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Incest किस्मत का फेर (Completed with Gifs)

Nevil singh

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अपनी बाँहों में लेकर आँचल का प्रेमी की तरह चुम्बन लेते हुए समीर को बहुत अच्छा महसूस हो रहा था ।
उसके नाजुक और रसीले होठों को समीर चूमते रहा ।


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फिर समीर ने अपना बांया हाथ उसकी पैंटी के अंदर खिसकाया ।
उसने आँचल के बदन में कम्पन महसूस किया ।
कुछ पलों तक उसने अपना हाथ आँचल के बड़े गोल नितम्ब पर रोके रखा और
अपनी बहन के नग्न शरीर के स्पर्श का सुख लिया फिर उसका हाथ दोनों नितम्बों के बीच की दरार की तरफ बढ़ गया ।
जब उसकी उँगलियों ने दरार के बीच से आँचल की चूत को छुआ तो
उसको अपनी उँगलियों में गीलापन महसूस हुआ ।
आँचल ने उत्तेजना से अपने पैर जकड़ लिये ।

समीर ने चूत के नरम और गीले होठों को अपनी उँगलियों से सहलाया और

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अपनी दो उँगलियाँ चूत के छेद के अंदर डालकर अंदर की गर्मी और गीलेपन को महसूस किया ।
दोनों के होंठ अभी भी एक दूसरे से चिपके हुए थे ।
समीर की उँगलियों के अपनी चूत में स्पर्श से आँचल ने अपने पूरे बदन में उतेज़ना की बढ़ती लहर महसूस की ।

समीर ने आँचल के बदन में उठती उत्तेजना की लहरें महसूस की ।
उसने भांप लिया कि अगर वो ऐसे ही उसकी चूत में उँगलियाँ अंदर बाहर करते रहेगा तो आँचल झड़ जायेगी ।
लेकिन वो इतनी जल्दी ऐसा होना नहीं चाहता था ।
इन मादक पलों को लम्बा खींचने के लिये उसने अपनी उँगलियाँ आँचल की चूत से बाहर निकाल लीं
और अपने होंठ उसके होठों से अलग कर लिये ।
लेकिन आँचल को चुम्बन तोडना पसंद नहीं आया वो तो सुधबुध खोकर आँखें बंद किये चुम्बन लेते हुए किसी और ही दुनिया में खोयी थी ।
Aakarshak update.
 
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Nevil singh

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समीर ने पहली बार अपनी बहन के नरम जिस्म और उसकी मादक गंध को महसूस किया ।

लेकिन वो जल्दबाज़ी नहीं करना चाहता था ।
उसके दिल से बोझ उतर चुका था और वो अब बहुत हल्का महसूस कर रहा था ।
समीर ने अपना सर झुकाकर आँचल को देखा , पहली बार एक लड़के की नज़र से , आँचल खूबसूरत थी
और अब तो समीर का दिल भी पिघल चुका था ।
अब उनके बीच कोई दीवार नहीं थी ।
समीर ने आँचल के माथे का धीरे से चुम्बन लिया और फिर आँचल के सर के ऊपर अपना चेहरा रख दिया ।
आँचल ने समीर का चुम्बन अपने माथे पर महसूस किया , उसके पूरे बदन में एक लहर सी दौड़ गयी और
तभी उसको समीर का चेहरा अपने बालों में महसूस हुआ ।
उसने अपने सर को थोड़ा हटाया और समीर की तरफ देखा । दोनों की नज़रें मिली ।

" तुम ये मेरी खुशी के लिए कर रहे हो ? " आँचल फुसफुसाई ।

"हमारी ख़ुशी के लिए आँचल " समीर मुस्कुराया ।

फिर समीर ने अपना चेहरा झुकाके आँचल के होठों की तरफ अपने होंठ बढ़ाये ।
आँचल ने अपने कंपकपाते होंठ समीर के होठों से लगा लिये ।


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दोनों किसी नए प्रेमी जोड़े की तरह धीरे धीरे एक दूसरे का चुम्बन लेने लगे ।
शुरू में थोड़ी झिझक हुई पर कुछ पलों बाद दोनों का चुम्बन लम्बा और प्रगाढ़ होता चला गया ।



समीर ने अपने दोनों हाथ आँचल के बड़े गोल नितम्बों पर रखे हुए थे और
आँचल ने अपनी बाहें समीर के गले में डाली हुई थी ।
आँचल ने अपने होंठ समीर के होठों से अलग किये बिना ही अपना एक हाथ समीर की कमीज के अंदर डाल दिया
और उसके पेट , चौड़ी छाती और मजबूत कन्धों पर अपना हाथ फिराने लगी ।
जब उसकी उँगलियों ने समीर के निप्पल को छुआ तो आँचल ने उसको उंगुलियों के बीच थोड़ा दबाया और गोल गोल घुमाया ।
Parsanshniye update.
 
