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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

ashik awara

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लेख महोदय में इस फॉर्म से कुछ ही समय हुए जुड़ा हूँ. और आपकी कहानी पहले कही जा चुकी हे क्या मेरे कमेन्ट और प्रतिक्रिया देने से कोई लाभ होगा वेसे आपकी कहानी काफी अच्छीखासी हे और पढने में अच्चा भी लग रहा हे धन्यवाद
 
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Ashokafun30

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Great story, loving the way you describe sex scenes, keep posting
 

Raja maurya

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दीदी के जाने के बाद मैं आंखे बंद कर के लेट गया और सोचने लगा कहाँ तो मैं इतना खुश था कि आज दीदी को कॉलेज से पिक करके उन्हें अपनी बहादुरी के किस्से सुनाऊंगा की कैसे मैंने विनय को अपनी होशियारी से एक दिन में ही निपटा दिया उसके बाद इसी खुशी में दीदी को किसी अच्छे से रेस्तरां में एक ट्रीट दूंगा लेकिन इस कमबख्त टांग को भी अभी टूटना था मेरे सारे अरमानों पर पानी फिर गया था।
तभी लेटे लेटे मुझे विनय के लैपटॉप और मोबाइल की याद आयी और मैंने अपने तकिए के नीचे से उसका मोबाइल निकाला पासवर्ड डाल कर उसे अनलॉक किया और सीधा गैलरी खोली वहां कई सारे फ़ोल्डर्स थे ज्यादातर में पोर्न वीडियोस और लड़कियों/औरतों की नंगी तस्वीरें भरी पड़ी थी मैं इत्मीनान से वो सारी तस्वीरें देखने लगा और वो तस्वीरें डाउनलोड की हुई थी मैं एक दो बार ऐसी तस्वीरें देख चुका था अपने फोन पर संजय के साथ पर मेरा फ़ोन रेडमी का सस्ता सा सेकेंडहैंड फोन था 4.5इंच डिस्प्ले का और ये गैलेक्सी नोट hd क्वालिटी में खूबसूरत लड़कियों की नंगी तस्वीरें देख कर मेरे लंड में फिर से तनाव आने लगा और आज काफी दिनों बाद मेरी मुठ मारने की इच्छा तीव्र होने लगी मैंने लोअर के ऊपर से ही खड़े लंड को सहलाते हुए आधे घंटे में सारी तस्वीरें देख ली और फिर वीडियोस वाला फोल्डर खोल लिया और एक वीडियो प्ले कर दी ये एक रफ़ सेक्स की वीडियो थी जिसमे एक मर्द एक कमसिन जवान लड़की को बेरहमी से चोद रहा था सबसे पहले उसने लड़की के कपड़े फाड़ दिए फिर उसके गालों पर थप्पड़ मारते हुए उसे लंड चुसवाने लगा बीच बीच मे वो आदमी लकड़ी के चेहरे पर थूक भी देता था फिर उसने लड़की के मुह पर अपनी गांड़ रख दी और वो लड़की बड़ी तन्मयता दे उसकी गांड़ चाटने लगी और आखिर में उसने लड़की को घोड़ी बना कर अपना 9 इंच का लंड उसकी कसी हुई चूत में पेल कर चोदना शुरू कर दिया लकड़ी बड़ी तेज मोनिंग करते हुए चुदाई का मज़ा ले रही थी वो आदमी लड़की के गोरे गोरे चूतड़ों पर थप्पड़ मारते हुए उसे बेरहमी से चोद रहा था और उसे गंदी गंदी गालियां भी दे रहा था ....... मैंने पहले भी पोर्न देखी थी पर वो नार्मल सेक्स वीडियोस थे इस तरह के वाइल्ड सेक्स के बारे में मुझे कुछ नही मालूम था खास कर जब वो लड़की उसकी गांड़ चाट रही थी वो देख कर मेरा लंड तो पत्थर जैसा सख्त हो कर झटके लेने लगा ......।
मैं लंड सहलाते हुए वीडियो देखता रहा 20 मिनट तक अलग अलग पोजिशन में धुँवाधार चुदाई करने के बाद उसने अपना लंड चूत से निकाल कर उस लड़की की कसी हुई गांड़ में पेल कर धक्के मारने शुरू कर दिए और आखिर में वो लड़की को नीचे बिठा कर उसके मुह पर मुठ मारने लगा और लंड का ढेर सारा पानी लड़की के खुले हुए मुह में टपकाने लगा जिसे वो बड़े चाव से चाट चाट कर पी गयी ..... ये वीडियो खत्म हुआ तो मैंने अगला वीडियो प्ले कर दिया यह एक MILF वीडियो था जिसमे एक मैच्योर औरत दो नीग्रो के मोटे मोटे लौड़ो से पूरी मस्ती लेते हुए चुद रही थी ये सब देख कर मेरी और मेरे लंड की हालत खराब होने लगी और कब मेरा हाथ मेरे लोअर में जा कर मेरा लंड को मुठ मारने लगा मुझे पता ही नही चला ।
ये वीडियो 7 मिनट की थी जल्दी ही खत्म हो गयी मैंने वो फोल्डर बंद कर एक दूसरा फोल्डर खोला इसमे भी फ़ोटो और वीडियोस थे मैं स्क्रोल करते हुए नीचे तक देखने लगा तभी एक फोटो पर मेरी नजर पड़ी ये तो दीदी की pic थी मैंने उसे ओपन किया दीदी इस pic में विनय की गोद मे बैठी थी और वो उनके गाल पर किस कर रहा था मेरी झांट जल गई ये फोटो देख कर मैंने उसे डिलीट किया और अगली फ़ोटो देखी ये pic उसी घर के थे जिसमें उस दिन मैंने रानी और विनय की वीडियो शूट की थी अगली pic में दीदी सोफे पर बैठी थी उनकी कॉलेज ड्रेस का गुलाबी कुर्ता सोफे पर पड़ा था और वो एक व्हाइट ब्रा और सलवार में बैठी हुई थी ब्रा में कसी उनकी चुचियाँ एकदम शेप में नजर आ रही थीं ।
मैं चाह कर भी अपना हाथ लंड से नही हटा पाया और लंड सहलाते हुए दीदी की pic देखता रहा चूंकि इस pic में दीदी अकेली थी तो मैंने इसे डिलीट नही किया और अगली pic ओपन की इसमे दीदी की ब्रा भी गायब थी और दीदी अपने दोनों हाथ सर के पीछे रखे हुए अपनी चुचियाँ उभार कर दिखा रही थी उफ्फ दीदी की नंगी मस्त चुचियाँ देखते ही मेरे लंड को एक झटका लगा दीदी का साइज मीडियम था पर एकदम गोल और उभरी हुई और उनका निप्पल एकदम पिंक कलर का था निप्पल के चारो ओर आधे इंच का गुलाबी सर्किल बना हुआ था वो नजारा देख कर मेरी हालत खराब हो गयी अगली pic में दीदी की सलवार भी सोफे पर पड़ी नजर आ रही थी वो सिर्फ पैंटी में सोफे पर टांगे खोल कर बैठी थीं और एक हाथ से अपने निप्पल को पकड़ रखा था उन्होंने मैंने धड़कते दिल के साथ अगली pic ओपन की और ........
इस pic में दीदी का फेस तो नही दिख रहा था पर वो पूरी तरह नंगी थीं और सोफे पर घोड़ी बनी हुई थीं उनकी पतली कमर उभरे हुए गोरे नंगे चूतड़ देख कर मेरी हालत खराब होने लगी मैंने तेजी से लंड पर हाथ चलाते हुए अगली pic देखी उफ्फ इस pic में भी दीदी उसी पोज में थीं पर उन्होंने दोनो हाथों से अपने चूतड़ों को फैला रखा था और दीदी की गांड़ की चिकनी दरार और उनकी गांड़ का गुलाबी छेद साफ नजर आ रहा था मैंने pic को ज़ूम कर के एकदम उनकी गांड़ का छेद बड़ा कर के देखा और फिर मेरी नजर नीचे गयी दीदी की चूत के गुलाबी लिप्स एकदम आपस मे चिपके हुए थे चूत के ऊपर हल्की सी मुलायम झांटे नजर आ रही थी और ऊपर चूत का नन्हा सा दाना चमक रहा था मुझे ऐसा लगा शायद दुनिया मे इससे खूबसूरत कोई चीज नही होगी और इसी के साथ मैं झड़ने लगा मेरे लंड से एकदम गाढ़े गाढ़े वीर्य की एक के बाद एक कोई 9-10 पिचकारियां निकली और मैं बेसुध से हो गया सुबह से चल रही भाग दौड़ और फिर हुई दुर्घटना की वजह से मैं थकान सी महसूस कर रहा था और आज मुठ मारने में मुझे जितना मज़ा आया पहले कभी नही आया था मैंने आंखे बंद की और आराम से लेट गया पर पता नही कब मेरी नींद लग गयी ........
लगभग 15-20 मिनट बाद ही मेरी आँख खुली शायद कोई आवाज़ हुई थी मैंने देखा तो दीदी मेरे बेड के पास खड़ी बड़े गौर से मुझे देख रही थीं उनके एक हाथ मे पानी का गिलास और दूसरे हाथ मे दवाएं थीं । मेरा हाथ अभी भी मेरे लोअर में था मैंने जल्दी से हाथ बाहर निकाला पर मेरे हाथ पर काफी सारा वीर्य लगा हुआ था दीदी मेरे हाथ को गौर से देख रही थीं फिर उन्होंने कहा उठ जा दवा खा ले मैं किसी तरह उठ कर बैठ गया पर अब मुझे एहसास हुआ कि मेरे अंडरवियर के अंदर कितना गीलापन है कोई आधा कटोरी माल निकाला था मेरे लंड ने उसकी वजह से मुझे बड़ी प्रॉब्लम हो रही थी ......
मैंने कहा दीदी उन्होंने मेरी ओर देखा मैंने फिर से छोटी उंगली से उन्हें टॉयलेट का इशारा किया दीदी मुस्कुरा कर बोली कितनी टॉयलेट करनी है तुझे अभी तो की थी थोड़ी देर पहले मैंने नजरे चुराते हुए कहा अब लगी है तो क्या करूँ दीदी बोली अच्छा चल न मैं ले चलती हूँ तुझे और उन्होंने मुझे सहारा दे कर उठाया लेकिन अब तक मेरी अंडरवियर से हो कर मेरे वीर्य का गीलापन मेरे लोअर के ऊपर आ चुका था और मेरे लंड के आसपास के हिस्से में गीला धब्बा बन चुका था दीदी ने मेरा हाथ अपने गले मे डालते हुए मुझे खड़ा किया और फिर मेरे आगे आकर पहले की तरह ही मुझे अपनी पीठ पर लाद लिया और बाथरूम में ला कर कमोड के पास खड़ा कर दिया और मेरी ओर देख कर मुस्कुराते हुए बोली रुकूँ या जाउँ मैंने मुह बनाते हुए कहा जाओ ना दीदी आपके सामने कैसे करूंगा ......


दीदी खिलखिला कर हंस दी और बोली अरे अब क्या बाकी है देखने को उस टाइम तो देख ही चुकी हूं और कही तू फिर से गिरने लगा तो भाग कर आना पड़ेगा मुझे इस से अच्छा है मेरे सहारे ही खड़ा हो कर कर ले ...... मैं असमंजस की स्थिति में खड़ा रहा दीदी मेरे सर पर हाथ फिरा कर बोली कर ले कर ले मैं किसी को नही बताऊंगी की मैंने तुझे नंगा देखा है और दीदी अजीब सी नजरो से मुझे देखती हुई मुस्कुराने लगी......
मेरी हिम्मत अभी भी नही हो रही थी पर इतना अवश्य था अब इतना सब हो जाने के बाद मेरे मन मे दीदी के प्रति डर जैसा कुछ नही था थी तो बस एक झिझक एक शर्म आखिर वो मेरी सगी बड़ी बहन थी ......
दीदी ने फिर कहा अब कितनी देर तक ऐसे खड़ा रहेगा नही करनी तो वापस ले जाऊं तुझे और फिर मैंने लोवर नीचे खिसकाते हुए अपना लंड बाहर निकाला पर वो बुरी तरह वीर्यमे सना हुआ चिपचिपा रहा था दीदी बड़े गौर से उसे देख रही थीं मैं एकदम से खिसिया गया मैंने कहा दीदी ऐसे क्यों देख रही हो तुम .....
दीदी हंस कर बोली देख रही हूं ये इतना गीला क्यों है कहीं तूने कपड़ो में ही तो नही कर दी ...... मैं एकदम गुस्से से बोला दीदी ..... मैं कोई बच्चा हूँ जो कपड़ो में कर दूंगा मेरे आवाज़ में गुस्सा था तो दीदी मुस्कुराते हुए बोली मैं तो बच्चा ही समझती थी तुझे पर अब तो तू बड़ा हो गया है भाई कहते हुए दीदी की नजर एक बार फिर मेरे लंड पर जा कर टिक गई जो कि इस अवस्था मे भी 4 इंच का था फिर मुझे याद आया मुझे पेशाब तो आया ही नही था मैं तो बाथरूम खुद को साफ करने के लिए आया था पर मैं भूल गया था अकेले मैं कुछ भी करने की हालत में नही हूँ अब पानी का मग ले कर उसे धोने के लिए मुझे किसी की मदद की जरूरत थी और फिर मुझे अंडरवियर भी बदलना था जो कि अकेले मेरे बस की बात नही थी अब मुझे खुद पर ही गुस्सा आने लगा कि मैं यहां आया ही क्यों इससे अच्छा मैं वो गीलापन बर्दाश्त कर लेता लेकिन अब तो गड़बड़ हो ही चुकी थी मैने जल्दी से अपना लंड अंदर किया .......
दीदी ने फिर से कहा क्या हुआ यार कब तक यूँ खड़ा रहेगा मैंने सर झुका कर हकलाते हुए कहा दीदी असल मे मुझे पेशाब नही करना था दीदी ने हैरान होते हुए कहा फिर क्या मेरी सवारी करने का मन था तेरा मैं कोई घोड़ी हूँ जो मेरी बार बार मेरी पीठ पर बैठ कर घूमने चल देता है ...... उनकी आवाज़ में मजाकिया लहजा था जिससे मेरी धड़कन थोड़ा काबू में आई लेकिन जब दीदी ने खुद को घोड़ी कहा तो मेरी आँखों मे वही pic तैर गयी जिसमे वो घोड़ी बनी हुई अपनी गांड़ के दीदार करा रही थीं ..... और इसी के साथ मेरे लंड में जरा सी हरकत हुई .....
मैंने उस ख्याल को सर झटक कर दूर किया और कहा दीदी वो मुझे कपड़े बदलने थे ..... दीदी ने झट से सवाल किया अभी तो कपड़े बदल कर लिटाया था तुझे घंटे भर में ही तेरे कपड़े फिर से गंदे हो गए ...... ऐसा कैसे हुआ मैंने कहा दीदी प्लीज ये सवाल बंद करो और मुझे एक अंडरवियर ला कर दे दो अलमारी से दीदी ने इस बार कुछ नही कहा शायद उन्हें कुछ आईडिया होने लगा था कि मेरे साथ क्या हुआ है उन्होंने कहा तुम दीवार के सहारे खड़े हो जाओ तो मैं ले कर आती हूँ और मैं दीवार के सहारे खड़ा हो गया.......
दीदी कमरे में गयीं और एक अंडरवियर ले कर आ गयी मैं फ्रेंची पहनता हूँ तो वो बड़े गौर से मेरा अंडरवियर देख रही थी ये देख कर मुझे बड़ी अजीब सी फीलिंग हुई पर दीदी ने मुझे अंडरवियर पकड़ाते हुए कहा विकी ये तो लड़कियों जैसा है तू लड़कियों के अंडरवियर क्यों पहनता है ।
उनकी बात सुन कर मुझे गुस्सा आ गया मैंने थोड़ी सख्त आवाज़ में कहा दीदी प्लीज अगर आप ऐसे ही मुझसे फालतू के सवाल पूछोगी तो मैं अभी नीचे चला जाऊंगा एक तो मैं परेशान हूँ पैर में दर्द है ऊपर से आप फालतू की बातें किये जा रही हो .......
मेरी बात सुन कर दीदी के चेहरे से मज़ाक के भाव गायब हो गए और वो थोड़ा सा उदास स्वर में बोली ठीक है बताओ क्या करूँ मैं मैंने कहा मुझे अंडरवियर बदलना है अगर आप मेरी मदद कर सको तो कर दो पर बिना कोई सवाल किए इस बार दीदी ने चुपचाप मेरे सामने बैठ कर मेरा लोअर नीचे करते हुए निकाल दिया और उसे हैंगर पर टांग कर फिर से बैठ कर मेरा अंडरवियर भी नीचे खींच दिया मैंने अपनी आंखें बंद कर ली दीदी ने धीरे धीरे मेरा अंडरवियर मेरे पैरों से बाहर निकाला और उसे एक ओर फेंक दिया...... पर अभी तो मुझे खुद को साफ भी करना था मेरी झांटो में वीर्य चिपचिपा रहा था मैंने हिम्मत कर के कहा दीदी पानी दो ना तो दीदी ने उठ कर पानी का मग भर कर मेरे हाथ मे दे दिया मैंने एक हाथ से मग तो पकड़ लिया पर अब एक टांग पर खड़ा हो कर धोऊं कैसे ..... मैंने आंख खोल कर देखा दीदी एकदम शांत खड़ी थी मेरे सामने उन्होंने मेरी ओर देखा सवालिया नजरों से जैसे वो जानना चाह रही हों कि मैं क्या चाहता हूं मैंने कहा दीदी मुझे खुद को साफ करना है मेरा मतलब धोना है।
दीदी ने कुछ बोल तो नही पर हाथ के इशारे से पूछा क्या ?
मैं असमंजस में था कि कैसे बताऊं उन्हें ।

तभी दीदी ने कहा अब तूने मना किया है कोई सवाल करने से तो मैं कुछ पूछ भी तो नही सकती फिर भी अगर तू साफ साफ बता दे कि करना क्या है तो मैं शायद कुछ मदद कर दूं तेरी मैंने हिचकिचाते हुए लंड की ओर उंगली से इशारा किया और कहा इसे साफ करना है दीदी ने कुछ बोला नही और वो मेरे सामने बैठ गयी और फिर एक हाथ से मेरा लंड पकड़ कर दूसरे हाथ से उस पर पानी डालने लगी और फिर उसे हाथ से रगड़ रगड़ कर धोने लगी मेरा वीर्य उनकी उंगलियों में लग रहा था ...... कोई दो मिनट तक अच्छे से रगड़ रगड़ कर मेरा लंड धोने के बाद उन्होंने हाथ पानी मे डुबा कर रगड़ कर मेरी झांटो में फंसे हुए वीर्य को भी पोंछ दिया और फिर मेरा पहना हुआ अंडरवियर उठा कर मेरे लंड को और आसपास अच्छे से पोंछ दिया अब मुझे काफी बेहतर लग रहा था...... पर इतना सब होते होते दीदी के नरम नाजुक हाथों की रगड़ पा कर मेरा लंड फुंफकारते हुए तन कर 7 इंच का हो चुका था और उसका गुलाबी सुपाड़ा चमड़ी से बाहर आ कर झांकने लगा था दीदी ने उसकी सख्ती महसूस करते ही उसे छोड़ दिया और मेरी ओर देखने लगी ...... मैंने आंखे झुका ली फिर दीदी ने दूसरा अंडरवियर ले कर मुझे पहनाया और एक बार फिर से उन्हें मेरे खड़े लंड को पकड़ कर अंडरवियर में डालना पड़ा इसके बाद उन्होंने मुझे लोअर पहनाया लेकिन उसके सामने बने गीले धब्बे को देखते ही उन्होंने उस पर उंगली फिराते हुए कहा ये भी गंदा हो गया है इसे भी बदलना पड़ेगा ..... उनकी बात सुन कर मेरे दिल की धड़कन बढ़ गया मुझे लगा दीदी सब जान गई हैं कि मेरे साथ क्या हुआ है और जानती भी क्यों ना जबकि वो मुझसे दो साल बड़ी हैं और सेक्स भी कर चुकी हैं ......
फिर दीदी ने मुझे अपनी पीठ पर लाद लिया और एक बार फिर से मेरा खड़ा लंड उनकी कमर से जा चिपका उन्होंने फिर से मुझे बेड पर लिटा कर अलमारी से मेरा दूसरा लोवर निकाला और मेरा लोअर बदल कर मेरी दवाएं निकाल कर मुझे दी और पानी का गिलास पकड़ा दिया .....
मैंने चुपचाप दवा खाई और गिलास दीदी को पकड़ा दिया दीदी ने गिलास नीचे रखा और मेरे पास बैठ गईं ..... फिर वो मेरा हाथ पकड़ कर बोली सॉरी विकी मैं बहोत परेशान करती हूं न तुझे देख मेरे लिए कितना कुछ किया तूने मुझे इतनी बड़ी मुसीबत से निकाला मम्मी पापा से झूठ बोल कर मुझे बचाया मेरी वजह से इतनी चोट लगी तुझे कितनी तकलीफ उठानी पड़ी तुझे मेरी वजह और मैं ही तुझे बेवजह इतना परेशान कर रही थी मुझे माफ़ कर दे विकी........
मेरी आँखों से आंसू बहने लगे मैंने दीदी का हाथ कस के दोनो हाथों से पकड़ लिया और बोला नही दीदी आपकी कोई गलती नही है ..... आप तो एकदम भोली और मासूम हो इसीलिए उस कमीने के चक्कर मे फंस गई और उस हरामजादे ने आपका गलत फायदा उठाया बाकी ये मेरी चोट और तकलीफ तो मेरी ही गलती का नतीजा है मुझे बाइक इतनी तेज नही चलानी थी पर मैं जल्दी से जल्दी आपके पास पहुंच कर आपको सारी बातें बता कर आपकी टेंशन खत्म करना चाहता था इसीलिए बाइक ज्यादा तेज भगा दी और नतीजा ये हुआ कि लंगड़ा हो गया ......
थोड़ा रुक कर मैंने कहा एक तो आप मेरी इतनी सेवा कर रही हो मुझे अपनी पीठ पर लाद कर ले जा रही हो जो नही करना चाहिए वो भी कर रही हो उस पर भी मैं आपसे गलत तरीके से बात कर रहा हूँ मुझे माफ़ कर दो दीदी ......
मेरी बात सुन कर दीदी मुस्कुराने लगी और एकदम से मेरे गले लग गईं मैं कैसे माफ कर दूं तुझे जब मैं तुझसे नाराज़ ही नही हूँ जितना कुछ तूने मेरे लिए किया है शायद ही कोई भाई अपनी बहन के लिए करे क्या पड़ी थी तुझे विनय से उलझने की पापा से सब बता देता फिर वो अपने तरीके से मामले को सुलझाते पर तूने मेरी परवाह की और इस छोटी सी उम्र में वो काम कर दिखाया जो शायद पापा भी इतने अच्छे तरीके से ना कर पाते ....... इस से साबित होता है तू मुझे कितना प्यार करता है तुझे मेरी कितनी परवाह है .......i am so proud of you viky .....
मुझे गर्व है मेरे भाई पर......
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दीदी की बात सुन कर मेरे मन को कुछ चैन आया और मैंने उन्हें अपनी बाहों में कस लिया और उनके बालो में हाथ फेरने लगा।
मैंने कहा दीदी ये सच है कि तुमसे बहोत प्यार करता हूँ और कभी तुम्हे दुखी नही देख सकता तुम यकीन नही करोगी पर अगर ये विनय वाला मैटर नही सुल्टता तो मैं इस विनय की जान ले लेता क्योंकि उसने मेरी दीदी के साथ गलत किया था ......

