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Romance Wo Lal Bag Wali (Completed)

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mahadev31

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mast kahani .... ab dekhte hai ye laal bag wali kaun hai ....mayur ke maa baap ki love story bhi mast thi ,,, present me mayur ke dad marr chuke hai aur maa jinda hai ,,, waiting for next update....
 
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Raanjhanaa

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वो सीढ़ियों पर पहुच कर रुका और उसने स्थिति का जाएजा लिया लाल ट्राली बेग रस्ते में कुछ इस तरह फंस गया था कि न बहार निकाल रहा था और न ही अन्दर कि तरफ वापिस जा रहा था बेग का मालिक उसको अन्दर धक्का दे रहा था पर बेग आगे खिसकने का नाम ही नहीं ले रहा था

मयूर को अंदाजा लगा कि बेग के आगे एक पॉकेट था जिसमे कुछ सामान रखा हुआ था बेग से अगर आगे वाली चैन खोल कर सामान निकाल लीया जाये तो वो आसानी से बहार आ जायेगा उसने कहा - रुको अगर हम रॉकेट का सामान निकाल ले तो बेग आसानी से बहार आ जायेगा बारिश अपने प्लान के हिसाब से बहुत तेज हो गयी थी और उसने बेग कि चैन खोली उसमे कुछ मेकअप के सामान के अलावा जो चीज रास्ता रोक रही थी वो थी

एक मोटी किताब उसने किताब निकाल कर अपने हाथ में ले ली, इधर उसने किताब निकली और उधर ऊपर से बेग के मालिक ने एक जोरदार धक्का दिया शायद उसे नहीं मालूम था कि मयूर ने किताब निकाल ली है, और अब बेग पहले कि तुलना में इतना पतला हो चूका है कि आसानी से बहार आ जाये पूरा बेग फिसल कर मयूर के हाथ में आ गया और वो लडखडा गया अगर उसका बदन पहाड़ी मजबूत नही होता तो इस धक्के को दो नही झेल पाता और कीचड़ में गिर जाता परन्तु उसने लडखडाते हुए अपना संतुलन संभाला और कैसे तैसे उस बेग को अपने हाथ से छोड़कर जमीन पर रखा, उस बड़े बेग के दरवाजे से हटते ही उसके दोनों तरफ का दृश्य साफ दिखाई पड़ने लगा और मयूर ने अन्दर गुस्से से देखा पर यह क्या अन्दर का दृश्य अपना संतुलन सम्भालते हुए बस के गुस्से देखते ही उसका सारा गुस्सा रफूचक्कर हो गया अन्दर दरवाजे पर एक उसकी उम्र कि लड़की खड़ी थी, वो सामान्य चेहरे वाली सांवली सी लड़की थी, उसकी आखे बड़ी और काली, तीखे नाक नक्श, और कुल मिला कर उसका चेहरा आकर्षक था. उसने सादगी से लाइट पिंक कलर कि विकेन की कुर्ती और वाइट लेगी पहनी थी, उसके बाल खुल्ले थे और चेहरे पर बुद्धिमानी कि छाप थी, लम्बाई ओसत इंडियन वीमेन कि लगभग 5"5 और फीचर मिस इंडिया के नहीं शायद मिस यूनिवर्स उसने सोचा उसने देखा और देखता ही रह गया, झमाझम गिरती बारिश में वो सावली सुन्दरी उसको पहली नजर में ही भा गई थी।

दूसरी और दरवाजे पर खड़ी लड़की ने पहली बार अपने मददगार को देखा और पहला ख्याल जो उसके मन में आया वो था ये तो हीरो है, नहीं वो कंफ्यूज हो गयी इंडिया का कामदेव नही ये तो युनिवर्सल काम देव है. अपने ख्याल से उसके चेहरे पर मुस्कान आ गयी फिर उसने सोचा है भगवान वया आपने मेरी मदद के लिए साक्षात् कामदेव को ही भेज दिया ? उसे अपने ही विचारों से शर्म और हसी का मिला जुला अहसास हुआ उसने अपने ख्यालों को झटका और सपनो कि दुनिया से बहार आ गयी, उसने अपने आपको सँभालते हुए मयूर से कहा थैंक यू वेरी मच ?

