Luckyloda
Well-Known Member
- 2,459
- 8,081
- 158
Sudhir ko to 1 ke sath 1 free offer mil gya..... bahanchod kya Baat Hai
ashok ji ,बाहर निकले तो अंधेरा काफ़ी हो चूका था, सुधीर ने शेफाली को ड्रॉप करने को कहा तो वो मना नही कर सकी
दोनो चलते हुए पार्किंग तक आए,
दोनो के बीच एक अजीब सी खामोशी थी,
चलते -2 अचानक शेफाली का हाथ सुधीर से टकरा गया,
ऐसा लगा जैसे उसका पूरा बदन सुलग उठा हो,
सुधीर ने अपने सख़्त हाथों में उसके नर्म हाथ पकड़कर ज़ोर से दबा दिए, वो सिसक उठी
और अगले ही पल सुधीर ने उसे अपनी तरफ खींचते हुए उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए
सुधीर अपनी कार तक पहुँच चुका था, और जहा वो खड़े थे, वहां काफ़ी अंधेरा भी था,
कोई देखने वाला भी नही था, इसलिए मौके का फ़ायदा उठा कर सुधीर ने उसे दबोच लिया था
कार के दरवाजे से शेफाली को चिपका कर सुधीर उससे बुरी तरह से चिपक गया
शेफाली तो पहले से ही तैयार थी, उसके होंठो पर जब सुधीर ने किस्स किया तो वो उसपर टूट ही पड़ी
एक किस्स को स्मूच बनने में 10 सैकंड भी नहीं लगे
दोनो के बीच गुत्थम गुत्था होने लगी
कौन किसके होंठो को देर तक चूसता है
कभी शेफाली चूसती तो कभी सुधीर
शायद चुदने की जो ख्वाहिश वो लेकर आई थी उसे इसी तरह से होंठ चूस्कर पूरा कर रही थी वो
सुधीर के अनुभवी हाथो ने शेफाली के नशीले जिस्म को अपनी हथेलियों से नापना शुरू कर दिया
उसने एक टाइट चूड़ीदार पायजामी और फिटिंग वाला सूट पहना हुआ था, जिसमें उसके मोटे बूब्स किसी छोटी फुटबॉल की तरह फँस कर नज़र आ रहे थे
सुधीर ने उन फुटबॉल्स के साथ किसी बच्चे की तरह खेलना शुरू कर दिया,
भले ही वो फुटबॉल अभी ब्रा और सूट की कैद में बँधी हुई थी पर उसकी शेप और वजन का अनुमान वो अच्छे से लगा पा रहा था
वो सूट के उपर से ही उन्हे अपने कड़क हाथो से मसल रहा था,
काश वो उन बूब्स को नंगा देख पाता या मसल पाता
पर वाहा अभी ऐसा होना पासिबल नही था
उधर शेफाली के हाथ भी धीरे-2 रेंगते हुए सुधीर के लॅंड तक जा पहुँचे,
वहां का उभार देखकर ही वो समझ गयी की आज तक जितने भी लॅंड लिए है उसने, उनमें ये सबसे बड़ा और ताकतवर निकलने वाला है
शेफाली ने उसकी जीन्स की जीप खोल कर हाथ अंदर डाल दिया,
कुछ परतों बाद उसका हाथ लहराकर आख़िरकार नंगे लॅंड से जा टकराया
सुधीर की तो हालत ही खराब हो गयी
शेफाली ने जब उसे अपनी नर्म उंगलियों से सहलाना शुरू किया तो स्मूच छोड़कर वो गहरी साँसे लेने लगा,
अधखुली आँखो से जब उसने शेफाली की तरफ देखा तो नशे की हालत में उसे शेफाली नही बल्कि अनु दिखाई दी
उफफफफ्फ़
ऐसे मौके पर शेफाली जैसी सेक्सी माँ के होते हुए भी उसे उसकी बेटी अनु दिखाई दे रही है,
ये बताने के लिए काफ़ी था की अंदर से अनु उसके दिलो दिमाग़ में किस कदर तक समा चुकी है
शेफाली की हालत तो इतनी खराब हो रही थी की उसका बस चलता तो अपने सारे कपड़े फाड़कर खुद ही नंगी हो जाती और वहीं पार्किंग में लेट कर नंगी होकर उससे चुदवा लेती
पर अभी के लिए ऐसा करना पॉसिबल नही था
पर जो था, वो ज़रूर कर सकती थी वो
उसने जीन्स के बटन खोले और उसके लॅंड को पूरा बाहर निकाल लिया और खुद धीरे-2 नीचे बैठती चली गयी
सुधीर समझ गया की वो क्या करना चाहती है
सुधीर की कार लास्ट में खड़ी थी
पीछे घनी झाड़ियां थी
इसलिए पीछे से तो कोई आने से रहा
सामने से जो लोग आ-जा रहे थे, वो अपनी कार में बैठकर वहां से निकल रहे थे
दुनिया को दिखाने के लिए सुधीर ने जेब से अपनी सिगरेट निकाली और गहरे कश लगाकर उसे पीने लगा
और कार की औट में नीचे पंजो पर बैठी शेफाली ने सुधीर का सिगार पीना शुरू कर दिया