दीदी ने भी अपनी बाहें मेरे गिर्द कसते हुए कहा मैंने विनय को अच्छा लड़का समझ कर दोस्ती की थी विकी पर उसने अपनी बातों में फंसा कर मुझसे शादी का वादा कर के मेरे साथ बहोत गलत किया मैंने कहा दीदी आपकी किस्मत अच्छी थी जो आप सही समय पर उसके चंगुल से छूट गयीं वरना उसके इरादे तो बड़े खतरनाक थे वो आने दोस्तो के सामने भी आपको परोसने की सोचे बैठा था ......
दीदी सुबकते हुए बोली हां विकी वो बहोत नीच इंसान था मेरी ही गलती थी जो मैं उस पर भरोसा कर बैठी ......
मैंने कहा दीदी वो बस एक बुरी घटना थी आपके जीवन की उसे भूल जाना ही बेहतर है अब ....
आज हम दोनों के बीच कुछ नजदीकी बढ़ गयी थी ..... दीदी ने वैसे ही मुझ पर लेटे हुए कहा देख विकी जब तक तेरा पैर ठीक नही हो जाता तेरी सारी देखभाल मुझे ही करनी पड़ेगी इसलियेअब तू मुझसे शर्माना छोड़ दे और साफ साफ बोला कर तुझे जो भी जरूरत हो मैंने धीरे से कहा हर बात साफ साफ कैसे बोल सकता हूँ आप बहन हो मेरी बड़ी बहन दीदी बोली हां सही कह रहे हो मैं बड़ी बहन हूँ तुम्हारी लेकिन अब हम दोनों को एक दूसरे के कुछ ऐसे सीक्रेट मालूम हैं कि हम भाई बहन के साथ मे अच्छे दोस्त भी बन सकते हैं इतना कह कर दीदी मेरे सीने के दोनो ओर कुहनियां टिका कर मेरी आँखों मे देखने लगी वो मेरी आँखों मे झांकती हुई बोली ...... बोलो विकी बनोगे मेरे दोस्त मैंने भी मुस्कुराते हुए कहा दीदी दोस्त तो बन जाऊंगा लेकिन फिर मैं आपको बहोत परेशान करूंगा दीदी आंखे गोल गोल घुमाते हुए बोली अच्छा तू अपनी दीदी को परेशान करेगा मैंने कहा नही अपनी दोस्त को और दीदी खिलखिला कर हंस दी उनके गालों में डिम्पल पड़ते थे जब वो ऐसे हंसती थी मैं मुस्कुराते हुए उनकी आंखों में देखने लगा .......
Mast update Bhai
 
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Raja maurya

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फिर दीदी उठ गई मेरे ऊपर से और बोली कुछ खाओगे विकी भूख लगी है क्या ?
मैंने उनके सीने को देखते हुए कहा अभी तो भूख नही है अब रात में खाना ही खाऊंगा दीदी .....
दीदी ने कहा ठीक है फिर वो बाथरूम में चली गईं और मैं फिर से विनय का फोन ले कर दीदी के बाकी बचे pic देखने लगा सब मिला कर 45 pic थे और सारे एक से एक बढ़ कर दीदी उन pic में एकदम नंगी थी उनका एक एक अंग 64 mp के कैमरे से ली हुई तस्वीरों में चमक रहा था और उन्हें देखते हुए एक बार फिर से मेरे लंड ने अंगड़ाई लेनी शुरू कर दी ..... सारी pic देख लेने के बाद मेरे मन मे उन्हें डिलीट करने का कोई ख्याल नही आया ।जबकि मुझे पता था ये फोन अब मेरे पास ही रहना है। दीदी को बाथरूम में गए 10 मिनिट से ऊपर हो गए थे मैं सोचने लगा आखिर इतनी देर वो अंदर क्या कर रही हैं ..... इन सब घटनाओं के बाद मेरे दिमाग मे बस सेक्स ही घूम रहा था और बात पर मेरे दिमाग मे वही सब आने लगता तो मुझे लगने लगा कहीं दीदी अंदर फिंगरिंग तो नही कर रही मेरा ऐसा सोचने की वजह भी थी एक तो दीदी सेक्स का मज़ा ले चुकी थीं और ये ऐसी चीज है कि जिसे एक बार मज़ा मिल जाये वो बार बार उस लज्जत को महसूस करना चाहता है हांलाकि मैंने कभी किसी लड़की के साथ कुछ भी नही किया था पर कभी कभी मैं मुठ जरूर मार लेता था और पोर्न देख कर थोड़ा बहोत चुदाई का ज्ञान भी हो गया था बाकी स्कूल में लौंडों की बकचोदी तो होती ही थी लड़कियों को ले कर और उस दिन तो मैंने विनय और रानी की लाइव चुदाई भी देख ली थी ...... और घर मे दीदी की विनय के साथ वाली घटना के बाद और फिर विनय के फोन में वो सारा कुछ देखने के बाद इतना तो तय था कि सेक्स यानी कि चुदाई बहोत आनंददायक चीज है ।
और अब कही ना कही मेरा मन भी चुदाई के लिए व्याकुल हो रहा था पर अभी तो मेरी टांग टूटी पड़ी थी और इस समय एक दीदी ही थीं जो मेरे नजदीक थी पर वो तो मेरी दीदी हैं और दीदी के साथ कहीं चुदाई होती है .......
मेरे दिमाग मे फिर से वही बात आने लगा अभी कुछ देर पहले जो भी घटा था कही उसकी वजह से दीदी उत्तेजित नही हो गयी आखिर उन्होंने मेरा लंड ना सिर्फ देखा था बल्कि पकड़ा और साफ भी किया था भले ही ऐसा करने के पीछे मेरा और उनका कोई गंदा नजरिया नही था पर फिर भी जो हुआ था वो एक जवान लड़के और लड़की के ऊपर क्या असर डाल सकता था ये मैं अच्छी तरह समझ रहा था जिन दीदी को आज तक मैंने कभी गलत नजर से नही देखा था इन घटनाओं के बाद उनके प्रति मेरा नजरिया अवश्य ही बदल चुका था अब मैं उनमें दीदी के साथ साथ एक जवान और खूबसूरत लड़की को भी देखने लगा था ।
पर दीदी में ऐसा कोई बदलाव आया है या ये सब मेरे दिमाग का फितूर है मैं कुछ समझ नही पा रहा था तभी बाथरूम का दरवाजा खुला और दीदी नजर आईं उनके हाथ मे मेरा लोअर और अंडरवियर था जिसे उन्होंने धो दिया था और अब शायद सुखाने को डालने जा रही थीं ......
उन्होंने एक बार मेरी ओर देखा हल्का स मुस्कुराई और फिर बाहर चली गयी उनके दरवाजे पर पहुंचते ही मेरी नजर उनकी सलवार में उभरी हुई गांड़ पर पड़ी और मेरे दिमाग मे फिर से वही दीदी की नंगी pic घूमने लगी ..... दीदी ने दरवाजे के पास पहुंच कर एकदम से मुड़ कर मुझे देखा और मेरी नजरो को ताड़ कर समझ गयीं की मेरा ध्यान कहाँ है ...... और हंसते हुए बोली अगर ऐसे ही जल्दी जल्दी कपड़े गंदे करेगा तो तेरी बीवी परेशान हो जाएगी तेरे अंडरवियर धो धो कर और बाहर निकल गईं ......
उनकी बात सुन कर मैं एकदम से हड़बड़ा गया था ....
फिर मैं दोबारा से ख्यालों में गुम हो गया और बार बार मेरे दिमाग मे सेक्स का कीड़ा कुलबुलाने लगा और मैंने निर्णय किया पैर ठीक होते ही सबसे पहले मुझे चुदाई करनी है । आखिर अब ढेर सारे पैसे भी थे मेरे पास पर चुदाई करने के लिए सिर्फ पैसे नही लगते एक अदद लड़की भी आवश्यकता होती है और मेरे दिमाग मे सबसे पहले रानी आयी वो रण्डी टाइप लड़की थी जो एक साथ दो लड़कों से चुद चुकी थी वो किसी से भी चुदने को तैयार हो जाएगी और अब तो विनय भी नही है तो मुझे किसी का डर भी नही है मैंने फैसला कर लिया कि सबसे पहले रानी को ही चोदना है पर वो मिलेगी कैसे और एकदम से मेरे दिमाग मे आया उसका नंबर तो विनय के फोन में ही होगा मैंने विनय के फोन में सर्च किया तो रानी का नंबर मिल गया मैंने झट से कॉल कर दी उसे पर नंबर स्विच ऑफ था मुझे थोड़ी निराशा हुई पर फिर ये सोच कर खुद को तसल्ली दी बाद में ट्राय करूंगा शायद बात हो जाये ।
फोन रख कर मैं आंखे बंद कर के लेट गया तभी कमरे में आहट हुई देखा तो दीदी आयी हुई थीं उन्होंने ड्रेस बदल ली थी शायद कपड़े धोने की वजह से उनके भी कपड़े गीले हो गए थे......
उन्होंने येलो कलर का टाइट कुर्ता और मैचिंग लैगी पहनी हुई थी घर मे वो दुपट्टा नही पहनती थीं इस ड्रेस में वो गज्जब की सेक्सी दिख रही थीं उनके बाल भी इस टाइम खुले हुए थे ......
मैं तो उन्हें देखता ही रह गया फिर मैंने उन्हें छेड़ते हुए कहा लगता है आपके कपड़े भी जल्दी जल्दी गंदे हो जाते हैं मेरी तरह .....
मेरी बात सुन कर दीदी हंस दी और बोली नही मुजजे तुम्हारी तरह कपड़े गंदे करने की कोई आदत नही है और हां जब तक पैर ठीक नही हो जाता हाथ पर काबू रखो मैं बार बार कपड़े नही बदलने वाली तुम्हारे .....
मैंने बुरा से मुह बनाते हुए कहा रहने दो मैं खुद ही बदल लूंगा अपने कपड़े .....
दीदी हंसते हुए बोली हुह बड़े आये खुद से कपड़े बदलने सीधे खड़े तो हो नही पा रहे ही अभी गिर गिरा गए तो दूसरी टांग में भी प्लास्टर लगेगा .....
मैंने भी तुनक कर जवाब दिया अब दूसरी टूटे ये तीसरी जब कोई मदद करने को तैयार ही नही है तो अपना काम खुद ही करना पड़ेगा ना.....
दीदी बोली मदद करने को तो मैं हमेशा तैयार हूं पर तेरी हरकतें ऐसी हैं कि सोचना पड़ता है मुझे......
दीदी की इस बात से मुझे शर्मिंदगी हुई मैंने कहा सॉरी दीदी मुझे खुद पर कंट्रोल रखना चाहिए था ......
मेरी आवाज़ में आये बदलाव को दीदी ने भांप लिया और कमर पर हाथ रख कर बड़ी स्टाइल ये बोली यार तू बार बार सॉरी मत बोला कर तू मज़ाक भी नही समझता है पागल कहीं का ......
मैंने धीरे से कहा पर हमारा रिश्ता मज़ाक का नही है ना दीदी ......
दीदी ने तुरंत कहा क्यों दोस्त से मज़ाक भी नही करते तुम लोग ?
मैं फिर से मुस्कुरा दिया और दीदी पास आ कर मेरा गाल खींचते हुए बोली बस ऐसे ही मुस्कुराते रहा कर अच्छा लगता है ...... दीदी ने अपने हाथ पीठ के पीछे कर रखे थे ऐसा लग रहा था वो कुछ छुपा रही हैं मैंने पूछ लिया दीदी क्या छुपा रही हो ....... दीदी ने हाथ आगे किये उनके हाथ मे एक पुराना प्लास्टिक का मग था उन्होंने उसे मेरे बेड के नीचे रख दिया .....
मैंने कहा ये किसलिए है दीदी ने कहा तुझे जल्दी जल्दी टॉयलेट जाना पड़ता है ना तो जब लगे इसी में कर लेना मैं साफ कर के रख दिया करूंगी .....
मैंने ना में सर हिलाते हुए कहा अब मैं ये तो एकदम नही करने दूंगा आपको ..... दीदी बोली अच्छा बेटा ये नही करने देगा और बार बार दीदी की सवारी करना अच्छा लगता है तुझे पीठ पर लाद कर बाथरूम तक ले जाने में मेरी हालत खराब हो जाती है इतना भी हल्का नही है तू और फिर वहां तेरा वो पकड़ कर तुझे टॉयलेट करवाना मेरी तो हालत खराब हो जाती है इतनी देर में इस से अच्छा है मैं ये मग साफ कर दिया करूँ .....
मुझे भी लगा ये ज्यादा आसान है उस से तो मैंने फिर कोई बहस नही की पर मैंने इतना जरूर पूछा कि जब पॉटी आएगी तब क्या करोगी दीदी ..... दीदी ने बुरा सा मुह बना कर क्या करूंगी घोड़ी बन कर तुझे अपनी सवारी कराउंगी और ले चलूंगी ...... उनकी बात सुन कर मेरे दिमाग मे एक दृश्य कौंध गया ....... दीदी उस pic जैसी ही घोड़ी बनी हुई हैं एकदम नंगी और मैं पीछे से उन्हें कस कस के ठोंक रहा हूँ ..... मेरा चेहरा एकदम से लाल हो गया उनकी बात से पर मैंने अपने मन के भाव छुपाते हुए बस एक स्माइल दे दी और दीदी फौरन बोली कितना मुस्कुरा रहा है नालायक दीदी को घोड़ी बनाने के खयाल से और हम दोनों हंस पड़े फिर दीदी नीचे चली गईं मम्मी की मदद करने ......
थोड़ी देर बाद पापा आये मेरा हाल चाल लिया और वो भी चले गए ......
फिर रात में 9 बजे दीदी और मम्मी साथमे ऊपर आईं दीदी के हाथों में खाने की थाली थी उन्होंने बेड पर ही पेपर बिछा कर थाली रखी और मेरे पास बैठ कर सहारे से मुझे भी बिठाया और मेरे मुह में खिलाने लगी मैंने कहा मैं खा लूंगा खुद से तो वो मम्मी से कहने लगी देखो मम्मी ये मेरी एक भी बात नही मानता है मुश्किल से बैठ पा रहा है और कहता है खुद से खा लूंगा मम्मी ने मुज्जसे डपटते हुए कहा खा ले ना दीदी के हाथ से क्यों नखरे कर रहा है और मैं चुपचाप खाने लगा मम्मी दो मिनट ही बैठी थीं कि पापा ने उन्हें आवाज़ दी मामा जी का फोन आया था और उन्हें मम्मी से बात करनी थी मम्मी ने मुझे हिदायत दी कि खाना खा कर दवा खा लेना और चुपचाप सोना अपनी दीदी को परेशान मत करना और फिर वो नीचे चली गईं उनके जाते ही मैंने कहा दीदी मैं तो आपकी हर बात मानता हूं फिर आपने मम्मी से मेरी शिकायत क्यों कि दीदी मंद मंद मुस्कुराते हुए बोलो इसलिए कि तू आगे भी मेरी हर बात मानता रहे अब चुपचाप खाना खा इतनी बड़ी शिकायत नही कर दी मैंने तेरी ........
आज दीदी ने खास मेरी पसन्द की गोभी मटर की और भिंडी की सब्जी बनाई थी खाना मज़ेदार था मैंने पेट भर के खाया और पानी पी कर लेट गया दीदी ने मेरा मुह पानीसे साफ किया ऑयर फिर टॉवल से पोंछ दिया वो वाकई बड़े मन से मेरा खयाल रख रही थीं ।
फिर वो बर्तन ले कर नीचे चली गईं और 10 मिनिट बाद आ कर मुझे एक गिलास दूध और दवा दी बोली दूध पीने से हड्डी मजबूत होती है मैंने कहा मेरी हड्डियां कमजोर नही हैं वो तो बस गिरने की वजह से चटक गयी दीदी बोली इसीलिए तो दूध पिला रही हूं ताकि अगली बार गिरे तो हड्डी न चटके फिर मैंने दवा खा कर दूध पिया और लेट गया..... दीदी ने गिलास रखा और पूछा टॉयलेट जाना है मैंने कहा अभी तो नही जब जाना होगा तो डिब्बा रखा है ना नीचे दीदी बोली हां रखा है पर अकेले नही बनेगा तुझसे बुला लेना मुझे मैंने कहा ठीक है.....
वो बोली अब जाऊं मैं मैंने कहा जाओ गुड नाईट .....
दीदी ने मेरे पास आ कर मेरे बालों में उंगलियां फिराई और बोली गुड नाईट फिर वो लाइट ऑफ कर के अपने कमरे में चली गईं मैं सोने की कोशिश करने लगा और जल्दी ही मुझे नींद आ गयी ......
पर थोड़ी ही देर बाद मुझे ऐसा लगा मेरे कमरे में कोई है मैंने अंधेरे देखने की कोशिश की तो देखा कोई मेरे बेड के पास खड़ा है और फिर उसने झुक कर मेरी तकिए के नीचे धीरे से हाथ डाला अब मैं देख पा रहा था ये दीदी ही थीं उन्होंने मेरी तकिए के नीचे से कुछ निकाला शायद वो मेरा फ़ोन लेने आई थीं जब से पापा ने उनका फोन ले लिया था वो रात में थोड़ी देर के लिए मेरा फोन ले जाती थीं अपनी एक दो सहेलियों से बात करने के लिए पर वो फोन मुझसे मांग कर भी तो ले जा सकती थीं फिर ऐसे चुपचाप अँधेरे में क्यों .....?
तभी उन्होंने हाथ बाहर खींचा और अपने कमरे की ओर चल दीं उनके जाते ही मैंने तकिए के नीचे हाथ डाल कर देखा तो मेरा फोन तो वहीं पड़ा था वो शायद विनय का फोन ले कर चली गयी थीं गलती से जिसका लॉक मैं पहले ही हटा चुका था......
पर अभी इस समय उनसे इस बार मे कोई बात करने का कोई फायदा नही दिखा मुझे बस ये डर सता रहा था कि कहीं वो अपनी pic न डिलीट कर दें लेकिन फिर मैंने ये सोचा कि अभी उन pic की एक कॉपी लैपटॉप में भी तो है और मैं यही सब सोचते हुए फिर से सो गया रात में कोई दो बजे मेरी नींद खुली मुझे पेशाब लगी थी तो मैंने किसी तरह बैठ कर अपने पैर नीचे लटकाए और झुक कर वो डिब्बा निकालने लगा पर इस कोशिश मैं खुद को सम्हाल नही पाया और बेड से नीचे लुढ़क गया मेरा पैर जमीन से जोर से टकराया और दर्द के मारे मेरे मुह से तेज चीख निकली ..... पर आधी रात का समय कौन सुनता मेरी चीख लेकिन तभी दीदी भाग कर कमरे में आईं और बोली क्या हुआ विकी तुम ठीक तो हो कमरे में अँधेरा था उन्होने लाइट जलाई और मुझे जमीन पर पड़ा देखकर जल्दी से मुझे उठाने लगी ......
दीदी ने अभी एक लाइट वॉयलेट कलर की झीनी सी नाइटी पहनी थी और वो मेरी बगलों में हाथ डाल कर मुझे उठा रही थीं इस पोजीशन में मेरा चेहरा एकदम उनके सीने पर चिपक गया था और मेरे गाल के नीचे उनकी नरम गरम चूची का स्पर्श हो रहा था मैं उस मज़े को महसूस करते हुए किसी तरह उठा दीदी ने मुझे बेड पर बिठाया और बोली ....... क्या कर रहे थे तुम कैसे गिर पड़े ......?
मैंने कहा वो मुझे टॉयलेट करना था तो झुक कर डिब्बा उठा रहा था उसी में बैलेंस बिगड़ गया और मैं लुढ़क गया उन्होंने मेरे चोटिल पैर के घुटने के ऊपर सहलाते हुए पूछा .......फिर से लग गयी ना पैर में ?
मैंने कहा नही बस जरा सा पैर टकरा गया जमीन पर तो दर्द होने लगा उन्होंने थोड़ा नाराज़ होते हुए कहा मुझे क्यों नही बुला लिया था ......
मैंने कहा आप सो रही थी सोचा क्यों नींद खराब करूँ आपकी ये सुन कर दीदी ने मुझे मीठी झिड़की देते हुए मैं तेरी बहन भी हूँ और दोस्त भी तूने मेरे लिए इतना कुछ किया है और मुझे इस लायक भी नही समझता कि मुझसे थोड़ी मदद ले ले मैंने कान को हाथ लगाते हुए कहा सॉरी दीदी अब से बुला लूंगा ये सुन कर दीदी कुछ खुश होती हुई बोली उसकी जरूरत नही है अब से मैं यही सोऊंगी तेरे पास हो सकता है तू बुलाये और मेरी नींद ना खुले वो तो मैं अभी सोई नही थी ...... इतना कहते कहते उन्होंने अपनी जीभ दांतो से दबा की जैसे ये बात गलती से उनके मुह से निकल गयी हो ...... फिर वो फौरन बात बदलते हुए बोली चल पहले तू हल्का हो ले और उन्होंने बेड के नीचे से वो डिब्बा निकाला और एक हाथ से मेरा लोअर नीचे करने लगी मैंने दोनो हाथों पर खुद को ऊपर उठाया और दीदी ने जल्दी से मेरा लोअर और अंडरवियर घुटनो तक सरका दिया और डिब्बा मेरे लंड के सामने कर दिया मैंने बैठे बैठे मूतना शुरू कर दिया पर प्रेसर तेज होने की वजह से पहली धार डिब्बे से बाहर छलक गयी और ये देखते ही दीदी ने एक हाथ से मेरा लंड पकड़ लिया और उसका रुख मोड़ कर डिब्बे की ओर कर दिया ......
मैंने आंख बंद कर ली और आराम से मूतने लगा जब मैं मूत चुका तो दीदी ने लंड को हल्के से दबा कर उसके छेद पर आई ही बून्द को डिब्बे में टपकाया और फिर डिब्बा ले कर बाथरूम में भाग गई उसे कमोड में खाली कर के पानी से धो कर वापस बेड के नीचे रख दिया और फिर मेरे लंड को देखते हुए मेरा लोअर और अंडरवियर वापस ऊपर सरका दिया फिर उन्होंने लाइट ऑफ की और मेरे बगल में ही आकर लेट गयीं ......
दो मिनट तक हम दोनों खामोश लेटे रहे फिर मैंने धीरे से पूछा दीदी आप अभी तक सोए क्यों नही थे ..... दीदी ने कहा बस यूं ही नींद नही आ रही थी तभी मैंने तकिए के नीचे हाथ फिराया और देखा कि अभी भी वहां सिर्फ मेरा फोन था मैंने फिर पूछा दीदी आप वो मोबाइल क्यों ले गयी थीं ......
दीदी ने कुछ देर बाद कहा मैं चेक करना चाहती थी कि तूने मेरे pic डिलीट किये या नही मैंने बड़ी सफाई से झूठ बोल दिया अभी तो मैंने उस फोन को हाथ भी नही लगाया जब से आया हूँ वैसे ही पड़ा है कर दूंगा कौन सा अब वो फोन किसी के हाथ लगना है.......
दीदी बोली विकी तू नही जानता इन pic की वजह से और बाद में विनय की उस धमकी की वजह से मैं कितनी परेशान थी तूने मेरी बहोत बड़ी मुसीबत खत्म कर दी मैंने कहा दीदी मैं आपकी जिंदगी में कभी कोई मुसीबत नही आने दूंगा मेरी बात सुन कर दीदी ने मेरी ओर करवट ली और मेरे माथे पर हाथ फिराते हुए बोली तेरे कहे बिना भी मैं ये बात समझती हूं विकी एक तू ही तो है जिसे मेरी परवाह है जिसे मेरी फिक्र है अच्छा अब सो जा रात बहोत हो गयी है फिर मैं कब नींद में डूब गया मुझे भी पता नही चला ......।
Behtreen update Bhai
 
