारे लिए है देवर जी आज बर्दाश्त करना पूजा को सताना नही क्युकी आज वो बहुत सुंदर लग रही है समझे भोंदू लाल.....
हम बिना कुछ बोले वापिस हो लिए और पहले गए अपने रूम में.....
वाह मतलब क्या मस्त आइडिया निकाले थे भईया....उन्होंने रूम में ट्यूबलाइट को बंद रखा था और उसके जगह पे दो मध्यम रोशनी के बल्ब लगाए थे और उसके साथ साथ चाइनीज झालर (सीरीज बल्ब) लटका दिए थे कमरे में चारो ओर....और नीचे जमीन पे लाल दिल शेप के बलून भरे पड़े थे और कमरे के चारो कोने पे दिल वाले बलून अटके पड़े थे शायद उनमें हाइड्रोजन भरा हुआ था.....और पंखे में एक पोटली जैसा लटका हुआ था जिसका डोर अलमीरा के हैंडल पे बंधा हुआ था अब उसमे क्या है वो तो खींचने के बाद ही पता पड़ेगा और पलंग के पास एक छोटा सा स्टूल था जिसको पूरा रेड कलर के चमकीले पेपर में लपेटा गया था और उसपे हमारा केक रखा हुआ था जिसमे स्पार्कल वाला कैंडल लगाया हुआ था और बगल में एक टेडी बियर का जोड़ा था क्यूट सा और उसके साथ प्लास्टिक का चाकू.....और हमारे पलंग पे पूरा गुलाब का पंखुरी का चादर जैसा बिछाया गया था और ड्रेसिंग टेबल पे एक सेंटेड कैंडल था जिसकी खुशबू पूरे कमरे में फैली हुई थी और कुछ देर में वो बाहर भी आने लगती....कुल मिला कर मूड बनाने वाला माहोल था अब बस वेट था मेरी जान के आने का....
हम पहले अपने मोबाइल से कमरे का फोटो खींचे और उसको रख लिए अपने पास याद के तौर पे और लगे हाथ भईया और भाभी दोनो को थैंक्यू का मेसेज भी कर दिए.....
हम रूम का मुआयना कर के नीचे गए जहा पूजा मेरा वेट कर रही थी की हम आए और उसके साथ ऊपर चले क्युकी अब उसका बदन टूट रहा था अभी वो मां पापा दीदी जीजा जी लोग के साथ बैठी थी और खुद से उठ कर आना रुड लगता......
हम मां के कमरे में जा कर खड़े हुए तो मां बोली बेटा जा पूजा को ले जा ऊपर सुबह से एक रत्ती आराम नही की है जा हम लोग भी थोड़ा देर बाद सोएंगे अभी मेहमान जी लौटेंगे....
यहां पे बताते चले की मेरी दोनो बहन का ससुराल पटना के आस पास ही है सो रात में आने जाने में कोई दिक्कत नही और दोनो बहनोई भी समझदार है मामले की नजाकत को समझते हुए दोनो अपने अपने घर निकल जायेंगे....
कमरे से बाहर निकल कर पूजा का हाथ हम पकड़े और सीढ़ी के पास आते हुए धीरे से बोले रेडी हो ना अपने सेक्सी हब्बी के सेक्सी सरप्राइज़ के लिए....पूजा बोली हा जानेमन पहले ऊपर तो चलिए उहुहु हम बहुत थक गए है.....हम बोले अरे मेरी रानी अभी एक लव डोज देंगे तो सब थकान दूर हो जायेगा....और पूजा को अपने गोद में उठा किए तो पूजा हड़बड़ा गई और बोली अरे अरे नीचे उतारिए पागल कोई देख लेगा.....
हम बोले कोई नही देख रहा तुम बस अपनी आंखे बंद करो और वेट करो....पूजा समझ गई की हम उसको नीचे नही उतारने वाले इसलिए वो आंखे बंद की और हम तुरंत ऊपर पहुंच गए....दरवाजे पे पहुंच कर उसको गोद से उतारे और वो अपनी आंखे खोल दी तो हम अपने हाथो से उसकी आंखे ढंके और कमरे में आ गए....कमरे में आने के बाद पूजा के पैर से बलून टकराए और खुशबू उसके नाक में गया तो वो बोली जान बहुत अच्छा खुश्बू आ रहा है और नीचे क्या है बलून है ना.......
हम बोले हा जानेमन बलून ही है पर अभी उसके अलावा बहुत कुछ है वेट करो बस एक सेकेंड और अपनी आंखे बंद ही रखना....फिर उसको स्टूल के पास खड़ा किए और पंखे में लटकी पोटली का डोर पकड़े और पूजा के कान के पास जा के बोले हैप्पी फर्स्ट मैरिज एनिवर्सरी टू माय लव....
और पूजा आंखे खोली और इधर वो डोर हम खींचे जिससे हम दोनो के ऊपर कलरफुल स्पार्कल और थर्मोकोल का मोती जैसा गिरा ढेर सारा वो चौंक कर बोली अरे अरे वाओ जान ये कब हुआ हा....पूजा एक बार चारो तरफ अपना नजर घुमाई और देख के बोली जान सब कुछ कितना सुंदर है....
कैसे और कब किए ये आप...हम बोले अरे हो गया अब जैसे भी हुआ ये बताओ कैसा लगा सरप्राइज़....
वो तुरंत मेरे गले से लग गई और एक मस्त वाला चुम्मा मेरे होंठो पे चिपका दी....
उसके बाद हम बोले चलो अब इससे पहले की केक काटे पहले अपना गिफ्ट सब देख लो....और फिर हम अलमीरा के ऊपर से अपना बचा हुआ गिफ्ट सब निकल के पलंग पे रखे और पूजा को बोले ये गिफ्ट भी पहनने ही वाला है जानेमन सो रेडी हो जाओ....वो बोली हे भगवान इसमें भी आप अपना जुगाड लगा लिए....हम हस कर उसको अपने आलिंगन में ले लिए और बोले अरे तुमसे मन भरता ही नही क्या करे नया नया जुगाड बिठाते रहते है....
पूजा अभी कुछ बोलती की बाहर झमाझम बारिश शुरू हो गया...तो हम बोले देखो मौसम भी खुल के बरस रहा है तो तुम भी खुल जाओ थोड़ा जानेमन तो पूजा अपने सीने से दुपट्टा उतारी और मेरे को पलंग के कोने पे बिठा कर खुद मेरे जांघ पे बैठ कर बोली आप कितना प्यार करते है हमसे हा....
हम बोले अरे अब कथा मत शुरू करना इतना रोमांटिक माहोल है और अभी इमोशनल हुई ना तो देखना...
पूजा मेरे गाल खींचते हुए बोली अरे नही मेरे जान इमोशनल नही हम तो कह रहे थे कीईई.....आई लव यू आई लव यू आई लव यू आईईई लववव यूऊऊऊऊऊऊ सोओओओ मच.....
हम पूजा को बोले आई लव यू टू स्वीटहार्ट तुम्हारे लिए मेरे अंदर कितना प्यार है इसका पता हमको खुद नही है पर जो भी है अथाह है अंतहीन है....बस यूंही इस प्यार के बारिश में खुद को भिगोती रहना और हमको अपने प्यार का रस पिलाती रहना......
ये बात सुन कर पूजा मेरे को दुबारा से चूमने लगी और मेरे हाथ को खुद पकड़ कर अपनी चुचियों पे रखवाई जिनको हम मसलने दबाने में बिलकुल भी देर नहीं किए.....चूमते चूमते पूजा सीधी हो कर अपने दोनो पैर मेरे कमर के इर्द गिर्द लपेट ली और अब उसकी चूत सीधा मेरे खड़े हो रहे लंड से टकरा रही थी....चुम्बन के बाद पूजा बोली कैसा लगा मेरी जान....हम बोले लिपिस्टिक चेंज की है ना....पूजा बोली यस जानेमन सुगंधा ले कर आई थी मेरे लिए बोली तेरे लिप्पीबॉक्स में एक और फ्लेवर एड कर ले.....हम बोले मजा ही आ गया वैसे अभी तक तुम्हारे लिप्पीबॉक्स के हर फ्लेवर से हम वाकिफ है पर ये कौन सा फ्लेवर था....पूजा बोली वो छोड़िए ये बताइए पसंद आया की नही....हम बोले अरे अभी तो पूरी रात इसी लिपिस्टिक को चूसेंगे हम....
वो मेरे गोद से उतरी और आंखे गोल करती हुई बोली कर लीजिएगा जान आज नही रोकेंगे इनके वजह से....
आज मम्मा पापा का दिन है मेरा बच्चा लोग भी समझेगा....
हम बोले फिर देर मत करो तो वो बोली पहले गिफ्ट तो देख ले....हम उसको कमरबंद दिखलाए तो वो बोली अरे जान ये सुबह में क्यू नही दिए पहनते तो अच्छा लगता ना....हम उसमे लगा एक लॉकेटनुमा चीज दिखलाए और बोले ये किसी स्पेशल ड्रेस के साथ पहनना है जानेमन तब ना तुम लगेगी एकदम छम्मक छल्लो...और फिर उसको ट्रांसपेरेंट नाइटी दिखलाए और उसके बाद वो निप्पल रिंग पहले तो उसको समझ ही नही आया की ये क्या है.....
वो बोली ये कैसा इयररिंग है पहनेंगे कैसे इसको....हम बोले अरे जानेमन वेट तो करो ये इयररिंग नही है कही और का रिंग है....पहले इस सूट को उतारो वो अपने हाथ ऊपर कर दी और बोली ये आपका काम है मेरा नही....
हम बोल अरे इट्स माय प्लेजर डार्लिंग....और फिर एक मिनट से भी कम समय में पूजा मेरे सामने नंगी खड़ी थी....हालांकि हम अभी भी अपने कपड़े पहने हुइ ही थे....
पूजा अभी खुले बालो के साथ अपने बदन पे सिर्फ गिने चुने जेवर पहने खड़ी थी...उसकी उन्नत चुचियों को समाने से देख कर रुका नही गया हमसे और हम तुरंत उसके चुचियों पे टूट पड़े और वो भी मेरे सर को अपनी चुचियों पे दबा रही थी....तकरीबन पांच मिनट चूसने दबाने के बाद हम वो निप्पल रिंग उठाए और उसके फूल हुए निपल्स में वो रिंग एक एक कर के पहना देख और फिर वो कमरबंद उठाए और उसको भी अपनी जा के कमर में इर्द गिर्द ऐसे पहनाए की वो लॉकेटनुमा चीज सीधा उसकी चूत के ऊपर लटक रहा था और अब बारी थी उस नाइटी की....
वो भी हम उसको पहनाए जो उसकी चूत से थोड़ा सा नीचे तक आ रहा था और ऊपर उसकी चुचियों को भी आधा ही ढक पाया था.....कुल मिला कर देखा जाए तो पूजा नाइटी में हो कर भी नंगी थी....
वो निप्पल रिंग देख के बोली जान ये सब आप कहा से ढूंढ लेते है कोई दूसरा गूगल चलाते है क्या आप....हम बोले नही जानेमन सब एक ही है पर ये बताओ कैसा लगा ये रिंग और ये कमरबंद....वो बोली एकदम आपके जैसा पहनते ही बहकने पे मजबूर हो जाए इंसान..... ये निप्पल रिंग को पहनने के लिए मूड होना चाहिए और कमरबंद को पहनने से मूड बनेगा और बाकी कसर नाइटी पूरा कर देगी.....
हम बोले बस बस मेहनत सफल हो गया ये सुन कर....
चलो अब इस केक का भी मर्डर किया जाए...पूजा बोली जान कितना केक खायेंगे आज के लिए काफी था उतना....हम बोले बस ये एक लास्ट छोटा सा ही तो बनवाए है प्लीज ना.....
पूजा बोली ठीक है पर पहले अपनी जा का भी तो मूड हम बना दे और वो मेरा शर्ट का बटन खोलने लगी और ये सही भी था क्युकी हमको भी मेरे कपड़े बोझ लगने लगे थे......फिर कुछ देर में हम अपना फूल एक्टिवेटेड रडार जैसा लंड लहराते हुए पूजा के समाने खड़े थे....पूजा उसको चूमने के लिए सोच रही थी तो हम बोले अरे एक मिनट रुको तो ये केक तो काट ले पहले और फिर हम अपने कमरे का लाइट ऑन कर दिए और मेरी जान का रूप देखने लायक था क्या लग रही थी....
पूजा मेरे गले से लग गई और बोली आज आप कांड करवा के ही मानिएगा....हम नाइटी के नीचे हाथ लगाए और सीधा उसकी चूत को छुए जो और दिनो से ज्यादा चिकनी लग रही थी और गीली तो पूछो मत....हम बोले देखो मेरा ये बम्बू तुम्हारी इस तंबू में गड़ने को बेताब है आज थोड़ा सा गड़ा देते है....पूजा मेरे हाथ को पकड़ी और अपनी चूत पे दबवाती हुई मेरे सीने से लग गई और बोली आपका जो मन है वो करिए जान हम सब में साथ देंगे आपका....और एक लंबी सिसकारी ली वो जिसको सुनकर हम बोले बाप रे लग रहा मेरी जान का टेंपरेचर बहुत हाई हो गया है.....
पूजा मेरे लंड को पकड़ के जोर जोर से सहलाने लगी और बोली सब इसका किया धरा है आह उम्मम आज ना ये मानेगी ना ही ये मानेगा....हम बोले फिर तो आज करने ही दो मनमानी दोनो को....पूजा बोली इस्शश रोका कौन है करे न जो मन हो उम्म्म्म....
हम पूजा के होंठो को पकड़ के फिर से चूसने लगे और अब हमदोनो का ध्यान केक पर से हट ही गया था....पर जैसे पूजा को खयाल आया तो वो चुम्बन तोड़ते हुए बोली जान केक बचा हुआ है अभी......
फिर पूजा को हम अपने गोद में बिठाए और वो स्पार्कल कैंडल जलाई और वो अपना गर्दन घुमा कर मेरे होंठो को फिर से चूम कर बोली लव यू माय जान माय वर्ल्ड माय लाइफ माय एवरीथिंग....
हम बोले लव यू इनफिनिटी माय वाइफ माय लाइफ माय लव....
फिर केक काटे और पूजा अपने मुंह में टुकड़ा फसाई और मेरे तरफ बढ़ाई अब जब होंठ जुड़ गए तो केक पे कौन ध्यान देता है......केक खाने से ज्यादा हम दोनो पे गिर रहा था....
खैर केक फ्लेवर के चुम्बन के बाद अपने शरीर पे गिरा हुआ केक भी हमने खा लिया और फिर पूजा वो टेडी बीयर वाला जोड़ा को उठाई और बोली ये आप है और ये हम....
