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Incest चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra

Siraj Patel

The name is enough
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Hello everyone.

We are Happy to present to you The annual story contest of XForum


"The Ultimate Story Contest" (USC).

Jaisa ki aap sabko maloom hai abhi pichhle hafte hi humne USC ki announcement ki hai or abhi kuch time pehle Rules and Queries thread bhi open kiya hai or Chit Chat thread toh pehle se hi Hindi section mein khula hai.

Well iske baare mein thoda aapko bata dun ye ek short story contest hai jisme aap kisi bhi prefix ki short story post kar sakte ho, jo minimum 700 words and maximum 7000 words tak ho sakti hai. Isliye main aapko invitation deta hun ki aap is contest mein apne khayaalon ko shabdon kaa roop dekar isme apni stories daalein jisko poora XForum dekhega, Ye ek bahot accha kadam hoga aapke or aapki stories ke liye kyunki USC ki stories ko poore XForum ke readers read karte hain.. . Isliye hum aapse USC ke liye ek chhoti kahani likhne ka anurodh karte hain.

Aur jo readers likhna nahi chahte woh bhi is contest mein participate kar sakte hain "Best Readers Award" ke liye. Aapko bas karna ye hoga ki contest mein posted stories ko read karke unke upar apne views dene honge.

Winning Writers ko Awards k alawa Cash prizes bhi milenge jinki jaankaari rules thread mein dedi gayi hai, Total 7000 Rupees k prizes iss baar USC k liye diye jaa rahe hain, sahi Suna aapne total 7000 Rupees k cash prizes aap jeet shaktey hain issliye derr matt kijiye or apni kahani likhna suru kijiye.

Entry thread 7th February ko open hoga matlab aap 7 February se story daalna shuru kar sakte hain or woh thread 28th February tak open rahega is dauraan aap apni story post kar shakte hain. Isliye aap abhi se apni Kahaani likhna shuru kardein toh aapke liye better rahega.

Aur haan! Kahani ko sirf ek hi post mein post kiya jaana chahiye. Kyunki ye ek short story contest hai jiska matlab hai ki hum kewal chhoti kahaniyon ki ummeed kar rahe hain. Isliye apni kahani ko kayi post / bhaagon mein post karne ki anumati nahi hai. Agar koi bhi issue ho toh aap kisi bhi staff member ko Message kar sakte hain.


Rules Check karne ke liye is thread ka use karein — Rules & Queries Thread

Contest ke regarding Chit Chat karne ke liye is thread ka use karein — Chit Chat Thread



Prizes
Position Benifits
Winner 3000 Rupees + Award + 5000 Likes + 30 days sticky Thread (Stories)
1st Runner-Up 1500 Rupees + Award + 3000 Likes + 15 day Sticky thread (Stories)
2nd Runner-UP 1000 Rupees + 2000 Likes + 7 Days Sticky Thread (Stories)
3rd Runner-UP 750 Rupees + 1000 Likes
Best Supporting Reader 750 Rupees Award + 1000 Likes
Members reporting CnP Stories with Valid Proof 200 Likes for each report



Regards :- XForum Staff
 

Bicks

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मैं राजवीर 25 साल का हूँ मेरा लण्ड 9 इन्च लम्बा है और गोलाई 4 इंच है। मैंने जीवन की सबसे पहली चुदाई मेरी छोटी मौसी के साथ जो पंजाब में रहती है, जो 54 साल की है और थोङी मोटी है के साथ की, उसके बाद उसने मुझे बहुत सी चूते दिलवाई।

चुदाई से पहले मैंने कभी मौसी के बारे मे ऐसा कुछ नही सोच था, मैं अपनी मौसी को माँ की तरह ही मानता था और मौसी भी मुझे अपने बेटे जितना ही प्यार करती थी, मौसी का बेटा और मैं एक ही उम्र के है तो हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त भी है और जब भी मैं मौसी के घर जाता था तो वहाँ हुम सब एक ही रूम में सोते थे, सबसे पहले मौसा, फिर उनका लड़का, फिर मौसी और मौसी के साथ मैं। मैं जब मौसी के साथ सोता था तो मेरी आदत थी कि अपना हाथ मौसी के पेट पर और अपना एक पैर मौसी की मोटी मोटी जांघो पर रख कर सोता था, मौसी को भी इस बात से कोई दिक्कत नही थी, बल्कि वो भी मुझे कस कर गले लगा कर सोती थी। लेकिन तब भी कभी कुछ गलत नही सोचा था। मौसी बहुत बार मुझे अपने गले लगती थी और मेरे गाल पर किस करती थी, पर वो माँ बेटे का प्यार था।

