अकृत मिश्रा ने ब्लैक कोबरा गैंग में रहते हुए काफी पैसे बनाए थे । पैंतीस करोड़ रुपए का जिक्र तो हो ही चुका है इसके अलावा भी कुछ और बनाए होंगे । ये सारे डायमंड की शकल में थे । लेकिन इतने डायमंड आए कहां से ? कहीं बेइमानी तो नहीं की ? कोई धोखा सोका तो नहीं दिया कोबरा गैंग को ?
और अगर बेइमानी ही की थी तो उसी गैंग के डाक्टर सुकाराम दुबे से ही अपनी प्लास्टिक सर्जरी क्यों करवाईं ? उसी गैंग का कोड क्यों इस्तेमाल कर रहा है ?
कहीं वही कोबरा गैंग का बिग बॉस तो नहीं ? ये अच्छा सस्पेंस क्रिएट किया है आपने डॉ साहब । वैसे पांच करोड़ रुपए अपने घर भेजवा कर अच्छा काम किया ।
देव बनने के दौरान अपनी ही पत्नी काजल पर भरोसा नहीं था उसे । इसीलिए करोड़ों के डायमंड उससे छुपाकर बाथरूम के टंकी में रख दिया था । लेकिन क्यों ? वो काजल से बहुत प्यार करता था फिर उसने ऐसा क्यों किया ?
विकास सेठ , एक गैंगस्टर जिसे मारकर उसकी लाश गायब कर दी थी अकृत ने । और अब उसी का रूप और नाम इस्तेमाल कर रहा है ।
फिलहाल तो वो पुरानी गुत्थियां सुलझाने में लगा हुआ है और इसी के तहत मरहूम नीलिमा देवी के आवास पर अपनी हाजिरी लगा रहा है । निशा कपूर उर्फ चांदनी और मानिक लाल उसका पहला टारगेट है जहां से उसे कुछ जानकारी मिलने की उम्मीद है । निशा जी तो आसान टारगेट लग रही है क्योंकि वो उसके आगे बिछने के लिए तैयार पड़ी है ।
देखते है आगे चलकर अकृत उर्फ देव उर्फ विकास सेठ क्या कमाल और धमाल मचाने वाला है ।
आउटस्टैंडिंग अपडेट डॉ साहब ।
जगमग जगमग अपडेट ।