हम बस मुस्कुरा कर रह गए और वो टेडी बियर के जोड़े को पूजा अपने ड्रेसिंग टेबल पे रख दी थोड़ा उठ कर....
और ऐसा करते हुए पूजा के चूतड़ नुमाया हो रखे थे जिनको हम पलक झपकते अपने हाथो से थाम लिए और लगे चूमने काटने और सबसे ज्यादा जरूरी थप्पड़.....पर पूजा की हालत को देखते हुए हौले हौले हल्के हल्के लगाए और पूजा भी अपने दोनो हाथ ड्रेसिंग टेबल पे रख के अपने चूतड़ों और मेरी तरफ कर दी थी की हम उनको इतने दिनो से बंद प्यारी सी सजा का कोटा पूरा कर दे....
कुछ देर उसके चूतड़ों से खेलने के बाद मेरी जान को हम अपने गोद में बिठा कर पूरा केक खतम किये....
इन सब में रात के एक बजने को आए तो पूजा बोली जान थोड़ा लेट जाए हम....हम बोले अरे जान क्यों नही सुबह से जगी हुई हो और तुरंत उसको बिस्तर पे लिटा दिए तो वो बोली जान शायद ये रिंग दुख रहा है....हम उसकी चुचियों को देखे तो पाया की निप्पल रिंग से ज्यादा बड़े थे साइज में जो रिंग में फसे होने के कारण दर्द कर रहे थे....और ये हम बर्दाश्त नहीं कर सकते थे इसलिए तुरंत दोनो रिंग पूजा की चुचियों से निकाल बाहर किए और उनको अपने मुंह में भर लिए ताकि उसको कुछ आराम हो जाए....
थोड़ी देर चूसने के बाद पूजा हस्ते हुए बोली अब ठीक है जान आप अपना प्यार वाला डोज दे दिए अब नहीं दुख रहा.....हम बोले अभी तो ये ठीक हुआ है ना इसका क्या....और सीधा उसकी चूत पे हमला बोल दिए.....और मेरे मुंह लगाते ही पूजा की सिसकियां कमरे में गूंजने लगी और पूजा मेरे जांघ को पकड़ के अपनी तरफ खींच रही थी और उसका इशारा समझ कर हम अपने दोनो पैर उसके सर के दोनो तरफ कर दिए और मेरी डार्लिंग ने गप्प से मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और थोड़ी ही देर की मेहनत के बाद दोनो कोई एक दूसरे के मुंह पे झड़ गए....
और पूजा क्या झड़ी थी....मेरा पूरा मुंह उसके पानी से सराबोर हो गया था पर मेरा लंड झड़ने के तुरंत बाद फिर से अपना सर उठाने लगा था जैसे वो कुढ़ रहा हो की आज अगर उसको उसकी मुनिया से भेंट नही करवाए तो आज अच्छा नही होगा....दरअसल मेरे लंड में दर्द होने लगा था वो तकरीबन पिछले डेढ़ घंटे से खड़ा था बीच में थोड़ा लूज भी हुआ पर फिर एक्टिव हो गया था....और अभी झड़ने के बाद जब पूजा में बगल में लेटा तो वो उसको अपने हाथ में ले ली थी जिससे वो सर उठाने लगा था पर पूजा अब झड़ चुकी थी और नींद उसकी आंखो पे हावी हो रही थी इसलिए हम उठे और कमरे की बत्ती और सीरीज लाइट बंद किए और अपनी जान को पीछे से जा कर बाहों में भर लिए और उसके जांघो के बीच में अपने लंड को फसाए और थोड़े घिस्से मारे ताकि मेरा लंड शांति प्राप्त कर ले पर ये भोसड़ी वाला आज नही माना....खैर घिस्से मरते मारते कब पूजा सो गई और कब हमको भी नींद आ गया पता नही चला.....
अब अगली सुबह मेरी जान को फिर से दुख दे कर भोपाल लौट जाऊंगा देखते हैं कल मेरी जान क्या करती है......
आखिर है तो मेरी पगली ही ना जिसको मुझसे एक पल की भी दूरी बर्दाश्त नहीं होती.....
थैंक्यू भाईबहुत ही शानदार और लाजवाब अपडेट है
सुमित ने पूजा को बहुत ही सुन्दर और सेक्सी गिफ्ट दिया था उसने बहुत ही शानदार तरीके से अपनी शादी की सालगिरह मनाई लेकिन खुशी के साथ पूजा को अब गम भी मिलने वाला है दोनो एक बार फिर से एक दूसरे से दूर होने वाले हैं कुछ दिनों के लिए
बहुत ही शानदार अपडेट हैअगली सुबह मेरी नींद पूजा से पहले खुल गई तकरीबन साढ़े पांच बजे और बाहर बारिश हो कर रुकी ही थी और मेरे बगल में मेरी जान एकदम मासूम बच्चे की तरफ बेफिक्र हो कर सोई थी यही सुकून वो मेरे जाने के बाद ढूंढती थी और नही मिलने पे बेचैन रहती थी......
उसका बेदाग हुस्न मेरी दी हुई पारदर्शी नाइटी में और भी खिल रहा था और उसका पेट जो अब दिन पर दिन और बड़ा होता जा रहा था वो ये एहसास करा रहा था की जल्दी ही दो नई जिम्मेदारियों हम दोनो के हिस्से में आने वाली है.....
आज की ये सुबह मेरी पटना में मेरी आखिरी सुबह थी आज रात हम भोपाल चले जायेंगे और वहा जा कर वही अकेलापन और सुना घर काटने को दौड़ेगा हमको और यहां मेरी जान तड़पेगी सो अलग....
इसी को शायद जीवन कहते है और जब तक जिंदगी है ये सब तो लगा रहेगा....
कुछ मिनटों तक पूजा के बगल में उसको निहारता हुआ लेटा रहा फिर उसके माथे पे चूम कर उठा और बाथरूम गया फ्रेश होने.....
फ्रेश हो कर लौटा तो पूजा अभी भी सोई ही थी एक बार को सोचा की उठा दू फिर नही उठाया ये सोच कर की ये बेफिक्री वाली नींद सो लेने देता हु वैसे भी आज से उसकी नींद चैन सब हम अपने साथ ही लिए जायेंगे.....
काल रात कमरे में जो आज सजावट की थी उसको धीरे धीरे समेटने लगा और कमरे के चारो कोनो में अटके हुए बलून को छोड़ दिया क्युकी वो जल्दी पचकने वाले थे नही और नही हमारे पंखे से टकरा कर फूटने वाले थे.....
पूजा के सीने पे अभी भी केक के कुछ टुकड़े लगे थे जिनको अगर मैं साफ करने जाता तो शायद वो जाग जाती इसलिए उसको छोड़ बाकी कमरे को एकदम नॉर्मल कर दिया पर वो चाइनीज झालर को वैसे का वैसा ही रहने दिए क्युकी उसकी टिमटिमाती रंग बिरंगी छटा कमरे में अच्छी लगती और मायूसी का एहसास कम होता....
खैर सब कुछ सही करने के बाद हम एक टीशर्ट पहन कर कमरे से बाहर निकले तो देखे की जिमी नही है मतलब उसको ले कर पापा रोड पे जा चुके थे.....और मां किचन में लगी थी और दीदी आंगन में बैठी अखबार पढ़ रही थी.....हमको नीचे आता देख बोली तब हीरो हीरालाल कैसा रहा तेरा स्पेशल पार्टी अच्छा रहा....
हम हस कर बोले एकदम झक्कास आखिर प्लानिंग किसका था....
दीदी बोली चल पूजा खुश हुई ना वो ज्यादा मायने रखता है लेकिन आज तो तू लौट जायेगा बेचारी फिर उदास रहने लगेगी....
कुछ अर्जी वर्जी लगवा के ट्रांसफर पटना या कही आस पास के दफ्तर में करवा ले ना....
तभी पीछे से मां बोली ऐसा हो सकता है क्या बेटा अगर हो सकता है तो देख न कुछ कर के.....
इतने में रोड से पापा आए और जिमी को बांधते हुए बोले उसके लिए ऊंची पहुंच होनी चाहिए जिसकी पैरवी लगेगी और साथ ही साथ मोटी घुस की रकम तब ही कुछ हो सकता है क्युकी अभी नौकरी को ज्यादा समय नहीं हुआ है तो इतनी जल्दी ट्रांसफर का कोई सीन नही बनता क्यू बेटा सही बोले ना हम....
हम मुंह बना के बोले हा पापा सही बोले आप.....
फिर हम बोले छोड़ो ये सब बाते और मां चाय पियोगी हम बनाए....तो मां बोली अरे बेटा बनाए है जा ले के पी ले और पूजा बेटा को भी उठा दे जा कर.....
फिर हम गरम थरमस में चाय भरे और दो खाली कप ले कर ऊपर चल दिए.....
कमरे में आए तो पूजा वैसे ही सो रही थी....हम चाय टेबल पे रखे और फिर पूजा के गाल पे चूम कर उसकी चूची को दबाते हुए बोले जानेमन उठो जाओ सुबह हो गई है.....
पूजा कुनमुनाई और हमको अपने बाहों में लेने को हाथ उठा कर बिस्तर पे ढूंढी जब मेरा अहसास उसको नही हुआ तो वो आंखे खोल कर देखने लगी तभी हम पीछे से बोले अरे जानेमन हम इधर है वो पलट कर देखी और अपने हाथ फैला दी....और हम सीधा उसकी बाहों में समा गए....
वो मेरे को जोर के अपनी बाहों में भर के मेरे होंठ पे चूम ली और बोली कहा चले गए थे हमको छोड़ के उठाए क्यू नही गंदे आदमी....
हम चाय की तरफ इशारा किए और बोले अपनी जान के लिए चाय लाने गए थे....वो बोली आप बनाए क्या जान....
हम बनाए तो नही ही थे पर उसको बोले हा हम बनाए...वो बोली अरे मेरा जान क्यू हमको उठा देते ना....
हम उसकी नाइटी के कपड़े को सरकाते हुए नंगे चूतड़ों पे हाथ लगाए और बोले ऐसे जाती क्या नीचे.....
वो बोली नही जान कपड़ा चेंज कर लेते हम....हम बोले अरे हम ले आए तो क्या हुआ कल तुम पिला देना....
ये बात हमको नही बोलना चाहिए था....क्युकी कल तो हम रहेंगे ही नही यहां....वो मेरी बात सुन कर कुछ नही बोली बस मुंह फेर ली...हम उसके चेहरे को पकड़ कर अपनी तरफ घुमाए और बोले अभी रोना नहीं वरना बहुत मारेंगे...और पटाक से एक थप्पड़ उसके चूतड़ों पे बजा दिए....
वो कसमसा कर बोली जान एक दो दिन और रुक कर जाते ना आज बुधवार है ना कल गुरुवार और परसो शुक्रवार फिर शनिवार आ जायेगा तो एक ही बार जाइयेगा सन्डे के दिन प्लीज ना.....
हम अभी उसका बात काटना नही चाहते थे इसलिए बोले चलो ट्राई करते है हम तुम अभी से उदास मत हो लेकिन....
पूजा की जैसे मनमांगी मुराद पूरी हो गई हो वो खुशी से चहक के मेरे होंठ पे चूम के बोली सच में जान आप रूकिएगा इस हफ्ते ना....
हम बोले अरे अभी ना बोले जानेमन की ट्राई करते है पहले उसके लिए कोशिश तो करने दो जानेमन फिलहाल उठो और चाय पी लो गरम गरम है एकदम....
पूजा उठी और बाथरूम गई पहले और फ्रेश हो कर आई जब तक हम मन ही मन सोचते रहे की कैसे ट्राई मारे ऑफिस में एक लिव ऑलरेडी चल रही है और उसको फिर से एक्सटेंड करना गड़बड़ हो सकता था.....
वही अगर हम पटना में या कही आस पास पोस्टिंग ले लेते तो ये झंझट ही खतम हो जाता पर अभी तो ऐसा कुछ होने से रहा.....
अभी हम ये सब सोच ही रहे थे की मेरी जान नहा कर पूरी नंगी बाथरूम से बाहर आई तो हम बोले अरे नहा ली इतना जल्दी और अभी ही नाइटी क्यों उतार दी...
वो बोली केक लगा हुआ था पूरा जान मेरे सीने पे भी और उसपे भी इसलिए उसको धोने डाल दिए वरना दाग पकड़ लेता उसमे जो हमको बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं होता और हम नहा लिए थोड़ा....
पूजा अलमीरा में से दूसरा नाइटी निकाल रही थी और वो निकाल कर वो अपनी कल रात वाली ब्रा को उठाई पहनने को पर हम पूजा को रोक दिए और उसको अपनी गोद में बिठा लिए और मेरे दोनो हाथ उसके चुचियों पे जम गए....और लगे खेलने उसके निप्पल से....
हम बोले कल रात इनके मुकाबले वो रिंग छोटा पड़ गया था ना....वो मदहोश वाली आवाज में बोली आप इनको इतना दबाते चूसते है की ये बड़े हो गए है पहले से बहत ज्यादा मेरे निप्पल क्या मेरे ये दोनो बहुत बड़े हो गए है सब ब्रा टाइट होता है ये कल रात वाला जो आप लाए है वो एकदम फिट हो रहा था लेकिन जो इन दोनो का हाल है जल्दी ही ये भी टाइट होने लगेंगे....
हम बोले अरे अब ज्यादा बड़ा नहीं करना है इनको बस इनमे जल्दी से दूध ले आओ फिर तो जैसे पैंटी बंद करवाए थे वैसे ही ब्रा भी बंद करवा देंगे....
पूजा बोली हम जानते है मेरी जान की आप हमको एक ना एक दिन ऐसे ही रहने बोलिएगा पूरी की पूरी नंगी....
हम उसकी एक चूची को छोड़ कर उसकी चूत पे हाथ लगाते हुए बोले फिर तो मेरी मौज ही हो जायेगी पूरे दिन अपनी जान के इस हुस्न के समंदर में गोते लगाते रहेंगे....
पूजा मेरा हाथ पकड़ते हुए बोली एह बड़का ना आए गोता लगाने वाले आ रहा है दो दो पहरेदार मेरा उनका टैगलाइन होगा....
बिना परमिशन नो एडमिशन समझे जब तक हम बोलेंगे नही वो लोग आने ही नही देगा आपको मेरे पास....
हम बोले मार के भगाइए देंगे दोनो को बोलेंगे जा जा के अपना दादा दादी नाना नानी को तंग कर हम दोनो प्यार में पंछी को अकेला छोड़ दे ज्यादा डिमांड करेगा दोनो तो बोलेंगे वेट करो भाई बहन दूसरा भेजते है....
