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Incest कमीना

Shah40

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LUCKY4ROD

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Update 25



पायल- अरे बता ना

रवि- दीदी भाभी ज़यादा खूबसूरत है शरीर की बनावट के हिसाब से, लेकिन सोनिया ज़्यादा खूबसूरत है चेहरे की खूबसूरती

के हिसाब से,

पायल- क्यो सोनिया का शरीर अच्छा नही है

रवि- नही ऐसी बात नही है

पायल- मुस्कुराकर तो फिर कैसी बात है

रवि- दीदी अब मे क्या बोलू तुम्हारे सवाल बहुत उलझाने वाले है

पायल- मुस्कुराते हुए, अच्छा तो सीधा सवाल पूछती हू ये बता निशा भाभी और सोनिया दोनो मे से किसका शरीर तुझे

ज़्यादा अच्छा लगता है,

रवि- दीदी तुम भी ना क्या सवाल कर रही हो यह मे भला कैसे बता सकता हू जबकि मेने अभी तक निशा भाभी को देखा

ही नही,

पायल- कुछ सोच कर रुक एक मिनिट मे अभी आई और पायल उठ कर अपनी छोटी सी स्कर्ट मे कसी अपनी भारी गान्ड हिलाते हुए

पहले अपने भैया के रूम मे जाती है फिर वहाँ से वह अपने रूम मे जाती है जब वापस आती है तो उसके हाथ मे दो

तस्वीरे थी एक तस्वीर निशा भाभी की और दूसरी सोनिया की,

पायल- रवि की बॉडी से अपने गदराए जिस्म को सटा कर बैठते हुए उसके सामने फोटो रख कर ले देख अब उपर से नीचे तक दोनो को और बता की तुझे कौन ज़्यादा मस्त लगती है

रवि- पायल की इस तरह की बात सुन कर अश्चर्य से उसका मुँह देखने लगता है

पायल- उसकी आँखो मे घूर कर एक कातिल मुस्कान अपने चेहरे पर लाती है जैसे अभी चुद जाना चाहती हो, अब मेरा मुँह

क्या देख रहा है अब बता ना,

रवि- पायल के गदराए गुलाबी गालो और रसीले होंठो को इतने करीब से देखता है और फिर उसकी नज़र अपनी दीदी की गदराई कसी हुई मोटी-मोटी चुचियो पर जाती है तो उसका लंड खड़ा हो जाता है, वैसे भी पायल के गदराए जिस्म से ऐसी मादक खुसबू आ रही थी की इतने करीब वह जिसके भी जाए उसका लंड खड़ा कर दे

रवि अपनी नज़रे पायल से हटा कर निशा भाभी और सोनिया की तस्वीर देखने लगता है और उन दोनो के गदराए जिस्म को

देख कर उसका लंड पेंट फाड़ने को उतारू हो जाता है, पर निशा साडी पहनने और अपनी गहरी नाभि को अपने गुदाज पेट से

दिखती हुई ज़यादा चोदने लायक लग रही थी और उसकी कमर के नीचे का भाग कुछ ज़्यादा ही फैला हुआ था जिससे रवि को उसकी 40 की जबरदस्त गान्ड का अंदाज़ा हो रहा था, उसका लंड पूरी तरह तना हुआ था और उसके माथे पर पसीने की हल्की बूंदे उभर आई थी, पायल भी उसकी स्थिति को समझ रही थी,

पायल- अब बोलेगा भी की देखता ही रहेगा,

रवि- दीदी दोनो अच्छी है,

पायल- अपने मन मे अरे कामीने मे वो तो जानती हू कि तुझे दोनो मिल जाए तो तू दोनो को ही चोद लेगा लेकिन ये तो बता कि सबसे पहले किसकी गान्ड और चूत को मारना चाहता है,

पायल- अच्छा चल मत बता पर ये तो बता दे कि हम तीनो मे ज़्यादा खूबसूरत कौन है

रवि- मुस्कुरा कर अरे दीदी यह भी कोई पूछने वाला सवाल है और उसके गदराए चुचो पर एक नज़र मारते हुए, तुमसे

खूबसूरत भला कोई हो सकता है,

पायल- उसके सर पर एक झपट मारते हुए, अपनी दीदी को मक्खन लगता है क्या मे नही जानती कि मे कोई खूबसूरत नही

हू,

रवि- अपने गले को पकड़ते हुए, मा कसम दीदी मे झूठ नही बोल रहा हू तुम्हारा तो चेहरा इतना खूबसूरत है और

तुम्हारा ?

