अपने ट्रांसफर की खबर पा कर तो मेरी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा दिल दिमाग सब हैंग सा हो रहा था समझ में नहीं आ रहा था की क्या करे और सबसे जरूरी बात की ये खुशखबरी पूजा डार्लिंग को कैसे सुनाऊंगा....वो तो बावली हो कर कूदने ही लगेगी और पापा का तो ये सीना चौड़ा होगा की उफ्फ मोहल्ले से जब रोज सुबह निकलूंगा ऑफिस के लिए तो मजा ही आ जायेगा आमने सामने वालो का....
खैर उस दिन ऑफिस में कुछ देर तक रुका और लगभग लगभग अपने हिस्से की सारी पेंडिंग फाइल्स को निपटा कर खतम किया और फिर लग गया अपनी कवायद में की सब कुछ कैसे प्लान करना है और ये खुशखबरी अपने घर में कैसे बतानी है उसके लिए हम अलग ही शैतानी खोपड़ी लगा रहे थे......
उस दिन जब ऑफिस से अपने फ्लैट पर आते वक्त पूजा से जब बात हो रही थी तो हम एकदम नॉर्मल थे अपनी जान को जरा भी शक नही होने दिए की हम उसके पास आ रहे है....
पर अभी इस खुशी के सामने एक दुख खड़ा था सुगंधा का छेंका उसका कुछ भी उपाय नहीं सूझ रहा था ना हमको ना पूजा को....
रात में खाना खाते वक्त हम पूजा से पूछे की अर्जुन का नंबर जुगाड हो सकता है क्या सुगंधा से पूछना ना....तो पूजा हस के बोली नंबर वो नही ली है वो कई बार फोन किया है राहुल के मोबाइल पे ऐसे ही हाल चाल लेने के लिए पर राहुल भी चंठ है वो बोला की मेरी दोनो बहन में से किसी को भी शादी के पहले मोबाइल नही मिला था....
बेचारा का मुंह ही बन गया अब छेंका के समय देखिए कुछ न कुछ करेगा ही राहुल बता रहा था की बातो से एकदम डिस्परेट लगता है जैसे कभी लड़की से बात ही नही किया हो....
हम बोले पता नही साला को क्या चूल मचा है....भोसड़ी वाले को अपनी सुगंधा ही मिली थी.....उसके जितनी सुंदर लड़की वैसे बंदर के हाथो ब्याही जा रही है भगवान भी न कभी कभी गजब गजब खेला रच देते है....
पूजा चुटकी लेते हुए बोली एई ऐसे बोलिएगा होनेवाला साढ़ू भाई है ना....
हम बोले लौड़ा का साढ़ू भाई हट अब मेरे मुंह से गाली ना निकलवाओ ऐसे ही बेचारी सुगंधा का सोच सोच के हम परेशान है....
पूजा बोली अरे मेरी जान आप काहे परेशान हो रहे है जो होगा अच्छा ही होगा अब पापा पैसा दे आए है तो ये सच्चाई को अब हमे मानना ही पड़ेगा की सुगंधा का शादी अर्जुन से ही हो रहा है....
हम बोले नही जान अभी से मोहर मत लगाओ इस बात पे समय कब अपना चाल चल दे कोई नही जानता है और देखना मेरा दिल कहता है कि ये शादी नही होगा....
पूजा बोली जान मेरे क्या हो गया आपको आज इतना परेशान क्यू है....
हम बोले अरे नही जान ऐसा कुछ नही है तो पूजा बोली हम समझ रहे है पर करे भी तो क्या करे....
हम बोले अच्छा अभी फिलहाल जाने दो ये बताओ मेरा बेटा बेटी कैसा है....तो पूजा बोली अरे मत पूछिए बाहर आने से पहले ही दोनो में खूब लड़ाई होता है अब हमको नहीं लगता की ज्यादा दिन दोनो अंदर रह पाएगा...
हम बोले वाह ये सही हुआ दोनो बच्चा मेरे पे गया है तुमको तंग करने में माहिर है
पूजा बोली हम्म आपका ही अंश ना है दोनो में तो फिर पर बाहर आने के बाद ये दोनो को ले कर हम भोपाल आ जाएंगे क्युकी हमको आपके बिना नही रहा जाता है....
हम बोले हे भगवान घूम फिर कर तुम्हारा सुई मेरे तरफ ही घूम जाता है....तो पूजा फोन पे ही चूम कर बोली मेरी दुनिया ही आप है तो फिर आप ही में घूम फिर कर हम आपके तरफ ही न आयेंगे माय लव माय डार्लिंग माय जान
हम भी उसको चूम कर बोले हा जान पता है इसलिए तो इतना प्यार करते है तुमसे पर फिर भी हमको वो कम ही लगता है तुम्हारे लिए मेरा बस चले तो दुनिया की हर खुशी तुम्हारे झोली में डाल दे....
पूजा बोली आपका इतना प्यार ही नही संभलता हमसे जान जितना आप करते है ना हमको प्यार वही बहुत है मेरे लिए अब बस आप ये चार दिन का दूरी को खतम कर के जल्दी से मेरे पास आ जाइए फिर हम आपको अपना प्यार देंगे....वैसे अपने बॉस से इस महीने के बारे में बता दीजिएगा की अचानक से जाना पड़ सकता है तो उस टाइम कोई नौटंकी नही करे....
हम बोले अरे सब कुछ सेट है जान तुम टेंशन फ्री रहो और फिर थोड़ा देर हम दोनो अपने प्यार के सागर में और गोते लगाए और फिर सो गए.....
अगली सुबह सबसे पहले अपने अपार्टमेंट के सेक्रेटरी साहब को अपने फ्लैट छोड़ने के बारे में बताए और उसके बाद एक पैकर मूवर वाले से बात किए सब सामान का पटना पहुंचाने का इंतजाम किए और फिर बस सब रेडी था भोपाल में अपना दाना पानी इतने दिनो तक ही था....उसके बाद ऑफिस पहुंचा ही था की तिवारी अंकल का कॉल आया....हम उठाए तो वो सीधा बोले और बेटा कब आ रहा है पटना ट्रांसफर ऑर्डर तो मिल ही गया होगा और तुझसे बड़ा राजदार नही देखे हम बताओ तुम अजहर भाई का काम भी कर दिए और दोनो मिया बीवी मिल के मेरे बारे में क्या क्या सोच लिए थे सच बता रहे है मेरे जगह अगर तेरा बाप होता ना तो दौड़ा दौड़ा के पहले पिटता समझा....
हम हस कर बोले अरे माफी अंकल पर क्या करे ये सब पचड़ा में नही फसना चाहते थे हम पर फिर सोचे की लाइफ में कभी कभी ऐसा रिस्क उठाना चाहिए पर मेरा ट्रांसफर के लिए आप जितना किए उसके लिए उमर भर आपके आभारी रहेंगे हम आप नही जानते कितना बड़ा टेंशन आप दूर कर दिए है मेरा तो चलो दूर हुआ ही पर पूजा....
उफ्फ जब पूजा को पता चलेगा तो फिर देखिएगा वो क्या करेगी अभी तो ये बात बताए ही नही है सरप्राइज़ देंगे और हा आप भी मत बताइएगा....तो तिवारी अंकल बोले अरे क्यू अभी तेरा बाप आएगा और मेरा माथा खायेगा पूरे आधे घंटे तक....
हम हस कर बोले बस तीन चार दिन अंकल हम पटना पहुंच रहे है फिर दोनो कोई मिल कर खुशखबरी देंगे....तो वो बोले चल ठीक है आजा फिर...
हम बोले एक बार फिर से बड़ा वाला थैंक्यू अंकल...तो वो बोले चल अब हो गया ज्यादा फॉर्मेलिटी निभाने का जरूरी नही है पर जब यहां आएगा तो एक बढ़िया वाला पार्टी चाहिए जिसमे तेरा बाप भी रहेगा.....