तो अब मैं कहानी शुरू करता हुँ 5 साल पहले हम सभी मेरी तीन मौसीयाँ तीन मामा और हमारा परिवार हरिद्वार घूमने गये। हम 35 लोग थे, इसलिए हमने एक बस बुक की ताकि सब आराम से जा सके। मेरे बड़े मामा और हम एक ही शहर में रहते है, बाकी सब अलग अलग शहरों में रहते है तो ये निश्चय हुआ कि सब मामा के घर इक्कठे होने का प्लान बनाया की यहाँ से सुबह जल्दी निकलेंगे। सुबह जल्दी निकलना था इसलिए सब एक दिन पहले ही मामा के घर आ गए, लेकिन मैं और मेरी छोटी मौसी का लड़का देव जो मेरी ही उम्र का है, हम दोनो हमारे घर चले गए सोने क्योकि हमारा घर मामा के घर के पास ही है।

हम हमारे घर आये और मम्मी पापा के बेडरूम में सोने का सोचा क्योकि वहाँ टीवी था, हम दोनों रात मम्मी पापा के बैडरूम में टीवी देखने लगे और 3 घंटे बाद का अलार्म लगा लिया, तभी टीवी पर एक हॉलीवुड मूवी में हीरोइन टॉपलेस आ गयी, उसे देख कर हम दोनो गर्म होने लगे, मैंने सिर्फ कच्छा पहना हुआ था, मेरा लन्ड उसमे से फुला हुआ दिखाई दे रहा था।

देव और मै अच्छे दोस्त थे और एक दूसरे को अपनी सभी बातें बताते थे तो उसके सामने कोई शर्म नही थी, देव मेरे कच्छे का उभार देख कर कहा कि लगता है बहुत गर्म हो गया तू, मैंने कहा, हाँ देव अब तो मुठ मारने का मन कर रहा है, तो उसने बोला कि ब्लू फिल्म लगाते है, तो हम ब्लू फिल्म देखने लगे। ब्लू फिल्म में एक मल्लू आंटी तो लड़को के साथ चुदवा रही थी, एक लड़का तो दूसरे लड़के का लन्ड भी चूस रहा था, ये देख कर मेरा लन्ड कच्छा फाड़कर बाहर आने को हुआ तो मैंने अपना कच्छा उतार कर लन्ड हिलाना शुरू कर दिया, मेरा लन्ड देख कर देव बोला इतना बड़ा, तो मैंने कहा तेरा दिख।

ये सुन देव ने भी अपना कच्छा उतार दिया, जब मैंने उसका लन्ड देखा तो वो मेरे लन्ड का आधा था। फिर हम दोनो लन्ड हिलाने लगे, तभी मूवी में एक लड़का दूसरे का लन्ड चूसने लगा, ये देख मैं बोला की काश कोई मेरा भी लन्ड चूसे तो उसने बोला की चल हम एक दूसरे की मुठ मारते है, फिर हम एक दूसरे का लन्ड हिलाने लगे, 2 मिनट बाद ही देव जोर जोर से आवाज़ निकालनें लगा और वो झड़ गया, पर मेरा लन्ड वैसे ही खड़ा था, तो मैंने उसे कहा कि भाई प्लीज्, मेरा लन्ड चूस ले, पहले उसने मना किया, पर बहुत कहने पर मान गया और फिर उसने मेरे लन्ड के टोपे पर अपनी जीभ लगाई। आआहाहहहहहहहह मुझे लगा जैसे मैं जन्नत में हु, फिर उसने टोपे को अपने मुँह में ले लिया।मैं तो पागल होने लगा, फिर वो आधा लन्ड मुँह में डाल कर चूसने लगा। 5 मिनट में मेरा पानी उसके मुँह में निकल गया, जो उसने मेरे पेट पर थूक दिया, फिर में बाथरूम में गया और खुद को साफ किया।

फिर देव मेरा लन्ड हाथ में लेकर सो गया, 1 घंटे बाद अलार्म बजा तो हम दोनों उठे, मैंने चाय बनाई, चाय पीकर हम फ्रेश हुए और एक साथ नहाने गए, नहाते हुए देव ने फिर मेरा लन्ड चूसा।

फिर तैयार होकर हम मामा के घर चले गए, 5 मिनट में हम मामा के घर गए।
Mast
 

Joy Gupta

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मैं और मम्मी जब लता मौसी के रूम की तरफ जा रहे थे तो हेमा मौसी, नाविका भाभी और अनमोल दीदी भी निकले अपने रूम से और हमारे साथ चलने लगे। मैं उन औरतों के पीछे चलने लगा और सबकी मोटी गाँड़ देखने लगा।

