Update7
रात का खाना खाने के बाद अपने सब काम निपटा के ज्योति बेडरूम में आई तो उसने देखा गौरव बालकनी में खड़ा कुछ सोच रहा था....ज्योति वहा गई और पिचेसे हग करते हुए पूछा "क्या सोच रहे हो जानू?"
गौरव ने पलट के देखा" कुछ नही बस ऐसेही....
J:- बताओ भी... ऑफिस बिजनेस का कुछ टेंशन है क्या?"
G:- अरे नही नही...
J:- तो फिर??
G:- पलट के ज्योति को कमर से पकड़ के अपनी और खींचा...अरे वो जफर की बातो के बारे में सोच रहा था...
J:- (खुश हो गई उसे लगा की कल रात की तरह आज भी मजे करने के बारे में सोच रहा है...और उसे आज वैसे भी दिनभर से बहोत उत्तेजना महसूस हो रही थी) उसके बारे में क्या??
गौरव ने देखा ज्योति की आखों में चमक सी आ गई थी।
G:- वहीं मेरी जान की तुम शादी से पहले बहुत चूदी हो...
ज्योति थोड़ा सहम गई...
J:- क्या आप भी कुछ भी सोचते हो...
G:- ज्योति बताओ ना किसने चोदा था तुम्हे?? अब हम इतना खुल गए है... और सच कहूं तो... सुबह से सोच रहा हु की मेरी बीवी को किसने किसने और कैसे कैसे चोदा होगा उफ्फ मेरा लन्ड तो सोच सोच के टाइट हो रहा है की (नाइटी के ऊपर से ज्योति की चूत को सहलाते हुए) मेरी बीवी की चूत में कितने लंड गए होंगे?
J:- aaahhh गौरव क्या आप भी ना... ज्योति ने गौरव के लंड को पकड़ा... हा ये तो सच में बहुत टाइट हो रखा है...
G:- हा मेरी जान... बताओ ना प्लीज मुझे सुनना तुम्हारे मुंह से की कितने लंड का पानी गिरा है तुम्हारी चूत में...(होठों को सहलाते हुए)
और कितने लंड चूसे है तुम्हारे इन खूबसूरत होठों ने...
J:- आह्ह्ह्ह उम्मम्म सच में सुनना चाहते हो?? तुम्हे कोई प्राब्लम तो नहीं होगी ये सब जान के...
G:- नहीं उल्टा मजा आयेगा मुझे...
ज्योति उसे मामा अब्बास और उसके 2 बॉयफ्रेंड के बारे में बताने लगी.... जैसे जैसे ज्योति बताते जा रही थी वैसे वैसे गौरव पागल होते जा रहा था....उसकी चुदाई के किस्से सुनाते हुए और वो सब इमेजिन करते हुए वो ज्योति को चोदने लगा.... गौरव ने ज्योति को दो बार चोदा...ज्योति उसको ऐसे देखा खुश हो गई सुबह से जो आग उसकी चूत में लगी थी वो गौरव के पानी से काफी हद्द तक बुझ गई थी।
दोनो एकदूसरे से लिपटे बाते करने लगे...
G:- ज्योति उफ्फ मजा आ गया आज तो...मुझे नहीं पता था मेरी बीवी इतनी बड़ी चुद्दकड़ है... सच कहूं इन बातो की वजह से हम दोनो अपनी सेक्स लाइफ बहुत जादा इंजॉय करने लगे है...है ना?
J:- जानू मुझे खुशी है की तुम्हे मजा आ रहा है...
G:- क्यू...तुम्हे नही आ रहा क्या??? अगर तुम्हे इसमें मजा नही आ रहा तो हम इसे नेक्स्ट लेवल पे ले जा सकते है...
J:- मतलब??
G:- मतलब मेरी जान की अगर तुम चाहो तो अब किसी और से चुद सकती हो... एंजॉय कर सकती हो... मुझे कोई प्राब्लम नही...
J:- चुप करो... कुछ भी मत बोलो... मैं आपके साथ बहोत बहोत खुश हु... ज्योति थोड़ा गुस्से में बोली...
G:- हा मेरी जान मुझे पता है... तुम मुझसे बहोत प्यार करती हो... लेकिन मैं तो बस यही कह रहा था की अगर तुम्हे कोई new लन्ड से चुदना है तो चुद सकती हो....
J:- नहीं मुझे नही चुदाना....