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Nevil singh

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उधर आँचल रात में अपने कमरे में समीर के आने का इंतज़ार करती रही । वो रात उसके लिए बहुत लम्बी और तड़पा देने वाली
वाली साबित हुई । जैसे जैसे समय बीतता गया , आँचल डिप्रेशन की गहराईयों में गिरते चली गयी ।

दूसरे दिन सुबह आँचल बहुत दुखी थी ।
अपनी पैंटी के ऊपर एक लम्बी ढीली टीशर्ट डालकर नाश्ता बना रही थी ।


05_300.jpg


नाश्ता करते समय दोनों भाई बहन में से कोई भी कुछ नहीं बोल रहा था । वो चुपचाप अपनी प्लेटों की तरफ देखकर खाना खा रहे थे । खा क्या रहे थे , बस प्लेट में खाना इधर उधर घुमा रहे थे । दोनों ही अपने अपने विचारों में खोये हुए थे ।

जब आँचल ने नाश्ता कर लिया तो उसने नज़रें उठाकर समीर को देखा , अपने हैंडसम भाई को ।लेकिन अब वो जानती थी कि उसे अपने भाई के प्रति शारीरिक आकर्षण को वहीँ पर ख़तम कर देना चाहिए । उन दोनों भाई बहन की नज़रें आपस में मिली । आँचल का दिल तड़प उठा । उसकी आँखों में दर्द उमड़ आया । समीर द्वारा ठुकरा दिए जाने की पीड़ा से उसके आँसू गालों पर बहने लगे ।

“ तुम्हारा निर्णय अब मुझे पता चल गया है ” वो बुदबुदायी और फिर एक झटके से उठी और अपनी प्लेट लेकर किचन में चली गयी ।

आंचल का दुःख देखकर समीर का दिल भर आया । आंचल के उदास और लटके हुए चेहरे को देखकर उसने उसी क्षण फैसला ले लिया ,
भाड़ में जाये , समाज के नियम - कानून । मेरी बहन मुझे इतना चाहती है और मैं उसे चाहता हूँ , तो हमें औरों से क्या लेना देना ।

समीर अपनी कुर्सी से उठा और आँचल की ओर बढ़ा ।
आँचल को अपनी तरफ घुमाकर उसने मजबूत बाँहों के घेरे में भरके उसे अपनी ओर खींचा ।
आंचल ने अपनी आँसुओं से भरी आँखें उठाकर समीर की आँखों में देखा , वहां अब असमंजस के भाव नहीं थे , समीर ने निर्णय ले चुका था ।आँचल ने अपनी बाहें उसके गले में डालकर उसकी छाती में अपना सर रख दिया ।


tenor.gif

वो दोनों थोड़ी देर तक एक दूसरे की बांहों में ऐसे ही खड़े रहे । समीर ने अपने हाथ नीचे ले जाकर आंचल के नितम्बों को पकड़कर आँचल को प्यार से थोड़ा और अपनी तरफ खींचा । आँचल मानो इन्ही पलों का इंतज़ार कर रही थी वह खुद ही समीर से चिपट गयी । समीर की बांहों में जो ख़ुशी आंचल को मिली उससे उसे ऐसा महसूस हुआ मानो उसका दिल ही उछल कर बाहर आ जायेगा ।
Chhandyukt update.
 

