Dynamic update and nice story#159.
चैपटर-6
चींटीयों का संसार-1 (तिलिस्मा 3.11)
सुयश सहित सभी तिलिस्मा के द्वार संख्या 3.1 में पहुंच गये, पर वहां का नजारा देख सभी के हाथ पैर कांप गये।
वह एक बहुत बड़ा खोखले पहाड़ का हिस्सा था, जिसमें चींटीयों का एक अद्भुत संसार बहुत दूर तक फैला हुआ था।
“बाप रे बाप! ये तो चींटीयों की दुनिया लग रही है।” ऐलेक्स ने आश्चर्य से भरकर, चारों ओर नजरें दौड़ाते हुए कहा- ”पर भलाई यही है कि यहां सभी कुछ अभी तक निष्क्रिय है।”
“यहां पर बहुत सी अनोखी चीजें हैं, इसलिये बिना समझे कोई भी, कुछ भी नहीं छुएगा।” सुयश ने कहा- “पहले सारी चीजों को ध्यान से देखना जरुरी है, तभी हम सही दिमाग लगा कर सही चीजों का चयन कर पायेंगे।”
सुयश की बात सुन सभी ने सहमति से सिर हिलाया। अब सभी घूमकर पहले सारी चीजें देखने लगे।
सबसे पहले सबकी निगाह, पहाड़ के बीचो बीच स्थित एक 15 फुट ऊंची चींटी की मूर्ति पर गई।
वह चींटी लाल रंग की थी। ओर उसके पंख भी थे। उसके एक हाथ में एक बड़ा सा सुनहरा भाला और दूसरे हाथ में एक छोटा सा लकड़ी का यंत्र था।
वह लकड़ी का यंत्र किसी रिमोट की भांति प्रतीत हो रहा था।
उस लकड़ी के यंत्र पर एक छोटा सा हैण्डिल लगा था, जो किसी जॉयस्टिक की भांति प्रतीत हो रहा था।
उस लकड़ी के यंत्र पर 1 नारंगी रंग का बटन लगा था। (जॉयस्टिक एक प्रकार का हैंडल होता है, जिसे किसी भी दिशा में घुमाकर, गेम को नियंत्रित किया जाता है) उस लकड़ी के यंत्र पर एक छोटी सी काँच की स्क्रीन भी लगी थी।
“यह कोई योद्धा चींटी लग रही है?” तौफीक ने कहा- “पर इस मायाजाल से बचने के लिये, हममें से किसी के पास चींटीयों की जानकारी होना बहुत जरुरी है।”
“मुझे चींटीयों की सारी जानकारी है तौफीक अंकल” शैफाली ने कहा- “मुझे तो लगता है कि कैश्वर ने हम सभी के लिये इन दरवाजों का निर्माण किया है। जिस प्रकार पहला द्वार जेनिथ दीदी की विशेषताओं को
देखकर बनाया गया था, ठीक उसी प्रकार यह द्वार मेरी विशेषताओं को देखकर बन या गया है।
"क्यों कि मुझे चींटीयों के बारे में लगभग सभी कुछ पता है। जैसे कि यह रानी चींटी है। यह दूसरी सभी चींटीयों में सबसे बड़ी होती है। यही चींटीयों की इस कॉलोनी का प्रतिनिधित्व करती है। अंडे सिर्फ रानी चींटी ही देती है और यह एक अविश्वसनीय योद्धा होती है, रानी चींटी अपने मरने तक युद्ध करती है और इसके मरने के कुछ दिनों के बाद इसकी कॉलोनी भी खत्म हो जाती है।”
“पर इसके हाथ में यह रिमोट कैसा है?” क्रिस्टी ने पूछा।
“शायद इस रिमोट के माध्यम से यह बाकी की चींटीयों को नियंत्रित करती हो?” जेनिथ ने कहा।
“चलो आगे देखते हैं कि और क्या है, फिर आगे के बारे में सोचेंगे।” सुयश यह कहकर आगे बढ़ गया।
आगे इन्हें 3 बड़े आयताकार कंटेनर रखे दिखाई दिये, जिनका आकार लगभग 20 फुट के आसपास था।
पहले कंटेनर में कोई दरवाजा नहीं था, वह पूरी तरह से बंद था। यह देख सभी दूसरे कंटेनर की ओर बढ़ गये।