तभी उसकी नजर अपने बेग और किताब पर पड़ी और उसके चेहरे के भाव तेजी से बदल गये उसने अपना मुंह रोने जैसा कर लिया और अपने पांव पटकती हुए बोलने लगी- ये क्या किया तुमने मेरा बेग कीचड़ में कर दिया और मेरी किताब देखो पूरी गीली हो गयी। मयूर जो एकटक उसी को ही देखे जा रहा था ने हडबडाकर कहा - आई ऍम सोरी लेकिन

मेरे पास और कोई चारा भी नहीं था पर उसे समझ में आ गया था कि उसकी मिस यूनिवर्स नाराज हो गई है लड़कियों के अपने अनुभव से वो जानता था कि इससे पहले कि ये भारतीय नारी उसपर भारी पड़े अब उसके पास चुपचाप निकाल लेने के सिवा और कोई चारा नहीं है। फिर भी उसने कहा मैं तो तुम्हारी मदद कर रहा था तुमको जरूरत क्या थी इतनी जोर से

धक्का देने कि ये कोई ब्रेस्लिंग थोड़ी फंसा हुआ बेग गलना था, उसके लिए

दिमाग कि जरूरत थी जो लगा कर मेने तुम्हारा बेग निकाल दिया अब वो गंदा हो गया तो

मेरी क्या गलती थी।

लड़की के चेहरे के भाव नहीं बदले उसने चुपचाप अपनी किताब अपने बेग में रखी और आसपास देखा वहा कोई उसकी मदद के लिए नही दिखाई दिया सिवाय चाय वाले के, कीचड़ में ट्राली बेग का कोई मायना नहीं था क्योंकि उसके पहिये कीचड़ में धंस सकते थे फिर भी उसने अपना बेग घसीटा और चाय कि होटल कि तरफ चल दी

मयूर ने भी स्थिति कि गम्भीरता को समझा और उसके उलटे डायरेक्शन कि और बढ़ चला,
 

Raanjhanaa

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मयूर ने भी स्थिति कि गम्भीरता को समझा और उसके उलटे डायरेक्शन कि और बढ़ चला, उसने अब तक अपनी जिन्दगी में कई सैलानी लड़कियां और औरते देखी थी, पर इसकी बात कुछ और ही थी, इतने सालो से वो हर खुबसूरत लडकी का ऑफर इसी के इन्तजार में ठुकरा रहा था और जब वो मिली तो पहली ही मुलाकात में मनमुटाव हो गया, उसका मन एक अजीब से दर्द से भर गया|

वो मुस्कुराया अभी तो प्यार शुरू ही नहीं हुआ और लड़ाई हो गई, लेकिन इसमें उसका कोई दोष नही था सही में इसके अलावा उसके पास और कोई चारा भी नहीं था | उसने

असमान में बादलो कि तरफ देखा क्या पता ये आज क्या साजिश कर के आये थे उसके खिलाफ' अगर आज नहीं बरसते तो क्या होता कम से कम मिस यूनिवर्स कि किताब और बैग तो खराब नहीं होता और न वो नाराज होती और न उसके हाथ से उससे नजदीकी बढ़ाने का मौका चुकता

उसने मुड कर देखा धीरे धीरे अपने बेग को कीचड़ में घसीटती हुए मिस यूनिवर्स चाय कि दुकान पर पहुंच चुकी थी। उसका मन वाकई में एक दर्द से भरा हुआ था शायद इसी को प्यार और जुदाई बोलते है, जो उसके जीवन में आते ही चला गया उसके चेहरे पे एक मुस्कुराहट उभर आई जब उसने सोचा दुनिया कि सबसे छोटी प्रेम कहानी | उसने बस स्टैंड पर मौजूद पब्लिक टॉयलेट यूज़ किया और वापिस अपनी कार कि तरफ