तो हम बोले अरे अंकल जरूर एकदम मस्त मटन बनेगा और बढ़िया बसमतिया चावल तो अंकल बोले अरे सुन सुन बसमतिया चावल खाली मिट भात से नही होगा साला इतना बढ़िया जुगाड बिठाए है ऐसे ही सूखे सूखे निपटा देगा......लाल पानी भी रखना और तेरे बाप की जिम्मेदारी मेरी वो कुछ नही कहेगा या फिर तू केवल मेरे को पकड़ा देना बाद बाकी हम समझ लेंगे.....
हम बोले चलिए डन रहा आपका पार्टी.....
उस दिन अपने ऑफिस से रिलीविंग लेटर ले लिया और उसके बाद जो इक्के दुक्के कलीग जिनसे दोस्ती जैसा था उनको भी जाते जाते पार्टी दिया और अगले दिन घर का सब सामान ट्रक पे लोड हो गया उसको पटना पहुंचने में एक दिन का टाइम लगने वाला था और हम अपने गार्ड भाई से मिले और ये वादा किए की जब भी मौका लगेगा भोपाल आने का तो आपसे जरूर मिलेंगे और वो भी बोला की अगर हमको कोई बेटर ऑप्शन मिलेगा उसके लायक तो जरूर बताने ताकि वो भी अपने परिवार के साथ भागलपुर या पटना शिफ्ट हो सके....
उससे विदा ले कर पहुंचे रेलवे स्टेशन क्युकी अपनी सवारी आज ट्रेन थी आज फ्लाइट नही लिया और वैसे भी समान पहुंचने तक तो ये राज राज ही रखना था ना....हम तो पूजा का खुशी से हैरान चेहरा देखने को बेताब थे अंदर ही अंदर गुदगुदी हो रही थी
ऐसा लग रहा था की सब कुछ फिर से शुरू करने जा रहे है....अब जब पटना में ड्यूटी ज्वाइन करूंगा तब ही चैन आएगा इस बेचैन दिल को...
इन सब खुशी के पल समेटने के चक्कर में हम ये भूल ही गए की हम ट्रेन में है और अपनी जान का वीडियो कॉल उठा लिए और वो ट्रेन के अंदर का सीन देख एम बोली अरे आप पटना आ रहे है जान वाओ लेकिन एई कितने गंदे है आप हर बार की तरह इस बार भी सरप्राइज़ देना था....हम हस कर बोले अरे पगली पहले मेरा बात तो सुनो अभी हम पटना नही दिल्ली जा रहे है ऑफिस के काम से दो और लोग है दूसरे बोगी में....
मतलब हम अगर ट्रेन में है तो तुम्हारे पास ही रहे है हा... पगली कहिंकि अपनी जान के पास आना हो तो ये धीमी धीमी छुक छुक गाड़ी काहे को लेंगे उड़ के ना आ जाते तुम्हारे पास....
तो पूजा मुंह बना के बोली क्या जान हम तो ऐसे ही खुश हो गए थे की आप मेरे पास आ रहे है....
सबर करो दिल्ली से ही फ्लाइट है मेरा हम वही से पटना आ जायेंगे तुम्हारे पास और अबकी बार आयेंगे तो फिर तुम्हारे ये दूदू का हाल बुरा करने वाले है हम....
पूजा बोली भक्क ये सब बोल के आप खाली मेरे को तंग करते है आप जब यहां रहा करिए फिर ये सब बोला कीजिए...
हम बोले अरे वहा रहेंगे तो बोलेंगे क्यू डायरेक्ट करेंगे ना पगली
तो पूजा भी हस दी फिर बोली दिल्ली से पक्का ना यही आइएगा ना...हम बोले हा जान बस कल शाम तक वेट कर लो मेरा..तो पूजा बोली बस अब आ जाइए आप फिर थोड़ी देर बात करने के बाद फोन कट गया..
अभी थोड़ी देर ही हुआ होगा पूजा से बात किए की वो दुबारा से कॉल की हम उठाए तो वो बोली पापा घर पे आए थे सुगंधा के छेंका में आने के लिए बोल गए है 21 तारीख को है....
हम बोले अरे सन्डे को मतलब चार दिन बाद ही तो वो बोली जान आज का दिन तो निकल गया ना अब तीन दिन है मान के चलिए और पापा आज ये भी बोले की सग्गू को खरीद्दारी करवा देने पर मां बोली की अभी तो भरा हुआ पेट ले के कही जाने से रही पर वीडियो कॉल पे देख के सब खरीदवा देगी पूजा बेटा....तो पापा बोले आपके बारे में की सुमित बेटा को भी फोन करेंगे क्युकी वो ही ले जायेगा सुगंधा को काहे की उसका जिद है की कपड़ा लत्ता जो सब लेना है वो अपनी बहन बहनोई के साथ जायेंगे लेने....
पापा शायद अब कल ही फोन करेंगे या फिर आज ही कर दे पर जो भी हो आप सुगंधा के साथ चले जाइयेगा कम से कम वरना वो ऐसे ही परेशान है और ज्यादा न हो जाए कही....तो हम बोले अरे नही हम आ रहे है ना चले जायेंगे और अगर मां से परमिशन मिल गया तो तुमको भी ले चलेंगे तो पूजा बोली नही जान ये परमिशन बचा कर रखेंगे अपनी सग्गू के छेंका में जायेंगे डायरेक्ट...मां पापा जायेंगे ना तो हम भी चलेंगे पहले तो मां मना कर रही थी पर फिर पापा बोले की हम जायेंगे आराम आराम से ले के चलेगा सुमित गाड़ी में से....
हम बोले चलो फिर सब सेट है हमको आने दो फिर पहले तुमसे निपटेंगे अच्छे से फिर तुम्हारी बहन से....
तो पूजा बोली एई मारेंगे ना डबल मीनिंग बात किए मेरे से तो....
मां आपको ठीक बोलती है कभी कभी....हम बोले क्या बोलती है मां चोट्टा...तो पूजा हस दी और बोली देखे अपना निक नेम कोई नही भूलता है
हम बोले अच्छा बेटा आने दो फिर यही चोट्टा कहा कहा चिमटी काटेगा ना तब पता चलेगा
तो पूजा एक अदा से बोली हाय जान आप ऐसा बात मत किया कीजिए बेचारा तकिया का दम घुट जाता है....
हम बोले आह हा खुशकिस्मत है तकिया खैर अभी तुम आराम करो तब तक हम सुगंधा से बात कर ले थोड़ा....
फिर पूजा का फोन रख के सग्गू को कॉल लगाए तो मम्मी उठाई और बोली अभी सोई हुई है वो बेटा और कब आ रहा है पटना तो हम बोले रास्ते में है मम्मी कल दिल्ली और फिर शाम तक पटना....तो मम्मी बोली बढ़िया है फिर सग्गू के छेंका में आना है और पूजा बेटा को भी लाने का कोशिश करना बेटा आराम आराम से...तो हम बोले अरे मम्मी वो आयेगी आप निश्चिंत रहिए फिर हम बोले मम्मी आप पापा से बात की थी अर्जुन के बारे में तो वो एक लंबा सास छोड़ते हुए बोली एक मिनट बेटा.....
शायद वो घर से बाहर गलियारे में आ गई और फिर बोली हा बेटा किए थे बात और मम्मी ने उस रात जितनी बाते अर्जुन के बारे में पापा से पूछी थी वो सब हमको बताई....फिर वो बोली की तुम तो जानते ही हो अपने ससुर के आदत को जहां थोड़ा दबाव दो कोई चीज को ले कर तो मार पीट पर उतारू हो जाते है पर इस बार हम भी सोच ही लिए है की इनका हेकड़ी निकालना है खाली बहिन और भाई के बात पे मेरी बच्ची का जिंदगी नरक नही बनाने देंगे इनको......जहां छेंका का प्रोग्राम है वहा पे सब परिवार का ही रहेगा और वही पे ये बात हम उठाएंगे काहे की हम जब अर्जुन की मां से बात करने का कोशिश किए तो इसकी बुआ बात नही करने दी ये बोल के की जब घर का गार्जियन सब बात कर के चला आया तो फिर आपको क्या जरूरत है ये सब पूछने का....
