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Incest कमीना

LUCKY4ROD

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तीनो आमने सामने बैठ कर कॉफी पीते हुए अपनी नज़रो से एक दूसरे को देख रहे थे लेकिन उनके दिमाग़ मे बस चुदाई
की ही बाते चल रही थी और तीनो की सोच उनकी नज़रो से बया भी हो रही थी बस उनकी नज़रो को पहचानने वाला चाहिए था,

रवि अपनी कमिनि नज़रे अपनी भाभी पर चला रहा था और पायल रवि को आँखे निकाल कर उसे ऐसी हरकत ना कहने के लिए मना कर रही थी, रवि जब पायल को मुस्कुरा कर आँख मार देता है तो निशा एक दम से रवि की नज़रो को देख लेती है लेकिन ऐसा शो करती है जैसे उसने कुछ ध्यान नही दिया हो, निशा अपने मन मे इस कमिने की हर्कतो से तो लगता है कि यह अपनी बहन को भी नही चोदता होगा, कही पायल अपने भाई से तो नही फसि है, नही-नही ऐसा कैसे हो सकता है, मुझे यह सब नही सोचना चाहिए,
तभी पायल उठ कर रवि की ओर मुस्कुरा कर देखती हुई अपने रूम मे जाने लगती है,
निशा- अरे पायल बैठ ना कहाँ जा रही है
पायल- अभी आई भाभी अपने कपड़े चेंज करके
निशा- ओके
पायल के जाने के बाद निशा अपनी नज़रे रवि की ओर करती है और रवि को मुस्कुराता हुआ अपनी ओर ही देखता पाती है
निशा- क्यो रवि क्या बात है तुम्हारे चेहरे पर हर समय मुस्कान रहती है
रवि- क्या करू भाभी जब से आप इस घर मे आई हो मेरी खुशी का ठिकाना ही नही है
निशा- क्यो क्या मे इतनी अच्छी हू
रवि- आपकी तारीफ के लिए मेरे पास शब्द नही है
निशा- और क्या पायल तुझे अच्छी नही लगती है
रवि- मुस्कुराते हुए नही भाभी ऐसी बात नही है दीदी भी अच्छी लगती है लेकिन आपकी तो बात ही कुछ और है और निशा के गदराए मोटे-मोटे चुचो को देखने लगता है निशा अपने पल्लू को अपनी छाती मे ठीक से रखते हुए झल्ला कर
निशा- रवि ऐसे घूर कर क्यो देखा करता है क्या खा जाएगा
रवि- मुस्कुरा कर उसके रसीले होंठो को देखता हुआ अरे भाभी आप भी कैसी बाते करती है आप क्या खाने की चीज़ है
आप तो पीने.....
निशा- अपनी आँखो को निकाल कर उसको घूर कर गुस्से से देखती हुई, क्या बोला
रवि- मुस्कुरा कर कुछ नही भाभी
निशा- मे जानती हू तू क्या कहना चाहता है
रवि- मुस्कुराते हुए, क्या
निशा- रवि तू क्या सोचता है कि मे कोई ऐसी वैसी औरत हू
रवि- निशा के सीरीयस चेहरे को देख कर सीरीयस होता हुआ, भाभी मेने ऐसा कब कहा कि आप ऐसी वैसी औरत है
निशा- तो फिर तू मेरे साथ इस तरह क्यो पेश आता है
रवि- देखो भाभी मे तो आप से थोड़ी मज़ाक कर लेता हू यदि आपको मेरी किसी बात का बुरा लगता है तो मुझे आप साफ-साफ कह दिया करो तो मे आगे से ऐसी हरकत नही किया करूँगा
निशा- ठीक है तो फिर आगे से मेरे.... और फिर कुछ कहती हुई चुप हो जाती है और अपनी नज़रे इधर उधर करने लगती है
रवि- आगे से क्या भाभी
निशा- उसको घूर कर देखती हुई कुछ नही
रवि- नही भाभी कुछ तो है जो तुम्हे पसंद नही है मुझे खुल कर बता दो मे आगे से वह हरकत नही करूँगा जो
आपको पसंद ना हो
निशा- उसको गौर से देखती हुई, थोड़ा मुस्कुरा कर रवि तू बहुत बड़ा कमीना है,
रवि- अपनी भाभी की बात सुन कर मुस्कुराता हुआ, वाह भाभी क्या खूब पहचाना है आपने अपने देवेर को
निशा- मुस्कुराते हुए बेटा मे तुझे आज नही उसी दिन पहचान गई थी जिस दिन तूने मुझे पहली बार अपनी इन कामिनी नज़रो से देखा था
रवि- मुस्कुराते हुए, भाभी मुझ मे यह विशेषता है कि कोई भी औरत मुझसे ज़्यादा समय तक नाराज़ नही रह पाती
है, अब अपने आप को ही देख लो मुझसे बाते करते हुए कितना खुस नज़र आ रही हो जबकि थोड़ी देर पहले आप मुझसे कितना नाराज़ हो रही थी,
निशा- उसकी बात सुन कर मुस्कुराते हुए वेरी स्मार्ट
रवि- अरे भाभी यह तो कुछ भी नही है जब आप मुझसे बिल्कुल फ्रॅंक हो जाओगी तब देखना आप मुझसे कितना खुस रहने
लगोगी और तो और आपका मन करेगा कि आप दिन भर मेरे पास ही रहो और मुझसे बाते करती रहो,