Nevil singh

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" मैं अपने बेडरूम का दरवाज़ा खुला रखूंगी । तुम अगर अपना मन बना लोगे तो सीधे अंदर आ जाना । नॉक करने की कोई जरुरत नहीं ।
मैं तुम्हारा इंतज़ार करुँगी । अगर तुम नहीं आये तो मैं समझ जाऊँगी कि तुमने क्या decide किया है । "

इससे पहले कि समीर कुछ जवाब दे पाता , आँचल तेज तेज क़दमों से अपने बेडरूम में चली गयी ।

समीर की कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था ।
अपने बेडरूम में बेड पर लेटे हुए उसके दिमाग में पार्टी की उस रात
के दृश्य घूमने लगे ।


22067


उस अँधेरे कमरे में वो मादक लड़की जिसने उसे जी भर के कामतृप्ति दी थी । लेकिन आँचल ने जो
बातें अभी कहीं थी , उनसे समीर उलझन में था । अगर वो उसकी बात मानकर उसका दिल रख लेता है तो भी उनके बीच
कुछ अलग नहीं होने वाला था । क्योंकि आपस में सेक्स तो वो पहले ही कर चुके थे । अब इससे ज्यादा और हो ही
क्या सकता था। लेकिन वो ये भी जानता था कि अगर ये किस्सा शुरू हुआ तो फिर ये एक बार ही नहीं होगा ।
ये होते रहेगा और उनकी लाइफ को और उनके आपसी रिश्तों को और उलझा देगा ।

समीर अभी कोई मन नहीं बना पा रहा था । उसको इन सब बातों पर सोचने के लिए कुछ और वक़्त की जरुरत थी ।
उसने सोचा कि अगर वो आँचल की बात नहीं मानता और उसको मना कर देता है तो फिर एक ही छत के नीचे वो
कैसे रह पायेंगे । उनके रिश्ते के बीच एक दरार पैदा हो जायेगी ।

समीर फिर उस रात की लड़की के बारे में सोचने लगता है । वो लड़की उसे भी बहुत पसंद आयी थी और उस रात को
याद करके उसका लंड भी कई बार खड़ा हो जाता था । पर अब हालत दूसरे थे , वो लड़की कोई अनजान नहीं ,
खुद उसकी बहन थी । अब अगर वो आँचल के बेडरूम में चला भी जाता है तो अपनी बहन के साथ वैसे सेक्स थोड़ी
कर पायेगा जैसे उसने उस रात अनजान लड़की के साथ उसको dominate करके किया था और जो submissive nature
की आँचल को बहुत पसंद आया था । वो वैसा कर ही नहीं सकता था क्योंकि उसे मालूम था , अपनी बहन आँचल के सामने
वो नर्वस हो जायेगा । समीर कुछ भी decide नहीं कर पाया । उसने सारी समस्या को वक़्त और किस्मत के भरोसे छोड़ दिया ।
जो किस्मत में होगा देखा जायेगा । उसने सोचा कि देखते हैं सुबह आँचल कैसा रियेक्ट करती है ।
Chitaakarshak update.
 

Nevil singh

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फिर समीर ने आँचल को उठाया और किचन काउंटर पर बैठा दिया ।
उसके पैर फैलाकर खुद उनके बीच आ गया।
आँचल को समीर के हाथ अपनी नग्न पीठ पर घूमते महसूस हुए और
समीर का लंड उसकी चूत को स्पर्श कर रहा था ।
फिर समीर ने अपने होंठ आँचल के होठों पर रख दिये।
दोनों एक दूसरे के होठों को चूमने लगे और
एक दूसरे के मुंह में जीभ घुमाने लगे ।
उनके हाथ एक दूसरे के बदन और पीठ पर घूम रहे थे ।
तभी आँचल ने साँस लेने के लिए चुम्बन तोड़ दिया और बोली ,
" भाई अगर तुम्हें सही नहीं लग रहा है तो अभी भी रुक सकते हो ।
मैं नहीं चाहती कि बाद में तुम कुछ और फील करो ।
मुझे तो अच्छा लग रहा है पर मैं चाहती हूँ कि तुम फिर से सोच लो ।"

समीर ने आँचल की आँखों में देखा फिर बोला ,
" देखो आँचल तुम जितना मुझे चाहती हो , मैं भी तुम्हें उतना ही चाहता हूँ ।
सिर्फ निर्णय न ले पाने से उलझन थी , झिझक थी ।
जो अब दूर हो चुकी है ।अब तुम मेरी गर्लफ्रेंड हो और मैं तुम्हारा बॉयफ्रेंड ।"



फिर उसने अपने लंड को आँचल की चूत के छेद पर लगा दिया और थोड़ा अंदर धकेल दिया ।


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आँचल ने दोनों हाथों से समीर के नितम्बों को पकड़ा और धीरे धीरे अपनी तरफ खींचने लगी।
समीर का पूरा लंड आँचल की पूरी तरह से गीली हो चुकी चूत में घुसता चला गया ।

