Real don
Well-Known Member
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dhanywad king bhaiNow Dr. Saab in full form.
Very good update and hamesha ki tarah dimag ko gamid bana diya........
Update kafi sukhad raha ab Aakrut urf dev urf Vikas Seth ka transformation ho gaya Ab naya naam mila hai to Dr Sahab hero me dabangpan barkrar rakhiyega kahi Dev urf Vikash kajal ko dr Chutia aur uske logo se chudte dekhe to kahi hilana shuru karde aur pakda jaye.
Excellent update Dr Sahab......
dhanywad tiger bhaiBohat baiya or lazwaab upate
dhanwyad subham bhaiBahut khoob. Dev urf aakrat Mishra ab naye chehre aur naye naam ke sath saamne aa chuka hai. Vikas Sheth jo ki underworld ka din tha uska naam use kiya hai to zaahir hai ki iske peeche koi tagdi vajah hogi. Khair abhi to nisha urf chandni ke sath maze le raha hai. Dekhte hain aage kya hota hai. Wang aur Aarya ko bhi practice me laga diya hai. Ab ye dekhna dilchasp hoga ki kajal se saamna hone ke baad kya hota hai aur ye jaanne ki bhi utsukta hai ki kajal ne kaun sa khel khel gayi thi,,,,![]()
dhanywad mahi jiपहला भाग
बहुत ही बेहतरीन शुरुआत महोदय,
कहानी कलकत्ता की है जिनमे दो स्थानों को दिखाया गया है। एक बदनाम गली और एक पुलिस का घर। कहानी बदनाम गली से शुरू होती है। जहां पर कोई क्लब है जिसमें एक लड़का चांदनी नामकी लड़की के लिए रोज आता है, शराब पीता है अन्य लड़कियों के जिस्म को मुंहमांगे दामों पर खरीदता है, अपनी इच्छा पूरी करता है और चला जाता है। आज उसे चांदनी ने स्वयं आगे बढ़कर अपना जिस्म सौंपा था। सेक्स करते समय प्रचार के लिए छत के ऊपर लगाई गई बड़ी होर्डिंग में मशहूर अदाकार को देखकर चांदनी की आंखे जलने लगती हैं ऐसा लगता है कि जैसे कोई पुरानी अदावत है दोनों में।।
उधर दूसरी तरफ पुलिस अधिकारी की बीवी काजल, जो पुलिस का ड्रेस पहनकर अपने पति देव को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है। अपने हुश्न का जलवा दिखा रही है। शायद दोनों को सेक्स करते समय अलग अलग फैंटसी पसंद है आज पुलिस और मुजरिम की फंतासी कर रहे हैं दोनों। दोनों सेक्स करके सो जाते हैं। सुबह की खबर धमाकेदार होती है काजल और देव के लिए। मशहूर अदाकारा नीलम देवी ने आत्महत्या कर ली। कहीं ये वही तो नहीं हैं जिसकी तस्वीर होर्डिंग पर लगी थी। शायद ये आत्महत्या न होकर हत्या हो जिसे चांदनी ने अंजाम दिया हो।
dhanywad mahi jiदूसरा भाग
बहुत ही बेहतरीन
घटनास्थल पर पुलिस महानिदेशक के आदेशानुसार पत्रकारों और सामान्य जन मानुष का अंदर आना वर्जित कर दिया गया, पत्रकारों को बस उतनी ही जानकारी देने का निदेश दिया गया जितनी जरूरी है। वेदांत, जो देव का सहयोगी है के अनुसार मामला एकदम साफ है और आत्महत्या का है। पूर्वी जो कि देव की पूर्व प्रेमिका है उसके अनुसार भी मामला आत्महत्या का है क्योंकि सुसाइट नोट में हस्ताक्षर नीलम देवी के थे। यहां पर दोनों सौतन काजल और पूर्वी का आमना सामना हो गया तो दोनों कैसे एक दूसरे को बर्दाश्त करती। एक बात मुझे समझ नहीं आती कि देव और पूर्वी पुराने प्रेमी प्रेमिका होकर एक साथ काम कैसे कर लेते हैं मयतलब कुछ अजीब नहीं लगता दोनों को।
