श्रुति मैडम जिस तरह से ए पी से बातें करती है या जिस तरह से उसे ट्रीट करती है वो कभी- कभी बहुत ही इरिटेटेड और डिस्गस्टिंग लगता है ।
ऐसा भी गुमान नही होना चाहिए उन्हें , खासकर तब जब वह एक बड़े पद पर नियुक्त है । बड़े लोग विनम्र और मृदुभाषी होते हैं ।
शराबी के साथ ए पी ने मेरे हिसाब से उचित विहेवियर नही किया । उसे सिर्फ डांट-फटकार छोड़ नही देना चाहिए था । अगर ए पी के जगह पर कोई दूसरा आम शहरी होता तब भी क्या उस शराबी ने वही आचरण किया होता जो उसने ए पी के साथ किया था ! क्या तब भी शराबी ने माफी मांगी होती ?
मेरा मानना है वह ऐसा बिल्कुल नही करता । यह लोग इंसान के कद , पद , पावर देखकर रंग बदलते हैं । ऐसे लोग सिर्फ लात की भाषा जानते हैं , जुबान की नही ।
खैर , ए पी साहब ने शहर की नाकेबंदी अच्छी तरह से कर रखी है । शहर के प्रत्येक एंट्रेंस पर अपनी सेना लगा रखी है लेकिन पूजा के साथ प्रियंका और अजय के साथ दीपक की जोड़ी की बदले एक युवक और एक युवती की जोड़ी रहती तो यह कहीं बेहतर होता ।
एक युवक और युवती का पेयर्स अनेक प्रकार की भुमिका मे फीट बैठता हैं । और सुरक्षा के नजरिए से भी यह अच्छा होता ।
बहुत खुबसूरत अपडेट ए पी भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग अपडेट ।