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पायल- अपना मुँह बना कर चल रहने दे कुछ ही दिन मे अपनी दीदी को भूल जाएगा, मे तो बेकार ही तेरे साथ पूरी जिंदगी के सपने बुनने मे लगी थी लेकिन मुझे क्या पता था कि जिसके लिए मे यह सब सोच रही हू वह तो एक नंबर. का कमीना है
रवि- पायल का हाथ पकड़ने की कोशिश करता है और पायल उससे अपना हाथ छुड़ा कर चल देती है
रवि- दीदी मेरी बात तो सुनो
पायल- मुझे तेरी कोई बकवास नही सुननी
रवि -पायल के आगे जाकर उसे रोकता हुआ, दीदी क्या तुम्हे मेरे प्यार पर यकीन नही है कि मे तुमसे कितना प्यार करता हू
पायल- गुस्से से उसको देखती हुई बिल्कुल नही
रवि- दीदी अगर ऐसी बात है तो तुम बस एक बार मुझसे कह दो कि रवि आज से तू सोनिया का मुँह जिंदगी भर नही देखेगा तो मे तुम्हारे लिए उसका भी त्याग कर दूँगा, इससे बढ़ कर और क्या सबूत दू मे तुम्हे अपने प्यार की सच्चाई साबित करने के लिए कि मे तुमसे कितना प्यार करता हू
पायल- रवि की बात सुन कर, क्या तू सच मुच ऐसा कर सकता है मेरे लिए
रवि- दीदी एक बार बस कह कर देख लो
पायल- मुस्कुराते हुए तो ठीक है आज के बाद तू इस दुनिया मे किसी को भी मुझसे बिना पूछे नही चोदेगा
रवि- पायल को देखते हुए कुछ सोच कर मे वादा करता हू दीदी तुम जैसा चाहती हो वैसा ही होगा
पायल -मुस्कुराते हुए, एक बार और सोच ले अगर तूने अपना वादा तोड़ा तो अपनी दीदी का मरा हुआ
रवि- पायल के शब्दो को अपने हाथो से दबाता हुआ, दीदी मरे तुम्हारे दुश्मन, तुम्हे तो जीना होगा और वह भी अपने
भाई के लिए
रवि की बात सुनते ही पायल रवि की बाँहो मे समा जाती है और रवि अपनी दीदी को चूमते हुए उसे अपनी बाँहो मे भर लेता है और फिर दोनो बाइक पर सवार होकर अपने घर आ जाते है,
घर पहुचने पर पायल सीधे अपनी भाभी के रूम मे जाती है जहा निशा बेड पर उल्टी लेटी हुई कोई बुक पढ़ रही थी,
पायल- अरे भाभी जी क्या पढ़ रही है आप
निशा- कुछ नही ननद रानी बस मे तो ऐसे ही टाइम पास कर रही थी पर तू बता बड़ी खुस लग रही है किसी लड़के से फस तो नही गई
पायल- अरे भाभी तुम्हारी ननद कोई ऐसी वासी लड़की है क्या जो किसी भी लड़के से इतनी आसनी से फस जाए
निशा-क्यो तुझे लड़को मे कोई दिलचस्पी नही है क्या
पायल- नही भाभी मे तो लड़को से दूर ही रहती हू,
निशा- क्यो
पायल- लड़को की जात का क्या भरोशा कब क्या कर दे
निशा- अच्छा रवि कहाँ है
पायल- अपने रूम मे गया है
निशा- वह तो दिन भर लड़कियो के पीछे ही रहता होगा
पायल- पता नही भाभी वह तो मुझे क्लास मे छोड़ कर ऐसा गायब होता है कि फिर कॉलेज के बाद ही मिलता है
निशा- अच्छा कभी तूने अपने भाई की नज़रो को पढ़ने करने की कोशिश की है
पायल- अपने मन मे लगता है कमिने ने भाभी के सामने ही उसँके दूध और गान्ड को घूरा होगा तभी भाभी ऐसी बात
कर रही है
निशा- क्या हुआ क्या सोचने लगी
पायल- कुछ नही मुझे कॉफी पीने का मन कर रहा है, मे जाकर कॉफी बनाती हू आप भी पियोगी क्या,