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Raja maurya

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सुबह रोज की तरह ही 6 बजे मेरी नींद खुल गयी मैं आंखे मलते हुए उठ बैठा मेरी आदत है सुबह उठते ही सीधे बाथरूम में घुस जाने की लेकिन आज मैं मजबूर था ...... मैंने बगल में नजर डाली दीदी मेरी ओर ही करवट लिए गहरी नींद में सो रही थीं इस समय उनके प्यारे से चेहरे ढेर सारी मासूमियत छाई हुई थी और सोई हुई वो बड़ी क्यूट सी लग रही थीं दिल किया बस ऐसे ही उन्हें निहारता रहूं पर कुछ ही मिनट में मेरा प्रेसर आने लगा और आखिर मुझे दीदी को आवाज़ देनी पड़ी दो तीन आवाज़ों के बाद भी जब दीदी नही जागी तो मैंने सोचा इतनी गहरी नींद का कुछ तो फायदा उठा ही सकता हूँ मैंने दीदी की ओर झुकते हुए दाएं गाल को हौले से चूम लिया और बस इसी के साथ दीदी ने झट से आंख खोल कर कहा गुड मॉर्निंग विकी ...... मेरी हालत खराब हो गयी दीदी जग रही थीं बस वो सोने का नाटक कर रही थीं ......
मैंने हड़बड़ाते हुए बोला आप जाग रही थीं ..... दीदी शोखी से मुस्कुराते हुए बोली हां पहली आवाज़ में ही जाग गयी थी ...... मैंने कहा फिर आप उठी क्यों नही ...... दीदी ने मेरी आंखों में झांकते हुए कहा फिर तू इतने प्यार से कहाँ जगाता मुझे ......
मुझे अब समझ आ गया कि दीदी ने मेरी इस हरकत का बुरा नही माना बल्कि वो खुश हैं ...... दीदी बोली वैसे आज सुबह सुबह बड़ा प्यार आ रहा है दीदी पर मैंने नजरें चुराते हुए कहा दीदी आप कल से मेरा इतनी केयर कर रही हो ..... तो जाहिर सी बात है आप पर प्यार तो आएगा ही ...... लेकिन मुझे अभी बाथरूम जाना है जल्दी से बहोत जोर से आई है ..... मेरी बात सुन कर दीदी खिलखिला कर हंस दी और बोली ..... अच्छा अब समझी तुझे फिर से मेरी सवारी करनी है सुबह सुबह इसीलिए इतना मस्का लगाया जा रहा है फिर दीदी ने bed से उतर कर मुझे सहारा दे कर बिठाया और मेरे सामने आ कर घूम कर मुझे अपनी पीठ पर उठा लिया ...... आप लोगों को तो पता ही होगा कि सवेरे सवेरे जवान लड़को के लंड की क्या हालत होती है तो मेरा भी काफी सख्त था और सीधा दीदी के नरम नरम चूतड़ों पर जा धंसा मेरा खड़ा लंड दीदी उसकी सख्ती महसूस कर के जरा सा चिहुंक गयी पर फिर खुद को सम्हाल कर मुझे ले कर बाथरूम में घुस गयीं ......
कमोड के पास मुझे खड़ा कर के उन्होंने दो सेकेंड्स कुछ सोचा फिर एकदम से मेरा लोअर और अंडरवियर नीचे सरका दिया और मेरा लंड उछल कर बाहर आ गया ...... ये सब एकदम से हुआ मुझे दीदी से ऐसी उम्मीद नही थी तो मैं अपना लंड हाथ से छिपाने लगा इस पर दीदी हंसते हुए बोली इतना छोटा नही है कि हाथ से छिप जाए और मैंने पहले भी देखा है चल अब जल्दी से बैठ जा इससे पहले की कोई गड़बड़ हो और मैं झेंपते हुए कमोड पर टूटी हुई टांग सीधी फैला कर बैठ गया ...... बैठने पर मेरा लंड लोअर के पीछे छिप गया और दिखना बंद हो गया दीदी बोली जब कर लेना तो आवाज़ देना मैं ले जाऊंगी .....
मैंने हां में सर हिला दिया और दीदी बाहर चली गईं ...... वैसे आज मेरे पैर में दर्द ना के बराबर था और मुझे लगा थोड़ी कोशिश करूँ तो दो चार कदम चल लूंगा ..... मैं फ्रेश हो के फ्लश करके बैठा रहा और एकदम से मेरा मुठ मारने का मन हुआ पर दरवाजा अंदर से बंद नही था ..... पर मुझे लगा मेरे बुलाये बिन तो दीदी आएंगी नही ..... और मैंने लंड को लोअर की ओट से बाहर निकाल कर मसलना शुरू कर दिया ..... मैं जल्दी ही मस्ती में भर उठा और आंखे बंद कर के अपना लंड तेजी से मुठियाने लगा और आंखे बंद करते ही मेरे दिमाग मे दीदी की नंगी तस्वीरें एक के बाद एक आने लगी और मैं कल्पनाओं में दीदी के नंगे खूबसूरत मखमली बदन को देखते हुए तेजी से मुठ मारने लगा ........ 3-4 मिनट बीते कई मुझे एकदम से लगा दरवाजे के पास कोई है पर इसी वक्त मैं चर्मोत्कर्ष पर पहुंचने वाला था मेरे दिल और दिमाग मे असमंजस की स्थिति बन रही दिल कह रहा था कि बस कुछ सेकेंड्स और करता रह निकाल दे अपना रस और दिमाग कह रहा था कि रुक जा कहीं दीदी अंदर ना जाये ...... पर मैं खुद को रोक ना सका और तभी एकदम से दरवाजा खुला और दीदी ने अंदर आते हुए कहा कितनी देर से इंतजार कर रही हूं मैं की तू कब बुलायेगा फ्लश की आवाज़ तो काफी देर पहले आयी थी ....... ये कहते हुए वो कमोड और दरवाजे के बीच मे आ गईं और उनकी तीखी नजरें मेरी मुट्ठी में कसे हुए खड़े सख्त लंड पर गयी ...... मैंने अपना हाथ रोक तो लिया था दरवाजा खुलते ही लेकिन मैं लंड को छुपा नही पाया था मैंने जैसे तैसे उसे ठेल कर लोअर के नीचे दबाया और बोला हां मैं बस फ्लश किया ही था कि हल्का प्रेसर फिर से आ गया तो सोचा 2 मिनट और बैठ लूं ...... दीदी होंठ सिकोड़ते हुए बोली हां हां मैं समझ रही हूं कैसा प्रेसर आया था लगता है मैं गलत टाइम पर अंदर आ गयी ..... मैंने कहा नही नही ऐसी कोई बात नही है दीदी बस हो गया ले चलो मुझे दीदी ने कहा यही रुक मैं आती हूँ ...... और दीदी फिर से बाहर चली गईं मेरा लंड सिकुड़ चुका था और अब दोबारा उसे हाथ लगाने की मेरी हिम्मत नही हुई ...... दो मिनट में दीदी दोबारा बाथरूम में दाखिल हुए उनके हाथ मे एक स्टूल और दूसरे हाथ मे गर्म पानी की बाल्टी और एक छोटा तौलिया था दीदी ने स्टूल मेरे पास रखा और मुझे सहारा दे कर स्टूल पर बिठाया और फिर बाथरूम का दरवाजा बंद कर के मेरे सामने जमीन पर बैठ कर धीरे धीरे मेरे पैरों से लोअर और अंडरवियर निकालने लगी मैंने कहा दीदी सारे कपड़े क्यों निकाल रही हो वो मेरी ओर देखे बगैर बोली क्यों कपड़े पहन कर नहाता है क्या तू ..... मैंने कहा नही पर अंडरवियर तो नही निकालता ना मैं दीदी बोली फिर ठीक है मैं भी इसे नही निकालती हूँ पर मैं सोच रही थी अच्छे से साफ कर दूं तुझे पानी डाल कर तो नही नहला सकती प्लास्टर खराब हो जाएगा तौलिया भिगो के तेरा बदन पोंछ देती हूं ...... फिर मैंने धीरे से कहा दीदी किसी को बताना मत प्लीज की आपने मुझे ऐसे देखा है और ऐसे नंगा कर के नहलाया है दीदी हंस कर बोली इतनी समझ है मुझे है कि क्या बताना चाहिए और क्या नही ...... तू का सबको बताएगा कि मेरा विनय के साथ क्या रिश्ता था और हमने क्या क्या किया है ..... मैंने कहा पागल हो गयी हो क्या आप ये कोई बताने की बात है ...... दीदी ने मेरा टीशर्ट निकालते हुए कहा तो बस जैसे तुझे पता है क्या छुपाना है वैसे भी मुझे भी इतना तो पता ही है और ये सब तेरी टांग टूटने का नतीजा है वरना मैं इतना किसी के लिए नही करती ......
मेरे चेहरे पर एक फीकी सी मुस्कान आ गयी जिसे दीदी ने देख लिया .......अब मेरे जिस्म पर सिर्फ अंडरवियर था दीदी ने तौलिया गर्म पानी मे गीला कर के निचोड़ा और मेरे बदन के एक एक अंग को रगड़ कर पोंछने लगी कोई 8-10 मिनट तक उनकी ये प्रक्रिया चलती रही और फिर उन्होंने आखिरी बार तौलिया निचोड़ कर मेरे अंडरवियर को सामने से पकड़ कर खींचते हुए अपना हाथ अंदर डाल दिया और लंड के आसपास तौलिया फिराने लगी ये करते हुए उनकी पतली लंबी उंगलियां बार बार मेरे लंड को छू रही थीं और जल्दी ही वो फिर से अपने रंग में आने लगा ....... उसका आकार बढ़ने लगा और वो हल्के से झटके लेने लगा जिसे दीदी ने भी महसूस किया होगा पर वो उस पर ध्यान ना देते हुए उसे पोंछती रही और फिर फाइनली एक बार पूरे लंड पर तौलिया फिराया और मुझे ऐसा लगा जिसे दीदी ने उसे हल्के हाथों दे दबाया हो और फिर हाथ बाहर निकाल कर बोलीं ...... लो भाई ये काम तो खत्म हुआ और फिर उन्होंने मेरे ब्रश में पेस्ट लगा कर मुझे मैं ब्रश करने लगा और दीदी बाहर निकल गईं मेरे ब्रश करने से पहले ही वो मेरा अंडरवियर बनियान ले कर आ गईं और फिर से मेरे सामने बैठ कर मेरा पहना हुआ अंडरवियर खींचते हुए उतारने लगी उसे उतार कर उन्होंने तिरछी नजरों से मेरे लंड को देखा और फिर साफ अंडरवियर मेरे पैरों में डाल कर उसे ऊपर खींचने लगी .....
अंडरवियर ऊपर जांघो तक चढ़ा कर उन्होंने मेरा लंड उंगलियों से दबाते हुए अंदर किया और फिर बनियान भी पहना दी मैंने पानी मांग कर कुल्ला किया और फिर दीदी ने वापस मुझे पीठ पर लाद कर बेड पर बिठा दिया और अलमारी से लोवर टीशर्ट निकाल कर मुझे पहना दी ....... तभी मम्मी ने नीचे से उन्हें आवाज़ दी दीदी ने वहीं से चिल्ला कर उन्हें जवाब दिया कि अभी वो मेरे साथ व्यस्त हैं थोड़ी देर में आएंगी ...... फिर वो मुझे लिटाने लगी तो मैंने मना किया कि थोड़ी देर बैठने दो मुझे उन्होंने कहा ठीक है मैं भी नहा लूं फिर नाश्ता करते हैं और वो बाथरूम में घुस गयीं .......
मैंने संजय को कॉल की 7 बज गए थे उसने फोन उठा कर अलसायी आवाज़ में पूछा अब क्या हो गया मैंने कहा अभी सो रहा क्या झांटू इंसान आज तुझे कुछ काम करने हैं मेरे वो बोला अबे साले सुबह 7 बजे कौन सा बैंक खुलता है मेरे बाप का बैंक थोड़े है आता हूँ 9 बजे तक अभी सोने दे मुझे हरामखोर ...... और उसने फोन काट दिया तभी मम्मी ऊपर आयी उनके हाथ मे दो कप चाय थी उन्होंने मुझे चाय दी और मेरे पास बैठ कर मेरा हालचाल पूछने लगी ...... मैंने बताया कि मैं एकदम ठीक हूँ फिर मैंने कहा मम्मी अभी संजय आएगा वो दीदी को कॉलेज ले जाएगा और दीदी छुट्टी की एप्लिकेशन दे आएंगी ताकि वो घर पर रह कर मेरी देखभाल और आपकी मदद कर सकें मम्मी बोली ठीक है पर पापा को शायद ना अच्छा लगे निकिता का किसी गैर लड़के के साथ बाहर जाना ...... मैंने कहा मम्मी प्लीज संजय गैर नही मेरा दोस्त है और वो ऐसा वैसा लड़का नही है आप भूल गयीं कल उसने मेरी कितनी मदद की अस्पताल ले कर गया मम्मी बोली मैं तेरे पापा की बात कर रही हूं मुझे तो कोई प्रॉब्लम नही है मैंने कहा तो मैं उसे पापा के आफिस जाने के बाद बुलाता हूँ और आप पापा से मत बताना इस बारे में मम्मी ने शंका व्यक्त करते हुए पूछा और विनय ने कोई गड़बड़ की तो मैंने कहा अब वो इस लायक रहा ही नही की कुछ कर सके मम्मी ने फौरन अगला सवाल दागा की ऐसे क्यों कहा रहा है तूने कुछ किया क्या उसके साथ मैंने अपनी बात सम्हालते हुए कहा अरे नही मैं क्या कर सकता हूँ पर मुझे ऐसा लगता नही है कि दिन दहाड़े ऑन रोड वो कोई गलत हरकत करेगा और करेगा तो पुलिस है कानून है उसे सजा मिलेगी मैं उसकी ऐसी तैसी कर दूंगा ......
मम्मी को मेरी बात यकीन हुआ या नही वो तो मुझे नही पता पर उन्होंने सर हिलाते हुए कहा ठीक है पर संजय के साथ सिर्फ आज दोबारा नही मैंने कहा उसकी जरूरत ही नही पड़ेगी एक बार मैं ठीक हो जाऊं फिर तो दीदी की सारी जिम्मेवारी मेरी है .......मम्मी मुस्कुराते हुए उठ खड़ी हुई और बोली निकिता को चाय दे देना मैं तुम्हारे पापा का लंच बॉक्स रेडी कर दूं और वो नीचे चली गईं दो मिनट बाद ही निकिता दीदी सामने वाले दरवाजे से अंदर आयी वो नहा चुकी थीं और आसमानी रंग का सलवार सूट पहने हुए थीं ...... भीगी भीगी महकी महकी ....... उन्हें देख कर मैं उनमें खो से गया उन्होंने अंदर आ कर मेरी आँखों के सामने चुटकी बजाई ...... ओ मिस्टर कहाँ खोए हुए हो चाय पी लो ठंडी हुई जा रही ...... मैंने खयालों से बाहर आते हुए चाय का सिप लिया और उनकी चाय की ओर इशारा करते हुए कहा आप भी पी लो वो मेरे पास ही बैठ कर चाय पीने लगी ...... फिर वो नीचे चली गयी और आधे घंटे बाद नाश्ता ले कर लौटी प्लेट में गरम गरम ऑमलेट और सैंडविच साथ मे कॉफ़ी के दो कप उन्होंने बेड पर ट्रे रखी और बैठ कर मुझे खिलाने लगी मैंने कहा कि मैं अपने हाथ से खा सकता हूँ मेरा पैर टूटा है हाथ एकदम सलामत हैं पर वो बोली कि नही अपने हाथ से खाओगे फिर कहोगे हाथ धोने जाना है फिर मुझे तुम्हे सवारी करानी पड़ेगी टैक्सी नही बनना मुझे इससे अच्छा मैं ही खिला देती हूं फिर मैंने कोई बहस नही की और चुपचाप नाश्ता कर लिया नाश्ता खत्म कर के हम कॉफ़ी पीने लगे और मैंने कहा दीदी अभी संजय आएगा आप उसके साथ चली जाना बैंक वाला काम निपटा लेना और कॉलेज में एप्लीकेशन दे आना दीदी बोली ठीक है पर इतने पैसों का करेंगे क्या और कहीं पापा मम्मी को पता चला तो क्या जवाब दूंगी मैं ...... मैंने कहा आप बताने जा रही हो पापा मम्मी को ? उन्होंने ना में सर हिला दिया मैंने कहा मैं भी नही बताऊंगा उन्हें बाकी अब आकाशवाणी नही होती वो पहले के जमाने मे हुआ करती थी ...... मेरी बात सुन कर वो जोर जोर से हंसने लगी ........ और उनकी हंसी सुन कर मैं भी हंसने लगा दीदी के मोतियों जैसे सफेद दांत बड़े सुंदर लग रहे थे ...... कॉफ़ी खत्म कर के उन्होंने बर्तन उठाये और नीचे चली गईं साढ़े आठ बजे पापा ऊपर आये उन्होंने भी हालचाल लिए और फिर बोले तेरा तो स्कूल गया 20 दिन का लेकिन निकिता का बेवजह नुकसान हो रहा मैंने कहा पापा वो आज संजय के साथ जा कर लीव एप्पलीकेशन दे देंगी और अगर आपको कोई प्रॉब्लम ना हो तो संजय 20 दिन तक उन्हें कॉलेज छोड़ दिया करेगा और शाम को घर भी छोड़ देगा ...... पापा ने गहरी सांस लेते हुए कहा वो इतने भरोसे के लायक है या नही मैं नही जानता ? मैंने कहा पापा आप उस पर मेरे जितना ही भरोसा कर सकते हैं ......
पापा कहा तेरा दोस्त है देख ले जैसा तुझे ठीक लगे विनय वाले मामले के बाद वो अब कोई रिस्क नही लेना चाहते थे दीदी को ले कर ..... मैंने कहा फिर रहने देते हैं पर आज तो दीदी को उनके साथ जाना ही होगा उनके और मेरे कॉलेज में एप्पलीकेशन देने पापा बोले ठीक है भेज देना उसे और फिर वो आफिस के लिए निकल गए .....।
Nice update Bhai
 
