Bhai ap plz continue to karo tabhi n response ayenge.Ap gayb ho jate ho beech me .Plz bhai story mast hai ap continue karo
Sorry, I may not agree to your point. I agree, aap bahut mehnat se story likhte ho..lekin comments bhi acche hi hain aapke story ke liye..but problem yeh hain ki aapke story/updates ki frequency bahut slow hain...as a result, your story gets pushed down to the back pages..there are few stories where the writers give reasonably quick updates..and they also get the responses accordingly. When the updates are reasonably frequent, the readers are also engaged and they also invest in the story by giving some suggestions, etc... once you start giving frequent updates and the story moves forward, you'll find many more comments. My personal opinion though. But rest is upto you...I'll leave it to your judgement.Thanks.Bhai main ne bahut struggle karke eh updates taiyar kiye the. Lekin update aane ka kafi din baad bhi koi response nehi mila. Is liye main ne eh story paused kar dia. Agar kisi ko story pasand hi na aaye to likhne ka kya fayda.
I also agree with Mass, Babulaskar You should continue the story and give us regular updates,Sorry, I may not agree to your point. I agree, aap bahut mehnat se story likhte ho..lekin comments bhi acche hi hain aapke story ke liye..but problem yeh hain ki aapke story/updates ki frequency bahut slow hain...as a result, your story gets pushed down to the back pages..there are few stories where the writers give reasonably quick updates..and they also get the responses accordingly. When the updates are reasonably frequent, the readers are also engaged and they also invest in the story by giving some suggestions, etc... once you start giving frequent updates and the story moves forward, you'll find many more comments. My personal opinion though. But rest is upto you...I'll leave it to your judgement.Thanks.
Bhai ap plz continue to karo tabhi n response ayenge.Ap gayb ho jate ho beech me .Plz bhai story mast hai ap continue karo
Sorry, I may not agree to your point. I agree, aap bahut mehnat se story likhte ho..lekin comments bhi acche hi hain aapke story ke liye..but problem yeh hain ki aapke story/updates ki frequency bahut slow hain...as a result, your story gets pushed down to the back pages..there are few stories where the writers give reasonably quick updates..and they also get the responses accordingly. When the updates are reasonably frequent, the readers are also engaged and they also invest in the story by giving some suggestions, etc... once you start giving frequent updates and the story moves forward, you'll find many more comments. My personal opinion though. But rest is upto you...I'll leave it to your judgement.Thanks.
आप लोगों की बातों व टिप्पणिओं से मन में बहुत प्रसन्नता हुई। इस के लिए मैं अपने अन्तःकरण से आप सबको आभार ब्यक्त करता हूँ। अगर आप और हम लोग इसी तरह से हर एक स्टोरी पे टिप्पणियाँ व पसंद जताया करें तो कोई भी स्टोरी अधुरी नहीं रह सकती।I also agree with Mass, Babulaskar You should continue the story and give us regular updates,
Comments will definitely come.
Waaooo good startअपडेट 2
राधा: हाय! मैं नहीं कर सकती। अपने बेटे की उम्र के किसी लौंडे से चूदवाना। हाय कितनी शर्म की बात है।
राकेश उन्ही सब सेक्सी उत्तेजित बातों से राधा को पेल्ता जा रहा था। उसका 6 इंच का लण्ड मानो 7 इंच का हो गया होगा!
राकेश: अरे मेरी प्यारी बीबी! शुरु शुरु में सब को ही शर्म आती है। अब तुम्हारी सहेली कोमल को ही देख लो किस तरह अपनी चुत की भूख का इन्तज़ाम वह खुद कर लेती है। मेरा दोस्त कमलनाथ तो अपने धुन में लगा है। और उसकी बीबी अपने धुन में। मजा आ रहा है ना राधा?
राधा अपनी गांड से नीचे से ही राकेश के लण्ड पर धक्के मारने की कोशिश करती रहती है। कभी कभी अपनी चुत से ही राकेश के लण्ड पर दबाव बनाती रहती है ।
राधा: हाँ पता है मुझे सब। वह तो है ही रंडी। मुझे भी पता है इस में बहुत मजा है। लेकिन शर्म के मारे कुछ कर नहीं पाती। तुम्हारा दोस्त कमल तो अब अपनी लड़की के पीछे लगा हुया है। और उसकी बेटी शीतल भी बिलकुल बाप चूदवानी बन चुकी है। दिन नही रात नहीं हर टाईम बाप के लण्ड पर झूला झूल रही है। पता नहीं किसी दिन पेट से ना हो जाये।
राकेश: तो इसमें बुरा क्या है? बाप अगर अपने बेटी को नहीं चोदेगा तो क्या किस्से चूदेगी वह? हर बाप का उसके बेटी पर पति जौसा अधिकार होता है।
राधा: आह मर गई। कितना मजा आ रहा है। मेरा झड़ने वाला है। मुझे कसके पकड़ लो रघु के पापा। आह आह।
कुछ देर बाद राधा अपनी आंखें खोलती है। राकेश उसकी तरफ देख रही थी। दोनों पसीने में बोर हो चुके थे।
राकेश उसके चेहरे को हाथ से पकड़ के एक किस करता है।
राकेश: मजा आया राधा!
राधा: बहुत मजा आया। दो हफ्ते से चूदी नहीं थी। अब जा के कुछ सुकून मिला मुझे।
राकेश: मेरा तो नहीं गिरा अभी तक।
राधा: चलो मैं गिरा देती हूँ।
राकेश: चुत में ही गिरा देता हूँ?
राधा: नहीं जी। तुम्हें पता नहीं क्या मैं ने पिल खानी छोड़ दी है। तुम पानी गेरोगे तो पक्का मैं पेट से हो जाऊंगी।
राकेश: चलो तुम थक चुकी होगी। वैसे मैं भी आज थका हारा ही आया था। लेकिन तुम्हारी खुशी के लिए मैं थकान को दूर हटा दिया।
राधा: नहीं। नहीं । इस तरह ना कीजिये। आज मुझे एक बार की चूदाई और चाहिये।
राकेश: क्या करूं बोलो। आज आते समय कारखाने में एक लड्की को चोद कर आया हूँ। उसे देख कर रहा नहीं गया। चलो तुम मेरा लण्ड चुस दो। मेरा पानी निकल जाएगा।
राधा: हाय। कितनी आस लगाये बैठी थी के आज पूरी कसर पूरी कर लुंगी। अब तो सच मुच लग रहा है के मुझे किसी से चुदवाना ही पडेगा।
राकेश: तो चूदवा लो ना। और यह कहते हुये अपने लण्ड को राधा के मुहं में डाल देता है । राधा राकेश के लण्ड को मुहं मे ले लेती है। और चूसने लगती है।