निशा- उसका हाथ पकड़ कर तू बैठ मे बना कर लाती हू और फिर निशा अपनी गदराई गान्ड को मतकती हुई जाने लगती है और पायल उसकी मटकती मोटी गान्ड को देखती हुई सोचने लगती है, बेचारे रवि की क्या ग़लती साली के चुतड है ही इतने जबरदस्त कि किसी का भी मन इसकी गान्ड मारने का करने लगे
,निशा सोचती है कि कही रवि बाद मे कॉफी के लिए ना कहने लगे इसलिए उससे भी पूछ लेती हू और वह रवि के रूम की ओर जाती है, रवि अपने कपड़े उतार कर पाजामा पहनने की तैयारी मे था तभी उसका मन अपने लंड को खोल कर देखने का होता है और वह अपने मोटे लंड को अंडरवेर से बाहर निकाल कर उसके टोपे को बाहर निकाल कर देखने लगता है और थोड़ा सहलाने पर ही उसका मोटा लोडा तन कर विकराल रूप धारण कर लेता है और वह अपने लंड को सहलाते हुए देखने लगता है तभी निशा रवि के रूम मे झाँक कर देखती है और जैसे ही उसकी नज़र रवि के मोटे लोड पर पड़ती है उसकी आँखे फटी की फटी रह जाती है और वह रवि के मोटे लंड को घूर कर देखने लगती है रवि का ध्यान दरवाजे की ओर नही होता है और वह आराम से अपने लंड को मसलता रहता है, निशा का गला उसके मोटे लंड को देख कर सूखने लगता है और वह बड़ी मुस्किल मे अपना थूक गले के नीचे उतार पाती है, निशा का दिल जोरो से धड़कता है और वह चुपचाप दबे पाँव लोटने लगती है तभी रवि को ऐसा लगता है जैसे कोई झाँक रहा था और वह अपने लंड को अंडरवेार मे डाल कर दौड़ कर दरवाजे से बाहर झाँक कर देखता है तो उसे उसकी भाभी अपने गदराए चुतड मटका कर जाते हुए दिखाई देती है,
रवि यह सोच कर खुस हो जाता है कि शायद भाभी उसके रूम के दरवाजे पर खड़ी उसके तगड़े लंड को देख रही थी वह
सोचने लगता है यह तो बहुत ही अच्छा काम हुआ है, और वह जल्दी से अपने पाजामे को पहन कर सीधा किचन मे जाता
है जहा निशा अपने भारी चुतडो को उठाए गॅस स्टॅंड के पास खड़ी कॉफी बनाती रहती है रवि जल्दी से किचन मे जाकर
अपनी भाभी के सामने मुस्कुराता हुआ जाता है और निशा उसे देख कर सीधे उसके पाजामे के तने हुए भाग की ओर
देखती है और फिर रवि की आँखो मे देखती है तो रवि मुस्कुरा देता है, और निशा अपना मुँह सामने की ओर कर लेती है
रवि- मुस्कुराता हुआ, भाभी अभी आप मेरे रूम मे आई थी क्या
निशा- उसकी बात सुन कर चौंक जाती है और एक दम हकलाते हुए नही तो मे कहाँ आई मे तो चाइ मेरा मतलब है कॉफी
बना रही हू,
रवि अपनी भाभी के पीछे जाकर उसकी मोटी गान्ड से अपने लंड को सटाता हुआ गॅस की ओर देखने का बहाना करता हुआ भाभी मेरे लिए भी बना रही हो ना
निशा- थोड़ा घबरा कर हाँ
रवि का लंड अपनी भाभी की जबरदस्त गदराई हुई मोटी गान्ड को देख कर तन जाता है और जब उसका लंड अपनी भाभी की गान्ड से सॅट जाता है तो उसका मोटा लोडा झटके मारने लगता है और निशा को उसके लंड की चुभन अपनी मोटी गान्ड मे महसूस होने लगती है,
रवि- अपने लंड का दबाव उसके भारी गदराए हुए चुतडो पर देता हुआ, भाभी लगता है आप कॉफी बहुत अच्छी बनाती
हो क्या कलर आया है आपकी कॉफी मे, और अपने मोटे लंड को अपनी भाभी के फैले हुए चुतडो के पाटो की दरार मे
