Mr. X.
Loan Wolf
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पूरी स्टोरी पढ़ ली, मस्त है लेकिन कुछ दिनो से अपडेट नहीं आ रहे
Excellent updateएक और बार मैं और निकिता दीदी दोनो बिना चुदाई के चुदाई से भी ज्यादा मस्ती कर के संतुष्ट और थके से पड़े गहरी सांसें ले रहे थे ........ और बस कुछ मिनट बाद ही दीदी उठी अपना फोन उठाया और बोली विकी जानू मैं अपने रूम में जा रही हूं .......
मैंने पूछा लेकिन क्यों वो बोली मुझे प्रतीक से कुछ बातें करनी है अकेले में ...... मैं थोड़ा हैरान हुआ ...... ऐसी क्या बात है जो दीदी मेरे सामने नही कर सकती .....?? मेरे मन मे घुमड़ते सवाल को समझते हुए दीदी बोली फिक्र ना करो जान मेरा रूम बगल में ही है और तुम इसे (उन्होंने मेरे कान में घुसे हुए earbud की ओर इशारा किया) लगाए रखना ...... मैं तुमसे छुपा कर बात नही करना चाहती बस अकेले में ताकि तुम कोई रोक टोक ना करो मेरी बात के दौरान ......
बस मैं अकेले में बात करना चाहती हूं तुम्हारे सामने ना कर पाउँ शायद वो सब बातें ...... मेरे मन मे एकदम से कई शंकाओं ने सर उठाना शुरू किए दिया . .. .... ये श्वेता वाली बात जान कर दीदी ने कोई खास रियेक्ट भी नही किया था आखिर क्या चल रहा है इनके मन मे .......
मैं दीदी से कई सारे सवाल पूछना चाहता था और मैंने पूछा भी निक्की ....... क्या करने जा रही हो ...... दीदी मुस्कुरा कर बोली यकीन रखो जो करूंगी हमारे भले के लिए ही करूंगी ...... कुछ गलत नही करूंगी ........
जब तुम और प्रतीक मुझे इतना प्यार दे रहे हो तो मेरा भी कुछ फ़र्ज़ बनता है तुम लोगों के लिए ...... मेरी चाहत तो पूरी नही हो रही ....... पर मैं कोशिश करूंगी प्रतीक की चाहत पूरी हो और शायद उसकी चाहत से कहीं ना कहीं मेरी भी चाहत पूरी होने का रास्ता निकल आये ......
मैंने कहा दीदी बस कुछ दिन ही बचे हैं आपकी शादी में प्लीज अभी कुछ मत करो ना वो मुझे आश्वासन देते हुए बोली ...... विकी एक गलती की थी मैंने विनय पर भरोसा कर के उसके बाद बड़ी मुश्किल से तुम्हारी वजह से सब सही हुआ है अब मैं दोबारा गलती नही करूंगी बहोत फूंक फूंक कर कदम बढ़ाऊंगी भरोसा करो मेरा .. ...... प्लीज जान .......
दीदी के लहजे में इतना प्यार और मिठास थी कि मैं मना नही कर पाया वो बोली फिर मैं जाऊं ...... मैंने हां में सर हिला दिया ...... और वो ऐसे ही नंगी दरवाजा खोल कर बाहर निकल गईं ....... उन्हें नंगी चलते और उनकी गांड़ की थिरकन देख कर मेरा मुह सूखने लगा ......
वो चली गईं मैंने उठ कर दरवाजा बंद किया लाइट ऑफ की और बिस्तर पर लेट गया .......
कुछ देर मेरे कान में फोन की रिंग की आवाज़ आयी दीदी के प्रतीक का नंबर डायल कर दिया था ....... जल्दी ही फोन रिसीव हुआ ....... और प्रतीक की आवाज़ मेरे कान में आई ........
प्रतीक- हो आयी टॉयलेट मेरी जान ......??
दीदी- हां जी हो आयी ......
प्रतीक- जान जब तुम मेरे पास होगी ना तो मैं तुम्हे गोद मे ले जाया करूंगा बाथरूम ......
दीदी- वो किस खुशी में .....?..
प्रतीक- यार मेरी बड़ी ख्वाइश है किसी लड़की को पेशाब करते देखने की सामने से ....... फोन पर तो बहोत वीडियोस देखे हैं पर सामने से वो भी अपनी बीवी को देखने का अलग ही मज़ा होगा ........
दीदी- हाय कितनी गंदी ख्वाइशें हैं मेरे हबी की ....... लेकिन मैं अपने जानू की हर ख्वाइश पूरी करूंगी ....... मेरा प्रतीक इतना प्यार करता है मुझे तो मैं उसकी खुशी के लिए इतना तो कर ही सकती हूं ......
प्रतीक- ओहहह माय लव मुझे हर दिन तुमसे ज्यादा और ज्यादा प्यार होता जा रहा है कसम से तुम एकदम वैसी ही हो जैसा मैंने सोचा था .........
दीदी- जानू ठीक से बताओ ना तुमने क्या सोचा था कैसी बीवी चाहते थे तुम .....
प्रतीक- बस तुम जैसी ही बेहद खूबसूरत और एकदम हॉट एंड सेक्सी ...... जिसे सेक्स में बहोत रुचि हो कभी मना ना करे सेक्स के लिए हमेशा मेरी खुशी का ख्याल रखे ...... और मैं बहोत खुश हूं कि तुम एकदम वैसी हो जैसा मैंने सोचा था .......
दीदी- एक बात बताऊं जान आप भी एकदम वैसे हो जैसा मैंने सोचा था ...... मेरी भी यही तमन्ना थी कि मेरा पति एकदम हॉट हैंडसम और रोमांटिक हो जो हर रात मुझे प्यार करे मेरी छोटी छोटी इच्छाओं का ख्याल रखे ..........
प्रतीक - वादा करता हूँ जान कभी तुम्हें कोई दुख कोई तकलीफ नही होने दूंगा ....... बहोत प्यार दूंगा तुम्हे ........
दीदी- पर मुझे सिर्फ प्यार नही चाहिए जान .......
प्रतीक- और क्या चाहिए तुम्हे बोलो ना जान जो भी मेरे बस में है वो सब दूंगा तुम्हें ......
दीदी- (एकदम सेक्सी वॉइस में बोली) मुझे तुम्हारा मस्त लंड चाहिए हर रात अपने मुह में और मेरी रसीली झांटो वाली बुर में .......
प्रतीक- उफ़्फ़फ़ जान अभी अभी तो मुठ मारी थी फिर से खड़ा हो गया तुम्हारी बात सुन कर .......
दीदी- हो जाने दो ना जान खड़ा हो गया तो क्या हुआ मैं हूँ ना फिर से झड़ा दूंगी तुम्हारे लौड़े को .......
प्रतीक- आहह जान लव यू सो मच बहोत मस्त हो तुम रानी .......
दीदी- एक बात पुछू प्रतीक ......
प्रतीक- पूछो ना जान और तुम्हे जो पूछना हो पूछ लिया करो बिना परमिशन लिए बीवी हो तुम मेरी ......
दीदी- ओह थैंक्स मेरी जान ...... पर पहले एक बात समझ लो मुझसे सिर्फ सच बोलना बिना झिझक के एकदम अपने मन की बात ये सोच कर की मैं तुम्हारी बीवी के साथ तुम्हारी दोस्त भी हूँ .......
प्रतीक- जान झूठ बोलने का तो सवाल ही नही उठता अगर झूठ बोलना होता तो मैं तुमसे श्वेता वाली बात क्यों बताता .......
दीदी- जानती हूं जान और इसीलिए तो मुझे तुम पर और भी प्यार आ रहा है कि तुम कितना चाहते हो मुझे इतनी बड़ी बात भी बता दी छुपाई नही ........
प्रतीक- क्या पूछना है तुम्हे ..........
दीदी- बस यही की पहली बार अपनी बहन के बारे में सोच कर मुठ मारने एक बाद रुक गए थे या ये सिलसिला आगे चला .......
प्रतीक- (थोड़ा पॉज ले कर) चला काफी आगे तक चला ये सिलसिला ....... उस पहली बार के बाद ........ पूरे 5 साल चला ये सिलसिला मैं जब भी मुठ मारता था बस श्वेता ही मेरे दिल दिमाग मे रहती थी .......
दीदी- आहह जान तुम्हारी बात से मेरी भी चूत गीली हो रही है लगता है अभी और पानी निकालना पड़ेगा मुझे अपनी बुर से ......... उफ़्फ़फ़ तो बस सोच सोच कर ही मुठ मारते रहे या कभी अपनी बहन को पटाने की कोशिश भी की ....... तुमने जानू ??