पूजा बोली आप उन दोनो को मारियेगा उसका दादा दादी लोग आपको मारेगा....
हम मुंह बनाते हुए बोले अरे यार अभी से मत डराओ तुम तब का तब देखेंगे और हमको इतना तो यकीन है की मेरा एक टच तुम्हारे तन बदन में आग लगाने को काफी है जो सिर्फ और सिर्फ मेरे इस पाइप से बुझेगी....
और ये बोल कर उसके दोनो पैरो को थोड़ा फैला दिए और उसकी चूत में दो उंगलियां घुसा दिए....अंदर से वो पूरी गीली थी हम उंगली बाहर निकाल कर उसको दिखलाए और बोले अभी कोई बड़ा बड़ा बात कर रहा था सब धरा का धरा रह गया जा....
पूजा मेरे गाल पे काटते हुए बोली आप बहुत तेज है....खुद कर के इल्जाम हम पर लगा रहे है....
हम उसको अपने गोद से बिस्तर पे बिठाते हुए लिटा दिए और खुद उठ कर उसकी टांगो के बीच आ कर बोले अच्छा चलो जो हम किए है उसको हम ही ठीक कर देते है और अपना मुंह उसकी गीली चिकनी चूत पे लगा दिए.....
और सुबह सुबह हमारा कमरा पूजा की सिसकियों से गूंजने लगा....और हम भी इधर पूरे शिद्दत से उसकी बहती चूत को चूस रहे थे.....बल्कि चूसते चूसते आज कितने दिनों बाद हम उसकी पूरी चूत को अपने मुंह में भर ले रहे थे और अंदर ही उसके दाने को जब जीभ और दातों से कुरेदते तो पूजा की उत्तेजना देखने लायक होती....वो अपनी कमर को हवा में उठा दे रही थी और अपनी चुचियों को खुद ही मसल देती.......
अपने दोनो हाथो से जितना उसकी चूत को फैला कर चूस सकते थे चूसे और तकरीबन पांच मिनट की भयंकर चुसाई से पूजा डार्लिंग झड़ गई और झड़ते वक्त भी उसकी पूरी चूत को हम अपने मुंह में भर रखे थे....
झड़ने के बाद पूजा हाफते हुए बोली ओह जान ओह उफ्फ सुबह सुबह आप मेरा पूरा जान निकाल दिए....
हम वापिस उसके साइड में लेटते हुए बोले कई दोनो बाद आज जम कर चूसा तुम्हारी प्यारी सी चिकनी चूत को....
वो मेरे कंधे पे मुक्का मारी और बोली हट गंदे कैसे बोलते है....हम वापिस से उठे और उसके पैरो को आपस में सटा कर उसकी चूत के दोनो लबों को पकड़ के बोले अब इसको चूत नही बोलेंगे तो क्या बोलेंगे हा देखो तो कितनी प्यारी है हे जैसे पहली बार देखा था बिलकुल वैसी ही है....
पूजा कसमसाते हुए बोली आह जान इस्शश आपको जो बोलना है उसको बोलिए पर अभी उसको छोड़ दीजिए दर्द हो रहा है उसमे....
हम उसकी चूत छोड़ते हुए बोले अरे अभी तो कुछ किए भी नही बेचारा मेरा शहजादा अपनी रानी से मिला भी नही और तुम कह रही हो दर्द हो रहा है....पूजा बोली अरे जान वैसे पकड़े थे ना आप जोर से तो चमड़ी खींच रहा था इसलिए बोले.....
हम चट से उसकी चूत पे एक थप्पड़ मारे और बोले बहुत नखरा करती है बाबा...
पर मेरे थप्पड़ से पूजा जोर से चिल्ला दी...हम घबरा कर उठे और बोले अरे पगली इतना जोर से चिलाएगी मां और दीदी दोनो ऊपर आ जाएगी....
पूजा ऊहूहुहुहु कर के हस्ते हुए बोली आप मारे ही इतना जोर से....हम तुरंत झुक कर उसकी चूत पे चूम लिए और बोले अब ठीक हो जायेगा....पूजा बोली एक और....हम फिर से एक बार उसकी चूत पे चूम लिए....
अभी हम दोनो अपने प्रेम क्रीड़ा में लिप्त ही थे की मां सीढ़ियों पे से आवाज दी पूजा बेटा अगर जागी हुई है तो नीचे आ जा तेरी ननद बुला रही है तुझको.....
पूजा और हम हड़बड़ा कर उठे और पूजा सॉरी सॉरी जान आप संभाल लीजिए बोल कर अपनी नाइटी और ब्रा उठा कर बाथरूम में भाग गई और हम अपना लंड अपने पैंट में एडजस्ट किए और दरवाजा खोल कर मां को उपर से ही बोले नहाने गई है मां आती है नहा कर.....
नीचे से मां बोली ठीक है पर तू क्या कर रहा है आजा नीचे.....
हम बोले हम सब अपना सामान समेट रहे है मां आते है सब कर के एक जगह पे......
इतना बोलने के बाद जा के जान में जान आया वरना अभी बहुत भारी गड़बड़ हो जाती....
फिर पूजा नहा कर आई और बोली जान चाय तो रखा ही रह गया...हम बोले अरे थरमस में है गरम होगा हम नहा कर आते है फिर पी कर चलेंगे नीचे तब तक तुम एकदम परी के जैसे रेडी हो जाओ....
और हम भागे नहाने को नहा कर जब कमरे में आए तो मेरी जान एकदम ऑल सेट थी नीचे चलने को.....वो हमको देख के बोली जान प्लीज आप कैसे भी कर के रुक जाइयेगा ना ये मेरा एक ख्वाइश पूरा कर दीजिए प्लीज.....
और मेरे लाए हुए कप में चाय डालने लगी.....हम अपना कपड़ा पहने तब तक वो चाय का कप रेडी कर चुकी थी.....
हम चाय का कप उठाने से पहले उसके चेहरे पे आ रहे बालो को कान के पीछे फसाते हुए उसका चेहरा थाम कर बोले क्यू घबरा जाती है मेरे जाने के नाम से कौन सा दूसरे देश जा रहे है हम जायेंगे तो भी बस हजार किलोमीटर दूर और फोन तो है ना अपने पास और हम हर हफ्ते जो वादा किए है वो निभाएंगे तुम बिल्कुल भी चिंता नही करना बल्कि हम तो बोलेंगे की बेसब्री से मेरा इंतजार करना और जब हम तुमसे आ कर मिलेंगे फिर देखना तुम्हारे इंतजार का एक एक पल का कर्ज हम अपने प्यार के डोज से चुका देंगे....
ये सुन कर पूजा हस दी और बोली अरे मेरी जान ऐसे कीजिएगा मतलब जाना है तो इमोशनल कर रहे है हमको हा....
हम बोले अरे नही रे मेरी जान हम भला ऐसा कर सकते है कभी और वो भी ब्लैकमेल हट पागल....और उसको अपने गले से लगा लिए....
कुछ देर यूंही खड़े रहने के बाद वो हमसे थोड़ा अलग हुई और आंखो में देखते हुए बोली.....
मैं सुहागन हु तेरे इश्क के सिंदूर से....मुझे इश्क ए जहान में अब कोई ख्वाइश नही....
हम सुन कर बोले बाप रे गालिब साब का आत्मा घुस गया क्या तुम्मे जान....वो हस कर बोली हट कितना अच्छा शायरी बोले हम और आप जरा भी फील नही किए उसको...
हम हस्ते हुए बोले अरे नही रे जान एक एक शब्द हम समझे पर क्या बोले.....उम्मम्म्म अच्छा अभी पूरा दिन है कुछ भी हो सकता है भगवान अगर चाहेंगे की हम अपनी जान के पास रहे ये पूरे हफ्ते तो रहेंगे ही तुम टेंशन मत लो और अब इस चाय को खतम कर के नीचे चलते है....
हम पलंग के किनारे पे बैठे और वो मेरे जांघ पे बैठ कर चाय का कप उठाई
जब चाय अपने मुंह से लगाए तो वो गरम पानी बन चुका था सो एक ही बार में गटक गए और वही काम पूजा भी की....
फिर नीचे जाते वक्त बोले रोमांस के चक्कर में चाय का कबाड़ा हो गया....
नीचे पहुंचे तो मां पूछी की बेटा तू कितने बजे निकलेगा आज....पूजा मेरा मुंह देखने लगी....
हम बोले ऐसे तो आठ बजे तक निकल जायेंगे पर अभी देखते है जा भी सकते है और नही भी....
दीदी बोली हम भी यही कहने वाले थे की सीधे इतवार को जाना तीन चार दिन के लिए क्या जायेगा एप्लीकेशन डाल दे अपने लैपटॉप से....
हम बोले अरे दीदी इतना आसान नहीं होता है पर फिर भी देखते है कुछ हो पाया तो ठीक वरना जायेंगे ही....
पूजा का मुंह उतर गया मेरी इस आखिरी बात से..
फिर दीदी नाश्ता लगाई पापा दुकान जा चुके थे पूजा अब नाश्ता क्या करती वो बार बार मेरे तरफ कातर निगाहों से देख रही थी.....ऐसा करते हुए दीदी उसको देख ली तो बोली अरे हमरी छुटकी भौजी अभी ना वो बोला की देखते है तो फिर काहे को अभी से ही टेंशन ले रही है आराम से नाश्ता करो फिर दर दवाई अपना जो है वो खा के आराम कीजिए.....अबकी बार ये चला भी गया तो हम अभी रहेंगे कुछ दिन तो अकेले नही रहेगी टेंशन नही लेना.....
पूजा बोली नही दी ऐसा बात नही है....तो मां पीछे से बोली हा हा सब पता है कितना क्या बात है क्या नही तू बिल्कुल बच्ची है अभी.....
पर हम उसको पहले ही हुकुम दे दिए है की उसको आना है हर हफ्ते तो आयेगा ही.....
क्यू रे आएगा ना....हम बोले हा मां आयेंगे आप काहे अभी से हड़का रही है हमको....
फिर तीनो हस दी सिवाय मेरे.....फिर नाश्ता के बाद हम बोले की आ रहे है दुकान से थोड़ा पापा से मिल कर....
दरअसल हम अभी पूजा का सामना नहीं कर सकते थे वो अभी से दुखी हो जाती इसलिए घर से निकल गया रास्ते में भाभी मिली जो बड़ी दीदी के साथ घर जा रही थी.....भाभी हमको रोक कर पूछी की तब कैसा था कल का इंतजाम....हम बोले बहुत लाजवाब था हम दोनो को पसंद आया....तो भाभी बोली मानते है की नही अब.....
हम बोले जी प्रभु आप घर चलिए हम आते है थोड़ा बाहर से और निकल गए....
ऑफिस से छुट्टी एक्सटेंड करवाने के बारे में सोचते सोचते अपने एक कलीग को फोन लगाया की उससे कुछ हाल चाल ले ले और अपने इस दुविधा का समाधान भी.....
उससे बात करने के बाद तो यही तय हुआ की छुट्टी एक्सटेंड करना सही नहीं होगा क्युकी काफी छुट्टियां हम पहले ही ले चुके है ऐसे में खतरे की घंटी कभी भी बज सकती है और ऑफिस में वर्कलोड भी काफी हो रखा था इसलिए मेरा जाना कन्फर्म हो गया पर ये बात अपनी जान को कैसे बताएंगे वो तो आस लगाए बैठी है की हम आयेंगे तो यही बोलेंगे की नही जा रहे अपनी जान को छोड़ कर पर अब बात कुछ और ही हो गई थी.....
खैर इसी कशमकश में हम पापा से मिले और उनको बताया तो वो बोले देख बेटा तू पूजा की फिक्र मत कर यहां अभी उसकी दोनो ननद है दस पंद्रह दिन और उनके जाने के बाद बड़ी बहू रहेगी ना उसके साथ तो मन बहला रहेगा पिछली बार की तरह परेशान नही होगी.....
और देख हर हफ्ते आने की जरूरत नही है पर अगर तेरा मन हो तो आ जाना ऐसा हम इसलिए कह रहे है ताकि कुछ पैसे बचा कर अभी से रखेगा तो आगे काम आयेंगे और बाद बाकी तेरा बाप अभी है तेरे साथ.....पर हा एक दो हफ्ते के अंतराल पर तू आ जाना समझा और बाकी कि टेंशन मत ले इत्मीनान से जा पर सुन वहां जा कर अपने खान पान से लापरवाही नही करना कोशिश करना की घर पे कुछ बना के खा ले बाहर का मत खाना.....
हम बोले हा पापा कोशिश रहेगा पूरा बाकी आप तो जानते ही है कितना थक जाते है ऑफिस से आते आते पर फिर भी इस बार ट्राई करेंगे....
फिर भईया बोला तब कैसा रहा कल सब कुछ.....हम हस कर बोले आप प्रमाणित कर दिए की आप आज भी है....तो पापा बोले क्या है ये.....
हम धीरे से बोले लवेरिया पेशेंट....भईया बोला चल अच्छा लगा ना....हम बोले अच्छा नही गर्दा था एकदम कम खर्चा में बढ़िया था सब कुछ...
पापा सुने नही तो वो बोले अरे क्या बुदबुदा रहा है जोर से बोल ना....
भईया बोला अरे कुछ नही जाइए आप बैठिए आराम से....
फिर भईया बोला चलना रात में हम छोड़ देंगे एयरपोर्ट....हम लंबा सांस छोड़ते हुए बोले ठीक है उस वक्त का उस वक्त देखेंगे काहे की पूजा भी जायेगी ही साथ में....देखते है जैसा रहेगा किया जाएगा फिलहाल हम चलते है घर....
दुकान से निकल कर रास्ते में एक चॉक्लेट और कुछ गुलाबजामुन खरीदते हुए पहुंच गया घर....वहां पहुंचा तो देखे की मेरी रानी दीदी और मां के साथ बैठी है और उसका चेहरा एकदम उतरा हुआ था और हमको देख के वो उम्मीद भरी निगाहों से मेरी तरफ देखी.....
हम गुलाबजामुन को फ्रिज में रखने दिए दीदी को और पूजा को बोले किस बात पे चर्चा चल रहा है सब लोगो में....तो भाभी बोली आपका प्रेम कहानी पे....हम बोले बस बस हो गया अब बक्श दीजिए हमको....वैसे खाना क्या बन रहा है दोपहर में....