G:- ओके बाबा कोई बात नही...चलो अब so jate है कल थोड़ा कम है ऑफिस में... गौरव को लगा की इस बात को अभी के लिए ना छेड़े वही उचित होगा ...उसने ज्योति को किस किया और लाइट ऑफ करके सोने लगे...
ज्योति सोच में डूबी थी..." गौरव को सच में कोई प्राब्लम नही होगी अगर मैं किसी और से चुदी तो?? या सिर्फ वो मेरी टेस्ट ले रहा था?? बातो से तो नहीं लगा की उसे कोई दिक्कत होगी उल्टा उसे मजा ही आएगा... सच कहूं तो मन तो होता है अब मेरा भी की अब पहले जैसे किसी तगड़े लंड के मजे लूं उफ्फ...""
ज्योति ये सब सोचते हुए सो गई।
सुबह गौरव ऑफिस चला गया...गौरव ऑफिस में बैठ के इन चीजों के बारे में और डिटेल में देखने पढ़ने लगा...उसने देखा की ये लाइफस्टाइल फॉरेन में काफी प्रचलित है पर अब यहा भी काफी लोग इस लाइफस्टाइल को एंजॉय कर रहे है.... कुछ चीजे उसे काफी एक्साइट कर रही थी तो कुछ चीजें उसे पसंद नही आ रही थी पर उसके दिमाग में एक प्लान बन रहा था....
शाम होते होते उसने ज्योति को कॉल किया और कहा की "तयार रहना हमे एक पार्टी में जाना है"
J:- ओके... कैसी पार्टी है??
G:- एक क्लाइंट की पार्टी है...वैसे क्यू पूछ रही हो??
J:- अरे बाबा पार्टी के हिसाब से तयार होना पड़ेगा ना...क्या पहनना है उसके लिए पूछा...
G:- हम्मम ऐसी बात है तो ऐसा कुछ पहनना की सब लोग मेरी सेक्सी बीवी को देखते रह जाय.... सबके लंड खड़े हो जाय....और बोले की आह्ह्ह्ह्ह काश इसे चोदने का एक मौका मिल जाय...
J:- अच्छा जी?? ठीक है फिर मुझे मत कहना की ये क्यूं पहना एंड ये न वो...
G:- नहीं कहूंगा जान... वहा कोई पसंद आ जाय तुम्हे और तुम उसका लन्ड अपनी चूत में ले भी लिया तो भी कुछ नही कहूंगा...
J:- धत्त पागल कही के...
ऐसा बोल के ज्योति ने फोन रख दिया....
गौरव ने तुरंत ही एक दूसरा फोन लगाया अपने सिक्युरिटी देखने वाले को और उससे कहा की उसके घर में स्पाई कैम और माइक लगवा दे... और उससे कहा की ये काम छुपाके करना है... घर में 8 बजे से लेकर 12 बजे तक काम हो जाना चाहिए...उसके घर को पूरा बिग बॉस का घर बना दे... एक भी कोना छूटना नही चाहिए ....
गौरव के दिमाग में क्या चल रहा था वो बस उसे ही पता था....
गौरव जब घर आया तो उसने देखा ज्योति तयार ही थी.....
जब उसने ज्योति को देखा उसके तो होश ही उड़ गए....
J:- क्या हुआ?? ऐसे क्या देख रहे हो??
गौरव उसके पास गया और उसे कमर से पकड़ के अपनी और खींचा...
G:- wow मेरी जान तुम तो आज कमाल की लग रही हो....पार्टी में सबकी शामत आनेवाली है... अपने खड़े लंड को छुपाते घूमेंगे सब.... और किसको को मौका मिला न तो तुम्हारी ये साड़ी उठा के चोद देगा कोई...
J:- छोड़ो मुझे जाओ और जल्दी तयार हो जाओ.... बहुत गंदे होते जा रहे हो तुम दिन ब दिन... जब देखो तब ये चोद देगा वो चोद देगा.... सच में कोई एक दिन चोद देगा तब पछताओगे...
G:- आह्ह्ह नही मेरी जान मैं तो चाहता हु की तुम्हे कोई चोदे ...तुम्हारे इन होठों पे अपना तगड़ा काला लंड घुमाएं.... तुम्हारी चूत में डाले...और मस्त तुम्हारी चुदाई करे...तुम्हारे चूत में अपना माल गिराए....
J:- आह्ह्ह्ह सच???
दोनो एक दूसरे की आखों में देख के उनके मन में क्या चल रहा है ये जानने की कोशिश कर रहे थे।
ये बात कुछ आगे बढ़े ज्योति का फोन बजने लगा....ज्योति ने देखा उसकी मम्मी का फोन है....
