वाह बेहद शानदार और कामुक, अब दो गिल्ली और एक डंडा का ख़ेल शुरु होगा।
जो भी हो, तीनो खिलाड़ी अपने खेल में माहिर है।
अगली गरमा गरम पारी का इंतजार है।
जो भी हो, तीनो खिलाड़ी अपने खेल में माहिर है।
अगली गरमा गरम पारी का इंतजार है।
भोसड़ी के मादरचोद रंडी की औलाद क्या मुझसे ज्यादा मजा आता है उसमें,,,,, देख आज मैं तुझे ऐसा मजा दूंगी कि तू पागल हो जाएगा,,,, मादरचोद,,,,
( अपनी मां का यह रूप देख कर शुभम पूरी तरह से घबराया हुआ तो था ही लेकिन अत्यधिक उत्तेजना का अनुभव भी कर रहा था उसका पूरा बदन पसीना पसीना हो गया था देखते ही देखते निर्मला अपनी भारी भरकम गांड को धीरे-धीरे नीचे की तरफ करते हुए शुभम के मोटे तगड़े लंड को अपनी बुर की गहराई में उतार ली,,,,, और उसके ऊपर जोर जोर से कूदना शुरू कर दी साथ में गंदी गंदी गालियों से उसका जोश बढ़ाते जा रही थी,,,।)
भोसड़ी के मादरचोद एक औरत को चोदते चोदते तेरा मन भर गया तो दूसरी औरत को चोदना शुरू कर दिया,,, यह मत भूल मादरचोद तुझे मैंने ही तैयार की है अगर मैं तुझे तैयार कर सकती हूं तो तुझे मिटा भी सकती हूं,,,, भोसड़ी के मादरचोद आखिर तू एक मार दे यह साबित कर दिया साला एक से मन भर गया तो दूसरी पर फिदा हो गया,,,,
( ऐसा कहते हुए निर्मला जोर-जोर से अपनी गांड को अपने बेटे के लंड पर पटक रही थी,,,, निर्मला पूरी तरह से उत्तेजित हो चुकी थी साथ ही अपनी मां का यह रूप देखकर शुभम भी पागल हुआ जा रहा था रह रहे कर नीचे से मौका देखकर शुभम भी ऊपर की तरफ कमर ऊछाल दे रहा था,,, लेकिन निर्मला शुभम के ऊपर पूरी तरह से हावी हो चुकी थी वह अपनी दोनों हथेलियों को सुभम के सीने पर रखकर जोर-जोर से अपने बड़ी बड़ी गांड को अपने बेटे के लंड पर पटक रही थी,,,,, शुभम लाचार होकर अपनी मां के नीचे लेटा हुआ था,,,, कुछ देर तक ऐसा नहीं चलता रहा निर्मला अपने बेटे को जरा भी मौका नहीं दे रही थी कुछ करने के लिए आज वह अपने बेटे से खेलना चाहती थी लेकिन कुछ देर बाद वह झड़ने के बेहद करीब पहुंच गई उसकी सांसे तेज चलने लगी तो मौका देखकर शुभम अपना दोनों हाथ आगे बढ़ा कर अपनी मां की कमर को थामकर उसे हल्का सा ऊपर की तरफ उठाया,,, और अपनी ताकत दिखाते हुए ऐसा पलटी मारा कि अगले ही पल उसकी मां चित्त होकर पीठ के बल लेट गई और शुभम उसके ऊपर सवार हो गया उसकी टांगों के बीच,,, लेकिन ऐसा करने में शुभम ने अपने लंड को अपनी मां की बुर से एक पल के लिए भी अलग नहीं किया,,,,। आप शुभम अपनी मां के ऊपर था,,,
साली हरामजादी मादरचोद रंडी जितनी बार कहां हो कि मैं तेरे सिवा किसी और औरत को चोदकर इतना मजा नहीं लेता हूं जितना कि तेरे से लेता हूं,,, तेरी बुर जितना मुझे मजा देती है उतना किसी की बुर से नहीं आता,,,
साली भोंसड़ी बहुत लंड लेने का शौक है ना तुझे,,, मादरचोद अब ले,,,
इतना कहने के साथ ही शुभम अपनी कमर को जोर-जोर से चलाना शुरु कर दिया अब निर्मला अपने बेटे की जबरदस्त चुदाई से एकदम मस्त होने लगी,,, उसके मुंह से गालियां की जगह गर्म सिसकारियां पूरे कमरे में गुंज रही थी,
Bahut badhiyaवाह बेहद शानदार और कामुक, अब दो गिल्ली और एक डंडा का ख़ेल शुरु होगा।
जो भी हो, तीनो खिलाड़ी अपने खेल में माहिर है।
अगली गरमा गरम पारी का इंतजार है।
ThankssI am speechless,what an update,can't wait for the next update.Please update soon.You rock.