प्रतीक- aaahhhh बस सोच कर मुठ ही मारी आगे कुछ करने की कभी हिम्मत ही नही हुआ डरता था वो पता नही क्या सोचेगी मेरे बारे में कैसे रियेक्ट करेगी ........
दीदी- अच्छा ये बताओ कभी मन में ये खयाल नही आता कि वो तुम्हे चोदने दे अपनी बुर.......
प्रतीक- उफ़्फ़फ़ जान ख्यालों का क्या है वो तो पता नही कितने आते हैं पर ऐसा मुमकिन कहाँ ........
दीदी- कुछ भी मुमकिन तभी होता है ना जान जब कोशिश की जाए अगर कोशिश ही नही की तो कैसे मुमकिन होगा ....... क्या पता तुम्हारी कोशिश कामयाब हो जाती तुम चोद लेते अपनी क्यूट बहन को ...... वैसे एक बात बताऊं जब मैंने पहली बार श्वेता को देखा था ना तो मेरे मन मे भी कुछ आया था ......
प्रतीक- ओहहह जान बताओ न तुम्हारे मन मे क्या आया था मेरी बहन को देख कर ......
दीदी- यही की कितनी सेक्सी मस्त जवान लौंडिया है ये जो इसे चोदेगा वो तो बस दीवाना हो जाएगा इसका ...... और मैंने तो ये भी सोचा कि काश मुझे भी एक बार इसकी चूत चाटने को मिल जाये ......
प्रतीक- (हैरानी से) ओहहह जानू क्या बोल रही हो तुम भी मेरी बहन के साथ मज़े करना चाहती हो ...... मुझे यकीन नही हो रहा ...... लेस्बियन हो क्या तुम.....??
दीदी- हसंते हुए बोली ...... नही लेस्बियन तो नही हूँ पर ऐसी सेक्सी लड़की के साथ मस्ती करने में कोई खराबी भी नही ...... बाकी तो मुझे लंड ही पसन्द है जान .......
प्रतीक- वैसे मुझे कोई प्रॉब्लम नही अगर तुम श्वेता के साथ सेक्सुअल रिलेशन बनाना चाहो तो ......
दीदी- अगर मौका मिला तो मैं एक बार तुम्हारी बहन के नंगे जिस्म का मज़ा जरूर लेना चाहूंगी ...... aaahhh जानू बड़ी गुदगुदी हो रही है सोच कर ........
इन दोनों की रसीली बातें सुन कर मेरा लौड़ा भी अपने रंग में आ गया था और मुझे एक बार फिर से मुठ मारने की जरूरत महसूस होने लगी थी ......... मैं लौड़े को सहलाते हुए दीदी और प्रतीक की रंगीन बातों का मज़ा लेने लगा .......
प्रतीक- उफ़्फ़फ़ जान लंड तो मेरा भी पागल हो रहा है मुझे भी एक और बार मुठ मारनी पड़ेगी ......
दीदी- आहह जान इतना क्यों तरस रहे हो जाओ ना श्वेता के कमरे में क्या पता वो भी मेरी तरह अपनी बुर को उंगलियों से मसल रही हो ....... बस जा कर उसे अपना खड़ा लंड दिखा देना वो फौरन नंगी हो के अपनी टांगे फैला देगी और कहेगी आओ भैया चोद दो अपनी बहन को ..........
प्रतीक- उफ़्फ़फ़ जान काश ऐसा हो पाता पर वो बहन है मेरी बहोत सीधी सादी है ........ वो इस टाइप की लड़की नही है ......
दीदी- जानू क्या मतलब है तुम्हारा वो इस टाइप की लड़की नही है मैंने भी पहली बार तुम्हे देखा तो यही लगा था कि तुम बहोत सीधे सादे हो ....... लेकिन तुम तो वैसे नही निकले ...... अच्छा ये बताओ कि तुमने पहली बार मुझे देख कर क्या सोचा था कि मैं कैसी लड़की हूँ ......??
प्रतीक- अरे नही यार मेरा वो मतलब नही था ...... मतलब की वो बस अपनी पढ़ाई और घर के कामो में लगी रहती है किसी लड़के से उसका कोई वास्ता नही है बस एकदम शांत सी लड़की है वो ........
और तुम्हारे बारे में मेरा अनुमान ये था कि तुम भी सीधी सादी सी घरेलू टाइप लड़की हो ...... एक बार तो डर भी लगा कि कहीं तुम ज्यादा ही भोली और मासूम हुई तो कैसे तुम्हे अपने जैसी बनाऊंगा ...... लेकिन तुम इतनी खबसूरत और प्यारी हो कि ज्यादा सोचा समझा नही और फिर पहली नजर में ही प्यार हो गया था तुमसे ..........
दीदी- ओहहो तो जनाब कहना चाहते हैं कि मैं बस दिखती हूँ प्यारी और मासूम ........... हूँ नही .......
प्रतीक- दिखती हो यही बहोत है होती तो मुझे ज्यादा मेहनत करनी पड़ती ...... तुम्हे अपने जैसी बेशर्म बनाने में ........
दीदी- वही तो समझाना चाहती हूं जानू की जरूरी नही जो दिखता है वही सच हो ...... हो सकता है श्वेता भी चुदासी हो वो भी अपनी बुर में उंगली करती हो ..... उसे लंड की जरूरत महसूस होती हो .......
प्रतीक- हो सकता है पर मुझे नही पता इस बारे में .......
दीदी- प्रतीक ...... आखिरी सवाल क्या तुम श्वेता को चोदना चाहते हो आज भी .......
प्रतीक- पता नही ....
दीदी- झूठ बोल रहे हो ना जान मैं जानती हूं तुम इसलिए सच नही बोल रहे ही कि मुझे बुरा लगेगा पर यकीन करो मुझे एकदम बुरा नही लगेगा ....... मैंने भी बहोत सारी सेक्स स्टोरीज पढ़ी हैं पढ़ते हुए सोचती थी क्या सच मे कोई भाई बहन एक दूसरे के साथ सेक्स कर सकते हैं या ऐसा सोचते होंगे मुझे लगता था कि ये सब बस यूं ही लिख दिया जाता होगा लेकिन तुमसे तुम्हारे दिल की बात जानने के बाद मुझे लगने लगा है कि भाई बहन के बीच चुदाई हो सकती है ........ और होनी चाहिए अगर दोनो की यही चाहत हो तो ........ मैं ये भी जानती हूं कि तुम मुझे बहोत प्यार करते हो और मुझे ये भी यकीन है कि हर हालत में तुम मुझे इतना ही प्यार करोगे हमेशा ........ अब बोलो ना प्रतीक क्या है तुम्हारी चाहत ...... तुम्हारी बीवी जानना चाहती है अपने पति की चाहत .......?
प्रतीक- आआहहहहहह जान हां मैं चोदना चाहता हूं श्वेता को .......
दीदी- ओहहह जानू मुझे तो लगता है तुम मेरी जवान ननद को नंगी कर के उसकी सील पैक चूत चाटना चाहते हो ......
प्रतीक- आआहहहहहह ...... हां हां निक्की उफ़्फ़फ़
दीदी- और तुम श्वेता की मस्त कड़ी चुचियाँ मसल मसल के उसके चूचे भी चूसना चाहते हो ना जान ........ आआहहहहहह जानू ...... बड़ा मजा आ रहा है .......
प्रतीक- हां हां रानी और मैं तो श्वेता की गांड़ भी चूसना चाहता हूं कैसी होगी उसकी गांड़ ........ उफ़्फ़फ़ ओहहह .......
दीदी- हम्म्म्म और तुम तो उसकी गांड़ और चूत में अपना मोटा लौड़ा पेल एक उसे चोदना भी चाहते होगे जान ....... प्रतीक सोचो कि अभी तुम्हारी बहन नंगी हो कर अपनी बुर सहला है मेरी तरह और ....... वो भी तुम्हे यानी कि अपने प्यारे भैया के लंड को याद करके ....... और साथ ही वो तुम्हारा मोटा लौड़ा अपने मुह में ले कर चूस रही है ......... aaahhhh जानू ....... मैंने तीन उँगलिया डाल ली हैं आज बुर में उफ़्फ़फ़ ससससससीईईईईईईई .........
प्रतीक- आहह हां जान ओहह श्वेता मेरा लौड़ा चूस रही है ...... चूस श्वेता और चूस ले अपने भैया का लंड चूस चूस के पी ले मेरा लंड का सारा रस ओहहह मेरी बहना ले मैं बह गया तेरे मुह में .......... आआहहहहहहहह ........