J:- जाओ जल्दी तयार हो जाओ...मैं मम्मी से बात करती हु....
गौरव तयार होने चला गया....
थोड़ी देर में वो दोनो पार्टी के लिए निकल गए....पार्टी काफी शानदार थी....जैसा कि गौरव ने कहा था वाकई सब लोग ज्योति को ही घूर रहे थे....उसके डीप नेक ब्लाउज से झांकती लगभग आधी चूचियां देख हर कोई खयालों में उसे चोदने के बारे में सोचने लगा था.... गौरव जानबूझ के ज्योति से दूर दूर रह रहा था ताकि कोई उसे अप्रोच करे पर ऐसा कुछ हुआ नही.... गौरव ने 3 4 peg पी लिए थे.... ज्योति के भी 3 ग्लास वाइन के हो चुके थे.... दोनो भी हल्के हल्के सुरूर में थे।
पार्टी खत्म होने को आई थी.... ज्योति ने गौरव से कहा कि चलते है... वाइन थोड़ी जादा हो गई...गौरव ने टाइम देखा 12 बजने वाले थे....उसने सिक्योरिटी एजेंसी वाले को कॉल किया और पूछा की काम हुआ या नहीं??
उसने बताया कि थोड़ा बाकी है 30 मीन लगेंगे....
गौरव ने सोचा की आराम से कार ड्राइव करते हुए जाएंगे तो चल जायेगा....
दोनो कार में से निकल पड़े....
G:- पार्टी अच्छी थी ना??
J:- हा...
G:- मैंने कहा था न की सब लोग तुम्हे देख के लंड मसलेंगे...और मेहता क्या बोल रहा था तुम्हे??? काफी देर तक बाते कर रहा था...और पूरा टाइम बस तुम्हारी ये चूचियां ही देख रहा था....धीरे से गौरव ने ज्योति की चूचियां दबाई....और पल्लू नीचे गिरा दिया....
J:- ड्राइविंग पे ध्यान दो...
G:- हा मेरी जान....ध्यान है मेरा...जरा अपना ब्लाउज का बटन तो खोल दो ....एक ही हुक पे कितना प्रेशर आया हुआ है...
J:- पागल हो गए हो क्या...
G:- खोलो न... कार में ही तो है हम...और पूरा रास्ता सुनसान है...और कितने दिन हो गए हमने कार में मस्ती नही की...आज मन हो रहा है...
दोनो शराब के नशे में थे...ज्योति को भी लगा की इतनी रात को क्या ही होगा?? कोई नही देखेगा...
J:- तुम न कुछ जादा ही नॉटी हो रहे हो आजकल.... और ऐसे बोलते हुए हुक खोल दिए...... गौरव ने धीरे से ब्रा के अंदर हाथ डाला और चूची को सहलाने लगा....
G:- उम्म्म्म साड़ी ऊपर करो ना...
ज्योति ने सीट थोड़ी पीछे ली और पैर फैला गौरव की आखों में देखते हुए साड़ी पूरी ऊपर कर दी....गौरव ने पैंटी के ऊपर से चूत को सहलाते हुए...
"उम्म्म ज्योति तुम तो गीली हो रही हो...तुम्हारी चूत तो लंड मांग रही है..... है ना?
J:- आह्ह्ह हा सच कहा तुमने...
G:- किसका लंड लेगी?? मेरा या किसी और का?
J:- तुम फिर सुरु हो गए...
G:- अरे मेरी जान... सोचो अगर अभि कोई तुम्हे ऐसे देखेगा तो बिना चोदे छोड़ेगा क्या???
J:- चुप बैठो....
G:- ज्योति सच कहूं... चलो न ट्राय करते है...
J:- क्या???
G:- वो आदमी देख रही हो पैदल जा रहा है...उसके पास गाड़ी रोकता हु तुम बस आखें बंद करके सोने का नाटक करो...उससे कुछ बहाना बना के पूछता हु...
J:-nooooooo गोरव कुछ भी क्या??
G:- मजा आयेगा जान...बस उसका रिएक्शन देखना है कुछ गडबड लगा तो झट से भगा लूंगा...