लगा कर थोड़ा कस कर दबा देता है और निशा एक दम उसके लंड की चुभन अपनी गान्ड के छेद मे महसूस करके सिहर
जाती है लेकिन तभी उसको होश आता है और वह रवि को अपने पीछे से धकेलते हुए,
निशा- रवि ठीक से नही खड़ा रह सकता क्या,
रवि- निशा के सामने आकर क्या भाभी मे ठीक से तो खड़ा हू
निशा- अपने सूखे होंठो को अपनी जीभ से गीला करती हुई जाओ बाहर जाकर बैठो मे कॉफी लेकर आती हू
रवि - निशा के सामने ही उसके दूध को देखता हुआ मुस्कुराकर क्या भाभी कुछ देर तो अपने पास खड़ा रहने दो मे कब
से आपको देखने के लिए तरस रहा था
निशा- क्यो मेरे मुँह मे हीरे मोती जड़े है क्या जो तू मुझे देखने के लिए तरस रहा है
रवि- अपनी भाभी के गदराए दूध को देखता हुआ, भाभी तुम्हारे मुँह मे तो नही पर
निशा- उसको घूर कर देखती हुई पर क्या
रवि- मुस्कुराते हुए रहने दो भाभी तुम बुरा मान जाओगी
निशा- अपनी आँखे रवि को दिखाती हुई, देख रवि मुझे तेरी यह सब हरकते बिल्कुल अच्छी नही लगती है तू मेरे साथ
तमीज़ से पेश आया कर,
रवि- भाभी कभी तो मुझसे प्यार से बोल लिया करो मे कौन सी हरकत आपके साथ करता हू
निशा- ज़्यादा स्मार्ट मत बन, पहली बात तो तेरी आँख मे कचरा गिर गया था और फिर कॉलेज जाते टाइम भी कचरा गिर गया था क्या
रवि- भाभी आप तो हर बात को सीरियस्ली ले लेती हो आप को इन सब बातो को माइंड नही करना चाहिए,
निशा- तू मुझे ऐसी नज़रो से देखे और मे माइंड ना करू वा
रवि- भाभी आप खूबसूरत इतनी हो कि मे अपने आपको रोक नही पाता हू इसमे मेरी कोई ग़लती नही है बल्कि इसमे आपके इस खूबसूरत हुस्न की ग़लती है जो मुझे परेशान करता रहता है
निशा- खूबसूरत तो तेरी बहन भी है तो क्या उसे भी ऐसे ही देखता है,
रवि- मुस्कुराता हुआ, अच्छा बाबा आप नाराज़ क्यो होती है मे यहाँ से चला जाता हू, बोलो अब तो खुस
निशा- उसे देख कर अपनी आँखे दिखा कर हाँ तो जाता क्यो नही
रवि- पहले बोलो अब तो खुस हो ना अब ज़रा एक बार मुस्कुरा दो तो मे चला जाता हू
निशा- मुझे नही मुस्कुराना
रवि- प्लीज़ भाभी एक बार बस
निशा- उसकी हर्कतो से थोड़ा सा मुस्कुराती हुई उसे मारते हुए कमीना कही का और रवि वहाँ से भाग कर बाहर आ जाता है
निशा किचन मे खड़ी-खड़ी बाप रे इस कमिने का कितना बड़ा लंड है, पर रोहित तो इससे इतना बड़ा है उसके बाद भी इसका लंड तो रोहित से भी मोटा और लंबा नज़र आ रहा था, इतना मोटा लंड कैसे चूत मे घुसता होगा, चूत को तो फाड़ ही देता होगा, क्या पता इसने कभी किसी की चूत मे घुसाया है कि नही, पर कमीना पता नही क्यो मेरी गान्ड के पीछे पड़ा हुआ है लगता है यह मुझे फसा कर चोदने के फिराक मे है, तभी तो मेरी गान्ड मे अपना लंड सटा कर खड़ा था, और तो और डरता भी नही है चाहे कितना ही डराओ, जब मेरे सख़्त रवैये से इसकी इतनी हिम्मत है तो अगर इसे मे ज़रा सी ढील दू तो यह मेरी गान्ड ज़रूर मार देगा, इसकी नज़रे दिन रात मेरे दूध और चुतडो पर लगी रहती है यह ज़रूर मुझे फसा कर मुझे चोदने की फिराक मे है, वाकई बहुत ही बड़ा कमीना है यह,