फिर हम लता मौसी के रूम पर पहुँचे, तो वहाँ सब आज चंडीगढ़ रुकने का कह रहे थे लता मौसी को तो लता मौसी मान गयी, पर इस शर्त पर की आज का दिन सभी कपल्स साथ मे रहेंगे। अगर मर्दों ने दिन में अपनी दारू पार्टी करनी है तो वो भी अपनी बीवियों के साथ करें, रात को सबकी अपनी मर्जी है, जो जैसे चाहे करे। सब मान गए। मैंने देखा की टीना दीदी और देव नही आये। मैंने हेमा मौसी से पूछा उन दोनों का तो मौसी ने कहा कि वो रूम पर है।

सबने पहले सुकना लेक पर जाने का प्रोग्राम बनाया, पर सुदीप जीजाजी, सोना दीदी, मोना दीदी, गौरव जीजाजी, व्योम भैया, हिमांशी भाभी, अनिल भैया और सपना भाभी ने मना कर दिया। फिर ये तय हुआ कि जो जाना चाहे वो चले। तो बाकियों से पूछा तो मेरी दीदी दीपिका और विकास जीजाजी, दीपक भैया और नाविका भाभी, प्राची दीदी सुमित जीजाजी, ग़ज़ल दीदी अंकित जीजाजी ने भी मना कर दिया। इन सबके बच्चे अपने नाना नानी, दादा दादी के साथ लेक पर जाने को तैयार थे।

टीना दीदी और देव की तबियत ठीक नही है कह कर उन्होंने ने भी मना कर दिया। मैंने सोचा कि मैं भी क्या करूँगा जा कर, यहाँ ही दीपिका दीदी, टीना दीदी या देव किसी की तो गाँड़ मारूँगा, तो मैंने भी मना कर दिया।

बाकी सब लेक पर जाने के लिए निकल गए और हम जो नही गए वो रह गए थे।

सुदीप जीजाजी, सोना दीदी, मोना दीदी, गौरव जीजाजी, व्योम भैया, हिमांशी भाभी, अनिल भैया और सपना भाभी ये सब एक कमरे में घुस गए।

दीपिका दीदी, विकास जीजाजी, दीपक भैया और नाविका भाभी, ये चारों एक कमरे में घुस गए।

प्राची दीदी, सुमित जीजाजी, ग़ज़ल दीदी, अंकित जीजाजी एक कमरे में घुस गए।
 
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Joy Gupta

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मैंने सोचा अब मैं क्या करूँ, तो मैं टीना दीदी और देव के पास गया। मैं जाते ही टीना दीदी जो बेड पर लेटी हुई थी, उसके ऊपर चढ़ गया, दीदी मुझे अपने से हटाने लगी।

टीना दीदी- राज, छोड़ दे मुझे मेरी पूरे शरीर मे दर्द हो रहा है। अब 2 दिन मैं कुछ नही करूंगी। देख मेरे बूब्स भी तूने लाल कर दिए और चुत भी सूजा दी।

प्लीज मेरे भाई, अपनी बहन पर तरस खा।

राज- ठीक है दीदी, मेरा लन्ड ही चूस लो।

टीना दीदी- नही भाई, मेरी सच मे कुछ करने की हिम्मत नही है।

राज- ठीक है।

फिर मैंने देव को कहा।

राज- देव, तू ही चूस ले मेरा लन्ड।

देव - नही

राज(हँसते हुए)- चल गाँड़ ही मरवा ले।

देव(गाली देते हुए)- बहनचोद, अब मेरी गाँड़ का नाम भी लिया तो तेरी गाँड़ फाड़ दूंगा, साले अपनी बहन की गाँड़ मार।
फिर मैंने सोचा साला रुकना बेकार हो गया, इस से अच्छा तो लेक पर ही चला जाता। मैं रूम से बाहर निकल गया और सुदीप जीजाजी वाले रूम की साइड गया तो वहां रूम से चुदाई की आवाजे आ रही थी, मैंने की होल से अंदर देखा तो सुदीप अनिल भैया सोना दीदी को, सुदीप जीजाजी सपना भाभी को, व्योम भैया मोना दीदी को और गौरव जीजाजी हिमांशी भाभी को चोद रहे थे। इस सभी ने बहुत दारू पी हुई थी।

फिर मैं वहां से प्राची दीदी और ग़ज़ल दीदी वाले रूम में गया तो वो भी अपने पति आपस में बदल कर चुदाई लर रही थी, ये दोनों तो पहले भी बहुत बार अपने पति बदल कर चुदाई कर चुकी थी।