पायल- हाँ-हाँ बोल क्या तुम्हारा

रवि- मेरा मतलब है कि तुम्हारा फिगर भी अच्छा है और फेस भी
 

LUCKY4ROD

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Update. 26





तभी डोर बेल फिर से बजती है और पायल लगता है भैया आ गये और जाकर दरवाजा खोल देती है और रोहित अंदर आ जाता है,

रोहित- पायल, रवि इधर आओ तुम दोनो के लिए गुड न्यूज़ है

पायल- उत्साहित होती हुई वह क्या भैया,

रोहित- अरे मेने लड़की देख ली है और और जब मेने यस कर दिया तो मेरे बॉस ने तुरंत ही हम लोगो की सगाई का ऐलान कर दिया और दो दिन बाद हम लोग सगाई के लिए उनके नेटिव प्लेस पर जा रहे है,

पायल- चहकते हुए, ओह भैया ग्रेट क्या न्यूज़ दी है आपने,

रवि- भैया तो हमे सगाई के लिए उनके यहाँ जाना है क्या

रोहित- हाँ रवि और हम लोग स्कार्पियो से सुबह 4 बजे करीब निकलेगे तब जाकर उनके यहाँ करीब सुबह 10 बजे तक पहुच

जाएगे तुम लोग सारी तैयारी कर लो, और हाँ कल तुम दोनो जाकर शॉपिंग कर लेना परसो सुबह-सुबह ही हम लोग निकल जाएगे

रात को रवि अपने बेड पर सोने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसका लंड उसे बहुत परेशान कर रहा था और उसकी आँखो के सामने बस फूली हुई चूत और गदराई हुई मोटी-मोटी गान्ड ही नज़र आ रही थी, वह काफ़ी देर तक जागने के बाद आख़िर यह सोचता-सोचता सो गया कि कल उसे अपनी दीदी के साथ शॉपिंग करने जाना है,

रवि करण के फ्लॅट की डोर बेल बजाता है तभी एक 45 साल की खूबसूरत सी महिला दरवाजा खोलती है उसका गदराया बदन देख कर ही रवि का लोड्‍ा तन जाता है उसकी 40 की मोटी-मोटी चुचिया उसके हटे हुए पल्लू से साफ नज़र आ रही थी और उसका उठा हुआ गदराया नंगा पेट और उस पर एक बड़ी सी गहरी नाभि देख कर, सीधे अपना मुँह उसके उठे हुए पेट मे भरने का करने लगे, उसके पेट का उठाव और नीचे फैली हुई कमर को देख कर ही रवि को उसके फूले हुए गदराए भोस्डे का एहसास होने लगता है और उसकी मोटी-मोटी जंघे साडी के उपर से भी इतनी गदराई नज़र आ रही थी कि रवि को लगा कि अभी इस मस्तानी घोड़ी के बदन से चिपक जाए, साली नंगी कैसी गदराई लगती होगी क्या माल है, ऐसी गदराई आंटी को चोदने मे मज़ा आ जाए,

आंटी- चुटकी बजाती हुई हेलो, कहाँ खो गये, कौन हो तुम और किससे मिलना है

रवि- जी मेरा नाम रवि है और यहा करण रहता था ना

आंटी- हाँ यह कारण का ही फ्लॅट है पर तुम कौन हो

रवि- आक्चुयली मेडम मे उसका दोस्त हू

आंटी- अच्छा आओ बैठो मे उसे बुलाती हू

और वह आंटी जैसे ही मुड़ती है उसके फैले हुए मोटे-मोटे बाहर की और निकले गदराए चुतडो को देख कर रवि अपने

