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डॉक्टर मैडम हम लोग को पूजा और बच्चा लोग का सिचुएशन बता कर जाने लगी तो हम पूछे की मैम आज डिस्चार्ज कर दीजिएगा ना या नही....तो वो बोली यस ऑफकोर्स शाम तक रखेंगे यही और फिर घर ले जा सकते है....
ये सुन कर हम चैन का सास लिए और फिर मां और बाकी लोग पहुंचे उसके बेड के पास जहां मेरा बेटा बेटी और पूजा को लाने से पहले साफ सुथरा चादर बिछाया जा रहा था और फिर एक प्लेट दवाइयों और इंजेक्शन से भरी हुई ला के रख दी गई....
जबकि मेरे साथ जीजा जी ओटी के बाहर खड़े थे पर फिर भी हम थोड़े घबराए हुए थे की कब मेरी जानेमन मेरे नन्हे मुन्नों के साथ बाहर आए...और हम सुकून की सास ले सके.....
उधर पापा, तिवारी अंकल और ससुर जी वार्ड के बाहर थे जबकि राहुल, सुगंधा और बाकी लेडीज सब वार्ड में...
उधर सुगंधा और राहुल मेरी सासू मां और मेरी मां के साथ मिल कर कुछ और ही प्लान कर रहे थे...
तकरीबन पौने घंटे बाद पूजा और मेरे दोनो बच्चे उसके बगल में लेटे हुए बाहर आए और सबसे पहले पूजा की नजर हमसे मिली तो वो मुस्कुराते हुए रो दी और हाथ उठा कर मेरा हाथ पकड़ना चाही तो हम भी उसका हाथ पकड़ लिए और मेरी भी आंखे नम हो चली थी पर फिर भी खुद को संभालते हुए उससे पूछे की कैसी है तो वो धीरे से बोलना चाही पर आवाज नही निकली लेकिन अपनी आंखो से इशारा कर के बताई की ठीक है वो और फिर अपने बच्चो के तरफ इशारा की तो हम भी मुस्कुराते हुए उनके तरफ देखने लगे थोड़ा देर पहले जितना दर्द और कष्ट में वो थी इन दोनो के देखने के बाद वो सब पीड़ा खुशी में बदल गया था.....
धीमे धीमे उसका स्ट्रेचर वार्ड की तरफ भी ले जाया गया जहां वार्ड के बाहर पापा और बाकी लोगो की नजर पड़ी तो वो भी दौड़े आए और फिर पूजा से पूछे की ठीक है ना बेटा तो पूजा उनको भी सर हिला कर हां में जवाब दे दी....
और बच्चो को देखने के बाद सब एक दूसरे को मुबारकबाद देने लगे की वो दादा और नाना बन गए तो कोई दादी और नानी...
वार्ड में घुसते ही मेरी मां और सासु मां दोनो पूजा के पास आई और बच्चो को देख के खुश होती हुई उनको पुचकारने लगी और साथ ही साथ उनके रूप और नैन नक्श के बारे में बात करने लगी की कौन किसके ऊपर गया है....
वही सुगंधा और राहुल मेरे को रोक के बोले बधाई हो जीजा जी तो हम बोले तुमलोग को भी बधाई हो मामू और मौसी बनने के लिए....
अब सब लोग अंदर आ गए थे क्युकी सब कोई को मेरे नन्हे मुन्नों से मिलना था उनको गोद में लेना था....
उधर पूजा को धीरे धीरे आराम आराम से बेड पे शिफ्ट किया गया और उसके बाद दोनो बच्चो को भी...
मेरे दोनो बच्चे अभी एकदम शांत और कपड़े में लिपटे हुए गुड्डे गुड़िया लग रहे थे....
मेरी मां उनको गोद में लेने के लिए हाथ आगे की तो नर्स ने रोक दिया और बोली की अभी डॉक्टर आयेगी वो बोलेंगी फिर लीजिएगा गोदी में अभी मां के पास से सब साइड हट के बैठिए और इतना लोग एक साथ मत रहिए वरना हमको डांट पड़ जायेगा.....
इधर सुगंधा मेरे दोनो बच्चा का ढेर सारा फोटो क्लिक की और पूजा को कांग्राचुलेट की.....फिर एक और नर्स आई और बोली आप लोग भिड़ हटाइए मैडम आ रही है....तो मेरे पापा और पूजा के मां पापा मेरे दीदी जीजा राहुल ये सब बाहर चले गए और हम तो हटने से रहे हम पूजा के पास ही बैठे रहे और जो नर्स पिछली बार हमको जाने को बोल रही थी इस बार हमको जाने को नही बोली कारण था हम पूजा का हाथ पकड़ रखे थे जिसको मेरी जान भी जोर से अपनी हथेली में दबा रखी थी....
हम अपने दोनो बच्चो को एकटक से देखे जा रहे थे तो पूजा हमको ऐसे घूरते हुए देख के धीरे से बोली जान एई जान...हम उसकी तरफ देखे तो वो पाउट जैसा मुंह बना के चुम्मा दे के बोली आई लव यू जान पर आप ऐसे मुंह क्यू बनाए हुए है....
तो हम बोले तुमको कितना तकलीफ हुआ जान अभी भी दर्द में हो ना.....तो वो बोली अरे जान उतना तो होना ही था और फिर इनको देखने के बाद हम सब कुछ भूल गए और इनको देखिए तो आप कितना गोलू मोलू है अपना बेटा बेटी....
हम हस कर उनकी तरफ देखे और फिर पूजा के हाथ को जोर से दबा के बोले आई लव यू टू जान आई लव यू सो मच पर अब तुम कैसी हो ये तो बताओ....
तो पूजा बोली अरे मेरे जानेमन आप टेंशन मत लिजिए हम ठीक है बस आप पास बैठे रहिए फिर देखिए हम ठीक हो जायेंगे तुरंत...हम कुछ नही बोले बस उसका हाथ पकड़े बैठे रहे...
मां और मेरी सासू मां अभी भी अंदर ही थी पर दरवाजे के पास थोड़ा हट के और आपस में ही बाते कर रही थी...इतने में डॉक्टर आई तो फिर से सब कोई अंदर आ गया तो डॉक्टर बोली अरे अरे क्या कर रहे है आप लोग बच्चा और मां को इन्फेक्शन लगवाइएगा क्या बाहर चलिए सब कोई....तो पापा बोले अरे मैडम हमे उनको गोद में लेना है तो डॉक्टर बोली अभी नही अभी थोड़ी देर के बाद और उससे पहले सब कोई पहले साबुन से हाथ धो कर ग्लव्स पहनिए फिर लीजिएगा बच्चा को गोद में....
और ऐसे ही ले लोजिएगा गोद में बिना मुंह मीठा करवाए हा जाइए पहले मिठाई मंगवाइए और अभी यहां से पहले बाहर निकलिए ये जगह खाली कीजिए....
वार्ड से बाहर निकल कर पापा तुरंत राहुल को पकड़े और बोले बेटा ये ले पैसे और ले आ मिठाई दादा बनने के खुशी में ध्यान ही नही रहा तो राहुल और तिवारी अंकल एक साथ बोले अरे मिठाई ला रखे है....अभी निकाल लाते है और राहुल गया मिठाई लाने....
इधर हम अभी भी अंदर ही थे तो डॉक्टर हमको देखी तो रुकी और नर्स को कुछ बताई लाने को और वो नर्स चली गई....
तभी डॉक्टर सब कोई को बाहर कर के हम दोनो के तरफ आई और एक दूसरी नर्स साथ में थी उनके तो हम उठ के साइड में खड़े हो गए तो डॉक्टर बोली आपको अलग से बोलना पड़ेगा बाहर जाईए....
फिर हम भी बाहर जाने लगे तो पूजा बोली इनको रहने दीजिए ना मैम....तो डॉक्टर बोली नही अभी थोड़ी चेकअप करना है उसके बाद इनको हम खुद भेज देंगे अंदर और फिर हम वहा से बाहर आ गए और बाहर आते के साथ पापा बोले अरे बेटा ये ले मुंह मीठा कर आज तू भी बाप बन गया और हम एक बार फिर से दादा.....खुश रह मेरे बच्चे हमेशा खुश रह दोनो के दोनो....
और मेरे को एक मिठाई खिला दिए फिर हम भी उनको मिठाई खिलाए.....अभी हम किसको क्या जवाब दे कुछ नही समझ आ रहा था खुशी और घबराहट के मारे मेरी बोलती बंद हो रखी थी....
फिर धीरे धीरे सब कोई के साथ मिठाई खाने खिलाने और खुदखेंचू ( सेल्फी ) लेने का दौर चला उसके बाद हम सबसे पहले गए और अपने हाथ साबुन से धो कर नए ग्लव्स खरीद के पहने और इंतजार करने लगे की कब अंदर जाऊ और उनको गोद में लू....मेरे बाद सब कोई भी हाथ धो धो कर तैयार था....
नर्स जो डॉक्टर के कहने पे कुछ लेने गई थी वो कुछ दवाइयां और रूई के गोले ले कर आई थी.....उसके अंदर जाने के पंद्रह मिनट बाद वही नर्स बाहर आई और मेरी मां को आवाज दी तो सासु मां और मेरी मां, तिवारी आंटी सब उसके पास गई और हम भी गए पर थोड़ा अलग ही रहे और वो नर्स बोली की अंदर चलिए आपमें से कोई तो मेरी मां और सासु मां दोनो अंदर गई और हम भी आने लगे तो नर्स बोली आप नही लेडीज को जाना है....और हम फिर से बाहर ही रह गए....
अंदर डॉक्टर दोनो से बोली की अभी सब ठीक है पेशेंट को अभी थोड़ा ब्लीडिंग हो रहा है पर दवाई दिए है अभी कुछ देर में वो भी कंट्रोल हो जायेगा....
तो मां बोली कोई दिक्कत वाला बात नही ना है मैडम...
तो डॉक्टर बोली नही कोई दिक्कत वाली बात नही है....थोड़े समय ने कंट्रोल हो जायेगा...फिलहाल इनको आराम करने दीजिए नर्स सब कुछ सही से साफ कर के आप लोग को बता दिया जाएगा फिर आइएगा अंदर आराम से....
तो मेरी सासू मां पूछी की दोनो बच्चे कैसे है मैडम....तो डॉक्टर मुस्कुरा कर बोली आप लोग तो बस कमर कस लीजिए एकदम हेल्दी और स्वस्थ बच्चे है दोनो....बस अब तो इनको खिलाने और खेलाने में ही आप लोग का समय जायेगा....कोई दिक्कत नही सब ठीक है और ये बोल कर वो बाहर आ गई मां और सासु मां के साथ.....
उनके बाहर आते ही डॉक्टर अपने रास्ते हो ली और मां के पास हम जा के पूछे की क्या बोली डॉक्टर तो मां बोली की थोड़ा देर में जाने मिलेगा फिर शाम तक घर चलेंगे....