तभी अंदर से पायल की आवाज़ आती है रवि ज़रा यहाँ आना
निशा- मुस्कुराते हुए हाँ तू सच कहता है तभी तो पायल भी तेरे बिना ज़्यादा देर तक नही रह पाती है
रवि- निशा की बात को समझ कर मुस्कुराता हुआ, भाभी थोड़ा सा आप भी ट्राई करोगी तो आप भी मुझे हर पल अपने पास ही रखना चाहोगी बस थोड़ा सा मेरे बारे मे अपनी राय बदल लो फिर देखना आप मुझसे कितना खुस रहोगी, समझी, और फिर निशा के सामने ही उसको आँख मार कर मुस्कुराते हुए अपनी दीदी के रूम की ओर बढ़ जाता है और निशा उसको अपना मुँह फाडे देखती रह जाती है और फिर कुछ देर बाद थोड़ा सा मुस्कुरा कर कमीना कही का कह कर टीवी ऑन कर लेती है.
रवि पायल को पीछे से जाकर उसके गदराए मोटे-मोटे दूध को अपने हाथो मे भर कर दबोचता हुआ हे दीदी कब से
तुम्हे छुआ नही था, कितना तड़प रहा हू मे तुम्हारे बिना, ना जाने यह रात कब होगी,
पायल- उसको दूर धकेल्टी हुई, क्यो रे तू अपनी हरकत से बाज नही आएगा,
इतनी जल्दी गरम-गरम खाने की कोशिश मत कर अपना हाथ और मुँह दोनो जला लेगा
रवि- पायल को वापस से पकड़ कर अपनी बाँहो मे भरते हुए दीदी तुम फिकर क्यो करती हो तुम्हारा भाई हर औरत की
कमज़ोरी को जल्दी ही पकड़ लेता है, अब भाभी की बात छोड़ो और अपने इन मस्ताने दूध को पिलाने की बात करो और पायल के दूध को अपने हाथो से कस-कस कर मसल्ने लगता है,
पायल- आह थोड़ा धीरे दबा रवि तू तो एक दम जान निकालने पर उतारू हो जाता है
रवि- उसके दूध को कस कर दबाते हुए, हे दीदी मे क्या करू तुम्हारे ये मस्ताने दूध है ही इतने कठोर कि जब मे
इन्हे दबाता हू तो यह खुद मुझसे कहने लगते है कि बेटा रवि थोड़ा ज़ोर लगा कर दबाना तभी तो तेरी प्यारी दीदी की चूत
मे पानी आएगा,
पायल- आह तू बहुत कमीना है तुझे औरतो के हर सुख की नब्ज़ का अंदाज़ा रहता है, तभी तो औरते जल्दी ही तुझे अपनी चूत दे देती है,
रवि- अपनी दीदी की चूत को अपने हाथो मे भर कर दबोचता हुआ, दीदी तुम्हारी इस फूली हुई चूत की तो बात ही अलग है
पायल- चल झूठा कही का तेरे मन मे तो ना जाने किस-किस की चूत बसी हुई है अपनी दीदी को तो तू टाइम पास समझने लगा है
रवि- नही दीदी सच मुच तुम्हारी चूत के मुक़ाबले किसी की चूत नही है,
पायल- मुस्कुरा कर अच्छा, तो मुझे यह बता कि तुझे सोनिया को चोदने मे ज़्यादा मज़ा आया था या मुझे
रवि- सच कहु दीदी जितना मज़ा तुम्हारी मस्तानी चूत को फाड़ने मे आया था ना उतना मज़ा शायद ही किसी को चोदने मे
आएगा, तुम तो उपर से लेकर इतनी सेक्सी और खूबसूरत हो की मे तुम्हे चोदे बिना अब जी ही नही सकता हू, और पायल के रसीले होंठो को अपने मुँह मे भर कर उसके मोटे-मोटे चुतडो को अपने हाथो मे कस कर खूब ज़ोर-ज़ोर से दबोचने
लगता है, पायल उसके लंड को उसकी पेंट के उपर से दबाते हुए,
पायल- अपनी दीदी को चोदने के लिए तेरा यह मोटा डंडा कितना जल्दी खड़ा हो जाता है
रवि- पायल की चूत को अपने हाथो से दबोचते हुए, दीदी तुम्हारी चूत भी तो अपने भाई के मोटे डंडे को खाने के लिए
कितनी जल्दी फूल जाती है,
पायल- रवि क्या कर रहा है अभी चोद देगा क्या अपनी दीदी को
रवि- हाँ दीदी मे तो कब से तुम्हे चोदने के लिए तड़प रहा हू
पायल- पगले अभी मुझे छोड़ कही भाभी ना देख ले, यह सब रात को करेगे
रवि- पायल के होंठो को चूमता हुआ, ठीक है दीदी जैसा तुम कहो और फिर रवि बाहर आ जाता है, जब रवि बाहर आता है
तो निशा उसके चेहरे को गौर से देखती है और रवि उसको देख कर मुस्कुराता हुआ उसके सामने आकर बैठ जाता है
 