तो मां कमरे में से बोली जो तू बोल वो बना देंगे अभी तो खाली चावल बना है...हम बोले अब फरमाइश क्या करना मां जो बनेगा वो खा लेंगे.....भाभी और दीदी बोली अरे बोल दे आज चला जायेगा फिर तुझको वहां अपने हाथ का ही खाना खाना पड़ेगा या फिर होटल का.....
मेरा मूड पहले से ही खराब था उसको अभी ये लोग से बहस कर के और खराब नही करना चाहते थे इसलिए हम बोले आपलोग जो बना रहे है बनाइए हम खा लेंगे.....
और चल दिए ऊपर अपने कमरे में....
मेरे जाने के बाद मां पूजा को बोली जा बेटा देख थोड़ा परेशान लग रहा है उसको शायद कुछ जरूरत हो तेरा पैकिंग करने में जा और अगर नही हो तो थोड़ा लेट जाना आराम से तब से बैठी है.....पूजा मेरा जवाब जानने के लिए जल्दी से ऊपर आ गई और इधर हम बाथरूम से मुंह हाथ धो कर निकले ही थे....
वो कमरे में आई और दरवाजा बंद की और मेरे को बोली जान आप चिड़चिड़े लग रहे है क्या हुआ....
हम बोले अरे मेरा जान तुम हमसे कल कितना मिन्नत की थी नही जाने को पर नही हो पाया ऊपर से ये लोग को हर समय मस्करी सूझता है मेरा मूड पहले से ही बिगड़ा हुआ था ये लोग और बिगाड़ दी....
पूजा हमको अपने आलिंगन में ले कर मेरे माथे पे चूम ली और धीमे से बोली कोई बात नही जान हम समझ सकते है आप परेशान मत होइए हम रह लेंगे पर एक बात बोलते है आप अगले हफ्ते थोड़ा जल्दी आना मेरा मतलब फ्राइडे को रात तक आ जाइयेगा ना....
पूजा की आंखे भर आई थी उसको ऐसे देख के मेरी भी आंखे नम हो गई और उसके अपने गले से लगा लिए और कुछ देर यूंही खड़े रहे फिर वो बोली अरे आप परेशान मत होइए पागल आदमी और रोने क्यू लगे मेरा तो चलो आदत है पर आप....
हम बोले कभी कभी तो अपने मुंह से बोल के कुछ मांगती हो वो भी अगर नही दे पाए हम तो फिर कैसे पति हुए हम.....
पूजा मेरे बालो में हाथ फेरते हुए बोली अरे मेरे जान आप हमको सब कुछ बिना बोले ही दे देते है तो फिर मांगने का जरूरत ही नही पड़ता ये तो हम आपको इसलिए बोले थे क्युकी आपको तो पता ही है हमको नहीं रहा जाता आपके बिना अभी भी आप चले गए थे तो मेरा ध्यान आप पर ही था.....
और वो मेरे आंसू पोंछी और पलंग पे बिठा कर खुद मेरे गोद में बैठ गई और बोली आप मेरे डार्लिंग हसबैंड है मेरे जान है मेरे सुमित पूजा के सुमित और आपके जाने के बाद हम फोन पे आपसे चिपके रहेंगे तो बस हो गए ना हम दोनो एक साथ हर वक्त......बाद बाकी ये दोनो तो है ही और आप एक चीज नोटिस नही किए ये देखिए वो मेरा हाथ पकड़ के अपने पेट पे रखवाई और बोली महसूस कीजिए कुछ....
मेरे दोनो बच्चे अब महसूस हो रहे थे थोड़े थोड़े उसके पेट में....ये चीज महसूस करने के बाद हम बोले अब तो कंपनी देने के लिए ये दोनो भी है बतियाना दिन भर इनसे....
वो बोली नही हम तो आपसे बतियाएंगे और आप ऑफिस जाते समय चार्जर बैग में रखे रहिएगा समझे और खाना घर पे ही बना कर खाइएगा ज्यादा बाहर का मत खाने लग जाइयेगा.....हम बोले हा मेरी जानेमन खाना हम बना लेंगे टेंशन मत लो.....
फिर वो बोली आज हम भी चलेंगे आपके साथ एयरपोर्ट....
हम बोले एक शर्त पे की तुम वहां रोएगी नही....तो वो मुस्कुराती हुई बोली नही इसका गारंटी नहीं लेंगे पर हम चल रहे है ये तय है....हम उसका हाथ पकड़े और अपने सर पे रख कर बोले मेरा कसम है तुम वहा रोएगी नही....
वो तुनक कर मेरे सर पे से हाथ हटा कर बोली बै जान ये क्या हरकत किए आप जाइए हम नही जायेंगे आपके साथ अब एयरपोर्ट पे.....
हम बोले अरे अरे अब गुस्सा मत करो देखो नीचे गुलाबजामुन ला कर रखे है मेरा गुस्सा उनपे निकालना और फिलहाल ये देखो इसपर अपना गुस्सा निकालो....और चॉक्लेट निकाल कर उसको दिखाए तो वो उसको दूर कर दी और दूसरे तरफ देखने लगी....
वो अभी भी मेरे गोद में ही बैठी थी हम बोले अरे अब कुछ घंटों में चले जायेंगे ऐसे गुस्सा रहेगी.....वो बोली हम आपसे गुस्सा नही है पर आप कसम वापस लो पहले.....हम बोले ये कैसे होगा भला....वो मेरे सर पे हाथ रखती हुई बोली आप बोलिए कसम वापस.....हम बोले और अगर नही बोले तो...
पूजा अपना हाथ फिर से हटा ली और अपना मुंह फेर ली....हम हंसते हुए फिर से उसका हाथ पकड़े तो वो झटक दी....हम बोले अरे अरे मेरी जानेमन अच्छा लाओ कसम वापस और उसका हाथ फिर से पकड़ के अपने हाथ पे रख के बोले मेरी कसम वहा जा कर रोएगी नही.....
पूजा इस बार तुनक कर मेरा गोद से ही उठ गई और नीचे जाने के लिए दरवाजा खोलने लगी.....तो हम उसको उठ कर पकड़ के अपने गोद में फिर से बिठा लिए और बोले अरे अरे मेरी जान हमसे गुस्सा भी होती है हमको तो आज पहली बार पता चला....
पूजा अभी भी मेरी तरफ नही देख रही थी पर वो बोली हम गुस्सा नही है आपसे पर ये कसम हमको नहीं अच्छा लगा....
हम बोले अरे ये कैसा गुस्सा हुआ भला.... अच्छा अच्छा चलो ये कसम हम वापिस लेते है रो लेना तुम वहा और साथ में हम भी रोएंगे ठीक....और उसका हाथ उठा कर अपने सर पे रखे और बोले मेरी कसम हम वापिस लेते है अपनी जानेमन से....
पूजा अबकी बार मेरे तरफ घूमी और बोली आप क्यू रोइएगा.....हम बोले जब मेरी जान को रोना आएगा तो हम भी तो रोएंगे ना आखिर उसको रुलाने वाले हम ही न होंगे....
तो पूजा मेरे कंधे पे मुक्का से मारी तीन चार बार और बोली गंदे कहिंके खाली सताते है बेफालतू का.....
अच्छा हम पूरा कोशिश करेंगे की ना रोए ठीक....हम बोले हम तुम्हारे आंखो में आंसू नहीं आने देना चाहते पर ये कमबख्त हालात कभी कभी आपने साथ नही देते जान पर हम जब अबकी बार आयेंगे तो तुम्हारे लिए ढेर सारा प्यार और टाइम ले कर आयेंगे प्रॉमिस पर अभी फिलहाल ये चॉकलेट खाओ और एक मस्त चॉक्लेटी किस हमको दे दो.....
पूजा अब नॉर्मल हो गई थी और मेरे चेहरे पे चुम्मा की झड़ी लगा दी....एक के बाद एक चुम्मा देते हुए वो मेरे पे लद सी गई और हम दोनो बिस्तर पे पीठ के बल लेट गए....पूजा मेरे बगल में सरक कर लेट गई और मेरे सीने पे सर रख कर बोली सबसे ज्यादा हम आपके इस सीने पे सोना मिस करते है नींद एकदम नही आता है और इस बार तो काम भी नही
मिलेगा करने को की थक कर सो जायेंगे.....हम बोले कोई बात नही बस पांच दिन काटने है फिर तो हम आ ही जायेंगे अपनी जान के पास....तुम्हारे बगैर हमको भी वहा कहा नींद आता है.....पर अपनी आने वाली दोनो जानेमन लोग के लिए थोड़ा सैक्रिफायिस देना पड़ेगा और हम दोनो ये मिल कर करेंगे क्यू हो जायेगा ना.....
पूजा मुंह बिचका के मेरे तरफ देखी और फिर हमको अपने बाहों के आलिंगन में ले ली और जोर से कस कर बोली आई लव यू जान....आई विल मिस यू सो मच....हम उसके सर को हल्का सा अपने तरफ कर के उसके माथे पे चूम लिए और बोले मि टू बच्चा....
अच्छा चलो अब मिस यू के चक्कर में किस मि को नही भूलो पूरे हफ्ते भर का कोटा पूरा कर के जायेंगे हम....पूजा मुस्कुरा दी और बोली एवरीथिंग फॉर यू माय लव और फिर वो चॉकलेट फाड़ के एक टुकड़ा खाई और हमको किस करने लगी.....ऐसे ही हम दोनो पूरी चॉकलेट खाने के साथ साथ इमोशनल किस सेशन खतम किए और फिर मेरी जान और हम दोनो कुछ देर एक दूसरे की बाहों में लिपटे पड़े रहे.....
तकरीबन डेढ़ घंटे बाद भाभी दरवाजे से आवाज दी तो हम उठ कर खोले और पूजा उठ कर पलंग पे बैठ गई....भाभी बोली अगर सब गीले शिकवे दूर हो गए हो तो खाना खाने चलो....हम बोले नही अभी दूर नही हुआ है दूर हो ही रहा था की आप कबाब में हड्डी बन के टपक पड़ी.....देवर देवरानी का प्यार बर्दाश्त नहीं होता है का आपसे.....
भाभी हतप्रभ हो कर हमको देख रही थी जैसे हम कितना जला कटा उनको सुना दिए हो.....
तब पीछे से पूजा हस्ते हुए बोली अरे भाभी ये ऐसे ही बोल रहे है आप दूसरा कुछ मत सोच लीजिएगा और हम उसकी इस सफाई को सुन कर हस दिए तो भाभी मुंह बना कर बोली अरे हम तो खाना के लिए बोलने आए थे माफ करना जो हड्डी बन गए हम और वो जाने लगी तो हम उनका हाथ पकड़ कर बोले अरे गजब है मजाक न कर रहे थे हम आपसे और उनका हाथ पकड़ कर कमरे में ले आए.....
भाभी शायद नीचे ही पूजा के चेहरे पे बेचैनी को पढ़ ली थी इसलिए वो उसके कंधे पे हाथ रख कर बोली देख पूजा ये चला जायेगा तो तुम मुंह मत लटका लेना हम रहेंगे ना तुम्हारे पास तो इनका कमी नही खलेगा हम समझते है पति....पति ही होता है पर जीवन यापन के लिए पैसा कमाना भी जरूरी है....और कुछ ही दिनों का तो बात है फिर सब कुछ ठीक हो जायेगा समझी....
पूजा बोली हा भाभी जानते है.....तो भाभी बोली अरे अभी ना बोले मुंह मत लटकाना और तुम हो की अच्छा अच्छा समझे लव मैरिज है ना तो इसमें जुदाई का दर्द थोड़ा ज्यादा रहता हैं.....
इस बात पे हम और भाभी हस दिए जबकि पूजा शर्मा गई....फिर तीनो कोई उतरे नीचे खाना खाने को सब के साथ खाना हुआ और फिर दीदी का बच्चा लोग जिद करने लगा गाड़ी से थोड़ा घुमाने को पर हम सोचे थे की अपनी जानेमन के साथ थोड़ा टाइम स्पेंड करेंगे पर ये बच्चा लोग का डिमांड खैर अब अपना ही मामा भांजा भांजी का मन नही रखेगा तो कैसे चलेगा इसलिए उन सब को ले कर दोनो दीदी के साथ थोड़ा बाहर घूमने गए और इस बीच पूजा मेरा बैग तैयार कर दी और मां से जिद कर के रात का खाना बनाने का परमिशन ले ली....
हम दो घंटे बच्चा लोग को घुमा फिरा कर घर वापिस आए गाड़ी को कवर चढ़ा कर उसको सही से पार्क कर दिए इन सब कामों में शाम के छह बज गए थे अब बमुश्किल हम दो घंटे और रहते फिर निकल जाना था हमको.....
हम घर में गए तो देखे की पापा आ चुके है दुकान से और मां के साथ बैठे हुए है और मेरी जानेमन खाना बनाने में लगी है भाभी शायद अपने घर गई थी.....
हम मौका देख के किचन में गए और अपनी रानी को पीछे से हग कर के बोले क्या बना रही है जानेमन मेरे लिए.....
वो मेरे को बोली ऐसे मत कीजिए वो भी किचन में पागल अभी मां या कोई आ जायेगा तो भाग जाइयेगा और हम फस जायेंगे....
हम बोले अरे अभी कोई नही आ रहा समझी तुम ये बताओ क्या बना रही है...वो बोली परांठे बना दिए है और पनीर का सूखा सब्जी है सुबह में खा कर चले जाइयेगा आराम से और इस डब्बे में थोड़ा निमकी छान दिए है सुबह चाय के साथ में खा लीजिएगा फिर ही बैठिएगा खाना बनाने वरना खाना बनाने के चक्कर में आप सुबह से भूखे रह जाइयेगा कम से कम ये रहेगा तो कुछ पेट में रहेगा आपके समझे.....
हम एक बार बाहर नजर मारे और फिर सीधा उसकी चूत को साड़ी के ऊपर से मसलते हुए बोले और इसका क्या करेगी कुछ इसका भी कर दो ना....पूजा परांठे सेकना छोड़ कर मेरी तरफ देखी और फिर मेरा हाथ पकड़ के अपनी चूत पे एक बार दबाई और फिर उसको हटाते हुए बोली ले चलिए हमको भी अपने साथ एक वही उपाय है अभी.....और ऐसे मत छेड़िए उसको वरना फिर हम बहक जायेंगे और यही पे आपके ऊपर चढ़ बैठेंगे फिर आप समझिएगा.....
हम बोले हाय मेरी जान मेकअप की है सुंदर लग रही है और उसके ऊपर से इतना प्यारा धमकी फिर तो ये काम करने ही दो हमको और हम दुबारा से उसकी चूत को दबा दिए तो वो कसमसा कर मेरे तरफ देख के बोली अरे जान मत ना कीजिए प्लीज.....