और बिना ज्योति के जवाब का इंतजार किए...उसने उस आदमी के पास कार रोकी....ग्लास नीचे करके उसे आवाज दी वो आदमी ने अंदर झांका... उसकी नजर जैसें ज्योति पे पड़ी...उसके होश उड़ गए.... ब्रा में कैद मस्त बड़ी बड़ी गोरी चूचियां....मक्खन जैसी सफेद मांसल जांघें और ब्लैक रंग की पैंटी....
गौरव उस आदमी को देख रहा था...."भैया यहां कोई होटल मिलेगा खाना खाने के लिए..."
उसने गौरव को देखा..."नही अब तो सारे बंद हो गए होंगे"
ज्योति आंखे बंद करके लेटी रही...वो आदमी कभी ज्योति को देखता कभी गौरव को...गौरव उसको देख के मुस्कुराया और कार आगे बढ़ा ली...
J:- OMG गौरव आप ना सच में पागल हो...
G:- पागल मैं नही वो हो गया होगा तुम्हारा अधनंगा जिस्म देख के...वही पे मूठ मरना सुरु कर दिया होगा उसने तो....तुम्हे कैसा लगा?
J:- क्या आप भी न...
G:- बताओ न...
J:- दिल जोर जोर से धड़क रहा है मेरा तो....
G:- चूत तो और पानी छोड़ रही होगी ना....धीरे से चूत को सहलाया...
J:- आह्ह्ह हा सच में...अगर वो आदमी।मुझे छूने की कोशिश करता तो...
G:- करने देता... मैं तो उसे तुम्हे चोदने को भी कहता...
J:- ओह्ह्ह अच्छा?
G:- हा बिल्कुल... बोलो चुदना चाहोगी किसी और से अभी?
गौरव ने अपना हाथ उसकी पैंटी में डाला और चूत सहलाने लगा...
G:- तुम्हारी चूत लंड मांग रही है ज्योति...
J:- आह्ह्ह्ह हा.. तो डाल दो ना अपना लन्ड...
G:- वो मेरा नही किसी और का मांग रही है... वो मेरे लन्ड से अब बोर हो गई है... उसे एक नया लंड चाहिए....उसे और मत तड़पाओ...ले लेने दो उसे
J:- उफ्फ आह्ह्ह्ह गौरव...तुम मुझे पागल बना रहे हो उम्मम्म ये बहोत रिस्की है....
ज्योति पे अब वाइन और हवस दोनो का नशा हावी होने लगा था....
G:- डोंट वरी मेरी जान...कुछ नही होगा...मैं संभाल लूंगा...
ज्योति और गौरव एक दूसरे को देख रहे थे....
गौरव ने कार को दूसरे रास्ते पे मोड़ लिया जो मेन रोड के मुकाबले बहुत सुनसान था....
G:- ज्योति ये रास्ता सुनसान है... यहां पे इस वक्त कम ही लोग आते है...देखते है आज किसकी किस्मत खुलने वाली है...तुम तयार हो ना??
J:- गौरव सच में आप ये करना चाहते है?? ठीक है आपकी खुशी के लिए मैं ये करने को तयार हू... बट अगर मुझे गड़बड़ लगी तो मुझे फोर्स नही करोगे....
G:- आह्ह्ह हा मेरी जान...ज्योति देखो मेरा लन्ड कैसे खड़ा हो गया है अभी से उफ्फ्फ...
ज्योति ने उसके लंड पे हाथ रखा..."उम्मम्म हा उफ्फ"
उस रास्ते पे कोई नही था....5 मिनट तक कोई दिखाई नही दिया ....फिर गौरव की नजर रास्ते के साइड पे पड़ी जहा एक २० २२ साल का लड़का बाइक रोक के खड़ा था और फोन पे बात कर रहा था....गौरव ने कार स्लो कर दी और ज्योति को इशारा किया ... ज्योति ने आंखे बंद कर ली... उसका दिल जोर जोर से धड़क रहा था.... वो सोच रही थी की क्या वो सही कर रही है??? पर उसे इसके बारे में सोच के मजा आ रहा था....गौरव ने देखा आगे पीछे कोई भी नही था....और वो जहा खड़ा था वो कोई बस स्टॉप जैसा लग रहा था पर पूरा अंधेरा था... हो सकता है वो लड़का बीयर पीने रुका हो.... गौरव ने कार उस लड़के के पास रोक दी....ग्लास नीचे किया.... उस लड़के ने देखा वो कार के पास आने लगा....
G:- क्या हुआ भाई?? कोई प्राब्लम है???
