• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest किस्मत का फेर (Completed with Gifs)

Nevil singh

Well-Known Member
21,150
53,003
173
रिया अकेले बेवकूफ की तरह से खड़ी रह गयी । कुछ पल सोचने के बाद अपने मन ही मन में बुदबुदायी , " ये दोनों एक दूसरे को पहले से जानते हैं , और मुझे बता नहीं रहे । कुछ तो गड़बड़ है । अब मुझे ही पता लगाना पड़ेगा ।"
फिर वो भी पार्किंग से चली गयी ।
शाम को समीर जानबूझकर काफी देर बाद घर आया । उसने देखा आँचल डाइनिंग रूम या किचन में नहीं थी जैसा की
वो अक्सर इस समय होती थी । वो दिन भर सोच रहा था कि घर जाकर अपनी बहन का सामना कैसे करेगा लेकिन जब
उसने पाया कि आँचल आज , अन्य दिनों की तरह , डिनर के लिए उसका इंतज़ार नहीं कर रही है तो उसने राहत की
सांस ली । समीर ने किचन में झांककर देखा तो पाया कि आँचल ने उसके लिए खाना पकाकर रख दिया था । उसने चुपचाप
खाना गरम किया और खाने लगा ।

डिनर के बाद उसने थोड़ी देर वहीँ सोफे पर बैठकर TV देखा फिर वो बाथरूम की तरफ चल दिया । आँचल के बेडरूम के
दरवाज़े से गुजरते वक़्त उसे हलकी हलकी सुबकने की आवाज़ें सुनाई दीं । अपने कानों में आँचल के सुबकने की आवाज़
पड़ने से उसका दिल बैठ गया । जो कुछ भी हुआ उसके लिए उसका मन अपने को ही दोषी ठहराने लगा । वो सोचने लगा
अगर वो पार्टी की उस रात रिया के प्रस्ताव को ठुकरा देता तो वो घटना होती ही नहीं । उसका दिल अपनी सुबकती हुई
लाड़ली बहन के पास दिलासा देने के लिए जाने को मचलने लगा ।



दूसरी तरफ ये बात भी थी कि समीर को भी वो अजनबी लड़की अच्छी लगी थी । उस लड़की ने बिना नखरे दिखाये
समीर के साथ खुलकर सेक्स किया था और ये बात समीर को बहुत पसंद आयी थी । वो खुद भी उस लड़की से दुबारा
मिलने को उत्सुक था । इसीलिए जब रिया ने उससे मुलाकात के लिए पूछा तो उसने तुरंत हामी भर दी थी ।
लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था । मन में सुहाने सपने लिए दोनों भाई बहन अपने अपने अजनबी से
मिलना चाहते थे ।लेकिन जब मुलाकात हुई तो वो उसकी अपनी ही लाड़ली बहन निकली जिससे सेक्स सम्बन्ध
बनाने की वो कल्पना भी नहीं कर सकता था ।

वैसे तो दोनों ही भाई बहन आपस में बिलकुल ही खुले हुए थे । अक्सर ही आँचल घर में टीशर्ट और शॉर्ट्स में
अपनी खुली टांगों में घूमती रहती थी ।


02_300.jpg


जब समीर उसके साथ आकर रहने लगा था तब भी आँचल ने अपने तौर तरीकों में
कोई बदलाव नहीं किया था । क्योंकि दोनों के दिल में एक दूसरे के लिए कोई बुरे विचार या वासना की भावना नहीं थी ।
लेकिन एक बार उन दोनों भाई बहन के बीच जिस्मानी सम्बन्ध बन जाने के बाद अब सारे हालत बदल चुके थे।
Behtreen update.
 

Nevil singh

Well-Known Member
21,150
53,003
173
“ आँचल ” उसने दरवाज़े के बाहर से अपनी बहन को आवाज़ दी ।

" जाओ यहाँ से " आँचल सुबकते सुबकते ही बोली ।

" आँचल , प्लीज मुझे अंदर आने दो । मैं तुमसे बात करना चाहता हूँ । “

" समीर , तुम मुझसे दूर रहो । मुझे अकेला छोड़ दो । प्लीज ! ”