और जब हम बोले की आप काहे रोक रही है सुगंधा मेरी बेटी है तो हम नही पूछ सकते है तो पूजा के पापा आग बबूला हो गए.....
उस समय तो हम चुप कर के रह गए पर ठान लिए है की भेद तो खोल कर रहेंगे अबकी बार तमाशा होगा ये हम बता दे रहे है बस जहां पे कमजोर पड़े वहा पे तुम लोग पीछे से बोलना पर ये तो तय है की सुगंधा का शादी अर्जुन से नही होगा....
ये सब बात बोलते बोलते मम्मी बहुत हाइपर हो गई थी फिर हम उनको समझाए की आप शांत हो जाइए मम्मी पहले तो और ये बात आप अकेले नही हम लोग मिल कर पूछेंगे बुआ जी से तो मम्मी बोली उसको बुआ जी क्या बोलना वो एक नंबर की डायन है हरामजादी तो हम हस कर बोले अरे बाप रे मम्मी बस बस गुस्सा उस दिन के लिए बचा कर रखिए....
फिर मम्मी भी हस दी और बोली अच्छा फिर कल पहुंचो पटना फिर करना बात सुगंधा से और उसको भी समझाना थोड़ा अंदर ही अंदर वो कुढ़ रही है पर ऊपर से दिखा नही रही....तो हम बोले आप बेफिक्र रहिए आने तो दीजिए हमको पहले फिर मिल के करते है उपाय......
अगले दिन दोपहर में हम पटना पहुंचे और सीधा पहुंचे दुकान पे और वहा पे पापा और भईया से मिल कर उनको अपने ट्रांसफर का खबर दिए तो पापा बहुत ज्यादा खुश हुए और वो तुरंत तिवारी अंकल के दुकान के तरफ जाने लगे तो हम बोले उनको पता है सब कुछ दोनो कोई साथ में चलेंगे पहले मेरा बात सुनिए अभी ये बात पूजा को नही बताए है तो फिर अपना खुशी को कंट्रोल कीजिए तो पापा बोले अरे साला एकदम बकलेढे रहेगा का बे जिंदगी भर वो बच्ची को तो तुझको सबसे पहले ये खबर देना चाहिए था कैसा लवर लौंडा है तू....
हम पापा का बात सुन के हस के बोले अरे पापा क्या आप भी....बताते है पहले अभी समान आएगा भोपाल से ट्रक में यही दुकान का एड्रेस दिए है तो भईया आप ना वो सब सामान अपने घर में उतरवा लीजिएगा जब पूजा और मां को बता देंगे फिर सब सामान ले जायेंगे.....
तो भईया मुस्कुरा के बोला ठीक है पर कम से कम अपन भाभी के तो बता दे....तो हम बोले हा अभी जायेंगे तो बता देंगे और हा ट्रक वाला अभी रात तक पहुंचेगा तो सब करवा लीजिएगा और इसमें मेरा कोई रोल नहीं है वरना भांडा फूट जायेगा.....तो पापा बोले अरे हा भाई हो जायेगा हम भी रहेंगे वैसे भी तिवरिया आज नौटंकी करेगा काहे की उसको बहुत पेरे है हम तेरे ट्रांसफर एक चक्कर में......चल अब तिवारी से थोड़ा भेंट कर आते है.....फिर दोनो कोई पहुंचे तिवारी अंकल के पास वहा भी थोड़ा बात हुआ और उसके बाद पापा हमको बोले तू निकल घर और अपनी मां से बोल देना की थोड़ा लेट आयेंगे घर हम....
वहां से हम निकले घर की तरफ और रास्ते में एक डेरी मिल्क चॉक्लेट ले लिए और पहुंचे अपने घर जहां पे पूजा, भाभी और मां सब कोई मां के कमरे में थी और जिमी हमको देख के अपना एक्टिव मोड में आ गया और उसको हल्ला करते सुन के भाभी बाहर आई तो हमको देखी और चिल्ला के बोली पूजा कहा हो देखो तो कौन आया है और ये सुन के पूजा अंदर से बाहर आई मां के साथ में और वो खुश होते हुए अपना होंठो से पाउट वाला पोज बनाई और हम मां के पैर छुए तो मां आशीर्वाद दी और भाभी बोली अरे अभी से ही मुंह बना रही है ऊपर जाना फिर करना ये सब तो हम भाभी को बोले क्या भाभी आप भी रोमांस का एकदम कबाड़ा कर देती है....तो भाभी बोली अच्छा अभी मां समझाए की कबाड़ा कैसे होता है.....
तो मां बोली अरे ना ना इसका तो आदत ही है मुंह आंख मटकाते रहती है फोनवो पर तो यही सब करते रहती है देखते नही है हम....पर सब ठीक है सब माफ है...
तो भाभी बोली ठीक है भाई माफी देई दा हमरा तोहर रोमांस बिगाड़ देलूआ हम
बाकी ई बताइए इतना बड़का बैग कौन खुशी में लाए है दुसरकी उठा के ले आए का भोपाल से....
पूजा तुनक कर भाभी को बोली बै भाभी क्या बोलती है आप भी भक्क तो भाभी जोर से हसी और बोली अरे हमरी देवरानी तुरंत में गुस्सा जाती है....फिर मां बोली हा बेटा ये बैग हम बोले अरे सब सवाल जवाब यही द्वार पे ही करना है अंदर तो आने दो पानी पीने दो दिमाग अस्तिर होने दो फिर ना बताएंगे....
तो मां भाभी पे गुस्सा करते हुए बोली तुम भी न आते आते उसके माथे पे चढ़ जाती है खाली मजाक लईका थका हारा आया है ये नही की हाथ से बैग ले के रखे पहले फिर बतियाना....फिर हम बैग नीचे रखे और सूटकेस बगल में सरकाए और फिर पूजा का हाथ पकड़ के वही सीढ़ी पे बैठ गए और लंबा सास छोड़ते हुए बोले जिसका डर था वही हुआ मां....
अब तक सब का खुशनुमा चेहरा ये सुन कर एकदम गंभीर हो गया पूजा बोली एई क्या हुआ ऐसे काहे बोल रहे है आप....
मां भी पूछने लगी हा बेटा ऐसे काहे बोल रहा है का हुआ और भाभी केवल मेरा मुंह देखे जा रही थी और उनको देख के मेरे को अपना हसी रोकना मुश्किल हो रहा था.....
हम बोले पिछले दिनों इतना छुट्टी लिए की सब के नजर में आ गए और भोपाल से सब खतम हो गया अब....
ये सुन कर पूजा हमको जोर से हिला कर पूछी क्या बोल रहे है आप क्या हुआ साफ साफ बताइए ना ऐसे डराइए मत....वही मां बोली अरे क्या हुआ है बोल साफ साफ....हम थोड़ा सा रोने जैसा आवाज में बोलते हुए खड़े हो गए क्या साफ साफ बोले मां सब खतम हो गया भोपाल से और अब पूजा लगी रोने वही मां मेरे कंधे पे हाथ रख के घबराई हुई बोली ए बेटा ई का बोलते है तू पगलईले का तू....
वही भाभी अभी भी मेरा मुंह देख रही थी पर घबराई हुई वो भी थी और इन तीनो का ये चेहरा अब हमसे देखा नही जा रहा था और ना ही ज्यादा देर एक्टिंग हो पाता हमसे इसलिए चिल्ला कर बोले भोपाल से खतम हो गया मतलब ट्रांसफर हो गया वो भी पटना में और क्या
मां लगभग लगभग रोने को थी पर मेरा बात सुन कर वो पास में पड़ा हुआ पानी कांचने वाला वाइपर उठाई और दो तीन चिपका दी हमको....वही भाभी बोली कितना बड़का ड्रामेबाज है जी सब का प्राण सुखा दिए थे....
