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Adultery छुटकी - होली दीदी की ससुराल में

motaalund

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" अरे अभी सो रहा है माँ, जब जागेगा न ,तो तेरी फाड़ के रख देगा, मेरी ननिहाल में जो लंड खायी हो न सब भूल जाओगी, एक बार मेरे भाई से चुदवा के देख लो ,... "


उफ़्फ़ बेटी को भी पता है माँ के मायके के क़िस्से 🔥🔥🔥🔥
कहीं मामा की हीं जनी तो नहीं है...
 

motaalund

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" भैया, माँ बहुत बोल रही है न , अरे यार अपनी नहीं तो अपनी बहन की इज्जत का ख्याल कर, हर साल राखी बांधती हूँ, पैसा भी नहीं देते,... आज इसको चोद के बता दो मेरा भैया चीज़ क्या है, जिस भोंसडे से निकले हो न उसी में, पक्का, बहुत मजा आएगा,.."



उफ़फ़फ़ अति कामुक 🔥🔥🔥🔥🔥🔥
लिप सर्विस के बाद लंड सर्विस...
 
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motaalund

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“”जिस भोंसडे से निकले हो न उसी में, पक्का, बहुत मजा आएगा,.."”

ये डायलॉग तो G K J मैं भी था यहाँ गीता के भैया बनेंगे मादर…. और वहाँ भी साइयाँ को सास पे 😉😉😉
रंगमंच की कठपुतलियां है... और इतिहास कभी न कभी अपने को दोहराता है...
 
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motaalund

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अरविन्द का हाथ खुला होता,... तो सर पकड़ के बहन के मुंह पूरा बित्ते भर का ९ इंच का लंड हलक तक पेल देता लेकिन

पर बहन कौन जो भाई के मन की बात न समझे तो गीता ने खुद ही धीरे धीरे कर के इंच इंच, ... गाल में दर्द हो रहा था , हलक फटा पड़ रहा था लेकिन घोंट लिया पूरा, फिर गीता के होंठ हलके हल्के बस चर्म दंड को सहला रहे थे, नीचे से जीभ भी सुरसुरा रही थी और सबसे बढ़ के गीता की दीये की तरह की बड़ी बड़ी आँखे भाई की आँखों को छेड़ रही थीं , उकसा रही थीं , बता रही थीं उसे कितना मज़ा आ रहा है,


🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥
जो बातें आँखों से बयां होती हैं... उसका अहसास भी अलौकिक होता है....
कुछ ना बोलते हुए भी बहुत कुछ बोल जाती हैं....
 
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" अरे बहनचोद बन गए तो अब मादरचोद बनने की बारी है, बनोगे न. कितनी मस्त मस्त चूँचिया हैं , बहुत मजा आएगा दबाने,... "


बना दो जल्दी से अरविंद को मादर……
ये मादरचोद बनने का भी संस्करण विस्तार में होना चाहिए... एकाध से काम नहीं चलेगा....
 

motaalund

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" क्यों स्साले, है न मस्त माल मेरी बेटी, अरे इसे मैंने पैदा इसीलिए किया था सोच के की बड़ी होके अपने भैया से पेलवायेगी,.... स्साले इत्ता देर काहें लगाए, इसकी झिल्ली फाड़ने में, ये तो कबसे गरमाई थी,... अब रोज पेलना इसको,... बिना नागा,...
"


Waaaah 🔥🔥🔥🔥
भाई-बहन रात भर एक हीं बिस्तर पर...
 
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motaalund

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""और असली टारगेट बेटा था, मस्त तगड़ा जवान,... उसे ललचाना,इतना पागल कर देना की जवानी की की अंधी आंधी में सब रिश्ते नाते भूल के सिर्फ""


Lagta Hai arvindwa ki Maa bhi tayar Hai apna bharatpur lutane 🤩🤩🤩🤩
आग दोनों तरफ बराबर लगी है....
 
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motaalund

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Holi ki kahani rangeen hoti hai.. Pataa nahi. Kahani kaisi hai.. Abhi padna shuru kiya hai...
Thanks for sharing
होली में भी तन-मन भीगता है और सावन में भी....
और मौसम की कसक जब सही जोड़ीदार मिल जाए तो कई गुना बढ़ जाती है...
 
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motaalund

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पढ़ने वालो के लिए कोमल बस एक कल्पना हे।
एक साड़ी में लिप्ती सुंदर गोरा चाहेरा पतली कमर।
उबरो जेसे न काम न ज्यादा। पर वही उत्थाव जिसकी हर प्रेमी कल्पना कर्ता हे।
वो मुशकुरति ललचति अंखो में शरारत से भारी।
न वो दूर जाती हे न करीब आती हे।
बस तुम कल्पना करो वो सिर्फ सपनों में ही आती है।
वो तो अपने साजन की बहो में। पर कांधे तुम्हारे पिघलते हे।
उनके साजन जी उनके होठ ठुम रहे हे। पर शंसे तुम्हारी फुल रही है।
तुम सिर्फ कल्पना कर सकते हो। वो तो सजन की बहो में हे।

तभी तो कहे राही हूं। कोमल बस एक कल्पना हे.
वाह... क्या कविता लिखी है....👏👏
 
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