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Raja maurya

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कुछ देर बाद संजय का कॉल आया उसने कहा वो बस घर पहुंच रहा है मैंने दीदी को बुला कर उन्हें सब समझाया और वो चेक दे दी चेक लेते समय दीदी थोड़ा नर्वस हो रही थीं ...... फिर संजय आया और दीदी उसके साथ निकल गईं ......
उनके जाने एक बाद मैंने एक बार फिर से रानी का नंबर ट्राय किया और आज घंटी बजने लगी रानी ने कॉल रिसीव की और बड़ी सेक्सी आवाज़ में बोली आ ही गयी मेरी याद विनय बाबू को ...... मैंने कहा हां याद तो आनी ही थी मेरी जान ..... मेरी आवाज सुनते ही उसने कहा कौन विनय कहाँ है ...... मैंने कहा मैं विनय ही हूँ मेरा गला खराब है इसलिए आवाज़ बदली बदली लग रही तुम्हे...... उसने पूछा कैसे खराब हुआ गला इतना ज्यादा मैंने बताया कि परसों मैंने बहोत ठंडी बियर पी ली थी इसलिए गले मे इंफेक्शन हो गया है उसने मेरी बात पर यकीन करते हुए कहा बोलो कैसे याद किया कहाँ मिलना है मैंने कहा रानी मुझे एक जरुरी काम है तुमसे उसने कहा बोलो न मैंने कभी तुम्हारे किसी काम को इनकार किया है क्या ..... मैंने कहा नही वो बात नही है पर ये काम खास है इसलिए तुमसे कह रहा हूँ मेरी बात सुन कर बोली अगर इतना खास काम है तो इसकी कीमत भी खास होगी मैंने कहा पहले मैं काम बताऊं या तुम कीमत बताओगी ...... वो बोली एक बात साफ साफ बताओ तुम विनय ही हो ना मैंने कहा क्यों तुम्हे ऐसा क्यों लग रहा मैं कोई और हूँ वो बोली पहली बात तो तुम्हारी आवाज़ बदली हुई है और दूसरी बात तुम आज मुझसे कुछ अलग तरीके से बात कर रहे हो ....... ऐसे जैसे मैं तुम्हारी गर्ल फ्रेंड हूँ .... मैं सोच में पड़ गया मुझे ठीक से पता नही था कि विनय उस से किस लहजे में बात करता है मेरी चुप्पी देख कर उसने कहा खैर तुम काम बताओ मैंने कहा एक लड़का है मैं उसकी बहन को सेट को करना चाहता हूं पर उसके लिए मुझे उससे दोस्ती करनी पड़ेगी पर मैं चाहता हूं पहले तुम उससे दोस्ती करो और उसे इतने मज़े दो की वो तुम्हारा मुरीद बन जाये और बाद में तुम उस से मेरा इंट्रो करवा देना ताकि उसे किसी तरह का शक ना हो ...... मेरी बात सुन कर वो हंसते हुए बोली इसमे खास क्या है तुम जिस से बोलते है मैं चुदवा ही लेती हूं इस से भी चुद लुंगी उसमे क्या है साला ये तो मेरी सोच से भी ऊपर की चीज निकल गयी मैंने कभी किसी लड़की से ऐसे गंदे तरीके से बात नही की थी इसलिए हिचक रहा था ...... पर मुझे लगा शायद विनय इससे ऐसे ही गंदी भाषा मे बात करता होगा इसलिए मैंने फौरन हंसते हुए कहा वो तो मुझे पता है साली तू एक नंबर की लंडखोर चुदक्कड़ है पर इस बार खास ये है कि तुझे सिर्फ चुदवाना नही है उसे अपने जाल में फंसाना भी है रानी बोली तुम फिक्र ना करो ऐसा लंड चूसूँगी उसका की वो मेरे आगेपीछे घूमता रहेगा मैंने कहा बस यही मैं चाहता हूं अब बोल कीमत वो बोली ये इतना खास काम भी नही मेरी जान बस आज मुझे कस कस के चोद के मेरी चूत की प्यास बुझा देना राजा ये काम तो मैं फ्री में कर दूंगी ........
मैंने कहा पर अभी उस लड़के के पैर में चोट आई है एक्सीडेंट हुआ है उसका वो घर पर ही है कोई जुगाड़ लगा के उसके घर मे घुसना पड़ेगा तुझे ...... रानी कहा ठीक है मैं कुछ प्लान करती हूं फिलहाल आज मैं आ जाऊं तुम्हारे अड्डे पर राजा तुम्हारे मोटे लौड़े की याद आ रही है मेरी चूत का मैंने कहा नही अभी तो आउट ऑफ स्टेशन हूँ 15-20 दिन के लिये उसके बाद ही तेरी चूत का कोई जुगाड़ होगा तब तक तू इस नए पंछी के लंड से खेल ....... रानी ने कहा अरे एकदम से कहाँ निकल गए मैंने कहा वो सब वापस आने पर बताऊंगा मैं उस लड़के की डिटेल तुझे व्हाट्सएप्प कर रहा हूँ आज से ही काम पर लग जा ...... रानी ने कहा ठीक है पर जल्दी से आ जाओ वापस मेरी चूत को तुम्हारे लंड की ही आदत है राजा ...... मैंने हंसते हुए कहा ठीक है वापस आ कर तेरी चूत का भोसड़ा बनाता हूँ साली और फोन काट दिया ........
फिर मैंने अपना एड्रेस फोन नंबर अपनी सारी डिटेल्स और एक pic रानी को व्हाट्सएप्प कर दिया विनय के फोन से ...... मैं अपने प्लान पर खुश था कि मुझे बैठे बिठाए एक फ्री की चूत का मज़ा मिलने वाला है वो भी मेरे दुश्मन विनय की खास पसन्द वाली चूत का .......
थोड़ी देर में ही रानी की कॉल मेरे नम्बर पर आई मैंने कॉल रिसीव की और रानी ने पूछा .......
रानी- हेलो विकास बोल रहे हैं आप
मैं- जी मैं बोल रहा हूँ आप कौन?
रानी- मैं रानी बोल रही हूं ...
मैं-कौन रानी क्या काम है आपको मुझसे ?
रानी- असल मे बात ये है कि मैं आपको हमेशा कॉलेज आते जाते हुए देखती हूँ मैं भी आपकी दीदी के कॉलेज में पढ़ती हूँ और आप को रोज देखती हूँ और सच कहूं आप पहले दिन से ही मुझे बहोत अच्छे लगने लगे हैं ...... और मैं आपसे मिलना चाहती हूं लेकिन आप आज कॉलेज नही आये तो मैंने आपकी दीदी की एक फ्रेंड से आपका नंबर लिया और बड़ी हिम्मत कर के आपको कॉल की आप मुझसे नाराज़ तो नही हैं ऐसे कॉल करने की वजह से ........
मैं मन ही मन मे मुस्कुरा रहा था उसे लग रहा था कि वो मुझे फंसा रही आ जबकि वो खुद ही फंस रही थी मेरे जाल में .....
मैं-नही नही नाराज़ तो नही हूँ पर अभी मैं आपसे नही मिल सकता मेरे पैर में फ्रैक्चर है और मैं चल फिर नही सकता ठीक होने के बाद मैं आपसे मिल लूंगा
रानी- पर मेरा दिल नही मानता है ना आपको देखे बिना मैं बस एक बार आपको देखना चाहती हूं प्लीज कुछ भी करिये ना मैं आपके घर आ जाती हूँ ..... आपको कोई प्रॉब्लम तो नही ?
मैं- अरे पर मैं घर वालों को क्या बताऊंगा की आप कौन हो ऐसे तो मेरे लिए मुसीबत हो जाएगी
रानी- मायूस स्वर में बोली देख लीजिए अगर कुछ हो सके तो मैं तो आपसे मिलने के लिए कुछ भी कर सकती हूं अगर किसी टाइम आप घर पर अकेले हों तो मैं आ जाऊं थोड़ी देर के लिए
मैं- ठीक है अगर कोई मौका मिला तो मैं कॉल करूंगा तुम्हे
रानी- ठीक है विकास जी वैसे एक बात और कहनी है मुझे ....
मैं- हां हां बोलो .... क्या बात है
रानी- i i love you vikas
मैं- अरे ये क्या बात हुई मैंने आपको देखा भी नही कभी और आप i love you बोल रही हो
रानी- अभी देख लो ना डिअर वीडियो कॉल पर उसने कॉल काट दी और अगले ही मिनट उसकी वीडियो कॉल आने लगी
मैंने कॉल रिसीव की तो रानी शायद अपने घर पर थी बैकग्राउंड में कमरे की दीवार नजर आयी और रानी जो कि बेड पर तकिया लगाए बैठी थी उसने एक स्लीवलेस टीशर्ट पहनी हुई थी जिसमे उसके 36 साइज के चूचे तने हुए नजर आ रहे और अंदर शायद ब्रा भी नही पहनी थी उसने निप्पल एकदम कड़क दिख रहे थे उभरे हुए मुझे देख कर उसने बड़ी अदा से स्माइल की और hi किया मैंने भी हाथ हिला कर उसे रिप्लाई किया उसके बाल खुले हुए थे और कुल मिला कर वो आकर्षक लग रही थी ...... वो कहते हैं ना बुरे काम के लिए बुरी नही थी वो ......
उसने इयरफोन लगा रखा था और बोली कहिए जनाब कैसी लगी मैं मैंने thumbsup कर दिया वो बोली अब तो बोल दूँ i love you और आंख मार दी .......
मैंने मुस्कुराते हुए उसे fliying kiss दी और उसने भी होंठ गोल करते हुए मुझे किस का इशारा किया .....
फिर मैंने अपने सीने की ओर इशारा कर के कहा तुम्हारे ये बहोत बड़े बड़े हैं वो शर्माने की एक्टिंग करते हुए बोली हाँ ऐसे ही हैं क्यों आपको नही पसन्द क्या मैंने हंस कर कहा नही मुझे बहोत पसन्द आये तो वो फौरन बोली देखोगे क्या ......
मैंने कहा ok दिखा दो उसने फौरन अपनी टीशर्ट ऊपर की और अपनी नंगी चुचियाँ हिला हिला कर दिखाने लगी ये सीन देख कर मेरा लंड बेकाबू होने लगा और मैं अपना लंड सहलाने लगा .......
इस से पहले कुछ और होता किसी के सीढियां चढ़ने की आवाज़ आयी और मैंने कोई आ रहा है कह कर फोन काट दिया .......
मम्मी कमरे में आई मेरा हालचाल लिया और पूछा कोई जरूरत तो नही है मैंने कहा नही अभी तो कुछ नही चाहिए फिर वो मेरे पास बैठ कर बोली विकास मुझे कुछ सामान लेने मार्केट जाना है और पार्लर भी जाना है टाइम ही नही मिलता आज वो शुक्ला आंटी भी मार्केट जा रही हैं अगर तू अकेले रह सके तो मैं हो आऊं उनके साथ अकेले की ही वजह से मैं कई दिनों से टाल रही हूं ....
ये सुनते ही मेरे दिमाग की बत्ती जली और मैंने कहा कोई नही मम्मी आप हो आओ वैसे भी मैं अभी 3-4 घंटे सोने वाला हूँ .....
मम्मी बोली ठीक है फिर अभी साढ़े 9 हैं मैं 10 बजे तक निकलती हूँ 1 बजे तक वापस आ जाऊंगी निकिता भी दो बजे तक आ जायेगी तुझे भूख तो नही लगी मैंने कहा नही मम्मी इतनी जल्दी कहाँ अभी तो नाश्ता किया था ...... हाँ एक बोतल पानी दे देना मुझे और आप बाहर से गेट लॉक कर के चाभी उसी जगह रख देना जहां हम रखते हैं ..... (हमारे मेनगेट के बगल में बॉण्डरी में एक ऐसी जगह है जहां हम कभी कभी चाभी छुपा कर रख देते हैं जब कभी घर के सारे सदस्य बाहर गए हों और वापस अलग अलग आना हो इस स्थिति में पहले आने वाला चाभी निकाल कर दरवाजा खोल लेता है) मम्मी ने कहा ठीक है मैं चाभी वहीं रख दूंगी और फिर वो चली गईं उनके जाते ही मैंने रानी को कॉल की और उसने फौरन कॉल रिसीव की और बोली क्या हुआ विकास तुमने कॉल क्यों काट दी थी लगता है मेरा जिस्म तुम्हे पसन्द नही आया ..... मैंने कहा बताया तो था कोई आ रहा है मम्मी आयी थीं और हां अभी 10 से 1 तक मैं घर पर अकेला हूँ तुम चाहो तो घर आ सकती हो ये सुनते ही वो खुश हो और बोली ठीक है डिअर मैं निकलती हूँ फौरन मैंने कहा लेकिन मेरे घर के पास आ कर पहले मुझे कॉल कर लेना फिर मैं बताऊंगा कैसे अंदर आना है उसने कहा ठीक है।
फोन रख कर मैं अंदर ही अंदर खुशी से उछलने लगा आज पहली बार किसी लड़की के साथ मज़े करने का मौका मिलने जा रहा था हांलाकि मेरी थोड़ी थोड़ी फट भी रही थी कोई गड़बड़ ना हो को पड़ोसी उसे देख ना ले घर आते हुए वैसे किसी का किसी के घर जाना कोई बड़ी बात नही लेकिन जब इरादे गलत हों तो एक चोर बैठ जाता है मन में ..... फिर मैंने सोचा कुछ प्रॉब्लम हुई तो दीदी की हेल्प ले लूंगा झूठ बोल कर और अपनी हिम्मत इकट्ठी करने लगा......
फिर थोड़ी देर में मम्मी आयी ऊपर उनके साथ शुक्ला आंटी भी थीं आंटी ने मेरा हालचाल पूछा वो दोनो तैयार थीं मार्केट जाने के लिए फिर उन्होंने कहा बेटा मैं जा रही हूं चाभी रख दूंगी निकिता आये तो उसे बता देना मैंने कहा ठीक है मम्मी और वो लोग चली गईं अब मैं घर मे अकेला था और मेरा दिल जोरो से धड़क रहा था .....
मैंने फिर से रानी को कॉल किया उसने बताया कि वो रास्ते मे है थोड़ी देर में पहुंच रही है ......, मैंने कॉल काट कर संजय को कॉल की उसने बताया कि वो अभी दीदी के कॉलेज पहुंचा है और फिर वहां से बैंक जाएगा उन्हें ले कर मुझे पता था बैंक मे कम से कम दो घण्टे तो लगने ही थे उन्हें फिर भी मैंने कहा जब वापस घर के लिए निकलना तो एक कॉल कर लेना मुझे उसने कहा ठीक है .......
फिर सब तरफ से निश्चिंत हो कर मैं रानी का इंतजार करने लगा और 5 मिनट में उसका कॉल आ गया वो बोली कि मेरी गली के मोड़ पर खड़ी है कौन स घर है मैंने उसे घर की पहचान बताई और ये भी बताया कि गेट के बगल में किस जगह उसे चाभी मिलेगी वो उससे लॉक खोल कर सीधा ऊपर आ जाये मैं वहीं मिलूंगा उसे ....... कुछ मिनट बाद ही किसी के सीढियां चढ़ने की आवाज़ आयी और अगले ही पल रानी मेरे कमरे में थी ...... उसने हल्के हरे रंग का कसा हुआ सूट पहन रखा था पैरों में काले सैंडल हाई हील के जिसकी वजह से उसकी गांड़ कुछ ज्यादा ही उभरी हुई थी ..... उसने चेहरे पर कॉटन का दुपट्टा बांध रखा था और आंखों पर गॉगल्स पहन रखे थे अंदर आते ही उसने मुझे देखा और फिर अपना चश्मा उतार कर दुप्पटा खोलते हुए बोली हेलो हैंडसम आखिर मैं आ ही गयी तुमसे मिलने .......
मैंने कहा आओ बैठो वो मेरे पास ही बेड पर बैठ गयी मैंने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा अब बताओ क्यों मिलना था मुझसे वो बोली बस तुम्हे देखना था तुमसे बात करनी थी .....
मैंने कहा इतना तो फ़ोन पर भी हो जाता मिलने की क्या जरूरत थी वो शर्माने की एक्टिंग करते हुए बोली असल मे मुझे आपसे प्यार हो गया है और प्यार करने के लिए मिलना जरूरी होता है ......
मैंने मन मे कहा साली रांड तुझे तो सिर्फ पैसे और लंड से प्यार है....... पर मैंने उसके हाथ पर हाथ रखते हुए कहा अगर प्यार करना है तो इतनी दूर क्यों बैठी हो ऊए सुनते ही रानी ने मेरी गर्दन में हाथ डाला और मुझ पर झुकते हुए अपने लिपस्टिक लगे होंठ मेरे होंठो पर रख दिये और बुरी तरह से मुझे चूमने लगी .......
मेरे जिस्म में एक तरंग सी उठने लगी और मैंने भी खुद को उसके हवाले कर दिया ..... और फिर दो मिनट तक जबरदस्त तरीके से मेरे होंठ चूसने एक बाद वो अलग हो गयी उसकी सांस तेजी से चल रही थी और उसकी चुचियाँ तेजी से ऊपर नीचे हो रही थीं मेरी नजर उसकी चुचियो पर ही जमी थी उसने हंस कर कहा क्या देख रहे हो मैंने कहा तुम्हारे बूब्स बहुत मस्त हैं उसने चहकते हुए कहा तुम्हे पसन्द हैं मैंने कहा फोन पे देखा तो अच्छे लगे थे सामने से देखूं तो पता चला ये सुनते ही उसने अपनी कुर्ती को पकड़ कर ऊपर उठाते हुए निकाल दिया मैंने कहा नीचे का गेट तो बंद कर दिया है ना?
वो बोली हां बंद है और चाभी अपनी ब्रा से निकाल कर बेड पर रख दी रानी की स्काई कलर की प्रिंटेड ब्रा में कसी हुई मोटी चुचियाँ देख कर मेरे मुह और लंड में पानी आ गया मैंने अपने होंठो पर जीभ फेरी और कहा रानी मुझे इन्हें नंगा देखना है मेरी बात सुन कर वो घूम कर अपनी नंगी पीठ मेरी ओर कर के बोली खोल दो मेरी ब्रा विकास नंगी कर दो मुझे मैंने जिस दिन से तुम्हे देखा है बस तड़प रही हूं तुम्हारे सामने नंगी होने के लिए तुमसे प्यार करने के लिए ...... मैंने रानी की पीठ को सहलाते हुए उसकी ब्रा के हुक खोलने की कोशिश की पर वो बहोत टाइट था उस दिन मुझे समझ आया कि ब्रा के हुक खोलना भी कोई आसन काम नही कुछ देर तक उस से झूझने के बाद आखिर मुझे हुक खोलने में कामयाबी मिल ही गयी और मैंने उसकी ब्रा उसकी बाहों से निकाल कर फेंक दी और उसकी नंगी पीठ पर अपने होंठ रख कर चूमने लगा ......, मेरे होंठो की छुवन महसूस करते ही उसके एक सिसकी भरी और अपनी पीठ मेरे सीने से लगा दी और पीछे से झांक कर मैं उसकी नंगी रसीली भारी चुचियाँ देखने लगा...... मेरे हाथ रानी के कंधों से होते हुए उसके सीने की ओर बढ़ने लगे और अगले पल उसकी दोनो चुचियाँ मेरी मुट्ठी में कसी हुई थीं और मैं उन्हें बेरहमी से मसलते हुए उसके गाल पर जीभ फिराने लगा ...... रानी सिसकते हुए बोली आहह विकास कैसे जादू है तुम्हारे हाथों में मैं बहक रही हूं पिघल रही हूं उफ्फ बहोत अच्छा लग रहा है तुम्हे कैसा लग रहा है मैंने कहा रानी मुझे भी बहोत अच्छा लग रहा है मेरा दिल कर रहा है तुम्हे एकदम नंगी कर के देखने का वो बोली तो सोच क्या रहे हो मेरी जान कर दो ना नंगी अपनी रानी मैं तुम्हे रोकूंगी नही...... मैंने रानी के दोनो अंगूर जैसे कड़े निप्पल चुटकी में पकड़ कर जोर से भींचते हुए कहा रानी मेरा पैर सही होता तो मैं कब का तुम्हारे कपड़े फाड़ चुका होता मगर आज जो भी करना है तुम्हे ही करना होगा ......, वो बोली आहह विकास मैं भूल गयी थी कि तुम्हारे पैर में फ्रैक्चर है लेकिन अभी मुझे बस तुमसे प्यार करना है चाहे जैसे हो मैं सब करूंगी तुम्हारे लिए और वो उठ खड़ी हुई मेरे सामने खड़ी हो कर उसने अपनी सलवार को झटके से निकाल दिया और पैंटी भी निकाल दी मादरजात नंगी हो कर रानी बड़ी अदा से घूम गयी और अपनी भारी गांड़ मेरी ओर कर के अपने चूतड़ों पर हाथ फिराने लगी.......
मेरा लंड एकदम राकेट हुआ जा रहा था पहली बार नंगी लड़की वो भी अपने रूम में उफ्फ मैं उसकी उभरी हुई गुदाज गांड़ देखते हुए अपना लंड मसलने लगा उसने सर घुमा कर मुझे देखा और बोली ओहहह जान तुम क्यों मेहनत कर रहे हो ये तो मेरा खिलौना है मुझे खेलने दो इससे और वो मेरे पैरों के पास बैठ गयी उसने एक हाथ मेरे लंड पर रख कर उसकी लंबाई और मोटाई का जायजा लिया और फिर उसे कस कस के दबाने लगी अगले ही पल उसने मेरा लोअर खींचते हुए कहा इसे निकालो न मुझे तुम्हारा लंड देखना है विकास जिस बेबाकी से उसने लंड बोला मेरे लंड ने फौरन एक ठुमकी दी उसके हाथ मे और मैंने आने हाथों पर खुद को ऊपर उठा लिया रानी ने देर ना करते हुए मेरे लोअर और अंडी को घुटनों तक सरका दिया और मेरा खड़ा लंड मुट्ठी में भर कर बोली उफ्फ कितना सख्त और गर्म है तुम्हारा लौड़ा और लंड को हल्के हाथों से सहलाने लगी उसके हाथों के स्पर्श का मज़ा लेते हुए मैंने अपने हाथ फिर से उसके चूचो पर जमा दिए और जोर जोर से उन्हें मसलने लगा रानी सिसकते हुए बोली आहद और दबाओ विकास बहोत तंग करते हैं ये मुझे ........
Nice update Bhai
 