फिर मैं दीपिका दीदी के रूम वाली साइड गया, और उनके की होल से देखा कि दीपिका दीदी, जीजाजी, दीपक भैया, नविका भाभी चारो बिल्कुल लगे बैठे दारू पी रहे है। मैंने देखा दीदी की बड़ी गाँड़ क्या कमाल लग रही थी, नविका भाभी भी कुछ कम नही है, उनकी गाँड़ भी बहुत मस्त गोरी थी। फिर नाविका भाभी और दीपिका दीदी दोनो खड़ी हुई, और टी वी पर अपना चौधरी के गानो पर डांस करने लगी। फिर दोनों एक दम से पलटी ओर सपना चौधरी की तरह गाँड़ हिलाने लगी।

दीपिका दीदी की गाँड़ तो पूरी राइट लेफ्ट हिल रही थी, उनकी गाँड़ का छेद भी पूरा खुला हुआ दिख रहा था। नविका भाभी की गाँड़ भी मस्त हिल रही थी, फिर जीजाजी और दीपक भैया खड़े हुए तो जीजाजी का लन्ड करीब 8 इंच और भैया के 6 इंच रॉड की तरह खड़े थे। भैया दीदी के पास गया, औऱ नीचे बैठ कर दीदी की चुत चाटने लगे। जीजाजी ने नाविका भाभी को उठा कर बेड पर पटक दिया, और उनके ऊपर चढ़ गए। ये सब देख मेरा दिमाग खराब हो रहा था।
 
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Joy Gupta

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मैं टीना दीदी के रूम में गया, ओर जाते ही नंगा हो गया।

फिर मैंने टीना दीदी को नंगा कर दिया और उस के ऊपर चढ़ गया। टीना दीदी चिल्लाने लगी- छोड़ दे मुझे।

पर मैं नही माना और अपना लन्ड उसकी चुत में घुसा दिया और धक्के मारने लगा। टीना दीदी रोने लगी पर मैं उसको चोदता रहा। आधा घंटा चोदने के बाद मैं उसकी चुत में ही झड़ गया।

वो रो रही थी, पर मुझसे नाराज नही थी। उसको और देव को बहुत दर्द हो रहा था, तो मैने उनसे बोला कि 2-2 पेग मार लो, दर्द कम हो जाएगा। वो दोनों मान गए, तो मैने दारु की बोतल, पानी और चखना मंगवा लिया रूम में।

हम तीनों दारू पीने लगे। उन दोनों के दो पेग हुए थे, मैं चार पेग मारा गया तब तक। फिर वो दोनों 1 पेग ओर मार कर सो गए। उनके सोने के बाद मैं दीपिका दीदी के रूम के पास गया और की होल से देखा कि जीजाजी नाविका भाभी को चोद रहे है, और दीदी दीपक भैया का लन्ड चूस कर खड़ा करने की कोशिश कर रही है, क्योंकि भैया उनको चोदने से पहले ही झड़ गए थे। दीदी 15 मिनट लन्ड चुसती रही, भैया का लन्ड खड़ा नही हो रहा था। तो दीदी निराश होकर साइड में बैठ गई।

दीपिका दीदी- साले भड़वे, तेरे लन्ड में दम नही है क्या।

तभी मेरे फ़ोन की रिंग बजी, मैंने देखा लता मौसी का फ़ोन था।

मैंने फ़ोन उठाया।

राज- हेलो

लता मौसी- बेटा कहाँ है तू।

राज- होटल में।

मौसी- ठीक है, तैयार हो कर होटल के नीचे आ जा, मैं आधे घंटे में आ रही हूँ। कोई जरूरी काम हो गया मुझे, तू चल मेरे साथ।

राज- ठीक है मौसी।

मैं सोचते हुए टीना दीदी के रूम की तरफ गया- साला आज तो मूड की माँ ही चुद गयी, न चुत मिली ढंग से न गाँड़ मिली, अब ये बूढ़ी दारू भी नही पीने देगी ढंग से।

रूम में पहुंचते ही मैं सबसे पहले दारू जो पड़ी थी, 4 पेग थे, वो पी गया 2 डबल पेग बना कर। फिर वेटर को बुला कर रूम साफ करवा दिया।

टीना दीदी और देव सो रहे थे, फिर मैं अपने रूम में गया, और तैयार होकर होटल के गेट पर चला गया और थोड़ा साइड होकर जिस से मैं किसी को न दिखूं सिगरेट पीने लगा। 10 मिनट बाद लता मौसी ऑटो में पहुंच गई, और में उनके साथ ऑटो में बैठ गया।
 
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Joy Gupta

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ऑटो में बैठते ही मैंने मौसी से बात की।

राज- मौसी हम कहाँ जा रहे है?

