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कविता को 5 मिनट बाद आता देख उसको सुकून मिला। कविता आकर बैठी तो जय ने फौरन पूछा, की उस दिन पैंटी क्यों नहीं लाने दी अपने कमरे से?
कविता- उस दिन शर्म आ रही थी, घिन हो रही थी अपने आप से। पर आज नहीं और जय के हाथ मे कविता ने कुछ रख दिया। जय ने गौर से देखा तो कविता की पैंटी थी, जो वो पहन कर आई थी। उसमें उसकी बुर का पानी भी लगा था। कविता बाथरूम जाकर खोल आई थी।
जय- तुम्हें ....
कविता- पता था, की यही पूछोगे।और जय के लण्ड पर हाथ फेरने लगी। वो बिल्कुल कामुक हो चुकी थी।
तब जय ने कविता से एक आखरी सवाल किया- कविता दीदी तुम कमाल हो। पर ये बात पूछनी है, की हमको रफ़ चुदाई अच्छी लगती है, तुमको कैसी पसंद है।
कविता जो कि कामुक हो चुकी थी, और अब पूरी तरह खुल चुकी थी, बोली- शायद हो सकता है कि तुम्हें हमारा जवाब सुनके आश्चर्य लगे पर खुश जरूर होंगे। हमको बिल्कुल ब्लू फिल्मों की हीरोइन की तरह चुदना पसंद है।
मर्द और औरत का जब चुदाई का समा बंधता है तो उसको एक सुखद एहसास सिर्फ औरत देती है। ये औरत पर निर्भर करता है कि वो अपने यार को किस हद तक कि खुशी देगी। मर्द तो हमेशा ही औरतों से कुछ ज़्यादा चाहते हैं, पर क्या वो चुदाई की गहराइयों में उतरकर खुद को भुलाकर अपने साथी को संतुष्टि की चरम सीमा पर पहुंचने में मदद कर सकती है? पहले तो चुदाई का मतलब सिर्फ बुर की चुदाई होती थी।दर असल ब्लू फिल्मों की वजह से आजकल चुदाई के मायने भी बदल गए हैं, अब हर कोई औरत को वैसे ही चोदना चाहता है, जैसे उस फिल्म में हीरोइन चुदती हैं। जिसमे उनकी बुर की चुसाई और चटाई के साथ साथ गाँड़ की चुदाई, गाँड़ से लौरा निकालके उनको चटवाना, उनके मुंह पर थूकना व माल निकालना, चुदाई के दौरान उनको गाल और गाँड़ दोनों पर थप्पड़ मारना, मर्द की गाँड़ चाटना और भी कई तरह से गंदी और घिनौनी चुदाई के जिसे KINKY कहते हैं, शामिल है। अगर कुल मिलाके देखा जाय तो औरतो को चुदाई का सामान समझ लिया गया है। कुछ लड़कियों को ऐसे चुदना पसंद है, हम उनमे से एक हैं।हमको ऐसे ही चुदना है खुलकर,क्या आज ऐसा दो भाई बहन के बीच देखने को मिलेगा? कविता की आंखों में ठरक साफ झलक रही थी।
जय ने अब एक पल भी बर्बाद करना ठीक नहीं समझा और कविता को चूमने लगा। कविता बोली, चलो भाई घर चलते हैं।
जय ने उसका हाथ पकड़ा और पिक्चर आधी छोड़ कविता को घर ले जाने के लिए ऑटो पकड़ ली। दोनों अब बर्दाश्त कर नहीं पा रहे थे।आधे घंटे का सफर मानो एक युग जैसा लग रहा था।
कविता- उस दिन शर्म आ रही थी, घिन हो रही थी अपने आप से। पर आज नहीं और जय के हाथ मे कविता ने कुछ रख दिया। जय ने गौर से देखा तो कविता की पैंटी थी, जो वो पहन कर आई थी। उसमें उसकी बुर का पानी भी लगा था। कविता बाथरूम जाकर खोल आई थी।
जय- तुम्हें ....
कविता- पता था, की यही पूछोगे।और जय के लण्ड पर हाथ फेरने लगी। वो बिल्कुल कामुक हो चुकी थी।
तब जय ने कविता से एक आखरी सवाल किया- कविता दीदी तुम कमाल हो। पर ये बात पूछनी है, की हमको रफ़ चुदाई अच्छी लगती है, तुमको कैसी पसंद है।
कविता जो कि कामुक हो चुकी थी, और अब पूरी तरह खुल चुकी थी, बोली- शायद हो सकता है कि तुम्हें हमारा जवाब सुनके आश्चर्य लगे पर खुश जरूर होंगे। हमको बिल्कुल ब्लू फिल्मों की हीरोइन की तरह चुदना पसंद है।
मर्द और औरत का जब चुदाई का समा बंधता है तो उसको एक सुखद एहसास सिर्फ औरत देती है। ये औरत पर निर्भर करता है कि वो अपने यार को किस हद तक कि खुशी देगी। मर्द तो हमेशा ही औरतों से कुछ ज़्यादा चाहते हैं, पर क्या वो चुदाई की गहराइयों में उतरकर खुद को भुलाकर अपने साथी को संतुष्टि की चरम सीमा पर पहुंचने में मदद कर सकती है? पहले तो चुदाई का मतलब सिर्फ बुर की चुदाई होती थी।दर असल ब्लू फिल्मों की वजह से आजकल चुदाई के मायने भी बदल गए हैं, अब हर कोई औरत को वैसे ही चोदना चाहता है, जैसे उस फिल्म में हीरोइन चुदती हैं। जिसमे उनकी बुर की चुसाई और चटाई के साथ साथ गाँड़ की चुदाई, गाँड़ से लौरा निकालके उनको चटवाना, उनके मुंह पर थूकना व माल निकालना, चुदाई के दौरान उनको गाल और गाँड़ दोनों पर थप्पड़ मारना, मर्द की गाँड़ चाटना और भी कई तरह से गंदी और घिनौनी चुदाई के जिसे KINKY कहते हैं, शामिल है। अगर कुल मिलाके देखा जाय तो औरतो को चुदाई का सामान समझ लिया गया है। कुछ लड़कियों को ऐसे चुदना पसंद है, हम उनमे से एक हैं।हमको ऐसे ही चुदना है खुलकर,क्या आज ऐसा दो भाई बहन के बीच देखने को मिलेगा? कविता की आंखों में ठरक साफ झलक रही थी।
जय ने अब एक पल भी बर्बाद करना ठीक नहीं समझा और कविता को चूमने लगा। कविता बोली, चलो भाई घर चलते हैं।
जय ने उसका हाथ पकड़ा और पिक्चर आधी छोड़ कविता को घर ले जाने के लिए ऑटो पकड़ ली। दोनों अब बर्दाश्त कर नहीं पा रहे थे।आधे घंटे का सफर मानो एक युग जैसा लग रहा था।