थोड़ी देर बाद नर्स बाहर निकल के हमको बुलाई तो हम उसके पास गए तो वो बोली अब आप लोग जा सकते है फिर दो घंटे बाद मैडम आ कर एक बार और देखेगी फिर बताएंगी कब डिस्चार्ज कर रही है और हम थोड़ी देर में आ रहे है तब तक आप्लोग जाइए...
इतना बोल कर वो चली गई जबकि हम बाकी लोगो को बिना बताए अंदर चले गए....
जाते के साथ पूजा का हाथ वापिस से पकड़े और पूछे की ठीक हो ना जान तुम तो वो बोली हा जान ठीक है हम और बाकी लोग कहा है उनको भी तो बुला लीजिए सब कब से वेट कर रहा है....
हम बोले अरे अपने आप आ जायेंगे फिलहाल हमको इनकी मां से बाते करनी है वो भी अकेले में...
तो पूजा हस के धीरे से बोली खाली मौका चाहिए रहता है आपको है ना अभी कुछ नही कर सकते है हमलोग जान...
हम हस के बोले अरे नही पगली वो सब का बात नही कर रहे हम...बल्कि हम तो ये बोल रहे है कि अब तो मेरा प्यार का दायरा कम हो जायेगा ना इनके आने से....
तो पूजा बोली बै जान क्या आप भी इनके आने से तो हम आपको और प्यार करेंगे देखिएगा ना बस थोड़ा ठीक हो जाए हम....
हम बोले अरे ठीक तो तुम हो ही और जल्दी से ठीक होने के लिए ये लो और झुक कर उसके गाल पे चूम लिए तो पूजा बोली आह जान अब तो मेरा डीएनए ब्लड सब फड़फड़ाने लगेगा थोड़ा देर में....आपका ये किस हम एक्सपेक्ट कर रहे थे पर माहोल को देख के लग नही रहा था की मिलेगा पर आप तो आप है इसलिए तो बोलते है आई लव यू...
हम बोले आई लव यू टू जान मेरा और फिर अपना बच्चा लोग को देखे मेरा बेटा अपना छोटा छोटा मुठ्ठी कभी खोलता कभी कस के बंद करता और मेरी बेटी प्यारी सी नन्ही सी नींद में हाफी ले रही थी....
मेरा बेटा पूजा पे गया था और मेरी बेटी हम पर एकदम गोरी चिट्टी और मेरा बेटा का रंग पूजा पे था पर थे दोनो के दोनो अपने आप में एकदम बवाल
अभी हम पूजा को बोलते की सुगंधा और मेरी भाभी अंदर आ गई और हमको ऐसे बैठे देख के भाभी बोली अभी से ही रोमांस शुरू कर दिया क्या जी तुम दोनो तो सुगंधा जोर से हस दी वही हम बुरी तरह झेंप गए और पूजा मुस्कुराते हुए अपने बच्चो के तरफ देखने लगी....
भाभी पास आई और बोली तब मेरे तोता मैना क्या गुटुर गू चालू है ये नही की सब को अंदर बुला के...
हम बोले अरे भाभी अभी तो हम अंदर आए ही थे सब कोई अपने आ रहा था तो हम सोचे की सब खुद आ जायेगा और आप आए ना...
तो भाभी हस के बोली वाह बेटा उल्टा चोर कोतवाल को डांटे है ना रुको अभी बुलाते है मम्मी को तो वही बताएंगी...
तो पूजा हड़बड़ा के कुछ बोलना चाही तो भाभी कमर पे हाथ रखते हुए बोली हा हा मैडम नही लगा रहे शिकायत आपके जान का
और हस के ये बोलते हुए वापिस मुड़ गई की सब को बुला लाते है....
उधर बाहर डॉक्टर मैडम किसी और पेशेंट को अटेंड करने जा रही थी तो पापा पूछे की मैडम पूजा बेटा को मीठा खिला सकते है तो डॉक्टर बोली पूरा नहीं दीजिएगा थोड़ा सा खिला लीजिएगा पर कोई एक खिलाइएगा सब कोई नही....
इधर मां और बाकी सब लोग अंदर आ गए और मां हमको बोली अपना बाल बच्चा के गोदी लिया की नही...
हम बोले नही मां पहले आप बड़े लोग उनको अपना आशीर्वाद दीजिए फिर हम लेंगे गोद में....
पापा अंदर आते वक्त मेरा बात सुन के पूरा एकदम अलग ही रंग में आ गए और मां को बोले देखी ये है अपना सुमित अब तुमको लेना है तो लो गोदी में नही तो हमको लेने दो जल्दी से और वो पूजा के पापा को भी पकड़ के साथ में लेते आए तो मां बोली ऐसे कैसे पहले हम लेंगे दोनो को...
वही इस मीठी नोक झोंक को देख के हम पूजा के पास झुक के बोले की अपना प्यार आज पूरा हुआ जान अब बस एक दूसरे का हाथ पकड़े पूरा जीवन बिताना है ऐसे ही और उसका हाथ पकड़ लिए......पूजा बस मेरा हाथ जोर से दबा दी और अपनी सहमति जता दी...
सुगंधा हम लोग को नोटिस कर रही थी तो वो बोली दोनो वैसे हो रहना और इधर देखो हम दोनो उसके तरफ देखे तो वो हम लोग का एक फोटो खींच ली....आज वो भी ढेर सारी यादें संजो रही थी अपने फोन में...
इधर पापा हमको एक मिठाई दिए और बोले ले पूजा बेटा का मुंह तो मीठा कर...हम कुछ बोलते उससे पहले मां बोली अरे अभी कहा तो पापा बोले अरे तुम बहुत टेंशन लेती है डॉक्टर से पूछ लिए है और पूजा बेटा का मुंह देखो गुलाब जामुन देख के उसका मुंह लपालप कर रहा है.....
हम पापा के हाथ से मिठाई लिए और वो पूजा को मुंह में देते हुए बोले मुबारक हो न्यू न्यू मम्मी.....पूजा मिठाई के साथ साथ मेरा उंगली भी काट ली तो हम चिहुंक गए......
तो भाभी चुटकी लेते हुए बोली हम्मम और कुछ चाहिए तो वो भी बोल दो देवर जी मना नहीं करेंगे....इतने में नर्स भी आ गई वापिस और वो पूजा के पास आ कर उसके बाह में एक और इंजेक्शन ठोकी और ठोकने के बाद साइड में बैठ गई....
इंजेक्शन लगते वक्त पूजा बस आंख बंद की तो भाभी बोली देख रही है मम्मी बात बात पे रोने वाली लड़की आज इतना बड़ा इंजेक्शन से एकदम नही रोई सब कमाल सुमित बाबू का है....
हम भाभी को बोले बस बस हो गया वही पूजा हौले से मुस्कुरा दी और उसका बचा हुआ मिठाई हम खा लिए फिर मां हम दोनो के पास आई और मेरे बेटे को उठाई अपने गोद में और बेटी को सासु मां...मेरी मां तो पहले भी इस एहसास से रुबरु हो चुकी थी पर सासु मां के लिए ये पहला मौका था और मेरी बेटी को गोद में लेते ही उनके आसू झड़ने लगे...वही राहुल भी अपनी भांजी के सर को छू रहा था और पूजा का पूरा परिवार मेरी सासू मां के पूछे खड़ा था की कब उनके हाथ से उनलोग को मिले...पर मम्मी के बाद पापा जी गोद में लिए और उधर मेरे बेटे को पहले मां फिर पापा उसके बाद तिवारी अंकल आंटी फिर भाभी उसके बाद दीदी जीजा भी उनको गोद में लिए....फिर उसको मेरे गोद में दिया गया और इधर से मेरी बेटी को भी मेरे गोद में दे दिया गया....
वही पापा, तिवारी अंकल और मेरे ससुर जी ने नर्स को कुछ पैसे मेरे दोनो बच्चे के सर से वार के उनको दे दिया....जब हम उन दोनो को एक साथ गोद में लिए तो ऐसा लगा जैसे दो फूल की गठरी मेरे हाथो पे रखा हो...वो दोनो अपने मां के तरह ही कोमल थे एकदम नाजुक
जब दोनो मेरे गोद में कुलबुलाया तो क्या बताए उस एहसास को शब्दों में बता पाना नामुमकिन है वो नाजुक नाजुक हड्डियों की चुभन जिनको अभी हमको और पूजा को मजबूत बनाना था...
हम प्यार से उन दोनों को पुचकार के उनके माथे पे चूम लिए और हम बुद्धू गलती से अपने बेटे को बेटी और बेटी को बेटा बोल देते है तो भाभी बोलती है अरे उल्टा....ये लल्ला है और वो लल्ली...फिर सब कोई हस देता है तो हम उनके नाक से नाक टकरा के बोले सॉली माय लिलिपुट्स....
हम उन दोनो को गोद में लिए लिए पूजा के बगल में बैठ गए और पूजा को बोलते है बेटी तो मेरे पे गई है और तुम्हारा बेटा तुम्हारे पे ही गया है जैसा हम चाहते थे वैसा ही भगवान किए मेरी बेटी मेरे झोली में दे दिए और तुम्हारा बेटा तुम्हारे झोली में.....
तो सासु मां बोली नही बेटा ये तो तुम दोनो का सौभाग्य है और ये दोनो तुम्हारे ही पूजा का अलग थोड़े है....
फिर हम उन दोनो को देख के बोले देख अभी ही बता दे रहे है अगर रात में परेशान किया ना तो बहुत पिटाई लगाएंगे इसलिए जैसे अभी शांत शांत है वैसे ही घर पे भी रहना....
तो पूजा मां को बोली देखिए मां अभी से ही पीटने का बात कर रहे है....मेरे पापा आगे आते है और मेरे गोद में से अपने पोते को उठाते हुए बोलते है अरे चोट्टा हमको भी दे ना तब से खुद ही खिलाए जा रहा है और तू टेंशन मत ले रात में अगर रोएगा तो हम दोनो है ना हम लोग जागेंगे तो मां बोली तू भाग यहां से हट गधा का तो हमर लइकन के मारतक....
तो सासु मां बोली हा नही तो क्या सुमित बेटा तुम टेंशन मत लो दादा दादी है चाचा चाची है नाना नानी है मौसी है मामा है सब तैयार है....
तो भाभी बोली हा नही तो क्या अभी घर चलो न पूजा के पास ये लोग रहेगा कितना देर देख लेना सब कोई का चहेता बन के रहेगा दोनो....छोटा बच्चा तो घर में है नही सब का सब बड़ा हो चुका है अभी ये लोग राज करेगा एकदम और हमको भी मौका मिलेगा दुबारा से बेटा बेटी पालने का....है ना मां कितना मजा आयेगा...
तो भईया मजाक से बोला हा मजा तो आयेगा जब अपना चाकू से भी तेज नखुनवा से तुम्हारा मुंह हाथ नोचेगा तब बोलना....
