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अपने इस प्रश्न का उत्तर उसके पास नहीं था क्योंकि वो सपने में भी नहीं सोच सकती थी
कि जिस अजनबी ने पार्टी की उस रात उसको भरपूर यौनसुख दिया था और
जो अभी अभी उसको सपने में तृप्त करके गया है ,
वो और कोई नहीं उसका अपना छोटा भाई समीर था ।
जब दोनों आदमी एक ही थे तो गंध तो एक होगी ही ।
अब समीर के शरीर से आती पसीने की उसी गंध से आँचल के अचेतन मन को अजनबी के अपने आसपास होने का आभास हो रहा था
इसलिए वो उत्तेजित हो जा रही थी । पर बेचारी आँचल को ये सब कहाँ मालूम था ।
वो तो एक जाल में उलझती सी जा रही थी ।
क्योंकि समीर के साथ एक ही छत के नीचे रहने से उस गंध से आँचल का पीछा छूटने वाला नहीं था ।
उस बेचारी को तो ये भी नहीं पता था कि हलके नशे की हालत में उसने रिया के साथ
मिलकर जो खेल समझकर प्लान बना डाला था ।
उससे उसकी किस्मत ने एक ऐसा फेर ले लिया था जो आगे चलकर उन दोनों भाई बहन की जिंदगी में ,
उनके आपसी रिश्तों में , भूचाल लाने वाला था । जिससे वो दोनों अब तक अनजान थे ।
उन्हें आगे आने वाले कठिन समय का कुछ अंदाजा ही नहीं था ।
कि जिस अजनबी ने पार्टी की उस रात उसको भरपूर यौनसुख दिया था और
जो अभी अभी उसको सपने में तृप्त करके गया है ,
वो और कोई नहीं उसका अपना छोटा भाई समीर था ।
जब दोनों आदमी एक ही थे तो गंध तो एक होगी ही ।
अब समीर के शरीर से आती पसीने की उसी गंध से आँचल के अचेतन मन को अजनबी के अपने आसपास होने का आभास हो रहा था
इसलिए वो उत्तेजित हो जा रही थी । पर बेचारी आँचल को ये सब कहाँ मालूम था ।
वो तो एक जाल में उलझती सी जा रही थी ।
क्योंकि समीर के साथ एक ही छत के नीचे रहने से उस गंध से आँचल का पीछा छूटने वाला नहीं था ।
उस बेचारी को तो ये भी नहीं पता था कि हलके नशे की हालत में उसने रिया के साथ
मिलकर जो खेल समझकर प्लान बना डाला था ।
उससे उसकी किस्मत ने एक ऐसा फेर ले लिया था जो आगे चलकर उन दोनों भाई बहन की जिंदगी में ,
उनके आपसी रिश्तों में , भूचाल लाने वाला था । जिससे वो दोनों अब तक अनजान थे ।
उन्हें आगे आने वाले कठिन समय का कुछ अंदाजा ही नहीं था ।
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