वो पास आया और कार में झांका...ज्योति ने बस ब्रा पहनी हुई थी...उसके बूब्स दिख रहे थे....लड़के को नजर उस पे पड़ी एक पल के लिए वो चौक गया ...उसने गौरव को देखा गौरव उसे स्माइल दे रहा था...
लड़का:- नही...नही ..कोई प्राब्लम नही वो कॉल आया था तो बात कर रहा था...
G:- ohhh ठीक है मुझे लगा बाइक खराब हो गई क्या... हेल्प की जरूरत होगी इसलिए पूछा क्यों की टाइम भी बहुत हो गया है और ये रास्ता सुनसान भी है...
गौरव ने देखा वो लड़का ज्योति के बूब्स देखे जा रहा था...
लड़का:- अ... आ.... न... नहीं...नही...वो मैं बस ऐसेही...
G:- क्या देख रहे हो??
लड़का घबरा गया...
L:- कु..ku.. कुछ नही....
G:- साड़ी का पल्लू हटा दिया....घबरा क्यू रहे हो... देखने की चीज है तो अच्छेसे देखो...
लडका शॉक हो गया... लेकिन वो लड़का इस मॉडर्न जमाने का था...उसे इस लाइफस्टाइल के बारे में पता था...उसकी बत्ती तुरंत जल गई....
L:- मस्त माल है सर...कॉलगर्ल है क्या??
G:- अरे नही दोस्त मेरी बीवी है... है ना एकदम मस्त ??
L:- हा सर बहोट सेक्सी है...क्या मैं छू सकता हु??
G:- हा हा क्यू नही...
वो लड़का कांपते हाथो से ज्योति के बूब्स पे रखा...
गौरव का लंड ये देख के एकदम से टाइट हो गया...पहली बार कोई पराया मर्द उसकी बीवी को उसके सामने छू रहा था....इतने दिनो से जो वो इमेजिन कर रहा था आज रियलिटी में हो रहा था....
ज्योति को जैसे ही उस लड़के का हाथ का स्पर्श महसूस हुआ उसकी आह निकल गई...उसने अपना हाथ उसके हाथ पे रखा और अपनी चुचियों पे दबाया ...और आंखे खोली और लड़के को देखा...और वासना भरी स्माइल दी...और उसने गौरव को देखा जो उसे देख के स्माइल कर रहा था.... वो लड़का समझ गया की ये दोनो पति पत्नी का आइडिया है....
L:- आह्ह्ह सर क्या मस्त चूचियां है मैडम की उफ्फफ्फ... कभी सोचा नही था की ऐसी सेक्सी औरत की चूचियां मसालूंगा उफफ्फफ
G:- हम्मम...ज्योति जरा साड़ी तो ऊपर करो...जरा इसे अपनी चूत तो दिखाओ....
ज्योति ने उस लड़के को देखा और अपनी साड़ी ऊपर करने लगी....और पैर फैला के सीट पे थोड़ा आगे सरकी....
गौरव आगेपीछे देख रहा था की कोई आ तो नही रहा....लेकिन दूर दूर तक कोई नही था....
G:- क्या नाम है तुम्हारा??
L:- मेरा नाम सागर है...
G:- सागर जरा छू के बताओ मेरी बीवी की चूत कैसी है...
सागर ने ज्योति को देखा और उसकी चूत पे हाथ रखा...और उंगली चूत की दरारों में रगड़ने लगा....
S:- आह सर उफफ्फफ कितनी गीली हो रही है ummmmm अह्ह्ह्ह
G:- ज्योति कैसा लग रहा है ?? गौरव ज्योति के पैरो को फैलाते हुए पूछा...
J:- आह्ह्ह्ह मजा आ रहा है उम्मम्म....ज्योति अपने बूब्स कों खुद मसल रही थी और निपल्स को उंगलियों में दबा रही थी...
S:- मैम आपकी चूत लंड मांग रही है उफफ्फ
J:- आह्ह्ह्ह हा... गौरव क्या मैं सागर का लंड चूस सकती हु??
G:- हा मेरी जान क्यू नही....
सागर को अपनी किस्मत पे भरोसा नही हो रहा था.... ऐसेही राह चलते इतनी खूबसूरत सेक्सी औरत उसका लन्ड चूसने के लिए मांग रही थी....
सागर ने फटाफट अपनी पैंट की जिप खोली और लंड बाहर निकाला...गौरव और ज्योति उसका लन्ड देखने लगे... सगर्बका लंड बहुत लंबा और मोटा था....ज्योति ने उसे पकड़ा और गौरव को देखा और सागर को देखते हुए उसे आगे पीछे करने लगी....