मोटे लोड्‍े को मसले बिना नही रह पाता है और अपनी नज़रे उस आंटी की मोटी गदराई गान्ड मे पूरी तरह गढ़ा कर अपने लंड को सहलाने लगता है तभी वह आंटी पलट कर उसे देखती है और उसकी नज़र रवि के उठे हुए लंड पर पड़ जाती है जिसे रवि उसकी गदराई गान्ड को देख-देख कर मसल रहा था,

आंटी- उसकी हरकत देख कर, अपने चेहरे पर थोड़ा गुस्सा लाते हुए सोफे की ओर इशारा करते हुए वहाँ बैठो मे करण

को बुलाती हू और धीमी आवाज़ मे कमीना कही का कहती हुई अंदर चली जाती है, थोड़ी देर बाद करण आता है
 

LUCKY4ROD

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Update. 27



थोड़ी देर बाद करण आता है

कारण- अरे रवि अचानक क्या बात है

रवि- अरे यार मे इधर से गुजर रहा था तो सोचा शाम हो गई है शायद तू ऑफीस से आ गया होगा इसलिए तुझे देखने

आ गया

करण- ये तो तूने बहुत अच्छा किया, अब आज की नाइट तू यही रुक जा अपने घर फोन कर दे कि तू आज नही आएगा, आज मे तुझे एक पार्टी दे देता हू

रवि- अबे वो तो ठीक है लेकिन यह सब अचानक आख़िर आज ऐसा क्या है

करण- अरे यार मे तुझे बताना ही भूल गया और मम्मी ज़रा यहा आइए, और वह आंटी अपनी गदराई गान्ड हिलाते हुए

बाहर आती है,

करण- मम्मी ये मेरा सबसे खास दोस्त रवि है और रवि ये मेरी मम्मी है, आज ही मेरे गाँव से मुझसे मिलने आई है,

और आज इतफ़ाक़ से इनका बर्त डे है

रवि- करण की मम्मी की गदराई जवानी पर उसकी आँखो के सामने ही अपनी कामुक नज़रे फेरता हुआ, थोड़ा मुस्कुरा कर

नमस्ते आंटी आंड मेनी-मेनी हॅपी रिटर्न्स ऑफ दा डे,

आंटी- जबरन उसकी और स्माइल करके, थॅंक यू रवि,

आंटी वापस अंदर चली जाती है और

करण- बस यार यही कारण है कि मेने तुझे रुकने के लिए कहा है आज रात को तेरा वाला फ्लेवर वोड्का लेते है उसके बाद

मम्मी ने बढ़िया खाना बनाया है दोनो खाएँगे और फिर तू आज यही सो जाना सुबह निकल जाना, चल अब घर पर बता

दे और मे तेरे लिए ड्रिंक का इंतज़ाम करता हू,

रवि- ओके बाबा, और रवि अपने घर कॉल करके बता देता है कि वह आज नही आएगा

रात को दोनो बहुत देर तक ड्रिंक करते है फिर करण उसे बाहर वाले रूम मे सोने को कह कर उठ कर अंदर चला जाता

है,

रवि- ड्रिंक के नशे मे लेटा रहता है और उसकी कमज़ोरी थी कि वह वोड्का पीता है तो उसका लंड बहुत ज़्यादा खड़ा होने

लगता है और उसको रह-रह कर करण की मम्मी की मस्तानी जवानी याद आती है और वह अपनी कल्पना मे करण की

मम्मी की नंगी करते हुए अपने लंड को बाहर निकाल कर सहलाने लगता है, और केरेन की मम्मी की चूत और मोटी गान्ड

को नंगी अपने सामने महसूस करते हुए खुद से बाते करने लगता है, हाय करण क्या मस्त फूला हुआ भोसड़ा होगा तेरी

