रिश्ते सारे ख़तम हुए लंड और चूत के खेल में
भैया सैंया बन गया अपनी ही बहना को पेल के
भौजी भी अपने हाथों से सुहाग की सेज सजाये
अपनी छिनार नन्दिया पे फिर अपना मर्द चढ़ाये
भैया भी पगलाया है अब बहन की देख जवानी
कसके वो चोदे बहना को और चूत में छोड़ें पानी
बहना तेरी कोख में आज बीज मैं अपना धर दूंगा
अपने वीर्य से आज तुझे गभिन पक्का कर दूंगा
भौजी भी मुस्कुराये देख के अपने सैयां का जोश
ऐसी छिनार जब बहना हो तो फिर काहे का दोष
वैसे भी तो हर अच्छी भौजी का होता है ये सपना
उसकी ननद की चूत को फाड़े उसका भैयाअपना
बहना भी तो उचक उचक के अपनी चूत मारवाये
मेरी चूत को भर दो वीर्य से वो भैया को उक्साये
अपने स्तन का पहला दूध मैं भैया तुम्हें पिलाऊंगी
फिर अपनी बेटी को अपने बाप से मैं चुदवाऊँगी
image uploader