हम तुरंत उसके चेहरे को पकड़ कर एक मस्त वाला चुम्मा उसके होंठो पे चिपका दिए और बोले तुम अपना काम करो हम अपना काम करते है....तभी पापा जोर से आवाज दिए सुमितवा किधर गया रे इधर आओ....
हम हड़बड़ा कर पूजा को छोड़ कर पहले अपना खड़ा लंड एडजस्ट किए और फिर भागे पापा के पास.....उनके पास गए तो वो हमको बोले की तिवारी से बात किए थे हम आज तेरे जाने के बाद वो एक जगह बोला है बात करेगा और शायद तेरा ट्रांसफर का कोई जैक लगा दे तो पटना या फिर कही आस पास में हो जायेगा वो इस महीने दिल्ली जायेगा तो वहा कोई है बड़े पहुंच वाला आदमी तो देख अगर अच्छा रहा तो तेरा ट्रांसफर पूजा बेटा के डिलीवरी तक हो जायेगा....हम बोले अरे पापा थैंक्यू सो मच आपको पता नही है आपकी बहू ये खबर सुन कर कितना खुश हो जायेगी देखिएगा अभी और हम अभी पूजा को बुलाते इससे पहले दीदी उसको बुला दी आवाज दे के वो आयो तो पापा बोले की देख बेटा तेरे उदासी के चक्कर में हम तिवारी से बात किए है इसके ट्रांसफर के लिए पटना में या इसके आस पास अगर सब कुछ अच्छा रहा तो जल्दी ही ट्रांसफर हो जायेगा पटना में....
पूजा ये सुन कर मुस्कुराते हुए बोली थैंक्यू पापा...तो दीदी बोली अरे पहले हो तो जाने दो फिर बोलना थैंक्यू....तो पूजा बोली उस वक्त भी बोल देंगे दीदी फिर मां बोली चल अब खुश रहना और भगवान से प्रार्थना करना की ये काम हो जाए समझी जा अब जो कर रही थी वो कर ले काहे की जाने का टाइम होने जा रहा है....
फिर पूजा बोली मां अभी हम भी जाए साथ में एयरपोर्ट....तो मां बोली मारेंगे ना जाने का नाम ली तो....भरल पेट लइका ले के रात में चौराहा पार करेगी....तो पापा बोले नही बेटा रात में जाना तेरे लिए सही नही रहेगा और एयरपोर्ट है भी तो दूर....
पूजा का मन दुखी हो गया और मां का ना जाने देने का कारण ऐसा था की हम कुछ बोल भी नहीं सकते थे पर पूजा का उतरा हुआ चेहरा हमको मजबूर कर दिया बोलने पे हम बोले अरे मां जाने दो ना क्या हो जायेगा तो मां बोली ज्यादे टांग ना बढ़ाव जितना बोले उतना सुन.....
अब इस मामले पे बोलना बेवकूफी होता इसलिए हम भी उठे वहां से और चल दिए अपने कमरे में....वही दीदी पूजा के पास गई और उसको बोली की जा हम पैक कर देते है ये दो परांठा बचा है हम सेक देते है तुम जाओ उसके पास....पूजा तुरंत दीदी को किचन हैंडओवर कर के मेरे पास आ गई कमरे में और हम कपड़ा बदलने जा रहे थे मुंह हाथ धो कर.....वो कमरे में आई और पीछे से हमको अपनी बाहों में भर ली और रुंधे हुए गले से बोली ए जान अब तो हम वहा रोने भी नही आ रहे आपका कसम लग गया.......हम उसकी तरफ घूम कर उसको अपने गले से लगा लिए और बोले नही पागल ऐसा नही है मां कुछ सोच समझ कर ही बोली होंगी....
पूजा की आंखों से अब आंसू बहने लगे और साथ साथ उसके आंखो का काजल उसके गाल पे फैलने लगा....
हम उसकी आंखो के आंसू को पोंछे और बोले अब रो मत पागल लड़की हम वहा जा कर मर थोड़े जायेंगे....पूजा तुरंत मेरे मुंह पे अपना हाथ रख दी और बोली आज बोले सो बोले दुबारा ये बात बोले ना तो देखिएगा हम ही मर जायेंगे....
हम बोले फिर रोना बंद करो अभी तुरंत लेकिन वो पगली और तेज रोने लगी तो हम बोले अरे अरे अरे ये क्या मारेंगे अभी बहुत जोर से....वो मेरे से फिर लिपट गई और बोली मारेंगे ना डांटते भी है और बोलते है रो मत....
हम बोले हे भगवान कब डांटे हम तुमको....वो बोली अभी ना बोले मारेंगे....
हम बोले अच्छा नही मारते पर हम चुम्मा तो ले सकते है ना....और उसके चेहरे को पकड़ कर उस पर चुम्मा का झड़ी लगा दिए....
और फिर जोर से अपने से सटा लिए और कुछ देर यूंही रहने के बाद हम बोले अभी से नही रोना समझी अच्छे मन से विदा करो डेढ़ दो बजे तक तो हम भोपाल पहुंच जाएंगे पर तब तक तुम सो जाना जागी मत रहना दिल्ली में जब रुकेंगे तो करेंगे वीडियो कॉल उसके बाद सो जाना हम भोपाल पहुंच कर मैसेज कर देंगे....
पूजा बोली आपको लगता है की हम सो जायेंगे...हम बोले हा हमको लगता नही है बोल के जा रहे है और सोना ही है रतजग्गा नही करना है समझी तबियत पे असर पड़ेगा....इतने में फिर बदल गरजा थोड़ा तो पूजा बोली देखिए मेरे साथ साथ आसमान भी रोएगा अब....
हम बोले अच्छा तो उसको अकेले रोने देना तुम नही रोना समझी चलो अब कपड़ा बदलो और थोड़ा बैठो शांति से हम तैयार हो जाए प्लेन में एयर होस्टेस सब रहेगी थोड़ा लाइन मारेंगे ना....
पूजा एक मुक्का मारी घम्म से मेरे पीठ में और बोली ये सब हमको पसंद नही है भक्क....
हम कराहते हुए उसको दुबारा से अपने गले से लगा लिए और बोले तुम ही हो मेरे लिए सब कुछ गधी आह बड़ा जोर से लगा स्वीटहार्ट....
पूजा जहां मारी थी वहा पे सहलाने लगी और बोली आप क्यू बोलते है ये सब जब जब बोलिएगा तब तब मारेंगे हम....
हम हस्ते हुए बोले अच्छा अच्छा अब से नही बोलेंगे चिड़चिड़ा जाती हो तुरंत में....पूजा फिर हमको देखने लगी मुंह बना कर हम बोले अरे अब मुंह मत बनाओ मजाक कर रहे थे हम चलो जाओ मुंह हाथ धो लो फिर नाइटी पहन कर आराम से लेटो....
वो बोली नही आपके जाने के बाद बदलेंगे....हम उसकी चूची को जोर से मसलते हुए बोले अरे जाने से पहले एक बार जी भर के दर्शन तो कर लेने तो मेरी बीवी के.....
पूजा मेरे गाल पे काट ली और बोली क्यू आपकी एयरहोस्टेस सब नही दिखलाएगी आपको बन ठन के जाना है ना....
हम फिर हस कर उसके दोनो गाल खींच कर बोले अब बस करो भाई हो गया आई एम सॉरी....
पूजा फिर कमरे का दरवाजा बंद की और मेरे पास आ कर मेरा हाथ अपनी चूत पे रख कर बोली लीजिए अब जो करना है कीजिए....हम तुरंत उसकी साड़ी की गांठ को खोल दिए और वो उसको अपने बदन से अलग कर दी और फिर तुरंत उसके पेटीकोट को ढीला कर दिए वो भी जमींदोज हो गया और तुरंत नीचे बैठ कर उसकी चिकनी चूत को चूम लिए और बोले इसका खयाल रखना बहुत नाजुक है.....
पूजा मुस्कुरा कर बोली पगलाए क्या आप किस्से किसका खयाल रखने को बोल रहे है.....हम उसकी चूत पे चूम कर बोले मेरी मुनिया से तुम्हारा खयाल रखने को बोले है....
पूजा जोर से हस दी और बोली लग रहा है मुक्के का असर दिमाग पे हो गया है....हम बोले वो अभी पता चलेगा तुमको और सीधा उसकी चूत पे मुंह लगा दिए हम....
पूजा खड़े खड़े अपनी चूत चुसाई का मजा लेने लगी और साथ ही साथ मेरे बालो को भी नोचने लगी....कुछ ही देर में पूजा झड़झड़ा कर झड़ गई और ऊपर वो अपना ब्लाउज का बटन खोल ली थी पर सारे नही....
हम खड़े हुए और उसके बदन से ब्लाउज को उतारते हुए बोले ये क्यू नही उतारे तो वो बोली आप मेरा सारा ध्यान खींच कर नीचे ले गए थे तो कहां से खोलती....
अब पूजा नंगी थी मेरे सामने हम उसको घुमा कर पलंग पे बिठाए और फिर उसकी नाइटी उसको पहना दिए....
पूजा मेरे लंड को पकड़ी और बोली इसका ऊपर तो आप करने ही नही दिए और ये बोल कर आओ तुरंत नीचे जमीन पे बैठ गई और मेरे लंड को बाहर निकाल कर चूसने लगी.....
हम पहले से ही काफी उत्तेजित थे तो पूजा को ज्यादा मेहनत नही करना पड़ा और कुछ ही पलों में झड़ गए.........
इसके बाद हम उसको नाइटी और ब्रा पहनाए और खुद भी तैयार हुए तब तक मेरी डार्लिंग खाना ले आई जा कर नीचे से फिर दोनो कोई खाना खाए और खाते खाते भी हम उसको समझा ही रहे थे....
खैर खाना पीना हुआ फिर एक बार और हम दोनो में प्रेम क्रीड़ा हुआ उसके बाद दोनो नीचे उतरे और अभी तक भईया भाभी दोनो आ गए थे.....
जाने के समय पूजा गेट पे खड़ी थी और हम गाड़ी में बैठने से पहले पूजा को एक साइड से हग किए और बोले बढ़िया से रहना और रोना नहीं....पर वो पगली है मेरा लाख बोलने के बावजूद जैसे ही उसको हग कर के हटे उसके आंसुओ में उसकी आंखो का साथ छोड़ दिया....और अभी उसको कोई कुछ नही बोला क्युकी सब जानते थे की वो कुछ भी बोल ले वो रोएगी ही....
लेकिन छोटी दीदी और भाभी उसको दोनो तरफ से घेरी और बोली अरे एक जा रहा है तो क्या ये देखो दो दो तैयार खड़ी है.... ये बात पे सब हस दिया और पूजा का भी हसी छूट गया पर आंखो में आंसू तो थे ही....
इसी तरह हम सब से विदा लिए और पापा भईया के साथ कैब से निकल गए एयरपोर्ट....क्युकी उन दोनो में से किसी को गाड़ी चलानी नही आती थी....
रास्ते में पूजा की मम्मी का फोन आया ये पूछने के लिए की निकले की नही और हाल चाल जानने के बाद वो भी ठीक से जाने बोल के फोन काट दी और हमको एयरपोर्ट छोड़ कर भईया और पापा दोनो कोई वापिस हो लिए घर को.....
बहुत ही शानदार अपडेट है सुमित ने पूजा को बिना बताए घर आकर बहुत बड़ा सरप्राइज दिया है पूजा बहुत खुश हैं लेकिन पूजा का बाप और उसकी बुआ नही सुधरने वाले ये दोनो कुत्ते की पूंछ है कितना भी सीधा कर लो रहेंगे टेडे के टेढ़े। सुगंधा ने सुमित को सब कुछ बता दिया है देखते हैं अब सुमित क्या करता है क्या वह सुगंधा की शादी रोक पाता है या नही ??पापा और भईया के जाने के बाद हम पूजा को वीडियो कॉल किए तो भाभी उठाई और उनके उठाने के समय हमको पूजा का हाथ दिखा जैसे वो फोन पकड़ना चाह रही हो पर उससे भाभी छीन ली थी....
भाभी हम को बैक कमरा खोल कर दिखलाई और बोली देखो सब कोई बैठा है तुम्हारी जान के साथ में लेकिन फिर भी तुम्हारे जाने के बाद बहुत रोई बाप रे मां भी समझाई पर इसका आंसू है की रुकने का नाम ही नही ले रहा अच्छा एक बात बताओ कौन सा जादू कर रखे हो अपनी मैडम पे....
फिर पीछे से दीदी बोली अरे मैडम नही जान....जान बोलता है दोनो एक दूसरे को....अभी कितना बोलने पे तो मैडम का आसू थमा है और एकदम बेजान सी तकिया के बल दीवाल में अड़ कर बैठी हुई थी पलंग पे और तेरा फोन देखते ही लपक के फोन उठाई है जैसे एकदम से जान आ गया हो....पर तुम्हारी जान से पहले भाभी उठा ली....
हम बोले अरे अभी वो थोड़ा अपसेट रहेगी हम जानते है और आप लोग मिल कर उसको ऐसे परेशान मत कीजिए वरना वो और रोएगी और जान बुलाते नही है जान है एक दूसरे के......समझा कर तो हम भी आए थे पर अभी एयरपोर्ट नही आ पाई इसलिए उसका मन और दुखी हो गया होगा....
मेरी इस बात पे सब हस दिया वही पूजा भाभी के हाथ से फोन ले ली और बोली पहुंच गए आप एयरपोर्ट....पापा भईया साथ में है या नही नजर नही आ रहे घर के लिए निकल गए क्या....हम बोले अरे अरे कितना सवाल करेगी एक ही बार में हा....अच्छा पहले ये बताओ रोई काहे लिए क्या बोल कर आए थे....
वो बोली आप सब जानते है हमसे नही होता बर्दाश्त तो अब हम क्या करे और दीदी भाभी हमको परेशान नही कर रही मजाक करती है खाली आपको ले कर....
अभी कितना देर है फ्लाइट में आपका....हम बोले अरे वो सब छोड़ो अभी मेरे फोन काटने के बाद तुम रोएगी नही अपना दवाई वगैरह खा कर सोएगी चुप चाप हम भोपाल पहुंच कर मैसेज कर देंगे समझी ना और अगर तुम रात भर जागी रही तो फिर देखना.....
पूजा मुंह बना कर बोली ठीक है जान....उसके ऐसे जान बोलने पे भाभी दीदी सब उसको घेर ली और बोली अरे बाबा जान हम्मम....पूजा शर्मा गई और बोली अरे नही हम जाइए बोल रहे थे ये नही....