सुधीर का लॅंड जब उसके गुलाबी और रसीले होंठो को पार करता हुआ अंदर गया तो बेचारे के पाँव काँप कर रह गये
सिगरेट गिरते-2 बची
बड़ी मुश्किल से उसने कार का सहारा लेकर अपने आप को गिरने से बचाया
पर जब शेफाली ने होंठो के पंप से उसके लॅंड को चूसना शुरू किया तो आँखे बंद हो गयी उसकी
और एक बार फिर से अनु का चेहरा उसकी आँखो के सामने तैर गया
अब उसे शेफाली के रूप में अनु लॅंड चूसते हुए दिख रही थी
कमसिन, कच्ची कली अनु
जिसके छोटे से मुँह में उसका विशालकाय लॅंड बड़ी मुश्किल से समा पा रहा था
और फिर भी वो उसे पूरी ईमानदारी से चूस्कर अपने सर को मज़ा दे रही थी
कुछ देर पहले तक सुधीर ने सोचा भी नही था की बाहर निकलकर उसे ऐसे मज़े मिलेंगे
पर अब तो मिल रहे थे ना
शेफाली में कितनी गर्मी है, इसका अंदाज़ा उसके लॅंड चूसने की गति से लग रहा था
और उसकी चूसने की गति का असर ऐसा हुआ की सुधीर का लॅंड जल्द ही झड़ने के करीब पहुँच गया
और वो सिगरेट होंठो में दबाकर, उसके सिर पर हाथ रखकर, आँखे बंद करके आहें भरने लगा
‘’ओह शैफाली ……..उम्म्म्मममममममममममममममममम….. मजाआाआआआआअ आआआआआआआआआअ गय्ाआआआआआ…… क्या चूसती हो यार………….. सच में …………. यू उ आअरर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर सूऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ सेक्शयययययययययययययययययययययी……… आई एम कॉमिंगगगगगगगगगगगगगगगगगगगग……………’’
शेफाली तो पहले से तैयार थी उस शक्तिशाली लॅंड का रस पीने के लिए
उसने उसे और अंदर तक निगल लिया ताकि धार सीधा उसके गले से नीचे निकल जाए
और हुआ भी ऐसा ही
एक के बाद एक कई पिचकारियां मारी सुधीर ने उसके मुँह के अंदर, पर मज़ाल थी की एक बूँद भी बाहर निकल जाए
करीब 15-20 पिचकारियां मारी होगी सुधीर ने, शेफाली तो उसके स्वाद और स्टेमिना की कायल हो गयी
और सुधीर उसके चूसने की कला से
वो चूसती ऐसा है तो चुदाई में क्या धमाल करेगी
बस यही सोचते हुए उसने अपने लॅंड की आख़िरी बूँद भी उसके गले के अंदर उतार दी
अपनी ड्रिंक पूरी करके जब वो उठी तो उसे ऐसा लग रहा था जैसे 1 बॉटल का नशा करके आई हो
आँखे पूरी नशीली और चाल में मस्ती आ चुकी थी उसके
वो कुछ और करते इससे पहले ही फिर से कुछ और लोग अपनी कार की तरफ आते दिखाई दिए, जो बिलकुल उनकी कार के करीब थी
इसलिए उन्होने वहां रुकना ठीक नही समझा और कार में बैठकर पार्किंग से निकल आए,
शेफाली को उसके घर से थोड़ा दूर छोड़ने के बाद वो वापिस अपने घर की तरफ चल दिया,
पर जाने से पहले अगले दिन मिलने का वादा भी ले लिया, क्योंकि जो काम अधूरा छोड़ा था उसे भी तो पूरा करना ज़रूरी था
uss kahani ke baad to kayi stories likh di hai,Ashokafun30 , bhai "Lovely phone sex" (one of the best stories by you)..uska 2nd part kaa koi chance hain kya?
Story ke end mein yeh likha tha ki Kanishkha aur hero (uska naam bhool gaya) shaadi kar sakte hain...i think us story mein 2nd part kaa bhi scope hain...
any idea?
incest type same hoga story nahiashok ji ,
kya shefali ko pahle chuvane vaale ho sudhir se ......
phir to ye aaphi ke sautela baap jaisi kahani banegi .........
khair kuch bhi ho .... maja to bahot aane vala hai ........
apni fantasies me to aap ban hi sakte ho shefaliKas mai sefali ki jagah hoti
wo bhi jald dikhegaAb agle update me anu aur sudhir ki class ka bhut besabri se intjaar rahega bhai
Bas time ki hi kami hai, varna yaha meri 4-5 stories chal rahi hoti...Please regular update kijie Ashokafun30 jee