चल पड़ा, बस स्टैंड से बहार जाने का एक ही रास्ता था जो मॉल रोड होता हुआ सीधा

उसकी होटल तक जाता था बारिश और तेज हो चुकी थी उसने कार स्टार्ट कि और मॉल

रोड कि और बढ़ चला, आज उसकी अम्बेसेडर का एक वाइपर बंद हो गया था इन्सान

क्या इस बारिश में तो मशीन ने भी काम करना बंद कर दिया उसने सोचा। उसकी कार मेन गेट से बहार निकली वो अप्नी कार कि साइड से सीधा देख सकता था परन्तु दांये हाथ कि तरफ नहीं क्योकि कांच पर पानी था और उस तरफ का वाइपर खराब था कैसी भी थी पर उसकी कार चलती बहुत बढिया थी और फिर वो उससे प्यार भी करता था कार से प्यार उसके चेहरे पर फिर एक बार मुस्कान आ गयी

बस स्टैंड का दरवाजा पर करते ही उसकी नजर रिवर व्यू मिरर पर पड़ी और उसने देखा कि

पीछे मिस यूनिवर्स खड़ी हुई उसको रुकने के लिए हाथ दे रही है। बाय गॉड उसके मुंह से निकला उसने गाड़ी पीछे ली और खिड़की का कांच निचे किया तब तक मिस यूनिवर्स ड्राईवर साइड पर आ चुकी थी उसने कहा आई ऍम सॉरी फॉर माय बेहविअर क्या तुम मुझे यूनिवर्सल गर्ल्स हॉस्टल छोड़ दोगे..अभी उसका वाक्य पूरा ही नही हुआ था कि मयूर

ने बिच में रोक दिया-बस इसके आगे मत बोलना।

लडकी के चेहरे पर झुंझलाहट के भाव आयें मतलब - तुम लड़कियां जब भी किसी अजनबी से बात करती हो भैया बोलती हो पर मुझको मत बोलना उसने लड़की कि नकल निकालते हुए बोला - क्या मुझे हॉस्टल छोड़ दोगे भैया।

मयूर ने अपनी बात कुछ इस अंदाज में कही कि लडकी अपनी हंसी नही रोक सकी. वो निश्चित ही आधुनिक लडकी थी जिसमे कुछ वेस्टर्न और कुछ इंडियन कल्चर मिक्स थे|

ओके नही बोलूगी पर क्या तुम हर लड़की से इसी तरह फ्लर्ट करते हो हीरो' और उसे अपनी भूल का अहसास हुआ कि वो क्या बोल गयी।

अब हंसने कि बारी मयूर कि थी और उसने उस मौके का भरपूर फायदा उठाया ये एक छोटा सा वार्तालाप आइस ब्रेकिंग साबित हुआ, उसने लड़की से कहा- जल्दी से समान....
 

Raanjhanaa

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छोटा सा वार्तालाप आइस ब्रेकिंग साबित हुआ उसने लड़की से कहा जल्दी से समान

पीछे रखो डिक्की खुल्ली है नहीं तो तुम बारिश में भीग जाओगी। लडकी ने मयूर से कहा आज बारिश बहुत हो रही है और मेरे पास कोई और चारा भी नही है, यहाँ कोई और दूसरा साधन नही है जो मुझे हॉस्टल तक छोड़ दे इसीलिए में तुम्हारी गाड़ी में बैठ रही हूँ।

मयूर ने ऊपर आसमान कि तरफ देखा और कहा माय गॉड तो ये था तुम्हारा आज का प्लान

मुझे और मिस यूनिवर्स को मिलवाना इसीलिए आज सुबह से नॉन स्टॉप बरस रहे हो। लड़की ने सामान डिक्की में रखा और कार कि अगली सिट का दरवाजा खोला, मपूर ने नोटिस किया वो एक शालीन लड़की थी, उसके कपड़े का अंदाज, बात करने का तरीका, और कार में बैठने के ढंग उसकी शालीनता को दर्शा रहा था।