LUCKY4ROD

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रवि- क्या देख रही हो भाभी
निशा- मुस्कुराते हुए देख रही हू कि अपनी दीदी की एक आवाज़ मे कैसा भागा-भागा जाता है
रवि- मुस्कुराते हुए, कभी आप भी आवाज़ देकर देखो आपके लिए तो इससे भी तेज दौड़ कर आ जाउन्गा
निशा- मुझे तो तेरी किसी भी हेल्प की ज़रूरत ही नही है
रवि- अपना कोई काम करवा कर तो देखो भाभी फिर आपको हमेशा मेरी ही हेल्प की ज़रूरत पड़ेगी
निशा- क्यो तू इतना एक्सपर्ट है क्या
रवि- मुस्कुराता हुआ भैया से भी ज़्यादा एक्सपर्ट हू मे कभी आजमा कर देखो आप भी याद करोगी
निशा- अच्छा इतना विश्वास है अपने आप पर
रवि- अपने आप पर नही अपने काम करने के तरीके पर
निशा- मुस्कुराते हुए ऐसा क्या तरीका यूज़ करता है तू
रवि- भाभी वह तो मे कर के ही दिखा सकता हू कभी मोका दो तो बताउन्गा
निशा- मुस्कुराते हुए सोचूँगी
रवि- अरे भाभी इसमे सोचना क्या, बस एक बार इशारा करो बंदा हाजिर हो जाएगा
निशा- और अगर तेरे भैया ने कहा कि रवि से कोई भी काम क्यो करवाती हो तो फिर
रवि- अरे भाभी भैया को बताने की ज़रूरत ही क्या है
निशा- और अगर उन्हे फिर भी पता चल गया तो
रवि- भाभी आप इतनी तो समझदार है ही कि भैया को क्या पता लगना चाहिए और क्या नही यह तय कर ले
निशा- मुस्कुरा कर तुझे मेरी हेल्प करने मे बड़ी दिलचस्पी है
रवि- अपने मन मे भाभी तुम्हारे जैसा गदराया माल जब सामने हो तो किसकी दिलचस्पी नही होगी तुम्हे चोदने मे,
रवि- क्या करू भाभी मुझे अपने घर की औरतो की हेल्प करने मे बड़ा मज़ा आता है
निशा- अपनी दीदी की भी हेल्प करता है क्या
रवि- मुस्कुरा कर आपको क्या लगता है
निशा- अपने मन मे सोचती हुई मुझे तो लगता है कमिने तू अपनी दीदी को ज़रूर चोदता होगा, तेरे होंठो पर लगी लिपस्टिक
इस बात का सबूत है, पायल दिखने मे तो बड़ी भोली बनती है पर मुझे अब यकीन हो गया है कि तू ज़रूर उसे चोदता है और वह भी खूब कस कर तुझसे अपनी चूत मरवाती है,
रवि- क्या हुआ भाभी क्या सोचने लगी
निशा- कुछ नही मे तो यह सोच रही थी कि पायल क्या तेरी हेल्प लेने को तैयार हो जाती होगी
रवि- क्यो क्या बुराई है मुझमे
निशा- वही तो मे सोच रही हू
रवि- भाभी अब ज़्यादा सोचो मत जल्दी से कोई फ़ैसला लो
निशा- क्यो तुझे बड़ी जल्दी है मेरी हेल्प करने की मुझे तो अभी तेरी हेल्प की ज़रूरत नही है हाँ पायल को ज़रूर तेरी हेल्प की ज़रूरत पड़ती होगी

रवि- निशा की गदराई जवानी को उपर से नीचे तक खा जाने वाली नज़रो से देखता हुआ, भाभी आपको देख कर तो ऐसा लगताहै कि आप को बहुत ज़्यादा मेरी हेल्प की ज़रूरत है
निशा- रवि की बात सुन कर उसकी आँखो मे घुरती हुई मुझे तेरी हेल्प की अभी कोई ज़रूरत नही है
रवि- निशा के मोटे-मोटे दूध को देखता हुआ लगता है भाभी आप मेरी हेल्प लेने मे डर रही है
निशा- भला मे क्यो डरने लगी तुझसे
रवि- नही भाभी आप ज़रूर डर रही है नही तो आपका अंदाज तो यही साबित करता है कि आप भी मेरी हेल्प लेने के लिए मरी जा रही है
निशा- तुझे क्या मालूम मे मरी जा रही हू या नही
रवि- अगर आप मरी नही जा रही है तो फिर मे आपको इतना अच्छा क्यो लगता हू
निशा- उसको घूर कर देखती हुई किसने कहा कि तू मुझे अच्छा लगता है
रवि- दीदी ही कह रही थी
निशा- आश्चर्या से रवि को देखती हुई क्या कह रही थी पायल
रवि- यही कि रवि बहुत ही अच्छा लड़का है अपने भैया से बिल्कुल अलग है और मे ऐसा ही देवेर चाहती थी जो दिन भर
मेरा ख्याल रखे
निशा- मेने ऐसा कब कहा पायल से
रवि- अच्छा तो क्या मे झूठ बोल रहा हू, अभी मे दीदी को बुला कर पुछवा देता हू कि उसने ऐसा कहा था कि नही मुझसे
निशा- नही-नही रहने दे हो सकता है मेने कहा हो, मुझे ठीक से याद नही है
रवि- मुस्कराता हुआ, तो अब सच-सच बताओ मे आपको अच्छा लगता हू ना
निशा- रवि की बात सुन कर मुस्कुराते हुए अपने मुँह से ही अपनी तारीफ करवा रहा है मुझसे
रवि- प्लीज़ भाभी एक बार तो बता दो
निशा- मुस्कुरा कर क्या बता दू
रवि -यही कि आप मेरे बारे मे क्या सोचती हो
निशा- मुस्कुरा कर "तू बहुत बड़ा कमीना है"
रवि -मुस्कुराते हुए तो फिर भाभी अब ये भी बता दो कि इस कामीने को कब मोका दोगि अपनी हेल्प करने का मे बहुत तड़प रहा हू आपके लिए, मेरा मतलब है आपकी हेल्प के लिए
निशा- मुस्कुरा कर रवि तू ऐसा सोच भी कैसे लेता है कि मे तुझसे....
रवि- भाभी मे तो आपके लिए बहुत कुछ सोचता हू
निशा- उसको देखती हुई क्या सोचता है
रवि- मुस्कुरा कर उसके सामने ही उसके मोटे-मोटे दूध को खा जाने वाली नज़रो से घूरता हुआ, बता दू
निशा- अपनी नज़रे चुराते हुए, क्या
रवि- यही कि मे आपके बारे मे क्या सोचता हू
निशा- उसको घूर कर देखती हुई, नही कोई ज़रूरत नही है, मे सब जानती हू तू क्या सोचता है
रवि- मुस्कुराते हुए तो फिर आप ही बता दो मे क्या सोचता हू
निशा- मुझे नही मालूम
रवि- मुस्कुराता हुआ, ठीक है भाभी आप तो मुझे कुछ नही बताओगि पर मे
भी सब जानता हू कि आप मेरे लिए क्या सोचती है, और मे यह भी जानता हू कि आप मेरे रूम के दरवाजे पर खड़ी -खड़ी क्या देख रही थी
निशा- उसकी बात सुन कर एक दम से सकपका जाती है और क्या-क्या देख रही थी मे, मेने कब देखा, मे थोड़े ही वहाँ थी
रवि- भाभी आप कितना ही छुपा लो मेने तो आपकी उस बात को दीदी को भी बता दिया है