वही मां पूजा को चुप कराने में लगी थी और हम जब उसके पास जाने लगे तो मां वापिस से वो वाइपर उठाई पर मारी नही और बोली कुत्ता....चोट्टा कहिंका कितना अच्छा मन से बैठी हुई थी लड़की और आते के साथ रुला दिया....आने दे बाप को तेरे तब तेरा क्लास लगवाते है हम कुछ दिन में दो बच्चा का बाप बनेगा और अभी तक मजाक ही सूझते रहता है....हम हस्ते हुए बोले अरे मां अब गुस्सा थूक दो बेटा हमेशा के लिए पटना आ गया है थोड़ा भी खुश नही हो क्या....
तो मां से पहले पूजा बोली कितने गंदे है आप इतना अच्छा न्यूज आप ऐसे मनहूस जैसा बताए सारा खुशी बिगाड़ दिए आप....तो हम उसको साइड से अपने से चिपकाते हुए बोले तो अब खुश हो जाओ अब सब सेट है....रोज पटना मजिस्ट्रेट ऑफिस ने ड्यूटी रहेगा सुबह दस बजे जाना है और शाम पांच बजे तक लौट आना है अब तो ये फोन पे मुंह बनाने का जरूरत नहीं पड़ेगा...
फिर तीनो त्रिमूर्ति हस दी और हम बोले ये बैग में सब कपड़ा है वहा का फ्लैट वगैरह सब खाली हो गया और समान रात तक आ जायेगा ट्रक से कल ही चला है और मेरा 29 को ज्वाइनिंग है यहां तब तक हम छुट्टी पे है....पूजा अभी भी मुंह बनाए हुए थी तो हम बोले क्यू मैडम अब तो खुश हो जाओ....तो पूजा एक मुक्का मारी मेरे कंधे पे और बोली गंदे आदमी....हम हस कर उसको बोले अब हो गया अच्छा इतना रुलाए उसके एवज में ये लो और अपने जेब से चॉकलेट निकाले और उसको पकड़ाए
फिर मां पूजा के आंखो के कोनो पर अटके आंसुओ को पोंछती हुई बोली चल अब खुश हो जा बेटा....
तो भाभी बोली चलिए मां अब सब ठीक है फिर मां बोली जा कपड़े बदल ले और ये बता क्या खायेगा तो हम बोले अरे कुछ बनाना नही है बाहर से मंगवाते है तो मां बोली मारेंगे ना अभी बाहर से कुछ नही जो खाना है बोल घर में बना देंगे बाहर का नही अभी पूजा बेटा पे ध्यान देना है....
फिर मां पूजा को बोली जा बेटा तू इसके साथ ऊपर कमरे में नीचे हम और बहु कुछ बना देते है फिर रात का खाना में कुछ अच्छा सा बनाएंगे खुशी का मौका है.....ऊपर कमरे में घुसते ही हम पूजा को अपने बाहों में भर लिए और उसके होंठो पे चूम कर बोले आई मिस्ड यू सो मच मेरा जान....वो मेरे नाक पे दात से काट के बोली गंदे आदमी कितना अच्छा खबर आप साथ में ले कर आए थे और उसको ऐसे सुनाए की सारा मजा खराब कर दिए....हमको एकदम डरा दिए थे आप....हम हस कर उसके चूतड़ों को दबाए और बोले कोई बात नही अब हम कही नही जा रहे है यही है तुम्हारे पास बस अब इस खुशखबरी का इनाम तो दे दो तब से तुम्हारे इन होंठो को देख के मेरा मुंह ललच रहा है....
पूजा मुस्कुरा कर मेरे होंठो से अपने होंठ जोड़ दी और एक मस्त वाले चुम्बन के बाद जब वो अलग हुई तो हम बोले आ हा जान इतना जल्दी क्यू अलग हो गई अभी तो मूड बनना शुरू हुआ था तो पूजा बोली हा हम सब महसूस कर रहे है जान पर अभी हम ज्यादा देर खड़े नही रह सकते और हम उसको देखे तो पूरे पसीने पसीने हो गई थी तो हम तुरंत उसको बिस्तर के कोने पे बिठाए और बोले सॉरी जान क्या करे तुमसे जब भी सामना होता है कंट्रोल ही नही होता तुम हो ही इतनी सेक्सी
तो पूजा बोली हा जान और आप मेरे सेक्सी हब्बी
वैसे ये ट्रांसफर का कैसे किए आप तो हम बोले अरे हम नही पापा और तिवारी अंकल किए है फिर पूजा को सब बात बता दिए सिवाय अजहरुद्दीन के काम वाली बात के...
सब जानने के बाद पूजा बोली तिवारी अंकल जब मिलेंगे तो उनको थैंक्यू बोलेंगे हम आखिर इतना बड़ा काम किए है वो मेरी जान को मेरे पास भेज दिए हमेशा के लिए और पापा को भी आखिर तिवारी अंकल को बोले तो वही ना इतना बार....तो हम बोले हा जान बोल देना पर पहले हमको मेरा बेटा बेटी से तो मिलाओ और हम उसको वापिस से खड़ा किए और उसकी नाइटी को उठाए और नीचे उसने आज पेटीकोट पहन रखा था....तो हम बोले ये क्यू पहनी है तो वो बोली अरे आप नही रहते है तो हम पहन लेते है ऐसे ही रहने में अच्छा नही लगता भाभी को तो आप जानते ही है और कभी कभी पापा रहते है नीचे तो फिर अच्छा नही लगता है आर पार सब दिखता है इसलिए पर अब आप तो पहनने दीजिएगा नही और वैसे भी हमको आज तो सोना है आपके बाहों में घुस के....तो हम बोले अरे पगली ये दोनो को देखो मुंह निकाले खड़ा है ये दोनो को ले कर तुम करवट कैसे बदलेगी पर हम है ना अपनी जान को हम सुला लेंगे अपने बाहों में उसका टेंशन तुम मत लो
और फिर हम उसके नाइटी को उपर किए और उसको बिस्तर पे बिठा कर उसके पेट पे चूमे और फिर उसपे कान लगा कर बोले तब बच्चा पार्टी अंदर सब ठीक ठाक सुने की बहुत परेशान कर रहा है तुम लोग अपनी मां को बाहर आएगा तो बेटा क्लास लगा देंगे हम इसलिए आज से परेशान करना बंद कर दे और जल्दी जल्दी बाहर आजा फिर दोनो के साथ खूब खेलेंगे दोनो कोई....
तो पूजा मेरे सर पे हाथ फेरते हुए बोली क्लास लगाने वाला बात मां के सामने बोलिएगा ना चाहे पापा एक सामने आपका ही क्लास लग जायेगा तो हम दुबारा से उसके पेट पे चूम कर उठे तो वो बोली ये लोग जब तक अंदर है तब तक सो लीजिए आराम से फिर जब सामने रहेगा तो सोने नही देगा दोनो कोई देखिएगा.....
हम बोले हा तो फिर पिटाएगा दोनो और का....पूजा हस कर बोली पागल आदमी....फिर हम पूजा की चुचियों को पकड़ कर बोले अच्छा इनका क्या हाल है दूध तो खूब सारा जमा हो गया होगा तो पूजा बोली हा एकदम स्टोर कर के रखे हुए है वो खुद ही डिस्चार्ज होते रहता है दो तीन ब्रा में दाग पकड़ लिया है अबकी बार जब मार्केट जायेंगे तो लेंगे....
हम बोले अरे अब ब्रा का क्या जरूरत है ऐसे ही रहना...तो पूजा मेरे सीने पे चूम कर बोली आपका बस चले तो हमको नंगी ही रखिएगा...हम बोले बस कुछ दिन और वेट करो फिर रखेंगे ही देख लेना....पूजा बोली ठीक है मेरे जानेमन फिलहाल चलिए आप फ्रेश हो लीजिए फिर नीचे चलते है साथ में खायेंगे इतने में भाभी कमरे के बाहर से आवाज दी....लैला मजनू हम अंदर आए ना की रुके अभी....तो पूजा अपना नाइटी नीचे की और हम बोले बिलकुल नही आना है आपको कबाब में हड्डी इंसान....तो भाभी धड़ाक से दरवाजा खोल कर अंदर घुसी और एक बड़े कटोरी में मैगी टेबल पे रखते हुए बोली हा हा हम नही बन रहे कबाब में हड्डी बैठ के लगे रहो दोनो अभी से ही वैसे भी पूजा रानी का कोटा अभी भरा नहीं होगा...