दूसरे कंटेनर का दरवाजा खोलने पर उसमें बहुत सी लाल और नीली गेंद रखी हुई दिखाई दीं।
लाल गेंदें थोड़ी चिपचिपी थीं और नीली गेंद से बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी।
तीसरे कंटेनर में बहुत सी नारंगी रंग की चीटींयां भरीं थीं। सभी चींटीयों का आकार 4 से 5 फुट के बीच था।
सभी चींटीयां निष्क्रिय थीं। उनमें कोई गति नहीं थी। लग रहा था कि जैसे वह सभी सो रही हों।
“यह सभी नारंगी रंग की चींटीयां ‘रेन फॉरेस्ट फायर चींटीयां’ हैं। यह श्रृमिक चींटीयां होती हैं।” शैफाली ने फिर सबको बताते हुए कहा- “इनका कार्य सभी चींटीयों का काम आसान करना होता है।“
सभी को देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे सभी लोग कोई म्यूजियम देखने आये हैं और शैफाली उस म्यूजियम की गाइड हो।
बहरहाल अभी म्यूजियम खत्म नहीं हुआ था, इसलिये सभी फिर से शैफाली के साथ आगे बढ़ गये।
आगे एक 20 फुट ऊंचा दरवाजा बना था, जिस पर 4 ‘की-होल’ बने थे।
“मुझे लगता है कि यह दरवाजा ही इस मायाजाल से बाहर निकलने का रास्ता है और इस पर बने यह 4 की-होल बताते हैं कि यहां पर कहीं ना कहीं 4 चाबियां छिपी हुई हैं। हमें उन चाबियों को प्राप्त कर, इस द्वार के द्वारा बाहर निकलना होगा।” सुयश ने कहा।
सभी को सुयश का तर्क सही लगा।
“यानि कि हमारा पहला कार्य उन 4 चाबियों को ढूंढना है।” जेनिथ ने कहा।
अब सभी की नजर आगे की ओर गई। आगे सभी को एक 25 फुट चौड़ी नदी दिखाई दी, जिसके दूसरी ओर एक 20 फुट ऊंची चाबी की मूर्ति बनी थी।
उस चाबी की मूर्ति के बगल में, एक 10 फुट ऊंची लाल रंग की चींटी घूम रही थी।
“1 चाबी तो नदी के उस पार दिख रही है, पर उसकी रक्षा कोई चींटी कर रही है।” सुयश ने कहा।
“पर कैप्टेन, वह तो चाबी की 20 फुट ऊंची मूर्ति है, वह थोड़ी ना लगेगी इस दरवाजे में।” क्रिस्टी ने कहा।
“वह मूर्ति ऐसे ही तो नहीं बनायी गयी होगी, अगर वह दरवाजे में लगने वाली चाबी नहीं है, तो भी मैं दावे के कह सकता हूं कि एक चाबी वहीं है, नहीं तो वह चींटी वहां किस चीज की रक्षा कर रही है?” सुयश ने
अपने दाहिने हाथ का मुक्का बना कर, बांये हाथ के पंजे पर मारते हुए कहा।
“कैप्टेन अंकल सही कह रहे हैं।” शैफाली ने सुयश की बात पर अपनी सहमति जताते हुए कहा- “पर अब तो नदी पार करने के बाद ही पता चलेगा कि वहां पर कोई चाबी है कि नहीं?...पर शायद आप लोग नदी के उस पार मौजूद चींटी की गति को नहीं देख रहे, वह ‘ब्लैक गार्डन चींटी’ है, जो काफी ज्यादा फुर्तीली होती है। अगर हममें से को ई उस पार पहुंच भी गया, तो उस चींटी से नहीं बच पायेगा।”
“मैं उससे बच सकती हूं।” क्रिस्टी ने कहा- “पर उसे मारे बिना चाबी को नहीं ढूंढा जा सकता और उस चींटी को मारने के लिये मेरे पास कोई हथियार नहीं है।”
“हथियार है।” तौफीक ने कहा- “रानी चींटी के हाथ में मौजूद भाले से उस चींटी को मारा जा सकता है। पर पता नहीं भाले को छूते ही कहीं रा नी चींटी ना जिंदा हो जाये?”
