• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Fantasy क्या यही प्यार है

nain11ster

Prime
23,612
80,684
259
दूसरा भाग


दरवाज़ा खटखटाने पर अभिषेक की बहन पायल ने दरवाज़ा खोला और मैं घर के अंदर चला गया। आज रविवार का दिन था।

अभिषेक के घर में उस समय उसके मम्मी पापा कहीं बाहर गए हुए थे। घर में अभिषेक और उसकी बहन पायल ही थे उस समय। मैं जब अभिषेक के कमरे के पास पहुंचा तो मुझे भोजपुरी संगीत की धुन सुनाई पड़ी। मैं जाकर उसका दरवाज़ा खोला तो वो खुल गया।

अंदर अभिषेक बुफर पर पवन सिंह की फ़िल्म का भोजपुरी गाना " रात दीया बुता के पिया क्या क्या किया" बजाए हुए था और नृत्य कर रहा था। अरे माफ करना, इसे नृत्य कहना नृत्य का अपमान होगा। दरअसल अभिषेक इस गाने पर बंदर की तरह गुलाटी मार रहा था। कभी जमीन से कूदकर बिस्तर पर चढ़ जाता और उछलने लगता तो कभी बिस्तर से जमीन में कूदकर उछालने लगता। उसे देखकर मुझे हंसी आ रही थी।

जब उसने मुझे दरवाज़े के पास देखा तो उसी तरह उछलते कूदते मेरे पास आया और मुझे पकड़कर फिर से नृत्य करने में लग गया। मैंने उससे कहा।

मैं- अबे घोंचू क्या कर रहा है ये तू पागलों की तरह।

अभिषेक- अबे देख नहीं रहा है नृत्य कर रहा हूँ। ऐसा नृत्य कभी देखा नहीं होगा तुमने।

मैं- सही बोला तुमने। ऐसा नृत्य मैं अपने जीवन में पहली बार देख रहा हूँ। अबे घोंचू तू इसे नृत्य बोलता है। बंदर की तरह उछल रहा है। अगर इस गाने को आम्रपाली दुबे और पवन सिंह देख लें न तो वो दोनों अभिनय करना ही बंद कर दे तेरी प्रतिभा को देखकर और गलती से अगर बंदरों ने देख लिया तो वो तो बहुत खुश हो जाएंगे और तुझे अपने साथ ले जाएंगे।

अभिषेक- अबे तुझसे मेरी कोई खुशी बर्दास्त क्यों नहीं होती। जब भी मैं कुछ अच्छा करने की कोशिश करता हूँ तू बीच में टपक पड़ता है। अरे कम से कम प्रोत्साहित नहीं कर सकता मुझे तो हतोत्साहित तो मत किया कर।

मैं- अरे तू तो नाराज़ हो गया। चल आजा। तुझे खुश करता हूँ।

इतना कहकर मैंने अपना मोबाइल बुफेर से जोड़ा और करन अर्जुन फ़िल्म (अरे वही फ़िल्म जिसमे मेरे करन अर्जुन आएंगे कहती है दोनों की माँ) का "मुझको राणा जी माफ़ करना गलती म्हारे से हो गई" चालू कर दिया और अभिषेक से बोला।

मैं- चल आजा मेरे जिगर के छल्ले। शमा रंगीन बनाते हैं।

उसके बाद मैंने और अभिषेक ने मिलकर इस गाने पर जो कमर लचकाई की बस पूछिये ही मत, यहाँ भी कमर तो सिर्फ मेरी लचक रही थी। अभिषेक का तो पूरा शरीर लचक रहा था। गाना खत्म होते ही हम दोनों धड़ाम से बिस्तर पर बैठ गए और जोर जोर से हँसने लगे। थोड़ी देर बाद जब हमारी हंसी रुकी तो मैंने अभिषेक से पूछा।

मैं- अच्छा ये बता। तू इतना नाच किस खुशी में रहा है। अभी तो परीक्षा का परिणाम भी नहीं आया है। जिससे लगे कि उसी की खुशी मना रहा है।

अभिषेक- देख भाई। परीक्षा का परिणाम आये उससे पहले ही खुशी मना ले रहा हूँ । क्या पता बाद में मौका मिले या न मिले।