और प्रतीक की सांसो की तेज आवाज मेरे कानों में गूंजने लगी ....... वो एक बार फिर मुठ मार के झड़ गया था .......
दीदी- मज़ा आया ना जानू अपनी बहन के मुह में लंड घुसा कर .......
प्रतीक- उफ़्फ़फ़ हां जान बहोत मज़ा आया कसम से बहोत प्यारी हो तुम निक्की लव यू सो मच बेबी ऊम्म्म्म .......
दीदी- जानू जब सिर्फ सोचने में तुम्हे इतना मज़ा आ रहा है तो सच में चोदोगे अपनी बहन को तो कितना मज़ा आएगा तुम्हे जान .......
प्रतीक- जान सोचना और बात है लेकिन ये सब हकीकत में कहां हो सकता है यार .....
दीदी- जानू एक बात बोलूं मैं तुम्हे बहोत प्यार करती हूं और अपने प्यारे पति की ये चाहत पूरी करने की मैं पूरी कोशिश करूंगी जान ........ बस एक वादा करो तुम मुझे हमेशा यूँ ही प्यार करोगे .......
प्रतीक- ओह जान ये भी कोई कहने की बात है तुमसे ज्यादा तो मैं किसी से भी प्यार नही कर सकता ....... लव यू सो मच बेबी ........
दीदी- ok जानू बहोत रात हो गई है 12 बज चुके हैं अब सोना चाहिए ....... गुड नाईट मेरे शोना ...... ऊम्म्ममम
प्रतीक- गुड नाईट जान ऊऊम्म्म्म्म कल भी बात होगी ना हमारी ......
दीदी- हां जान रोज होगी अब ..... bye
और दीदी ने फोन काट दिया ।
Very nice updateबस 2 मिनट बाद ही मेरे कमरे का दरवाजा नॉक हुआ मैंने उठ कर दरवाजा खोला दीदी चुपचाप अंदर आ गईं वो अभी भी पूरी तरह से नंगी थीं ....... उन्होंने दरवाजा बंद किया और जा कर बेड पर लेट गयीं मैं बस उन्हें देखे जा रहा था उन्होंने कहा लाइट ऑफ कर दो विकी सोना नही है क्या ......?
मैंने लाइट ऑफ की और आ कर दीदी के बगल में लेट गया ...... दीदी मेरी ओर खिसक आईं और एकदम से मेरे सीने से लिपट गयी और मेरे गाल को चूम कर बोली क्या हुआ तुम्हे ......??
मैंने पूछा ये सब क्या है दीदी ...... दीदी बोली कुछ नही ..... मैंने ये कुछ नही था....? दीदी बोली मेरी चाहत तो तुम पूरी करोगे नही कम से कम मैं ही किसी की चाहत पूरी कर दूं ........
मैंने कहा आपको क्या लगता है बड़ा आसान है ये सब ...... दीदी बोली अब आसान हो या मुश्किल मैं कर के रहूंगी ........
मैंने कहा पता नही क्यों पर मुझे अजीब लग रहा है ....... दीदी बोली वो सब छोड़ो तुम ये बताओ मेरे बारे में तुम्हारा क्या फैसला है ....... मैंने कहा कैसा फैसला मैं समझा नही दीदी ....... दीदी बोली अभी भी नही समझ पाए ...... हाय क्या करूँ मैं अपने इस नासमझ आशिक का ....... तुमने देखा न प्रतीक अपनी बहन को चोदने के लिए कितना उतावला है और एक तुम हो मैं कब से तरस रही हूं तुम्हारा लंड अपनी चूत में लेने को और तुम हो कि जिद पकड़ कर बैठे हो ........
मैंने कहा दीदी मेरा जवाब अब भी वही है कि आप पर अब प्रतीक का अधिकार है आप उनकी पत्नी बनने वाली हो ....... दीदी कुछ सोचते हुए बोली अच्छा तेरे हिसाब से मुझ पर प्रतीक का अधिकार है इसलिए ही तू मुझसे सेक्स नही कर रहा ना ...... लेकिन अगर प्रतीक ही तुम्हे मुझे चोदने का अधिकार दे दें तब तुम क्या करोगे ......?
मैंने हंसते हुए कहा वो भला ऐसा अधिकार क्यों देंगे मुझे कोई पति अपनी पत्नी को किसी और के साथ सेक्स क्यों करने देगा ....... दीदी बोली वो सब मैं देख लूंगी विकी तुम मेरे सवाल का जवाब दो ना .......
मैंने कहा क्या जवाब दूँ यार ऐसा कैसे हो सकता है प्रतीक तुम्हे ऐसा करने की परमिशन दे दें ....... दीदी बोली मैं जो पूछ रही हूं वो बताओ ना बात को घुमाओ मत ........ अगर प्रतीक मुझे परमिशन दे दें कि मैं तुमसे चुद लूं तब भी तुम मुझे नही चोदोगे .......?
मैंने कहा ओहहह अब मैं समझा तुम क्यों प्रतीक को उकसा रही हो श्वेता के लिए ताकि तुम अपने मन की कर सको ....... दीदी बोली बड़ा समझदार हो गया है मेरा भाई ........ लेकिन अभी भी मेरे सवाल का जवाब नही दिया तुमने ...... अब बोलो भी ........
मैं सोच में पड़ गया ऐसा नही था कि मैं दीदी को नही चोदना चाहता था ऐसी नशीली रसीली जवान लड़की को कौन नही चोदना चाहेगा पर मेरे मन मे बस यही हिचक थी कि वो मेरी बड़ी बहन है और जल्दी ही उनकी शादी होने वाली है कहीं कोई ऊंच नीच हुआ तो हम क्या मुह दिखाएंगे दुनिया को .......
मैं तो लड़का हूँ किसी तरह से झेल लूंगा सब लेकिन एक लड़की ऐसी बदनामी के साथ कैसे जियेगी यही सब सोच कर मैंने खुद को कंट्रोल किया हुआ था बाकी प्यार तो मैं भी बेशुमार करता हूँ दीदी से .......
मेरी चुप्पी देख कर दीदी एकदम से भड़क कर बोली ठीक है विकी मत दो कोई जवाब अगर तुम्हें इतनी ही तकलीफ है मुझसे तो मैं आज के बाद कभी मजबूर नही करूंगी किसी चीज के लिए और कभी नही आऊंगी तुम्हारे पास शायद मेरे नसीब में नही है तुम्हारा प्यार ....... इतना बोलते हुए उनकी आवाज़ भर आयी और वो रोने लगी ....... रोते हुए वो उठी और मेरे कमरे का दरवाजा खोल कर अपने कमरे में चली गईं और भड़ाक से दरवाजा बंद कर लिया .........
मैंने दीदी को आवाज़ दी दीदी रुको मेरी बात सुनो निक्की ....... पर वो जा चुकी थी मैं भी भाग कर उनके पीछे आया पर तब तक उनके कमरे का दरवाजा बंद हो चुका था ....... मैं बेबस सा खड़ा रहा बाहर मुझे खुद पर गुस्सा आ रहा था कि मैंने बेवजह दीदी का दिल दुखाया आखिर वो मुझसे क्या चाह रही हैं सिर्फ मेरा प्यार और बदले में अपना सब कुछ मुझे सौंपने को तैयार हैं सिर्फ मेरा प्यार पाने के लिए ही वो अपने होने वाले पति को उसकी बहन के साथ शेयर करने को भी राजी हैं ....... और मैं उनका दिल दुखा रहा हूं .......
मैंने दरवाजा खटखटाया और धीमे से कहा दीदी प्लीज दरवाजा खोलो मेरी बात सुनो ........ पर दरवाजा नही खुला बस दीदी के सिसकने की आवाज़ आती रही .......
थोड़ी देर मैं वहीं खड़ा रहा और फिर वापस अपने कमरे में आ गया ....... मैं बिस्तर पर लेट कर सोचता रहा और फिर मैंने दीदी को कॉल की पर दीदी ने कॉल काट दी मैंने दोबारा कॉल की उन्होंने फिर काट दी मैंने गुस्से से फ़ोन को बिस्तर पर फेंक दिया.......
