दोस्त मेने आपकी कहानी "जीजाजी की चाहत "अभी सारे पेज कापी करके पढना शुरू किया हे , अभी १० अपडेट पढ़े हें निकिता की शादी की बात चल रही हे , दूसरी तरफ उनका रिश्ता भाई बहन से भी आगे बढने जा रहा हे , ये कहानी शोर्ट में में किसी और फोरम पर पढ़ चूका हूँ पर आपने जिस तरह से घटनाओ के माध्यम से कहानी को आगे बढ़ाया हे वो काबिले तारीफ हे , सच पूछिए तो अब जब में पढ़ रहा हूँ तब कहानी की जो इमेज बन रही हे उसे चित्रों की जरूरत नही होती हे , कहानी कहने की कला ही उसे आगे पढने को कहती हे , कहानी में सेक्स भी उतना ही होना चाहिए जितना हजम हो सके और कहानी में भटकाव न हो इस नाते आपका प्रयास प्रशंसा के लायक हे . मेरा मानना हे की क्यूंकि कहानी लेखक के दिमाग की उपज होती हे तो पाठकों को भी चाहिए की देखक से व्यर्थ की डिमांड न करें . जिससे लेखक अपनी लेखन शेली में धाराप्रवाह कहानी कहता जाय . इसमें प्रयास और श्रम और समय भी लगता हे . इसीलिए में कहानी लगभग पूरी होने के बाद ही कमेन्ट करना पसंद करता हूँ . एपिसोड्स में कहानी पढना मुझे कम पसंद हे . आप कहानी पूरी कीजिये धन्यवाद