सब कोई हस दिया वही नर्स भी बोली सही बोले बच्चा लोग का नाखून बहुत तेज लगता है पर अभी तो ये लोग एकदम फूल जैसा नाजुक है नाखून से नोचने में अभी ढेर टाइम है....
तभी मेरे ससुर जी पापा से बोले की भाईसाहब पूजा बेटा को अगला महीना घर लाना चाहते है कुछ दिन के लिए ताकि अपना नाती नातिन के साथ हमलोग भी थोड़ा समय बीता सके.....
तो पापा बोले अरे कैसा बात करते है पूजा बेटा का दो दो घर है जब चाहे वो तब जा सकती है इसमें पूछने की क्या बात है.....
तो ससुर जी बोले नही पूजा अब मेरी बेटी बाद में आपकी बहू पहले है....ये बोल कर पापा जी हाथ जोड़ लिए उनका इशारा साफ साफ था की मेरे साथ जो व्यवहार किए थे वो उससे मेरे पापा का भी तो दिल बहुत दुखा है पर पापा हर बार पूजा के पापा को समझने का मौका देते आए जो शायद पिछली बार सुगंधा के छेंका के समय उनको समझ में आया...
तो पापा उनकी मंशा समझ के उनके हाथ को पकड़ के बोले अरे ये सब का कोई जरूरत नहीं है क्या आप भी अब समधी समधी में ये हाथ जोड़ा जोड़ी अच्छा नही लगता ये सब पुराना बात है आज के समय में गले मिलते है ऐसे और उनसे गले मिल के बोले पूजा बेटा की हालत सही होते ही वो जब चाहे तब चली जाए कोई दिक्कत नही....
पूजा बेटा के आने के बाद मेरे खुद एक घर में जो रौनक आया है वो हम और मेरी पत्नी जानते है और शायद इसलिए मेरी पत्नी उसका इतना खयाल रखती है क्युकी वो जानती है पूजा क्या है हमारे लिए और अब तो दो और जान से प्यारी वजह आ गई है अब तो जिंदगी जीने का और भी ज्यादा मजा आयेगा....
इधर पूजा और हमको ये समझ आ गया था की अब अपनी जिंदगी सेट है कही कोई दिक्कत परेशानी नहीं है जिंदगी पहले से और ज्यादा निखर गई थी वो भी नए रंगो के साथ....
तभी तिवारी आंटी बोली वो सब तो ठीक है पर अब इन दोनो का नामकरण तो कर लीजिए.....
तो पापा पूजा से पूछे बोल बेटा मेरे पोते के लिए क्या नाम सोची है.....तो पूजा मेरे तरफ देखी तो हम बोले वो आप बड़े लोग सब समझिए की क्या रखना है नाम क्या नही...
तो मेरे बेटे का नाम मां बोली सुमित और पूजा का बेटा है तो पुनीत...पुनीत बुलाएंगे हम इसको और घर का नाम तो हम बोले ये हम और पूजा सोच रखे है....तो पापा बोले हा तो बोल ना...
तो हम पूजा को बोले बोलने तो वो बोली हनी बनी.....फिर हम बोले बेटी हनी और बेटा बनी.....
तो सब कोई हमारी हा में हा मिलाया....मतलब ये नाम पास हो गया था...फिर पापा बोले हम्मम और अब मेरी पोती का नाम उसकी नानी और नाना बताएंगे तो पूजा के पापा फटाक से बोले मेरी नातिन का नाम होगा आरती....
आरती में जलने वाली दीये की लौ की तरह दमकता हुआ चेहरा है इसका बहुत उज्ज्वल भविष्य होगा इसका क्यू जी ठीक बोले ना हम....तो मेरी सासू मां बोली हा बिल्कुल ठीक और फिर मेरे ससुर जी तो ये है मेरी आरती और उसको वो अपने गोद में ले लिए....
थोड़ी देर यूंही सब के गोद में घूमने के बाद दोनो का दोनो जब पूजा के बगल में वापिस से लेटा तो लगा रोने...
फिर नर्स बोली काफी देर हो गया ना भूख लगा होगा आप लोग बाहर चलिए सब कोई...
हम सब लोग बाहर आ गए सिवाय मेरी दोनो मां के अलावा...वो दोनो पूजा के पास ही रही और इधर हम बाहर आ कर लग गए अपने बिल्स पे करने में और बाकी के जरूरी काम निपटाने में....
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सारी चीजे निपटाते निपटाते शाम हो गई....लास्ट में डॉक्टर मैडम ने पूजा को चेकअप के बाद घर से आए हुए साफ नाइटी ही नर्स से कह कर पहनवा दी और फिर सुगंधा उसके बाल झाड़ के बांध दी थोड़ा सा मुंह भी पोंछ दी उसके बाद डॉक्टर मैडम से हम जा के मिले और उनसे जरूरी चीज पूछ लिए कुछ औपचारिक बातो के बाद वो हमसे बोली की पूजा बहुत स्ट्रॉन्ग है और ये शायद आपके वजह से है और हमको ये बताने जा जरूरत नहीं है की ऐसा क्यों है....हम मुस्कुरा के उनसे पूछे की मैडम और कोई जरूरी बात तो वो बोली पूजा अपने आस पास के वातावरण से इतनी खुश है की वो दो दिन में रिकवर कर जायेगी बाकी जो मल्टीविटामिंस और दवाइया है वो अभी चलेंगी और बाकी कोई चीज खाने पीने की मनाही नहीं है पर अभी थोड़े दिन तक जंक फूड से दूर रहना है जितना हो सके उतना हेल्दी डाइट ले और बस सब ओके है और दो वीक बाद मिल लीजिएगा आ कर बच्चो का वैक्सीनेशन कार्ड बन जायेगा.....
इधर जब हम लोग हॉस्पिटल से निकलने के तैयारी में थे तब ही भईया भाभी राहुल और सुगंधा के साथ तिवारी आंटी अंकल भी घर जा चुके थे....दीदी और जीजा जी भी अपने घर की तरफ निकल गए....
पूजा के पापा और मां हम लोग से विदा ले कर अपने घर चले गए और हम पापा मां और मेरी जान और हमारे दो अनमोल रतन के साथ अपने घर को चल दिए....पूजा मां के कंधे पे सर टिकाए बैठी थी और मां अपने गोद में मेरे बेटे को लिए और पापा मेरी बेटी को लिए मेरे साथ आगे बैठे थे....
बड़ा गुदगुदी सा महसूस हो रहा था ये सब देख के मन हो रहा था की जोर जोर से उछल उछल कर अपनी खुशी जाहिर करू पर अभी अपनी जान का ध्यान रखना था और इस खुशी को तो अपनी जान के साथ में कभी भी सेलिब्रेट कर सकते थे और ये सब के साथ साथ अब अपने जीवन की एक नई पारी खेलने का समय आ गया था पर हम जानते थे की इस कदम पे भी पूजा के साथ रहने पे हमको कोई दिक्कत नही होने वाला था.... इन्ही सब खयालों के समंदर में गोते लगाते हम पहुंच गए घर....
वहा पे भईया भाभी पहले से आए हुए थे पर जब गेट खुला और हम लोग अंदर गए तो वहा पूजा के स्वागत के लिए अलग ही तैयारी कर रखा था सब....
सुगंधा राहुल मेरे भईया भाभी दीदी जीजा जी पूजा के पापा मम्मी और तिवारी अंकल आंटी सब कोई पूजा और हमारे दोनो बच्चो के स्वागत के लिए पूरे आंगन से ले कर सीढ़ी से होते हुए मेरे कमरे तक को फूलो की लड़ियों से सजा दिया था और आंगन के बीचों बीच गुलाल से लिखा था वेलकम होम आवर लव्ड वन्स
और आंगन में जैसे मेरे एनिवर्सरी सेलिब्रेशन के समय टेबल पे केक रखा था वैसे ही आज भी केक रखा था और उसपे कांग्रेचुलेशन न्यू मॉम डैड लिखा था....ये सब देख के पापा बोले अरे गजब ये तो हम सोचे ही नही थे सरपराईज पार्टी...तो हम हस दिए वही पूजा पगली सब का इतना प्यार देख के रो दी...
तो भाभी आगे आई और उसको संभालते हुए बोली हद है खुश होने के मौके पे भी रो रही है काहे देवर राम चिमटी काटा क्या....
तो पूजा रोते रोते हस दी और फिर उसको पकड़ के भाभी अंदर लाई और राहुल हमको हाथ से पकड़ के ले आया और मां पापा आरती और पुनीत को अपने गोद में लिए अंदर आ गए और फिर हम और पूजा दोनो कोई एक दूसरे का हाथ पकड़े केक काटे और हम थोड़ा सा पूजा को खिलाए वही पूजा हमको एक बड़ा टुकड़ा मुंह में खिला दी और हम उसको सब के सामने गले से लगा लिए तो सुगंधा और भाभी पीछे कैसे रह सकती थी वो भी हूटिंग कर दी जोर से वही इतना हो हल्ला सुन के हमारा हनी बनी दोनो का दोनो रोने लगा
हम दोनो से पहले पूजा के पापा जोर से बोले अरे हल्ला नही करो मेरा नाती नातिन रोने लगा हट बदमाश लोग देखो जब से शांत था अभी रुला दिया सब कोई.....
वही पापा और मां उनको लगे हुए थे संभालने में पर पूजा आगे आई तो भाभी बोली हा लो अब दोनो को कैसे लोगी एक साथ....
तो वो पिछे मूड़ कर मेरी तरफ देखी तो हम भी आगे आए और हनी को हम लिए और बनी को पूजा दोनो तब तक थोड़ा संभल चुका था फिर मां बोली अब दोनो को ले कर रूम में जा भूखा होगा दोनो फिर पूजा डार्लिंग को सब एहतियात के साथ ऊपर रूम में पहुंचा दिया गया और इधर तिवारी अंकल आंटी अपने घर को गए ये बोल कर की पार्टी बाकी रहा पर जाने से पहले अपने काटे हुए केक में से उनको भी हम खिला दिए....
इधर पूजा के पास पापा मम्मी और मेरे मां पापा भी थे वह सुगंधा राहुल और दीदी नीचे जो कुछ भी फैला पड़ा था वो सब साइड की जबकि जीजा भी आज दीदी को यही छोड़ कर लौट घर लौट गए थे और भईया भी घर निकला जबकि भाभी खाना बनाने में लगी.....
रात में सब के खाना खाने के बाद सुगंधा राहुल और मम्मी पापा को घर छोड़ कर हम वापिस आए आज पूजा के पास मां सोने वाली थी और हम नीचे सोए पापा के पास....
ये सिलसिला अगले कुछ दिनों तक यूंही चला और मां भाभी और मेरे देख भाल और प्यार का नतीजा हुआ की मेरी जान अब अपने लय में वापिस आ रही थी और इधर मेरे ऑफिस ज्वाइन करने की तारीख भी नजदीक आ रही थी....