समीर उसका दुःख और बढ़ाना नहीं चाहता था । इसलिए उसने ज्यादा जोर नहीं दिया और चुपचाप
अपने बेडरूम में आ गया । बेड में लेटे हुए उसे महसूस हुआ कि उसने अपनी प्यारी बहन को खो दिया है ।
उसे लगा कि, उन दोनों के बीच जो लाड़ भरा रिश्ता भाई बहन का था और जो उसके लिए बहुत मायने रखता था
क्योंकि वो अपनी बहन से बहुत प्यार करता था और उम्र में थोड़ा छोटा होने के बावजूद एक protective भाई की तरह
उसकी केयर करता था , वो रिश्ता अब हमेशा के लिए खत्म हो चुका है ।



उन दोनों ही भाई बहन के लिए वो रात बहुत लम्बी गुजरी l दोनों ही अपनी अपनी मानसिक पीड़ा को भोगते हुए
बिस्तर में इधर से उधर करवटें बदलते रहे । आखिर थककर नींद ने उन्हें अपने आगोश में ले लिया ।

दूसरे दिन कॉलेज में आँचल का मन नहीं लगा । उसके मन में वही सब ख्याल आते रहे । पार्किंग में समीर के सीने से
लगने पर हुई उत्तेजना के दृश्य उसकी आँखों के सामने घूमते रहे । जिस अजनबी को वो इतना चाहने लगी थी
वो अब अजनबी नहीं उसका भाई समीर था । फिर भी उसकी चाहत कम नहीं हो रही थी ।
Beskimti update.
 

Nevil singh

Well-Known Member
21,150
53,003
173
उसने अपने दिल को समझाना चाहा कि ये सिर्फ छिछोरापन है , समीर उसका भाई है और वो उसकी 1 साल
बड़ी बहन । आखिर दुनिया में कौन बहन अपने भाई की तरफ इस तरह आकर्षित होती है कि उससे सेक्स सम्बन्ध
बनाने की इच्छा हो ? जो भी हुआ वो किस्मत की एक गलती थी और अगर अब भी मैं समीर की तरफ आकर्षित हो
रही हूँ तो ये बहुत ही गलत बात है , जो संसार के नियम बंधनों के हिसाब से पाप है ।

उसे अपने ऊपर ही क्रोध आने लगा । लेकिन लाख कोशिश करने के बाद भी वो अपने दिल पर काबू न पा सकी ।उसके मन में
समीर को पाने की इच्छा बढ़ती ही गयी । जब भी वो अपनी आँखे बंद करती उसको समीर ही दिखाई देता । उसने अपनी
पूरी कोशिश की , कि वो अपने भाई के बारे में इस तरह से न सोचे । उसने अपना ध्यान समीर से हटाकर , अपने
पुराने बॉयफ्रेंड के साथ बिताये पलों को याद करने का प्रयास किया । लेकिन इन सब कोशिशों से कोई फायदा नहीं हुआ ।
उसको बार बार उस अँधेरे कमरे में अपने ऊपर समीर के बदन की परछाई दिखाई दे रही थी ।



शाम को आँचल डाइनिंग रूम में सोफे पर आँखें बंद किये लेटी थी । उसके मन में समीर के ही ख्याल आ रहे थे । उसे लगा
समीर उसके ऊपर लेटा हुआ है और उससे धीमे धीमे प्यार कर रहा है । अपने आप ही उसका एक हाथ clitoris पर
चला गया और दूसरे हाथ से वो अपनी एक चूची को हलके से सहलाने लगी ।


38769


फिर कुछ पलों बाद उसने समीर के मुंह से
निकलती सिसकारी सुनी और अपनी चूत में सफ़ेद गाड़े वीर्य की धार महसूस की ।

पिछले कुछ दिनों से आँचल के मन में अजनबी से मिलने की बहुत तड़प थी । उस रात की उत्तेजना उसके मन
से कभी निकल ही नहीं पायी । उसको लगता था उसके बदन में कुछ आग सी लग गयी है ।अपनी चूत के फूले होंठ उसको
कुछ ज्यादा ही sensitive महसूस हो रहे थे और चूत में हर समय एक गीलापन महसूस होता था ।

अपने अंदर उठती इन भावनाओं की वजह से दिन भर वो बहुत रोयी थी । ये ऐसी इच्छाएं थी जो पूरी नहीं की
जा सकती थीं और अपने भाई के लिए तड़प , उसे तो समाज स्वीकार ही नहीं करता था । उसने कभी नहीं सोचा था
कि सिर्फ एक रात के सम्बन्ध से हालत यहाँ तक पहुँच जायेंगे और उसके मन में अपने भाई को पाने की चाहत
इस कदर बढ़ जायेगी कि वो समाज के बनाये नियमों को तोड़ने पर आमादा हो जाएगी ।
Khubsurat update.
 

