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Romance अनामिका ~ एक प्रेम कहानी ✔︎

क्या आपको लगता है इस कहानी का अंत अलग होना चाहिए था?

  • हाँ

    Votes: 7 77.8%
  • जो अंत लिखा गया वही उपयुक्त है

    Votes: 2 22.2%

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    9

Lews Therin Telamon

It was a pleasure to burn
Supreme
536
494
64
Mahi Maurya aapke shaandaar reviews ke liye dhanyawaad, padh kar bahut achha laga.
 

Mahi Maurya

Dil Se Dil Tak
Supreme
33,218
59,051
304
तीसरा भाग

बहुत ही जबरदस्त महोदय

ये उम्र ही ऐसी होती है जब सोचने समझने की शक्ति बहुत ही कमजोर होती है। इस समय बस शारीरिक आकर्षण रहता है एक दूसरे के प्रति। अमन और प्रिया में भी शुरुआत में शारीरिक आकर्षण था इसलिए उन दोनों में वो अनैतिक कार्य हो गया जो शायद कभी नहीं होना चाहिए था। आजकल कॉलेज की जिंदगी में पढ़ाई कम हो गई है, अक्सर लड़के लड़कियाँ एक दूसरे से अपनी जरूरत पूरी करने में ध्यादा ध्यान देते हैं कुछ अपनी जरूरत पूरी करकर एक दूसरे से अलग हो जाते हैं और कुछ इस जरूरत तो साकार रूप देते हुए शादी तक पहुचा देते है।

अमन भी अनामिका के प्रति शारीरिक आकर्षण को अपने जीवन मे आत्मसात करते हुए अनामिका से शादी करना चाहता था लेकिन उसकी गरीबी उसके बीच मे आ गई। लेकिन क्या अनामिका का प्यार अमन के लिए सच्चा था, क्या वो सच मे अमन से प्यार करती थी, अगर ऐसा था तो वो दूसरी शफी कैसे कर सकती थी। हो सकता है उसने घर वालों के दबाव में शादी की हो लेकिन उसे एक बार अमन से बात तो करना चाहिए था।।
 
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Lews Therin Telamon

It was a pleasure to burn
Supreme
536
494
64
तीसरा भाग

बहुत ही जबरदस्त महोदय

ये उम्र ही ऐसी होती है जब सोचने समझने की शक्ति बहुत ही कमजोर होती है। इस समय बस शारीरिक आकर्षण रहता है एक दूसरे के प्रति। अमन और प्रिया में भी शुरुआत में शारीरिक आकर्षण था इसलिए उन दोनों में वो अनैतिक कार्य हो गया जो शायद कभी नहीं होना चाहिए था। आजकल कॉलेज की जिंदगी में पढ़ाई कम हो गई है, अक्सर लड़के लड़कियाँ एक दूसरे से अपनी जरूरत पूरी करने में ध्यादा ध्यान देते हैं कुछ अपनी जरूरत पूरी करकर एक दूसरे से अलग हो जाते हैं और कुछ इस जरूरत तो साकार रूप देते हुए शादी तक पहुचा देते है।

अमन भी अनामिका के प्रति शारीरिक आकर्षण को अपने जीवन मे आत्मसात करते हुए अनामिका से शादी करना चाहता था लेकिन उसकी गरीबी उसके बीच मे आ गई। लेकिन क्या अनामिका का प्यार अमन के लिए सच्चा था, क्या वो सच मे अमन से प्यार करती थी, अगर ऐसा था तो वो दूसरी शफी कैसे कर सकती थी। हो सकता है उसने घर वालों के दबाव में शादी की हो लेकिन उसे एक बार अमन से बात तो करना चाहिए था।
मैं नहीं कहूँगा कि सिर्फ़ शारीरिक आकर्षण के चलते उन दोनों के बीच वह सब हुआ। क्योंकि कहानी को एक ख़त के रूप में लिखा गया है तो घटनाओं के घटने की गति काफ़ी तेज है। जैसा आपने पढ़ा होगा, वे दोनों फ़र्स्ट-ईयर में घुलने मिलने लगे थे लेकिन ग्रैजूएशन पूरा होने के बाद उनके बीच एक प्रगाढ़ सम्बंध बना जिसे मैं अनैतिक का दर्जा नहीं दूँगा। दूसरा यह कि इस कहानी का कालखंड हमारे समय से थोड़ा पहले का रखा गया है। इसीलिए आप इसमें मोबाइल और कम्प्यूटर जैसी चीजों का विवरण नहीं पाते। आपके अनामिका को लेकर किए सवालों का जवाब आगे की अप्डेट में मिलेगा यह आशा करता हूँ।
 

Mahi Maurya

Dil Se Dil Tak
Supreme
33,218
59,051
304
चौथा भाग

बहुत ही बेहतरीन महोदय।।

हम जिसे चाहते हैं उससे हम जुड़ा हो गए हैं और उससे कभी न मिलने की उम्मीद भी खत्म हो गई हो अगर वो हमारी आंखों के सामने अचानक आ जाये तो दिल में एक टीस सी उठने लगती है। ऐसा लगता है कि जैसे दिल मे कुछ टूट से रह है। फिर हम अपने कसमें वादे जो भी उससे किए रहते हैं न मिलने के लिए वो सब ताक में रखकर एक बार उससे मिलने की कोशिश जरूर करते हैं।।