खैर मेरी जान और मेरे दोनो नन्हे मुन्ने अब खेलते खिलखिलाते रहते दिन भर वही डॉक्टर से मिलने जाने में समय था पर फिर भी हम पूजा और दोनो बच्चो को डॉक्टर से मिला लाए और हमारे साथ मां, पापा और भाभी भी आए थे.....
डॉक्टर ने पूजा को हरी झंडी दे दी और बोली नाउ यू अरे ऑल ओके और मेरे बच्चो को कुछ ड्रॉप्स पिलाया गया और उनका वैक्सीनेशन कार्ड बन गया जिसका सुभारमंभ एक महीने की उम्र होने पर उनको पहला इंजेक्शन पड़ता तब होगा....
तीन चार दिन और ऐसे ही बीते और अब पूजा खुद से नीचे ऊपर आने जाने लगी थी और साथ साथ घर के कुछ काम भी कर रही थी छोटे मोटे....
वही पापा का समय दुकान पे कम और घर पे ज्यादा बीत रहा था वो और मां दोनो दिन भर दोनो को अपने हाथो में ही लिए रहते और अगर मां कुछ कर रही होती तो भाभी लिए रहती.....
और मेरे हनी बनी दोनो शांत स्वभाव के थे रात में कम ही तंग करते थे मां बोली की जितना तू तंग करता था उतना तेरा बेटा बेटी नही करता है....भगवान जाने ये चमत्कार कैसे हो गया....
तो हम बोले अरे मां अच्छा न है पोता पोती तुम्हारा मार खाने वाला काम नही करता है तो पापा मेरे कान खींचते हुए बोले लतखोर ही रहेगा साला खबरदार जो मेरा पोता पोती को मारा तो...
तो पूजा हस कर बोली बेटा बेटी के चक्कर में बाप खुद पीटा गया....
उस रात हम मां से बोले की मां आज आप आराम करो यहां हम ऊपर सोएंगे तो मां बोली हा हमको पता है जा पर देख रात में जागेगा दोनो तो...
तो पूजा बीच में बोली अरे मां आप निश्चिंत रहिए हम संभाल लेंगे नही तो आपके पास ले आयेंगे नीचे....
तो पापा बोले ऐसा कर दोनो को हमारे पास ही सुला दे हम रात भर ये लोग के साथ खेलेंगे.....तो मां हस के बोली है ना आऊ रतवा में दूध खोजेगा तो कहा से लाइएगा....
तो हम बोले उसकी मां नीचे आ जायेगी और क्या....तो पूजा मेरे कमर में चिमटी काट ली और ऊपर भाग गई तो मां पापा दोनो हस दिए....
मां मेरे हनी बनी को ऊपर ले कर गई जबकि पापा हमको रोक कर पूछे की यहां ज्वाइन कब से करेगा फिर उनको बतलाए तो वो बोले बेटा यहां पे मन से काम करना और चालाकी से भी क्युकी यहां पॉलिटिक्स बहुत चलता है....
तो हम बोले जी पापा आप टेंशन मत लिजिए सब सही रहेगा...फिर मां आई और बोली जा सो जा सुबह से तू भी भागा दौड़ी में लगा है...
जब हम ऊपर आए तो मेरी जान एकदम रेडी थी ठीक वैसे ही जैसे पहले वो रहती थी एकदम सजी संवरी हुई आंखो में काजल होंठो पे लिपस्टिक और बाल पूरे खुले हुए पर एक क्लचर से उसको बांध रखी थी....और आज उसने मेरी दी हुई नाइटी पहनी थी जो हम उसको एनिवर्सरी की रात दिए थे.....
हम दरवाजा बंद किए और फिर जब बेड पे आए तो मेरे और पूजा के बीच में दोनो भाई बहन एकदम जगह पकड़ के लेटा हुआ था...तो हम दोनो के तरफ देखते हुए बोले बेटा लोग कुछ घुस वुस ले के जगह बदल ले ना कहां बीच में घुसा हुआ है तोहनी...
और ये सब बोलते हुए पूजा हमको बिस्तर के उस किनारे से देख रही थी...
और मेरा शैतान बेटा साला खिखिया के हस दिया और मुंह से थ्रर्रू कर दिया जैसे वो चिढ़ा के बोला हो भगले यहां से हम नही कही जा रहे....
पूजा जोर से हसी और बोली मेरा बेटा अपना बाप का मंशा भांप लिया...है ना बेटा मेरा
हम बोले जाओ ना बेटा मेरा साला अभी ही जान गया की मेरी मईया पे खतरा मंडरा रहा है...
तो पूजा मेरे पास आई और मेरे गाल सहलाते हुए बोली बै जान क्या आप भी...
हम मुस्कुराते हुए पूजा को अपने आलिंगन में लिए और बोले थैंक्यू बेटा...और उसको एक उंगली से उसके हाथ पे हाई फाई जैसा दे दिए....
और पूजा से बोले बेटा के साथ मिल के चाल चले और उसकी मां को अपने पास बुला लिए....
तो पूजा मेरे गाल पे काट के बोली गंदे आदमी अभी से ही उसको भी बिगाड़ रहे है तो उधर से मेरा बेटा अपनी लड़खड़ाती आवाज में बोला हां....
ये सुन कर हम दोनो हस दिए फिर पूजा बोली आपकी बेटी को आपके ही तरह बदमाशी पसंद है खाली हाथ चलाती है दूध पीने टाइम चट चट मारती है...
हम बोले अच्छा मतलब बाबू वाला लक्षण आ गया है उसमे है ना...हम अपनी हनी के तरफ झुके और बोले कीप इट अप बेटा बिल्कुल मत छोड़ना वैसे तुम दोनो की मईया माल है माल.....
तो पूजा हस्ते हुए बोली अरे बस भी कीजिए जान क्या आप भी....
हम बोले सच ही तो बोले देखो तो क्या लग रही हो अभी एकदम बवाल...तो वो बोली आज आपके साथ सोना था ना इसलिए ऊपर आने के बाद थोड़ा सा सज गए अपने सजन के लिए और आप कितने बेशर्म है पापा मां के सामने वैसे बोल रहे थे दूध के बारे में....
हम उसकी चुचियों को हौले से दबाते हुए बोले अरे वो सब छोड़ो मां पापा को सब पता है और अभी फिलहाल हमको इन्पे ध्यान देने दो....
पूजा भी मेरे गोद में बैठ गई और बोली अभी आराम से रहिए समझिए एक महीना और डॉक्टर मैडम से हम पूछे थे तो वो बोली की एक महीना इंटरकोर्स नही करना है तो हम बोले अरे अरे अरे जुदाई का एक्सटेंशन पे एक्सटेंशन किए जा रही हो कुछ तो दया करो अपने शहजादे पे....
तो पूजा बोली आप अभी अपनी मुनिया पे दया दृष्टि दिखलाइए वरना बहुत दिक्कत में आ जाएगी आपकी मुनिया....
हम नाइटी हटा कर उसकी चूत देखे तो वो दिख तो रही थी सही सलामत पर पूजा बोली ऊपर से सब सही है पर अंदर से अभी वो घायल है मेरे जान इसलिए...
हम बोले कोई दिक्कत नही जान इंतजार जितना बढ़ेगा सेकंड हनीमून का चांस उतना ही प्रबल होता जायेगा
तो पूजा मेरे होंठो पे चूम कर बोली अरे जान बस अब ये सब बोल के मेरा मूड मत बनाइए...
फिर हम पूजा को अपने गोद से उतारे और बोले नाइटी चेंज कर लो मां कभी भी आ जायेगी...
तो पूजा बोली नही अभी जब आप सो जाइयेगा तब बदलेंगे....हम बोले नही अभी ही कर लो और उसके कंधो पे से उसकी नाइटी के स्ट्रेस को सरका दिए और नाइटी जमींदोज होते ही मेरी जान आज एक अरसे बाद नंगी खड़ी थी मेरे सामने...
हम बोले कौन कहेगा की तुम दो बच्चो की मां हो हा ये कमर देखी हो ये सपाट पेट उफ्फ ज्यादा देर रोके ना तो फिर बहुत दिक्कत हो जायेगा मेरे को....
पूजा अपनी नॉर्मल नाइटी को पहनते हुए बोली क्यू जान क्या हो जायेगा मेरा हाथ है ना और फिर नीचे से दिक्कत है ऊपर से नही....
तो हम बोले नही नही जान जिस दिन से अपना ये खेला बंद हुआ है उस दिन से तुम्हारे शहजादे को उल्टी नही करवाए है रोक के रखा है की तुम्हारी मुनिया में ही सब बाहर निकालेगा...
पूजा आंखे गोल करती हुई बोली जान आप दुबारा से हमको प्रेगनेंट करने के फिराक में है क्या....
हम उसकी नाइटी के गले से उसकी चुचियों को बाहर करते हुए बोले ये तो अब उस दिन पता चलेगा जब तुम्हारा पीरियड्स दुबारा से रुकेगा
तो पूजा कुछ नही बोली बस मेरे गले से लग गई और मेरा मुंह उसकी चुचियों के बीच घुस गया....
उस रात पूजा थोड़ी देर मेरे गोद में ही बैठी और हम भी थोड़ा बहुत कडलिंग किए उसके साथ फिर वो अपने ड्यूटी में लग गई क्युकी मेरा बेटा लाल रोने लगा था जबकि मेरी बेटी मस्त नींद ले रही थी पर हरामखोर बनी के चक्कर में मेरी हनी भी रोने लगी...पर आज रात पूजा बोली आप अपनी बेटी को संभालिए और हम इसको....
अगली सुबह हम लेट से उठे थोड़ा क्युकी रात में तीन चार बार इन्होने हमारी नींद खराब कर दी पर यही तो मजा है नए नए माता पिता बनने का....
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अब हमने अपना ऑफिस भी ज्वाइन कर लिया था और अब सब कुछ सही था पूजा अब पूरी तरह ठीक हो गई थी वही मेरा बेटा बेटी दस महीने का हो चुका था और दोनो के दोनो पूरा घर सर पे उठाए रखते थे....
दादा दादी का तो प्राण बस्ता था उन दोनो में दिन भर अपने पास रखते थे और पापा ने अब दुकान जाना बंद कर दिया था....और मैने भी एक अच्छे बेटे की तरह उनकी हर जिम्मेदारी का बीड़ा उठाया और आगे भी उठाते ही रहेंगे....
इस बीच पूजा तकरीबन डेढ़ महीने अपने घर भी रह कर आई वहा भी अब सब कुछ ठीक था....
भगवान की असीम कृपा रही की जिंदगी में थोड़े उतार चढ़ाव देने के बाद अंत में सब कुछ सही कर दिए और चांद सूरज जैसे बेटे बेटी से नवाजे....
सब कुछ अपने समय के हिसाब से बदल रहा था पर एक चीज थी जो अभी तक नही बदली थी और नाही बदलने वाली थी वो था मेरा और पूजा का प्यार....हमारा Unexpected रिश्ता जो अब एक Perfect रिश्ता में बदल चुका था......