Nevil singh

Well-Known Member
21,150
53,003
173
अब वो अजनबी से अनजान नहीं थी । ये बात बिलकुल साफ़ हो चुकी थी कि वो कौन था जो उसके उत्तेजक सपनो
में आता था और उसको भरपूर कामतृप्त करके ही जाता था । जिसके चौड़े सीने से लगकर वो अपने आप को
फिर से छोटी बच्ची की तरह सुरक्षित महसूस करती थी । अब उस अजनबी का चेहरा धुंधला सा नहीं था ,
वो चेहरा था उसके हैंडसम भाई समीर का ।

ऐसे हालात में एक ही छत के नीचे अपने भाई के साथ रहना अब उसके लिए नामुमकिन सा था । समीर के उसके ही
साथ रहने से आँचल को अपनी भावनाओं पर काबू पाना संभव नहीं लग रहा था । उसे लग रहा था कि अगर समीर यहीं रहा
तो वो उसके लिए तड़पती ही रहेगी । उसने सोचा कि वो अपने प्यारे भाई से कह देगी कि वो अपने लिए कोई और कमरा ढूंढ ले
और यहाँ से चला जाये । मगर समीर को जाने के लिए कहने के ख्याल के बारे में सोचने से ही उसे इतनी पीड़ा पहुंची
कि उसने इस ख्याल को ही मन से निकाल दिया ।

उसने ये भी सोचा कि वो अन्य दूसरे लड़कों से दोस्ती बढ़ाएगी , कोई नया बॉयफ्रेंड बनायेगी । ताकि इन बातों को
भूल सके । लेकिन ये ख्याल भी ज्यादा देर नहीं टिका क्योंकि अब वो सिर्फ और सिर्फ समीर को ही चाहती थी । कोई भी
दूसरा लड़का समीर के लिए उसकी चाहत के सामने बौना ही साबित होता । आँचल के लिए अब छोटा भाई समीर ही
उसका “ बॉयफ्रेंड “ था । लेकिन समीर के लिए ?
Manmohak update.
 

Nevil singh

Well-Known Member
21,150
53,003
173
दूसरी तरफ समीर के लिए ये सब बहुत मुश्किल था । वो आँचल को बहुत प्यार करता था और उसका पूरा ख्याल
रखता था । आँचल की बात वो टालता नहीं था । लेकिन अपनी बहन के लिए शारीरिक आकर्षण जैसी कोई भावना उसके
मन में नहीं थी । कभी आँचल के माथे पर प्यार भरा किस कर लिया तो कर लिया वरना समीर , समझदार भाई
की तरह उससे एक शारीरिक दूरी बनाये रखता था । उसने कभी भी अपनी बहन की छाती , उसके नितम्बों और अक्सर
खुली रहने वाली लम्बी चिकनी टांगों की तरफ गलत नज़रों से नहीं देखा था ।


04_300.jpg


वो तो लाड़ली बहन की तरह उससे प्यार
करता था । उसका मन अपनी बहन के लिए शीशे की तरह साफ़ था और ये बात आँचल को अच्छी तरह से मालूम थी ।
लेकिन इससे आँचल की पीड़ा और भी बढ़ गयी क्योंकि वो जानती थी कि उसकी तड़प इकतरफा थी और ये भी कि समीर के
मन में उसके लिए ऐसी कोई तड़प नहीं है ।

वो शाम लम्बी खिंचती चली गयी । समय के साथ आँचल की उलझन बढ़ती जा रही थी । उसको लग रहा था
कि वो एक चक्रव्यूह में फंस चुकी है और बाहर निकलने का कोई रास्ता उसे नहीं सूझ रहा था ।

“आँचल ! आँचल !”

“कौन ? कौन है ?“ जोर जोर से अपना नाम पुकारे जाने की आवाज़ से उसकी तन्द्रा टूटी और वो हड़बड़ा के सोफे में उठ बैठी ।

“मैं कितनी देर से तुम्हें आवाज़ दे रहा हूँ । तुम्हें हो क्या गया है , होश में आओ आँचल ।“

“ सॉरी समीर ...कुछ दिनों से मैं ढंग से सो नहीं पायी हूँ इसलिए आँख लग गयी थी “ आँचल ने आँखें मलते हुए कहा ।

समीर ने उसके चेहरे से छलकता दर्द देखा वो तुरंत समझ गया कि आँचल किन ख़यालों में डूबी हुई थी । उन्हीं बातों को सोचते हुए
आँचल की सोफे पर ही आँख लग गयी होगी । रात को नींद न आने की बात तो सिर्फ एक बहाना थी ।

“ देखो आँचल , जो कुछ भी हुआ वो एक किस्मत की गलती थी और हम दोनों का ही इसमें कोई कसूर नहीं है । हमको इस बात को
भूल जाना चाहिए और फिर से आपस में पहले जैसा ही व्यवहार करना चाहिए ।"

“पहले की तरह ? ये संभव ही नहीं है । “

“ लेकिन जो कुछ भी हुआ उसको अब हम पलट तो नहीं सकते ना । इसलिए उसे भूल जाना ही ठीक है । "
Laajaab update.
 