“यह रिस्क तो लेना ही पड़ेगा।” सुयश ने कहा और चलते हुए रानी चींटी के पास पहुंच गया।
सुयश ने हाथ आगे बढ़ा कर रानी चींटी का भाला पकड़ लिया।
सभी पूरी तरह से किसी भी नयी घटना के लिये सावधान थे।
सुयश ने एक झटके से रानी चींटी के हाथ से वह भाला खींच लिया, पर किसी प्रकार की कोई घटना नहीं घटी। यह देख सबने राहत की साँस ली।
सुयश ने वह भाला क्रिस्टी को पकड़ा दिया। क्रिस्टी हाथ में भाला ले नदी की ओर बढ़ गयी, पर क्रिस्टी ने जैसे ही नदी के पानी की ओर, अपने कदम को बढाया, वह हैरान हो गई।
“कैप्टेन, मैं नदी के उस पार नहीं जा पा रही, इस नदी पर कोई अदृश्य दीवार है।” क्रिस्टी ने सुयश को देखते हुए कहा।
क्रिस्टी की बात सुन सभी ने एक-एक कर उस नदी के दूसरी ओर जाने की कोशिश की, पर सब व्यर्थ। अदृश्य दीवार के कारण उस पार जाना संभव नहीं था।
“अब तो 2 ही बातें हो सकती हैं।” जेनिथ ने कहा- “या तो इस अदृश्य दीवार को हटाने के लिये यहां पर कुछ होगा? या फिर नदी पार की चाबी प्राप्त करने का कोई और तरीका होगा?”
“हमें एक बार फिर यहां की सारी चीजों पर ध्यान देना होगा।” सुयश ने कहा।
“नहीं रुक जाइये कैप्टेन अंकल।” तभी शैफाली ने सुयश को रोक दिया।
सुयश प्रश्न भरी नजरों से शैफाली को देखने लगा, पर शैफाली ने सुयश को कोई जवाब नहीं दिया, वह तेजी से कुछ सोच रही थी।
सुयश समझ गया कि शैफाली कुछ सोच रही है, इसलिये वह शांत होकर शैफाली के अगले शब्दों का इंतजार करने लगा।
कुछ देर सोचने के बाद शैफाली बोल उठी- “कैप्टेन अंकल, अगर हमने रानी चींटी का भाला निकाला और कुछ भी नहीं हुआ, तो इससे ये बात तो साबित हो गयी कि रानी चींटी के हाथ में पकड़ा रिमोट जैसा यंत्र भी हमारे लिये ही बना है। अब बात यह है कि हम उस रिमोट से क्या कर सकते हैं? तो अगर वह रिमोट है और हम इस समय चींटीयों के संसार में खड़े हैं, तो जरुर हम उससे चींटीयों को ही नियंत्रित कर सकते होंगे?....अब आते हैं तीसरे कंटेनर में मौजूद उन निष्क्रिय चींटीयों पर....उनमें से नारंगी रंग वाली ‘रेन फॉरेस्ट फायर चींटीयां’ दुनिया में सिर्फ अमेजन के जंगलों में ही पायी जाती है।
"उस चींटी की खास बात उनकी एकता है। वह चींटींयां नदी को पार करने के लिये आपस में जुड़कर एक शक्तिशाली बेड़ा बनाती हैं, जिससे होकर सभी चींटींयां आसानी से नदी पार कर जाती हैं। तो मुझे लग रहा है कि हमें नदी के उस पार जाने के लिये उन्हीं चींटीयों से नदी पर एक पुल बनवाना होगा।”
शैफाली की बात सुन सभी की आँखें चमक उठीं।
ऐलेक्स ने सुयश से इजाजत ले रानी चींटी के हाथ से वह रिमोट निकाल लिया।
“चूंकि तीसरे कंटेनर में भी नारंगी चींटीयां हैं और इस रिमोट पर भी नारंगी रंग का बटन है, इसलिये मुझे लगता है कि यह रिमोट उन्हीं रेन फॉरेस्ट फायर चींटीयों को नियंत्रित करने के लिये बनाया गया है।” ऐलेक्स ने कहा- “क्या मैं इसका नारंगी बटन दबाऊं कैप्टेन?”