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Raja maurya

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मैं इन दिनों की घटनाओं से काफी ठरक के भरा हुआ था और अपनी सारी ठरक इस चालू लौंडिया पर निकालना चाहता था मुझे ये भी मालूम था मुझे खुश करने के लिए ये किसी भी हद तक जाने को तैयार होगी तो मैंने कहा रानी मेरा लंड मुझे बहोत परेशान करता है वो लंड को जोर से दबा कर बोली अब मैं हूँ ना विकास इसकी हर ख्वाइश पूरी करूंगी मैं और फिर उसने मेरे लंड पर झुकते हुए सुपाड़े पर अपने होंठ रख दिये और जीभ को गोल गोल फिराने लगी मेरा सुपाड़ा उसके थूक से गिला हो गया पर मैंने बेड के किनारे ओर सरकते हुए कहा रानी तुम नीचे उतरो वो फौरन किसी आज्ञाकारी गुलाम की तरह नीचे उतर गई मैं खिसक कर बेड के एज पर पहुंचा और अपनी टूटी टांग को नीचे करने लगा रानी ने फौरन मेरा पैर पकड़ कर धीरे से नीचे जमीन पर रखा और फिर मैंने दूसरा पैर भी नीचे रखा और रानी का हाथ पकड़ कर उसे अपनी टांगो के बीच बिठा लिया उसने मेरा इशारा समझा और नीचे बैठ कर मेरे लंड को पकड़ कर अपनी लंबी सी जीभ निकाली और किसी भूखी कुतिया जैसे लंड पर जीभ फिराते हुए उसे ऊपर से नीचे तक चाटने लगी मेरे मुह से आहें निकलने लगी मैं सिसकते हुए बोला आहहह रानी मस्त लौड़ा चूसती हो तुम उसने मेरी आँखों मे झांकते हुए बड़ा सा मुह खोला और दो तीन बार सुपाड़े को अच्छी तरह चाट कर उसे होंठो में दबा कर धीरे धीरे अपने होंठ उस पर कस दिए और लंड को अपने मुह में समाने लगी और जल्दी ही मेरा समूचा लंड उसके मुह के अंदर था ।
उसके मुह की गर्मी मुझे पागल का रही थी दिल कर रहा था कमर को झटके दे कर और अंदर पेल दूँ उसके मुह में अपना लोड़ा पर वो तो पहले ही पूरा अंदर था कुछ सेकेंड्स तक ऐसे लंड को मुह में रखने के बाद उसने सर ऊपर उठाते हुए लंड को बाहर निकाला और गहरी सांस ले कर झटके से फिर हचक के लंड को मुह में भर लिया फिर वो ऐसे ही एक रिदम के साथ लंड को मुह में ले कर चूसते हुए अपने मुह को किसी चूत जैसे चुदवाने लगी और मैं इस नए मज़े को पा कर आसमान में उड़ने लगा मुझे लगा मैं किसी भी पल झड़ जाऊंगा इसलिए मैंने एकदम से लोड़ा उसके मुह से खींच लिया रानी हैरानी से मेरा मुह देखने लगी पर मैं उसके चेहरे पर झुका और उसके होंठ मुह में भर कर चूसने लगा रानी भी अपनी जीभ मेरे होंठो पर रगड़ते हुए चुम्मे का मज़ा लेने लगी और उसने मेरा लंड फिर से अपनी मुट्ठी में भर लिया थूक से गीला लंड पकड़ कर वो उसे मुठियाते हुए अपनी जीभ मेरे मुह में घुसाने लगी और मैंने रानी की जीभ चूसते हुए दांतो से काट ली वो एकदम से सिसिया उठी और मेरा एक हाथ अपने निप्पल पर रख दिया मैंने उसकी निप्पल को चुटकी में पकड़ कर जोर से उमेठ दिया और वो चीख उठी मैं डर गया और बोला सॉरी रानी वो तुरन्त मुस्कुरा कर बोला कैरी ऑन डिअर मेरे चीखने चिल्लाने की परवाह मत करो तुम्हारा जंगलीपन मुझे बहोत सुख दे रहा है उसकी बात सुन कर मेरा हौसला बढ़ा और मैंने एकदम से उसके चेहरे पर थूक दिया वो इससे हड़बड़ा गयी लेकिन फिर मुस्कुराते हुए उसने अपने होठों के ऊपर बहता हुआ मेरा थूक जीभ फिरा कर चाट लिया और निगल गयी .....
मैंने फिर से उसकी दोनो निप्पल को पकड़ कर मसलना शुरू किया और रानी सिसकते हुए फिर से मेरे होंठो पर टूट पड़ी ...... फिर उसने खुद को अलग किया और अपनी जीभ निकाल कर मेरी जांघो को चाटने लगी और जीभ फिराते हुए मेरे लंड को मेरे पेट पर दबा कर नीचे मेरे आंड़ को चूमने लगी फिर उसने मुह खोल कर मेरे दोनो आंड़ एक साथ मुह में भर लिए और उन्हें किसी रसगुल्ले जैसे चूसने लगी मेरे लंड की हालत खराब हो रही थी कुछ देर तक मेरे आंड़ चूसने के बाद उसने उन्हें मुह से निकाला और अपनी जीभ को और नीचे की ओर ले जाने लगी ....... पता नही कैसे पर खुद ब खुद मेरी टांगे थोड़ा सा फैल गयी और मैं अपने हाथों के सहारे थोड़ा पीछे को लेट से गया और अगले ही पल रानी में जो हरकत की उस से मेरी जान ही हलक में आ गयी रानी ने एकदम से अपनी जीभ मेरी गांड़ के छेद पर फिरानी शुरू कर दी और दोनो हाथों से वो मेरा लंड अच्छे से मसल रही थी उसके हाथों की हरकत से मेरा लौड़ा हद से ज्यादा सख्त हो गया था मुझे आज से पहले कभी अपना लंड इतना बड़ा नही लगा उधर उसकी नरम गीली जीभ मेरे गांड़ के छेद पर हरकत करती हुई मेरे जिस्म को हरपल एक नए आनंद का अहसास दे रही थी और फिर मैं एकदम सेक्स के नशे में चूर हो कर बहकने लगा ......, आआहहहह रानी चूस ऐसे ही चूस मेरा लौड़ा मेरे लंड की रानी चाट मेरी गांड़ साली ...... बहोत मज़े दे रही है तू पागल कर रही है तू मुझे उफ्फ्फ ....... रानी ने जीभ मेरी गांड़ से हटा कर लंड को तेजी से सहलाते हुए कहा आहह विकास कितना मस्त है लौड़ा तुम्हारा मैं तो बस दीवानी हूँ तुम्हारे लंड की अब तो बस तुमसे चुदने का मन कर रहा है मेरी जान मेरी चूत भी प्यासी है इस लंड की मैंने कहा रुक मत साली र..... और बोलते बोलते रुक गया ....., रानी ने कहा बोलो न विकास क्या बोलना चाहते हो जो भी मन मे है बोलो मैं बुरा नही मानूँगी अगर तुम्हे गालियां दी कर चोदना पसन्द है तो अपनी ख्वाइश पूरी कर लो राजा मुझे अपनी रण्डी समझ लो थोड़ी देर के लिए...... और इसी के साथ उसने मेरी गांड़ के छेद को अपने गुलाबी रसीले होंठो में दबा लिया और चूसते हुए लंड को कस के मुठ मारने लगी .......
उसकी बातें सुन कर मेरे दिमाग की नसों में चिंगारी सी उठने लगी और मैंने एक हाथ से उसके बाल मुट्ठी में पकड़ कर उसका मुह अपनी गांड़ पर दबाते हुए कहा आहह रण्डी ऐसे ही चूस साली छिनाल खा जा मेरी गांड़ को उफ्फ्फ साली बहोत मस्त है तू मेरी जान और मेरे लंड से झटके से वीर्य की एक तेज फुहार निकल कर सीधा रानी के माथे और बालो पर जा गिरी वीर्य की गर्मी महसूस करते ही रानी ने झट से गांड़ से मुह हटा कर मेरा सुपाड़ा मुह में भर लिया और अगली पिचकारी उसके मुह में निकली फिर मैं कुछ देर तक झटके ले ले कर झड़ता रहा और रानी मज़े से मेरा लोड़ा चूस चूस कर ताजा गरम वीर्य पीती रही ...... आखिरी बून्द तक चूसने के बाद उसने सुपाड़ा मुह से निकाल कर होंठो पर जीभ फिराई और एक चटकारा सा ले कर बोली उम्म्म बहोत टेस्टी हो तुम ........ मुझे ऐसा लग रहा था जैसे लंड के रास्ते मेरी जान निकल गयी हो और मैं निढाल हो कर बेड पर गिर गया और अपनी उखड़ी सांसों पर काबू करने लगा .........
पर रानी कहाँ रुकने वाली थी वो अगले ही पल बेड पर चढ़ आयी और मेरे सामने पंजो पर बैठ कर अपनी चूत सहलाते हुए बोली राजा मेरे मुह की प्यास तो बुझा दी पर अभी मेरी बुर प्यासी है इसका भी तो कुछ सोचो मैंने पहली बार नंगी बुर अपने सामने देखी उसकी चूत एकदम चिकनी थी पर चूत के होंठ थोड़ा सा खुले हुए थे और अंदर का गुलाबी हिस्सा नजर आ रहा था नंगी चूत देख कर मेरा लंड पूरी तरह सिकुड़ने से पहले ही अकड़ने लगा और मेरे मुह में पानी आने लगा ......, मैंने रानी का हाथ पकड़ा और उसे अपने ऊपर खींचने लगा वो समझदार थी जल्दी से मेरे सर के दूसरी ओर एक पैर रख कर मेरे मुह पर आ बैठी उसकी रसीली भरपूर चुदी हुई चूत मेरी नजरो के सामने थी मैंने बस दोनो हाथों दे उसके नंगे चूतड़ थामे और उन्हें सहलाते हुए अपने होंठ उसकी चूत पर रख दिये उसकी चूत से तीखी सी स्मेल आ रही थी जो मुझे ज्यादा पसन्द नही आई पर उत्तेजना की अधिकता से मैंने उस पर ध्यान न देते हुए अपने होंठ उसकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया और वो आहें भरती हुई अपने हाथो से अपने चूचे दबाने लगी और बोली आहह विकास पागल कर रहे हो तुम मुझे चाटो मेरी बुर को ऐसे ही खाजाओ इसे रानी की ये बात सुन कर मेरे लंड में फिर से जान आ गयी और वो फनफना कर उछलने लगा रानी ने हाथ बढ़ा कर लंड को फिर से पकड़ लिया और सहलाते हुए बोली रुक जा सब्र कर अभी तुझे निगलती हूँ अपनी बुर में और एकदम से अपनी बुर मेरे मुह पर दबा दी मेरा चेहरा उसके मोटे चूतड़ों में दब कर रह गया मेरी सांस रुक गयी पर मैं बेताबी से उसकी बुर को होंठो में भर कर चूस रहा था और साथ ही गांड़ की दरार को सहला रहा था तभी मेरी उंगली को उसकी गांड़ का छेद मिल गया और मैंने उंगली को उसकी गांड़ के छेद पर फिराते हुए एकदम से उंगली गांड़ में पेल दी रानी कसमसा कर बोली आहह राजा उँगली नही अपना ये खूंटा डाल दो मेरी गांड़ में उफ्फ्फ मैंने दो तीन बार तेजी से उंगली को उसकी कसी हुई गांड़ में अंदर बाहर किया और फिर एकदम से उसकी चूत के दाने को दांतों से काट लिया वो सिसक कर उछल गयी और फिर मेरे मुह से उठ कर नीचे मेरी कमर पर बैठ गयी और लंड को पकड़ कर चूत पर लगा कर झटके से बैठ गई और मेरा लंड फिसलता उसकी गहरी गरम बुर में समा गया उसने एक आह भरी और फिर अपनी गांड़ तेजी से हिलाते हुए लंड को अपनी बुर में गपागप लेने लगी उसकी चुचियाँ उछल रही थी और मैंने उन्हें दबोच लिया मैं उसके निप्पल पकड़ कर खींच रहा था और उसकी गांड़ किसी इंजन जैसे तेजी से चल रही थी मेरे लंड पर वाकई रानी मस्त चुदक्कड़ लौंडिया थी मैं तो मज़े से मरा जा रहा था 8-10 मिनट तक ऐसे ही लंड पर चढ़ कर कूदने के बाद वो पूरा लंड चूत में ले कर बैठ गयी मेरे ऊपर उसकी बुर से काफी पानी निकल कर मेरे लंड के आसपास गीलापन कर रहा था रानी ने एक बार झुक कर मेरे होंठ चूसे और फिर अपनी गांड़ को आगे पीछे करते हुए लंड पर अपनी बुर घिसने लगी ..... इस तरह से मेरा सुपाड़ा रानी की बुर के आखिरी छोर तक जा कर टक्कर मार रहा था और मेरा दिल कर रहा था बस ऐसे ही चलता रहे बिना रुके हमेशा मैंने नीचे से अपने चूतड़ उठाते हुए लंड को अंदर घुसा कर कहा आहह रानी और चुद ले मादरचोद रण्डी ......... रानी भी आहह भर कर बोली जी भरके चोदो राजा अपनी रण्डी को जैसे चाहे जितना चाहे ओहहह राजा मैं गयी और इसी के साथ उसका बदन कांपने लगा उसके गले से अजीब सी आवाज़ें आने लगी और वो एकदम मेरे सीने से चिपक गयी दो मिनट तक ऐसे ही छिपकली जैसे मुझसे चिपक कर झड़ने के बाद उसने मेरी आँखो के देख कर मेरे होंठ चूम लिए और बोली लव यू मेरी जान ......मैंने कहा मेरा अभी हुआ नही है वो मुस्कुरा कर बोली अभी एक और छेद है ना डिअर तुम्हारे लंड की प्यास बुझाने के लिए उसने कमर ऊपर की और लंड उसकी बुर से बाहर फिसल गया लंड रानी की बुर के रस से भीग कर चमक रहा था उसने एक पल लंड को देखा और फिर उसे पकड़ कर अपनी गांड़ के छेद पर लगा लिया और फिर दांत भींच कर उसने अपनी कमर को नीचे दबाना शुरू किया सुपाड़े ने गांड़ के कसे हुए छेद को फैलाना शुरू किया और फिर एकदम से सुपाड़ा गांड़ के छल्ले में जा फंसा रानी ने रुक के दो तीन गहरी गहरी सांसे ली और फिर से कमर का दबाव डालते हुए आधे से ज्यादा लंड अपनी कसी हुई गांड़ में ले लिया फिर वो धीरे धीरे कमर को हिलाते हुए अपनी गांड़ चुदवाने लगी चूत की अपेक्षा उसकी गांड़ ज्यादा कसी हुई थी शायद गांड़ ज्यादा मरवाई नही थी उसने पर जल्दी ही उसने जड़ तक लंड गांड़ में ले लिया और अपनी गांड़ तेजी से लंड पर पटकती हु गांड़ मरवाने लगी मैंने भी दोनो हाथो से उसके चूतड़ मसलते हुए धक्के लगाने शुरू कर दिए और मेरे मुह से फिर सिसकारियां निकलने लगी ....... aaahhha रानी तेरी गांड़ और भी मस्त है बुरचोदी ले खा मेरा लंड अपनी गांड़ में भोसड़ी की आहह रानी ने भी झुक कर अपनी एक चूची मेरे होंठो पर रखते हुए कहा आहह विकास चोदो अपनी रानी की गांड़ फाड़ दो मेरी गांड़ अपने लौड़े से राजा भर तो मेरी गांड़ अपने लंड के रस से उफ्फ और मैंने रानी का निप्पल चूसते हुए तेजी से लंड ठोकना शुरू कर दिया उसकी गांड़ में और 20-30 तेज धक्कों के बाद ही मैं एक बार फिर से झड़ने लगा aaahhhhh मेरे लंड से खौलता हुआ वीर्य रानी की गांड़ में भरने लगा .... रानी अपनी गांड़ एकदम मेरे लंड पर दबा कर उसे निचोड़ने लगी और मुझ पर लेट कर कस के लिपट गयी मुझसे ......., काफी देर तक वो ऐसे ही नंगी लेती रही मुझ पर फिर उठ कर उसने एक बार मेरे होंठो को चूमा और नीचे उतर कर अपने कपड़े समेटने लगी तभी मैंने देखा उसकी टांग पर मेरा वीर्य बहता हुआ उसकी गांड़ से टपक रहा है उसने भी वो महसूस किया और फिर उसने जो हरकत की वो मुझे अंदर तक हिला गयी रानी ने उंगली से वो सारा वीर्य समेटा और मुझे दिखाते हुए चाट कर बोली उम्मम्म टेस्टी और फिर वो कपड़े पहनने लगी कपड़े पहन कर उसने मुझे भी अंडरवियर और लोअर पहनाया और फिर बोतल उठा कर पानी पीने लगी फिर उसने बोतल रखा कर कहा कैसा लगा विकास मैंने हंस कर कहा लाजवाब बेमिसाल फिर कब मिलोगी उसने कहा कब चाहो बुला लेना ....... मैंने ठीक है लेकिन अब तुम जाओ मेरे घर वाले किसी भी वक़्त आ सकते हैं उसने मुस्कुरा कर सर हिलाया और चाभी उठा कर चली दी दरवाजे पर पहुंच कर उसने एक फ्लाइंग किस दी और निकल गयी ...... और मैं भी सो गया।
Hot update Bhai
 