Nevil singh

Well-Known Member
21,150
53,003
173
“तुम क्या कह रहे हो समीर ? जो हुआ उसे भूल जाऊँ ? कैसे ? " आँचल की पीड़ा अब गुस्से में बदल रही थी ।
एक तो वो पहले से ही परेशान थी , ऊपर से समीर का बड़ों की तरह ऐसे बातें करना उसे अच्छा नहीं लग रहा था ।
गुस्से से उसका मुंह लाल हो गया ।

“ आँचल , प्लीज , पहले मेरी बात सुनो । मैं सिर्फ ये कह रहा हूँ कि भाई बहन के बीच मर्यादा की जो रेखा होती है ,
हमें उसे पहले जैसे ही बरक़रार रखना चाहिए । मैं तुम्हारा भाई , तुम मेरी लाड़ली बहन हो । जो कुछ हुआ उसे बुरा सपना समझकर
भुला देना चाहिए । तुम्हें मेरी इतनी सी बात समझ क्यों नहीं आ रही है ? उस घटना को भूल जाने में तुम्हें प्रॉब्लम क्या है ? "

“ इतनी सी बात ...... ? ये इतनी सी बात है ......? बकवास बंद करो समीर !! भाड़ में गयी तुम्हारी ये लेक्चर बाजी ।
तुम्हें कुछ अंदाजा भी है कि उस रात के बाद से मुझ पर क्या गुजरी है ? और तुमने कितनी आसानी से कह दिया ,
सब भूल जाओ । मैं कैसे भूल जाऊँ ? मर्यादा की जिस रेखा की तुम बात कर रहे हो , उसे तो तुम कब का पार कर चुके हो ।
समीर अब वो रेखा हम दोनों भाई बहन के बीच है ही नहीं क्योंकि उस रात के बाद अब हम दोनों उस रेखा के एक ही तरफ हैं ।
उस रात जो बदन तुम्हारे जिस्म के नीचे था , वो मेरा बदन था , तुम्हारी अपनी सगी बहन का । अब आँखें फेर लेने से क्या होगा ।
सच को झुठला तो नहीं सकते ना तुम । "
आँचल की आँखों से टपटप आँसू बहने लगे ।



“ बात सिर्फ उस रात के सेक्स की नहीं है । लेकिन उस रात बिताये पलों के बाद , जाने अनजाने में , मेरे मन में
जो आशाएं , उम्मीदें , जो इच्छाएं जन्मी थी , उनका क्या ? जो सपने रात भर मुझे बेचैन किये रहते थे , उनका क्या ?
मैं उन्हें भुला ही नहीं सकती , चाहे मैं कितनी ही कोशिश क्यों ना कर लूँ । समझे तुम ? "
आँचल के अंदर की इतने दिनों की पीड़ा , उसकी तड़प , लावा बनकर फूट पड़ी ।
Garam update.
 

Nevil singh

Well-Known Member
21,150
53,003
173
“तुम सभी मर्द एक जैसे होते हो ।
तुम लोगों को इस बात का कुछ अंदाजा ही नहीं होता कि जब एक लड़की किसी लड़के को
अपना दिल दे बैठती है तो उस पर क्या बीतती है ।
लड़कों को लगता है कि लड़की पर थोड़ा पैसा खर्च कर दो , कुछ गिफ्ट
वगैरह दे दो और वो लड़की उनके लिए अपने कपडे उतार दे ।
क्यों ? क्योंकि वो ऐसा चाहते हैं , बस । वो किसी भी तरह सिर्फ
सेक्स करने की कोशिश में रहते हैं ।
लड़की की भावनाओं की उन्हें कोई क़द्र नहीं होती ।
उनका सिर्फ एक लक्ष्य होता है
कि कैसे भी पटाकर लड़की की टांगे फैला दी जाएँ और इससे पहले कि लड़की कहीं अपना इरादा ना बदल दे , झट से उसके
ऊपर चढ़के उसके अंदर अपना पानी गिरा दें ।
कई बेवक़ूफ़ लड़कियां इनके चक्करों में फंस भी जाती हैं और जब तक
उन्हें समझ आती है , लड़के अपना काम निकाल के , उनको छोड़ कर जा चुके होते हैं ।
लेकिन ये बातें मुझे जल्द ही
समझ आ गयी थीं । मैं इन चक्करों में पड़ी ही नहीं ।
मेरा सिर्फ एक बॉयफ्रेंड बना था , लेकिन वो भी धोखेबाज ही निकला । “