(समाप्त)
ये सुन कर हम चैन का सास लिए और फिर मां और बाकी लोग पहुंचे उसके बेड के पास जहां मेरा बेटा बेटी और पूजा को लाने से पहले साफ सुथरा चादर बिछाया जा रहा था और फिर एक प्लेट दवाइयों और इंजेक्शन से भरी हुई ला के रख दी गई....
जबकि मेरे साथ जीजा जी ओटी के बाहर खड़े थे पर फिर भी हम थोड़े घबराए हुए थे की कब मेरी जानेमन मेरे नन्हे मुन्नों के साथ बाहर आए...और हम सुकून की सास ले सके.....
उधर पापा, तिवारी अंकल और ससुर जी वार्ड के बाहर थे जबकि राहुल, सुगंधा और बाकी लेडीज सब वार्ड में...
उधर सुगंधा और राहुल मेरी सासू मां और मेरी मां के साथ मिल कर कुछ और ही प्लान कर रहे थे...
तकरीबन पौने घंटे बाद पूजा और मेरे दोनो बच्चे उसके बगल में लेटे हुए बाहर आए और सबसे पहले पूजा की नजर हमसे मिली तो वो मुस्कुराते हुए रो दी और हाथ उठा कर मेरा हाथ पकड़ना चाही तो हम भी उसका हाथ पकड़ लिए और मेरी भी आंखे नम हो चली थी पर फिर भी खुद को संभालते हुए उससे पूछे की कैसी है तो वो धीरे से बोलना चाही पर आवाज नही निकली लेकिन अपनी आंखो से इशारा कर के बताई की ठीक है वो और फिर अपने बच्चो के तरफ इशारा की तो हम भी मुस्कुराते हुए उनके तरफ देखने लगे थोड़ा देर पहले जितना दर्द और कष्ट में वो थी इन दोनो के देखने के बाद वो सब पीड़ा खुशी में बदल गया था.....
धीमे धीमे उसका स्ट्रेचर वार्ड की तरफ भी ले जाया गया जहां वार्ड के बाहर पापा और बाकी लोगो की नजर पड़ी तो वो भी दौड़े आए और फिर पूजा से पूछे की ठीक है ना बेटा तो पूजा उनको भी सर हिला कर हां में जवाब दे दी....
और बच्चो को देखने के बाद सब एक दूसरे को मुबारकबाद देने लगे की वो दादा और नाना बन गए तो कोई दादी और नानी...
वार्ड में घुसते ही मेरी मां और सासु मां दोनो पूजा के पास आई और बच्चो को देख के खुश होती हुई उनको पुचकारने लगी और साथ ही साथ उनके रूप और नैन नक्श के बारे में बात करने लगी की कौन किसके ऊपर गया है....
वही सुगंधा और राहुल मेरे को रोक के बोले बधाई हो जीजा जी तो हम बोले तुमलोग को भी बधाई हो मामू और मौसी बनने के लिए....
अब सब लोग अंदर आ गए थे क्युकी सब कोई को मेरे नन्हे मुन्नों से मिलना था उनको गोद में लेना था....
उधर पूजा को धीरे धीरे आराम आराम से बेड पे शिफ्ट किया गया और उसके बाद दोनो बच्चो को भी...
मेरे दोनो बच्चे अभी एकदम शांत और कपड़े में लिपटे हुए गुड्डे गुड़िया लग रहे थे....
मेरी मां उनको गोद में लेने के लिए हाथ आगे की तो नर्स ने रोक दिया और बोली की अभी डॉक्टर आयेगी वो बोलेंगी फिर लीजिएगा गोदी में अभी मां के पास से सब साइड हट के बैठिए और इतना लोग एक साथ मत रहिए वरना हमको डांट पड़ जायेगा.....
इधर सुगंधा मेरे दोनो बच्चा का ढेर सारा फोटो क्लिक की और पूजा को कांग्राचुलेट की.....फिर एक और नर्स आई और बोली आप लोग भिड़ हटाइए मैडम आ रही है....तो मेरे पापा और पूजा के मां पापा मेरे दीदी जीजा राहुल ये सब बाहर चले गए और हम तो हटने से रहे हम पूजा के पास ही बैठे रहे और जो नर्स पिछली बार हमको जाने को बोल रही थी इस बार हमको जाने को नही बोली कारण था हम पूजा का हाथ पकड़ रखे थे जिसको मेरी जान भी जोर से अपनी हथेली में दबा रखी थी....
हम अपने दोनो बच्चो को एकटक से देखे जा रहे थे तो पूजा हमको ऐसे घूरते हुए देख के धीरे से बोली जान एई जान...हम उसकी तरफ देखे तो वो पाउट जैसा मुंह बना के चुम्मा दे के बोली आई लव यू जान पर आप ऐसे मुंह क्यू बनाए हुए है....
तो हम बोले तुमको कितना तकलीफ हुआ जान अभी भी दर्द में हो ना.....तो वो बोली अरे जान उतना तो होना ही था और फिर इनको देखने के बाद हम सब कुछ भूल गए और इनको देखिए तो आप कितना गोलू मोलू है अपना बेटा बेटी....
हम हस कर उनकी तरफ देखे और फिर पूजा के हाथ को जोर से दबा के बोले आई लव यू टू जान आई लव यू सो मच पर अब तुम कैसी हो ये तो बताओ....
तो पूजा बोली अरे मेरे जानेमन आप टेंशन मत लिजिए हम ठीक है बस आप पास बैठे रहिए फिर देखिए हम ठीक हो जायेंगे तुरंत...हम कुछ नही बोले बस उसका हाथ पकड़े बैठे रहे...
मां और मेरी सासू मां अभी भी अंदर ही थी पर दरवाजे के पास थोड़ा हट के और आपस में ही बाते कर रही थी...इतने में डॉक्टर आई तो फिर से सब कोई अंदर आ गया तो डॉक्टर बोली अरे अरे क्या कर रहे है आप लोग बच्चा और मां को इन्फेक्शन लगवाइएगा क्या बाहर चलिए सब कोई....तो पापा बोले अरे मैडम हमे उनको गोद में लेना है तो डॉक्टर बोली अभी नही अभी थोड़ी देर के बाद और उससे पहले सब कोई पहले साबुन से हाथ धो कर ग्लव्स पहनिए फिर लीजिएगा बच्चा को गोद में....
और ऐसे ही ले लोजिएगा गोद में बिना मुंह मीठा करवाए हा जाइए पहले मिठाई मंगवाइए और अभी यहां से पहले बाहर निकलिए ये जगह खाली कीजिए....
वार्ड से बाहर निकल कर पापा तुरंत राहुल को पकड़े और बोले बेटा ये ले पैसे और ले आ मिठाई दादा बनने के खुशी में ध्यान ही नही रहा तो राहुल और तिवारी अंकल एक साथ बोले अरे मिठाई ला रखे है....अभी निकाल लाते है और राहुल गया मिठाई लाने....
इधर हम अभी भी अंदर ही थे तो डॉक्टर हमको देखी तो रुकी और नर्स को कुछ बताई लाने को और वो नर्स चली गई....
तभी डॉक्टर सब कोई को बाहर कर के हम दोनो के तरफ आई और एक दूसरी नर्स साथ में थी उनके तो हम उठ के साइड में खड़े हो गए तो डॉक्टर बोली आपको अलग से बोलना पड़ेगा बाहर जाईए....
फिर हम भी बाहर जाने लगे तो पूजा बोली इनको रहने दीजिए ना मैम....तो डॉक्टर बोली नही अभी थोड़ी चेकअप करना है उसके बाद इनको हम खुद भेज देंगे अंदर और फिर हम वहा से बाहर आ गए और बाहर आते के साथ पापा बोले अरे बेटा ये ले मुंह मीठा कर आज तू भी बाप बन गया और हम एक बार फिर से दादा.....खुश रह मेरे बच्चे हमेशा खुश रह दोनो के दोनो....
और मेरे को एक मिठाई खिला दिए फिर हम भी उनको मिठाई खिलाए.....अभी हम किसको क्या जवाब दे कुछ नही समझ आ रहा था खुशी और घबराहट के मारे मेरी बोलती बंद हो रखी थी....
फिर धीरे धीरे सब कोई के साथ मिठाई खाने खिलाने और खुदखेंचू ( सेल्फी ) लेने का दौर चला उसके बाद हम सबसे पहले गए और अपने हाथ साबुन से धो कर नए ग्लव्स खरीद के पहने और इंतजार करने लगे की कब अंदर जाऊ और उनको गोद में लू....मेरे बाद सब कोई भी हाथ धो धो कर तैयार था....
नर्स जो डॉक्टर के कहने पे कुछ लेने गई थी वो कुछ दवाइयां और रूई के गोले ले कर आई थी.....उसके अंदर जाने के पंद्रह मिनट बाद वही नर्स बाहर आई और मेरी मां को आवाज दी तो सासु मां और मेरी मां, तिवारी आंटी सब उसके पास गई और हम भी गए पर थोड़ा अलग ही रहे और वो नर्स बोली की अंदर चलिए आपमें से कोई तो मेरी मां और सासु मां दोनो अंदर गई और हम भी आने लगे तो नर्स बोली आप नही लेडीज को जाना है....और हम फिर से बाहर ही रह गए....
अंदर डॉक्टर दोनो से बोली की अभी सब ठीक है पेशेंट को अभी थोड़ा ब्लीडिंग हो रहा है पर दवाई दिए है अभी कुछ देर में वो भी कंट्रोल हो जायेगा....
तो मां बोली कोई दिक्कत वाला बात नही ना है मैडम...
तो डॉक्टर बोली नही कोई दिक्कत वाली बात नही है....थोड़े समय ने कंट्रोल हो जायेगा...फिलहाल इनको आराम करने दीजिए नर्स सब कुछ सही से साफ कर के आप लोग को बता दिया जाएगा फिर आइएगा अंदर आराम से....
तो मेरी सासू मां पूछी की दोनो बच्चे कैसे है मैडम....तो डॉक्टर मुस्कुरा कर बोली आप लोग तो बस कमर कस लीजिए एकदम हेल्दी और स्वस्थ बच्चे है दोनो....बस अब तो इनको खिलाने और खेलाने में ही आप लोग का समय जायेगा....कोई दिक्कत नही सब ठीक है और ये बोल कर वो बाहर आ गई मां और सासु मां के साथ.....
उनके बाहर आते ही डॉक्टर अपने रास्ते हो ली और मां के पास हम जा के पूछे की क्या बोली डॉक्टर तो मां बोली की थोड़ा देर में जाने मिलेगा फिर शाम तक घर चलेंगे....