J:- अअह्ह्ह wow कितना बड़ा है तुम्हारा सागर....
S:- उम्मम्मम मैम उफ्फफ.... क्यू सर का छोटा है क्या??
J:- उफ्फ हां तुमसे छोटा है.. गौरव को देखते हुए बोली
G:- ज्योति पसंद आया तुम्हे सागर का लंड..???
J:- आह्ह्ह्ह हा बहुत....
G:- तो फिर किसका वेट कर रही हो चूसो ना... गौरव अपना लन्ड सहलाते हुए बोला.... और ज्योति के बूब्स को मसलने लगा... अच्छेसे चूसो मेरी जान जी भर के सागर को खुश कर दो...उसे दिखाओ न की तुम कितना मस्त लंड चूसती हो..
गौरव ये सब बहुत एंजॉय कर रहा था... आखिर उसने जो सोचा था वो आज हो रहा था.... उसने जितना सोचा था उससे कही ज्यादा उसे मजा आ रहा था....
ज्योति ने सागर का लंड की स्किन पीछे की और सुपाड़े के ऊपर जुबान घूमने लगीं....लंड के छेद से प्रीकम आ रहा था उसे सागर की आखों में देखते हुए चाटा....और पलट के गौरव को देखा...गौरव उसकी चूत को सहला रहा था.. ...
G:- ज्योति लगता है तुम्हे सागर के लंड का टेस्ट बहुत पसंद आ रहा है.... चूत कितनी गीली हो रही है उफ्फ
ज्योति ने पलट के देखा और गौरव की आखों में देखते हुए सागर का लंड चूसने लगी....
सागर बस दोनो पति पत्नी की हरकते देख रहा था उनकी बाते सुन रहा था...
ज्योति ने सुपाड़ा मुंह में भरा और सागर के 9 इंची लंड को आगे पीछे करने लगी....उसकी आखों में देखते हुए बड़ी शिद्दत से लंड को चूस रही थी.... गौरव बड़े मजे से अपना लन्ड सहलाते हुए अपनी बीवी को किसी पराए मर्द का लंड चूसते हुए देख रहा था....
ज्योति बहोत जोश में आ गई थी लंड चूसते हुए अपनी चूत सहलाई जा रही थी....गौरव ये सब गौर से देख रहा था...
G:- उम्मम्म ज्योति अपनी उंगली को क्यू तकलीफ दे रही हो जान इतना मस्त तगड़ा लंड है चाहो तो उससे अपनी चूत की खुजली मिटा सकती हो....
ज्योति ने गौरव को देखा...और सागर को देखा...सागर थोड़ा पीछे हट गया...उसे लगा पिछली सीट पे अब वो ज्योति की चुदाई करेगा...लेकिन ज्योति लंड पकड़े हुए कार की खिड़की से बाहर निकल के उसका लन्ड चूसने लगी... गौरव ने देखा की ज्योति घुटनों पे है उसने पिचेसे ज्योति की साड़ी ऊपर की और चूत को सहलाने लगा....
G:- उम्मम्मम कितना चूसोगी मेरी जान...
J:- पलट के गौरव को देखा... आह्ह्ह जान बहोत सालो बाद ऐसा तगड़ा लंड मिला है चूसने दो ना जी भर के उफफ्फफ
गौरव ज्योति की इस अदा को देख पागल हो गया... वो अब शादी से पहले वाली रंडी ज्योति को देख रहा था....
G:- जान जरा उसे भी अपनी चूत का स्वाद चखने दो....क्यू सागर क्या कहते हो??
S:- हा मैम प्लीज मुझे आपकी चूत चाटना है उम्मम्म
ज्योति ने उसका लन्ड छोड़ा...और गौरव को देखा...और फिर उसने इधर उधर देखा...
G:- घबराओ मत जान...कोई नही आस पास...
S:- हा मैम इस रास्ते से इस टाइम कोई नही आता...
ज्योति धीरे से बाहर निकली...और सागर के पास गई सागर ने उसे अपने पास खींचा और किस करने लगा....
ज्योति उसका लन्ड सहलाते हुए आहे भर रही थी...उसे लग रहा था की कब ये तगड़ा लंड मेरी चूत में जायेगा....