ऐलेक्स की बात सुन सुयश ने इजाजत दे दी।
ऐलेक्स ने नारंगी रंग के बटन को दबाया, पर बटन दबाने से रेनफॉरेस्ट फायर चींटीयों पर कोई असर नहीं हुआ। यह देख ऐलेक्स, शैफाली की ओर देखने लगा।
“मुझे लगता है कि इस रिमोट से उन चींटीयों को नियंत्रित करने से पहले उन चींटीयों को सक्रिय करना जरुरी है।” शैफाली ने कहा और फिर सोच में पड़ गयी।
कुछ सोचने के बाद शैफाली फिर बोल उठी- “कैप्टेन अंकल हो ना हो अब दूसरे कंटेनर में रखी उन लाल और नीली गेंद का भी कहीं प्रयोग अवश्य होगा? तौफीक अंकल आप जरा उस कंटेनर से दोनों रंग की एक-एक गेंद बाहर ले आइये।”
शैफाली की बात सुनकर, तौफीक दूसरे कंटेनर से, दोनों रंग की एक-एक गेंद उठा लाया और शैफाली के हवाले कर दिया।
शैफाली ने पहले दोनों गेंद को ध्यान से देखा और फिर उसमें से निकलती खुशबू को सूंघने लगी।
कुछ देर के बाद शैफाली बोल उठी- “मुझे इस नीली गेंद से कुछ खाने जैसी खुशबू आ रही है....मुझे लगता है कि यह अवश्य ही चींटीयों का खाना है।....कैप्टेन अंकल एक बार हमें इस नीली गेंद को रेन फॉरेस्ट फायर चींटीयों के पास रखकर देखना चाहिये, शायद इसको खाने के लिये वह सक्रिय हो जायें?”
सुयश ने शैफाली के हाथ से उस नीली गेंद को लिया और दूसरे कंटेनर में मौजूद एक रेन फॉरेस्ट फायर चींटी के सामने रख दिया।
शैफाली का सोचना बिल्कुल सही था।
नीली गेंद के सामने रखते ही वह रेन फॉरेस्ट फायर चींटी सजीव होकर उसे खाने लगी और इसी के साथ रिमोट का नारंगी रंग का बटन जलने लगा।
“कैप्टेन इस रिमोट का नारंगी बटन ऑन हो गया।” ऐलेक्स ने खुशी से चीखते हुए कहा।
यह सुनकर सुयश के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी।
अब सुयश ने तौफीक की ओर इशारा किया। सुयश का इशारा पाकर तौफीक भी सुयश के साथ दूसरे कंटेनर में घुस गया और अपने हाथों से नीली गेंदें निकालकर जेनिथ और क्रिस्टी को पकड़ाने लगा।
जेनिथ और क्रिस्टी ने उन नीली गेंदों को, सभी रेन फॉरेस्ट फायर चींटीयों को खिला दिया।
अब सभी रेन फॉरेस्ट फायर चींटीयां सक्रिय हो गईं।
ऐलेक्स ने रिमोट पर मौजूद हैण्डिल को इधर-उधर घुमाकर देखा।
अब ऐलेक्स हैण्डिल को जिस दिशा में घुमा रहा था, सभी रेन फॉरेस्ट फायर चींटीयां उस दिशा की ओर जा रहीं थीं और ऐलेक्स को वह सभी चींटीयां रिमोट पर मौजूद स्क्रीन पर नजर आ रहीं थीं।
यह देख ऐलेक्स सभी रेन फॉरेस्ट फायर चींटीयों को नदी के पास ले गया और फिर उसने नारंगी बटन को दबा दिया।
नारंगी बटन को दबाते ही, सभी चींटीयों ने नदी पर पुल बनाना शुरु कर दिया।