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Raja maurya

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फोन की घंटी से मेरी नींद टूटी पता नही मैं कितनी देर सोया आज थक भी तो गया था इस पहली चुदाई से , मैंने फोन निकाल कर देखा तो 1:40 हो रहा था और संजय का कॉल था कॉल रिसीव की तो उसने बताया वो नीचे खड़ा है दीदी के साथ लेकिन गेट लॉक है मैंने कहा दीदी से बात कराओ उसने फोन दीदी को दिया ..... मैंने दीदी को बताया कि चाभी वहीं रखी हुई है खोल लो और फिर वो लोग ऊपर आये ..... मैंने उनके आने तक बेड की अस्त व्यस्त चादर सही कर दी और टीशर्ट पहन ली ।
पहले संजय और फिर दीदी अंदर आये संजय मेरे पास बैठ गया और जेब से एक पासबुक और चेकबुक निकाल कर मुझे दी और बताया कि एटीएम कुछ दिन में आ जायेगा .....
मैंने कहा ठीक है फिर दीदी बोली तुम लोग बैठो मैं कुछ पीने को लाती हूँ और वो चली गईं मैंने कहा यार संजय बियर पीने का मन कर रहा है वो भुनभुनाते हुए बोला भोसड़ी के मन तो मेरा भी है और सोचा था कल शाम को पियेंगे लेकिन तूने पहले ही गांड़ मरवा ली मैंने कहा एक काम करियो शाम को ले आना यही पी लेंगे वो हैरानी से मेरा मुह देखते हुए बोला यहां घर पे ..... मैंने कहा हां घर पे वो सर हिलाते हुए बोला मुझे अपनी गांड़ नही तुड़वानी तू तो बोल देगा मैं ही ले कर आया हूँ और अंकल मेरी गांड़ मार देंगे मैंने हंसते हुए कहा कुछ नही होगा गांडू अच्छा सुन एक बात बताऊं उसने कहा बता ...... मैंने बताया कि आज मैंने लड़की चोदी मेरी बात सुन कर वो हंसने लगा और बोला साले लंगड़े खड़ा तो हो नही पा रहा और लंड खड़ा कर लिया तूने साले सुबह सुबह पी ली क्या , मैंने कहा देख मैंने बता दिया अब तू माने ना माने तेरी मर्ज़ी उसने पूछा कौन है मैंने बता दिया वही विनय की आइटम जिसे उस दिन वो उस घर मे चोद रहा था संजय बोला मुझे भी दिलवा तो मानू मैंने कहा बाद मेरा पैर ठीक होने तक इंतजार कर ले फिर तू भी चोद लियो उसे उसने कहा जल्दी से ठीक कर अपना पैर वरना मैं दूसरा भी तोड़ दूंगा साले खुद तो पड़े पड़े चूत चोद रहा और मुझे बता बता कर मेरी सुलगा रहा मैंने कहा यार इसीलिए तो बताया कि अब तेरा भी नंबर लगा दूंगा अब बोल शाम को बियर पिलायेगा ना वो मुह बनाते हुए बोला साले तू बियर के लिए मेरा चुतिया काट रहा न लेकिन समझ ले अगर मुझे चूत न दिलवाई तो तेरी ही गांड़ मार लूंगा मैं ...... तभी दीदी अंदर आयी उनके हाथ मे ट्रे थी जिसमे लस्सी के गिलास थे उन्होंने ट्रे रखी और हम दोनो की लस्सी दी हमने लस्सी पी फिर संजय शाम को आने को बोल कर चला गया ......
दीदी मेरे पास बैठ गईं और बोली बोर तो नही हुए अकेले मैंने कहा एकदम नही और फोन उन्हें दिखाते हुए कहा ये है ना बोरियत भागने के लिए उन्होंने कहा ठीक है लेकिन मम्मी कहाँ गयीं मैंने बताया उन्हें ..... फिर मैंने कहा दीदी और अपनी कानी उंगली दिखाई उन्हें वो मुस्कुरा दी और बेड के नीचे से डिब्बा निकाल कर मेरे सामने बैठ गईं इस बार मैंने बड़े आराम से पैर नीचे लटका कर अपना जिस्म हाथो ऑयर उठाया और दीदी ने मेरा लोअर और अंडरवियर सरका कर नीचे कर दिया फिर उन्होंने डब्बा सामने लगा कर मेरे लंड को उंगलियों की मदद से उसकी ओर मोड़ दिया और मैं मूतने लगा ....... मेरे आराम से मूतने के बाद दीदी ने लंड को झटक कर बूंदे साफ की पर आज वो बड़े गौर से मेरा लंड देख रही थी और फिर मुझे भी लगा कही अभी कुछ देर पहले हुई चुदाई के कोई निशान तो नही मेरे लंड पर जिन्हें देख कर दीदी सब जान जाएं ......
ये सोच कर मुझे कुछ घबराहट हुई पर दीदी ने धीरे से मेरा अंडरवियर और लोअर ऊपर सरका दिया और फिर डब्बा ले कर बाथरूम में चली गईं ..... थोड़ी देर में आई और बोली खाना लगाऊं मैंने कहा हां भूख तो लगी है वो नीचे चली गईं खाना लेने तभी विनय वाले फोन पर कॉल आयी देखा तो रानी की कॉल थी मैंने कॉल रिसीव की तो बोली तुम्हारा काम शुरु कर दिया है मैंने जानू ..... मैंने खुश होते हुए पूछा क्या हुआ बता ना वो बोली अभी अभी उस से चुदवा कर आ रही हूं मैंने हैरान होते हुए कहा इतनी जल्दी ...... साली तू तो मेरी उम्मीद से बहोत तेज है वो हंसते हुए बोली तुम मुझे क्या समझते हो मैं अपनी पर आ जाऊं तो अपने पीछे लौड़ो को लाइन लगा दूँ मैंने कहा सही है तू साली है ही रण्डी वो भी एक नंबर की ..... वो जोर से हंसने लगी मैंने कहा बड़ी खुश है वो बोली एक बात कहूँ मैंने पूछ लिया क्या है बोल ना वो बोली ये लड़का भी मस्त चोदता है अभी तो उसका पैर टूटा है मैं बाद ये सोच रही थी जब से फिट होगा तो मेरी चूत का कबाड़ा कर देगा चोद चोद के मैंने भी हंसते हुए कहा साली तेरी चूत इतने लौड़े खा कर कबाड़ा नही हुई तो ये अकेला क्या उखाड़ लेगा रानी बोली ये चूत चीज ही ऐसी ही चाहे जितना चुदवाओ पर वैसी की वैसी रहती है फिर वो बोली मेरी गांड़ दर्द कर रही है मैंने कहा क्यों गांड़ भी मरवा ली क्या वो बोली हां पहला इम्प्रेशन जो जमाना था वैसे मुझे लगता है एक दो बार और चोदने के बाद ये लड़का मेरे आगे पीछे घूमेगा ......
मैंने मन मे सोचा एक दो बार चोदने के बाद और तुझे संजय से चुदवाने के बाद तेरी गांड़ पे लात मारूंगा मैं साली कुतिया मैंने कहा चल तू लगी रह उसके साथ मैं रखता हूँ वो बोली कब आओगे मेरे राजा मुझे तुम्हारा लंड भी चाहिए मैंने कहा मेरे लंड में हीरे नही जड़े जो मिल रहा है उसी से चुद फिलहाल और फोन काट दिया .....
पर रानी से बात करने में मैं इतना मशगूल हो गया था कि मैं भूल गया दीदी वापस आने वाली हैं और जैसे ही मैंने फोन काट कर सर उठाया देखा दीदी दरवाजे पर थाली लिए खड़ी मुझे बड़े गौर से देख रही हैं उनके चेहरे उलझन और थोड़ा गुस्सा था नजर मिलते ही वो कमरे में आईं और बेड पर पेपर बिछा का थाली रख दी और मेरे बगल में बैठ कर मुझे खिलाने लगी ..... मैं भी उनसे नजर चुराते हुए खाने लगा खाना खत्म होने तक हमारी कोई बात नही हुई ..... और वो बर्तन ले कर नीचे चली गईं ...... फिर मैं भी सो गया और शाम 5 बजे उठा मम्मी आ चुकी थीं और थोड़ी देर में ही वो चाय और पापड़ लेकर ऊपर आ गयी मैंने चाय पी और फिर पूछा दीदी कहाँ है वो बोली नीचे है बहुत देर से मैंने कहा भी की जा के तुझे चाय दे आये पर बोली आप ही जाओ मुझे नही जाना ......
मुझे लगा शायद वो नाराज़ है मुझसे तभी संजय का कॉल आ गया मैंने रिसीव किया तो वो पूछने लगा कौन सी लाऊं सामने मम्मी बैठी थी तो मैंने कहा इंग्लिश मैथ साइंस सब ले आ मैं अभी नोट कॉपी कर लेता हूँ वो समझ गया कोई है पास में उसने फिर पूछा दो ही लेनी है ना मैंने फिर कहा नही चारो ले आ दो मेरी दो तेरी उसने फोन काट दिया मम्मी ने बर्तन समेटे और नीचे चली गईं ...... थोड़ी देर में संजय आया उसने एक बैग ले रखा था वो आ कर मेरे पास बैठ गया और बोला निकालूं मैंने पूछा दीदी कहाँ हैं वो बोला नीचे ही थीं tv देख रही थीं मैंने कहा निकाल फिर उसने दो बियर निकाली और एक मुझे थमा दी हम पीने लगे ...... वो खत्म कर के उसने खाली कैन अपने बैग में डाले और दो और निकाली और मुझे देते हुए बोला ले पकड़ फिर उसने कुछ कॉपी निकाली और रख कर बोला ये ले नोट्स बना लियो अब मैं चलता हूँ मैंने कहा यार ये दोनों मैं अकेले थोड़े खत्म करूंगा एक ले ना उसने मना किया और बोला मैंने घर जाना है ज्यादा हो गयी तो तुड़ाई हो जाएगी तो आराम से ऊपर पड़ा है पर मेरे पास पर्सनल रूम नही है और फिर वो चला गया मैंने एक और खोली और पीने लगा दूसरी खत्म कर के मैंने खाली कैन बेड के नीचे छुपा दिया और बाकी बचा हुआ एक बेड की दराज में डाल दिया ..... थोड़ी देर में पापा आये हालचाल पूछ कर चले गए ..... फिर 8 बजे दीदी आईं बोली खाना लाउं मैंने हां में सर हिला दिया वो गयीं और थोड़ी देर में खाना ले कर आ गईं खाने के दौरान भी हमारे बीच कुछ बात नही हुई मुझे दीदी की चुप्पी बहुत अखर रही थी .....
फिर वो बर्तन ले कर चली गईं मैं फोन में गेम खेलने लगा फिर 10 बजे के आसपास दूध ले कर आईं मुझे गिलास पकड़ाया और बेड की दराज खोली दवा निकालने के लिए लेकिन अंदर बियर पड़ी हुई थी वो देख का उन्होंने दवा की जगह बियर निकाली और पूछा ये क्या है ......
मैंने देखा और मेरी गांड़ और फट गई साला मैं भी चुतिया हूँ मुझे वही जगह मिली थी इसे रखने के लिए एक तो मैं आज काफी नशे में था मैंने पहली बार दो बियर एक साथ पी थी मैंने हकलाते हुए कहा वो द द दीदी ये बस आज मंगवा ली मन था लेकिन फिर पी नही मैंने झूठ बोल दिया दीदी ने उसे किनारे रख कर दवा निकाली और मुझे दवा दी मैंने चुपचाप दवा खाई दूध पिया और लेट गया ..... दीदी ने गिलास रखा और फिर वो बियर ले के बाहर जाने लगी मैंने उन्हें बियर ले जाते देखा तो मुझे लगा वो पापा या मम्मी से शिकायत करने जा रही मैंने कहा दीदी प्लीज माफ कर दो ना दोबारा नही होगा ऐसा ..... दीदी ने मुड़ कर मेरी ओर देखा और बोली मतलब ...... दोबारा पियोगे नही या मेरे हाथ नही लगने दोगे मैंने कान पकड़ते हुए कहा पियूँगा ही नही ..... दीदी थोड़ा सा मुस्कुराई और बोली यानी कि ये बेकार है अब तुम्हारे लिए मैंने बड़ी असमंजस की स्थिति में सर हिलाया वो बोली ठीक है फिर मैं इसे छुपा कर रख देती हूं ..... मैंने कहा दीदी प्लीज पापा मम्मी से कुछ मत बताना दीदी बोली उनसे बताना होता तो इसे छुपाने क्यों ले जाती और फिर वो चली गयी मेरा नशा कुछ हल्का हो गया था फिर भी मेरे दिल और दिमाग मे आज दिन में हुई चुदाई का सुरूर था और मुझे मस्ती चढ़ रही थी दीदी के जाते ही मैंने वीनय के फोन पर एक वीडियो प्ले किया और देखने लगा ...... एकदम मस्त और सेक्स से भरपूर वो वीडियो देख कर मेरा लंड गरम होने लगा और मैं लंड सहलाते हुए वीडियो का आनंद लेने लगा वीडियो खत्म होने पर मैंने दीदी की pic वाला फोल्डर खोल लिया और दीदी की नंगी तस्वीरे देखने लगा फिर कोई 20 मिनट बाद दीदी कमरे में आई तो मैंने झट से फोन का पावर बटन दबाया और उसे लॉक कर के तकिए के नीचे डाल दिया दीदी चेंज कर के नाइटी पहन कर आई थीं और उन्होंने आ कर लाइट ऑफ की और चुपचाप मेरे बगल में लेट गयीं ...... हम दोनों खामोश थे .... पर मुझे दीदी से बात करने का मन हो रहा था मैंने हिम्मत कर के पूछा दीदी वो सही जगह छुपाई है ना मम्मी के हाथ ना लगे दीदी ने थोड़ा रुक कर जवाब दिया हां एकदम सही जगह छुपा दी किसी के हाथ नही लगेगी ......
वो फिर से चुप हो गईं मैंने फिर से पूछा दीदी आप मुझसे नाराज़ हो वो बोली नही तो मैंने कहा आज कॉलेज से वापस आनेके बाद आप पूरा टाइम नीचे थी मुझे चाय देने भी नही आई वो बोली मैं थक गई थी तो नीचे ही सो गई थी .....
मैंने हिम्मत कर के अपना हाथ उनके हाथ पर रखा उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नही दी ..... कुछ देर खामोशी छाई रही फिर उन्होंने पूछा वो लड़की कौन है जिससे तू बात कर रहा था मैंने कहा कब कौन लड़की मैंने किसी लड़की से बात नही की दीदी ने अब मेरा हाथ झटकते हुए कहा अगर झूठ ही बोलना है तो कोई बात मत कर मुझसे तू शराब पीने लगा है गर्ल फ्रेंड बना ली है और झूठ भी खूब बोलने लगा है आजकल ......
मुझे लगा मामला गंभीर हो रहा है मैंने कहा दीदी ये शराब नही बियर है और उसे भी मैंने पिया नही आप ले गईं दूसरी बात वो मेरी गर्ल फ्रेंड नही विनय की गर्ल फ्रेंड है जिससे मैं बात कर रहा था रही बात झूठ बोलने की तो मैंने ज्यादातर झूठ आपको बचाने के लिए बोले अपने फायदे की लिए मेरी बाद सुन कर दीदी कुछ नरम पड़ी और बोली ठीक है पर तुम मुझसे तो सच बोल सकते हो मुझसे झूठ बोलने की क्या जरूरत है मैंने कहा आपसे झूठ इसलिये क्यों कि आप बड़ी जल्दी गुस्सा हो जाती हो ..... दीदी ने अब मेरी ओर करवट के कर अपना हाथ मेरे सीने पर रख कर कहा जब जानता है तो क्यों बोलता है झूठ वैसे वो विनय की गर्ल फ्रेंड से तू क्यों बात कर रहा था ..... मैंने मज़ाक में कहा बस ऐसे ही विनय की सारी गर्ल फ्रेंड को उस से दूर कर के उसे सजा देना चाहता हूं उसके गुनाह की ...... मैंने दीदी के हाथ पर हाथ रखते हुए कहा दीदी मैं भी कुछ पूछना चाहता हूं दीदी बोली पूछ ..... मैंने कहा मुझे एक बात नही समझ आयी विनय से आपकी दोस्ती हुई प्यार हुआ वहां तक तो ठीक है लेकिन उसके आगे सब क्यों और कैसे हुआ आप इतनी भी पागल नही हो कि सही और गलत ना समझ सको मेरा मतलब है वो pic उसने कैसे ले लिए और आप कैसे तैयार हो गयी उसके लिए ......
दीदी ने कहा मैं तैयार नही हुई पर उसने कुछ ऐसा फंसाया मुझे की मेरी अक्ल पर पर्दा पड़ गया मैंने मुझे पूरी बात जाननी है दीदी ......
दीदी ने एक गहरी सांस ले कर कहा ठीक है वैसे भी तुम सब कुछ जानते हो तो ये भी जान लो शुरू में विनय कुछ दिन मेरे कॉलेज के बाहर सुबह शाम मुझे फॉलो किया मेरे लिए भी ये पहली बार था कि कोई हैंडसम लड़का यू कई दिन तक मेरे आगे पीछे घूमे तो मैं भी उसे देखने लगी नोटिस करने लगी फिर एक दिन उसने रास्ते मे मुझे रोक कर बड़े सभ्य तरीके से मेरा नाम पूछा और मुझसे दोस्ती करने की इच्छा जाहिर की मुझे वो लड़का कहीं से भी गलत नही लगा इसलिए मैंने उसे सिर्फ दोस्ती के लिये हां कर दी फिर हम रोज कॉलेज के बाद किसी रेस्तरां या पार्क में कुछ देर के लिए मिलने लगे उसने कभी मुझसे कोई गलत बात करने की कोशिश नही की हमारी बातचीत ज्यादातर पढ़ाई और अपनी अपनी लाइफ के बारे में होती थी हां हर रोज वो मुझ पर पैसे खर्च करता था फिर एक दिन उसने मुझसे मेरा नंबर मांगा और मैंने उसे दे दिया मुझे इसमे कोई खराबी नही दिखी फिर हम रोज रात को फोन पर बातें करने लगे और लगभग एक महीने बाद उसने मुझे प्रपोज कर दिया उसने सीधा ये कहा कि वो मुझसे शादी करना चाहता है और उसने अपनी मम्मी को मेरे बारे में बता रखा है और मेरी pic भी दिखाई है उन्हें मैं पसन्द हूँ ......., वो पैसे वाला था पढ़ा लिखा था हैंडसम था मेरे पास कोई वजह नही थी उसके प्रपोज को रिजेक्ट करने की मैंने हां कर दी फिर कोई हफ्ते भर बाद एक दिन हम पार्क में बैठे थे तो उसने अपनी मम्मी को कॉल की और बोला लो मम्मी अपनी होने वाली बहू से बात करो और फोन मुझे दे दिया मैंने उनसे बात की तो उन्होंने बड़े प्यार से मुझसे बात की और बोली कि बस इस साल के एग्जाम खत्म होते ही वो मेरे पापा से बात कर के हमारी शादी करवा देंगी .......
दीदी ने एक गहरी सांस ली और बोलना शुरू किया फिर उसने एक दिन मूवी चलने को बोला और मैं चली भी गयी वहां अंधेरे में उसने मुझे बहोत बार किस किया और मेरे बदन को हाथ लगाता रहा उस दिन मैं बहोत उत्तेजित हो गयी थी फिर वो हफ्ते में एक या दो बार मुझे मूवी दिखाने ले जाने लगा वहां वो मेरे बदन से खूब खेलता और अब मुझे भी उसकी ये हरकते अच्छी लगने लगी थीं कभी मैं उसे मना करती तो वो बड़े हक से कहता होने वाले पति को इतना तो अधिकार तो होता ही है मुझे भी लगने लगा कि पापा मम्मी भी इस रिश्ते के लिए मना नही करेंगे तो मैं थोड़ी लापरवाह हो गयी थी मुझे कही से भी कोई डाउट नही था कि विनय का कोई गलत इरादा है और मैं उस पर पूरी तरह भरोसा करने लगी मुझे और एक दिन उसने बताया कि उसके एक दोस्त का घर खाली है तो मैं कॉलेज बंक कर के उसके साथ चलूं वो थोड़ा टाइम मेरे साथ बिताना चाहता है और मैंने ज्यादा सोचे बिना हां कर दी फिर वो मुझे ले कर वहां गया और फिर उसने अपनी शरारतें शुरू कर दी मैं बेकाबू होने लगी और उस दिन पहली बार विनय ने मेरे साथ सेक्स किया फिर हम बार बार वहां मिलने लगे और एक दिन उसने मुझे बियर भी पिलाई थी और उसके बाद कई बाद कई बार हमने साथ मे बियर पी और सेक्स किया धीरे धीरे मुझे भी इस सब मे मज़ा आने लगा और फिर एक दिन जब सेक्स के बाद मैं पूरी तरह नंगी थी तो विनय ने बड़े प्यार से कहा जानू जब तुम मेरे पास नही होती ही मुझे बहोत याद आती है तुम्हारी मैं तुम्हारी कुछ तस्वीरें ले लेता हूँ जब तुम्हारी याद आएगी देख लिया करूंगा और मेरे कोई जवाब देने से पहले ही उसने अपने फोन पर मेरी pic लेनी शुरू कर दी मुझे उस पर किसी तरह का शक नही था इसलिए मैंने भी ज्यादा ध्यान नही दिया पर मुझे नही पता था उसके इरादे इतने खतरनाक हैं ...... इतना कह कर दीदी चुप हो गईं .....
मैंने कहा बाकी सब तो समझ आ गया पर उसकी मम्मी ने तुमसे बात की ये नही समझ आ रहा ...... फिर मैने पूछा दीदी आप को वो डेट याद है क्या जब विनय ने अपनी मम्मी से आपकी बात करवाई थी कितने दिन पहले की बात है ये ?
दीदी ने दिमाग पर जोर देते हुए कहा अभी ज्यादा से ज्यादा दो महीने हुए होंगे मैंने कहा डेट बताओ उन्होंने दो मिनट तक सोच कर बताया कि उनकी फ्रेंड निशा का बर्थडे 17 सितम्बर को था उस दिन वो विनय से नही मिली थीं इस वजह से वो उनसे नाराज़ था फिर उसके अगले दिन वो उस से मिली थी रेस्तरां में और उसके नेक्स्ट डे वो पार्क में मिले थे यानी इस हिसाब से वो 19 सितम्बर की तारीख थी मैंने विनय का फोन निकाला और उसे अनलॉक किया ...... ओह शिट ये क्या डिस्प्ले पर दीदी की वही घोड़ी बनी हुई तस्वीर आ गयी मैं हड़बड़ा गया दीदी ने भी वो तस्वीर देखी और फौरन बोली तुमने अभी डिलीट नही किया इन्हें मैंने बात बनाते हुए कहा मैं डिलीट कर रहा था तभी आप आ गईं तो बस ऐसे ही रख दिया फिर मैंने कॉल लॉग में जा कर 19 सितम्बर की हिस्ट्री चेक की मैंने पूछा दीदी किस टाइम पर बात हुई थी आपकी उसकी मम्मी से कोई आईडिया दीदी ने बताया कि शायद 3 बजे के आसपास मैंने चेक किया 2:56 पर एक कॉल हुई थी जिसका ड्यूरेशन कोई 16 मिनट था पर वो नंबर देख कर मैं चौंक गया ये नंबर तो रानी का था ...... अब सब कुछ मेरी समझ में आ गया था मैंने कहा दीदी उसने तुम्हारी बात अपनी मम्मी से नही अपनी रखैल जैसी गर्ल फ्रेंड से कराई थी जिसका काम ही है उसके लिए नई नई लड़कियां फंसाना...... दीदी भी ये सुन कर हैरान हुई और बोली कितना कमीना है वो और मैं उससे शादी के सपने देख रही थी ......
दीदी ने पूछा पर तुम्हे कैसे पता चला ये सब मैंने कहा बस गेस किया और तुक्का लग गया ।
दीदी बोली मुझे भी कुछ पूछना है विकी मैंने कहा पूछो दीदी ने कहा आज तुम किसी से मिले थे क्या मेरा मतलब दोपहर में यहां कोई आया था ?
मैं कुछ नही बोला तो वो फिर बोली मैंने तो सब सच सच तुम्हे बता दिया पर लगता है तुम सब कुछ छिपाना चाहते हो मुझसे मैंने कहा ऐसी बात नही है दीदी पर ......
दीदी मेरी बात काटते हुए बोली मुझे पता है कोई आया था यहां और वो एक लड़की थी मैंने हैरान होते हुए पूछा आपको कैसे पता वो बोली दीप्ति (शुक्ला आंटी के बेटी हमारी पड़ोसन) ने बताया कि वो जब स्कूल से वापस आ रही थी तो उसने एक लड़की को हमारे घर से निकलते देखा था उसने बाहर से लॉक लगाया चाभी गेट के बगल में छिपा कर रख दी और चली गयी उसने मुह पर दुपट्टा बांध रखा था तो वो उसे पहचान नही पाई उसने शाम को ये बात बताई मुझे ......
मैंने कहा हां दीदी वो रानी थी और उसे मैंने ही बुलाया था दीदी ने पूछा पर यहां क्यों बुलाया था उसे मैंने कहा उसीलिये जिस लिए विनय आपको वहां ले कर जाता था ...... पिछले कुछ दिनों से चल रही घटनाओं की वजह से मैं बहोत उत्तेजित था और सेक्स मेरे दिमाग पर चढ़ा हुआ था मुझे आईडिया आया कि रानी की मदद से मैं अपनी जरूरतें पूरी कर सकता हूँ इसलिए मैंने उसे आज बुलाया था दीदी ने हैरान होते हुए कहा तुम्हे डर नही लगा कि किसी को मालूम हुआ तो मैंने कहा मन में ये बात आई तो थी पर मैंने सोचा कोई प्रॉब्लम हुई तो आपकी हेल्प ले लूंगा दीदी ने कहा प्रोब्लम हुई तो थी दीप्ति की वजह से पर मैंने उसे ये कह कर संतुष्ट कर दिया कि वो मेरी फ्रेंड थी मुझसे मिलने आई थी ये सुन कर मैंने दीदी का हाथ कस के दबा दिया और कहा थैंक्स दीदी ...... दीदी ने कहा देख ले मैं तेरी मदद करती हूं हर तरह से और तू मुझसे ही सब बातें छुपाता है मैंने कहा सॉरी दीदी आज से मैं आपसे कुछ भी नही छुपाउंगा दीदी ने भी मेरा हाथ अपनी उंगलियों में कस लिया और बोली एक और बात बताऊं मैंने कहा बोलो ना दीदी ने कहा वो तेरी बियर मैंने पी ली .....
मैंने कहा कोई बात नही आपको फिर से पीने का मन करे तो मुझे बोल देना दीदी बोली ठीक है पर अब से हम एक दूसरे से अपनी कोई बात नही छुपायेंगे मैंने कहा ठीक है दीदी .....
फिर मैंने कहा दीदी मैं सोच रहा था आप एक बार रानी की आवाज़ सुन कर कंफर्म करो कि ये वही है जिसने विनय की मम्मी बन कर आपसे बात की थी ....
दीदी उठ कर बैठ गयीं और बोली ठीक है मैंने अपने फोन से रानी का नंबर डायल किया और स्पीकर ऑन कर दिया रानी ने कॉल रिसीव की और बोली हेलो डिअर क्या हो रहा है मैंने कहा बस सोने जा रहा था सोचा तुमसे बात कर लूं ..... रानी बोली मैं भी बस तुम्हे ही याद करती हुई अपनी चूत में उंगली कर रही थी मेरी जान क्या मस्त चुदाई की आज तुमने मेरी दिल कर अभी आ जाऊं तुम्हारे पास तुम्हारा लंड चूस लूं ऊम्म्म्म मैं हड़बड़ा गया मुझे उम्मीद नही थी वो फ़ोन पर ऐसी बातें करने लगेगी मैंने जल्दी से फोन काट दिया दीदी बोली अरे क्या हुआ क्यों काट दिया मैंने तो ठीक से उसकी आवाज़ भी नही सुनी मैंने कहा रहने दो मुझे नही कन्फर्म करना दीदी बोली अच्छा समझी तू शर्मा रहा है मुझसे देख विकी अभी हमे एक दूसरे की जिन्दगी के सारे सीक्रेट मालूम हैं तो ऐसे जरा जरा सी बात पे परेशान होने की जरूरत नही मैं भी जानना चाहती हूं कि ये वही लकड़ी है या नही इसलिए तू उससे बात कर आराम से बिना मेरी परवाह किये .......
तभी रानी का कॉल आ गया दीदी ने कहा विकी कॉल रिसीव करो और बात करो रिलैक्स ही के मान लो मैं यहां हूँ ही नही मैंने कुछ सोचते हुए कॉल रिसीव की स्पीकर ऑन किया रानी बोली क्या हुआ जानू कॉल क्यों काट दी मैंने कहा नेटवर्क प्रॉब्लम होगी खुद से कट गया होगा मैंने नही काटा वो बोली ok जान अभी क्या कर रहे हो मैंने कहा बस लेटा हूँ वो बोली और तुम्हारा लंड क्या कर रहा है राजा मैंने कहा वो भी रेस्ट कर रहा है .......
रानी सेक्सी आवाज़ में बोली हां मेहनत भी तो खूब की है मेरे मुह चूत और गांड़ तीनो छेदों को खूब रगड़ा है तुम्हारे खूंटे जैसे लंड ने सच कहूं बहोत मस्त लंड है तुम्हारा तुम्हारी बीवी बहोत खुश रहेगा हमेशा उनकी कामुक बातों से मेरा लंड सर उठाने लगा था एक तो बियर का सुरूर उस पर रानी की मस्त बातें मैंने उस से बात करते हुए एक हाथ लोअर में डाला और लंड सहलाने लगा .......
मैंने कहा रानी मेरा खड़ा हो गया है क्या करूँ रानी बोली आहह राजा मेरे नाम की मुठ मार लो सोचो कि तुम मेरी चूत चाट रहे हो और मैं तुम्हारा लंड चूस रही हूं ..... मैंने कहा हां रानी मैं तेरी चूत चाट रहा हूँ पूरी जीभ डाल कर अंदर तक ...... ऊम्म्म्म बड़ी रसीली है तेरी बुर साली मेरा लंड चूस ना रण्डी वो बोली हां राजा चूस रही हूं तुम्हारा मस्त मोटा लौड़ा अपने मुह में ले कर ....... उफ्फ्फ मेरे गले तक जा रहा है जान मेरे मुह में टपका तो अपना टेस्टी टेस्टी रस आज बड़ा मजा आया तुम्हारे लंड का रस पी कर ....... फिर से पीने का मन कर रहा है जानू मैंने कहा जिस दिन मिला पिला दूंगा साली और वो तेजी से सिसकने लगी मैंने पूछा क्या हुआ वो बोली कि वो चूत में उंगली कर रही है और झड़ने वाली है ...... फिर वो जोर जोर से आहें भरते हुए झड़ गयी ..... मैंने कहा चलो ok रानी अब सो जाओ गुड नाईट उसने कहा गुड नाईट जान ऊऊमममम और फोन काट दिया ......।
Fantastic update
 
