डिनो साहब को आखिरकार पकड़ ही लिया गया । लेकिन जैसा इनके बारे मे , इनके दिलेरी और डेयरिंग के बारे मे सुना था वह ढाक के तीन पात निकला ।
बड़ी आसानी से यह साहब ए. पी. के कब्जे मे जा फंसे । थोड़ा-बहुत डिंग हांकने मतलब बड़ी - बड़ी बात करने के बाद अपने भाई निक साहब के शान मे कसीदे पढ़ने लगे कि मेरा भाई यह है , मेरा भाई वह है , मेरा भाई देश का सबसे ताकतवर सूरमा है ।
वैसे ए. पी. को होटल के मैनेजर पर रहम और दया दृष्टि नही दिखानी चाहिए थी । यह व्यक्ति सिर्फ अपनी और अपनी पत्नी की जान बचाने के लिए डिनो के सामने नतमस्तक हो गया । अपनी जान बचाने के लिए शहर के हजारों स्टूडेंट्स के भावी मौत का कारण बनने वाला था ।
अगर इस बंदे के किसी सदस्य की जान दांव पर लगी होती , किसी प्रिय जन के बदले ब्लैकमेल किया गया होता तब कुछ हद तक उसकी बात समझी जा सकती थी ।
लेकिन ऐसा कुछ हुआ ही नही था ।
ऐसे लोग ही आस्तीन के सांप होते हैं । ऐसे लोग समाज के , देश के दुश्मन होते हैं ।
इस व्यक्ति को हवालात का सैर तो अवश्य कराना चाहिए था , वह भी कुछेक सालों के लिए ।
एमी ने एक बार फिर से अपनी उपयोगिता सिद्ध की । यह लड़की हर बार बेहतरीन काम करती है ।
लेकिन हमारी श्रुति मैडम - जिसने हर बार ए. पी. के काम को बाधित करने का काम किया , पता नही कब अपने नाम और अपने पद के साथ न्याय करेगी !
देखते हैं ए. पी. साहब का दिया हुआ डिनो नामक सरप्राइज मोहतरमा पर कुछ असर कर पाता है या नही !
खुबसूरत अपडेट ए. पी. भाई ।
आउटस्टैंडिंग अपडेट ।