तो पूजा शरमाते हुए जोर से हस कर बोली बै भाभी आप ना खाली भक्क....तो भाभी बोली हा ध्यान से ज्यादा जोर से नही बोलो ई लपरझंडिस के चक्कर में और वहा से चल दी वो नीचे.....हम बोले कबाब में हड्डी है आप और फिर उनके जाने के बाद हम पूजा को बोले तुम मैगी खाओ हम फ्रेश हो कर आते है तो वो बोली नही जान आप पहले फ्रेश हो कर आइए फिर साथ में खायेंगे....फिर हम अपना शर्ट का बटन खोलते हुए उसको देखने लगे तो वो मेरा हाथ रोकी और खुद से मेरे कपड़े उतारने लगी और कुछ ही पल में हम पूरे नंगे खड़े थे उसके सामने और वो मेरे लंड को अपने हाथो में पकड़ के एक बार सहलाई और बोली बेचारा का बनवास चल रहा है अभी पर कोई नही थोड़ा दिन और फिर तुझको तेरी सहेली से मिलवाते है हम....हम उसके माथे पे चूम कर बोले वो आराम से वेट कर लेगा जान पर जिस दिन उसका इंतजार खत्म होगा तुम्हारी मुनिया का खैर नहीं....
तो पूजा बोली हा जान कोई दिक्कत नही पर अभी ना हम झुक नही पाते अच्छे से तो आपकी मुनिया का साफ सफाई नही हुआ है सो अभी उसको माफ करिएगा तो हम बोले कोई बात नही कल सुबह हम खुद कर देंगे तो पूजा बोली आप मेरे मुंह का बात छीन लिए.....जब से आप आदत लगाए है चिकनी रखने का तो हमको भी अच्छा नही लगता.....फिर हम बोले चलो अब आते है और तब तक तुम ये चॉकलेट खाओ तो वो बोली आप हो कर आइए ना तो हक बोले अरे खाओ ना ये हम आ रहे है तुरंत और फिर हम घुसे बाथरूम में और नहा कर वापिस कमरे में आए तो पूजा मेरा कपड़ा निकाल दी थी पहनने वाला वो पहने और हम देखे की ना वो चॉकलेट खाई है ना ही मैगी तो हम बोले सब मैगी ठंडा हो गया होगा तो वो बोली नही जान गरम है थोड़ा उतना में हम लोग खा लेंगे....फिर हम पूजा को अपने दोनो पैरो के बीच में अपने गोद में बिठाए और वन हाथ से उसको भी मैगी खिलाए और खुद भी खाए फिर पूजा बोली चॉकलेट रहने दीजिए रात के लिए अभी चलते है नीचे.....
तो हम बोले अरे अभी नीचे नही जा रहे अभी थोड़ा बात करना है सुगंधा के बारे में....और फिर हम उसको उसकी मम्मी से हुआ बात के बारे में बताए तो पूजा चिंता करने लगी की पता नही कैसे क्या होगा और मां का भी कहना सही है आखिर शादी क्यू नही हुआ उतने दिन में कुछ तो बात है पर ये बुआ ना बुआ नही है सही में डायन है पता नही क्या चाहती है वो....
हम बोले अच्छा वो तो उस दिन मालूम चल ही जाएगा वैसे कल सुगंधा के साथ बाजार चलेगी ना....तो पूजा बोली नही जान हम नही जायेंगे आप हो आना मां एकदम नही जाने देगी और हम भी नही चाहते की अभी के स्टेज में कोई भी दिक्कत परेशानी हो....
हम बोले चलो ठीक है पर वीडियो कॉल पे तो रहेगी ना तो पूजा बोली हा वो तो रहेंगे ही....
तो हम बोले फिर तुम्हारे ये दूध ढकना कैसे लेंगे....पूजा बोली क्या दूध ढकना...हम हस कर बोले अरे तुम्हारी ब्रा जानेमन और उसकी दोनो चुचियों को दबा दिए तो कसमसा कर बोली आह जान उफ्फ आप मार्केट में रहिएगा तो वो आप जानिए कैसे लेना है और हम जानते है आप ले आइएगा....
हम हस कर बोले हा वो तो है ही वैसे ये पहले के मुकाबले और बड़े लग रहे है तो पूजा बोली नही है उतना ही थोड़ा सा फर्क पड़ा है....हम दुबारा से उसकी चुचियों को दबा दिए और नाइटी के गले में हाथ घुसा कर उसकी ब्रा में हाथ घुसाए तो वो बोली अभी उसको मत छेड़िए रात में कीजिएगा अभी नीचे चलिए पागल....
हम बोले अरे चलते है ना और फिर उसके नाइटी के गले को थोड़ा खिसका कर उसकी एक चूची को ब्रा से बाहर निकाल लिए और उसपे मुंह लगा दिए तो पूजा मेरा सर उसपे दबाने लगी और कसमसाती हुई बोली आह जान आप ना बहुत जिद्दी है उम्मम्म....इधर हम उसके निप्पल को लगातार चूसे जा रहे थे और दूसरी चूची को अपने हाथो से दबाए जा रहे थे.....
कुछ देर यूंही चूसने दबाने के बाद पूजा एक तेज सिसकारी ली और निढाल पड़ गई मेरे ऊपर हम चुचियों को छोड़ उसके गाल पे चूम कर बोले ये कितना स्वादिष्ट होते जा रहा है दिन पर दिन पिछली बार से ज्यादा मजा आया पीने में....
तो पूजा मेरे कान के नीचे काट के हाफते हुए बोली आपके स्वाद के चक्कर में मेरा हाल बुरा हो गया मना कर रहे थे ना....हम उसकी चूत के पास हाथ लगाए तो देखे की उसकी नाइटी भीग गई थी पूजा डार्लिंग झड़ गई थी...हम उसकी चूत को थोड़ा सा दबाए और बोले बांध टूट गया तुम्हारा है ना....तो पूजा मेरे होंठ पे चूम कर बोली आपका एक टच मेरे अंदर आग लगा देता है और अभी आप ही मजबूर किए हमको ये बांध तोड़ने को....और अभी ये बांध टूटा नही है खाली गेट खुला है टूटेगा तो आज रात में.....ये सुन कर हम दोनो हस दिए फिर पूजा के बदन से हम उसकी नाइटी और ब्रा को अलग कर दिए तो वो बोली अरे ब्रा क्यू उतार रहे है तो हम बोले अब ब्रा का जरूरत नहीं पड़ेगा क्युकी इनको पकड़ने के लिए हम आ गए है ना.....
पूजा बोली धत्त अभी नही रात में हटा देंगे नीचे जाना है अभी और ये इधर उधर डांस करेगा जब हम चलेंगे तो इसलिए अभी नही उतरते जान....पर हम तो हम है....हम बोले अरे बोले ना नही कोई नही देख रहा इनको मेरे सिवाय चलो अब फिर पूजा मुंह बना के बोली आप नही मानिएगा चलिए....
नीचे पहुंचे तो मां बोली क्या खायेगा बाबा बता दे खीर तो बना रहे है साथ में सब्जी क्या बनाऊं.....तो पूजा बोली खीर है ही तो बस टमाटर बैंगन को मिला कर उसका चोखा बनाते है और उसके साथ आलू वाला पराठा...तो हम बोले वाह एक लाइन में डिनर का मेनू डिसाइड हो गया....तो भाभी बोली हा तो क्या अभी उसका दिल दिमाग पूरा सिस्टम सब एकदम झकाझक चल रहा है....तो मां हस के बोली हा ये ठीक बोली सुमित के आ जाने से ही इसका सब दुखी दर्द गायब हो जाता है....
पूजा ये सुन कर बुरी तरह शर्मा गई वही हम बोले तो फिर आप लोग बनाओ खाना हम आते है थोड़ा बाहर से....
तो पूजा बोली अरे अभी कहा जा रहे है रहिए ना अब कल जाइयेगा जहा जाना है आज नही....