आँचल बोलते बोलते थोड़ी साँस लेने के लिए रुकी ।
अपनी बहन की पीड़ा देखकर समीर का दिल भर आया ।
उसने आँचल को
आलिंगन में भरकर उसका सर अपनी छाती से लगा लिया ।


tenor.gif


अपने भाई की मजबूत बाँहों के घेरे में आकर आँचल ने एक
गहरी सांस ली । उसकी आँखों से फिर आँसू बह चले ।
Mast update.
 

Nevil singh

Well-Known Member
21,150
53,003
173
सुबकते हुए वो बोली ,
“ समीर उस रात मैं सिर्फ थोड़ा मज़ा लेना चाहती थी और कुछ नहीं । लेकिन जैसा प्यार उस अजनबी ने मुझे दिया
वैसा मैंने कभी महसूस ही नहीं किया था । मुझे पता ही नहीं था कोई ऐसा इतना प्यार देने वाला भी हो सकता है।
मैं उस रात के बाद से हर रात उस अजनबी के ही सपने देखती रही हूँ और एक बार फिर से उन आनंद के पलों को
पाने के लिए तड़प रही हूँ । मुझे रिया की कितनी खुशामद करनी पड़ी कि वो एक बार मुझे उस लड़के से मिला दे ।
लेकिन जब वो अजनबी मेरा भाई यानि तुम निकले तो मेरे ऊपर आसमान ही टूट पड़ा । मेरे सपनों का शहजादा
जिससे मिलने को मैं तड़प रही थी वो मेरा अपना भाई निकला तो इसमें मेरा क्या कसूर है । “

आँचल फिर चुप हो गयी और अपने भाई के सीने से लगी रही ।


tenor.gif


समीर के आलिंगन से उसकी तड़प फिर बढ़ने लगी ।
वो फिर से बेचैन हो उठी ।

“ सिर्फ एक बार , बस एक बार, अगर तुम मुझसे वैसे ही प्यार करो , तो शायद मेरे मन की तड़प पूरी हो जाये और ये रोज़
रात में आकर तड़पाने वाले सपनों से मुझे मुक्ति मिल जाये । क्या पता । “
फिर उसने अपनी आँखें उठाकर समीर की आँखों में झाँका पर उनमे उसे वही भाव दिखे , जो पहले दिन पार्किंग में दिखे थे ।
वही पीड़ा, क्रोध , confusion के मिले जुले भाव ।

" समीर प्लीज , मैं जानती हूँ तुम मेरे भाई हो और ऐसा करना शायद तुम्हारे लिए बहुत मुश्किल होगा। लेकिन सिर्फ एक बार
मुझे वही प्यार दो । उसके बाद तुम अगर मेरे पास आना नहीं चाहोगे तो कोई बात नहीं । लेकिन सिर्फ एक बार मैं तुमसे वही
प्यार चाहती हूँ और फिर जैसा तुम चाहोगे वैसा ही होगा । अगर तुम चाहोगे तो फिर से हम पहले के जैसे भाई बहन
बन जायेंगे । लेकिन प्लीज एक बार , सिर्फ इस बार मेरा मन रखलो । सिर्फ एक बार के लिए मेरे बॉयफ्रेंड बन जाओ मेरे भाई ।"

अपनी सुबकती हुई बहन को सीने से लगाए हुए समीर गहरी साँसे लेते हुए चुपचाप खड़ा रहा ।

tenor.gif


आँचल ने अपने को समीर के आलिंगन से अलग किया ।
अपनी आँखों से आँसू पोछे और समीर को उम्मीद भरी नज़रों से देखा ।

समीर की कुछ समझ मेँ नहीं आ रहा था कि वो क्या बोले ।
Sunahri update.
 