Thankssभोसड़ी के मादरचोद रंडी की औलाद क्या मुझसे ज्यादा मजा आता है उसमें,,,,, देख आज मैं तुझे ऐसा मजा दूंगी कि तू पागल हो जाएगा,,,, मादरचोद,,,,
( अपनी मां का यह रूप देख कर शुभम पूरी तरह से घबराया हुआ तो था ही लेकिन अत्यधिक उत्तेजना का अनुभव भी कर रहा था उसका पूरा बदन पसीना पसीना हो गया था देखते ही देखते निर्मला अपनी भारी भरकम गांड को धीरे-धीरे नीचे की तरफ करते हुए शुभम के मोटे तगड़े लंड को अपनी बुर की गहराई में उतार ली,,,,, और उसके ऊपर जोर जोर से कूदना शुरू कर दी साथ में गंदी गंदी गालियों से उसका जोश बढ़ाते जा रही थी,,,।)
भोसड़ी के मादरचोद एक औरत को चोदते चोदते तेरा मन भर गया तो दूसरी औरत को चोदना शुरू कर दिया,,, यह मत भूल मादरचोद तुझे मैंने ही तैयार की है अगर मैं तुझे तैयार कर सकती हूं तो तुझे मिटा भी सकती हूं,,,, भोसड़ी के मादरचोद आखिर तू एक मार दे यह साबित कर दिया साला एक से मन भर गया तो दूसरी पर फिदा हो गया,,,,
( ऐसा कहते हुए निर्मला जोर-जोर से अपनी गांड को अपने बेटे के लंड पर पटक रही थी,,,, निर्मला पूरी तरह से उत्तेजित हो चुकी थी साथ ही अपनी मां का यह रूप देखकर शुभम भी पागल हुआ जा रहा था रह रहे कर नीचे से मौका देखकर शुभम भी ऊपर की तरफ कमर ऊछाल दे रहा था,,, लेकिन निर्मला शुभम के ऊपर पूरी तरह से हावी हो चुकी थी वह अपनी दोनों हथेलियों को सुभम के सीने पर रखकर जोर-जोर से अपने बड़ी बड़ी गांड को अपने बेटे के लंड पर पटक रही थी,,,,, शुभम लाचार होकर अपनी मां के नीचे लेटा हुआ था,,,, कुछ देर तक ऐसा नहीं चलता रहा निर्मला अपने बेटे को जरा भी मौका नहीं दे रही थी कुछ करने के लिए आज वह अपने बेटे से खेलना चाहती थी लेकिन कुछ देर बाद वह झड़ने के बेहद करीब पहुंच गई उसकी सांसे तेज चलने लगी तो मौका देखकर शुभम अपना दोनों हाथ आगे बढ़ा कर अपनी मां की कमर को थामकर उसे हल्का सा ऊपर की तरफ उठाया,,, और अपनी ताकत दिखाते हुए ऐसा पलटी मारा कि अगले ही पल उसकी मां चित्त होकर पीठ के बल लेट गई और शुभम उसके ऊपर सवार हो गया उसकी टांगों के बीच,,, लेकिन ऐसा करने में शुभम ने अपने लंड को अपनी मां की बुर से एक पल के लिए भी अलग नहीं किया,,,,। आप शुभम अपनी मां के ऊपर था,,,
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इतना कहने के साथ ही शुभम अपनी कमर को जोर-जोर से चलाना शुरु कर दिया अब निर्मला अपने बेटे की जबरदस्त चुदाई से एकदम मस्त होने लगी,,, उसके मुंह से गालियां की जगह गर्म सिसकारियां पूरे कमरे में गुंज रही थी,