निशा- एक दम घबराकर क्या बता दिया है तूने पायल से
रवि- अपनी भाभी का घबराया हुआ चेहरा देख कर अरे भाभी इतना घबरा क्यो रही हो मे तो मज़ाक कर रहा हू, मेने
दीदी को कुछ नही बताया है कि आप उस वक़्त क्या देख रही थी छुप कर
रविकी बात सुन कर निशा कुछ शर्मा जाती है और अपनी गर्दन नीचे करती हुई अपनी नज़रे झुका लेती है
रवि बैठा-बैठा निशा को देखता रहता है और फिर निशा जब अपनी नज़रे उठा कर रवि को देखती है तो रवि एक दम से
निशा को आँख मार देता है और निशा शर्म से पानी-पानी हो जाती है, रवि उठ कर निशा के पास जाकर बैठ जाता है और
निशा अपनी नज़रे ज़मीन से गढ़ाए रहती है
रवि- भाभी, और निशा अपनी नज़रे उठा कर रवि को देखती है उसका चेहरा ऐसा दिखाई दे रहा था जैसे उसको किसी ने रंगे
हाथो चोरी करते हुए पकड़ लिया था,
रवि- निशा की आँखो मे देखते हुए, भाभी आप बहुत खूबसूरत हो, निशा उसकी बात सुन कर अपनी नज़रे नीचे करती है
तो रवि उसकी थोड़ी को अपने हाथो से पकड़ कर उसके चेहरे को उपर उठता है और भाभी आइ लव यू
रवि की बात सुन कर निशा उठ कर जाने लगती है तो रवि उसका हाथ पकड़ लेता है और
रवि- भाभी कहाँ जा रही हो
निशा- अपने हाथ को छुड़ाने की कोशिश करती हुई मुझे जाने दे रवि
रवि- खड़ा होकर निशा के हाथो को कस कर पकड़ता हुआ उसकी मोटी गान्ड से अपने लंड को सताता हुआ, भाभी फिर मुझसे कब अपनी हेल्प कर्वओगि
निशा- अपने हाथ को छुड़ा कर उसको सोफे पर धकेल्टी हुई मुस्कुरा कर कभी नही और अपने मोटे-मोटे चुतडो को
मतकती हुई पायल के रूम की ओर जाने लगती है,
रवि- पीछे से आवाज़ लगता हुआ, भाभी अगर आपने मुझसे हेल्प नही करवाई तो मे आप वाली बात दीदी को बता दूँगा
निशा रवि को कुछ कहती उससे पहले ही पायल रूम से बाहर आती हुई
पायल- क्या बता देगा रवि
पायल की बात सुन कर निशा के होश उड़ जाते है और वह रवि को ना मे गर्दन हिलाते हुए उसे इशारे से चुप रहने को
कहती है
रवि- निशा को मुस्कुराते हुए देख कर कुछ नही दीदी मे तुम्हे बाद मे बताउन्गा
पायल- क्या बात है अभी बता ना
रवि- नही दीदी अभी नही पहले भाभी से तो पूछ लू कि मे तुम्हे बताऊ कि नही
पायल- ओफ्फ हो पहेलिया क्यो बुझा रहा है बताना है तो बता नही तो मत बता और भाभी के पास आकर भाभी आप ही
बताओ क्या बात है
निशा- घबराते हुए कुछ नही, रवि तो मज़ाक कर रहा है, और रवि को घूर कर देखती हुई , है ना रवि
रवि- भाभी पहले बोलो हेल्प का जवाब यस है या नो
निशा- उसको घूर कर देखती हुई हाँ, हाँ यस है अब तो खुस
रवि- अरे दीदी मे तो मज़ाक कर रहा था दरअसल मेने भाभी से एक पहेली पूछी थी और भाभी उसका जवाब नही दे पाई
और शर्त के मुताबिक मे अब जो भी भाभी से मागुंगा भाभी को मुझे देना पड़ेगा
 
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रवि- निशा को देख कर क्यो भाभी मे जो भी मांगूगा आप दोगि ना

निशा- रवि की ओर देख कर मुस्कुराते हुए, हाँ, हाँ जो तुझे चाहिए ले लेना

रवि- निशा की गदराई जवानी पर उसकी आँखो के सामने ही नज़र मारते हुए, भाभी तुम जानती हो मुझे क्या चाहिए, अब

बाद मे जब मे मांगूगा तो मुकरना नही, नही तो और पायल को बता देने का इशारा करता है और निशा की ओर मुस्कुरा

कर आँख मारता हुआ अपने रूम मे चला जाता है

उसके जाने के बाद निशा गहरी सांस लेती हुई पायल बड़ा ही कमीना है तेरा भाई

पायल- क्यो क्या हो गया भाभी, सच पूछो तो मे आप दोनो की गोल मोल बात को समझ ही नही पाई

निशा- पायल को देख कर मुस्कुराते हुए यह सब तेरा ही किया धरा है तू क्या-क्या कहती रहती है रवि से मेरे बारे मे

पायल- निशा को आश्चर्या से देखते हुए मेने क्या कहा है

निशा- अब जाने दे, मुझे तो तूने फसा ही दिया है

पायल- अरे भाभी मुझे सच मे कुछ नही मालूम आख़िर हुआ क्या है

निशा- वो सब छोड़ मे तुझे बाद मे बताउन्गि पहले यह बता कि रवि को क्यो बुलाया था अपने कमरे मे

निशा की बात सुन कर पायल एक दम से झेप जाती है और उसके चेहरे के बदलते एक्सप्रेशन को देख कर निशा मुस्कुराने