मम्मी का, क्या गजब की गदराई और मोटी गान्ड है, हाय करण तेरी मम्मी पूरी नंगी कैसी लगती होगी, काश एक बार तेरी

मम्मी को मे पूरी नंगी देख लेता, आह आज तो वोड्का के नशे के उपर तेरी मम्मी की गदराई जवानी भी भारी पड़ रही

है दोस्त, क्या मस्त माल है तेरी मम्मी, अगर ऐसी गदराई मम्मी मेरी होती तो उसको पूरी नंगी करके रात भर उसकी गान्ड और चूत को खूब कस-कस कर चोदता,
 

LUCKY4ROD

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Update. 28



हाय कारण तेरी मम्मी है की चूत और मोटी गान्ड का खजाना, क्या मस्त गोरी-गोरी मोटी-मोटी गदराई जंघे होगी, हाय पेंटी

और ब्रा मे उसका भारी भरकम शरीर कैसा लगता होगा, क्या पता साली ने पेंटी पहनी भी होगी की साडी के अंदर नंगी होगी

हाय कारण तेरी मम्मी की फूली हुई चूत को अपने मुँह से दबाने मे कितना मज़ा आएगा, उसकी मोटी गान्ड मे अपना मुँह

भरने मे कितना मज़ा आएगा, एक बार तेरी मम्मी नंगी होकर मेरे सामने आ जाए तो साली को रात भर नंगी करके

चोद-चोद के उसकी मोटी गान्ड और चूत को लाल कर दूँगा, बस यही सोचता हुआ रवि अपने लंड को बाहर निकाल कर करण की मम्मी को अपनी आँखो के सामने नंगी करके लंड हिलाने लगा वह अपने ख्यालो मे कभी करण की मम्मी की चूत

सहलाता कभी उसकी गदराई गान्ड को झुका कर अपना मुँह उसमे भरता और कभी अपने मोटे लंड से उसकी फूली हुई बुर और गान्ड को चोदने लगता, वह अपनी कल्पना मे कारण की मम्मी की चूत के गुलाबी छेद और गान्ड के कसे हुए छेद मे अपना लंड पेल-पेल कर चोदने लगा और अपने हाथ से अपने लंड को हिलाने लगा,

अचानक अंदर वाले रूम की लाइट जलती है और रवि अपने मन मे सोचता है कही करण की मम्मी अंदर अपनी साडी उतार

कर नंगी तो नही सो रही है, और वह उस दरवाजे के पास अपना लंड अपने हाथो मे लिए जाता है और दरवाजे से लगी हुई एक खिड़की से कुछ रोशनी बाहर आती उसे दिखाई पड़ती है और वह उस खिड़की को धीरे से थोड़ा ज़ोर लगा कर अपनी और खिचता है

तो वह खिड़की थोड़ी सी खुल जाती है और उसके अंदर परदा लगा होता है, रवि जैसे ही अपने हाथो से पर्दे को थोड़ा सरकाता है, अंदर का नज़ारा देख कर उसके पैरो तले की ज़मीन सरक जाती है,

अंदर एक बेड पर करण की मम्मी पूरी नंगी होकर बेड के उपर खड़ी थी और करण बेड पर अपने घुटनो के बल खड़ा

होकर अपनी मम्मी की चूत को अपने हाथो से फैला-फैला कर चाट रहा था और करण की मम्मी पूरी नंगी खड़ी होकर

अपने दोनो पैरो को थोड़ा फैलाकर अपने बेटे से अपनी चूत खड़े-खड़े चटा रही थी और करण के सर पर हाथ फेर

रही थी और करण अपने दोनो हाथो से अपनी मम्मी की मोटी-मोटी गदराई गान्ड को अपने मुँह की ओर दबाता हुआ अपनी

मम्मी की फूली हुई चिकनी चूत को पागल कुत्ते की तरह चाट रहा था, करण की मम्मी का पेट थोडा सा लटका हुआ मस्त

गुदाज लग रहा था और उसकी जंघे इतनी मोटी थी कि कारण के दोनो हाथो मे समा नही रही थी, उसके मोटे-मोटे दूध