Nevil singh

Well-Known Member
21,150
53,003
173
समीर ने आँचल के नग्न बदन को अपने आलिंगन में भर लिया ।
आँचल को अपने बदन में पेट के पास समीर के खड़े लंड की चुभन महसूस हुई ।
उसने अपने होंठ फिर से समीर के होठों से लगा लिए ।
कुछ देर तक दोनों चुम्बन लेते रहे ।
समीर ने अपने होंठ अलग किये और फिर अपने दोनों हाथ आँचल के कन्धों पर रखकर उसको नीचे घुटनों के बल झुका दिया ।
अब आँचल की आँखों के सामने समीर का तना हुआ लंड था ।

वो समझ गयी कि उसका भाई क्या चाहता है ।
उसने एक गहरी साँस ली और अपने होंठ सुपाड़े पर रख दिये और उसका चुम्बन लिया ।
फिर अपना मुंह खोलकर सुपाड़े को अंदर ले लिया ।


36741


और लंड को अपने हाथ से ऊपर नीचे करने लगी।



आँचल को अपनी जीभ पर लंड से टपकी pre - cum की बूँद का स्वाद महसूस हुआ ।
अपना दूसरा हाथ वो समीर की जांघों के पिछले हिस्से पर फेरने लगी
और लंड को चूसते चूसते अपने हाथ को समीर के नितम्बों पर फिराने लगी ।
समीर ने आँचल के सर को दोनों हाथों से पकड़ा और
अपने लंड को उसके मुंह में गले तक डाल दिया ।

raylin-ann-bruce-venture-teasy-raylin-reality_001.gif


आँचल को दम घुटता सा महसूस हुआ ।
वो समझ गयी कि dominating nature का समीर उसे उसी तरह से अपने काबू में कर रहा है ,
जैसे उसने उस रात किया था ।
थोड़ी देर तक आँचल का मुंह चोदने के बाद समीर ने अपना लंड बाहर निकाल लिया

raylin-ann-bruce-venture-teasy-raylin-reality_003.gif


और आँचल के सर पर पकड़ ढीली कर दी ।
वो अभी झड़ना नहीं चाहता था और इन पलों को और लम्बा खींचना चाहता था ।
आँचल ने लंड को चूसते और चाटते हुए समीर की बढ़ती हुई उत्तेजना महसूस की ।
तभी समीर ने आँचल को रोक दिया और उसको खड़ा करके उसके होठों पर गहरा चुम्बन लिया ।
Shaandaar update.
 

Nevil singh

Well-Known Member
21,150
53,003
173
फिर समीर आँचल की टीशर्ट को उतारने लगा ।
आँचल ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर टीशर्ट उतारने में मदद की ।
अब समीर की आँखों के सामने अपनी बहन की बड़ी बड़ी गोल चूचियां थीं ,


2781146_07.jpg


जिन्हें वो पहली बार देख रहा था ।
समीर ने दोनों चूचियों के निप्पल को एक एक करके अपने होठों के बीच लेकर उनका चुम्बन लिया ।
आँचल की उत्तेजना से सिसकारी निकल गयी।
फिर उसने अपनी कमीज भी उतार दी ।
कमीज़ उतरते ही अपने हैंडसम भाई के गठीले जिस्म को देखकर आँचल की आँखों में चमक आ गयी ।
उसने तुरंत अपने हाथों को उसके गठीले जिस्म पर फिराया ।
फिर उसका निक्कर का बटन खोलकर उसे फर्श पर गिरा दिया।
पैंटी और अंडरवियर छोड़कर अब दोनों के बदन पर कोई कपड़ा नहीं था ।
दोनों भाई बहन ने एक दूसरे के बदन पर बचे आखिरी कपडे को पकड़ा और नीचे को खींच लिया ।

दोनों पहली बार एक दूसरे के नग्न बदन को देख रहे थे ।
आँचल के खूबसूरत नग्न जिस्म को देखकर समीर का लंड तनकर खड़ा हो गया ।
आँचल ने पहली बार समीर के लंड को देखा ।
उसने लंड को हाथ में लेकर उसकी मोटाई का अंदाजा लिया ।

38908


उसे याद आया इसी मोटे लंड से उस रात समीर ने आँचल की खूब धुलाई की थी ।
समीर अभी भी अपनी बहन के नग्न जिस्म की खूबसूरती में खोया हुआ था ।
उस रात अँधेरे कमरे में दोनों ने एक दूसरे को महसूस किया था
पर आज पहली बार दोनों एक दूसरे के नंगे बदन को अपनी आँखों से देख रहे थे ।


Mantermugdh update.
 
Top