इधर से हम हस कर बोले चलो अब तुम उनको जवाब दो हम रखते है अभी दिल्ली पहुंचे है एक घंटे में फिर मैसेज करेंगे बाय लव यू स्वीटहार्ट और फोन कट गया....
ये हम जानबूझ कर बोले थे ताकि अभी पूजा को भाभी और दीदी से हसी मजाक हो जाए थोड़ा तो उसका ध्यान हम पर से कम हो जायेगा फिर भोपाल पहुंचने के बाद तो मेरी जान को हम समझा ही लेंगे....
खैर इसी तरह हम अपने प्लेन में सवार हुए और उड़ते हुए पहुंच गए दिल्ली....
इधर मेरे फोन कटने के बाद पूजा भाभी और दीदी ने ही उलझी रही और बातो ही बातो में भाभी उसको दवाई भी बोल कर खिलवा दी और फिर सोने को बोल कर नीचे उतर गई जबकि दीदी आज पूजा के साथ ही सोने वाली थी....
हम दिल्ली पहुंचे तो अभी यहां पैतालीस मिनट का वेटिंग टाइम था.....थोड़ा देर इधर उधर टहलने के बाद हमसे नही रुका गया और मैसेज की जगह फोन मिला दिए पूजा को.....
वैसे भी अभी दस ही बजे थे हम नॉर्मल कॉल किए थे पर मेरी डार्लिंग उसको काट कर वीडियो कॉल की तो हम उठाए वो बोली पहुंचे गए जान बड़ा जल्दी.....
हम बोले अरे अभी दिल्ली में है और तुम सोई नहीं तो वो छोटी दी के तरफ फोन दिखलाई और बोली दीदी हमदोनो का लव स्टोरी कैसे शुरू हुआ वो सुनाने बोल रही है अब बताइए हम क्या बताए....
तो दीदी बोली अरे उससे क्या पूछ रही है ये ननद भौजाई के बीच के बात है इसमें भाई का कोई रोल नहीं है.....
हम बोले हा हा हम कुछ नही कह रहे उसको सब पता है की क्या बताना है....तो दीदी बोली अरे चोट्टा इसका मतलब कुछ छुपाना भी है क्या....
हम हस के बोले अब तो ये तुम्हारी भौजाई जाने हम नही जानते कुछ भी.....तो दीदी बोली जा ना हम सब कुछ मालूम कर के रहेंगे....तो पूजा बोली अरे आप दोनो लड़िए मत....
फिर पूजा हमसे बोली अभी कहा पहुंचे आप हम बोले दिल्ली और यहां से अभी पैतालीस मिनट बाद फ्लाइट है तो थोड़ा देर हम इधर उधर टहले पर फिर सोचे की तुम सोई की नही चेक कर ले पर तुम जागी हुई हो और अपने इश्क की दास्तान सुनाने जा रही है ये नही की सो जाए शरीर को आराम दे सुबह से भाग दौड़ की है अगर तबियत बिगड़ा ना तो मां को जवाब तुम ही देना.....
तो दीदी बोली अरे तू भड़का मत इसको और कुछ तबियत नही बिगड़ेगा हम है ना साथ में टाइम से से जायेगी अभी दस ही न बजा है....
हम बोले ठीक है बहन हम नही बोल रहे कुछ भी....फिर दीदी पूजा को बोली बात कर ले थोड़ा देर हम नीचे से हो कर आते है मेन गेट वगैरह बंद हुआ की नही देख के....
और वो नीचे चली गई फिर पूजा हेडफोन लगाई और बोली हा मेरी जान अब बोलिए...
हम बोले अरे कपड़ा चेंज नहीं की तो वो बोली नही आज नही करेंगे आप इस वक्त किचन में हमको अपनी बाहों में भरे थे ना तो इसमें आपका खुशबू है अब ये कल ही चेंज होगा आज रात तो होने से रहा....
हम प्यारा सा शकल बना कर बोले अरे ऐसे करेगी हम नही तो मेरा खुशबू से ही काम चलाएगी....
पूजा बोली जान आप जो भी बोलिए पर आपसे दूरी सच में बर्दाश्त नहीं होता हमको अब बस कुछ महीने और फिर इन दोनो के आने के बाद हम आपको कभी नही जाने देंगे हमको ऐसे छोड़ कर....
हम बोले अच्छा अगर हम वापस ही ना आए तो अभी जिस प्लेन में बैठेंगे अगर वो क्रैश हो गया तो....यहां अकेले है कही कुछ हो गया तो....हा
मैं दुनिया से चला जाऊ कभी न लौट के आऊ...
करोगी क्या अकेले तुम बताओ ओ पूजा.....
पूजा लगभग लगभग चिल्ला कर बोली एई जान ये क्या बोले जा रहे है आप हा...बात करते करते बकवास करने लगे भक्क ऐसा बात है तो अगर अभी हम सीढ़ी से नीचे उतरते वक्त गिर जाए तो फिर आप क्या कीजिएगा....
फालतू का बात मत बोला कीजिए भक्क मेरा पूरा मूड आप बिगाड़ दिए अब जब तक आप वहा उतर नही जाइयेगा मेरे को चैन नहीं पड़ेगा क्या जान आप ऐसे क्यों सोचे कैसे बोले ऐसा बात अपने मुंह से.....अब उसका रोना शुरू और अपना चेहरा घुमा ली....
हम हस कर बोले अरे पागल तुरंत में रोने लगती है ये सब बात हम ऐसे ही बोले पगली कुछ सीरियस नही है इसमें देखी नही गाना गा रहे थे हम और तुम उसका जवाब भी नही दी.....और इतना जल्दी हम कहा जायेंगे तुमको छोड़ कर अभी तो तुमको अच्छे से देखे भी नही है....अलट पलट कर देखना बाकी है अभी और तो और पूरा प्यार भी कहा किए है आने दो ना भोपाल से अबकी बार फिर तो चार राउंड ना सही एक राउंड तो चल ही सकता है....
पर मेरी इन बातो से पूजा का कोई असर नहीं हो था था वो तो बस दूसरी तरफ मुंह कर के सिसकते जा रही थी.....
फिर हम बोले एई मेरी जानेमन इधर देखो तुमको मेरी कसम है इधर देखो....
वो देखी तो हम बोले
तेरे अलावा और है ही कौन जिसको मेरी इतनी परवाह हो......जिसकी जान निकलती हो मेरे जाने के नाम से.....
हमको तो लगता है की मां से भी ज्यादा प्यार तुम करती है हमको अब....और तुम्हारे जैसी डार्लिंग बीवी को छोड़ कर चले जायेंगे हट पगली....
पूजा बोली आज आप मेरा दिल दुखा दिए पहली बार वो भी ये सब बोल कर....हम बोले अरे अरे फिर तो हम बेदर्दी हसबेंड हो गए वो क्या बोलती है तुम....हा गंदे आदमी
पूजा रोते रोते हस दी और बोली ये सब दुबारा अपनी जबान पे मत लाइएगा वरना आज एक वादा करते है की आपके जाने से पहले हम चले जायेंगे और वहा जा कर आपका इंतजार करेंगे समझे क्युकी इस धरती पर तो अब आपके बिना सांस लेने से रहे हम....
हम बोले अरे बस बस हो गया अच्छा सुनो.....अभी हम आगे कुछ बोलते वो बोली वादा कीजिए ये सब कभी दुबारा नही बोलिएगा....
हम बोले वादा मेरी जानेमन वादा....और तुम हमसे पहले क्यू दोनो साथ में चलेंगे अगर जाना भी हो तो....
पूजा बोली भक्क फिर से बोलने लगे आप......तो हम हस दिए और उसको बोले चलो अब चलते है टाइम हो रहा है....
पूजा जैसे एकदम से हड़बड़ा गई और बोली अभी रुकिए आप....हम बोले अरे पगली जाना है टाइम होने को है पता चला हमको बिना लिए ही वो लोग उड़ गया भोपाल....
तो वो बोली अच्छा सुनिए आई लव यू जान आई लव यू सो मच....
हम बोले अरे आई लव यू टू मेरी जान और तुम टेंशन नही लेना हम तो पागल है कुछ से कुछ बोलते रहते है.....
चलो अब जल्दी से हस कर एक मस्त वाला उड़न छू वाला चुम्मा दे दो ताकि हम भी उसके साथ उड़ कर जल्दी से भोपाल पहुंच जाए....
पूजा एकदम पूरे मन से हमको फ्लाइंग किस दी और बोली कितने बजे उतरिएगा आप....हम बोले एक डेढ़ बजे तक लेकिन तुम सो जाना जगी मत रहना....
वो बोली हम सो जायेंगे आपको लगता है....हम बोले हे भगवान अब क्या बोले चलो जाते जाते एक बार मुस्कुरा दो....वो बेमन से मुस्कुराई और हम बोले चलो उतरते है तो मैसेज करते है लव यू जानेमन बाय.....और फिर चल दिए हम भोपाल....
रात के पौने दो बजे हम भोपाल उतरे और अभी हम टैक्सी लेने ही वाले थे की मेरी जानेमन वीडियो कॉल कर दी....हम उठाते ही बोले अरे तुम सोई नहीं जागी ही हुई है....तो पूजा बिस्तर से उठ कर बाहर अपने कमरे के पीछे की तरफ आई और बोली हा नही सोए हम आज मेरी जान की बाहों का तकिया नही था ना तो नींद आए भी तो कैसे....और अभी हम आपका बात नही माने है तो उसका सजा मिलना चाहिए ना आइए और मार लगाइए हमको....ये देखिए और वो अपने साड़ी का पल्लू थोड़ा साइड में की और अपनी चुचियों के बीच की दरार दिखलाती हुई बोली आपके हाथो के मार के लिए ये लोग मुंह निकाले वेट कर रहा है....
हम बोले अरे पगली ढको उनको और ऐसे करेगी तो फिर मेरा यहां रहना मुश्किल हो जायेगा पता चला कल के कल हम पटना वापिस आ गए....
तो पूजा मुस्कुरा दी और अभी उसकी मुस्कुराहट में लगा की वो हसी वरना मेरे लास्ट कॉल में तो जबरदस्ती का मुस्कुराई थी....
वो बोली तो जल्दी से आ जाइए वरना यहां हम एक एक कर के सब कुछ उतार देंगे फिर देखते है आप कैसे रुकते है वहां पे....
हम बोले अरे नही जानेमन ऐसा जुल्म नही करना बस थोड़ा दिन वेट करो फिर हम खुद उतारेंगे इनको और उस वक्त बोले थे ना की अभी तो सही से देखे भी नही है अलट पलट कर अच्छे से देखेंगे फिर ढेर सारा प्यार करेंगे और पता है क्या अपने दोनो नन्हे मुन्ने आ जायेंगे फिर हम दोनो एक और मस्त वाले हनीमून पर चलेंगे....
पूजा हस कर बोली पागल कहींके अब क्या बाकी रह गया है देखना मेरे में....
हम उसको टैक्सी दिखलाते हुए बोले बहुत कुछ बाकी है चलो अब कमरे में जाओ सो जाओ अब सुबह बात करते है....
पर पूजा बोली नही पहले आप घर पहुंचिए हम देख लेंगे फिर ही हम सोने जायेंगे और हमको तो नींद भी नहीं आएगा....
हम बोले सब आएगा तुम जा कर लेटो और दीदी कहा है तो वो कमरे की ट्यूबलाइट चालू की और दिखलाते हुए बोली यही सोई है बगल में रांची से ले कर अपने पटना आने तक का कहानी उनको सुनाए बस अपनी चोट वाली बात गायब कर दिए पता है जान हमदोनो का रिश्ता ऐसे बना था की उसके बारे में किसी को बता ही नही सकते है ना.....
हम बोले तभी तो अपना रिश्ता सबसे अलग सबसे ज्यादा प्यारा और सबसे मजबूत है.....
बाद बाकी दुनिया का क्या है कुछ भी बोले उनको तो बस चटपटी मसालेदार बातो से मतलब होता है....पूजा बोली भक्क आप भी ना....
सुबह क्या क्या करना है क्या नही पूजा सब निर्देश दे रही थी हमको और इसी तरह हम अपने अपार्टमेंट पहुंच गए....
गार्ड भईया का ड्यूटी शायद बदल गया था उसके जगह दूसरा गार्ड था खैर जैसे तैसे हम अपने घर में घुसे और फिर पूजा को बोले सो जाओ पर वो नही मानी बोली पहले आप हाथ मुंह धो लीजिए फिर लेटियेगा तब हम भी लेटेंगे....
दोनो कोई एक दूसरे को देखते रहे ऐसे ही वीडियो कॉल चलता रहा....और हम मुंह हाथ धो कर कपड़े बदल कर लेटे और उधर वो भी लेटी और बोली मिसिंग यू जान...
पीछे से दीदी नींद में बोली अरे लैला मजनू सो जाओ कब तक लगे रहोगे....
फिर पूजा मुस्कुरा कर बोली चलिए अब आप आराम कीजिए सुबह में करते है बात आई लव यू स्वीटहार्ट हम भी उसको आई लव यू टू बोले और फिर सो गए....
फोन कटने के बाद नींद आने में काफी देर हुआ....सुबह में पूजा के फोन से नींद खुला फोन उठा कर ऐसे ही हाथ में पकड़े आंखे मूंदे पड़ा रहा तो पूजा बोली गुड मॉर्निंग जान....पर उसका जान तो नींद में पड़ा हुआ था....वो बोली एई जान उठ जाइए पागल साढ़े सात होने को है ऑफिस नही जाना क्या....
हम कुनमुना कर बोले अरे रात में नींद हीं नहीं आया सुबह में आया है तो थोड़ा सोने दो ना तुम उठा देना आठ बजे तक तो पूजा बोली ठीक है सोइए और फिर फोन कट गया ऐसा इसलिए क्युकी नाश्ता तो पूजा दे ही दी थी हम केवल नहा धो कर नाश्ता कर के ऑफिस जाते....
सवा आठ बजे पूजा फिर फोन की और हम अभी भी वैसे ही लेटे हुए थे तो पूजा आवाज दी और बोली अब उठ जाइए लेजी इंसान अब और नहीं सो सकते आप चलिए उठिए....हम बोले पहले एक मस्त वाला चुम्मा दो फिर ही उठेंगे....वो नहा कर अभी नाइटी पहने हुई थी और कमरे में कोई नही था....
वो अपने नाइटी के गले से दोनो चुचियों को बाहर निकाली और हमको दिखलाते हुए बोली कल रात से ये दोनो बार बार तन जा रहा है आपका प्यार वाला मार का जरूरत है इनको और रहा बात चुम्मा का तो ये लीजिए और एक प्यारा सा चुम्मा का आवाज हमको सुनाई दिया.....हम फोन में देखे तो मेरा लंड अकड़ने को मजबूर हो गया हम बोले अरे जान ऐसे करेगी और फोन पे चूम लिए तो वो बोली हा ऐसे ही करेंगे तभी तो आप जल्दी जल्दी आइएगा....