बड़े-बड़े पपितो की तरह लग रहे थे,
 

LUCKY4ROD

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Update. 29


कुछ देर बाद करण पालती मार कर बैठ गया और उसका 8 इंच मोटा लंड सीधा उसके पेट से सॅटा हुआ उपर की ओर तन गया और करण की मम्मी अपनी दोनो टाँगो को करण के आस पास करके उसके खड़े लंड पर धीरे से बैठ गई और करण का मोटा लंड उसकी मम्मी की चूत मे पूरा फस गया, करण ने अपनी मम्मी को अपने सीने से लगा लिया और उसकी मोटी गान्ड को कस कर अपने लंड की ओर दबा लिया, जब लंड करण की मम्मी की बच्चेदानी तक पहुच गया तो करण की मम्मी अपने शरीर को पीछे झुकाने लगी तो करण ने अपनी मम्मी की पीठ को अपने दोनो हाथो से संभालते हुए उसे अपने सीने की ओर

खिचा और फिर अपनी मम्मी के गुलाबी गदराए गालो को चूमता हुआ उसके रसीले लाल-लाल होंठो को अपने मुँह मे भर कर

चूसने लगा, उसकी मम्मी उसके मोटे लंड पर बैठे-बैठे अपनी गान्ड को उसके लंड पर दबा रही थी, करण ने अपनी

मम्मी को कस कर अपने सीने से भींच लिया और उसकी गोरी-गोरी पीठ को अपने हाथो से सहलाते हुए बैठे-बैठे ही अपने

लंड को अपनी मम्मी की मस्त चूत मे डालने लगा, कभी वह अपनी मम्मी के मोटे चुतडो को अपने हाथो मे कस कर

दबोचता कभी अपना हाथ उसकी गान्ड के कसे हुए छेद मे ले जाकर अपनी उंगली को दबा देता, कभी अपनी मम्मी की मोटी

चुचियो को अपने हाथो मे भर-भर कर कस -कस कर मसल्ते हुए उसके रसीले लाल-लाल होंठो का रस पीने लगता, करीब 10 मिनिट तक उसकी मम्मी पूरी नंगी उसके मोटे लंड पर बैठी रही और वह अपनी मम्मी की मस्त गदराई जवानी को अपने लंड पर बैठाए मसलता रहा,

कुछ देर बाद करण ने अपनी मम्मी को बेड पर लेटा दिया और दो मोटे तकिये उसकी गदराई मोटी गान्ड के नीचे रख दिया

जिसके कारण करण की मम्मी की चिकनी फूली हुई गदराई चूत काफ़ी उठ गई और जब करण की मम्मी ने अपनी मोटी जाँघो को पूरी तरह फैलाकर अपने घुटनो को अपनी ओर कर लिया तो रवि करण की मम्मी की फटी हुई चिकनी और फूली हुई भोसड़ी को देख कर पागल हो गया और खूब कस-कस कर अपने मोटे लंड को मुठियाने लगा, करण ने जल्दी से अपनी मम्मी की फूली हुई बुर को अपने हाथो से सहलाया और फिर उसकी फूली हुई चूत पर अपने मुँह को दबाता हुआ एक गहरा चुम्मा लिया और फिर अपने मोटे लंड को अपनी मम्मी की चूत के गुलाबी छेद मे रख कर एक करारा धक्का मारा कि उसका पूरा का पूरा लंड उसकी मम्मी की चूत मे जड़ तक समा गया और उसकी मम्मी के मुँह से आह की आवाज़ निकल गई उसके बाद करण ने अपने पैर के पंजो पर बैठ कर अपनी मम्मी की चूत कस-कस कर मारना शुरू कर दिया और उसकी मम्मी आह आह करती हुई सीसीयाने लगी, कारण अपनी मम्मी की चूत मे कस-कस कर अपना मोटा लंड मार रहा था और उसकी मम्मी आह आह करती हुई अपनी चूत अपने बेटे से मरवा रही थी,
 
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