लता मौसी- बेटा, मेरी एक सहेली आशा नागपाल के पति को हार्ट अटैक आया है, उसकी तबियत बहुत खराब है, वो यही चंडीगढ़ में रहती है। वो अपने पति को पी. जी.आई लेकर गयी है, हम वहीं जा रहे है।

राज- ठीक है मौसी।

ऑटो अपनी स्पीड से जा रहा था और मैं मौसी के साथ बैठा था, इतने में मौसी ने ऑटो वाले को एक औरत की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वहाँ रोकना, उसको भी लेना है।

ऑटो वाले ने उस औरत के पास ऑटो रोका, तो मौसी ने उसको आवाज़ लगाकर ऑटो में बैठने को कहा और वो भी ऑटो में मेरे साथ आकर बैठ गईं, क्योंकि मौसी दूसरी ओर थी इसलिए अब मैं बीच मे था दोनो के।

वो औरत भी मौसी की सहेली है, और वो पी.जी.आई में डॉक्टर थी, पर अब वो भी मौसी की तरह रिटायर्ड है। उसका नाम डॉ. हेमलता सोलंकी है, उसकी पी जी आई में बहुत अच्छी जान पहचान है, इसलिए मौसी ने उसे भी साथ ले लिया और वो मौसी की सहेली आशा की भी सहेली है।

डॉ हेमलता की हाइट लगभग 5.6 है। उनके बूब्स 38 d है, उनकी गाँड़ भी बड़ी है, वो 62 साल की थी, पर लगती पूरी जवान थी, उसने जीन्स शर्ट पहनी हुई थी, जिसमे जीन्स में उसकी गाँड़ बहुत मस्त लग रही थी और शर्ट में उनके बूब्स भी बहुत बड़े लग रहे थे।

अब मैं दो दो मस्त सेक्सी बुढियों के बीच बैठा था। और मैं दोनो के बीच एक तरह से दबा हुआ था। ऊपर से मेरे दारू पी हुई थी, उसका सुरूर भी पूरा बना हुआ था। मैं बस दोनो के सेक्सी जिस्मों से चिपक कर बैठा था, और मेरा लन्ड खड़ा हो गया था।

डॉ हेमलता- आज मेरा ड्राइवर नही आया, वो अपने गाँव गया हुआ है और मुझे गाड़ी चलानी नही आती। अब ड्राइवर को कॉल किया है, कल तक आ जायेगा।

मौसी- कोई बात नही।

डॉ हेमलता- लता, आशा से तेरी कोई बात हुई क्या?

मौसी- हाँ हेमलता, वो बहुत घबराई हुई है। उसके बच्चे भी अमेरिका में है, तो उसे अब हमारी जरूरत है।

डॉ हेमलता- मैंने पी जी आई में फ़ोन कर दिया, की वो मेरी फ्रेंड है, आप जल्दी से उसका इलाज शुरू करो, मैं भी आ रही हु।

मौसी- थैंक्स, मेरे कहने पर तू आयी।

डॉ हेमलता(मौसी का हाथ पकड़ते हुए)- दोस्त दोस्त के काम नही आएगा तो कौन आएगा।

उन दोनों का हाथ मेरी गोद में था। जिस से मेरा खड़ा लन्ड डॉ हेमलता के हाथ पर टच हुआ, मैं नशे में था तो मैने अपना लन्ड थोड़ा उनके हाथ की तरफ बढ़ा दिया, तो उसने मुझे गुस्से से घूरा।

डॉ हेमलता(धीरे से)- लता, ये लड़का कौन है?

मौसी- ये मेरा भांजा है राज।

राज- नमस्ते आँटी।

मौसी मुझे घूरने लगी और इशारा किया कि पैर छुओ।

मैं पैर छूने के लिए झुका तो मेरा लन्ड उनके हाथ पर गया। मैं पैर छूकर ऊपर हुआ तो डॉ आँटी ने मुझे अपने गले लगा लिया। जिस से मेरा मुँह सीधा उनके मोटे बूब्स पर जा लगा।

डॉ आँटी(मुझे खुद के साथ पूरा दबाते हुए)- कितना संस्कारी लड़का है।

उनके बूब्स पर मेरे मुँह पूरा दब गया, क्या गज़ब के बूब्स है डॉ आँटी के, मेरा लन्ड पूरा रॉड की तरह हो गया।