लगती है,

निशा- क्या हुआ मेने कुछ ग़लत पूछ लिया क्या

पायल- सकपका कर नही वो ऐसा है भाभी

निशा- मुस्कुरा कर कैसा है, बड़ा कमीना है ना

पायल- कौन

निशा- अरे वही अपना रवि

पायल- थोड़ा मुस्कुरा कर हाँ वो तो है

निशा- तुझे कैसे पता कि वह बहुत कमीना है

पायल- फिर से झेप्ते हुए मुझे क्या पता मे तो आपकी हाँ मे हाँ मिला रही हू

निशा- बिना सोचे समझे

पायल- ओफ्फ हो भाभी अब कोड वर्ड मे बाते करना बंद भी करो और साफ-साफ कहो आप क्या कहना चाहती हो

निशा- पायल के गाल को खिचती हुई, साफ-साफ कह दू

पायल- घबरा कर, बात पलटती हुई भाभी आज खाने मे क्या बनाना है,

निशा- मुस्कुरा कर अरे अभी तो बहुत समय है आ थोड़ी देर बैठ कर बाते करते है

पायल- घबराती हुई वो भाभी मुझे ज़रा बाथरूम जाना है

निशा- मुस्कुराते हुए, अच्छा जा मे तेरा यही वेट करती हू

पायल जल्दी से बाथरूम मे जाकर घुस जाती है और लंबी-लंबी साँसे लेती हुई, भाभी कैसी बाते कर रही है कही इन्हे

शक तो नही हो गया, ज़रूर उस कमिने ने कुछ किया है तभी तो भाभी मुझसे ऐसी बाते कर रही है कही रवि ने उन्हे

कुछ बता तो नही दिया, उसका कोई भरोशा नही है, अब क्या करू मे बाहर कैसे जाउ, भाभी फिर से कुछ पूछने लगी तो

मे क्या जवाब दूँगी, तभी बाहर से निशा की आवाज़ आती है पायल कितना देर लगाएगी, पायल घबराती हुई आई भाभी, हे

भगवान आज तो बचा ले मुझे, कहा फसा दिया इस कमिने ने, तभी निशा का फोन बजता है और दूसरी ओर रोहित उससे

बाते करने लगता है,

पायल धीरे से दरवाजा खोल कर बाहर आती है और भाभी को दूसरी ओर मुँह करके बात करते देखती है और चुपचाप दबे

पाँव अपने रूम मे भाग जाती है. निशा फोन कट करने के बाद बाथरूम का दरवाजा खोल कर अंदर देखती है और फिर

मुस्कुराती हुई, सोचती है हो ना हो इन दोनो के बीच ज़रूर कोई ना कोई लेफ्डा चल रहा है लेकिन मे कैसे मालूम करू पायल तो मुझे बताने से रही, अब तो मुझे इन सब बातो की सच्चाई सिर्फ़ रवि से ही पता चल सकती है पर यह भी सच है कि अगर

मे यह सब बाते जानना चाहती हू तो मुझे रवि से अपनी चूत मर्वानी पड़ेगी, वह कमीना भी तो मेरी चूत के पीछे हाथ

धो कर पड़ा है, वैसे उसका लंड बहुत ही बड़ा है जो भी उसके लंड से चुदेगि उसे तो मज़ा आ जाएगा, अरे यह क्या मेरी

चूत क्यो गीली हो गई और मुस्कुराते हुए रवि के मोटे लंड के बारे मे सोचेगी तो चूत तो गीली होगी ही ना,
 

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उधर सोनिया को देखने के लिए लड़के वाले आ जाते है और सोनिया काफ़ी दुखी मन से अपने मा-बाप के सामने लड़के वालो के सामने जाती है, लड़के वाले सोनिया को देखते ही रिश्ता पक्का कर देते है और यह कह कर चले जाते है की एक आख़िरी बार वह सोनिया का फोटो अपने बेटे के पास भेज रहे है अगर उसे भी लड़की पसंद आ गई तो जल्द ही शादी की डेट तय कर दी जाएगी, सोनिया यह सब सुन कर काफ़ी उदास हो जाती है और रोने लगती है, और रवि को फोन करके सब बाते उसे बताने लगती है, और रवि से कहती है वह उसे आकर ले जाए नही तो वह जहर खा कर अपनी जान दे देगी,

रवि- ओफ्फ हो सोनिया पागलो जैसी बात क्यो करती हो तुम फिकर मत करो मे कुछ ना कुछ रास्ता निकाल लूँगा और अगर कुछ नही हुआ तो तुम्हारे मरने से पहले मे उसे मार दूँगा जो तुमसे शादी करने चला है, और सोनिया को कॉन्फिडेन्स मे लेकर चुप करा देता है और फोन रख देता है, तभी उसके पास करण का फोन आता है और

कारण- हेलो रवि कहाँ है

रवि- घर पर बोल क्या बात है

कारण- अबे एक खुशी की बात है

रवि- अच्छा वह क्या

कारण- अरे मेरे मम्मी-पापा ने मेरे लिए एक लड़की पसंद कर ली है और उसकी तस्वीर कल तक मेरे पास आ जाएगी तू एक काम कर कल सनडे भी है तू कल मेरे फ्लॅट मे आ जा हम कल इंजोय करते है,

रवि- ओके डियर मे सुबह ही पहुच जाउन्गा पर साले कल भी तू मुझे दिन मे ही वोड्का पिलाएगा क्या,

कारण- अबे जब मस्ती मारना हो तो दिन क्या और रात क्या आजा मज़ा आ जाएगा

रवि- चल ठीक है मे आता हू बाइ

रात को रोहित और निशा अपने रूम मे घुस कर चुदाई शुरू कर देते है और दूसरी तरफ रवि अपनी दीदी के रूम मे जाकर