गौरव सरक के ज्योति की सीट पे आ गया...ज्योति को उसका लन्ड मसलते हुए देखने लगा
ज्योति खिड़की के पास झुक के खड़ी हो गई....सागर समझ गया उसे क्या करना है...वो नीचे बैठा और ज्योति की साड़ी ऊपर कर दी...ज्योति की चूत के पास नाक लेके गया और सूंघने लगा...और अंगूठे से ज्योति की चूत को सहलाने लगा....
S:- आह्ह्ह्ह्ह मैम उफ्फ कितनी मस्त खुशबू है उम्मम्म...और अपना मुंह अंदर घुसा दिया और जुबान से चाटने लगा...
ज्योति गौरव को देख के आहे भर रही थी और गौरव उसे देख अपना लन्ड मसल रहा था....
G:- उफ्फ कैसा लग रहा है ज्योति??? मजा आ रहा है ना???सागर अच्छेसे चाटो.... गीली कर दो अच्छेसे... तुम्हारा लंड आसानी से अंदर जाना चाहिए...है ना ज्योति???
J:- आह्ह्ह हा उफ्फ गौरव के लंड की आदत है मेरी चूत को...तुम्हारा लंड बहोत तगड़ा है ufffff
गौरव की आखों में देखते हुए ज्योति ने कहा....
G:- उम्मम्मम ज्योति को किस किया और धीरे से उसके कान में कहा....आदत डाल लो अब तुम्हे ऐसेही मोटे काले लंबे लंड से चुदना है....
ज्योति ने गौरव को किस किया और धीरे से बोली "आह्ह्ह्ह थैंक यू जान उफ्फ" और अपनी गांड़ को सागर के मुंह पे जोर से दबाने लगी...
G:- सागर जल्दी करो...ज्योति अब तयार है तुम्हारे लंड के लिए....
सागर खड़ा हुआ और ज्योति की चूत पे लंड रखा...और एक झटका दिया...आधा लंड ज्योति की चूत में समा गया...ज्योति के मुंह से हल्की सी चीख निकली....गौरव ज्योति को देख रहा था और पीछे देखा सागर का लंड आधा ज्योति की चूत में था....
G:- उफ्फ ज्योति sssssssss aahhbbhhhhh कितना मस्त लग रहा है सागर का लंड तुम्हारी चूत में उफफफ्फफ...
image uploader
ज्योति ने उसे स्माइल दी...और पलट के "आह्ह्ह सागर धीरे ना ummmm"
सागर ने ज्योति की कमर पकड़ी और लंड बाहर निकाला और धीरे से अंदर डालने लगा....धीरे धीरे पूरा लन्ड ज्योति की चूत में समा गया था....गौरव ये देख के पागल सा हो गया... अपनी प्यारी पत्नी की चूत में किसी राह चलते पराए मर्द का लंड जाते देख उसका लन्ड रॉड जैसे सख्त हो गया था...वो मन ही मन सोचने लगा..."जफर बिल्कुल सच बोल रहा था अपनी बीवी की चूत में किसी और का लंड जाते देखने का नशा ही कुछ और है उफ्फ और मेरी बीवी भी कितने मजे से चुद रही है उफ्फ"
G:- ज्योति मजा आ रहा है न?? सागर उफ्फ चोदो मेरी बीवी को उफ्फ बहोत दिनों बाद उसे तगड़ा लंड मिला है...है ना ज्योति??
J:- आह्ह्ह्ह हा येस येस.... ऐसेही चोदो सागर उफ्फ...गौरव तुम्हे कैसा लग रहा है अपनी बीवी को ऐसे चुदवाते देख??
ज्योति गौरव के मन में सच में क्या चल रहा है ये जानना चाहती थी...
G:- ज्योति मेरी प्यारी बीवी यूफफ्फ मत पूछो मुझे कितना मजा आ रहा है.... तुम्हारी चूत से अंदर बाहर होता लंड देख के मैं पागल हो रहा हु उफ्फ क्या जोड़ी लग रही है सागर का काला मोटा लंड और तुम्हारी चिकनी चूत और गोरी गांड उम्मम्म
सागर दोनो की ऐसी बातों से काफी उत्तेजित हो रहा था... उसने अपनी स्पीड बढ़ा दी थी...
ज्योति की गांड़ को दबाते हुए वो उसे खप खप चोदे जा रहा था...
S:- आह्ह्ह सर wow क्या मस्त बीवी मिली है आपको उफ्फ क्या चूत है साली की आह्ह्ह्ह ऐसा मजा तो मुझे मेरी gf ने भी कभी नही दिया जो इसकी चूत दे रही है उम्मम्म ऐसी माल बीवी मिले तो दिनरात चोदता रहु....