मेरा दिमाग भन्नाया हुआ था ....... दीदी की सिसकियां मेरे कानों में गूंज रही थीं ....... फिर मैंने अन्धेरे में फोन ढूंढा और व्हाट्सएप पर मैसेज टाइप किया ......
nikki my love , i am very sorry jaan ..... maine tumhara dil dukhaya hai ho sake to mujhe maf kar do ....... kash tum is na ke pichhe ki meri bhawana ko samjh pati ...... mai sabse pahle tumhara bhai hu jise tumhari behad parwah hai jo tumhe kabhi dukhi ya udas nhi dekhna chahta ....... mera irada kabhi tumhara dil dukhane ka nhi tha lekin tum hi batao agar kal ko hamare is naye rishte ke bare me ghar me kisi ko ya prteek ko pata chala to tumhari married life tabah ho jani thi mai bas isliye darta tha tumhari us zid ko puri karne se aisa nhi hai ki mai aisa nhi chahta ...... tum jaisi khubsurat aur sexy ladki se kaun dur bhagna chahta hai par mai janta hu ye sab ek bar shuru hua to iska ant nahi hai bas isliye mai ise shuru hi nahi hone dena chahta tha haa tumhara apne prti pyar dekh kar mai tumhe ekdm nahi rok paya jo ki shayad meri galti thi ...... lekin aaj tum ko rote dekh kar mujhe khud par behad gussa aa rha hai aur mai wada karta hu agr tumhare pati ne tumhe mere sath sex karne ki permission de di to mai tumhari har khwaish puri karunga chhod dunga apni jid man lunga tumhara kahna ....... par tumhari narajgi mujhse bardasht nahi ho rahi janu plz mujhe maf kar do ....... laut aao mere pas apne viki ke pas ..... meri jaan nikki mai bahot pyar karta hu tumhe .........
और मैंने सेंड एक बटन दबा दिया ...... दो मिनट बाद दीदी ऑनलाइन हुई मैसेज रीड हुआ ....... और दो ही मिनट बाद मेरे कमरे का दरवाजा नॉक हुआ मैंने दौड़ के जा के दरवाजा खोला दीदी सामने खड़ी थी उनकी आंखें लाल थीं उर आंखों में आंसू भरे थे वो एकदम कस के मेरे सीने से लग गईं और मैंने भी पूरी ताकत से उन्हें बांहों में भींच लिया और उनके गाल पर बहे आंसुओं को अपने होंठो से पी लिया ........
मैंने कहा सॉरी जानू माफ कर दो दोबारा नही करूंगा ऐसा ......, दीदी ने बस मेरे होंठो पर अपने होंठ रख दिये और हम पूरे 5 मिनट तक एक दूसरे के होंठो को दीवनो की तरह चूमते रहे ........ फिर मैंने खुद को अलग किया और कहा आज सोना नही है क्या ...... दीदी बोली चलो सो जाते हैं फिर .......
और फिर हम दरवाजा और लाइट ऑफ कर के बेड पर आ गए और एक दूसरे को बाहों में भर के सो गए ..........
अगली सुबह मैं पहले उठा और दीदी को बगल में सोए देखा तो मैंने बड़े प्यार से उनके माथे को चूमते हुए उन्हें जगाया दीदी ने आंखे खोली मैंने कहा गुड मॉर्निंग जान दीदी ने भी मुस्कुरा कर गुड मॉर्निंग माय लव ......, फिर मैं बाथरूम चला गया और रोज की तरह अपनी ड्यूटी पर लग गया ....... और मैं दीदी को ले कर कॉलेज निकल गया शाम को हम घर वापस आये आये रोज की तरह ही खा पी कर अपने अपने अड्डे पर पहुंच गए .......
मैं तो अपने कमरे में आ कर आराम से फैल गया बेड पर आज दीदी मस्त मटर पनीर बनाई थी तो ज्यादा खा लिया था मैंने ......
कुछ देर बाद दीदी भी आ गईं ....... उन्होंने दरवाजा और लाइट बन्द की और आ कर पास में लेट गयीं ........ उन्होंने कहा मुझे प्रतीक से बात करनी है ....... मैंने कहा करो ना वो बोली तुम्हे नही सुननी क्या .....?
मैंने कहा ओहहह हां लाता हूँ मैं earbuds ले कर आया और एक दीदी को देते हुए कनेक्ट कर दिया और दीदी ने कॉल लगाई ........
प्रतीक- हेलो जानू कैसी है मेरी जान ......
दीदी- एकदम हॉट एंड सेक्सी .......
प्रतीक- उफ वो तो तुम हो ही मेरी जान ये कोई बताने की बात है क्या ......
दीदी- और बताओ क्या हो रहा ......
प्रतीक- बस अभी खाना खा के फ्री हुआ ...... अच्छा सुनो एक बात करनी है ....... इस फ्राइडे को श्वेता का बड्डे है .......
दीदी- अरे वाह कितने साल की हो गयी मेरी ननद रानी???
प्रतीक -बस फ्राइडे को 18 की हो जाएगी ......
दीदी- हाय मतलब अभी तक कच्ची कली थी मेरी ननद .....
प्रतीक- हां अब बालिग हुई ही समझ लो ...... तो मैं ये सोच रहा था कि तुम और विकास आ जाते लखनऊ इसी बहाने तुम मेरा घर भी देख लेती ...... और श्वेता की बड्डे पार्टी भी जॉइन कर लेती ......
दीदी- ह्म्म्म पर मम्मी पापा से परमिशन लेनी पड़ेगी ......
प्रतीक- उसकी चिंता ना करो मैं मम्मी से फोन करवा दूंगा .....
दीदी- फिर ठीक है ......
प्रतीक- ok तो विकास को बता देना और तुम लोग गुरुवार को आ जाना .......
दीदी- ठीक है जानू हम आ जाएंगे ......
प्रतीक- थैंक्स जान मुझे पता था तुम आओगी......
दीदी- क्यों नही आऊंगी मेरा स्वीट हबी इतने प्यार से बुलायेगा तो आना ही पड़ेगा ....... लेकिन एक बात समझ लो वहां बुला कर मेरे साथ कोई ऐसी वैसी हरकत मत करना .......,
प्रतीक- हंसते हुए क्यों पति हूँ तुम्हारा कर भी लिया तो क्या .......
दीदी- ना शादी के पहले कुछ नही फोन पर जितनी चाहे मस्ती कर लो लेकिन लेकिन पहला टच तो सुहागरात को ही होगा उस पहली छुवन का अलग ही अहसास होता है जानू और वो उस खास रात के लिए ......
प्रतीक- ok मेरी जान तुम्हारी मर्ज़ी के खिलाफ मैं टच भी नही करूंगा तुम्हे ...... वैसे मन तो बहोत था सोचा था तुम आओगी तो कम से कम एक बार तुम्हारी बुर का स्वाद तो ले ही लूंगा लेकिन तुम जैसे चाहो वैसे ही होगा जान ........
दीदी- जानू बस कुछ ही दिनों की बात उसके बाद चाहे जितना चखना मेरी बुर का स्वाद ....... और अगर बर्दाश्त नही हो रहा हो तो जा के अपनी बहन की बुर चाट लो ना उसकी बुर में मेरी बुर से ज्यादा स्वाद होगा .......
प्रतीक- उफ़्फ़फ़ जान तुम्हारी बातें ना मेरे लंड को 1 सेकेंड में राकेट बना देती हैं .......,
दीदी- बनाये रहो राकेट इसी राकेट पर एक दिन मैं तुम्हारी बहन को चांद की सैर कराउंगी ......
प्रतीक - हाय जान सच्ची ......
दीदी- हां जानू कल वादा किया था ना देख लेना मैंने एक दिन तुम्हारी बहन कि बुर में तुम्हारा लौड़ा अपने हाथों से ना डलवाया तो कहना ......
प्रतीक- हाय मेरी जान कब आएगा वो दिन ...... aaahhhhh बड़ा मजा आ रहा है सोच कर ......
दीदी- आएगा ना राजा बहोत जल्द आएगा मेरा पति अपनी बहन को नंगी कर के उसकी चूत मारेगा ........
प्रतीक- हां जानू ...... एक बात बोलूं जान.......
दीदी- बोलो ना राजा ......
प्रतीक- मैं कल रात सोच रहा था कि कभी मुझे एक साथ तुम्हे और श्वेता को एक साथ चोदने का मौका मिल जाये तो उफ़्फ़फ़ ...... तुम्हारी चूत चाटते हुए श्वेता को चोदू और श्वेता की बुर चाटते हुए तुम्हें चोदू aaaahhhhhh निक्की ......., सोच कर ही मज़ा आ रहा है .......