उसके साइड मे लेट जाता है और फिर दोनो भाई बहन एक दूसरे का चेहरा देखते हुए एक दूसरे की आँखो मे देखने लगते

है और दोनो बिना एक दूसरे को छुए ही गरम होने लगते है,

रवि- पायल की आँखो मे देखता हुआ धीरे से अपने हाथ को अपनी दीदी के गदराए दूध पर रख कर हल्के-हल्के दबाते

हुए, मेरी जान तुम कितनी सेक्सी और खूबसूरत लगती हो, काश तुम मेरी बीबी होती,

पायल- रवि के मोटे लंड को उसके पाजामे के उपर से ही दबाती हुई, दीदी समझ कर हो चोद रवि तुझे ज़्यादा मज़ा आएगा

बीबी को तो हर कोई चोद लेता है पर अपनी दीदी को तो नसीब वाले ही चोद पाते है,

रवि - पायल के मस्ताने दूध को कस कर मसलता हुआ, दीदी अगर तुम्हारे जैसी गदराई दीदी जिसकी भी होगी वह उसे ज़रूर चोदने के लिए मरा जाएगा,

पायल- उसके मोटे लंड को दबाती हुई, बेटे तेरे जैसा लंड भी जिस लड़की के भाई का होगा वह ज़रूर उसे अपनी फूली हुई चूत मे लेने के लिए मचल जाएगी

रवि अपनी दीदी से बाते भी करता जा रहा था और बीच-बीच मे कभी उसके मोटे गदराए दूध को मसलता कभी उसके

रसीले होंठो को चूस्ता और कभी अपना हाथ पीछे ले जाकर उसकी मोटी गान्ड को दबाता,

रवि- दीदी तुम्हारे चुतड कितने भारी हो गये है ऐसा लगता है जैसे तुम खूब कस कर अपनी गान्ड मरवाती हो

पायल- मुझे लगता है आज तू मेरी गान्ड मरने के मूड मे है,

रवि- दीदी तुम कहो तो आज मे तुम्हारी गान्ड को खूब कस कर चोद दू,

पायल- मुस्कुरा कर पर मुझे ज़्यादा दर्द होगा तो

रवि- नही दीदी मे इस तरह से तुम्हारी गान्ड मारूँगा कि तुम्हे ज़्यादा दर्द नही होगा

पायल- और मेरी चूत जो सुबह से रस छोड़ रही है उसका क्या होगा

रवि- दीदी तुम फिकर क्यो करती हो मे तुम्हारी चूत का सारा रस अपने मुँह से पी जाउन्गा, और तुम मेरे मुँह मे ही अपना सारा रस छोड़ देना

पायल- नही तू थोड़ी देर मेरी गान्ड मार ले लेकिन फिर मुझे अपनी चूत मे तेरा मोटा लंड चाहिए

रवि- अच्छा ठीक है और पायल की गदराई गान्ड को दबोचते हुए, लेकिन दीदी तुम्हारी गान्ड मे ज़्यादा दर्द ना हो इसके लिए

मुझे तेल लगा कर तुम्हारी गान्ड को चिकना बनाना पड़ेगा, पायल अपनी स्कर्ट और टीशर्ट उतार कर तुरंत नंगी हो जाती है और फिर अपनी ब्रा और पेंटी उतार कर खड़ी हो जाती है और रवि की ओर मुस्कुरा कर देखती हुई मे कैसी लग रही हू

रवि- अपनी दीदी की नंगी गदराई जवानी उसके मोटे-मोटे कसे हुए दूध और फूली हुई चूत को देख कर मस्त हो जाता है

और खुद भी अपने सारे कपड़े उतार कर पूरा नंगा हो जाता है उसका मोटा लंड सर उठाए खड़ा रहता है और वह अपनी

दीदी के पास जाकर उसकी नंगी गदराई जवानी को अपनी बाँहो मे भर कर पागलो की तरह चूमने लगता है, दोनो भाई बहन

एक दूसरे से पूरे नंगे खड़े होकर चिपके हुए एक दूसरे की गान्ड और पीठ को सहलाते हुए एक दूसरे के मुँह, होंठ को

चूमने लगते है

रवि- दीदी चलो ड्रेसिंग टेबल के शीशे मे एक दूसरे को नंगा देखते है

पायल- उसके लंड को अपने हाथो से पकड़ कर अपनी गान्ड मतकती हुई धीरे-धीरे रवि के लंड को अपने हाथो से खिचते

हुए ड्रेसिंग टेबल की ओर जाने लगती है और रवि अपनी दीदी के गदराए चुतडो की मस्तानी थिरकन को देखता हुआचल
देता

है, ड्रेसिंग टेबल के शीशे के सामने जाकर दोनो एक दूसरे से नंगे ही चिपक जाते है और शीशे मे एक दूसरे का चेहरा

देख कर मुस्कुराते हुए एक दूसरे के नंगे बदन को सहलाने लगते है, पायल अपनी मोटी गदराई गान्ड को शीशे के सामने

करके थोड़ा अपनी गान्ड को बाहर निकाल कर रवि को दिखाती है और रवि अपनी दीदी की मस्तानी गान्ड को शीशे मे देखते हुए

उसकी गदराई गान्ड के मोटे-मोटे पाटो को सहलाता हुआ अपनी दीदी की गहरी गुदा मे अपने हाथ की उंगलिया फेर-फेर कर

सहलाने लगता है और पायल अपने भाई के मोटे लंड के टोपे को खोल कर उसके टोपे को सहलाने लगती है,