तो भाभी बोली रुक जाइए देवर राम वरना इतना प्यार से कोई नही रोकता है आज के समय में....
फिर रात में मेरा सब सामान आ गया जो भईया अपने यहां उतरवा लिया और खाना पीना के प्रोग्राम के बाद पापा बोले की सुगंधा बेटा का छेंका का प्रोग्राम सन्डे को है सो कल तू उससे मिलने जायेगा ना तो जो वो लेगी वो तू दिलवा देना उसको....
हम बोले पापा अभी तो उसका छेंका होगा की नही इसपर भी संशय है तो मां बोली क्यू क्या बात है फिर उन दोनो को भी हम सारा बात बताए तो पापा बोले हमको एक बात समझ में नहीं आता है पूजा और तेरी शादी को इतना समय हो गया दोनो अच्छे से रहा रहे हो कही से कोई दिक्कत नही है फिर वो क्यू पूजा बेटा को बार बार घसीटते है किसी भी बात में....
ऐसा तो है नही की बेटी भाग के शादी की सब कुछ विधि विधान से ही हुआ है सब की रजामंदी से हुआ है उनकी भी हा थी तभी तो शादी हुई तुम दोनो की और अब पुरानी बातो को ले कर पिपडी बजाते रहना कहा की समझदारी है और सुगंधा जैसी बच्ची को उस बुड्ढे लड़के के साथ बंधन में बांध देना कही से भी सही नही है....
मां बोली तेरी सास जो सोची है बिलकुल सही सोची है उनकी बच्ची है उसके भविष्य का फैसला लेना उसके पिता के साथ साथ उनका भी हक बनता है....तभी पापा बोले पूजा बेटा एक बात बोलते है बुरा मत मानना पर जो छिछा लेदर तुम्हारी दोनो की शादी के वक्त नहीं हुआ था वो तुम्हारे पापा खोज रहे है सो इसी बहाने हो ही जाने दो तब ही उनकी भी अकल ठिकाने आयेगी ऐसे तो हमको नहीं लगता की वो बात समझेंगे....
हम बोले पर पापा वहा जो भी तमाशा होगा उसमे अगर हम दोनो को कोई खींचा तो बता दे रहे है जितना झेले है ना मार पिटाई गोली बंदूक सब का कसर निकाल देंगे....तो पूजा मेरा हाथ पकड़ के बोली नही आप ये सब पचड़े में मत फसिएगा हम नही चाहते की फिर से ऐसा वैसा कुछ हो....
तो पापा बोले अरे बेटा तू ये सब सोच ही मत तुम दोनो को अब कोई कुछ बोलना तो दूर आंख उठा के देख भी नहीं सकता वरना तेरे सास ससुर का वो चेहरा उनको देखने मिलेगा जो अभी तक शायद ही कोई देखा हो....
तो मां मुस्कुरा कर बोली हा देखा है ना छोटी का ससुर (मेरी छोटी बहन के ससुर)....
तो पापा हस के बोले हा सही बोली और हमको लग रहा है की इनको भी जरूरत पड़ने पे दिखला हो देंगे...
पूजा बेटा तू ऐसा मत सोचने लगना की हम लोग बुरा करेंगे कुछ तुम्हारे पापा के साथ...
तो पूजा बोली अरे नही पापा हम ऐसा कुछ भी नही सोच रहे बस सुगंधा की शादी इस लड़के से नही होनी चाहिए भगवान से यही प्रार्थना है मेरा....
मां बोली सब ठीक होगा बेटा कई बार किसी अच्छे काम के लिए कुछ बुरा कर्म पड़ता है...सब ठीक होगा देखना चलो अब जाओ सोने मेरा पोता पोती सब ऊंघ रहा होगा नींद में
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अगले दिन सुबह में हम सुगंधा को फोन किए तो पापा उठाए तो हम उनको प्रणाम किए तो वो बोले खुश रहो तो सन्डे को आ रहे हो ना अपनी इकलौती साली के छेंका में....तो हम बोले हा पापा ये भी कोई पूछने का बात है आ रहे है वैसे आज सुग्गू को ले कर जाना है ना मार्केट तो थोड़ा उस से बात करना था की कब चलेगी....
तो पापा बोले हा करवाते है बात पर उससे पहले एक बार फिर बता दे रहे है सन्डे को आना है सब कोई को तो हम बोले हा पापा जरूर...
उसके बाद फोन सुगंधा को दे के वो निकल लिए वहां से...सुगंधा बोली आ गया पटना तो हम बोले हा तेरे चक्कर में नौकरी छोड़ कर आए है तो वो जोर से बोली क्या बकवास कर रहा है झूट मत बोल...तो हम बोले हा सच में अब नौकरी यही करेंगे पटना में...
तो वो बोली क्या बात है बता सच्ची सच्ची तो हम बोले ट्रांसफर हुआ है बेटा....
तो वो भी सुकून का सांस लेते हुई बोली हे भगवान ये बोल ना की ट्रांसफर हुआ है हम भी सोचे की ऐसे कैसे हो सकता है बाप रे पूजा दी का तो दुनिया इधर का उधर हो जायेगा....
हम बोले है ना हलुआ है इधर का उधर हो जायेगा चल ये सब छोड़ शॉपिंग के लिए कब चलेगी तो वो बोली जब आप आ जाइए प्रभु थोड़ा तो सुकून मिले जेल से....
हम बोले बस रेडी हो जा आ रहे है हम अपने उड़न खटोला पे सवार हो के
वो हस्ते हुए बोली ठीक है जीजा जी आइए.....
सुगंधा से बात करने के बाद पूजा बोली जाइए आप वहा और हम कॉल पे जुड़ जाते है फिर हम कुछ देर में पहुंचे अपने ससुराल और जा के पहले मम्मी को प्रणाम किए तो वो बोली खुश रहो और ट्रांसफर का खबर क्यों नहीं दिए थे बताओ इतना खुशी का बात हमको नही बतलाई तो हम बोले सरप्राइज़ था पर ये सुगंधा सब बिगाड़ दी आपको बता कर....
तो मम्मी बोली अरे ना ना ऐसा नही है पर ये बढ़िया हुआ की तुम्हारा ट्रांसफर पटना हो गया पूजा के लिए अच्छा हो गया तो हम बोले हा मम्मी सिर्फ पूजा के लिए ही नही सब के लिए अच्छा हो गया....
फिर वो बोली अब सुगंधा का भी सब सही हो जाये फिर कोई दिक्कत नही होगा....
तो हम बोले जरूर होगा आप टेंशन मत लिजिए और आज जो खरीददारी हो रहा है उसका इस्तेमाल सग्गू ही करेगी पर अपने खुशी के साथ अपने और आपके पसंद के लड़के के साथ.....फिर मम्मी प्यार से मेरे सर पे हाथ फेरी और उसके बाद सुगंधा आई रेडी हो के और बोली चले....तो हम बोले हा मैडम चलने के लिए ही तो आए है.....फिर दुकान पे पापा से भी मिले और वही से राहुल भी साथ हो लिया और मेरी डार्लिंग हमारे साथ जुड़ गई थी वीडियो कॉल पे....
तकरीबन तीन साढ़े तीन घंटे की परिक्रमा के बाद सुगंधा की शॉपिंग खत्म हुई और उस बीच सुगंधा एक बार भी अपने छेंका को ले कर बात नही की शायद वो मन ही मन ये मान चुकी थी की अब कुछ होने वाला नहीं पर मम्मी की बातो से जो बवंडर उठने वाला था उसमे सब सही हों जाने वाला था....
इधर सुगंधा और राहुल को हम एक जगह कुछ नाश्ता करवाने बिठाए और उनको बोले की दो मिनट में आए और मार्केट में वापिस जा कर अपनी जान के लिए तीन ब्रा ले लिए और उसको ले कर जब वापिस लौटे तो सुगंधा बोली अच्छा तो गए थे खरीददारी करने और हमको बताए भी नही काहे ऐसा क्या खरीदना था तो पूजा जो अभी भी फोन पे थी वो बोली तेरे लिए गिफ्ट लेने गए थे तो तुझको कैसे बतलाते....