"अहह ........ समीर बहुत अच्छा लग रहा है " मदहोशी में आँखे बंद करके सिसकारी लेते हुए आँचल बोली ।
समीर के मोटे लंड से आँचल को अपनी टाइट चूत में कुछ दर्द सा भी महसूस हो रहा था
लेकिन दर्द के साथ साथ बहुत कामसुख भी मिल रहा था ।
आँचल के चेहरे के भाव देखकर समीर ने उससे पूछा " आँचल तुम्हें कुछ परेशानी , दर्द तो नहीं हो रहा ? "
Super update.
 

Nevil singh

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आँचल ने एक पल के लिए आँखे खोली , समीर को देखा , हल्का मुस्कुरायी , " नहीं समीर , मुझे कोई दर्द नहीं हो रहा ।
तुम करते रहो ।"

समीर ने सुपाड़ा छोड़कर बाकी लंड बाहर निकाल लिया ।
फिर आँचल के नितम्बों को दोनों हाथ से पकड़कर उसे अपनी तरफ खींच कर ,
अचानक एक झटके में पूरा लंड अंदर धांस दिया ।


37735


आँचल की तेज चीख निकल गयी । फिर समीर चूत में थपाथप धक्के लगाने लगा ।
धक्के लगाते हुए ही अपने एक हाथ से आँचल की हिलती हुई बड़ी बड़ी चूचियों को पकड़कर उन्हें मसलने लगा ।
कुछ देर बाद अपने मुंह को आँचल की चूचियों पर रखकर उन्हें चूसने लगा ।



समीर के अपनी चूत पर पड़ते धक्कों से आँचल की सिसकारियां बढ़ती चली गयीं ।
दर्द और उत्तेजना से उसने समीर के कन्धों पर अपने नाख़ून गड़ा दिये और
अपनी टांगों को उसकी कमर के चारों ओर लपेट लिया ।

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कुछ देर बाद आँचल का बदन अकड़ गया ओर उसको एक जबरदस्त ओर्गास्म की लहरें आयीं ।
समीर भी ज्यादा देर नहीं रुक पाया और उसने अपनी बहन आँचल की चूत को अपने वीर्य से भर दिया ।
फिर कुछ समय तक दोनों एक दूसरे को आलिंगन में जकड़े रहे ।
दोनों ही एक दूसरे से अलग होना नहीं चाह रहे थे ।

कुछ देर बाद समीर ने आँचल को किचन काउंटर से उतार दिया और उसको घुमाकर कमर से झुका दिया ।
आँचल ने अपनी बांहें किचन काउंटर पर टिका दीं ।
उसकी बड़ी बड़ी चूचियां लटकी हुई थीं और लम्बी चिकनी टाँगें थोड़ा फैली हुई थीं ।



"लगता है अभी मेरे प्रेमी का मन नहीं भरा ।"
आँचल पीछे की ओर सर मोड़कर समीर को देखते हुए बोली ।

समीर बस मुस्कुरा दिया ।
आँचल की खूबसूरत गांड उसके सामने थी ।
उसने आँचल की एक टांग मोड़कर किचन काउंटर पर रख दी ।
अब आँचल घबरा गयी उसने सोचा समीर उसकी गांड में लंड घुसाने जा रहा है ,
वो भी बिना किसी lube के , जैसे उसने उस रात अँधेरे कमरे में घुसेड़ दिया था ।
तब समीर के मोटे लंड ने आँचल की गांड की जो कुटाई की थी ,
उससे आँचल दो दिन तक ठीक से चल नहीं पायी थी ।
उसने जोर से सर हिलाकर "नहीं " कहा
Super dupet update.
 

Nevil singh

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पर समीर ने उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया और अपने तने हुए लंड को, आँचल की चूतरस से भीगी हुई चूत में पीछे से घुसेड़ दिया ।

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आँचल तो कुछ और ही सोच रही थी , हुआ कुछ और ।

समीर ने पूछा , " तुमने नहीं क्यों कहा ?"