तभी रवि द्रीसिंग टेबल के उपर रखी ऑमंड ड्रॉप्स की शीशी को उठा कर उससे तेल निकाल कर अपनी दीदी की मोटी गान्ड की दरार मे तेल लगा कर उसकी गदराई मोटी गान्ड के छेद मे अपनी उंगली घुसा-घुसा कर तेल लगाने लगता है तभी पायल अपनी हथेली को आगे करके रवि को अपने हाथ मे तेल डालने का इशारा करती है और रवि उसके हाथो मे तेल डाल देता है और पायल अपने हाथो मे तेल लेकर रवि के मोटे लंड मे तेल लगा-लगा कर उसे सहलाने लगती है, रवि अपनी दीदी के मोटे गदराए चुतडो को पूरा तेल से भिगो देता है और खूब कस-कस कर अपनी दीदी के मस्ताने चुतडो की मालिश करने लगता है, वह जितनी ज़ोर से अपनी उंगलियो को अपनी दीदी की गान्ड की दरार मे भरता है पायल भी उतनी ही तेज तरीके से अपने हाथो को अपने भाई के लंड पर कस-कस कर तेल मलने लगती है,

करीब 10 मिनिट तक दोनो एक दूसरे की गान्ड और लंड मे तेल लगा-लगा कर पूरी तरह चिकना कर देते है उसके बाद रवि अपनी दीदी को बेड से सटा कर पेट के बल बेड के नीचे टाँगे झुला कर लिटा देता है और फिर अपनी दीदी की मोटी गान्ड के छेद को अपने हाथो से फैलता है तो पायल उसके हाथ को हटाते हुए अपने हाथो से अपनी गदराई मोटी गान्ड को खूब कस कर फैलाती है और अपने भाई को अपनी गान्ड का कसा हुआ छेद दिखा कर ले रवि अब डाल अपने लंड को अपनी दीदी की गदराई गान्ड मे, रवि पायल की बात सुन कर अपने लंड को अपनी दीदी की गान्ड के छेद मे लगा कर एक तगड़ा धक्का मारता है और उसका

लंड अपनी दीदी की गान्ड के छेद को फैलता हुआ लगभग आधा अंदर धस जाता है और पायल की गान्ड फॅट जाती है और वह ज़ोर से सीसियाते हुए आह रवि बहुत मोटा है तेरा लंड आ रवि प्लीज़ मे मर जाउन्गि, रवि रुक जा रवि आ, रवि अपने आधे लंड को फसाए हुए अपनी दीदी की गान्ड के मोटे-मोटे पाटो को दबोच-दबोच कर सहलाते हुए अपने लंड को धीरे-धीरे

अपनी दीदी की मोटी गान्ड मे गाढ़ने लगता है,
 

LUCKY4ROD

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पायल आह-आह करती हुई अपनी गान्ड के छेद को कभी सिकोडती है कभी फैलाती है, रवि लगातार अपनी दीदी की गान्ड के मोटे- मोटे पाटो को मसल-मसल कर सहलाता रहता है जब पायल कुछ शांत दिखाई देती है तो रवि अपने लंड को एक दम से कस कर अपनी दीदी की मोटी गान्ड मे पेल देता है और उसका मोटा लंड उसकी दीदी की मोटी गान्ड को फाड़ता हुआ पूरा अंदर फिट हो जाता है और पायल की गान्ड फॅट जाती है और वह ज़ोर-ज़ोर से सीसियाते हुए अपनी गान्ड के छेद को सिकोड़ने लगती है, रवि अपनी

दीदी की गान्ड को बड़े प्यार से सहलाता हुआ धीरे-धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगता है और पायल आह-आह रवि सी आह-आह ओह रवि बहुत दर्द हो रहा है रवि प्लीज़ रुक जा आह-आह, रवि अपनी दीदी के मोटे चुतडो को कस-कस कर अपने हाथो से भिचता हुआ उसकी गान्ड मारने लगता है और पायल अपने हाथो के पंजो से चादर को पकड़े हुए अपने भाई का मोटा लंड अपनी गदराई गान्ड मे लेने लगती है,

रवि करीब 10 मिनिट तक अपनी दीदी को धीरे-धीरे लेकिन गहरे धक्के मारता हुआ उसकी मोटी गान्ड चोदता रहता है, उसके बाद रवि अपनी दीदी की गान्ड को उमच-हुमच कर चोदना शुरू कर देता है और पायल आह-आह ओह रवि बहुत खुजली हो रही है आह रवि बहुत अच्छा लग रहा है थोड़ा तेज चोद आह-आह ओह रवि तू कितना अच्छा है थोड़ा कस कर मार रवि आह-आह, चोद ना रवि थोड़ा तेज चोद रवि प्लीज़ आह-आह ओह मे मर जाउन्गि रवि और तेज मार और तेज, रवि अपनी दीदी की गान्ड को सतसट चोदने लगता है और उसके चुतडो पर हल्के-हल्के थप्पड़ मारते हुए उसकी गान्ड मे सतसट लंड पेलने लगता है, करीब 20 मिनिट तक अपनी दीदी की गान्ड को मारते हुए रवि का लंड उसकी कसी हुई गान्ड मे पानी छोड़ देता है और हान्फता हुआ उसकी कमर के उपर झुक जाता है और पायल बेड पर पेट के बल पसर जाती है, रवि सीधा अपनी दीदी की गान्ड मे लंड फसाए उसके

उपर लेट जाता है और करीब 2 मिनिट बाद उसका लंड उसकी दीदी की गान्ड से बाहर निकल आता है, पायल अधमरी सी गहरी-गहरी साँसे लेती हुई पड़ी रहती है और रवि उसकी गोरी-गोरी पीठ को सहलाता रहता है करीब 2 मिनिट तक रवि उसके उपर लेटा रहता है उसके बाद उठ कर अपनी दीदी की गान्ड मे एक थप्पड़ मारते हुए

रवि- दीदी अब उठो भी कब तक पड़ी रहोगी

पायल- पलट कर पीठ के बल लेटती हुई, कामीने कितना ज़ोर से चोद रहा था तू

रवि- लो कर लो बात खुद ही तो कह रही थी कि रवि और ज़ोर से चोद खूब कस कर चोद और अब कह रही हो कितना ज़ोर से चोद रहा था,