लेकिन सुगंधा ठहरी तेज वो बोली साली मेरा गिफ्ट नही तेरा गिफ्ट है कैरीबैग से दिख रहा है की उसमे क्या है वही राहुल हमारी बातो से अंजान मुंह देखे जा रहा था
हम बोले महारानी जी जब जान गई है तो फिर काहे बाल का खाल निकाल रही है अब चले घर...
तो सुगंधा बोली हा चलते है इतना भी जल्दी क्या है पर राहुल बोला नही दी चलो अब घर काफी देर हुआ घर से निकले और उधर पापा का फोन कभी भी आ जायेगा तो फिर उनका भी चार बात सुनना पड़ेगा....
कोई उपाय न देख सुगंधा बोली चलो भाई घर पर उसका चेहरा बता रहा था की अभी वो घर नही जाना चाहती.....
वापिस आते वक्त राहुल दुकान पर ही उतार गया और पापा बोले की सुमित बेटा घर पे रुकोगे अभी तो हम बोले नही पापा लौट जायेंगे काफी लेट हो गया है...तो वो बोले चलो ठीक है फिर मिलते है सन्डे को...
वहा से जब निकले तो एक जगह गाड़ी रोक कर हम सुगंधा से बोले की सुन तू अभी से हार मत मान और उसके बाद उसको मम्मी का सारा बात बताए तो वो घबरा कर रोने लगी और बोली मम्मी समझ नही रही है की इस सब का क्या असर पड़ेगा पापा पे बात बहुत बिगड़ जायेगा हम घर जा कर मम्मी को मना करेंगे ये सब करने को....
तो हम बोले अरे नही पगली तू टेंशन मत ले कुछ नही होगा और पापा के आंख से पट्टी उतारने के लिए ये करना जरूरी है और इससे तेरा भी जीवन बच जायेगा रे पगली और अभी रोना बंद कर और अब तुझको दुखी नही होना है बस तमाशा देख सब सही होगा....
सुगंधा को समझा बुझा कर हम घर ले गए और वहा पे मम्मी के सामने फिर से उसको समझाए और मेरे साथ साथ मम्मी भी उसको समझाई तब जा के सुगंधा बात को समझी दरअसल वो इस लिए घबरा रही थी की पापा पैसा दे आए थे और अब अगर ऐसा वैसा कुछ होता है और रिश्ता टूट जाता है तो फिर पैसा का क्या होगा और तो और पापा का इज्जत वगैरह वगैरह क्युकी पहले से ही उसको पूजा के कारण दबाव में रखा गया था और अब अगर उसके कारण भी उसके बाप के इज्जत को ठेस पहुंची तो कही कुछ अनहोनी न हो जाए....
पर ऐसा कुछ नही होगा क्युकी पूजा के पापा मोटी चमड़ी के इंसान है उनका ऐसे ही कुछ नही बिगड़ने वाला था....
खैर वहा से सब कुछ सेट कर के हम घर आए और पूजा को सारी बात बताए तो वो भी बोली भगवान सब ठीक करेंगे.....फिर उसके लिए लाई हुई ब्रा उसको दिखलाए तो वो बोली जान इसमें आप क्या देख के लाए है इसको पहनना ना पहनना बात बराबर ही है....
तो हम बोले अरे पगली कितना सेक्सी ब्रा है और वैसे भी हम अपने हिसाब से लाए है बस तुम्हारे नाप का है पहनोगी तुम मजा लेंगे हम....
पूजा मेरे गर्दन में बाहें डालते हुए बोली खाली मौका चाहिए रहता है आपको है ना...हम उसके होंठो पे चूम कर बोले और नही तो क्या इतनी सेक्सी बीवी है मेरी तो प्यार तो करेंगे ही ना...
वैसे परसो क्या पहनोगी सुगंधा के छेंका में तो वो बोली की मां से पूछे थे तो वो बोली की सलवार सूट पहन लेने को ढीला ढाला ज्यादा टाइट नही तो एक नया पड़ा हुआ है उसको फिटिंग नही करवाए है वही पहन लेंगे और आपके लिए हम एक शॉर्ट कुर्ता और जींस निकाले है वही पहन लीजिएगा ऐसे भी सब अपना घर का ही लोग है ज्यादा कोई रहेगा नही तो कोई दिक्कत नही....
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आज सुगंधा का छेंका था शाम चार बजे तक हमे हॉल पहुंचना था क्युकी लड़के वाले बाय रोड आने वाले थे तो उनके आने के बाद एक से डेढ़ घंटे के अंतराल में प्रोग्राम स्टार्ट करना था...
उधर पूजा के बड़े चाचा, पापा और राहुल तीनो हॉल के इंतजाम से ले कर लड़के वाले कहा तक पहुंचे ये सब देख रहे थे जबकि बुआ रानी घर पे सब चढ़ावा वाला समान सब मम्मी के साथ मिल कर सही से संजो रही थी और सुगंधा अपने कमरे में बैठी आने वाली शाम के बारे में सोच रही थी....और जरूरत पड़ने पे जब मम्मी उसको आवाज लगाती तो वो उनके पास जाती वरना वो अपने कमरे में ही सिमटी हुई थी....
तकरीबन दो बजे सुगंधा फोन की और बोली की हम लोग हॉल के लिए निकल रहे है तू पूजा दी को ले आना थोड़ा वो मेरे को कपड़ा पहनने में मदद कर देगी...हम बोले तू पहुंच हम उसको ले कर आते है....उसके फोन रखने के बाद हम पूजा को बोले सग्गू बुला रही है हॉल तुमको वो सजने संवरने में थोड़ा मदद कर देना उसका अब ड्रामा तो करना ही पड़ेगा ना...
पूजा बोली ठीक है पर मां से पहले पूछ लीजिए...हम उसको बोले तुम धीरे धीरे कपड़ा चेंज करो बाद बाकी हम पे छोड़ दो...
हम मां के पास गए तो देखे की पापा भी आए हुए है दुकान से तो उनको बोले की सुगंधा के पास जाना है तो पापा बोले पूजा बेटा को तू ले जा आराम से और हमलोग को तू शाम को लेने आ जाना ठीक ना तभी मां बोली ध्यान से रहना दोनो कोई ज्यादा चू चपड़ करने का जरूरत नहीं है ना उछल कूद करने का....फिर पूजा और हम तैयार हो कर हॉल पहुंचे जहा पे मम्मी पूजा को देख के बहुत खुश हुई पर बुआ हम दोनो को देख कर जरा भी खुश नही हुई बस पूछी और सब बढ़िया ना बेटा तो पूजा बोली जी बुआ...तो वो बोली हा रहना भी चाहिए अब साला उनकी ऐसी बाते सुन कर हमको तो ये टेंशन हो गया की कही उसका नजर पूजा को ना लग जाए....
खैर सुगंधा और पूजा एक कमरे में बंद हो गई जहा सुगंधा तैयार होने लगी और इतने में लड़का वाला भी पटना पहुंच गया था पापा, राहुल और चाचा बुआ सब कोई उनका स्वागत किए....
उनके तरफ से अर्जुन, उसके मां बाप और दो लोग और थे जिसमे से एक थे पूजा के फूफा जी और दूसरे थे अर्जुन के पापा के दोस्त...
ज्यादा लोग नही आए थे और अर्जुन देखने में तो ठीक ठाक लड़का था पर ज्यादा उमर की निशानियां साफ साफ उसके चेहरे पे देखी जा सकती थी....
हम और राहुल हॉल में ही रहे क्युकी सारा इंतजाम लगभग लगभग हो गया था तो अब बस वेट था कार्यक्रम शुरू होने का....
पंडित जी भी तय समय पर आ गए थे और अपना पूजा पाठ का कार्यक्रम वो सजाने लगे थे....
इधर सुगंधा रेडी हो गई थी और कितनी सुंदर लग रही थी वो हम जब उसको देखे तो बोले इतना सज गई है तू कही तुझको देखते के साथ साला बेहोश ना हो जाए...