लडकी शहरी थी स्कूल से लगा कर कॉलेज तक उसने कई स्मार्ट और हैण्डसैम लड़के देखे

थे जो उससे फ्लर्ट करते थे पर उसने आज तक किसी को भाव नही दिया - उसने मन ही

मन सोचा ये जो अजनबी लड़का मेरे पास बेठा है इससे में इतनी बात क्यों कर रही हूँ आज

तक

मैंने किसी फ्लर्ट करने वाले लड़के को भाव नहीं दिया पर इसमें कुछ खास है क्या है

वो यस ए चार्मिंग है, एक्सट्रीमली चार्मिंग और हेल्पिंग, और फनी भी और मजबूत भी और

इसमें स्टाइल भी है सब कुछ है किसी फिल्मी हीरो जैसा, किसी रोमाटिक नावेल का हीरो,

पर मुझे इससे दूर ही रहना है यस ऐसे तो कई लड़के मेरी जिन्दगी में आये पर इसमें कुछ

खास है उसने फिर सोचा इसमें एक आकर्षण है चुम्बक कि तरह इसका चेहरा चाइना और

अमेरिकन का कॉकटेल है नहीं ये भी नही और अन्दर और अन्दर मन में कुछ हो रहा है

उसके विचार तेजी से चल रहे थे - इट्स फीलिंग ये एक अहसास है मुझे इससे प्यार हो

गया है।

लड़की ने बैठते ही मयूर पर सवाल दाग दिया - बस स्टैंड पर मसूरी अकेले आने वाली लड़कियों की मदद करने के अलावा तुम और क्या करते हो? उसके चेहरे पर एक गंभीर मुस्कान फ़ैल गयी - में सब लड़कियों कि मदद नही करता हूँ

केवल उनकी जो मुझे खास लगती है वैसे तुम्हारा नाम क्या है ? नाम छोड़ो तुम ये बताओ मुझमे ऐसा क्या खास है? लड़की ने पूछा

तुमने अपना बैग बस के दरवाजे में फंसा लीया था और जिस तरह तुम उसको निकालने कि कोशिश कर रही थी भगवान कसम बेग के साथ दरवाजा भी निकल कर बहार आ जाता इतनी बुद्धिमान लड़की कि मदद करने से अपने आप को कौन रोक सकता है, और तुमने अपना नाम नही बताया तो में खुद तुम्हारा नामकरण संस्कार कर दूंगा, और पसंद नही आये तो नाराज मत होना|

तुम मुझे बेवकूफ बोल रहे हो पर में घबरा गयी थी मुझे समझ नही आ रहा था कि अब क्या करू।

मयूर ने जवाब दिया - वही तो में बोल रहा था कि मैं उन्हीं लडकियों कि मदद करता हूँ जिनको समझ नहीं आता कि वो क्या करे।

चैंक्स फॉर योर हेल्प एनी वे आई ऍम नोट अ फुल उसने मुंह बनाते हुए कहा नही तुम फुल हो पर इंग्लिश वाला नहीं हिंदी वाला फुल - मयूर ने कहा अब पता ये करना है कि कौनसा फुल गुलाब, चमेली या गोभी का, गोभी तो तुम हो नहीं सकती, गुलाब में कांटे होते हैं और चमेली में खुशबु होती है तो तुम चमेली का हो माय डिअर चमेली और वो खिलखिला कर हंस दिया

क्या ? लड़की ने पूछा

मैंने तुमसे कहा था कि अगर तुमने अपना नाम नहीं बताया तो में तुम्हारा नाम रख दूंगा, लो रख दिया। अगर मेरा नाम जान लोगों तो एक कदम भी नहीं चल पाओगे धरती खिसक जाएगी तुम्हारे

पांव के तले से लड़की ने मन ही मन कहा।

तुम्हें मेरा नाम रखने कि या जानने कि कोई जरूरत नही है मुझे हॉस्टल छोड़ने के बाद अपने रास्ते अलग अलग है ओके, लड़की ने अपने सारे अवरोधक अब ओन कर लिए थे।
 
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