अब आपने फरमाइश की है तो जैसे गुड्डी का गैंग बैंग हुआ
उससे बढ़कर बुच्ची रानी का गैंग बैंग होगा,
और गाँव में सब नील गगन के तले, दिन दहाड़े
कभी गन्ने के खेत में तो कभी मक्के के, तो कभी अमराई में तो कभी नदी के किनारे
गाँव का नाम बाइस पुरवा है, तो अहिरौटी, भरौटी कुछ नहीं बचेंगी, आखिर सोलहवां सावन है ननिहाल में तो जम के बारिश होगी
लेकिन पहला हक तो भाई का है तो सूरजु बाबू और फिर भाभी के भाई गप्पू
( और बाकी मित्रों से भी अनुरोध है की क्या दूल्हे की बहिनिया बुच्ची रानी का, इस कच्ची किशोरी का, गाँव में गैंग बैंग वो पढ़ना चाहेंगे, अपनी राय कमेंट में जरूर दें तो मुझे भी सीन सोचने, लिखने में सहायता होगी, इन्तजार रहेगा कमेंट में बुच्ची के बारे में )