तो पूजा और सुगंधा दोनो हस दी और सुगंधा बोली हो जाए वैसे भी ड्रामा के चक्कर में ये सब मेकअप धुल जायेगा....
हम पूजा को बोले अभी यही बैठना आराम से हम मां पापा को ले आते है....तो पूजा बोली हा ले आइए वैसे भी अब टाइम हो गया है....
थोड़ी देर बाद जब हम पापा और मां को ले कर हॉल पहुंचे तो पूजा के पापा अर्जुन की मां और पापा के साथ खड़े थे तो उन्होंने हमे उनसे मिलवाया और वही से अर्जुन की मां मेरी मां के साथ एक जगह जा कर बैठ गई....
इधर हम पूजा को अंदर से ले आए तो वो भी मां के बगल में ही बैठ गई....अब अर्जुन की मां पूजा को देख रही थी और पूजा अर्जुन को देख रही थी....हम उसके पास गए तो वो मेरा हाथ पकड़ के खड़ी हुई और थोड़ा आगे चल कर बोली आपका मेरी जिंदगी में आना सबसे अच्छा बात था जान वरना कहा इस बौरही वाला के चक्कर में हम फस जाते....और ये बोल कर वो हस दी तो हम भी हस दिए फिर बोले ज्यादा मत हसो वरना नजर लग जायेगा वैसे भी तुम माल लग रही है...
तो पूजा बोली आपको तो हम हमेशा माल ही लगते है कभी माल कभी सेक्सी तो कभी कुछ....
हम बोले हा इसलिए तो आई लव यू जानेमन
पूजा बोली आई लव यू टू जान मेरा
अभी तक सब कुछ सही से हो रहा था और इधर मम्मी मौका ढूंढ रही थी की वो बात उठाए पर हम जो सोचते है वो कभी हुआ है आज तक....
अर्जुन की मां बातो बातो में मेरी मां से पूछ ली की आपके कुलदेवता कौन हुए तो मां **** नाम ली तो वो बोली पर हमारे में तो **** देवता को पूजा जाता है हमारे कुलदेवता में ये आते है.....
कौन जाति से हुए आप लोग तो मां थोड़ा सकपका गई इसका जवाब देने में और बस कांड हो गया....
अभी मां कुछ बात समझ कर उनको जवाब देती...अर्जुन की मां उठ कर उन लोगो को दिए गए कमरे में चली जाती है और उनको ऐसे जाते देख कर अर्जुन के पापा भी उनके पीछे जाते है जबकि इधर मेरी मां बहुत ज्यादा घबरा गई थी उसके ऐसे चले जाने से....
मेरे पापा मां के पास आए और पूछे की क्या हुआ ऐसे हड़बड़ा के काहे भागी वो तो मां उनको सारा बात बताई तो पापा बोले हो गया काम....इतने में हम और पूजा भी उनके पास पहुंचे और हम बोले क्या काम हो गया तो मां घबराई हुई आवाज में सब बात बताई तो पूजा मेरा हाथ जोर से दबा दी....हम उसके तरफ देख के बोले तुम बिल्कुल भी मत घबराओ कुछ नही होगा समझी....पूजा बोली जान ये बहुत गड़बड़ वाला बात हो गया ये नही होना चाहिए था....तो पापा पूजा से बोले अरे बेटा आ इधर बैठ मेरे पास घबराती क्यू है हमलोग है ना यहां पे आ इधर आ और पापा पूजा का हाथ पकड़ के उसको अपने और मां के बीच बिठा लेते है....
इधर कमरे में अर्जुन की मां पूजा के पापा को बुलवाई और पूछी की आपकी बड़ी बेटी अपने जाति में ब्याह किए है आप....झूठ मत बोलिएगा भाई साहब क्युकी उनके यहां के कुलदेवता अलग है और अपने अलग....
तभी पूजा की बुआ भी कमरे में आई तो अर्जुन की मां उनपे बरस पड़ी और बोली सरला तुम हमसे झूठ बोली ना ली इनकी बड़ी बेटी का ब्याह जाति के लड़के से ही हुआ है....पर हम जान गए है उसका ब्याह जाति से बाहर के लड़के के साथ हुआ है लव मैरिज की है क्या वो....
तो पूजा के पापा कोई रास्ता ना निकलता देख के बोले बहन जी ये सब बात कहा से निकल गया और वैसे भी हमारी बच्ची खुश है और सबसे बड़ी बात हमारे दोनो परिवारों की मर्जी से शादी हुई है तो फिर इसमें कोई आपत्ति वाली बात नही होनी चाहिए....
अर्जुन के पापा बोले भाई साहब शुरू में ही ये बात आप बतला देते तो कोई दिक्कत नही थी देखिए अभी ये बात इनको बातो बातो में पूजा की सासु मां से पता चली तो ये अच्छी बात नही ना है रिश्ते की शुरुवात में ही झूठ बोलिएगा या बाते छुपाइएगा तो कल को निभायेंगे कैसे....
तभी पीछे से पूजा की मां बोल पड़ी फिर भाई साहब आप भी हमे ये बात बतला ही दीजिए की आपके अर्जुन बेटे की शादी के लिए आपने हमारी ही दोनो बच्चियों से बात क्यू चलाई और मेरी बड़ी बेटी की शादी हुए डेढ़ साल से ऊपर होने को आ रहा है उससे बहुत टाइम पहले ही पूजा से बात चला था फिर भी इतने दिनो मे आपके लड़के के लिए कोई लड़की ही नही मिली पूरे बनारस में....
कुछ बात है क्या अर्जुन बेटे के साथ में या कोई दिक्कत परेशानी जो आप कही और रिश्ता नही कर पाई....
पूजा के पापा...पूजा की मम्मी को बोले क्या बोल रही है ठहर जाओ हम बात कर रहे है ना....
पर अब मम्मी रुकने के मूड में नहीं थी वो इसी मौके की तलाश में थी....इधर अर्जुन की मां अपने बेटे के लिए शक वाली बातें सुन कर फट पड़ी....वो पूजा के बुआ को बोली सरला अच्छी बेज्जती करवा रही हो इतनी दूर बुला कर....
और वो तुनक कर कमरे से बाहर निकली और हॉल में पंडित के साथ बैठे अपने सुपुत्र को बोली उठा जा बेटा चल यहां से बहुत लड़की मिलेगी तेरे लिए जिसकी बहन को यार रखने का शौक है तो उसकी छोटी बहन भी तो वैसी ही होगी ना हमको नहीं चाहिए ऐसी लड़की....
और इतने में उनकी नजर पूजा पे पड़ी तो वो पूजा को देख के बोली तुम्हारी तरह तुम्हारी बहन का भी यार होगा ना तुमको तो पता ही होगा छीनाल कहिंकि इसलिए मेरे बेटे से शादी का बात नही चलवाई थी है ना....
ये सुन कर हम बोले अपना उमर का लिहाज कीजिए थोड़ा दूसरा को बोलने से पहले अपने बेटे के बारे में साफ साफ बतलाई है कुछ भी....इतना ही दूध का धुला है तो काहे नही शादी हो गया उसका घर में कुंवारा बिठा के काहे रखी है आज तक नौकरी में है फिर भी...
पापा हमको बाह से पकड़े और बोले सुमित नही बच्चे मुंह नही लड़ाओ छोड़ो...हम बोले ऐसे कैसे पापा देख नही रहे कैसे बेहूदा जैसा बात कर रही है पूजा पे इल्जाम लगा रही है क्या हक है इनको ऐसे बोलने का....दूसरा कोई होता ना तो बताते अच्छे से की यार रखना क्या होता है माई बहिन एक कर देते हम....
इतना हो हल्ला सुन कर सब कोई हॉल में जमा हो गया वही हॉल मैनेजमेंट के कुछ लोग भी हमे देखने लगे....
इधर पूजा का रोना शुरू और पूजा की बुआ एकदम चुप खड़ी थी जैसे उनकी कोई चोरी पकड़ी गई हो और पूजा के चाचा और पापा अर्जुन के पापा से बात करने में लगे हुए थे....
पर अब बात बिगड़ चुकी थी....