मैं- मतलब। तू कहना क्या चाहता है।

अभिषेक- देख भाई। इस बार बोर्ड की परीक्षा दी है। और आज परिणाम आ रहा है तो सुबह से मैं बहुत नरवस हूँ। एक डर से लग रहा था। तो उसी डर को दूर करने के लिए मैंने सोचा कि कुछ ऐसा किया जाए के डर भी दूर हो जाए और मज़ा भी आए। तो मुझे ये आईडिया बहुत सही लगा। और परिणाम आने से पहले खुशी भी मना ली। क्या पता मैं लटक गया तो, इसलिए मैंने ये नृत्य करने की सोची।

मैं- क्या बात है भाई। तू तो बहुत दूर की सोचता है। और वैसे भी तुझे किस बात का डर है। कक्षा नर्सरी से लेकर कक्षा नौ तक तू हमेशा प्रथम आता रहा है। तो इसमें भी प्रथम ही आएगा। डर तो मुझे भी लग रहा है। लेकिन सच में तेरे आईडिया बहुत अच्छा था। डांस करके तो मेरा सारा डर चला गया है।

अभिषेक- भाई। अगर मैं प्रथम आता था तो तू भी तो मेरे पीछे ही रहता था। तेरा भी परिणाम अच्छा ही आएगा। बहुत अच्छा आएगा।

फिर हम दोनों बैठे अपने परीक्षा के परिणाम के बारे में इधर उधर की बातें करते रहे। इसी तरह अभिषेक के यहां बैठे बैठे शाम को 4.30 बज गए। परीक्षा का परिणाम किसी भी वक्त घोषित हो सकता था। मैं और अभिषेक मोबाइल में ही वेबसाइट खोलकर बैठे हुए थे। जैसे ही परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ। मैंने मोबाइल अभिषेक को पकड़ते हुए कहा।

मैं- ले भाई तू ही देख कर बता। मेरी तो हिम्मत जवाब दे रही है।

अभिषेक- चूतिये। तू हमेशा फट्टू ही रहेगा। बात तो ऐसे कर रहा है जैसे किसी लड़की को देखने जा रहा है। अरे परीक्षा का परिणाम देखना है। किसी लड़की से बात नहीं करनी है।

वैसे अभिषेक ने सच ही कहा था लड़कियों के मामले में मैं बहुत फट्टू किस्म का था, लड़कियों से बात करने में मुझे डर से लगता था। अगर कोई लड़की मुझसे 1-2 मिनट भी बात कर लेती थी तो मेरे पैर कांपने लगते थे। मेरा रक्तचाप बढ़ जाता था। मेरे शरीर से पसीने छूटने लगते थे। इसका कारण था मेरे पापा के अच्छे संस्कार। वो तो मुझसे बस इतना ही हमेशा कहते थे कि लड़कियों/महिलाओं का हमेशा सम्मान करना चाहिए। उनके साथ अभद्रता और जोर जबरदस्ती करने वाला सच्चा मर्द नहीं होता। याद रखना बेटा जो दूसरों की बहन-बेटियों पर बुरी नजर रखता है। उसकी भी बहन- बेटियां बुरी नजर से ही देखी जाती हैं।

बस पापा की इस बात को मैंने कुछ ज्यादा ही गंभीरता से ले लिया। जिससे मुझे लड़कियों में रुचि न के बराबर रह गई थी। यही कारण है कि कक्षा 10 तक की पढ़ाई के दौरान मैंने किसी भी लड़की को उस नजर से नहीं देखा। इसका मतलब ये नहीं कि मैं गे हूँ।🤣🤣 इसके बिल्कुल उलट अभिषेक हमेशा हंसी मजाक करता रहता था कक्षा की लड़कियों के साथ मगर अभी तक किसी के साथ उसका चक्कर नहीं चला था। वो भी अधिकतर अपने आपको प्यार मोहब्बत के चक्करों से खुद को दूर रखता था।

बहरहाल अभिषेक की बात सुनकर मैंने अभिषेक से कहा।

मैं- अब तू ज्यादा प्रधान मत बन और चुपचाप देख कर बता कि मैं पास हुआ या नहीं।

अभिषेक- नहीं पहले मैं अपना देखूंगा। उसके बाद तुम्हारा।

मैं- (हाथ जोड़कर) ठीक है मेरे बाप। जैसा तुझे सही लगे।

उसके बाद अभिषेक ने अपना परिणाम देखा और खुशी से बिस्तर पर उछल पड़ा और जोर से चिल्लाया।