माणिक, जो नीलम देवी का भतीजा और अब नीलम देवी की मौत के बाद उनकी पूरी ज्यायजात का अकेला उत्तराधिकारी है बहुत ही अय्यास और चरित्रहीन इंसान है जो लड़कियों को फिल्मों में काम देनेके बहाने उन्हें देह व्यापार के धंधे में धकेलता है, लेकिन आज तक पुलिस को कोई सुबूत नहीं मिला उसके खिलाफ। कहीं ऐसा तो नहीं है कि माणिक ही नीलम देवी की आत्महत्या के पीछे हो, क्योंकि वो कोई काम धाम नहीं करता बस आवरागरदी करता रहता है। शायद नीलम देवी ने कुछ कह होगा तो उन्हें मार डाला इसने।। अब उसकी हवसी नजर काजल पर है। जिसे देव अच्छे से पहचान रहा है इसलिए उसने काजल को घर जाने के लिए बोल दिया।।
dhanywad mahi jiतीसरा भाग
हास्यास्पद और बेहतरीन।
लगता है दिन में माणिक की हवस भारी नजर जो काजल पर घूम रही थी उसने देव पर बहुत गहरा असर डाला है। माणिक रात में देव के सपने में आया और तो और उसने काजल के बदन को अच्छे से सहलाया वो भी देव की आंखों में देखते हुए। साथ मे काजल के मदभरे होंठों का भी रसपान किया। ये देखकर देव का बाबू सपने में ही खड़ा हो गया।
इतने से भी देव का पेट नहीं भरा तो काजल और माणिक शयनकक्ष में जाकर धमाचौकड़ी करेंगे ये भी देख लिया,देव बड़बड़ाते हुए उठ कर बैठ गया। माणिक अच्छा आदमी नहीं है जब इसके बारे में काजल ने पूछा तो देव ने बात ही बदल दी और काम के बोझ का बहाना बना दिया।।
dhanywad mahi jiचौथा भाग
बहुत ही बेहतरीन और शानदार।
जब देव सो रहा था तो माणिक से चैटिंग पर बात कर रही थी काजल। काजल ने माणिक को पार्क में मिलने के लिए बुलाया और बातों बातों के दौरान उसे अपनी पहाड़ियों के बीच की गहराई भी दिखा दी। ये सब देव ने भी देखा और उसका बाबूलाल खड़ा हो गया। कहीं ये देव कॉकोल्ड तो नहीं है जो अपनी बीवी को गैर मर्द के साथ मस्ती करते देखकर खुश होता है। देव के बाबूलाल का बार बार अंगड़ाई लेना इस बात की तरफ इशारा तो कर रहा है।
औरतों को आजतक ब्रह्मा भी नहीं समझ पाए तो देव बाबू क्या समझेंगे। औरतों की हर एक बात में कोई न कोई राज़ होता है। काजल को लगता है कि माणिक ही नीलम देवी का कातिल है जिसका सुबूत पुलिस नहीं जुटा सकी। अब काजल अपने हुश्न का जलवा दिखाकर माणिक से सच उगलवाने वाली है। देव को जब ये पता चला तो वो काजल को समझाने लगा, लेकिन अपने बाबूलाल के हाथों मजबूर हो गया।।
पाँचवाँ भाग
मस्त मस्त है
देव का खबरी नदीम जो शायद कभी जयारम की दुनिया से जुड़ा रहा होगा, से पता चला देव को कि कबीर आ रहा है। कबीर जयारम की दुनिया का अंतरराष्ट्रीय सरगना जिसे देव कब से अपने शिकंजे में कसना चाहता था। कबीर कभी इमरान का दाया हाथ हुआ करता था, लेकिन पैसे और ताकत के लोभ में इमरान के साथ गद्दारी करके उसकी जगह ले ली। राशिद और लाला दो भरोसेमंद पंटर थे कबीर के।
सबा जो काजल की सहेली थी वो भी माणिक को जानती है और उसके साथ माणिक से मिलने जा रही है काजल, लेकिन जाने से पहले वो देव के साथ रोमांस करना चाहती है और गर्म गर्म बातें करके देव को उत्साहित करती है। दोनों जब अपने काम को अंजाम देने वाले थे तभी माणिक वहां पर आ जाता है। कबाब में हड्डी साला।।