थोड़ी देर बाद नर्स बाहर निकल के हमको बुलाई तो हम उसके पास गए तो वो बोली अब आप लोग जा सकते है फिर दो घंटे बाद मैडम आ कर एक बार और देखेगी फिर बताएंगी कब डिस्चार्ज कर रही है और हम थोड़ी देर में आ रहे है तब तक आप्लोग जाइए...
इतना बोल कर वो चली गई जबकि हम बाकी लोगो को बिना बताए अंदर चले गए....
जाते के साथ पूजा का हाथ वापिस से पकड़े और पूछे की ठीक हो ना जान तुम तो वो बोली हा जान ठीक है हम और बाकी लोग कहा है उनको भी तो बुला लीजिए सब कब से वेट कर रहा है....
हम बोले अरे अपने आप आ जायेंगे फिलहाल हमको इनकी मां से बाते करनी है वो भी अकेले में...
तो पूजा हस के धीरे से बोली खाली मौका चाहिए रहता है आपको है ना अभी कुछ नही कर सकते है हमलोग जान...
हम हस के बोले अरे नही पगली वो सब का बात नही कर रहे हम...बल्कि हम तो ये बोल रहे है कि अब तो मेरा प्यार का दायरा कम हो जायेगा ना इनके आने से....
तो पूजा बोली बै जान क्या आप भी इनके आने से तो हम आपको और प्यार करेंगे देखिएगा ना बस थोड़ा ठीक हो जाए हम....
हम बोले अरे ठीक तो तुम हो ही और जल्दी से ठीक होने के लिए ये लो और झुक कर उसके गाल पे चूम लिए तो पूजा बोली आह जान अब तो मेरा डीएनए ब्लड सब फड़फड़ाने लगेगा थोड़ा देर में....आपका ये किस हम एक्सपेक्ट कर रहे थे पर माहोल को देख के लग नही रहा था की मिलेगा पर आप तो आप है इसलिए तो बोलते है आई लव यू...
हम बोले आई लव यू टू जान मेरा और फिर अपना बच्चा लोग को देखे मेरा बेटा अपना छोटा छोटा मुठ्ठी कभी खोलता कभी कस के बंद करता और मेरी बेटी प्यारी सी नन्ही सी नींद में हाफी ले रही थी....
मेरा बेटा पूजा पे गया था और मेरी बेटी हम पर एकदम गोरी चिट्टी और मेरा बेटा का रंग पूजा पे था पर थे दोनो के दोनो अपने आप में एकदम बवाल
अभी हम पूजा को बोलते की सुगंधा और मेरी भाभी अंदर आ गई और हमको ऐसे बैठे देख के भाभी बोली अभी से ही रोमांस शुरू कर दिया क्या जी तुम दोनो तो सुगंधा जोर से हस दी वही हम बुरी तरह झेंप गए और पूजा मुस्कुराते हुए अपने बच्चो के तरफ देखने लगी....
भाभी पास आई और बोली तब मेरे तोता मैना क्या गुटुर गू चालू है ये नही की सब को अंदर बुला के...
हम बोले अरे भाभी अभी तो हम अंदर आए ही थे सब कोई अपने आ रहा था तो हम सोचे की सब खुद आ जायेगा और आप आए ना...
तो भाभी हस के बोली वाह बेटा उल्टा चोर कोतवाल को डांटे है ना रुको अभी बुलाते है मम्मी को तो वही बताएंगी...
तो पूजा हड़बड़ा के कुछ बोलना चाही तो भाभी कमर पे हाथ रखते हुए बोली हा हा मैडम नही लगा रहे शिकायत आपके जान का
और हस के ये बोलते हुए वापिस मुड़ गई की सब को बुला लाते है....
उधर बाहर डॉक्टर मैडम किसी और पेशेंट को अटेंड करने जा रही थी तो पापा पूछे की मैडम पूजा बेटा को मीठा खिला सकते है तो डॉक्टर बोली पूरा नहीं दीजिएगा थोड़ा सा खिला लीजिएगा पर कोई एक खिलाइएगा सब कोई नही....
इधर मां और बाकी सब लोग अंदर आ गए और मां हमको बोली अपना बाल बच्चा के गोदी लिया की नही...
हम बोले नही मां पहले आप बड़े लोग उनको अपना आशीर्वाद दीजिए फिर हम लेंगे गोद में....
पापा अंदर आते वक्त मेरा बात सुन के पूरा एकदम अलग ही रंग में आ गए और मां को बोले देखी ये है अपना सुमित अब तुमको लेना है तो लो गोदी में नही तो हमको लेने दो जल्दी से और वो पूजा के पापा को भी पकड़ के साथ में लेते आए तो मां बोली ऐसे कैसे पहले हम लेंगे दोनो को...
वही इस मीठी नोक झोंक को देख के हम पूजा के पास झुक के बोले की अपना प्यार आज पूरा हुआ जान अब बस एक दूसरे का हाथ पकड़े पूरा जीवन बिताना है ऐसे ही और उसका हाथ पकड़ लिए......पूजा बस मेरा हाथ जोर से दबा दी और अपनी सहमति जता दी...
सुगंधा हम लोग को नोटिस कर रही थी तो वो बोली दोनो वैसे हो रहना और इधर देखो हम दोनो उसके तरफ देखे तो वो हम लोग का एक फोटो खींच ली....आज वो भी ढेर सारी यादें संजो रही थी अपने फोन में...
इधर पापा हमको एक मिठाई दिए और बोले ले पूजा बेटा का मुंह तो मीठा कर...हम कुछ बोलते उससे पहले मां बोली अरे अभी कहा तो पापा बोले अरे तुम बहुत टेंशन लेती है डॉक्टर से पूछ लिए है और पूजा बेटा का मुंह देखो गुलाब जामुन देख के उसका मुंह लपालप कर रहा है.....
हम पापा के हाथ से मिठाई लिए और वो पूजा को मुंह में देते हुए बोले मुबारक हो न्यू न्यू मम्मी.....पूजा मिठाई के साथ साथ मेरा उंगली भी काट ली तो हम चिहुंक गए......
तो भाभी चुटकी लेते हुए बोली हम्मम और कुछ चाहिए तो वो भी बोल दो देवर जी मना नहीं करेंगे....इतने में नर्स भी आ गई वापिस और वो पूजा के पास आ कर उसके बाह में एक और इंजेक्शन ठोकी और ठोकने के बाद साइड में बैठ गई....
इंजेक्शन लगते वक्त पूजा बस आंख बंद की तो भाभी बोली देख रही है मम्मी बात बात पे रोने वाली लड़की आज इतना बड़ा इंजेक्शन से एकदम नही रोई सब कमाल सुमित बाबू का है....
हम भाभी को बोले बस बस हो गया वही पूजा हौले से मुस्कुरा दी और उसका बचा हुआ मिठाई हम खा लिए फिर मां हम दोनो के पास आई और मेरे बेटे को उठाई अपने गोद में और बेटी को सासु मां...मेरी मां तो पहले भी इस एहसास से रुबरु हो चुकी थी पर सासु मां के लिए ये पहला मौका था और मेरी बेटी को गोद में लेते ही उनके आसू झड़ने लगे...वही राहुल भी अपनी भांजी के सर को छू रहा था और पूजा का पूरा परिवार मेरी सासू मां के पूछे खड़ा था की कब उनके हाथ से उनलोग को मिले...पर मम्मी के बाद पापा जी गोद में लिए और उधर मेरे बेटे को पहले मां फिर पापा उसके बाद तिवारी अंकल आंटी फिर भाभी उसके बाद दीदी जीजा भी उनको गोद में लिए....फिर उसको मेरे गोद में दिया गया और इधर से मेरी बेटी को भी मेरे गोद में दे दिया गया....
वही पापा, तिवारी अंकल और मेरे ससुर जी ने नर्स को कुछ पैसे मेरे दोनो बच्चे के सर से वार के उनको दे दिया....जब हम उन दोनो को एक साथ गोद में लिए तो ऐसा लगा जैसे दो फूल की गठरी मेरे हाथो पे रखा हो...वो दोनो अपने मां के तरह ही कोमल थे एकदम नाजुक
जब दोनो मेरे गोद में कुलबुलाया तो क्या बताए उस एहसास को शब्दों में बता पाना नामुमकिन है वो नाजुक नाजुक हड्डियों की चुभन जिनको अभी हमको और पूजा को मजबूत बनाना था...
हम प्यार से उन दोनों को पुचकार के उनके माथे पे चूम लिए और हम बुद्धू गलती से अपने बेटे को बेटी और बेटी को बेटा बोल देते है तो भाभी बोलती है अरे उल्टा....ये लल्ला है और वो लल्ली...फिर सब कोई हस देता है तो हम उनके नाक से नाक टकरा के बोले सॉली माय लिलिपुट्स....
हम उन दोनो को गोद में लिए लिए पूजा के बगल में बैठ गए और पूजा को बोलते है बेटी तो मेरे पे गई है और तुम्हारा बेटा तुम्हारे पे ही गया है जैसा हम चाहते थे वैसा ही भगवान किए मेरी बेटी मेरे झोली में दे दिए और तुम्हारा बेटा तुम्हारे झोली में.....
तो सासु मां बोली नही बेटा ये तो तुम दोनो का सौभाग्य है और ये दोनो तुम्हारे ही पूजा का अलग थोड़े है....
फिर हम उन दोनो को देख के बोले देख अभी ही बता दे रहे है अगर रात में परेशान किया ना तो बहुत पिटाई लगाएंगे इसलिए जैसे अभी शांत शांत है वैसे ही घर पे भी रहना....
तो पूजा मां को बोली देखिए मां अभी से ही पीटने का बात कर रहे है....मेरे पापा आगे आते है और मेरे गोद में से अपने पोते को उठाते हुए बोलते है अरे चोट्टा हमको भी दे ना तब से खुद ही खिलाए जा रहा है और तू टेंशन मत ले रात में अगर रोएगा तो हम दोनो है ना हम लोग जागेंगे तो मां बोली तू भाग यहां से हट गधा का तो हमर लइकन के मारतक....
तो सासु मां बोली हा नही तो क्या सुमित बेटा तुम टेंशन मत लो दादा दादी है चाचा चाची है नाना नानी है मौसी है मामा है सब तैयार है....
तो भाभी बोली हा नही तो क्या अभी घर चलो न पूजा के पास ये लोग रहेगा कितना देर देख लेना सब कोई का चहेता बन के रहेगा दोनो....छोटा बच्चा तो घर में है नही सब का सब बड़ा हो चुका है अभी ये लोग राज करेगा एकदम और हमको भी मौका मिलेगा दुबारा से बेटा बेटी पालने का....है ना मां कितना मजा आयेगा...
तो भईया मजाक से बोला हा मजा तो आयेगा जब अपना चाकू से भी तेज नखुनवा से तुम्हारा मुंह हाथ नोचेगा तब बोलना....
सब कोई हस दिया वही नर्स भी बोली सही बोले बच्चा लोग का नाखून बहुत तेज लगता है पर अभी तो ये लोग एकदम फूल जैसा नाजुक है नाखून से नोचने में अभी ढेर टाइम है....