फिर 2 मिनट बाद हम पी जी आई पहुंच गए।
 
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Joy Gupta

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फिर 2 मिनट बाद हम पी जी आई पहुंच गए, तो उन्होने मुझे खुद से अलग किया और नीचे उतरने लगी, तो पीछे से मैंने उनकी गाँड़ देखी। उनकी गाँड़ जीन्स में क्या मस्त लग रही थी, बिल्कुल दीपिका दीदी की गाँड़ की तरह। फिर मैं भी नीचे उतरा और ऑटो वाले को पैसे देने लगा। इतने में मौसी भी नीचे उतर गयी। मौसी और डॉ आँटी दोनो तेजी से चलते हुए हॉस्पिटल के अंदर जाने लगी, मैं उनके पीछे चलने लगा। पीछे से मैं डॉ आँटी की गाँड़ देख रहा था, क्या मस्त गाँड़ हिल रही थी डॉ आँटी की, फिर हम आपरेशन थिएटर के बाहर पहुंचे तो वहाँ आशा आँटी बाहर बैठी रो रही थी। अंकल का आपरेशन हो रहा था, उनके स्टंट डल रहे थे।

तो डॉ आँटी फटाफट चेंज कर वो डॉ के आपरेशन वाले कपड़े पहन कर आपरेशन थिएटर में चली गयी। मौसी आशा आँटी के गले लग उनको दिलासा दे रही थी, की सब सही हो जाएगा। मैं भी वही एक बेंच पर बैठ गया और उनको देखने लगा। आशा आँटी आपरेशन थिएटर के गेट में से अंदर देखने के लिए खड़ी हुई तो मैंने देखा कि आशा आँटी की हाइट करीब 5.11 इंच, एवरेज बॉडी, ना ज्यादा मोटी न पतली पर आशा आँटी के बूब्स सबसे कमाल के है, उनके बूब्स 40 ff है, जो उनको देखो तो अलग ही दिखते है दूर से।

जिन भाई, बहनो, मम्मियों और मेरी प्यारी रंडियो को ब्रा साइज का पता है, वो खुद ही सोच लो कि 40 ff में बूब्स कितने बड़े होते है। हमारे दो सिर से भी बड़ा एक बूब्स ओर बहुत भारी भी। जब वो खड़ी गेट से अंदर देख रही थी तो मैं उनके बूब्स घूर रहा था, तो मैंने ध्यान से देखा तो पता चली की उन्होंने नीचे ब्रा नही पहनी हुई, शायद जल्दी में नही पहनी होगी। उनके बूब्स नीचे झुके हुए थे क्योंकि बहुत भारी बूब्स है उनके और उनके निप्पल उभरे हुए सूट में से दिख रहे थे। उनका एक निप्पल करीब 5 इंच बड़ा और 2 इंच उभरा दिख रहा था। इतने बड़े बूब्स तो मैंने सिर्फ ब्लू फिल्म में ही देखे थे। मैं उनके बूब्स देखता रहा।

करीब 1 घंटे बाद आपरेशन करके डॉक्टर्स बाहर आये और उन्होंने कहा अब आपके पति सेफ है। फिर वो रोना बन्द कर चुप हुई और डॉ आँटी ने उन्हें मौसी और मुझे कैंटीन की तरफ चलने को कहा, की चलो चल कर चाय पीते है। आशा आँटी बोली कि पहले मैं अपने पति को देख लू आप चलो मैं आती हुँ, मौसी ने कहा आप चलो मैं आशा के साथ आती हुँ। तो मैं और डॉ आँटी कैंटीन की तरफ गए, और वहाँ जाकर टेबल पर बैठ गए। डॉ आँटी मुझसे पूछने लगी।

डॉ आँटी- बेटा राज, तुम किस क्लास में पढ़ते हो।

राज- आँटी मैं 1st ईयर में हुँ।

डॉ आँटी- अच्छा, कॉलेज में हो, फिर तो कोई गर्लफ्रैंड भी होगी तुम्हारी।

राज- नही आँटी।

डॉ आँटी- क्यों बेटा, तुम इतने हैंडसम हो, कोई गर्लफ़्रेंड नही बनी। बोलो

राज- नही आँटी।

इतने में मौसी और आशा आँटी भी हमारी तरफ आते दिखे तो मैं बोला, मौसी आ गई।

मैं लता मौसी और आशा आँटी को आते हुए देखने लगा आशा आँटी जैसे ही अपना कदम बढ़ा रही थी उनके बहुत बड़े बड़े बूब्स जो बिना ब्रा के थे, मस्त हिल रहे थे, जैसे कोई फुटबॉल को उछाल हो, ओर थिरक भी रहे थे। मैं उन्हें घूरने लगा, मुझे घूरते हुए डॉ आँटी ने देख लिया और जब मैंने उन्हें देखा तो उन्होंने मुझे स्माइल कर दी।
 
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Joy Gupta

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फिर वो दोनों भी हमारे पास आकर बैठ गयी, फिर हमने चाय मंगाई ओर चाय पीने लगे।