अभिषेक- हुर्रे। अरे घोंचू मैं प्रथम श्रेणी से पास हो गया।

मैं- अब अगर तेरा उछलना कूदना हो गया हो तो मेरा भी देख ले भाई।

उसके बाद अभिषेक ने मेरा परिणाम देखना शुरू किया, लेकिन उसे मेरा अनुक्रमांक मिल ही नहीं रहा था। वो मुझसे बोला।

अभिषेक- भाई तेरा अनुक्रमांक तो दिख ही नहीं रहा है यहां पर। लगता है तू फेल हो गया भाई।

अभिषेक की बात सुनकर मेरा चेहरा उतर गया। मैं रुंआसा जैसा हो गया। मैंने तुरन्त उससे मोबाइल छीन लिया और अपना अनुक्रमांक सर्च किया। तो उसमें प्रथम श्रेणी लिखा हुआ परिणाम नजर आ रहा था। मैंने दोबारा सर्च किया तो वैसा ही प्रथम श्रेणी परिणाम दिखा रहा था। जब मैंने अभिषेक की तरफ देखा तो वो मंद मंद मुस्कुरा रहा था। मैं समझ गया कि इसने मेरी फिरकी ली है जान बूझकर। मैं उसकी तरफ आंखे दिखाकर बोला।

मैं- कमीने। तूने तो मुझे डरा ही दिया था। तुझे पता है ये सुनकर की मैं फेल हो गया। मेरी तो जान ही निकल गई थी। रुक तुझे बताता हूँ अभी।

इतना कहकर मैं अभिषेक के ऊपर कूद गया और खुशी से उसके गले लग गया। हम दोनों वक दूसरे से लिपट हुए बिस्टेर पर अलटने पलटने लगे।इतने में पायल ने कमरे में प्रवेश किया और हम दोनों को ऐसे एक दूसरे के ऊपर लेते हुए देखकर कहा।

पायल- क्या हो रहा है ये सब। किस बात पर एक दूसरे से प्रेमियों की तरह चिपटे हुए हो आप दोनों

उसकी बात सुनकर हम दोनों एक दूसरे से अलग हो गए। अभिषेक जल्दी से उठकर उसके पास गया और पायल को बाहों में भरकर बोला।

अभिषेक- तुझे पता है मैं प्रथम श्रेणी में पास हो गया। और नयन भी प्रथम श्रेणी में पास हुआ है।

अभिषेक की बात सुनकर पायल उससे लिपट गई और उसके गाल को चूमते हुए बोली।

पायल- मुझे पता था आप जरूर प्रथम श्रेणी में पास होंगे।

फिर पायल अभिषेक को छोड़कर मेरे पास आई और मुझसे लिपटकर मेरे गालों पर दांत गड़ा दिए जिससे मेरे मुंह से आह की आवाज़ निकल गई। अभिषेक ये देखकर हंसने लगा पायल भी हंसने लगी। मैंने पायल को अपने से दूर करते हुए कहा।

मैं- क्या करती है पायल। कोई इतनी जोर से काटता है क्या। देख निशान बन गया है तेरे दांतों का। अगर पापा ने देख लिया तो सोचेंगे मेरा किसी के साथ चक्कर है।

पायल- अरे भैया ये तो ख़ुशी में हो गया। और वैसे भी चाचा को पता है आप कैसे हो लड़कियों के मामले में। वो अभिषेक भैया क्या बोलते हैं आपको। हां फट्टू। तो चाचा जी भी जानते हैं कि उनका बेटा लड़कियों के मामले में फट्टू है।

इतना कहकर पायल जोर जोर से हंसने लगी। अभिषेक भी उनके साथ हंसने लगा। मेरे चेहरे पर भी मुस्कुराहट आ गई। मैंने पायल से कहा।

मैं- तू किसी दिन मेरे हाथों पीटने वाली है सच में। चल भाग यहां से नहीं तो आज ही पिट जाएगी। और तू साले मेरी ये बात इसे बताने की क्या जरूरत थी।

अभिषेक- क्या हुआ जो बता दिया तो। कोई दुश्मन थोड़ी ही है। बहन है अपनी। समझ।

मैं- और बहन ही सबसे ज्यादा फिरकी लेती है चुतिये।

अभी हम बात कर ही रहे थे कि अभिषेक के मम्मी पापा भी आ गए। हम दोनों ने अपने परीक्षा के परिणाम के बारे में बताया तो वो बहुत खुश हुए और बोले।