दीदी- ओहहह राजा मैं तुम्हारे सारे अरमान पूरे करूंगी ना कसम से तुम्हारी बहन को नंगी कर के तुम्हारे लंड पे चढ़ा दूंगी और अपनी बुर चटवाते हुए उसे चुदवाऊंगी तुमसे जान ...... जब तुम अपनी बहन की बुर में झड़ जाओगे तो उसकी बुर से तुम्हारे लंड का रस चूस कर पी लुंगी राजा .......
प्रतीक- उफ़्फ़फ़ निक्की पागल हो रहा हूँ यार मैं सच मे ऐसा करोगी तुम .......
दीदी- हां जान ऐसा ही करूंगी बल्कि इस से भी ज्यादा ......
प्रतीक- और क्या करोगी जान बताओ ना बड़ा मजा आ रहा है ऐसी बातें सुन कर मुठ मारने में .......
मुझसे भी अब बर्दाश्त नही हो रहा था तो मैंने अपना लोअर सरकाते हुए लंड बाहर निकाल लिया और दीदी का हाथ अपने लंड पर रख दिया दीदी ने मेरा लंड छोड़ कर खड़े हो कर जल्दी से अपनी सलवार और पैंटी निकाल दी और फिर मेरे बगल में टांगे फैला कर लेट गयी और मेरा हाथ अपनी चूत पर रख दिया दीदी की चूत गीली सी थी मैंने जल्दी से अपनी दो उंगलियां उनकी चूत में घुसा दी और तेजी से उनकी बुर उंगली से चोदते हुए उनके कुर्ते के सीने से ऊपर सरका कर झुक कर उनका निप्पल होंठो में दबा लिया और पीने लगा ......... दीदी ने भी अपना हाथ मेरे लंड पर रखा और तेजी से मुठियाने लगी ..........
दीदी- सबसे पहले मैं श्वेता से दोस्ती करूंगी फिर धीरे धीरे उससे गंदी बातें करना शुरू करूंगी लड़की है जवान है उसका भी मन तो करता ही होगा ....... एक बार वो थोड़ा सा खुल गयी मुझसे तो किसी दिन उसके साथ लेस्बो सेक्स कर लुंगी एक बार सेक्स का चस्का लगा उसे तो खुद ही वो मेरे आगे पीछे घूमेगी फिर किसी दिन उसे हमारी चुदाई दिख दूंगी और फिर किसी रात उसे नंगी कर के तुम्हारे पास ले आऊंगी राजा ......
प्रतीक- aaahhhh जान फिर क्या होगा बताओ ना जान .....
दीदी- फिर क्या तुम्हारा मस्त लंड देख कर वो भी गर्म हो जाएगी और फिर तुम उसके पास जा कर उसकी नंगी बुर के चूम लेना चाट लेना उसकी बुर पानी टपका देगी ......अच्छा एक बात बताओ प्रतीक...... अगर कभी मेरा मन ही जाए किसी और के लंड से चुदने का हो जाये तो मैं क्या करूँगी.......???
प्रतीक- ओहहह जान चुद लेना ना मैं थोड़े ना रोकूंगा तुम्हे चुदने की कोई मनाही थोड़े है बस प्यार सिर्फ मुझसे करना .........
दीदी- ओहहह जान तुम्हे ऐसा लगा कभी की मैं तुम्हे प्यार नही करती फिर ये शर्त क्यों ......., मैं तो तुम्हारे सिवा और किसी से भी प्यार करती हूं अब तुम्हारे लिए मैं उसे प्यार करना तो नही छोड़ सकती जानू ......
प्रतीक- एकदम से गंभीर स्वर में बोला क्या कहा तुमने निक्की तुम किसी और से भी प्यार करती हो .......
दीदी- हां करती हूं अपने प्यारे भाई विकास से बहोत प्यार करती हूं मैं ...... और मैं उसे हमेशा तुमसे ज्यादा प्यार करूंगी समझे .......
दीदी की बात सुन कर प्रतीक की जान में जान आयी और वो हंसते हुए बोला ....... ओहहह विकास तुमने तो मुझे डरा ही दिया था ...... उस से मुझे कोई प्रॉब्लम नही है जब मैं श्वेता से प्यार कर सकता हूँ तो तुम भी विकी से चाहे जितना प्यार करो मुझे कोई प्रॉब्लम नही है .......... और चाहो तो तुम विकास से चुद भी जाना ........
दीदी- धत्त ये क्या बोल रहे हो जानू ssssshhhhhhh
प्रतीक- क्यों क्या बुराई है मैं श्वेता को चोदूगा और विकास तुम्हे दोनो जीजा साले अपनी अपनी बहनों की चुत चोदेंगे कितना मज़ा आएगा जान ...... सोचो .......
दीदी- हाय्य्य्य जान मुझे तो सोच कर ही शर्म आ रही है उफ़्फ़फ़ विकास मेरा भाई कैसे मेरी बुर ........ aaahhhhh जान
प्रतीक- वैसे ही जैसे तुम श्वेता की बुर में मेरा लंड डलवाओगी वैसे ही विकास का लंड मैं तेरी बुर में डलवा दूंगा जानू .......
दीदी- aaahhhh जान ऐसे मत बोलो ना ...... मुझे शर्म आ रही है ......
प्रतीक- मैंने तो कहा था ना कि मुझे बेशर्म बीवी चाहिए ....... ऐसे थोड़े मज़ा आएगा .........
दीदी अब अपनी गांड़ उछलते हुए मेरी उंगलियां जड़ तक अपनी बुर में ले रही थीं और उनकी बुर से रस बह बह कर उनकी गांड़ की दरार से रिसता हुआ बेड की चादर को गीला कर रहा था ......... मेरे लंड से भी प्रिकम की बूंदे छलक रही थीं जिसे दीदी अपने अंगूठे से सुपाड़े पर मलते हुए उसे चिकना कर रही थीं ..........
दीदी- तो क्या चाहते हो जानू शादी से पहले ही एकदम रण्डी बन जाऊं क्या ........
प्रतीक- ( दीदी की ये बात सुन कर एकदम मस्ती में आ गए) हां जानू बन जाओ ना कसम से तुम रण्डी बन जाओ तो मज़ा ही आ जाये ....... aaahhhhh जान
दीदी- पहले अपनी उस छिनाल ननद को तुम्हारी रण्डी बना दूँ और उसे तुम्हारे लंड का पानी पिला दूँ फिर मैं भी बन जाऊंगी अपने राजा की रण्डी ...... उफ़्फ़फ़ जानू गयी मैं aaahhhhhh और इसी के साथ दीदी की बुर से गाढ़े रस की बूंदे छलक उठी उनका बदन कमान की तरह तन गया और कांपने लगा ...........
प्रतीक- ओह निक्की लव यू जान झड़ गयी क्या तुम .........
दीदी- हां मेरे पतिदेव झड़ गयी तुम्हारी बीवी की चूत....... अब तुम भी जल्दी से अपनी बहन की बुर में झड़ जाओ ना जान .......
प्रतीक- aaaahhhhh रानी मैं भी बाद झड़ने ही वाला हूँ जान ........, लेकिन जानू मैं चाहता हूं कि तुम भी विकास स चुदो सच सच बताओ ना जान तुम भी उस से चुदना चाहती हो ना .......
दीदी- उफ़्फ़फ़ जान ऐसा कुछ नही है वो तो बस मैं आपकी खुशी के लिए बातें कर रही थी आपको ऐसी बातें पसन्द है ना ........
प्रतीक- हां जान पसन्द तो हैं लेकिन मैं चाहता हूं तुम भी विकास से चुदवा लो ....... बोलो जान चुदोगी न अपने भाई के लंड से चुसोगी न उसका लौड़ा .......
दीदी- उफ़्फ़फ़ जान आपका इतना ही मन कर रहा है तो चुद जाऊंगी मैं भी अपने भाई से ........ ले लुंगी उसका लंड अपनी बुर में......
प्रतीक- aaaahhhhhh जान कितना मज़ा आएगा अगर मैं और विकास एक ही बेड पर अपनी अपनी बहनों को एक साथ चोदेंगे aaahhhhh जान गया मैं भी ये लो भर दिया मैंने अपने लौड़े का रस श्वेता की गांड़ में एक बार फिर से .........
प्रतीक गहरी सांस लेते हुए बुरी तरह से हांफ रहा था ........ फिर वो बोला निकी मेरी जान तुम बहोत बहोत प्यारी हो सच मे जान .........,
दीदी- तुम भी जानू लव यू सो मच ........ चलो अब सोते हैं ...... गुड नाईट
प्रतीक- ok जान कल दिन में मम्मी से कॉल करवा दूंगा तुम्हारी मम्मी को ........ तुम तैयारी करो लखनऊ आने की लव यू स्वीटी bye........
