• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery छुटकी - होली दीदी की ससुराल में

komaalrani

Well-Known Member
24,359
65,767
259
छुटकी -होली दीदी की ससुराल में

भाग १११ पंडित जी और बुच्ची की लिख गयी किस्मत पृष्ठ ११३८

अपडेट पोस्टेड, कृपया पढ़ें लाइक करें और कमेंट जरूर करें
 
Last edited:

komaalrani

Well-Known Member
24,359
65,767
259
ये क्या.. छुटकी सरक ली...
ये तो KLPD हो गया...
अब तक तो आस थी कि छुटकी का एपिसोड आगे आएगा.. सास के बाद ..
लेकिन ...
और सपने तो सपने होते हैं...
मतलब सपनों में हीं आपने करवा के...
सबकी बात रख ली...
आगे सचमुच का प्रोग्राम बनने वाला है कि....
क्या पता

अब वो तो आगे की पोस्ट पढ़ के ही पता चलेगा
 

komaalrani

Well-Known Member
24,359
65,767
259
सपनों में तो कम से कम सारे अरमान पूरे हों...
बीच में हीं.. फिर से ... छन्नं से टूटा कोई सपना
सपने हैं सपनो का क्या
 

komaalrani

Well-Known Member
24,359
65,767
259
Bahut hi shandar update diya hai,
Ab jaldi hi ma beta ka milna karwaiye, aur Puri khul ke dirty baatein ho, isharo me nhi. Waiting for next fantastic update
dekhiye agle update men kya hota hai

kahanai kidhar mudati hai
 

komaalrani

Well-Known Member
24,359
65,767
259

komaalrani

Well-Known Member
24,359
65,767
259

komaalrani

Well-Known Member
24,359
65,767
259

komaalrani

Well-Known Member
24,359
65,767
259

komaalrani

Well-Known Member
24,359
65,767
259

komaalrani

Well-Known Member
24,359
65,767
259

komaalrani

Well-Known Member
24,359
65,767
259
सही कहा...
मानव जीवन उतार-चढ़ाव भरा है...
इसमें सुख दुःख अपने क्रम से आते रहते हैं..
लेकिन साथ हीं अपनों की
खाने-पीने और स्वास्थ्य की चिंता...
कहीं कोई मुसीबत...
किसी अंजाने खतरे का पूर्वाभास...
यही कहानी को कहानी का रूप देते हैं...
और पात्रों से जुड़ाव भी...
आखिर कई सीरियल्स/फिल्म में भी कोई-कोई पात्र अपना एक प्रतिबिंब लगने लगता है..
और रिलीजियसली उसे फ़ॉलो करने लगते हैं..

वरना बाकी कहानियों में तो इतना मैकेनिकल हो जाता है...
दो-तीन एपिसोड के बाद तो सिर्फ चुदाई गाथा हीं बचती है...
और न केवल आपने मानवीय संबंधों और उनसे जुड़े आशंका और व्यग्रता .. दिल में उपजा कोई खटका... को बाखूबी दिखाया है...
बल्कि के पुलिस के किरदार को भी भलीभांति उकेरा है...
इसी कारण तो आपकी कहानियों को बड़े चाव से पढ़ते आ रहे हैं...

धन्यवाद सहित आभार....
:thanks::thanks:
 
Top