आधे घण्टे बाद हम चाय पीकर वापिस ओटी के पास गए तो, आशा आँटी के हस्बैंड को रूम में शिफ्ट कर रहे थे। उनका अलग रूम था। फिर हम उस रूम में बैठ गए, अंकल अभी बेहोश थे। मौसी और दोनों आंटियां बाते करने लगी, मैं हॉस्पिटल से बाहर आ गया और सिगरेट पीकर व कोल्ड ड्रिंक पीकर आधे घंटे बाद वापिस अंदर गया।

मैं रूम में पहुँचा तो अंकल को होश आया गया था।

मेरे अंदर जाते ही मौसी बोली बेटा चले। रात के 8 बज गए थे।

मैंने हाँ में सिर हिलाया।

मौसी- ठीक है आशा, मैं चलती हूँ, कोई काम हो तो फोन कर देना, मैं आ जाऊंगी और हेमलता आज रात यही रुकेगी तेरे साथ।

आशा- ठीक है लता।

फिर मैं और मौसी हॉस्पिटल से बाहर आये और ऑटो में बैठकर होटल की तरफ निकल गए।

जब हम होटल पहुंचे तो जो लेक पर घूमने गए थे, सब आ चुके थे।

सभी मर्दों का कल की तरह सारी रात अलग दारू पीने का प्लान था, पर कई औरतें अपने अपने पतियों को मना कर रही थी, और बाकी कल की तरह खुद भी दारू पीना चाहती थी।

फिर मैं भी अपने रूम में गया, तो वहाँ मम्मी,दीदी और जीजाजी थे। पापा कल की तरह मर्दों के साथ दारू पीने दूसरे रूम में चले गये थे और जीजाजी दीदी को मना रहे थे कि वो उन्हें जाने की परमिशन दे दे। मैं वाशरूम में गया, ओर थोड़ा फ्रेश हुआ। जब मैं वाशरूम से बाहर आया तो जीजाजी भी दारू पीने जा चुके थे। फिर मम्मी और दीदी भी दारू पीने लेडीज वाले प्रोग्राम में चली गयी। मैं फिर टीना दीदी वाले रूम में गया तो देव और टीना बैठे थे, तो मैंने उनसे बियर पीने जाने का पूछा तो वो दोनों मना करने लगे। मैं फिर अकेला ही निकल गया, और कल वाले बियर बार में चला गया।

मैंने वहाँ 2 बियर पी और रात को करीब 11 बजे वहां से निकला। मैं होटल जा रहा था तो कल वाली जगह मैं मूतने के लिए रुका और मूतने लगा। जैसे ही मैं मूत के पीछे मुड़ा, तो चार लड़के मेरे पीछे खड़े थे, उनके हाथ मे चाकू था। उन्होंने मुझे पकड़ लिया, और मुझे बोले कि जेब मैं जितना भी माल है निकाल दे। मैंने ध्यान से देखा तो ये वहीं लड़के थे जो वाटरपार्क में दीपिका दीदी की गाँड़ दबा रहे थे, फिर उस वजह से हमसे वाटरपार्क में पीटे थे।

उन में से एक लड़के ने मेरी जेब मे हाथ डाला और मेरी जेब में 1200 रुपये थे, वो निकाल लिए और मोबाइल भी निकाला। तो उन में से एक लड़का बोला, मोबाइल मत निकाल, मोबाइल से फस सकते है। मोबाइल की बैटरी और सिम निकाल कर फेंक दे और मोबाइल वापिस इसकी जेब मे डाल दे, तो उसने ऐसा ही किया।

फिर जिस एक लड़के ने जिसने दीपिका दीदी की गाँड़ दबाई थी, उसने मुझे थप्पड़ मारे और दीपिका दीदी के बारे में गलत गलत बोलता रहा कि मैं उसको अपनी रांड बनाऊंगा, उसकी रण्डी को सड़कों पर सरेआम नंगा करके उसकी गाँड़ मारूँगा, पता नही कितनो से गाँड़ मरवाकर इस्तनि मस्त गाँड़ की है उस रण्डी ने और भी बहुत बोलता रहा, और बीच बीच मे मेरे मुँह पर थप्पड़ भी मारता रहा, कभी पेट पर लात भी मार देता था। जब वो मेरे पेट मे लात मारता तो मेरे मुह से चीख भी निकलती।
 
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Joy Gupta

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फिर एक दम से 2 पुलिस वाले मेरी चीख सुन कर उस तरफ आ गए, तो वो लड़के मुझे छोड़ कर भाग गए, फिर पुलिस वालों ने मुझे पूछा तो मैने बताया कि मैं अपनी फैमिली के साथ होटल में रुका हूँ। फिर वो मुझे होटल ले गए और फैमिली को बुलाने को कहा, तो मैने लता मौसी को बुला लिया, जिनके साथ दीपिका दीदी भी आ गयी। वो लता मौसी को जानते थे, फिर वो लता मौसी को पूरी बात बता कर चले गए।