अनामिका ने भले ही अपने घरवालों की मर्जी से शादी कर ली लेकिन वो अमन को कभी भूल न सकी। पहले प्यार को भूल पाना इतना आसान भी नहीं होता। लड़का सच मे बहुत ही अच्छा था जो ये जानते हुए भी की अनामिका गर्भवती है उसके बाद भी उसने अनामिका से शादी की। लेकिन अनामिका के दिल मे तो अमन था। इसलिए वो अपने शादीशुदा रिश्ते को निभा न सकी। अनामिका के घरवालों की भी गलती थी यहाँ। एक बार उन्हें अमन और अनामिका की बात सुननी चाहिए थी। अनामिका और अमन के दोबारा मिलने से उस लड़के ने अनामिका की खुशी के लिए अनामिका को तलाक भी देना स्वीकार कर लिया। अमन की शादी में हरनाम सिंह नहीं गए। शायद वो अपने बेटे के इस कृत्य से नाराज थे।।
 
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Mahi Maurya

Dil Se Dil Tak
Supreme
33,218
59,051
304
मैं नहीं कहूँगा कि सिर्फ़ शारीरिक आकर्षण के चलते उन दोनों के बीच वह सब हुआ। क्योंकि कहानी को एक ख़त के रूप में लिखा गया है तो घटनाओं के घटने की गति काफ़ी तेज है। जैसा आपने पढ़ा होगा, वे दोनों फ़र्स्ट-ईयर में घुलने मिलने लगे थे लेकिन ग्रैजूएशन पूरा होने के बाद उनके बीच एक प्रगाढ़ सम्बंध बना जिसे मैं अनैतिक का दर्जा नहीं दूँगा। दूसरा यह कि इस कहानी का कालखंड हमारे समय से थोड़ा पहले का रखा गया है। इसीलिए आप इसमें मोबाइल और कम्प्यूटर जैसी चीजों का विवरण नहीं पाते। आपके अनामिका को लेकर किए सवालों का जवाब आगे की अप्डेट में मिलेगा यह आशा करता हूँ।
आपकी बात से मैं सहमत हूँ, लेकिन मैंने ये बात इसलिए कही क्योंकि आजकल यही सब हो रहा है स्कूल कॉलेजों में।
प्यार के नाम पर जिस्म की भूँख अगर कोई ऐसा नहीं करते हैं बस रूहानी प्रेम करते हैं तो उनको तरह तरह के ताने दिए जाते हैं।।
मेरा आशय बस इतना है कि उन दोनों के बीच जो कुछ भी हुआ वो नहीं होना चाहिए था, जब तक शादी न हो जाती दोनों की।।
 

Mahi Maurya

Dil Se Dil Tak
Supreme
33,218
59,051
304
पाँचवाँ भाग

बहुत ही बेहतरीन महोदय।।

एक बाप के लिए सबसे बड़ा बोझ होता है अपने कंधे पर अपनी संतान की मौत का बोझ।। नाम और हरनाम दोनों के साथ ऐसा ही हुआ। अमन अपनी बीवी और बच्चे की मौत से इस कदर टूट गया कि उसने दुनिया को अलविदा कह दिया।

हरनाम सिंह वो बदनसीब बाप थे जिन्होंने न ही बुढापे में अपने नवासे का सुख पाया और न ही अपने बेटे को अपने पास देख पाए। बस एक खत ही है उनके पास जिसको पढ़कर वो अपने गमों को भुलाने की कोशिश करते हैं और अपने बेटे को याद करते हैं।।

कहानी की शुरुआत में लगा था कि ये कहानी हरनाम सिंह की कहानी है, लेकिन ये कहानी अनामिका और अमन के सच्चे प्रेम की कहानी है जो समाज के बनाये दकियानूसी रीतियों और परंपराओं की भेंट चढ़ गई।। बहुत ही बेहतरीन कहानी है ये और इसे पेश करने का अंदाज़ उससे भी ज्यादा बेहतरीन।।
 

Lews Therin Telamon

It was a pleasure to burn
Supreme
536
494
64
पाँचवाँ भाग

बहुत ही बेहतरीन महोदय।।

एक बाप के लिए सबसे बड़ा बोझ होता है अपने कंधे पर अपनी संतान की मौत का बोझ।। नाम और हरनाम दोनों के साथ ऐसा ही हुआ। अमन अपनी बीवी और बच्चे की मौत से इस कदर टूट गया कि उसने दुनिया को अलविदा कह दिया।

हरनाम सिंह वो बदनसीब बाप थे जिन्होंने न ही बुढापे में अपने नवासे का सुख पाया और न ही अपने बेटे को अपने पास देख पाए। बस एक खत ही है उनके पास जिसको पढ़कर वो अपने गमों को भुलाने की कोशिश करते हैं और अपने बेटे को याद करते हैं।।

कहानी की शुरुआत में लगा था कि ये कहानी हरनाम सिंह की कहानी है, लेकिन ये कहानी अनामिका और अमन के सच्चे प्रेम की कहानी है जो समाज के बनाये दकियानूसी रीतियों और परंपराओं की भेंट चढ़ गई।। बहुत ही बेहतरीन कहानी है ये और इसे पेश करने का अंदाज़ उससे भी ज्यादा बेहतरीन।।
Aapne reviews diye, itna gehraayi se parkha, aapka haardik aabhaar. Aasha karunga ki aage bhi aapka pyar issi tarah milta rahega.
 
10,244
43,073
258
Thanks bhai, aapke shaandaar review ke liye aur Harnaam Singh ke character ko samajhne ke liye, jinpe bahut kam readers ka dhyan jaata hai.
Maine kaha tha ki ye dard bhari dastaan thi .
Harnam ki , Aman ki aur Anamika ki.
Marne wale to chale gaye lekin jindi bhar ki peeda Harnam ke liye chod gaye.
Sabse adhik peeda unhe hi bhogna pada.
 
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