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Raja maurya

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फोन रख कर मुझे याद आया दीदी भी तो यहीं हैं मेरे बगल में और उसी वक़्त खड़े लंड पे मुझे जोर से पेशाब आया ......,
मैंने धीरे से कहा दीदी ...... दीदी ने हूँ कर के जवाब दिया मैंने कहा टॉयलेट करनी है मेरी बात सुन कर दीदी उठी लाइट ऑन की और बाथरूम से वो डिब्बा उठा लायी फिर उन्होंने मुझे बिठा कर मेरी टांगे नीचे लटका कर मेरा लोअर अंडरवियर सरकाया मेरा लंड जो इस समय पूरी औकात पर था वो तन कर रॉकेट जैसे खड़ा था ऐसे में मैं मूतता तो वो डिब्बे में ना जा कर मेरे ऊपर ही गिरता मैंने उसे हाथ से नीचे की ओर झुकाया पर खड़ा लंड भला कभी झुकता है दीदी बड़े गौर से उसे देख कर मुस्कुरा रही थीं ...... मैंने बेबसी से दीदी की ओर देखा दीदी बोली अभी तो मुश्किल लग रहा है ...... ऐसा कर तू इसे एक बार हल्का कर ले ...... उनकी बात सुन कर मेरे लंड ने एक झटका से लिया ...... तभी दीदी बोली एक काम कर मैं थोड़ी देर को अपने रूम में जाती हूँ तू इसे शांत कर ले और उन्होंने अलमारी से एक छोटा तौलिया निकाल कर मेरी ओर उछाल दिया और बोली कपड़े मत गंदे करना फिर वो बाहर निकल गयी और मैं चुतिया जैसे बैठे सोचने लगा ये साला हो क्या रहा है ...... वैसे इस समय मुझे भी लंड की गर्मी निकालने की बेहद जरूरत महसूस हो रही थी तो मैंने विनय का फोन उठाया और दीदी की pic देखते हुए लंड को मुठियाने लगा ...... कोई 15 मिनट तक तेजी से लंड पर हाथ चलाने के बाद भी वो नही हल्का हुआ ऊपर से मेरा हाथ दुखने लगा ...... मैं इस समय थोड़ा सा झुंझलाया हुआ था और तभी एकदम से दीदी अंदर आयी और मेरे हाथ मे खड़ा लंड देख कर बोली लगता है अभी हुआ नही मैंने सर झुका कर ना में सर हिला दिया दीदी कुछ देर तक खड़ी मुझे देखती रही और फिर बोली मैं कुछ हेल्प कर दूं क्या ...... सच कहूं मन तो मेरा भी यही था कि कोई लड़की मेरे लंड को मुठ मार दे तो मैं जल्दी से निपट जाऊं पर इस समय लड़की कहाँ मिलनी थी मुझे ..... लेकिन दीदी के ये कहते ही मेरे मन मे लड्डू फूटा दीदी ने फिर पूछ लिया लगता है तू मुझसे शरमा रहा है चल ठीक है मैं थोड़ी देर और अपने कमरे में जा रही तू निपट ही ले और वो मुड़ी ...... तभी नशे में झूमते मेरे दिमाग ने कहा रोक ले दीदी को आखिर तू भी तो यही चाहता है और वो खुद से पूछ रही हैं तुझसे ..... मैंने कहा दीदी ..... वो दरवाजे के पास पहुंच कर रुक गयी बड़ी अदा से मुड़ कर मेरी ओर देखा उनकी आंखें भी नशीली सी हो रही थीं ..... फिर कुछ सोच कर उन्होंने हाथ बढ़ा कर लाइट ऑफ कर दी कमरे में घुप्प अंधेरा हो गया मेरी सांसे तेज होने लगी तभी मुझे अपनी टांगों के बीच कुछ सरसराहट हुई और इसी के साथ दीदी का हाथ मुझे अपनी जांघ पर महसूस हुआ दीदी मेरी टांगो के बीच आ बैठी थी ....... उनकी गर्म सांसे मेरे लंड पर मुझे महसूस हो रही थी और फिर उनका मुलायम ठंडा हाथ मेरी जांघ से सरकता हुआ मेरे लंड की जड़ पर आ गया और उन्होंने पहली बार मेरे सख्त खड़े लंड को अपनी मुट्ठी में भर का महसूस किया उन्होंने अपने हाथ मे उसे भर कर कस के दबाया पर वो जरा भी नही दबा उल्टे और झटके मारने लगा दीदी ने जड़ से ले कर सुपाड़े तक पूरे लंड को दो तीन बार अच्छे से सहलाया और फिर हौले हौले मेरी मुठ मारने लगी मैं अल्कोहल और सेक्स के नशे में चूर हुआ हवा में उड़ रहा था दीदी के हाथों से मुठ मरवाने में मुझे रानी को चोदने से भी ज्यादा मज़ा आ रहा था और दीदी के हाथों की गति धीरे धीरे बढ़ने लगी ...... धीरे धीरे मेरी आँखे भी अंधेरे की अभ्यस्त हो रही थी और मैंने देखा दीदी मेरे लंड की स्किन को नीचे करते हुए मेरे गुलाबी रसगुल्ले जैसे सुपाड़े को आंखे फाड़ कर गौर से देखने लगी ....... तभी मैंने देखा उन्होंने अपनी गांड़ को थोड़ा सा ऊपर उठा कर दूसरे हाथ से नीचे कुछ एडजस्ट किया ...... शायद उन्होंने अपनी नाइटी ऊपर सरकाई थी अब मुझे अफसोस होने लगा कि अगर मैंने थोड़ी हिम्मत की होती तो शायद ये सब अंधेरे में नही उजाले में होता ...... लेकिन अब तो बात हाथ से निकल चुकी थी ...... दीदी ने अब मेरे लंड को तेजी से मुठियाते हुए ...... अपना चेहरा और झुका दिया था मेरे लंड पर और अचानक से उनकी नाक मेरे लंड पर टच हुई मेरा बदन एकदम से गनगना गया ...... दीदी ने अपना चेहरा पीछे नही किया बल्कि ऐसा लग रहा था वो गहरी सांसे लेते हुए मेरा लंड सूंघ रही हों ये महसूस करते ही मेरे दिल जोर से उछलने लगा तभी दीदी वैसे ही लंड को मसलते हुए खड़ी हुई और दूसरे हाथ से अपनी नाइटी को उपर करते हुए शायद उन्होंने अपनी पेंटी नीचे सरका दी और अगले ही पल उन्होंने बारी बारी से अपनी दोनो टांगे उठाई तो मैं कन्फर्म हो गया कि वो अपनी पेंटी ही निकाल रही हैं मुझे एक हल्की सी झलक उनकी गोरी चिकनी टांगों की मिली मगर अगले ही पल वो फिर से अपने पंजो पर बैठ गयी पर बैठने से पहले उन्होंने अपनी नाइटी पीछे से ऊपर उठा ली थी कमर से ऊपर ...... यानी अब वो कमर से नीचे नंगी थीं नीचे बैठ कर उन्होंने लंड को फिर से पूरी तेजी से हिलाना शुरू कर दिया और साथ ही साथ उनका दूसरा हाथ उनकी टांगों के बीच मे तेजी से हिल रहा था........
उफ्फ्फ दीदी मेरी मुठ मारते हुए अपनी चूत में भी उंगली कर रही थीं ...... मुझे लगा मेरी और रानी की बात सुन कर वो भी गरम हो गयी होंगी फिर मैंने सारे खयाल दिमाग से निकाल दिए और अचानक दीदी के होंठो से एक आहह निकाली मुझे लगा उन्होंने उंगली ज्यादा तेजी से डाल ली अपनी चूत में फिर वो सिसकने लगी और बड़बड़ाने लगी ...... उफ्फ विकी वाकई मस्त लंड है तेरा रानी ठीक कह रही थी ...... इस लंड पर तो कोई भी फिदा हो जाये और इतना बोलते बोलते उन्होंने वो किया जिसकी मुझे उम्मीद नही थी उन्होंने अपने गरम गुलाबी होंठ लंड के सुपाड़े पर रख दिये और मैं उछल पड़ा ...... मेरा हाथ स्वतः दीदी के सर पर आ गया और मैं दीदी के सर को अपने लंड पर दबाने लगा दीदी ने भी मेरी हालत को समझा और मुह खोलते हुए लंड को अंदर जाने का रास्ता दे दिया ...... और लगभग 5 इंच लंड मुह ले कर अपनी जीभ उसके इर्द गिर्द फिराने लगी उनका हाथ अब मेरे आंड़ को सहला रहा था फिर उन्होंने सर को आगे पीछे करते हुए लंड को चूसते हुए मेरे अन्डो को सहलाते हुए तेजी से अपनी चूत में उंगली पेलनी शुरू कर दी उनके मुह से आवाजें आने लगी ......, आआम्म्म्महहहहहह उफ़्फ़फ़ सससससससस ओह विकी ....... और अब मेरी भी कमर नीचे से ऊपर को मूव होने लगी और मैं तेजी से लंड पेलते हुए दीदी का गरम गरम मुह चोदने लगा ....... तभी दीदी ने एक पल को अपना हाथ अपनी चूत से हटा कर मेरे हाथ पर रखा और फिर मेरे हाथ को खींच कर नाइटी के ऊपर से अपने नरम चूचे पर रख दिया आए वापस चूत रगड़ने लगी मैंने बिना कुछ सोचे दो तीन बार उनकी नरम मुलायम चूची को सहलाया उसकी नरमी महसूस की तभी मेरी उंगलियां उनके तन कर खड़े निप्पल से टकराई और मैंने उसे उंगलियों में पकड़ कर भींच दिया दीदी ने एक तेज आह भरी और उन्होंने अपने दांत हल्के से मेरे लंड पर चुभा दिए और फिर मैंने अपना हाथ उनकी नाइटी के अंदर डाला और उनके नंगे सीने को सहलाते हुए दाईं चूची को मसलने लगा बीच बीच मे मैं निप्पल को भी मसल देता था दो मिनट तक ऐसे की करने से दीदी अब पागल सी होने लगी उनकी आहह और सिसकियां तेज होने लगी और अगले ही पल उनका बदन कांपने लगा उन्होंने थरथराते हुए मेरे लंड को जोर से चुस्का मेरे मुह से भी एक आहह निकली और मैंने तेजी से कमर उछाल कर लंड जड़ तक उनके मुह में पेल दिया और मेरे सुपाड़े से गरम वीर्य की तेज धार एक के बाद एक निकल कर दीदी के मुह में समाने लगी अपनी चूत से रस टपकाते हुए चूत को हल्के हाथ से सहलाते हुए दीदी आंखे मूंदे मेरे लंड का गाढ़ा गरम चूस चूस कर पीने लगी आखिरी बून्द तक निगलने के बाद उन्होंने लंड मुह से निकाला और मेरी जांघ पर अपना गाल रख कर सुस्ताने लगी मैं भी अपनी उखड़ी हुई सांसों को नियंत्रित करते हुए दीदी के सर पर हाथ फिराने लगा .......
और दीदी ने मेरा दूसरा हाथ कस के पकड़ लिया और धीरे से बोली ...... i love you viki ...... मैंने भी दीदी का हाथ दबाते हुए कहा ...... love you to didi .......
वक़्त मानो थम सा गया था दीदी से मेरा नया रिश्ता बन चुका था पर इसका अंजाम क्या होगा इससे हम दोनों बेखबर थे ...... फिर कुछ पल बाद दीदी उठी उन्होंने अपने कपड़े सही किये और लाइट ऑन की उनका चेहरा लाल था वो मेरी ओर देख भी नही रही थी यही हाल मेरा भी था अंधेरे नशे और उत्तेजना में घटी इस घटना से हम दोनों शर्मिन्दा थे दीदी ने मेरे पास आ कर वो डिब्बा उठा कर मेरे लंड के नीचे लगा दिया और बोली अब कर लो हो जाएगी ...... मैंने मूतना शुरू किया और डिब्बा लगभग पूरा ही भर गया इसमे हैंडल नही था तो दीदी को दो ओर से उंगलियों से मदद से उसे पकड़ना पड़ रहा था पूरा भरने से वो काफी भारी हो गया था और दीदी की उंगलियां मेरे पेशाब में डूब गई थीं दीदी ने उसकी गर्मी महसूस की होगी और उनके चेहरे पर एक शर्मीली मुस्कान आ गयी ये देख कर मुझे उन पर प्यार आ गया फिर वो डिब्बा ले कर बाथरूम गयी और 5 मिनट में वापस आयी उन्होंने लाइट ऑफ कर दी और मेरे बगल में लेट गयीं ......
दीदी ने कुछ देर बाद मेरी ओर करवट ली और अपना एक हाथ मेरे सीने पर रख कर मुझसे लिपट सी गयीं और मेरे गाल को चूम कर बोली गुड नाईट विकी .......मैंने भी उन्हें अपने सीने पर चिपकाते हुए कहा गुड नाईट दीदी और फिर हम नींद में डूबते चले गए .....।