और फोन काट दिया उन्होंने .........
दीदी ने कान से earbud निकालते हुए कहा अब बोलो मेरी जान ........ चोदोगे या नही अपनी दीदी को ........ दीदी मेरा लौड़ा जोर से दबा कर बोली विकी मेरी जान अब तो मेरे होने वाले पति ने भी परमिशन दे दी है अब तो मुझे ये लंड चाहिए अपनी बुर में ........
मैं एकदम झड़ने की कगार पर था और दीदी की इन गरम बातों से मेरे दिमाग का टेम्परेचर और बढ़ गया ........ मैं जल्दी से खड़ा हुआ और दीदी के होंठो पर अपना प्रिकम से भीगा सुपाड़ा रगड़ते हुए मुठ मारने लगा और बोला हां दीदी मेरी जान चोदूगा तुम्हे पेलूँगा तुम्हारी बुर में अपना लौड़ा लेकिन अभी तो बस मेरे लंड का रस पी लो रानी ........., दीदी ने जल्दी से सुपाड़े को मुह में लिया और मेरे लंड से गरम वीर्य की बारिश होने लगी दीदी लौड़े को चूस चूस कर वीर्य की बूंदों को निगलने लगी .......... और आखिर में मैं बिस्तर पर गिर गया और हम एक दूसरे को बाहों में भर कर सो गए ...........।
Bahut hi jaberdast update hai ab to lagta h Nikki ki khawais Puri hone wali hअगली सुबह हमारी नींद नही खुली क्योंकि कल रात 1 बज गया था सोते सोते ....... सुबह साढ़े सात के आसपास मम्मी ने दरवाजा पीटते हुए आवाज़ें दी और मैं हड़बड़ा कर उठ बैठा देखा तो मैं और दीदी एकदम नंगे पड़े हुए थे दरवाजा पीटने की आवाज़ से दीदी भी जाग गयीं ........
और हालात समझते ही फुर्ती से बाथरूम के रास्ते होते हुए अपने कमरे में निकल गईं ...... मैंने भी जल्दी से अपना लोअर टांगों में डालते हुए कहा आ रहा मम्मी ...... खोल रहा हूँ और टीशर्ट सर में घुसाते हुए दरवाजा खोल दिया .....
मम्मी बोली 8 बजने वाले हैं कितना सोना है तुम दोनों को वो निकिता भी अभी घोड़े बेंच कर सो रही है ....... हुआ क्या है तुम दोनों को आज ......?
मैं थोड़ा सा घबराया हुआ था बस आंख खुलते ही ये सब शुरू हो गया था और मेरे मुह से निकल गया वो मम्मी रात दीदी के सर में दर्द था तो वो सो नही रही थीं ....... फिर उनको बाहर टहलते देख कर मैं भी आ गया और उनका सर दबाता रहा ...... सोने में देर हो गयी दोनो को इसलिए नींद नही खुली ......
तब तक दीदी ने भी दरवाजा खोला और बाहर आ गईं ...... मैंने फौरन बात बनाते हुए पूछा दीदी अब कैसा है आपका सरदर्द ...... दीदी हैरानी से मुझे देखने लगी ...... मैंने मम्मी की नजर बचा के आंख मारते हुए कहा रात सरदर्द था आपको अभी कैसा है आपकी वजह से कल मुझे भी देर हो गयी सोने में और अब मम्मी की डांट सुननी पड़ रही है सुबह सुबह ........
गनीमत हुई कि दीदी बात समझ गयीं और बोली हां काफी आराम है वैसे रात ही आराम मिल गया था तभी तो सो पाई ....... मम्मी ने दीदी के माथे को छू कर देखा और बोली फीवर तो नही है अगर ज्यादा दर्द था तो मुझे बताना था ना विकास को क्यों परेशान किया वो बेचारा वैसे ही आजकल दिन भर कितनी भाग दौड़ में लगा रहता है तेरी शादी की सारी जिम्मेवारी अकेले उठा रखी है ऊपर से घर का काम भी ...... रात में तो चैन से सोने दिया कर उसे .........
दीदी बोली तो मैंने थोड़े कहा था इसे की ये जागे मेरे साथ खुद ही आ गया तो भगा थोड़े देती मैं इसे ....... मैंने कहा मम्मी कोई नही रोज रोज थोड़े दर्द होगा दीदी एक दिन हो गया अभी वो ठीक है ना ....... लेकिन क्यों सुबह सुबह दरवाजा पीट रही थीं ....... मम्मी बोली प्रतीक की मम्मी का फोन आया था ........ परसों श्वेता का जन्मदिन है वो हम सबको बुला रही थीं ........ अब तेरे पापा को तो ऑफिस के सिवा कुछ सूझता नही और मैं बेटी की ससुराल जा के क्या करूंगी ..........
तो तुम निकिता को ले कर चले जाओ ....... मैंने नखरे दिखाते हुए कहा क्या यार इतना काम फैला हुआ है अभी लखनऊ कैसे जाऊं सब छोड़ कर यहां का काम कौन देखेगा ....... मम्मी बोली बेटा दो दिन की बात है मैं देख लुंगी वैसे भी लेबर काम कर रहे हैं उसमें क्या देखना है ...... सब हो जाएगा तो उसकी फिक्र ना कर और चला जा अपनी दीदी को ले कर इतने प्यार से बुलाया है उन्होंने कोई नही गया तो उन्हें बुरा लगेगा .........
मैंने हार मानने के अंदाज़ में कहा ठीक है फि तो जाना ही पड़ेगा ....... लेकिन फिलहाल मुझे बाथरूम जाना है पॉटी आई है और मैं वापस कमरे में घुस गया ..... पीछे से मम्मी की आवाज़ आयी और बोली अब तो बड़ा बन जा बेटा .......
अब मम्मी को क्या पता मैं कितना बड़ा बन चुका हूं ...... फिर मैं रेडी हो कर नीचे आया पापा ने नाश्ते की मेज पर मुझे हुक्म सुनाया विकास तुम निकिता के साथ लखनऊ चले जाओ ........ और ये लो उन्होंने 10000 रुपये मुझे देते हुए कहा ....... की उनके यहां जाना तो 5 डिब्बे मिठाई के और फल वगैरह लेते जाना ........
मैंने पैसे जेब मे डालते हुए कहा ठीक है पापा लेकिन मैं कार से जाऊंगा ट्रेन में आजकल बहोत भीड़ होती है अकेले जाना होता तो चला जाता दीदी को साथ ले जाने में प्रॉब्लम होगी ...... पापा ने एक मिनट सोचा और फिर बोले ठीक है ....... फिर निकिता दीदी से बोले निकिता बेटा तुम साथ जाओगी देखना ये 60 से ऊपर ना चलाये गाड़ी ....... दीदी बोली ठीक है पापा इसकी स्पीड पर मेरी पूरी नजर रहेगी ...... और मुस्कुराने लगी ........
फिर नाश्ता कर के हम कॉलेज के लिए निकल पड़े ....... और फिर सारा दिन कॉलेज में बिता कर शाम को वापस घर और रात को फिर अपने कमरे में .........
रोज की तरह दीदी कपड़े बदल कर नाइटी में कमरे में आईं और दरवाजा बंद कर के आ कर मेरे बगल में लेट गयीं ....... और बोली तो आज क्या इरादा है मेरी जान ....... मैंने कहा जो मेरी जान का इरादा हो वही मेरा इरादा है ........ दीदी बोली विकी याद है एक दिन मैंने तुमसे कहा था कि मुझे पब्लिक प्लेस में सेक्स करना खास उत्तेजना देता है .........
मैंने सर हिलाते हुए कहा हां याद तो है ....... दीदी बोली तो कल हमे लखनऊ जाना है by road ...... मैंने कहा हां जाना तो है ...... दीदी बोली मैं चाहती हूं तुम मेरी पहली चुदाई कही किसी ऐसी जगह पर करो कि मज़ा आ जाये कुछ नया कुछ एक्साइटिंग सा सोचो ना प्लीज ........
अब तक मैं भी मानसिक रूप से दीदी को चोदने के लिए खुद को तैयार कर चुका था ....... और मुझे लग रहा था कि आज रात चुदे बिना दीदी मानेंगी नही लेकिन दीदी की बात सुन कर के मेरी खोपड़ी चकरा गयी ...... की अब ये कैसी नई फरमाइश है उनकी ....... लेकिन फिर मैंने सोचा कि जब दीदी मेरे लिए इतना सब कर रही हैं तो इनकी इस ख्वाइश को पूरी करना मेरा फ़र्ज़ है और मैंने कहा ठीक है दीदी ........