अभिषेक पापा- मुझे पता था मेरे बच्चे प्रथम श्रेणी में जरूर पास होंगे। ये लो मैं तुम दोनों के लिए कपड़े लाया हूँ। पास होने की खुशी में।

मैं- लेकिन चाचा जी आपको लगता था कि हम प्रथम श्रेणी में पास होंगे।

अभिषेक पापा- अरे मुझे पूरा यकीन था कि तुम दोनों प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होंगे।

उसके बाद हम दोनों ने उनके और अभिषेक की मम्मी के पैर छुवे और चाचा को बोलकर अभिषेक के साथ अपने घर के लिए निकल पड़ा।


इसके आगे की कहानी अगले भाग में।
Tou pappu aur chappu dono pass ho gaye :lol1:.

Waise Bhojpur k wo gana kaun tha... Kyonki galti abhi ki na hogi... Gane me nachne wale bhi kuchh aslil uchhal hi de rahe honge... Bechara ladka kya kare...

Result se pahle ki ghabrahat aur baad ki khushi ko aapne kafi pyara dikhaya hai... Kayi aise mauke par maine achhe aur brilliant students ko ghabraye dekha hai...

Khair abhi to zindgi ki padhai hi puri baki hai... Uska imtihaan to abhi bahut dur hoga... Keep writing...
 
15,614
32,145
259
nice update .dono 1st class me paas ho gaye 😍😍..
aur ye dance karke tension dur karne ka idea sabse best tha ..

ladkiyo me maamle me aisa hota hai ki har ladka kisi ladki se baat nahi kar pata 😔..( personal exp) .
 
6,695
15,263
189
wah kya shuruat ki hai aapne. sach mein aapne ek baar fir se sidh kar diya ke aap ek behtarin writer ho. aap likhte samay ek ek chij ka dhyan rakhti ho. jaise exam ke result ke time par ek student ki kya manahsthiti hoti hai use bakhubi dikhaya aapne apne update mein. aur jis umar mein abhi characters hain means 10th tak to financial status shayad aade aata hi nahi dosti mein. wo to jab baad mein bade hone par paise ka prayog aur uski mahatta samajh mein aati hai insaan ko tab jakar insaan apne status ke hisab se dost banata jaata hai aur purane doston ko bhulta jaata hai jinko wo samajhta hai ke wo uske kabil nahi hain.

waise maine pehle kabhi bhi aisa nahi dekha ke pehla update dekhne ke liye mujhe 10 page palatne pade hon. waise hi main bahut kam kahaniyan padhta hun but yeh kahani padhne ki utsukta mein main pages palatta gaya aur tab kahin jakar 10ve page par mujhe pehla update mila. yeh is baat ko darshata hai ke xforum par aapke kitne fans hain aur wo kitni behsabri se intzaar karte hain aapki stories ka.

bahut achhi shuruat hai aise hi likhte rahiye aur logon ka manoranjan karte rahiye. kyunki logon ko aapki lekhni se bahut pyar hai.
 
6,695
15,263
189
शुरुआत बहुत बढ़िया है । नयन कहानी का नायक है । मां बाप और एक प्यारी सी गुड़िया समान बहन है । दसवीं का एक्जाम दिया है । जैसे कि सभी लड़के या लड़कियां करते हैं , वो भी मंदिर में परीक्षा में सफल होने के लिए प्रार्थना कर रहा है ।

एक बात तो है कि वो अपने परिवार की माली हालत अच्छी तरह से समझ रहा है तभी तो दस किलो लड्डू की जगह एक किलो लड्डू चढ़ाने की बात कह रहा है । नयन की फैमिली भले ही आर्थिक अभावों में जुझ रहा हो पर इनके बीच प्यार और खुशियां बहुत है ।
ये सच भी है ।
सबसे भला है गरीबी जगत में , मिलता न संजू पुराण में ।

इमानदारी , प्यार , मोहब्बत , आदर्श , संस्कार , परम्परा , सहनशीलता , ममता , त्याग.... इतनी खुबियां गरीबी में ही मिलती है ।

बेहतरीन अपडेट माही जी ।
wah aapka review ka tarika ekdam alag hai sanju bhai
 

Ankitarani

Param satyagyani...
2,959
12,558
144
Waiting besbsriii se.....