अगले अपडेट में कहानी में एक मोड़ आने वाला है ..... दोस्तों अभी तक कि कहानी कैसी लगी अपने विचार अवश्य दीजिये ।
Zabardast update Bhai
 
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Raja maurya

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अगली सुबह 8 बजे के आसपास मेरी नींद खुली देखा तो मैं अकेला था कमरे में ...... मैं उठ कर बैठा और जल्दी ही मुझे बाथरूम जाने की जरूरत महसूस होने लगी मैंने दीदी को आवाज़ दी पर वो शायद नीचे थे मैंने दो तीन तेज आवाज़ें दी तो उन्होंने नीचे से जवाब दिया आती हूँ विकी .....फिर दो मिनट बाद वो कमरे में दाखिल हुए वो नहा चुकी थी और एक लैगी और कुर्ती पहन रखी थी और हमेशा की तरह बेहद सेक्सी दिख रही थी उन्हें देखते ही रात की घटना किसी फिल्म की तरह मेरे दिमाग मे चलने लगी ..... पर दीदी बेपरवाही से मेरे पास आई और मुझे अपनी पीठ पर उठा कर बाथरूम में आ गयी ..... मुझे कमोड पर बिठा कर वो बाहर चली गयी फिर कल की तरह उन्होंने मुझे ब्रश कराया मेरा बदन गर्म पानी से पोंछा और मुझे कपड़े पहना कर नाश्ता करवाया .......
इस दौरान हमारी दो चार शब्द ही बात हुई फिर वो बर्तन ले कर नीचे चली गईं तभी पापा आये और उन्होंने रोज की तरह मेरा हाल चाल लिया ..... और आफिस चले गए फिर दीदी वापस आयी और मैंने उनसे अपनी नोटबुक्स और पेन मांगा और स्कूल का काम पूरा करने लगा मुझे व्यस्त देख कर वो भी नीचे चली गयी और मम्मी की हेल्प करने लगी खाना बनाने में 12 बजे तक मेरा काम खत्म हो गया और मैं लेट कर कल की घटना के बारे में सोचने लगा और मुझे एहसास होने लगा कि कल जो हुआ वो गलत था अनैतिक था भले ही इसमे हमारी सहमति थी रजामन्दी थी पर था तो ये गलत ही और एक बार तो मुझे ये भी अहसास हुआ कि मुझमें और विनय में क्या फर्क है जो उसने किया दीदी के साथ वही तो मैं भी कर रहा हूँ ...... पर मेरे मन ने एक तर्क दिया कि विनय ने गलत इरादे से वो सब किया और मैंने हालात की वजह से ...... मैं इन्ही सब ख्यालों में डूबा था कि तभी मम्मी आ कर बैठ गईं मेरे पास और मुझसे बातें करने लगी उनको आये 5 मिनट ही हुए थे कि तभी मेरे फोन की घंटी बजी ...... देखा तो ये मेरी बुआ का कॉल था (मेरी बुआ सुमन पापा से 4 साल बड़ी थीं उनकी ससुराल लखनऊ में थी फूफा जी बैंक में जॉब करते थे उनके दो बेटे थे जिनमें से बड़ा बेटा अभय एयरफोर्स में था और छोटा कॉलेज में)
मैंने कॉल रिसीव की और बुआ को चरण स्पर्श कहा उन्होंने आशीर्वाद देते हुए मेरा हालचाल पूछा मैंने अपने एक्सीडेंट के बारे में उन्हें बताया और वहां के हालचाल पूछे उन्होंने बताया कि सब ठीक है और वो कुछ दिन के लिए इलाहाबाद आना चाह रही हैं सबसे मिलने और मेरे एक्सीडेंट की बात सुन कर वो कुछ ज्यादा ही उतावली हो रही थीं आने को मैंने कहा ठीक है बुआ जी आप जब चाहो आ जाओ ...... फिर उन्होंने मम्मी के बारे में पूछा मैंने बताया कि वो यहीं है आप उनसे बात कर लो और मैंने फोन मम्मी को दे दिया मम्मी उनसे बात करने लगी उनकी बात काफी लंबी चलनी थी पर मेरे पास सुनने के सिवा कोई चारा नही था कुछ देर बाद मम्मी की बात सुन कर मेरे कान खड़े हुए वो पूछ रही थी ......, दीदी वो तो ठीक है पर लड़का करता क्या है????.
अच्छा फिर तो सही है कितनी सैलरी होगी?
कितने भाई बहन हैं ,?
इस तरह एक सवाल सुन कर मुझे उत्सुकता हुआ कि बुआ के तो दो बेटे ही हैं उन्हें लड़के की कोई जरूरत ही नही तो क्या ये बातें दीदी के बारे में चल रही ...... कहीं दीदी की शादी की बात तो नही चल रही ये अहसास होते ही मुझे कुछ बुरा सा लगा ...... पर मैंने अपने मन को समझाया कि एक दिन तो ये होना ही है और दीदी की उम्र भी 22 हो रही है ..... इस उम्र में लड़कियों की शादी की बातें तो होती ही हैं ......
आखिर में मम्मी ने कहा ठीक है जीजी आप आना तो लड़के की फ़ोटो और कुंडली लेती आना फिर आगे देखा जाएगा ..... और उन्होंने फोन काट दिया .......
मैंने पूछा क्या कह रही थीं बुआ मम्मी ने मुस्कुराते हुए बताया कि वो निकिता के लिए एक रिश्ता बता रही थीं लड़का उनकी पहचान का है हमारी ही बिरादरी का बैंक में जॉब करता है 80000 तनख्वाह है और लखनऊ में दो मकान हैं उनके खुद के लड़के की सिर्फ एक बहन और माँ है पापा नही हैं छोटा और खुशहाल परिवार है लड़के में कोई बुरी आदतें भी नही हैं ...... हमारी निकिता के लिए एकदम ठीक रहेगा ये लड़का ......
मम्मी की बात सुनकर मुझे हंसी आयी माँ बाप को कितनी जल्दी होती है बच्चों की शादी की आज ही बात हुई और उन्हें सब ठीक लगने लगा फिर मम्मी बोली आज इनसे भी बताऊंगी सब ठीक रहा तो इसी साल शादी कर दूँ निक्की की विनय वाली घटना के बाद से मैं यही सोच रही हूं जल्दी से इसकी शादी हो जाये ससुराल चली जाए तो मुझे चैन मिले उनकी फिक्र अपनी जगह पर जायज भी थी ......
मैंने कहा पर वो अभी पढ़ रही हैं पढ़ाई तो पूरी होने दीजिए मम्मी बोली शादी के बाद भी पढ़ाई कर सकती है इस बारे में बात कर लेंगे लड़के से फिर वो उठी और बोली मैं जा रही हूं नीचे ...... तेरी मामी से बात करनी है मैं समझ गया कि अब ये बात जब तक सारे रिश्तेदारों को पता नही चल जाएगी मम्मी को चैन नही आएगा ........
दोपहर में दीदी खाना ले कर आईं उनके चेहरे पर थोड़ी टेंशन झलक रही थी ..... उन्होंने मुझे खाना खिलाया पर इस दौरान वो चुप ही रहीं ...... वो बर्तन रखने गयी और जल्दी ही वापस आ गईं और परेशान सी बैठ गईं ..... मैंने कहा क्या हुआ दीदी आप कुछ परेशान दिख रही हो वो बोली ....., ,तुझे नही पता मैंने ना में सर हिला दिया वो बोली मम्मी तो कह रही थी तुझे सब पता है मैंने पूछा वो शादी वाली बात वो बोली हां मेरी शादी होने जा रही है दीदी कि बात सुन कर मैं हंस पड़ा ...... मैंने कहा अरे यार अभी बस बुआ ने रिश्ता बताया है शादी की डेट नही फिक्स हुई ये सब लंबा प्रोसेस होता है दीदी बोली पर मम्मी की बातों से ऐसा लग रहा कि वो अगले महीने ही मेरी शादी कर के मुझे ससुराल भेज देंगी ......
मैंने उन्हें छेड़ते हुए कहा अच्छा है तो फिर आपको अपने उंगलियों से मेहनत नही करनी पड़ेगी मेरी बात सुन कर उनके गाल गुलाबी हो गए वो बोली चुप कर नालायक फालतू मत बोल ...... मैंने कहा मैं सही तो बोल रहा हूँ आराम से ससुराल में जीजा जी के साथ मज़े करना दीदी तुनक कर बोली पर ऐसे थोड़े होती है शादी ...... मैंने कहा तो ऐसे कहाँ हो रही है बुआ को आने दो बात आगे बढ़ने दो जमा तो ठीक वरना मना कर देना ..... दीदी मुह बना कर बोली तेरी बात सही है पर मम्मी का अलग ही इरादा लग रहा ऐसा लगता है वो सब डिसाइड कर चुकी हैं मैंने दीदी का हाथ पकड़ कर आप इतनी टेंशन ना लो अभी मैं हूँ ना आपको लड़का पसन्द ना हो तो मुझे बताना मैं मम्मी को समझा लूंगा मेरी बात सुन कर उनके चेहरे का तनाव कुछ कम हुआ और वो स्माइल की .......
मैंने कहा बस ऐसे ही मुस्कुराते हुए आप अच्छी लगती हो और दीदी ने अपना सर मेरे कंधे पर टिका दिया,
तभी नीचे घंटी बजने की आवाज़ आयी ....., दीदी उठ कर नीचे की ओर चल दीं और नीचे से कुछ आवाज़ें आने लगी शायद कोई आया होगा ......, फिर 10 मिनट बुआ जी मेरे कमरे में दाखिल हुए मैं थोड़ा सा चौंक गया उन्हें देख कर वो इतनी जल्दी आ टपकेगी मुझे उम्मीद नही थी पर मैंने मुस्कुराते हुए उन्हें हाथ जोड़ कर प्रणाम किया वो मेरे पास आ कर बैठ गयी मैंने उनके पैर छुए तो उन्होंने मेरे सर पर हाथ फिराते हुए मेरा हाल चाल पूछा मैंने पूछा बुआ प्लेन की टिकट ले रखी थी क्या अभी कुछ देर पहले आपने आने की बात की और इतनी जल्दी हाजिर वो हंस कर बोली मैंने तो रास्ते मे बस में बैठे बैठे ही कॉल की थी तुझे मैंने कहा फिर बताया क्यों नही की आप अभी आ रही हो बुआ हंस कर बोली सरप्राइज और फिर बातें करने लगी काफी देर हमने यहां वहां की बातें की फिर वो नीचे चली गईं .......

शाम को 4 बजे सारे ऊपर ही आ गए दीदी मम्मी बुआ और दीदी ने चाय नाश्ता भी लिया हुआ था वही मेरे कमरे में सबने नाश्ता किया चाय पी और दुनिया भर की चर्चा होती रही बातों बातों में मम्मी ने अपनी साड़ी के पीछे से एक तस्वीर निकाली और मुझे दे कर बोली देख विकी ये लड़का कैसा है ......
मैंने देखा ये एक 25-26 साल के स्लिम ट्रिम लड़के की तस्वीर थी घुंघराले बाल क्लीन शेव आंखों पर चश्मा एकदम गोरा कुल मिला एकदम स्मार्ट और हैंडसम लड़का था ये ...... मैंने दो मिनट तक गौर से उसे देखा और फिर बोला बढ़िया है एकदम फर्स्ट क्लास बुआ ने फौरन सवाल किया अपनी निक्की के लिए कैसा रहेगा ....., और बुआ का ये सवाल सुनते ही दीदी बर्तन समेट कर नीचे चली गईं ........ बुआ ने मुस्कुराते हुए कहा लगता है शर्मा गयी मम्मी ने चहकते हुए कहा मुझे तो लड़का बहोत पसन्द है बस निकिता को पंसद आ जाये ये सुन कर मुझे राहत मिली कि कम से कम उनकी पसन्द का ख्याल तो है मुझे ये डर था कि कहीं उनकी मर्जी पूछे बिना ना मम्मी पापा कोई फैसला कर लें।
मम्मी की बात सुन कर मुझे थोड़ी तसल्ली हुई और मैंने फोन से उस लड़के की एक pic की एक pic ले ली मैंने पूछा बुआ इनका नाम क्या है बुआ ने बताया प्रतीक नाम है इसका घर मे सिर्फ इसकी माँ शांति जो बहोत सीधी सज्जन महिला हैं और बहन श्वेता जो अभी 12th की स्टूडेंट है और वो भी एकदम सीधी सादी लड़की है .......
मुझे ऐसा लगा मेरी निकिता दीदी के लिए घर और रिश्ता एकदम परफेक्ट है .......
फिर बुआ और मम्मी नीचे चली गईं उनके जाते ही दीदी कमरे में आई मुझे सूसू आयी थी मैंने दीदी को बताया उन्होंने हमेशा की तरह मुझे टॉयलेट करवाया और फिर मेरे पास आ कर बैठ गईं और पूछने लगी कि क्या बातें हो रही थी उनकी शादी के बारे में मैंने कहा दीदी वो सब छोड़ो पहले ये बताओ आपने लड़के की तस्वीर देखी उन्होंने ना में सर हिला दिया ...... मैंने फोन पर उन्हें प्रतीक की तस्वीर दिखाई वो बड़े गौर से उसे देखने लगी .......
मैंने पूछा क्या हुआ दीदी पसन्द आ गया क्या उन्होंने कहा ठीक ही है मैंने कहा सिर्फ ठीक मुझे तो बहोत पसन्द आया ये लड़का .....
बाकी चीजें भी अच्छी हैं वो सवालिया नजरो से मुझे देखने लगी मैंने उनके मन की बात समझ कर कहा पहली बात घर मे सिर्फ 3 सदस्य हैं लड़के की माँ और बहन दूसरी बात इसकी मा बहन दोनो एकदम अच्छे स्वभाव की हैं बुआ ने ऐसा ही बताया है बाकी मैं ठीक होने पर खुद जा कर देखूंगा कैसे लोग हैं वो ..... तीसरी बात लड़का अच्छी जॉब करता है बढ़िया कमाता है आपको खुश रखेगा और आखिरी बात अगर आपको ये नही पसन्द तो सब बातें खत्म अब बोलो दीदी ......, अपनी उंगली मसलते हुए बोली इतनी जल्दी क्या बोलूं मैंने कहा कोई बात नही दो चार दिन में बता देना .......
तभी मम्मी ने उन्हें आवाज़ दी और वो नीचे चली गईं ....... ,
फिर संजय आ गया उसने आज के नोट्स दिए मुझे और कल वाले ले कर चला गया और फिर रात में दीदी ने मुझे खाना खिलाया और हम थोड़ी बातचीत कर के सो गए ......
मैंने अपनी तरफ से दीदी से कोई हरकत करने की कोशिश नही के और दीदी ने भी आज खुद पर काबू रखा ।
अगले तीन दिन इसी तरह निकल गये हमारा जिंदगी सामान्य तरीके से चलती रही और चौथे दिन बुआ वापस चली गईं वो जाते जाते कई बार ये बात कह गयी कि भाभी इस रिश्ते पर गौर करना इससे अच्छा रिश्ता मिलना मुश्किल है मम्मी ने उन्हें आश्वासन भी दिया वो जल्दी ही उन्हें बताएंगी .......
और उस रात दीदी ने रोज की तरह मुझे खाना खिला कर दवा और दूध दिया फिर मुझे टॉयलेट करवा के कमरे की लाइट ऑफ कर के आ कर लेट गयी और थोड़ी देर बाद उन्होंने करवट ले कर अपना हाथ मेरे हाथ पर रख दिया ......
मैंने उनका हाथ पकड़ लिया और पूछा दीदी 4 दिन हो गए हैं कुछ सोचा आपने उन्होंने कहा हाँ बहोत सोचा पर कोई फैसला नही कर पा रही हूं मैंने उनका हाथ सहलाते हुए कहा ऐसा क्यों दीदी वो बोली विकी ऐसा है कि इस शादी से इनकार करने की मेरे पास कोई वजह नही है लड़का अच्छा है हैंडसम है परिवार भी ठीक है पर मैं अभी शादी नही करना चाहती मैंने कहा ह्म्म्म पर अभी शादी ना करने की वजह ...... वो बोली तुम्हे नही पता मैंने कहा ठीक ठीक नही पता आप ही बता दो वो बोली तुम हो वो वजह ..... मैं अभी बस तुम्हारे साथ रहना चाहती हूं शुरू से मेरा तुम्हारा रिश्ता कुछ खास नही था हम दोनों अपनी अपनी दुनिया मे मस्त थे पर पिछले कुछ दिनों से जो सब हुआ है मुझे महसूस हुआ कि एक तुम ही हो जो मुझे समझते हो मेरी परवाह करते हो मेरी हर खुशी का ख्याल रखते हो मेरे लिए कितना कुछ कर दिया तुमने और मुझे पता हीनही चला कब मैं तुम्हे भाई से बढ़ कर एक दोस्त और फिर उससे भी ज्यादा समझने लगी ....... विकी मुझे तुमसे प्यार हो गया है मैं अभी बस तुम्हारे साथ रहना चाहती हूं इतना कह कर दीदी कस के मेरे सीने से चिपक गयीं मैंने भी उन्हें बाहों में कस लिया और उनके माथे को चूम लिया ......, और कहा ...... दीदी प्यार मैं भी आपसे करता हूँ आपसे बेहद और शायद मैं भी यही चाहता हूं कि आप हमेशा मेरे पास मेरे साथ रहो लेकिन ये सम्भव ही नही है आज नही तो कल एक दो साल बाद आपके शादी करनी ही पड़ेगी हमे एक दूसरे से अलग होना ही पड़ेगा उस रात जो हुआ वो गलत था नही होना चाहिए था और मैं वादा करता हूँ कि आगे से कभी ऐसा नही होगा पर मेरी एक बात मान लो ये रिश्ता वाकई में आपके लिए हर तरह से सही है हां एक बार मैं खुद जा कर उन लोगों से मिलूंगा और अगर सब सही लगा तो आप ये शादी कर लो मना मत करो कभी कभी कुछ फैसले लेने पड़ते हैं दीदी ......
दीदी ने मेरी बात सुन कर एक गहरी सांस ली और कहा तुम्हे ऐसा लगता है उस रात हमारे बीच जो हुआ वो गलत था ...... मैंने कहा दीदी पता नही वो गलत था या सही पर इतना जरूर है किसी को भी पता चला उस बारे में तो वो हमें गलत ही कहेगा अभी विनय वाला मामला निपटा ही है मैं नही चाहता कि मेरी वजह से आप किसी नई मुसीबत में पड़ो दीदी ने मेरे गाल पर किस करते हुए कहा इतना प्यार करता है तू मुझे मेरी खुशी के लिए खुद को मुझसे दूर कर लेगा मैंने कहा एकदम नही मैं अपनी प्यारी दीदी को ना दूर कर सकता हूँ ना आपको कभी अपने से दूर जाने दूंगा लेकिन अब हम उस सब से दूर रहेंगे अच्छा हुआ उस रात हम और आगे नही बढ़े .......
दीदी बोली पता नही अच्छा हुआ या बुरा हुआ ......
मैंने कहा जो होता है अच्छा ही होता है जितना हुआ वो भी अच्छा बल्कि बेहद अच्छा था पर उसके आगे कुछ नही हुआ वो भी अच्छा था ......
दीदी अब बोलो आपका क्या फैसला है दीदी ने मेरे सीने पर रख कर कहा मुझे तेरी धसर बात मंजूर है विकी मैं इस शादी के लिए तैयार हूं पर याद रखना मेरा प्यार तेरे लिए कभी कम ना होगा ...... और हमारी दोस्ती हमेशा बनी रहेगी और हम एक दूसरे से अपनी कोई भी बात नही छुपायेंगे ......
वादा कर मैंने कहा प्रॉमिस दीदी आप जैसा चाहती हो वैसा ही होगा ।
फिर हम एक दूसरे को बाहों में भरे भरे सो गए .......
अगले 10 दिन तक सब वैसे ही चलता रहा हां दीदी ने मम्मी पापा को अपना फैसला सुना दिया था कि उन्हें लड़का पसन्द है और वो शादी के लिए तैयार हैं ......
घर मे सब लोग दीदी के इस निर्णय से खुश थे और बुआ को भी ये सूचित कर दिया गया था .....
इस बीच प्रतीक की मम्मी की एक बार मेरी मम्मी से बात भी हुई थी और मम्मी का कहना था को बेहद सुलझी सरल और सज्जन हैं और दीदी को उनके घर कभी कोई परेशानी नही होगी उन्होंने हम सब को अपने घर बुलाया भी की एक बार सब लोग एक दूसरे से मिल लें ...... और हां बुआ दीदी की तस्वीरें ले गयी थीं जो कि प्रतीक ऑयर उनके घर वालों को बेहद पसंद आ गयी थीं।
आती कैसे नही मेरी दीदी हैं ही ऐसी प्यारी सी मासूम और सेक्सी .......।
Fantastic update
 
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