फिर दीपिका दीदी मुझे रूम में लेकर गई, मुझे बिस्तर पर लेटा कर खुद मेरे साथ बैठ गयी और मुझसे पूछने लगी कि कौन थे। रूम में मैं और दीपिका दीदी ही थे।

दीपिका दीदी- राज, कौन थे लड़के। हाय मेरे भाई को इतनी बुरी तरह से पीटा।

फिर दीदी ने मेरे गाल देखे तो थपेड़ो से लाल हो गए थे।

दीदी- बता राज कैसे हुआ ये, कौन थे वो।

राज- दीदी वो मैं ऐसे ही घूमने गया था। तो उन वाटरपार्क लड़कों ने मुझे पकड़ लिया, और मुझसे सारे पैसे ले लिए, मुझे गालिया दी, आपमे बारे में गलत बोलने लगे और मुझे मारा।

दीदी(सोचते हुए)- वाटरपार्क वाले कौनसे लड़के।

राज- दीदी वही जो आप को छेड़ रहे थे और हमने जिनकी पिटाई की थी।

दीदी- उन लड़कों को गाली देते हुए, साले हरामी कहीं के एक बच्चे को इतना मारा। भाई और कहाँ मारा है तेरे, मैं दीदी पेट मे।

दीदी ने मेरी टीशर्ट ऊपर कर दी और मेरा पेट देखने लगी।

फिर दीदी बोली चल तू आराम कर, मैं अभी आती हुँ और तेरे लिए कुछ खाने को भी मंगवाती हुँ।

फिर दीदी चली गयी और में सोचने लगा कि साला ये क्या हो रहा है मेरे साथ कल का दिन मजे से भरा था और आज का दिन तो हर प्रोग्राम की माँ ही चुद गई।

5 मिनट बाद दीदी रूम में अपने बेटे के साथ आई, दीदी बेड पर बैठ गयी और उनके पीछे वेटर भी खाना लेकर आया। वेटर के जाने के बाद दीदी खड़ी हुई और दरवाजे को अंदर से बंद कर वापिस बेड पर बिल्कुल मेरे साथ बैठ गयी। दीदी ने पजामा टीशर्ट पहनी हुई थी, उन्होंने अपनी टीशर्ट ऊपर कर ब्रा भी ऊपर कर ली और अपने दोनों मुम्मे आजाद कर दिए और एक मुम्मे से अपने बेटे को दूध पिलाने लगी। मैं दीदी वाली साइड मुँह कर के लेट गया और दीदी का मुम्मा देखने लगा।

दीदी(मेरे सिर पर हाथ फेरते हुए)- सॉरी भाई, मेरी वजह से आज उन लड़कों ने तुझे मारा।

राज- नही दीदी, इसमे आपकी गलती थोड़ी है।

दीदी (थोड़ा झुकी और मेरे माथे पर किस की)- मेरा प्यारा भाई, तू बहुत अच्छा है। लव यू। चल अब उठ और खाना खा ले।

जब दीदी मेरी तरफ झुकी तो उनका एक नंगा मुम्मा भी मेरे कंधे पर लगने लगा, जिस से मेरे लन्ड में तनाव आने लगा।

फिर दीदी सीधी हुई और फिर अपने दूसरे मुम्मे से बेटे को दूध पिलाने लगी।

राज- दीदी आप फ्री हो जाओ, फिर एक साथ खाना खाते है।

दीपिका दीदी- ठीक है भाई, बस मुन्ना अभी 10 मिनट में सो जाएगा।

फिर मैं दीदी की तरफ देखने लगा, दीदी मुन्ने को दूध पिला रही थी, और मैं दीदी के मुम्मे घूर रहा था।

दीदी- राज, क्या देख रहा है?

राज- मुन्ने को दीदी।

फिर मैं मुन्ने के सिर पर हाथ रख कर सहलाने लगा, मेरा हाथ दीदी के मुम्मे पर भी टच होने लगा।

दीदी- क्यो ऐसा क्या देख रहा है मुन्ने में।

राज- यहीं देख रहा हूं दीदी कि मुन्ना कैसे दूध पी रहा है, इतनी आवाज़ कर रहा है दूध पीते हुए।

दीदी- बेटा तू भी ऐसे ही पीता था मम्मी का दूध।

राज- सच मे, मैं नही मानता।

दीदी- चल आज तू मेरा दूध पी कर देख लेना, की आवाज़ आती है या नही।

राज- ठीक है दीदी।

इतने में मुन्ना भी सो गया, और दीदी ने उसे साइड में सुला दिया।
 
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