" कुछ नहीं , मैंने सोचा तुम आज फिर मेरे बदन की कुटाई करने वाले हो ।
" आँचल ने शरारत भरी मुस्कान से समीर को देखा ।

समीर मुस्कुरा दिया , उसे अच्छी तरह से पता था कि आँचल ने “ नहीं “ क्यों कहा था।
वो जानता था अब आँचल उसके मोटे लंड को अपनी टाइट गांड में डालने नहीं देगी ।
वो तो बस मज़े में आँचल के मुंह से सुनना चाह रहा था ।
पर आँचल ने भी सीधे कहने की बजाय इशारों में जवाब दिया था ।

अब समीर ने दोनों हाथों से आँचल की कमर पकड़कर पीछे से धक्के लगाने शुरू कर दिए ।
आँचल भी अपने भाई का पूरा साथ देते हुए पीछे को गांड दबाकर लंड अपनी
\चूत में ज्यादा से ज्यादा अंदर भरने की कोशिश करने लगी ।


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समीर बीच बीच में आँचल की मखमली पीठ पर हाथ फेरने लगता ।
कभी आगे हाथ बढ़ाकर उसकी नीचे को लटक के हिलती हुई मुलायम चूचियों और
निप्पल को हाथ में दबाकर मसलने लगता और आँचल को तड़पाने के लिए धक्के रोक देता ।
Nice update.
 

Nevil singh

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धक्के रोक देने से आँचल का मज़ा बिगड़ जा रहा था
तो उसने खुद ही अपनी चूत आगे पीछे करते हुए समीर के लंड को चोदना शुरू कर दिया ।
आँचल की कामुकता देखकर समीर को भी जोश चढ़ गया ।
उसने पूरी तेजी से जोरदार धक्के लगाने शुरू कर दिए ।


20032


आँचल की सिसकारियां उसी तेजी से धक्कों के साथ बढ़ती गयीं ।
सिसकारियों लेते लेते ही वो बोली ,
"समीर मेरे छोटे भाई !!! हाँ ऐसे ही तेज तेज धक्के लगाते रहो .....आह आह .आआ हहहह ..."



और देखते ही देखते अपने बदन में कंपकपी के साथ वो दूसरी बार कामतृप्त हो गयी ।
इस बार का ओर्गास्म कुछ ज्यादा ही तेज और देर तक आया था ।
पर अभी समीर का पानी नहीं निकला था ।
वो दोनों हाथ से आँचल की गांड पकड़कर उसकी चूत को पेलता रहा ।
कुछ देर बाद समीर को भी लगा कि वो अब झड़ने वाला है ।
उसने आगे झुककर दोनों हाथों में आँचल की चूचियां पकड़ ली और दोनों चूचियों को मसलने लगा ।
फिर उसका बदन कांपा और उसके लंड से वीर्य निकलकर आँचल की चूत में गिरने लगा ।


38949


थककर वो आँचल की पीठ में ही पस्त हो गया ।
दोनों भाई बहन जी भरकर कामतृप्त हो चुके थे ।

कुछ पलों बाद जब उसकी सांस लौटी तब वो आँचल के बदन से अलग हुआ ।
उसका लंड आँचल की चूत से बाहर निकल आया ।
चूत से वीर्य और चूतरस का मिला जुला जूस बाहर निकलकर आँचल की टांगों में बहने लगा ।



आँचल मुस्कुरायी और समीर की तरफ मुड़कर थोड़ा झुकी फिर दोनों हाथों में समीर का लंड पकड़कर उसको चूमा।

37051


फिर खड़े होकर समीर के गले में बाहें डालकर समीर के होठों पर एक जोरदार चुम्बन दिया ।
Sukhkari update.
 

Nevil singh

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"थैंक यू मेरे भाई !! तुमने मेरा सपना पूरा कर दिया। "

"थैंक्स मुझे नहीं , रिया को कहना आँचल । उसी की वजह से आज मैं तुम्हारा बॉयफ्रेंड हूँ । "

"मेरा भाई , मेरा बॉयफ्रेंड। " आँचल के दमकते चेहरे पर अब सुख की मुस्कान थी ।

भाई बहन की इस पहली चुदाई के चक्कर में उनके कॉलेज जाने का वक़्त निकल चुका था । पर उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं थी ।