तभी मेरे ससुर जी पापा से बोले की भाईसाहब पूजा बेटा को अगला महीना घर लाना चाहते है कुछ दिन के लिए ताकि अपना नाती नातिन के साथ हमलोग भी थोड़ा समय बीता सके.....
तो पापा बोले अरे कैसा बात करते है पूजा बेटा का दो दो घर है जब चाहे वो तब जा सकती है इसमें पूछने की क्या बात है.....
तो ससुर जी बोले नही पूजा अब मेरी बेटी बाद में आपकी बहू पहले है....ये बोल कर पापा जी हाथ जोड़ लिए उनका इशारा साफ साफ था की मेरे साथ जो व्यवहार किए थे वो उससे मेरे पापा का भी तो दिल बहुत दुखा है पर पापा हर बार पूजा के पापा को समझने का मौका देते आए जो शायद पिछली बार सुगंधा के छेंका के समय उनको समझ में आया...
तो पापा उनकी मंशा समझ के उनके हाथ को पकड़ के बोले अरे ये सब का कोई जरूरत नहीं है क्या आप भी अब समधी समधी में ये हाथ जोड़ा जोड़ी अच्छा नही लगता ये सब पुराना बात है आज के समय में गले मिलते है ऐसे और उनसे गले मिल के बोले पूजा बेटा की हालत सही होते ही वो जब चाहे तब चली जाए कोई दिक्कत नही....
पूजा बेटा के आने के बाद मेरे खुद एक घर में जो रौनक आया है वो हम और मेरी पत्नी जानते है और शायद इसलिए मेरी पत्नी उसका इतना खयाल रखती है क्युकी वो जानती है पूजा क्या है हमारे लिए और अब तो दो और जान से प्यारी वजह आ गई है अब तो जिंदगी जीने का और भी ज्यादा मजा आयेगा....
इधर पूजा और हमको ये समझ आ गया था की अब अपनी जिंदगी सेट है कही कोई दिक्कत परेशानी नहीं है जिंदगी पहले से और ज्यादा निखर गई थी वो भी नए रंगो के साथ....
तभी तिवारी आंटी बोली वो सब तो ठीक है पर अब इन दोनो का नामकरण तो कर लीजिए.....
तो पापा पूजा से पूछे बोल बेटा मेरे पोते के लिए क्या नाम सोची है.....तो पूजा मेरे तरफ देखी तो हम बोले वो आप बड़े लोग सब समझिए की क्या रखना है नाम क्या नही...
तो मेरे बेटे का नाम मां बोली सुमित और पूजा का बेटा है तो पुनीत...पुनीत बुलाएंगे हम इसको और घर का नाम तो हम बोले ये हम और पूजा सोच रखे है....तो पापा बोले हा तो बोल ना...
तो हम पूजा को बोले बोलने तो वो बोली हनी बनी.....फिर हम बोले बेटी हनी और बेटा बनी.....
तो सब कोई हमारी हा में हा मिलाया....मतलब ये नाम पास हो गया था...फिर पापा बोले हम्मम और अब मेरी पोती का नाम उसकी नानी और नाना बताएंगे तो पूजा के पापा फटाक से बोले मेरी नातिन का नाम होगा आरती....
आरती में जलने वाली दीये की लौ की तरह दमकता हुआ चेहरा है इसका बहुत उज्ज्वल भविष्य होगा इसका क्यू जी ठीक बोले ना हम....तो मेरी सासू मां बोली हा बिल्कुल ठीक और फिर मेरे ससुर जी तो ये है मेरी आरती और उसको वो अपने गोद में ले लिए....
थोड़ी देर यूंही सब के गोद में घूमने के बाद दोनो का दोनो जब पूजा के बगल में वापिस से लेटा तो लगा रोने...
फिर नर्स बोली काफी देर हो गया ना भूख लगा होगा आप लोग बाहर चलिए सब कोई...
हम सब लोग बाहर आ गए सिवाय मेरी दोनो मां के अलावा...वो दोनो पूजा के पास ही रही और इधर हम बाहर आ कर लग गए अपने बिल्स पे करने में और बाकी के जरूरी काम निपटाने में....
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सारी चीजे निपटाते निपटाते शाम हो गई....लास्ट में डॉक्टर मैडम ने पूजा को चेकअप के बाद घर से आए हुए साफ नाइटी ही नर्स से कह कर पहनवा दी और फिर सुगंधा उसके बाल झाड़ के बांध दी थोड़ा सा मुंह भी पोंछ दी उसके बाद डॉक्टर मैडम से हम जा के मिले और उनसे जरूरी चीज पूछ लिए कुछ औपचारिक बातो के बाद वो हमसे बोली की पूजा बहुत स्ट्रॉन्ग है और ये शायद आपके वजह से है और हमको ये बताने जा जरूरत नहीं है की ऐसा क्यों है....हम मुस्कुरा के उनसे पूछे की मैडम और कोई जरूरी बात तो वो बोली पूजा अपने आस पास के वातावरण से इतनी खुश है की वो दो दिन में रिकवर कर जायेगी बाकी जो मल्टीविटामिंस और दवाइया है वो अभी चलेंगी और बाकी कोई चीज खाने पीने की मनाही नहीं है पर अभी थोड़े दिन तक जंक फूड से दूर रहना है जितना हो सके उतना हेल्दी डाइट ले और बस सब ओके है और दो वीक बाद मिल लीजिएगा आ कर बच्चो का वैक्सीनेशन कार्ड बन जायेगा.....
इधर जब हम लोग हॉस्पिटल से निकलने के तैयारी में थे तब ही भईया भाभी राहुल और सुगंधा के साथ तिवारी आंटी अंकल भी घर जा चुके थे....दीदी और जीजा जी भी अपने घर की तरफ निकल गए....
पूजा के पापा और मां हम लोग से विदा ले कर अपने घर चले गए और हम पापा मां और मेरी जान और हमारे दो अनमोल रतन के साथ अपने घर को चल दिए....पूजा मां के कंधे पे सर टिकाए बैठी थी और मां अपने गोद में मेरे बेटे को लिए और पापा मेरी बेटी को लिए मेरे साथ आगे बैठे थे....
बड़ा गुदगुदी सा महसूस हो रहा था ये सब देख के मन हो रहा था की जोर जोर से उछल उछल कर अपनी खुशी जाहिर करू पर अभी अपनी जान का ध्यान रखना था और इस खुशी को तो अपनी जान के साथ में कभी भी सेलिब्रेट कर सकते थे और ये सब के साथ साथ अब अपने जीवन की एक नई पारी खेलने का समय आ गया था पर हम जानते थे की इस कदम पे भी पूजा के साथ रहने पे हमको कोई दिक्कत नही होने वाला था.... इन्ही सब खयालों के समंदर में गोते लगाते हम पहुंच गए घर....
वहा पे भईया भाभी पहले से आए हुए थे पर जब गेट खुला और हम लोग अंदर गए तो वहा पूजा के स्वागत के लिए अलग ही तैयारी कर रखा था सब....
सुगंधा राहुल मेरे भईया भाभी दीदी जीजा जी पूजा के पापा मम्मी और तिवारी अंकल आंटी सब कोई पूजा और हमारे दोनो बच्चो के स्वागत के लिए पूरे आंगन से ले कर सीढ़ी से होते हुए मेरे कमरे तक को फूलो की लड़ियों से सजा दिया था और आंगन के बीचों बीच गुलाल से लिखा था वेलकम होम आवर लव्ड वन्स
और आंगन में जैसे मेरे एनिवर्सरी सेलिब्रेशन के समय टेबल पे केक रखा था वैसे ही आज भी केक रखा था और उसपे कांग्रेचुलेशन न्यू मॉम डैड लिखा था....ये सब देख के पापा बोले अरे गजब ये तो हम सोचे ही नही थे सरपराईज पार्टी...तो हम हस दिए वही पूजा पगली सब का इतना प्यार देख के रो दी...
तो भाभी आगे आई और उसको संभालते हुए बोली हद है खुश होने के मौके पे भी रो रही है काहे देवर राम चिमटी काटा क्या....
तो पूजा रोते रोते हस दी और फिर उसको पकड़ के भाभी अंदर लाई और राहुल हमको हाथ से पकड़ के ले आया और मां पापा आरती और पुनीत को अपने गोद में लिए अंदर आ गए और फिर हम और पूजा दोनो कोई एक दूसरे का हाथ पकड़े केक काटे और हम थोड़ा सा पूजा को खिलाए वही पूजा हमको एक बड़ा टुकड़ा मुंह में खिला दी और हम उसको सब के सामने गले से लगा लिए तो सुगंधा और भाभी पीछे कैसे रह सकती थी वो भी हूटिंग कर दी जोर से वही इतना हो हल्ला सुन के हमारा हनी बनी दोनो का दोनो रोने लगा
हम दोनो से पहले पूजा के पापा जोर से बोले अरे हल्ला नही करो मेरा नाती नातिन रोने लगा हट बदमाश लोग देखो जब से शांत था अभी रुला दिया सब कोई.....
वही पापा और मां उनको लगे हुए थे संभालने में पर पूजा आगे आई तो भाभी बोली हा लो अब दोनो को कैसे लोगी एक साथ....
तो वो पिछे मूड़ कर मेरी तरफ देखी तो हम भी आगे आए और हनी को हम लिए और बनी को पूजा दोनो तब तक थोड़ा संभल चुका था फिर मां बोली अब दोनो को ले कर रूम में जा भूखा होगा दोनो फिर पूजा डार्लिंग को सब एहतियात के साथ ऊपर रूम में पहुंचा दिया गया और इधर तिवारी अंकल आंटी अपने घर को गए ये बोल कर की पार्टी बाकी रहा पर जाने से पहले अपने काटे हुए केक में से उनको भी हम खिला दिए....
इधर पूजा के पास पापा मम्मी और मेरे मां पापा भी थे वह सुगंधा राहुल और दीदी नीचे जो कुछ भी फैला पड़ा था वो सब साइड की जबकि जीजा भी आज दीदी को यही छोड़ कर लौट घर लौट गए थे और भईया भी घर निकला जबकि भाभी खाना बनाने में लगी.....
रात में सब के खाना खाने के बाद सुगंधा राहुल और मम्मी पापा को घर छोड़ कर हम वापिस आए आज पूजा के पास मां सोने वाली थी और हम नीचे सोए पापा के पास....
ये सिलसिला अगले कुछ दिनों तक यूंही चला और मां भाभी और मेरे देख भाल और प्यार का नतीजा हुआ की मेरी जान अब अपने लय में वापिस आ रही थी और इधर मेरे ऑफिस ज्वाइन करने की तारीख भी नजदीक आ रही थी....