हम बोले अब तो जुल्म कर रही हो हम पर चलो इनको अंदर करो जल्दी से....अब इन दोनो के लिए ही सही हमको जल्दी जल्दी काम निपटाने दो फिर तुम्हारे पास आते है तब बताएंगे जुल्म क्या होता है....वो अपनी दोनो चुचियों को अंदर कर के जीभ दिखला के बोली चलिए अब आप भी अपने शहजादे का मुंह दिखलाइए हम बोले नही अब पटना आने के बाद ही देखना....अब हम चले तैयार होने करते है फोन थोड़े देर में....
फिर तैयार हो कर हम नाश्ता करने बैठे तो फोन लगाए पूजा को तो वो नीचे थी सब कोई साथ में था और शायद बड़ी दीदी वापिस जा रही थी....
छोटी दीदी फोन पूजा के हाथ से ले कर बोली अरे तू अभी आराम से कॉल करना अभी तेरी वाली बिजी है....
पूजा बेचारी कुछ बोल नहीं पाई और इधर हम भी ठीक है बोल के फोन रख दिए और अपना नाश्ता खतम कर के ऑफिस पहुंचे.....
वहा मेरे लिए काम का अंबार लगा पड़ा था ऑफिस आने के बाद आज एक मिनट का फुरसत नहीं मिला पूजा वीडियो कॉल भी की ये पर उठा कर सिर्फ उसको देख ही पाए कुछ बात नही हो पाया....
वो भी समझ रही थी की काम में व्यस्त है इसलिए बस टुकुर टुकुर हमको देखती और जब हम अपने डेस्क से उठ कर कही जाते तो वो फोन काट देती.....
जब लंच हुआ तो आज ऑफिस में दोस्तो के साथ ही खा लिया....
उस समय भी अपनी डार्लिंग से बात नही कर पाया और लंच के बाद फिर से काम में व्यस्त....
पेंडिंग काम निपटाते निपटाते कब शाम हुई पता ही नही चला....खैर अपना सारा काम खतम कर के अपने हेड के पास गया उनको बताने और सोचा की साथ में ट्रांसफर के सिलसिले में भी बात कर लेंगे....जब उनको सब कुछ बताया तो उन्होंने भी वही पिपड़ी बजाई की अभी तुरंत का ज्वाइनिंग है पॉसिबल नही होगा कर उन्होंने कहा कि तुम्हरे साथ दिक्कत तो है पर अपने तरफ से फिलहाल यही कर सकते है की जब तुम्हे जरूरत लगे की जाना जरुरी है तो बेझिझक तुम जा सकते हो इसके लिए अपना प्रोसीजर तो तुम जानते ही ही बाद बाकी हम यहां है मैनेज करने को....
उनके मुंह से ये बात सुन कर लगा की चलो कम से कम एक टेंशन दूर हुआ छुट्टी को ले कर.....
वहा से घर के लिए निकला तो अपनी जान के साथ फोन पे जुड़ गया....बात करते करते अपने रेगुलर होटल में खाना खा लिया क्युकी भूख लगी हुई थी और अभी घर ले जा कर खाने का मूड नहीं था और उधर मेरी जान भी मेरे ही साथ खाना खा ली और उसके लिए ये अच्छा रहा की दीदी और भाभी के साथ रहने से उसका अकेलापन कुछ हद तक दूर था और रात में तो छोटी दीदी उसके साथ ही रहती थी....
..
...
अब लगभग लगभग रोज का यही रूटीन होता ऑफिस से घर और घर से ऑफिस का....सुबह में हम हल्का फुल्का नाश्ता खुद तैयार कर लेते थे और उसी को लंच में भी रख लेते थे पर रात का अपना फिक्स था होटल का खाना....हम और पूजा जब भी बात करते तब एक बार ये बात पूजा जरूर बोलती जान शनिवार कब आएगा आप कब पटना आइएगा कब मेरी बाहों में आइएगा.....
और हम हर बार उसको दिलासा दे कर रह जाते......भोपाल आए हुए एक हफ्ता होने को था और जैसे जैसे शनिवार नजदीक आ रहा था पूजा और मेरी बेचैनी बढ़ती ही जा रही थी पर इस बार अपने मिलन में थोड़ा और लेट था हुआ यू की अपने ऑफिस में किसी स्पेशल सॉफ्टवेयर को ले कर तीन दिवसीय ट्रेनिंग का प्रोग्राम रखा गया था ग्वालियर में और हमे ग्वालियर के लिए गुरूवार की रात को ही निकलना था.....
अब ग्वालियर जाने का मतलब था की हम अगले हफ्ते पटना जा पाते....अब जाना तो था ही सो उस रात जब घर आया तो पूजा हमसे पहला सवाल यही दागी की आप टिकट बुक करवा लिए जान अब बस एक दिन और उसके बाद आप मेरी बाहों में होइएगा आइए जल्दी से फिर आपको ढेर सारा प्यार करेंगे भी और करवाएंगे भी.....
हम बोले जान एक दिक्कत हो गया है....वो तुनक कर बोली क्या दिक्कत आप टिकट नहीं लिए क्या या फिर कुछ और काम निकल आया ऑफिस का....हम बोल अरे अरे परेशान मत हो पहले मेरी बात तो सुनो....वो बोली बै जान अब ये मत बोलिएगा की नही आ रहे आप सब जान रहे है की हम कितना बेसब्री से इंतजार कर रहे है आपका.....
हम बोले तो हम नही कर रहे क्या जान....तो वो बोली हा तो फिर क्या दिक्कत हो गया जल्दी से बताइए.....हम जब उसको पूरा बात बताए तो वो पहले तो बहुत गुस्सा की और मेरे ऑफिस वालो को खूब झिड़की और लगे हाथ मां को भी बुला ली ऊपर उनके साथ भाभी और दीदी भी आ गई.....
जब मां को पूरा बात बताए तो मां पूजा के सर पे हाथ फेरते हुए बोली जाने दे बेटा वो तो आ ही रहा था ना अब काम आ गया तो ना तू कुछ कर सकती है ना वो....और इसी बात पे भाभी चुटकी लेते हुए बोली बेचारी हमर देवरानी देवर के इंतजार में पानी पानी हो रखी है.....
मां भाभी को प्यार से एक थप्पड़ दिखा कर वहा से चली गई जबकि दीदी भाभी को बोली भक्क भाभी आप भी ना मम्मी के समाने ही शुरू हो जाती है......
तो भाभी बोली अरे तुम गलत समझ रही है पानी पानी मतलब आंसू से था वही पूजा तो पहले से ही शरमा गई थी....और मां के जाते ही वो भाभी को हौले से धकेल के बोली क्या भाभी आप भी....
फिर भाभी उसके गाल खींचते हुए बोली आय हाय देख रही हो दुखती रग पे हाथ रख दिए हम लग रहा है....
इधर हम उनके बीच की बात सुन कर फोन काट दिए थे....
पूजा भाभी और दीदी को नीचे भेज के हमको फोन मिलाई और बड़े बुझे मन से बोली अब कर ही क्या सकते है कीजिए ट्रेनिंग....यहां पे आपकी बीवी आपके इंतजार में आंखे बिछाए वेट कर रही है उसका कोई खयाल नहीं....
फिर हम उसको बहुत देर तक प्यार से समझाएं उसके बाद वो मानी फिर अगले दिन हम निकल गए ग्वालियर के लिए....
तीन दिन की ट्रेनिंग करने के बाद हम वापिस भोपाल आए और फिर से शुरू हुआ वही रूटीन और दिन गिनना....
आज गुरुवार था तो सोचा की आज अपने हेड से बात कर के कल जल्दी निकलने का कोशिश करेंगे और जब छुट्टी हुई तो हम अपने हेड के पास पहुंचे और मेरे को देखते ही बोले तब छोटे बाबू छुट्टी की अर्जी ले कर आए हो क्या....हम बोले नही सर वो बस कल के बारे में थोड़ा बोलना था....
वो जैसे मेरी बात समझ रहे थे इसलिए खुद से बोले कल लंच टाइम के बाद कभी भी निकल जाना वैसे भी अभी एपोलिकेशंस का लोड कम ही है....
हम उनको थैंक्यू बोल कर वापिस हो लिए अपने घर और घर जाते वक्त आज खाना खाया ही नही सीधा घर चला गया क्युकी हम टिकट काटने में बिजी थे और ऑटो कब होटल से पार हो गया पता ही नही चला....
पर एक चीज छूटी तो दूसरी अच्छी हो गई कल दोपहर की फ्लाइट मिल गई वो भी नॉन स्टॉप जो दो घंटे में भोपाल उतार देती डेढ़ बजे बैठता और साढ़े तीन बजे पटना.....
अब तो जैसे पेट में वो गुड़गुड़ मची हुई थी की क्या बताए और ये गुड़गुड़ पूजा से मिलने के बाद ही शांत होने वाली थी....उस रात मैने पूजा को भनक तक नहीं लगने दी की हम कल उसके पास होंगे....
अगली सुबह ऑफिस पहुंचा और अपना बैग समेट कर साथ ही ले गया था और साथ ही अपने एक दोस्त को तैयार कर लिया था एयरपोर्ट छोड़ने को क्युकी उससे जल्दी हो जाता वरना ऑटो के चक्कर में लौड़े लग जाते मेरे क्युकी एक तो लंच टाइम के एक घंटे बाद की फ्लाइट थी और हम लंच टाइम होते ही निकल जाने वाले थे....
खैर जैसे तैसे हम समय काटे और लंच होने से पहले ही अपनी जान को मैसेज कर दिए की मीटिंग है एक लंच के बाद तो मीटिंग में फोन साइलेंट या ऑफ रहेगा तो परेशान मत होना हम फ्री हो कर करेंगे बात....पूजा बोली ठीक है माय लव
और अपने दोस्त के साथ निकल गए एयरपोर्ट और फिर जब प्लेन भोपाल से उड़ान भर दी फिर तो मेरी नज़रे घड़ी पे ही टिकी थी और अपने मोबाइल के स्क्रीन पे पूजा की फोटो पे....
डेढ़ से दो और दो से तीन और तीन से साढ़े तीन बजे पर मेरी फ्लाइट पटना लैंड हुई चार बजे हम पायलट को खूब गरियाये मन ही मन क्युकी अगर वो टाइम से रहता तो हम अब तक अपने घर पे रहते पर फ्लाइट लेट उतरने का कारण था आसमान में घुमड़ते हुए काले काले बादल जो कभी भी बरस सकते थे....
पटना एयरपोर्ट पे भी मैने अपने एक दोस्त को बुला रखा था और मेरे फोन पे पूजा के मैसेजेस का अंबार लगा हुआ था पर एक भी हम खोल कर नही देखे थे....
अपने दोस्त से बाते करते अपने मुहल्ले में पहुंचा और उसने मुझे मेरे गली के बाहर ड्रॉप किया और शाम में मिलना का बोल कर चला गया और हम पहुंचे अपने घर और मेरी जान शायद हमको ही मैसेज करने में लगी हुई थी उधर वो मैसेज भेजी और इधर मेरा मैसेज टोन बजा और अपना जिमी तो पहले से ही तैयार रहता है देह पे चढ़ने को उसका एक अलग ही उत्साह रहता है....
दीदी हमको देखी और जोर से बोली चोट्टा कहिंका कैसे चोर के जैसे आ रहा है पर हमको देख सब कोई लिया था....
हम बोले अरे चोर जैसे क्या सब तो देखा ही हमको आते हुए....वही पूजा अपना फोन साइड में रखी और खड़ी हुई जिसमे भाभी उसकी मदद की और बोली अब तो पूजा रानी को चैन आ गया होगा.....
वो दीदी को बोली चलो जी अब हम लोग का क्या काम....मां के पैर छुए हम और बोले अभी कहा जाइयेगा आप लोग को ही देखना है इसको हम तो फिर चले जायेंगे अभी जब तक ये सिलसिला रहेगा तब तक आप सब को ही देखना है छोटे है हम दोनो सबसे घर भर में.....
भाभी बोली हा बाबा जी अब ज्ञान के जगह अपनी बेचैन बीवी से मिल लीजिए.....
मां बोली जा मुंह हाथ धो ले फिर खाना गरम कर देते है कुछ खाया तो नही ही होगा....हम मां को बोले हा मां आ रहे है फ्रेश हो कर फिर खाते है और हम पूजा का हाथ पकड़े और उसको ले कर चल दिए ऊपर....हम दोनो को जाते देख भाभी फिर बोली जल्दी आना ज्यादा लेट नही करना....अबकी बार पूजा बोली नही अब तो लेट से ही आयेंगे अब आप हम लोग का वेट कीजिए....
उसकी ये बात सुन कर सब कोई हस दिया वही हम बोले अरे छोड़ो उनको वो खाली मजाक करती है.....
पूजा कुछ नही बोली सिर्फ मेरे साथ ऊपर चलती रही और कमरे में पहुंचते ही वो मेरे से लिपट गई और मेरे चेहरे पे चुम्बन का झड़ी लगा दी....वही हम भी उसको अपनी बाहों में समेट लिए और उसके चूतड़ों को थामते हुए उसके चुम्बनो का आनंद लेने लगे....
हमको मन भर चूमने के बाद पूजा बोली गंदे आदमी बताए भी नही की आ रहे है....हम बोले अरे हर बार बोलते है इस बार भी बोल रहे की बिना बताए आने के बाद जो खुशी और हैरानी का मिला जुला असर तुम्हारे इस खूबसूरत चेहरे पे देखने को मिलता है ना वो मिस नही करना चाहते हम....
पूजा मेरे सीने पे मुक्का मारी और बोली आई मिस्ड यू सो मच जान और मेरे साथ साथ ये दोनो भी आपको मिस किया....हम नीचे बैठ कर पूजा के पेट पे चूम लिए और फिर कान लगा कर बोले तब बच्चा लोग अंदर सब ओके ना अब जल्दी से बाहर आ जा फिर घुमाने ले चलेंगे....
पूजा मेरे बालो में हाथ फेरते हुए बोली अभी उसकी मम्मी को घुमाने ले चलिए पर उससे पहले आप खाना खा लीजिए चलिए आप फ्रेश होइए हम नीचे आपके लिए कुछ बनाते है....
हम बोले अरे क्या बनाते है अब रात में बनाना अभी तो मां खाना गरम कर रही होगी वही खायेंगे और आज फ्राइडे है जाते है दुकान और पापा के साथ आते वक्त मटन ले आयेंगे....