कल कुछ ऐसा सोचता हूँ कि आप को सारी जिंदगी याद रहे ये हमारी पहली चुदाई ....... मेरी बात सुन कर दीदी ने मुझे कस के गले लगा लिया और मेरे होंठो पर गरम और गीला किस दे दिया ऊऊम्म्म्म्म विकी तुम सच मे बहोत प्यारे हो........
तभी दीदी के फोन की रिंग बजी प्रतीक का कॉल था ....... दीदी ने फोन रिसीव किया और ......
दीदी- हेलो मेरी जान ....... कैसे हो ....
प्रतीक- एकदम बढ़िया तुम कैसी हो ......
दीदी- मैं भी फर्स्ट क्लास हूँ ........
प्रतीक- आ रही हो ना कल ......?
दीदी- हां क्यों नही मेरे प्यारे पति बुलाएं और मैं ना आऊं ऐसा हो सकता है क्या .....
प्रतीक- और कौन कौन आ रहा है जान .....?
दीदी- बस मैं और विकी ...... हम दोनों ही आ रहे हैं ......
प्रतीक- ok जान वैसे मम्मी पापा भी आते तो अच्छा था ......
दीदी- पापा को तो छुट्टी नही मिल रही और वो नही आ रहे तो मम्मी को भी रुकना ही पड़ेगा ....... उनकी वजह से .......
प्रतीक- कोई नही लेकिन शादी से पहले एक बार मम्मी पापा को यहां आना तो चाहिए ही आखिर उनकी बेटी की शादी हो रही है इस घर मे एक बार आ कर देखना तो चाहिए सब कुछ .......
दीदी- अभी तो टाइम है शादी में और घर मे काम भी चल रहा है इसलिये एक साथ सब का निकलना मुश्किल है ...... हो सकता है बाद में आएं वो लोग भी ......
प्रतीक- ok जान और बताओ .......
दीदी- मैं क्या बताऊँ जान तुम बताओ ना आजकल तो सारा दिन तुम्हारा खड़ा रहता होगा अपनी बहन को देख देख कर .........
प्रतीक- हां यार जब से तुमने उसके बारे में बातें की है अब तो बस उसकी गांड़ पर ही नजर टिकी रहती है मेरी और आज तो उसने सुबह झाड़ू लगाते हुए मुझे देख भी लिया था उसके कुर्ते से अंदर झांकते हुए ......
दीदी- फिर क्या रिएक्शन था उसका .....
प्रतीक- कुछ खास नही बस हल्का सा मुस्कुरा दी और झाड़ू लगाती रही ......
दीदी- देखा मैं ना कहती थी उसकी बुर में खुजली होती होगी 18 कि हो गयी है चुदने का मन तो करता ही होगा .......
प्रतीक- अब तो तुम ही पता लगाओ उसके मन मे क्या है ....... मेरे बस में होता तो कब का उसे चोद देता ...... एक और बात है बताने लायक मेरे पास .....
दीदी- बताओ न जल्दी से .....
प्रतीक- आज मैं उसके नहाने के बाद नीचे वाले बाथरूम में गया था टॉयलेट करने के बहाने से वहां हेंगर पे उसकी उतारी हुई पैंटी टंगी थी ......
दीदी- ओहहो जनाब तो बड़े तेज निकले एक ही दिन में अपनी बहन की पैंटी तक पहुंच गए ....... मुझे लगता है कि तुम मेरी मदद की बिना ही जल्दी ही उसकी चुत तक भी पहुंच जाओगे ......
प्रतीक- झेंपते हुए अरे नही यार इतनी हिम्मत नही है मुझमें ......
दीदी- अच्छा वो छोड़ो ये बताओ फिर किया क्या उसकी पैंटी का ......
प्रतीक- बस सूंघा और लंड निकाल कर उस पर लपेट ली ...... सच बताऊँ उस टाइम लंड इतना गर्म हो गया था कि ...... दिल कर रहा था उसकी पैंटी में ही छेद कर के घुसा दूँ .......
दीदी- ओहहह मेरी जान बस थोड़ा सब्र करो फिर तुम्हारी बहन की बुर में ही घुसवा दूंगी तुम्हारा मोटा खूंटा ........
प्रतीक - ऊफफ जान सुबह से ही खड़ा हो रखा है .......
दीदी- ठीक है पर अभी उसे शांत करो और आज मैं ज्यादा देर बात नही कर पाऊंगी कल सोने में बहोत देर हो गयी थी सुबह मम्मी को जगाने आना पड़ा और मुझे डांट भी पड़ी की अभी से ये हाल हैं ससुराल जा के ऐसे दोपहर तक सोएगी तो मेरी सासू मां बहोत गुस्सा होंगी .......
प्रतीक- हसंते हुए बोला अरे नही यार ऐसा कुछ नही है मेरी मम्मी बहोत अच्छी हैं तुम सारा दिन सोगी तो भी कुछ नही कहेंगी ....... और मैं कोई तुमसे घर के काम कराने के लिए थोड़े शादी कर रहा हूँ मेरी जान . .......
दीदी- अच्छा जी फिर किसलिये शादी कर रहे हो ........
प्रतीक- बस इसलिए कि अब मैं मुठ मार मार के थक गया हूँ अब मुझे तुम्हारी रसीली बुर चाहिए जिसे मैं जब चाहे जितना चाहे चोद सकूं .......
दीदी- ओहहो हर वक़्त मेरी ही बुर चोदोगे राजा तो तुम्हारी बहन की बुर कौन चोदेगा जानू ......
प्रतीक- वो सब तो तुम ही जानो जब तुम कहोगी तब ही चोदूगां उसकी बुर वरना तो मुझे तुम्हारी बुर में ही घुसे रहना है . ......
दीदी- उफ़्फ़फ़ अच्छा अब बस नही तो फिर मूड बन जायेगा और घंटो लगेंगे .......
प्रतीक- बन जाने दो ना जानू मेरा तो सुबह से ही बना हुआ है ........ प्लीज जान थोड़ी देर बात करो न एक बार मुठ मार लूं मैं .......
दीदी- प्लीज जान रोज रोज मुठ मारना सही नही होता ना कल किया था ना अब आज नही ...... कंट्रोल करना सीखो ........
प्रतीक- ओहहह मेरी जान कंट्रोल ही तो नही होता ......
दीदी- बहन की चूत की खुशबू सूंघते रहोगे कैसे होगा कंट्रोल ...... अच्छा सुनो एक काम करना कल सुबह भी जाना उसके बाथरूम में और उसकी पैंटी पर मुठ मार के रख देना चुपचाप .....
प्रतीक- उफ़्फ़फ़ ये क्या बोल रही हो यार ऐसा कैसे करूंगा उसे पता लगा तो ......
दीदी- लगने दो ना जब तक उसे पता नही लगेगा उसके भैया उसकी बुर के दीवाने हैं तब तक बात कैसे बनेगी तुम्हारी ......
प्रतीक- नही यार मैं ऐसा नही कर पाऊंगा डर लगता है कुछ गड़बड़ हो गयी तो .......
दीदी- कुछ नही होगा जान भरोसा रखो मुझ पर ....... वो किसी से बताने थोड़े जाएगी कि मेरे भैया ने मेरी पैंटी पर मुठ मारी है हां इतना करने के बाद उसका रिएक्शन गौर से देखना ...... और नोट करना कि वो परेशान है या खुश है गुस्से में है या नार्मल है .......
प्रतीक- कुछ गड़बड़ नही होगी ना जान .....
दीदी- कुछ नही होगा ना और फिर मैं तो कल रात तक आ ही जाऊंगी कुछ हुआ तो मैं सम्हाल लुंगी तुम चिंता ना करो बस जो कहा वो करो ...... और इतना डरना छोड़ दो बहन चोदनी है तो ......
प्रतीक- ok जान जैसा तुम कहो ......
दीदी- ok जान हां एक काम और करना जब मैं और विकास वहां आएं तो हमारे रुकने के इंतजाम श्वेता के कमरे के एकदम पास में करना .....
प्रतीक- उस से क्या होगा जान.....
दीदी- अरे यार मैं उस से नजदीकी बढ़ाना चाहती हूं तभी तो उसके मन की बात जान पाऊंगी या उसे सेक्स के लिए उसके दिल मे उत्सुकता जगा पाऊंगी ......