खैर मेरी जान और मेरे दोनो नन्हे मुन्ने अब खेलते खिलखिलाते रहते दिन भर वही डॉक्टर से मिलने जाने में समय था पर फिर भी हम पूजा और दोनो बच्चो को डॉक्टर से मिला लाए और हमारे साथ मां, पापा और भाभी भी आए थे.....
डॉक्टर ने पूजा को हरी झंडी दे दी और बोली नाउ यू अरे ऑल ओके और मेरे बच्चो को कुछ ड्रॉप्स पिलाया गया और उनका वैक्सीनेशन कार्ड बन गया जिसका सुभारमंभ एक महीने की उम्र होने पर उनको पहला इंजेक्शन पड़ता तब होगा....
तीन चार दिन और ऐसे ही बीते और अब पूजा खुद से नीचे ऊपर आने जाने लगी थी और साथ साथ घर के कुछ काम भी कर रही थी छोटे मोटे....
वही पापा का समय दुकान पे कम और घर पे ज्यादा बीत रहा था वो और मां दोनो दिन भर दोनो को अपने हाथो में ही लिए रहते और अगर मां कुछ कर रही होती तो भाभी लिए रहती.....
और मेरे हनी बनी दोनो शांत स्वभाव के थे रात में कम ही तंग करते थे मां बोली की जितना तू तंग करता था उतना तेरा बेटा बेटी नही करता है....भगवान जाने ये चमत्कार कैसे हो गया....
तो हम बोले अरे मां अच्छा न है पोता पोती तुम्हारा मार खाने वाला काम नही करता है तो पापा मेरे कान खींचते हुए बोले लतखोर ही रहेगा साला खबरदार जो मेरा पोता पोती को मारा तो...
तो पूजा हस कर बोली बेटा बेटी के चक्कर में बाप खुद पीटा गया....
उस रात हम मां से बोले की मां आज आप आराम करो यहां हम ऊपर सोएंगे तो मां बोली हा हमको पता है जा पर देख रात में जागेगा दोनो तो...
तो पूजा बीच में बोली अरे मां आप निश्चिंत रहिए हम संभाल लेंगे नही तो आपके पास ले आयेंगे नीचे....
तो पापा बोले ऐसा कर दोनो को हमारे पास ही सुला दे हम रात भर ये लोग के साथ खेलेंगे.....तो मां हस के बोली है ना आऊ रतवा में दूध खोजेगा तो कहा से लाइएगा....
तो हम बोले उसकी मां नीचे आ जायेगी और क्या....तो पूजा मेरे कमर में चिमटी काट ली और ऊपर भाग गई तो मां पापा दोनो हस दिए....
मां मेरे हनी बनी को ऊपर ले कर गई जबकि पापा हमको रोक कर पूछे की यहां ज्वाइन कब से करेगा फिर उनको बतलाए तो वो बोले बेटा यहां पे मन से काम करना और चालाकी से भी क्युकी यहां पॉलिटिक्स बहुत चलता है....
तो हम बोले जी पापा आप टेंशन मत लिजिए सब सही रहेगा...फिर मां आई और बोली जा सो जा सुबह से तू भी भागा दौड़ी में लगा है...
जब हम ऊपर आए तो मेरी जान एकदम रेडी थी ठीक वैसे ही जैसे पहले वो रहती थी एकदम सजी संवरी हुई आंखो में काजल होंठो पे लिपस्टिक और बाल पूरे खुले हुए पर एक क्लचर से उसको बांध रखी थी....और आज उसने मेरी दी हुई नाइटी पहनी थी जो हम उसको एनिवर्सरी की रात दिए थे.....
हम दरवाजा बंद किए और फिर जब बेड पे आए तो मेरे और पूजा के बीच में दोनो भाई बहन एकदम जगह पकड़ के लेटा हुआ था...तो हम दोनो के तरफ देखते हुए बोले बेटा लोग कुछ घुस वुस ले के जगह बदल ले ना कहां बीच में घुसा हुआ है तोहनी...
और ये सब बोलते हुए पूजा हमको बिस्तर के उस किनारे से देख रही थी...
और मेरा शैतान बेटा साला खिखिया के हस दिया और मुंह से थ्रर्रू कर दिया जैसे वो चिढ़ा के बोला हो भगले यहां से हम नही कही जा रहे....
पूजा जोर से हसी और बोली मेरा बेटा अपना बाप का मंशा भांप लिया...है ना बेटा मेरा
हम बोले जाओ ना बेटा मेरा साला अभी ही जान गया की मेरी मईया पे खतरा मंडरा रहा है...
तो पूजा मेरे पास आई और मेरे गाल सहलाते हुए बोली बै जान क्या आप भी...
हम मुस्कुराते हुए पूजा को अपने आलिंगन में लिए और बोले थैंक्यू बेटा...और उसको एक उंगली से उसके हाथ पे हाई फाई जैसा दे दिए....
और पूजा से बोले बेटा के साथ मिल के चाल चले और उसकी मां को अपने पास बुला लिए....
तो पूजा मेरे गाल पे काट के बोली गंदे आदमी अभी से ही उसको भी बिगाड़ रहे है तो उधर से मेरा बेटा अपनी लड़खड़ाती आवाज में बोला हां....
ये सुन कर हम दोनो हस दिए फिर पूजा बोली आपकी बेटी को आपके ही तरह बदमाशी पसंद है खाली हाथ चलाती है दूध पीने टाइम चट चट मारती है...
हम बोले अच्छा मतलब बाबू वाला लक्षण आ गया है उसमे है ना...हम अपनी हनी के तरफ झुके और बोले कीप इट अप बेटा बिल्कुल मत छोड़ना वैसे तुम दोनो की मईया माल है माल.....
तो पूजा हस्ते हुए बोली अरे बस भी कीजिए जान क्या आप भी....
हम बोले सच ही तो बोले देखो तो क्या लग रही हो अभी एकदम बवाल...तो वो बोली आज आपके साथ सोना था ना इसलिए ऊपर आने के बाद थोड़ा सा सज गए अपने सजन के लिए और आप कितने बेशर्म है पापा मां के सामने वैसे बोल रहे थे दूध के बारे में....
हम उसकी चुचियों को हौले से दबाते हुए बोले अरे वो सब छोड़ो मां पापा को सब पता है और अभी फिलहाल हमको इन्पे ध्यान देने दो....
पूजा भी मेरे गोद में बैठ गई और बोली अभी आराम से रहिए समझिए एक महीना और डॉक्टर मैडम से हम पूछे थे तो वो बोली की एक महीना इंटरकोर्स नही करना है तो हम बोले अरे अरे अरे जुदाई का एक्सटेंशन पे एक्सटेंशन किए जा रही हो कुछ तो दया करो अपने शहजादे पे....
तो पूजा बोली आप अभी अपनी मुनिया पे दया दृष्टि दिखलाइए वरना बहुत दिक्कत में आ जाएगी आपकी मुनिया....
हम नाइटी हटा कर उसकी चूत देखे तो वो दिख तो रही थी सही सलामत पर पूजा बोली ऊपर से सब सही है पर अंदर से अभी वो घायल है मेरे जान इसलिए...
हम बोले कोई दिक्कत नही जान इंतजार जितना बढ़ेगा सेकंड हनीमून का चांस उतना ही प्रबल होता जायेगा
तो पूजा मेरे होंठो पे चूम कर बोली अरे जान बस अब ये सब बोल के मेरा मूड मत बनाइए...
फिर हम पूजा को अपने गोद से उतारे और बोले नाइटी चेंज कर लो मां कभी भी आ जायेगी...
तो पूजा बोली नही अभी जब आप सो जाइयेगा तब बदलेंगे....हम बोले नही अभी ही कर लो और उसके कंधो पे से उसकी नाइटी के स्ट्रेस को सरका दिए और नाइटी जमींदोज होते ही मेरी जान आज एक अरसे बाद नंगी खड़ी थी मेरे सामने...
हम बोले कौन कहेगा की तुम दो बच्चो की मां हो हा ये कमर देखी हो ये सपाट पेट उफ्फ ज्यादा देर रोके ना तो फिर बहुत दिक्कत हो जायेगा मेरे को....
पूजा अपनी नॉर्मल नाइटी को पहनते हुए बोली क्यू जान क्या हो जायेगा मेरा हाथ है ना और फिर नीचे से दिक्कत है ऊपर से नही....
तो हम बोले नही नही जान जिस दिन से अपना ये खेला बंद हुआ है उस दिन से तुम्हारे शहजादे को उल्टी नही करवाए है रोक के रखा है की तुम्हारी मुनिया में ही सब बाहर निकालेगा...
पूजा आंखे गोल करती हुई बोली जान आप दुबारा से हमको प्रेगनेंट करने के फिराक में है क्या....
हम उसकी नाइटी के गले से उसकी चुचियों को बाहर करते हुए बोले ये तो अब उस दिन पता चलेगा जब तुम्हारा पीरियड्स दुबारा से रुकेगा
तो पूजा कुछ नही बोली बस मेरे गले से लग गई और मेरा मुंह उसकी चुचियों के बीच घुस गया....
उस रात पूजा थोड़ी देर मेरे गोद में ही बैठी और हम भी थोड़ा बहुत कडलिंग किए उसके साथ फिर वो अपने ड्यूटी में लग गई क्युकी मेरा बेटा लाल रोने लगा था जबकि मेरी बेटी मस्त नींद ले रही थी पर हरामखोर बनी के चक्कर में मेरी हनी भी रोने लगी...पर आज रात पूजा बोली आप अपनी बेटी को संभालिए और हम इसको....
अगली सुबह हम लेट से उठे थोड़ा क्युकी रात में तीन चार बार इन्होने हमारी नींद खराब कर दी पर यही तो मजा है नए नए माता पिता बनने का....
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अब हमने अपना ऑफिस भी ज्वाइन कर लिया था और अब सब कुछ सही था पूजा अब पूरी तरह ठीक हो गई थी वही मेरा बेटा बेटी दस महीने का हो चुका था और दोनो के दोनो पूरा घर सर पे उठाए रखते थे....
दादा दादी का तो प्राण बस्ता था उन दोनो में दिन भर अपने पास रखते थे और पापा ने अब दुकान जाना बंद कर दिया था....और मैने भी एक अच्छे बेटे की तरह उनकी हर जिम्मेदारी का बीड़ा उठाया और आगे भी उठाते ही रहेंगे....
इस बीच पूजा तकरीबन डेढ़ महीने अपने घर भी रह कर आई वहा भी अब सब कुछ ठीक था....
भगवान की असीम कृपा रही की जिंदगी में थोड़े उतार चढ़ाव देने के बाद अंत में सब कुछ सही कर दिए और चांद सूरज जैसे बेटे बेटी से नवाजे....
सब कुछ अपने समय के हिसाब से बदल रहा था पर एक चीज थी जो अभी तक नही बदली थी और नाही बदलने वाली थी वो था मेरा और पूजा का प्यार....हमारा Unexpected रिश्ता जो अब एक Perfect रिश्ता में बदल चुका था......
(समाप्त)
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