पूजा बोली जैसा आपका मन जानेमन पर साथ में हमको भी ले चलिएगा ना....
हम बोले अब शायद ही मां तुमको जाने देगी घर से बाहर...पूजा बोली एक बार आप बोल कर देखिएगा ना गाड़ी में तो जायेंगे....हम बोले हा मेरी जान पर हम जानते है ना चांस बहुत कम ही है....पूजा बोली अच्छा ठीक है हम तो इसी में खुश है की मेरे जान वापिस आ गए मेरे पास आज चैन से सोएंगे आपके बाहों में....हम उसके चेहरे को अपने हाथो में थाम कर बोले ये क्या इतना सिंपल चेहरा कोई श्रृंगार नही....
पूजा बोली अब करेंगे आप आ गए न ऐसे हम किसके लिए सजते सो सिंपल ही रहते है.....
हम उसको ड्रेसिंग टेबल के पास ले कर गए और फिर वो खुद से काजल उठा कर लगाई और फिर लिपिस्टिक हल्के शेड का फिर मेरे तरफ देखते हुए बोली बस हो गया....हम बोले नही अभी बाकी है और उसको क्रीम दिए बोले ये लगाओ और फिर अपने बैग से एक नया परफ्यूम निकाले और फूस फूस कर के दो चार जगह पे पूजा के शरीर पे मार दिए वो उसकी खुशबू सूंघ कर बोली वाह जान कितना अच्छा महक है इसका कहा से लाए....
हम बोले और कहा से ग्वालियर से लाए थे वहा एक कस्टम का दुकान था उसी में से खरीदे....वो हस कर बोली अब नीचे जायेंगे तो भाभी फिर मेरा बैंड बजाएगी....हम उसकी चुचियों को थाम कर दबाते हुए बोले अरे तुम्हारे बैंड को तो केवल हम बजा सकते है कोई और नहीं वो केवल तुमसे मजाक करती है करने दो बस इस बात का ध्यान रखना की कही जाने अंजाने में कोई गलत बात न कह देना उनसे....
पूजा बोली हा जान हमको पता है फिर हम उसकी नाइटी के गले में हाथ डाले और उसकी ब्रा में कैद चुचियों को पकड़ लिए और बोले इनका रस पिला दो थोड़ा जान....उस दिन से दिखा दिखा कर बहुत तरसाई हो....
पूजा एक बार दरवाजे के तरफ देखी और फिर फटाक से अपनी नाइटी को कंधो से नीचे कर के अपनी दोनो चुचियों को ब्रा से बाहर कर दी....और उसके निप्पल मेरे हाथ लगते ही फूल गए थे हम बहुत प्यार से उनको दबाए और फिर मुंह में ले लिए.....मेरे मुंह में लेते ही पूजा एक मादक सी आह भरी और हम लगे दबा दबा कर चूसने....कुछ पलों बाद पूजा धीरे से सिसकियाते हुए बोली जान और फिर मेरे चेहरे को पकड़ कर उठाई और मेरे होंठो पे अपने होंठ रख दी....एक मस्त वाले चुम्बन के बाद वो बोली अभी के लिए इतना ही बाद बाकी रात में....
हम उसकी बाहर लटक रही चूची को अपने हाथो से ब्रा में एडजस्ट कर के बोले रात में तो आज तुम मना करेगी बोलेगी रहने दीजिए पर हम नही मानने वाले इतना दिन से लावा अंदर भरा पड़ा है आज सब ज्वालामुखी के रास्ते बाहर निकाल देंगे....
पूजा मेरे लंड को पैंट के ऊपर से पकड़ कर सहलाते हुए बोली सब मंजूर है जान बस इन दोनो का खयाल रखते हुए जो करना है कीजिएगा चलिए अब फ्रेश होइए फिर आइए नीचे....वो जाने लगी तो हम उसके चूतड़ों पे एक करारा तमाचा लगा दिए तो पूजा कसमसा कर बोली आह जान....
हम बोले इसी का न चाहत हो रहा था तुमको आओ ना आज सब हिसाब चुकता करते है....
पूजा अपनी चूतड़ों को सहलाते हुए निकल गई कमरे से....
हम बाथरूम में घुसे और इधर मेरी जान के नीचे जाते ही भाभी और दीदी उसको फिर से घेर ली और मां को आवाज देते हुए बोली देख रही है मां सुमित के आते ही आपकी बहुरिया का श्रृंगार पटार चालू हो गया आप कितना बोली थी उस दिन पर ये हल्का मेकअप कर के रह गई थी और अभी देखिए तो जरा इसको....
मां कमरे से बाहर आती हुई बोली अरे अब बस भी करो तुम दोनो कब से उसको खाली छेड़ते रह रही है....और पूजा बेटा का ध्यान सुमित से हटे तब ना वो कुछ और सोचे अभी वो आ गया है तो सब ठीक हो गया इसका ये आदत है पहला बार नही है....
और मां पूजा को बुला कर उसके सर पे चूम ली और बोली क्या लगाई है बेटा बड़ा अच्छा खुश्बू है...
तो दीदी बोली लग रहा कोई स्पेशल परफ्यूम लाया है सुमित...
पूजा मुस्कुरा कर बोली हा ले कर आए है एक छोटा सा शीशी में तो वही लगा दिए अच्छा मां इनको आज मटन खाने का मन है तो साथ में हम भी जाए...
तो भाभी बोली अरे नही बच्चा अब कहा अब सीधा पेट फ्री होला के बाद जाना अब नहीं मिलेगा जाने को कही....
पूजा मां से बोली प्लीज ना मां गाड़ी में तो जाना है और फिर तुरंत आ जायेंगे घर में रहते रहते एकदम अंसा गए है जाए....
तो मां मुस्कुरा कर उसके सर पे हाथ फेर के बोली नही बेटा अभी जाने का हालत में नहीं है तू अब थोड़े दिन सह ले फिर घूमने जाना अपने दोनो लल्ला लल्ली के साथ में....
फिर पूजा भी बात को समझी और इतने में हम नीचे आए फिर शुरू हुआ बातो का सिलसिला खाना खा कर हम पहुंचे दुकान वहा पापा और भईया भी देख के खुश हुए और दीदी का बच्चा लोग दुकान के पीछे वाले फील्ड में खेल रहा था....मौसम पहले से ही सुहावना हो रखा था सो मेरे बोलने से पहले पापा ही बोल दिए चल आज मटन बनाते है....
हम बोले अरे पापा हम इसी लिए आए थे आपके पास आप मेरा मुंह का बात छीन लिए....फिर थोड़ी देर दुकान पर रहने के बाद हम और पापा निकल गए जबकि भईया बोला हम आते है रात तक....
घर आने के बाद एक अलग ही ऊर्जा आ जाती है शरीर में इंसान लाख कही चला जाए कमाने को पर लौट कर जब अपनी जन्मभूमि पर आता है ना तो एक बार में ही सारा जीवन का सार उसके आंखो के सामने घूम जाता है बच्चे से ले कर छात्र जीवन और फिर कमाने वाले जिम्मेदार व्यक्ति से ले कर एक अच्छा बाप बनने तक का सफर सब कुछ आंखो के सामने घूम जाता है.....
खैर उस रात खाना खाने का डबल मजा आया क्युकी खाना पूजा, भाभी और दीदी ने मिल कर बनाया था और मां पापा और भईया बच्चा लोग के साथ हम बैठे थे और हमारे आने की खबर सुगंधा रानी को भी मिल गई थी फोन पे....
अब थोड़ा उसके जीवन में क्या उथल पुथल हो रहा है वो भी जान लेते है....
पूजा के पटना आने के पहले से ही पूजा के पापा लगे हुए थे सुगंधा की शादी के लिए पर सुगंधा आगे पढ़ कर नौकरी करना चाहती थी जिसके लिए उसके पापा तैयार नहीं हुए और उसकी शादी लगभग लगभग तय कर दी थी उस वाराणसी वाले लड़के के साथ जिसका नाम अर्जुन है....
जब सुगंधा से फोन पे बात होने लगा तो इत्तफाक से घर में उस समय कोई नही था मम्मी मार्केट गई थी और पापा राहुल के साथ दुकान पे....तो वो सब बात बताई हमको क्युकी सुगंधा के जिंदगी में हम उसके जीजा होने से पहले उसके दोस्त का ओहदा रखते थे इसलिए वो जो बात बताई वो मेरे लिए बहुत हैरान करने वाली थी और जो वादा हमने उससे किया था की तेरी शादी को रोकेंगे वो करना अब और भी जरूरी था....
सुगंधा बताई की अर्जुन के परिवार वालो का प्रगाढ़ संबंध है बुआ से और दीदी की शादी की बात भी उन्होंने ही छेड़ी थी जो पापा और मम्मी वाराणसी गए थे पर जब दीदी ने तुझसे शादी करने का फैसला लिया और राहुल के वजह से जो पूरा बखेड़ा खड़ा हुआ था उस चक्कर में पापा दीदी के साथ जबरदस्ती नही कर पाए और अंततः वो दीदी की शादी के लिए मान गए क्युकी उस वक्त वो अपने दिमाग से नही चल रहे थे शायद वही कारण है की आज भी पापा कई बार जला कटा बोलते है....
अब जब अर्जुन का परिवार वाला पूछा बुआ से पूजा दी के शादी ना करने का कारण तो उसका सारा इल्जाम बुआ सीधे सीधे पूजा दी पे डाल दी ये बोल कर की उसका कहना था की उसको सरकारी नौकरी वाला लड़का चाहिए प्राइवेट वाले से नही करेगी शादी लाख समझाए उसको की तैयारी में है लड़का हो सकता है शादी के बाद नौकरी लग जाए पर वो नही मानी और मेरा भाई भौजाई थक हार के उसका शादी कही और कर दिया....
बुआ उन लोगो से ये बात छुपाई है की दीदी का लव मैरिज है वरना जिस नेचर की अर्जुन की मां है ना वो कभी तैयार नहीं होती इस शादी के लिए....उनको जात पात गोत्र फलाना ढिमकाना से बहुत फर्क पड़ता है बाप रे फोन पे डिस्कशन हम सुने है ना तब ही समझ गए थे की बुढ़िया सठियायेल है.....
हम हस कर बोले बढ़िया ना है तेरी सास को तू अपना दिमाग से ठीक कर देना और का वैसे भी सुनने में आया है की सठियायेल लोग बहुत प्यारा होता है....
सुगंधा बोली अरे भगवान न करे की मेरा शादी वहा हो क्युकी उस लड़का से हमको नहीं करना पर अगर फिर भी बियाह हो गया तो फिर शायद ही हम बाबू मईया के दहलीज पे दुबारा चढ़ेंगे काहे की जैसे पापा एक बोझ के जैसे समझ रहे है हमको ना शादी के बाद तो हम उनके लिए मर ही जायेंगे....
हम बोले अरे बहुत दूर का मत सोच अभी कुछ नही हुआ है और ना होगा क्युकी अब हम और तेरी बहन है बीच में....
तो सुगंधा बोली नही यार तू ये सब में मत ही पड़ना क्युकी बहुत मुश्किलों के बाद तुम दोनो के जिंदगी में शांति सुकून आया है उसको मेरे चक्कर में गवाना मत...हम बोले अरे चल चल अब प्रवचन मत देने लग तू जब समय आएगा तब का तब देखेंगे....
और क्या चल रहा है अभी घर में तो वो बोली....
अब अर्जुन सरकारी इंजीनियर है बरेली में अपना क्वार्टर वगैरह मिला हुआ है तो बुआ इस बार भी अपना उल्लू सीधा करने के चक्कर में उसकी शादी हमसे करवाना चाहती है अब मेरे पापा का सुन वो भी अपनी पहली बेटी से मिले हुए दाग को धोने के चक्कर में उनलोग का हर बात मान रहे है ग्यारह लाख कैश का डिमांड रखा है और बाकी जो सर समान होता है वो सब चाहिए और पापा सब देने के लिए रेडी है....
इस महीने तो बात ही चल रहा और पापा अगर पैसा का जुगाड बैठा लिए तो फिर अगला दो महीना में इंगेजमेंट हो जायेगा.....और इस काम में बड़े चाचा पापा के साथ है बोले है की सब हो जायेगा शायद गांव का जमीन भी पापा बेच रहे है.....चाचा का कहना है की एक बेटी तो हाथ से निकल गई दूसरी को पकड़ के रख अरे क्या क्या बोले बहुत गलत सोच है इन दोनो का पता नही पापा पे क्या जादू कर देते है ये लोग....
ठीक रहते रहते वो भी उनलोगो के तरह ही बात करने लगते है.....अब तो मां भी समझाना छोड़ दी है वो भी मेरी तरह लाचार है अब देख क्या होता है.....
अच्छा ये सब छोड़ अपना बता मेरा भगना भगनी के स्वागत का तैयारी कर रहा है की नही....
हम बोले हा बेटा उसी में तो लगे है पर हमको लगता है उन दोनो से पहले किसी और का स्वागत करना पड़ेगा वो भी अच्छे से....
सुगंधा बोली मतलब....हम बोले कुछ नही तू निश्चिंत रह और बता बिकॉम कर के आगे क्या करना है....
वो बोली झाल बजाना है और क्या करना है....
हम बोले काहे तैयारी शुरू कर दे बैंक का सबसे तेज बहाली होता है इसमें अपनी पूजा का देखी ही है तो बस लग जा और बाद बाकी जिंदगी में तो चूतियापा चलता ही रहेगा पर अपना जो काम है वो करते रहना है....
सुगंधा बोली अब क्या बोले चल एक बार मिलेंगे तुम दोनो से आ कर तब डिसाइड करेंगे फिर थोड़ा देर और इधर उधर का बात हुआ और फोन कट गया....
अब ये बात हम पूजा से अभी डिस्कस करे की नही यही सोच रहे थे पर फिर सोचे की मेरी अर्धांगिनी है उससे बात कर के ही कुछ करना होगा और अब इंतजार था ऊपर कमरे में जाने का.....
Agle update me pata chal jayegaबहुत ही शानदार अपडेट है सुमित ने पूजा को बिना बताए घर आकर बहुत बड़ा सरप्राइज दिया है पूजा बहुत खुश हैं लेकिन पूजा का बाप और उसकी बुआ नही सुधरने वाले ये दोनो कुत्ते की पूंछ है कितना भी सीधा कर लो रहेंगे टेडे के टेढ़े। सुगंधा ने सुमित को सब कुछ बता दिया है देखते हैं अब सुमित क्या करता है क्या वह सुगंधा की शादी रोक पाता है या नही ??