जब घर में इतना सुख मिल रहा हो तो कॉलेज जाके करना भी क्या था ।

शाम को जब समीर मार्केट से घर वापस आया तो आँचल टीवी देख रही थी । समीर भी सोफे पर बैठ गया और आँचल के हाथ से रिमोट लेकर चैनल बदलने लगा। इस वक़्त सारे चूतियापे के प्रोग्राम आ रहे थे इसलिए जल्दी ही वो बोर हो गया ।और आँचल को रिमोट पकड़ा दिया । जितनी देर तक वो चैनल बदलने में लगा था , आँचल TV स्क्रीन की बजाय उसी को देख रही थी । जब समीर ने उसे रिमोट पकड़ा दिया तो उसने रिमोट को टेबल पर रख दिया और खुद समीर से जांघें सटा कर बैठ गयी और उसके कंधे पर अपना सर रख दिया । समीर ने उसके कंधे पर अपनी बांह रख दी ।

कुछ देर बाद आँचल ने अपनी एक टाँग उठाकर समीर की जांघों के ऊपर डाल दी और उसके गले में बाँहें डालकर अपनी आँखें बंद करके होंठ गोल करके आगे को बढ़ाये । समीर ने अपना हाथ उसके सर के पीछे लगाकर अपने होंठ आँचल के होठों पर रख दिये


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और फिर उन दोनों भाई बहन की चुम्माचाटी शुरू हो गयी ।दोनों एक दूसरे के मुंह में जीभ घुसा घुसाकर , जीभ से ही ब्रश करने लगे ।

आँचल के निप्पल खड़े होकर तन गए । अब वो समीर की गोद में बैठ गयी और अपनी तनी हुई चूचियां समीर की छाती में गड़ा के फिर से चुम्बन चालू कर दिया । अपने शॉर्ट्स के नीचे उसको समीर का खड़ा होता लंड चुभता सा महसूस हुआ । अब उसने अपनी चूत को कपड़ों के ऊपर से ही समीर के लंड के ऊपर रगड़ना शुरू कर दिया । उसे अपनी पैंटी गीली होती महसूस हुई । दोनों को बहुत मज़ा आरहा था तभी आँचल के फ़ोन की घंटी बज उठी । थोड़ी देर तक तो आँचल नहीं उठी । लेकिन फिर उठना ही पड़ा । दौड़कर अपने कमरे में फ़ोन रिसीव करने चली गयी ।
Amazing update.
 

Nevil singh

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फ़ोन उठाया तो उस तरफ रिया थी ,
" आज कॉलेज क्यों नहीं आयी ।"

" अरे यार आज कुछ सर दर्द सा था , मूड नहीं हुआ कॉलेज जाने का ।"

रिया ने फ़ोन रखा नहीं अपनी दोस्त से किट - पिट करती रही तब तक समीर का खड़ा होता लंड बैठ गया और आँचल के तने निप्पल मुरझा गये । "






रात में आँचल किचन में डिनर की तैयारी कर रही थी । समीर किचन के दरवाजे पर हाथ बांध के खड़ा हो गया और अपने कंधे दरवाजे पर टिका लिये । खाना बनाती हुई आँचल को निहारने लगा । अपने भाई को अपनी ख़ूबसूरती निहारते देखकर आँचल मन ही मन ख़ुश हुई । फिर समीर की तरफ देखकर बोली ,

"मेरे भाई, मैंने तुम्हारे लिये स्पेशल डिनर बनाया है । जितना ज्यादा खा सकते हो , खा लेना । आज रात तुम्हें बहुत एनर्जी की जरुरत पड़ने वाली है ।"

अपनी बहन की कामुक बातें सुनकर समीर का लंड नींद से उठ गया । वो आँचल के पीछे गांड से चिपक के आलिंगन करते हुए आँचल का चुम्बन लेने लगा ।
" तुम्हारे लिये मेरे पास पहले से ही बहुत एनर्जी है आँचल । अगर तुमने मुझे एक्स्ट्रा एनर्जी दे दी तो फिर तुम मुझे झेल नहीं पाओगी और फिर एक हफ्ते तक बेड से उठ नहीं सकोगी , और अगर उठ भी गयी तो लंगड़ा लंगड़ा के चलोगी ।"
जोर से ठहाका लगाते हुए समीर बोला ।

उसकी इस गुस्ताखी पर , आँचल ने अपने निचले होंठ को दातों में दबाते हुए , समीर के पेट में अपनी कोहनी मार दी ।
Fantastic update.
 
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