पायल- मुस्कुरकर अरे उस समय होश रहता है क्या, पर तुझे तो सोचना चाहिए था कि तेरी दीदी की क्या हालत होगी, मेरा तो सारा बदन दर्द करने लगा है अब मुझसे उठा भी नही जा रहा है,

रवि- अरे दीदी तुम फिकर क्यो करती हो मे तुम्हे अपनी गोद मे उठा लेता हू और रवि अपनी दीदी को अपनी गोद मे उठा लेता है और पायल उसके सीने से चिपक जाती है, रवि अपनी दीदी के होंठो को चूमता हुआ,

रवि- दीदी तुम्हारी गान्ड बहुत मस्त है

पायल- मुस्कुरा कर अपनी दीदी को नंगी करके अपनी गोद मे उठाते हुए तुझे शरम नही आती है

रवि- तुम्हारे जैसी दीदी को पूरी नंगी करके गोद मे उठाने और अपने लंड मे चढ़ने मे बहुत मज़ा आता है और

अपनी दीदी की चूत की फांको को फैलाकर देखते हुए देखो तो दीदी तुम्हारी चूत कितना पानी छोड़ रही है, जानती हो यह क्या कह रही है

पायल- मुस्कुरा कर क्या कह रही है

रवि- दीदी यह कह रही है की रवि अपने मोटे लंड को मेरे अंदर फसा कर खूब कर कर मेरी चूत मार दे

पायल- तो फिर देख क्या रहा है जैसा वह कह रही है वैसा करता क्यो नही

रवि- क्यो नही अभी कर देता हू और रवि पायल की दोनो टाँगो को अपनी कमर से लपेट कर उसकी चूत के छेद मे अपने लंड को जैसे ही सेट करता है पायल अपनी चूत का धक्का उसके लंड पर मार देती है और रवि का लंड अपनी दीदी की फटी हुई चूत मे सॅट से अंदर घुस जाता है और पायल अपने भाई के सीने से चिपक जाती है और रवि खड़े-खड़े ही अपनी दीदी को चोदने लगता है,

पायल रवि के होंठो को चूसने लगती है और रवि अपनी दीदी की गान्ड को दबोचे हुए उसकी चूत को मारने लगता है, पायल

अपने भाई के खड़े लंड पर झूलते हुए अपनी चूत को रगड़ने लगती है, थोड़ी देर बाद रवि पायल को सीधा बेड पर लेटा

देता है और पायल अपनी मोटी-मोटी गदराई जाँघो को पूरा खोल कर अपने पेरो को उपर कर लेती है और उसकी फूली हुई चूत पूरी खुल कर फैल जाती है, रवि अपनी दीदी की गुलाबी रस से भीगी चूत को देख कर अपने लंड को अपनी दीदी की चूत मे रख कर एक तगड़ा शॉट मारता है और उसकी चूत मे उसका लंड पूरा जड़ तक समा जाता है और फिर रवि अपने पेरो के पंजो के बल बैठा-बैठा अपनी दीदी की चूत को कस-कस कर चोदने लगता है, पायल आह-आह करते हुए अपनी चूत को अपने भाई के लंड पर मारने लगती है, दोनो और से डचा डच ठुकाई चालू हो जाती है एक धक्का रवि अपनी
दीदी की चूत मे मारता है तो दूसरा धक्का पायल अपने भाई के लंड पर मार देती है इस तरह टू वे कम्यूनिकेशन शुरू हो जाता है और फिर रवि अपनी स्पीट को पूरी रफ़्तार पर लाकर अपनी दीदी की चूत को कस-कस कर ठोकने लगता है, और फिर रवि अपनी दीदी के नंगे बदन पर सो जाता है और उसके दूध को दबोचता हुआ उसके होंठो को पीने लगता है और उसका लंड सतसट अपनी दीदी की चूत को चोदने लगता है, करीब 20 मिनिट तक दोनो और से तगड़े धक्के पड़ते है और फिर पायल की चूत पूरी तरह चिकनी होकर सिकुड़ने और फैलने लगती है और वह एक दम से आह-आह रवि आ रवि कहते हुए रवि को कस कर अपने सीने से चिपका लेती है और उसकी चूत पानी छोड़ देती है और रवि भी अपनी दीदी की कसी हुई चूत मे अपने लंड को जड़ तक फसा कर रुक-रुक कर पिचकारी मारने लगता है, और दोनो एक दूसरे के साथ कस कर चिपक जाते है,

करीब 2 मिनिट तक दोनो गहरी साँसे लेते हुए एक दूसरे से चिपके रहते है उसके बाद रवि साइड मे लेट जाता है और पायल उसके सीने से चिपक कर सो जाती है, रवि अपनी दीदी के सर के बालो को सहलाता हुआ उसे प्यार करने लगता है

सुबह-सुबह रवि नहा धोकर तैयार होकर पायल को कहता है कि वह अपने एक दोस्त से मिलने जा रहा है और शाम तक

लोटेगा, पायल अपना मुँह बनाते हुए,

पायल- रवि दिन भर तो मे तेरे बिना बोर हो जाउन्गि और भाभी से तूने क्या कहा है जो वह हाथ धोकर मेरे पीछे पड़ी हुई

है और फिर तू नही रहेगा तो वह ना जाने क्या-क्या सवाल करेगी, मे कैसे क्या कहुगी उनसे,

रवि- दीदी उन्हे कुछ भी नही बताना और उल्टे उनसे ही सवाल पूछना, ध्यान रहे उनकी बातो मे आने की बजाय तुम्हे उन्ही

से कुछ ना कुछ उगलवाना होगा, बाकी मे तुम्हे बाद मे बताउन्गा, अपना ख्याल रखना मे शाम तक आ जाउन्गा और पायल

के होंठो को चूम कर अपने घर से निकल जाता है और अपनी बाइक को करण के फ्लॅट की ओर दौड़ा देता है.
 
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