To gupt sutro se ye khabar mili hai ki...update roj dopahar 1bje aayega...
 

Mahi Maurya

Dil Se Dil Tak
Supreme
33,660
59,078
304
Tou pappu aur chappu dono pass ho gaye :lol1:.

Waise Bhojpur k wo gana kaun tha... Kyonki galti abhi ki na hogi... Gane me nachne wale bhi kuchh aslil uchhal hi de rahe honge... Bechara ladka kya kare...

Result se pahle ki ghabrahat aur baad ki khushi ko aapne kafi pyara dikhaya hai... Kayi aise mauke par maine achhe aur brilliant students ko ghabraye dekha hai...

Khair abhi to zindgi ki padhai hi puri baki hai... Uska imtihaan to abhi bahut dur hoga... Keep writing...
बहुत बहुत धन्यवाद आपका सर जी।

भोजपुरी के अधिकतर गाने अश्लील ही होते हैं नए समय के। बाकी ये वाला गाना भी एक नजरिए से देखा जाए तो द्विअर्थी ही है।

साथ बने रहिए।
 
  • Like
Reactions: SANJU ( V. R. )

Mahi Maurya

Dil Se Dil Tak
Supreme
33,660
59,078
304
nice update .dono 1st class me paas ho gaye 😍😍..
aur ye dance karke tension dur karne ka idea sabse best tha ..

ladkiyo me maamle me aisa hota hai ki har ladka kisi ladki se baat nahi kar pata 😔..( personal exp) .
बहुत बहुत धन्यवाद आपका सर जी।

आप अपना उदाहरण मत दीजिए।
आपने जो thread शुरू की थी। उस thread के बाद आपकी मासूमियत सबके सामने आ गई 😂😂😂😂😂

साथ बने रहिए।
 

Mahi Maurya

Dil Se Dil Tak
Supreme
33,660
59,078
304
wah kya shuruat ki hai aapne. sach mein aapne ek baar fir se sidh kar diya ke aap ek behtarin writer ho. aap likhte samay ek ek chij ka dhyan rakhti ho. jaise exam ke result ke time par ek student ki kya manahsthiti hoti hai use bakhubi dikhaya aapne apne update mein. aur jis umar mein abhi characters hain means 10th tak to financial status shayad aade aata hi nahi dosti mein. wo to jab baad mein bade hone par paise ka prayog aur uski mahatta samajh mein aati hai insaan ko tab jakar insaan apne status ke hisab se dost banata jaata hai aur purane doston ko bhulta jaata hai jinko wo samajhta hai ke wo uske kabil nahi hain.

waise maine pehle kabhi bhi aisa nahi dekha ke pehla update dekhne ke liye mujhe 10 page palatne pade hon. waise hi main bahut kam kahaniyan padhta hun but yeh kahani padhne ki utsukta mein main pages palatta gaya aur tab kahin jakar 10ve page par mujhe pehla update mila. yeh is baat ko darshata hai ke xforum par aapke kitne fans hain aur wo kitni behsabri se intzaar karte hain aapki stories ka.

bahut achhi shuruat hai aise hi likhte rahiye aur logon ka manoranjan karte rahiye. kyunki logon ko aapki lekhni se bahut pyar hai.
बहुत बहुत धन्यवाद आपका सर जी।

आपने बहुत दिन बाद हमारी कहानी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मुझे आपको इस कहानी पर देखकर अच्छा लगा। आपने कहानी बहुत ध्यान से पढ़ी है सर जी। तभी आपने एक एक बिंदु पर प्रकाश डाल रहे हैं।

आपकी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया की हम निरंतर उम्मीद करते हैं।

साथ बने रहिए।
 
  • Like
Reactions: SANJU ( V. R. )

Mahi Maurya

Dil Se Dil Tak
Supreme
33,660
59,078
304
Waiting besbsriii se.....



To gupt sutro se ye khabar mili hai ki...update roj dopahar 1bje aayega...
अगला भाग बस कुछ ही देर में लिखेंगे।

आपके जो गुप्त सूत्र हैं उन्होंने अधूरी जानकारी दी है।🤗🤗🤗
समय रहेगा तभी कहानी निरंतर लिखेंगे। रोज तो मुश्किल है ।
 
  • Like
Reactions: SANJU ( V. R. )
Top