J:- आह्ह्ह सागर उफ्फ मुझे भी ऐसा लंड मिले तो उसे अपनी चूत से निकालू ही न.... चोदो aaaahhhhhh yessssss
तीनो बहोत जादा उत्तेजित हो चुके थे....गौरव ने अपना लन्ड पैंट से बाहर निकाला और हिलाने लगा...ज्योति ने देखा गौरव उसे चुदता देख अपना लन्ड हिला रहा था... वो उसे देख के स्माइल कर रही थी...और अपनी गान्ड हिला के सागर को जोर से चोदने के इशारे कर रही थी....
J:- सागर येस्सस्स येस्स्स और अंदर उफफ्फ मेरा होने वाला है उम्मम्म्म
सागर समझ गया था की ज्योति झड़ने वाली है....वो भी अब झड़ने के करीब ही था....
S:- yessss मैम मेरा भी होने वाला है....
G:- येस्सस्स चोदो सागर उफ्फ भर दो अपने पानी से मेरी बीवी की चूत आआह्ह्हह्ह.....
ये बोलते हुए वो अपना लन्ड जोर जोर से हिलाने लगा...और अगले ही पल उसके लंड से पिचकारी निकलने लगी...
ज्योति उसे देख रही थी.... उसने देखा गौरव के लंड से ढेर सारा पानी निकल रहा है....उसने इतने सालो में कभी भी गौरव को इस तरह झड़ते नही देखा था....गौरव भी इस बात की अनुभूति कर रहा था...ऐसा ऑर्गेज्म उसने कभी भी एक्सपीरियंस नही किया था....ज्योति उसे ऐसे झड़ते देख अपना कंट्रोल लूज कर दी और भी चरमसुख तक पहुंच गई...उसने गौरव का हाथ जोर से पकड़ रखा था...
उधर सागर ने भी आखरी धक्का लगाया और अपना सारा माल ज्योति की चूत में डालने लगा....
तीनो बदहवास हो के अपना चरमसुख को एंजॉय कर रहे थे...वो भूल गए थे की वो रोड साइड ये सब कर रहे थे... ज्योति ने खुद को संभाला और सागर को देखने लगी...उसने किस किया..और उसका लन्ड को सहलाने लगी...
गौरव ने देखा... ज्योति की चूत में सागर ने ढेर सारा पानी छोड़ दिया था.....ज्योति की चूत सागर के गाढ़े वीर्य से लबालब भर गई थी..... उसकी चूत से से होता हुआ पानी ज्योति के जांघो पे बह रहा था.....ये सब देख के गौरव पागल हो रहा था....उसने खुद अपनी बीवी को एक पराए मर्द से चुदवा के एक अलग ही आग में खुद को झोंक दिया था.... अपनी बीवी को चुदवाने का चस्का उसे लग गया था..उसने देखा सागर का लंड पूरा रस से भीगा हुआ था....
" जान सागर का लंड साफ नही करेगी क्या??"
ज्योति नीचे बैठी और सागर का लंड चूसने लगी ...चाटने लगी...पूरा चाट के उसका लन्ड साफ कर दिया।
तभी उनको दूर से आती हुई एक कार दिखाई दी...ज्योति जल्दी जल्दी कार में बैठ गई...
सागर ने भी अपने कपड़े ठीक किए...
S:- सर सच में आज मेरी किस्मत खुल गई जो आप मुझे मिले...मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा सेक्स था ये... मैं xyz इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ता हु...कभी दुबारा मुलाकात हो पाएगी?
G:- जरुर क्यू नही...अपना नंबर दे दो मुझे...मैं कॉल करूंगा...
उसने गौरव को अपना नंबर दिया...
S:- मैम आप बहोत बहोत हॉट हो...आपको मजा आया ना??
J:- हा बहोत... मस्त चोदते हो तुम सागर... मेरे पुराने दिन याद दिलवा दिए तुमने आज...
S:- आपको एतराज ना हो तो मैं आपके साथ आपके घर चल सकता हु अभी पूरी रात एंजॉय कर सकते है...
ज्योति ने गौरव की और देखा... लेकिन गौरव के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था...
G:- आज के लिए इतना काफी है... जल्द ही मिलेंगे...मैं कॉल करूंगा...
S:- आपने अपना नंबर तो दिया ही नहीं...
G:- डोंट वरी मैं कॉल करूंगा... चलो अब चलते है...
और गौरव ने कार को आगे बढ़ा दिया....