प्रतीक- ओहहह समझ गया रानी नीचे चार कमरे हैं एक मम्मी का एक श्वेता का एक ड्राइंग रूम और एक गेस्ट रूम ....... जो कि श्वेता के कमरे के ठीक बगल में है तुम उसी में रुक जाना ......
दीदी- गुड ऐसे ही मेरी बात मानते रहे तो जल्दी ही मैं तुम्हारी बहन को तुम्हारे लंड के नीचे ले आऊंगी जान ...... ok अब रखती हूं सुबह जल्दी उठना है और कल की तैयारी करनी है ...... कल मिलते हैं जान bye good night love you uummmmmhhh......
प्रतीक- जानू एक रिक्वेस्ट है .......
दीदी- ओहहह जान मैं बीवी हूँ तुम्हारी मुझसे रिक्वेस्ट नही आर्डर किया करो .......
प्रतीक- अपनी चुत की एक pic सेंड कर दो जान कल उसे देख कर ही मुठ मारूंगा श्वेता की पैंटी में ......
दीदी- ओहहह सॉरी बाबू मुझे पहले ही भेजनी थी लेकिन मैं भूल गयी थी अभी भेजती हूँ जान ......
प्रतीक- (बच्चों जैसे खुश होते हुए ) thanks जान तुम बहोत बहोत प्यारी हो सच मे लव यू सो मच ...... good night जान ......
और कॉल कट गई ......
दीदी ने उठ कर कमरे की लाइट जलाई और अपनी नाइटी ऊपर कर के अपनी टांगे फैलाते हुए अपनी झांटो वाली चूत के तीन चार क्लोजअप लिए और उन्हें प्रतीक को व्हाट्सएप्प कर दिया .........
मैंने अपना लंड सहलाते हुए कहा बड़ी खतरनाक प्लानिंग है तुम्हारी दीदी .....
दीदी मुस्कुराते हुए बोली मैं तो सोच रही हूं श्वेता की सील तुम्हारे लंड से तुड़वा दूँ ....... और दीदी की बात सुन कर मेरा लंड एकदम से तन कर खड़ा हो गया ....... लेकिन मुझे लगा अगर मैं ज्यादा जल्दबाजी करूँगा तो दीदी को सही नही लगेगा ...... मैंने दीदी के गाल पर किस करते हुए कहा ......
नही दीदी अब मुझे किसी की जरूरत नही है बस आप हो ना मेरे लिए ..... दीदी मुस्कुरा कर बोली मैं तो हूँ ही मेरी जान पर अगर प्रतीक तुम्हारी दीदी को चोदेगा तो तुम्हारा भी हक़ है कि तुम उसकी बहन चोद लो ...... मैंने कहा वो बाद की बात है अभी तो मुझे पहले अपनी प्यारी की दीदी रसीली बुर चोदनी है ........
दीदी हंस कर बोली हां जरूर लेकिन जैसे इतने दिन सब्र किया एक दिन और करो आज नही कल ....... यहां से लखनऊ के रास्ते मे कहीं किसी जगह बस मैं और तुम ....... इतना कहते हुए दीदी ने आंख मार दी मुझे ......
मैंने लंड को दबाते हुए कहा ठीक है दीदी एक रात और सही ...... और फिर हम दोनों एक दूसरे को बाहों में भर कर सोने की कोशिश करने लगे पर मेरा लंड खूंटे जैसा सख्त था और दीदी की बुर के ऊपर चिपका हुआ था ...... और मैं अपनी कमर को धीरे धीरे पुश कर के उसे दीदी की बुर पर रगड़ रहा था दीदी बोली ऐसे करोगे तो कैसे नींद आएगी ...... और फिर मेरा भी चुदने का मन हो जाएगा आज अभी। .......
मैंने कहा फिर तो एक ही रास्ता है आप अपने कमरे में जा के सो जाओ वरना आज की रात मैं भी खुद पर काबू नही कर पाऊंगा और चोद दूंगा तुम्हे ....... मेरी बात सुन कर दीदी उठी और अपने कमरे में चली गईं और मैं भी अपने लंड को तसल्ली देता हुआ सो गया .........
अगली सुबह हम टाइम से उठ गए मैं तैयार हो कर नीचे आ गया और प्रकाश को कॉल कर के उसे सब समझाया कि दो दिन मैं नही रहूंगा तो घर के काम का ध्यान दे ......, वो बोला आप बेफिक्र रहो भैया वैसे भी ऊपर का काम लगभग खत्म है आज आज में सब निपटा कर कल से प्लास्टर का शुरू करा दूंगा .......
फिर नाश्ता कर के मैंने दीदी को आवाज़ दी वो बोली आज मैं नही जा रही कॉलेज और मैंने कहा ठीक है आज मैं अकेले ही चला जाता हूँ आप अपना बैग लगाना तो मेरे भी पैंट शर्ट और अंडरवियर बनियान ब्रश वगैरह रख लेना उसी में ........ दीदी बोली ठीक है मैं सब तैयारी कर लूंगी फिर मैं कॉलेज निकल गया और शाम को 3 बजे वापस आया ......
नहा कर कपड़े बदले और हल्का खाना खाया क्यों कि 6 घंटे की ड्राइविंग भी करनी थी ....... मैंने आज व्हाइट जीन्स और रेड शर्ट पहनी थी ....... और दीदी तो जब से मैं आया था नजर ही नही आई थीं . ....... और आखिर वो नजर आईं .......,
सीढ़ियों से उतरती हुई उन्होंने आज वही लहंगा पहना हुआ रहा ग्रे वाला इसमे वो एकदम अप्सरा जैसी दिखती थीं ...... खुले हुए लहराते बाल ...... माथे पर छोटी सी बिंदी ...... नाक में छोटी सी नथ और होंठो पर डार्क रेड मेटल लिपस्टिक उफ़्फ़फ़ दीदी का हुस्न देख कर ही मेरे लंड में तनाव आने लगा और मैं हक्का बक्का सा बस दीदी को देखे जा रहा था .......
दीदी मेरे सामने आ खड़ी हुई और बड़ी अदा से मुस्कुरा कर बोली मुह बन्द कर ले विकी दिख तो आंखों से भी जाऊंगी ...... मैंने हड़बड़ा कर मुह बंद किया और झेंपते हुए कहा ....... दीदी आज तो प्रयागराज से ले कर लखनऊ तक आग लगने वाली है ......
दीदी के होंठो पर एक कामुक मुस्कान आ गयी और बोली ....... आग तो आज लगेगी ही पता नही कहाँ कहाँ ....... बैग ऊपर रखा है हमारा ..... मैंने कहा मैं ले कर आता हूँ और मैं भागता हुआ ऊपर गया और दौड़ता हुआ बैग ले कर नीचे आया ....... तभी मम्मी भी बाहर आ गईं ...... हमें तैयार देख कर बोली ..... टाइम से निकल जाओ बेटा रात का सफर अच्छा नही होता ......
मैंने बस मम्मी के पैर छुए और फिर बाहर आ कर बैग कार की पिछली सीट पर डाल दिया ....... कार गेट से बाहर निकाली ...... दीदी आईं और अगली सीट पर मेरे बगल में बैठ गईं .......
मम्मी भी पास आ गईं और आखिरी हिदायतें देने लगी बेटा वहां सबसे एकदम अच्छे से बात चीत करना पहली बार जा रही है तू उनके घर ....... दीदी बोली ओहह मम्मा मैं वहां उन लोगों से झगड़ा करने थोड़े जा रही हूं कल से आप इतना समझा चुकी हो मुझे ....... मम्मी भुनभुनाते हुए बोली पहली बार जा रही है अपनी ससुराल मेरा फ़र्ज़ है समझाना माँ हूँ तेरी और हमेशा रहूंगी .....
दीदी ने मुस्कुरा कर मम्मी के गाल खींचते हुए ओ मेरी प्यारी माँ मैं सब समझ गयीं हूँ जाते ही माँ जी के पैर छूने है और ज्यादा बकबक नही करनी है शांत रहना है एक बहु के जैसे ..... ठीक है ना अब जाएं हम.....??
मम्मी दीदी की इस हरकत पर हंस दी फिर मम्मी मुझसे कहने लगीं विकी फल और मिठाई ले लियो याद से भूल मत जाना और पहुंचते ही कॉल कर देना मुझे ........
मैंने कहा ok मम्मी और फिर मैंने एक्सीलेटर दबा दिया और हम निकल पड़े एक सुहाने सफर पर ........ जिस की मंजिल कुछ खास थी ......।