पुल बनते देख सभी खुश हो गये। आखिरकार शैफाली ने अपने दिमाग का लोहा एक बार फिर सबको मनवा दिया था।
कुछ ही देर में रेन फॉरेस्ट फायर चींटीयों ने नदी पर पुल बना दिया। यह देख क्रिस्टी ने भाले को अपने हाथों में पकड़ा और धीरे से उस पुल पर चढ़ गयी।
क्रिस्टी ने सबसे पहले पुल पर थोड़ा उछलकर उसकी मजबूती का जायजा लिया और फिर सधे कदमों से नदी के दूसरी ओर चल दी।
क्रिस्टी को नदी के उस पार आता देख, ब्लैक गार्डन चींटी और तेज-तेज चाबी की मूर्ति के आस-पास चक्कर लगाने लगी।
क्रिस्टी की नजरें भी सावधानी वश, ब्लैक गार्डन चींटी की ही ओर थी।
क्रिस्टी ने जैसे ही अपने कदम नदी के उस पार रखे, ब्लैक गार्डन चींटी ने उस पर हमला कर दिया, पर क्रिस्टी सावधान थी, उसने उछलकर
स्वयं को बचाया और फिर ब्लैक गार्डन चींटी से कुछ दूर चली गई।
क्रिस्टी ब्लैक गार्डन चींटी पर हमला करने से पहले उसकी गति को ध्यान से देख रही थी।
ब्लैक गार्डन चींटी ने फिर से पलटकर क्रिस्टी पर हमला किया, क्रिस्टी ने फिर से स्वयं को बचाया, पर इस पर बार क्रिस्टी ने अपने भाले से ब्लैक गार्डन चींटी के शरीर पर एक जख्म बना दिया।
ब्लैक गार्डन चींटी दर्द से बिलबिला उठी, वह पलटकर और तेजी से क्रिस्टी पर हमलावर हो गई, पर वह क्रिस्टी थी, जिसने रेत मानव को भी मौका नहीं दिया था, फिर इस ब्लैक गार्डन चींटी की बिसात ही क्या थी।
कुछ ही देर के बाद क्रिस्टी ने चींटी को मार गिराया।
ऐलेक्स ने ब्लैक गार्डन चींटी को मरते देख नदी के इस पार से ही, जोर की सीटी बजाकर क्रिस्टी का उत्साह बढ़ाया।
क्रिस्टी ने मुस्कुरा कर ऐलेक्स को एक बार देखा और फिर उस चाबी की मूर्ति के पास असली चाबी ढूंढने लगी।
कुछ ही देर में क्रिस्टी के तेज आँखों ने असली चाबी को उस मूर्ति के पीछे की ओर चिपके देख लिया।
क्रिस्टी ने उस चाबी को निकालकर खुशी से सबकी ओर हवा में लहराया। क्रिस्टी के हाथ में चाबी देख सभी खुश हो गये।
क्रिस्टी वह चाबी लेकर नदी के इस पार वापस आ गयी।
क्रिस्टी के इस पार आते ही सभी रेन फॉरेस्ट फायर चींटीयां अपने आप गायब हो गईं और इसी के साथ रिमोट पर मौजूद नारंगी बटन भी गायब हो गया।
“लगता है रेन फॉरेस्ट फायर चींटीयों का काम अब खत्म हो गया था, इसलिये वह सभी गायब हो गईं।” सुयश ने कहा।
क्रिस्टी ने आगे बढ़कर दरवाजे में पहली चाबी लगाकर घुमा दिया, वातावरण में एक जोर की गड़गड़ाहट उभरी, पर वह द्वार नहीं खुला।
“अब हमें दूसरी चाबी ढूंढनी पड़ेगी।” सुयश ने कहा- “वह भी यहीं कहीं होनी चाहिये?” तभी ऐलेक्स की आवाज ने सभी का ध्यान, उसकी ओर आकृष्ट कर दिया।
“कैप्टेन अब इस रिमोट पर अपने आप नीले रंग का एक बटन नजर आने लगा है।” ऐलेक्स ने तेज आवाज में कहा।
“इसका मतलब अब कहीं दूसरी चींटीयां भी हैं और हमें इस रिमोट के द्वारा उन चींटीयों को भी नियंत्रित करना होगा।” शैफाली ने कहा।
शैफाली की बात सुन सभी अपने चारो ओर देखने लगे।
“कैप्टेन, तीसरे कंटेनर में अब नीली चींटीयां नजर आ रही हैं।” तौफीक की आवाज सुन सभी एक बार फिर उस तीसरे कंटेनर के पास आ गये।
“ये ‘लीफ कटर चींटीयां’ हैं, इनकी विशेषता पानी के अंदर ज्यादा सक्रिय होना है।” शैफाली ने उन नीली चींटीयों को देखते हुए कहा।
“कहीं दूसरी चाबी नदी के अंदर तो नहीं?” जेनिथ ने सबका ध्यान नदी की ओर किया।
“शायद जेनिथ सही कह रही है, क्यों कि हम पानी के अंदर नहीं जा सकते, इसलिये दूसरी चाबी अवश्य ही पानी के अंदर ही है।” शैफाली ने कहा- “मुझे लगता है कि इन लीफ कटर चींटीयों को भी वही नीली गेंदे
खिलाकर सक्रिय करना होगा।”
सभी ने तुरंत नीली गेंदें खिलाकर लीफ कटर चींटीयों को भी सक्रिय कर दिया।
उन चींटीयों के सक्रिय होते ही ऐलेक्स के हाथ में मौजूद रिमोट का नीला बटन भी ऑन हो गया और उस पर लगी स्क्रीन पर सभी लीफ कटर चींटीयां दिखाई देने लगीं।
इसके आगे का काम ऐलेक्स को पता था, वह सभी लीफ कटर चींटीयों को नियंत्रित कर पानी के अंदर लेकर चला गया।
ऐलेक्स को पानी के अंदर का दृश्य स्क्रीन पर नजर आ रहा था।
तभी ऐलेक्स को पानी के अंदर दूसरी चाबी दिखाई दी, परंतु उस चाबी की रक्षा भी एक बड़ी सी लाल रंग की चींटी कर रही थी, जिसने लीफ कटर चींटीयों पर हमला कर, उन्हें मारना शुरु कर दिया।
यह देख ऐलेक्स ने बाकी बची लीफ कटर चींटीयों को वहां से हटा लिया।
“पानी के अंदर मौजूद चींटी ‘आस्ट्रेलियन बुलडॉग चींटी’ है, वह लीफ कटर चींटीयों को आसानी से मार सकती है।” शैफाली ने रिमोट की स्क्रीन में देखते हुए कहा- “अब मुसीबत हो गयी। क्यों कि हममें से कोई भी पानी के अंदर जा नहीं सकता और लीफ कटर चींटीयां उस आस्ट्रेलियन बुलडॉग चींटी को मार नहीं सकतीं। अब क्या किया जाये?”
यह सुनकर सभी के चेहरे मुर्झा गये।
सुयश ने सभी के मुर्झाये चेहरे को देख उनमें जोश भरते हुए कहा- “दोस्तों हमें हार नहीं माननी चाहिये, अगर यह मुश्किल हमारे सामने है, तो इसका हल भी यहीं पर मौजूद होगा। हमें सिर्फ शांत भाव से उस उपाय को ढूंढने की जरुरत है और मुझे लगता है कि यह उपाय शैफाली हम सभी से ज्यादा बेहतर तरीके से ढूंढ सकती है।”
सुयश के शब्द सुन शैफाली में एक नयी ऊर्जा का संचार हो गया और वह शांत भाव से फिर से सारी चीजों के बारे में सोचने लगी।
जारी रहेगा______![]()

