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जोरू का गुलाम भाग २५० पृष्ठ 1556
एम् -२ --एक मेगा अपडेट पोस्टेड
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Welcome back, Ham intezzar karenge, but please post on this story first as next post will be due hereReturned from long festival vacation.. however it will take another 2-3 days to read and comment on both the stories.
Congratulations Komal Madam. Good that you are trying to explore different genres. Kudos!!Thanks so much that story has a lot of inspirations from you and many parts were titled based on your story, first time i tried Incest. and now may be I shall try Inter fait too.
Thanks....Welcome back, Ham intezzar karenge, but please post on this story first as next post will be due here
माँ की सेवा बेटी के द्वारा..जोरू का गुलाम भाग२०९
मंजू और मिसेज मोइत्रा - किचेन में मस्ती
20,88,002
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रोल प्ले में तो मंजू एकदम माहिर, ऐक्शन हो , आवाज हो,... और अब वो एकदम किसी नयी नौसिखिया की तरह, जो पहली बार बुर पर मुंह लगा रही हो, उसी तरह मुंह लगा रही थी, जैसे छेद ढूंढ रही हो, कभी जाँघों के ऊपर वाले हिस्से पे चाटती तो कभी बुर के छेद के ठीक बगल में,... तो कभी गलती से उसकी जीभ क्लिट को छू के हट जाती,... तो मिसेज मोइत्रा के तन में आग लग जाती,...
वो बोलने लगतीं,
" अरे छुटकी क्या करती है, सही जगह चाट न, ओह्ह उफ़ बहुत अच्छा लग रहा है, मस्त चाटती है,... अरे वहां लगा न,... छेद पे सीधे, डाल दे जीभ अंदर "
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मिसेज मोइत्रा की छोटी बेटी छुटकी का रोल कर रही, एकदम यंग टीनेजर की तरह छुटकी की आवाज में मंजू बोली,...
" मम्मी, किधर किस छेद में,... आप एक बार साफ़ साफ़,... "
और बिना बात पूरी किये मिसेज मोइत्रा ने दोनों हाथों से सर पकड़ के कस के खींच के सीधे अपनी बुर के छेद पर लगा दिया, और प्यार से हड़काते बोलीं,
" छुटकी तू भी न इत्ती बड़ी हो गयी अभी तुझे छेद सिखाना पड़ेगा, ... अरे मेरी बुर में, आग लगी है वहां, प्लीज बेटी जरा चाट कस कस के, हाँ ऐसे ही,... फिर अंदर डाल, .... ओह्ह छुटकी उफ्फ्फ "
मिसेज मोइत्रा तड़प रही थीं और छुटकी की आवाज निकाल रही मंजू उन्हें तड़पा रही थीं, लेकिन मिसेज मोइत्रा ने कस के उनका सर पकड़ रखा था जैसे कोई बच्चे का हाथ पकड़ के क ख ग लिखना सिखाती हो माँ,...
और छुटकी का रोल निभा रही मंजू की जीभ,.. मिसेज मोइत्रा की रसीली फांकों के ठीक ऊपर से क्लिट के नीचे से लेकर एकदम अंत तक सपड़ सपड़, सपड़ सपड़ चाट रही थी, और फिर दोनों फांको को अपने होंठों में जब दबा के चूसना शुरू किया तो मिसेज मोइत्रा के बदन में आग लग गयी,... एक यंग टीनेजर जो अभी हाईस्कूल में गयी गयी हो, वो जब चूसेगी कितना रस होगा,
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मिसजे मोइत्रा अपने बड़े बड़े चूतड़ पटक रही थीं और बोल रहीं थीं हाँ छुटकी हाँ बेटी बस एक बार अंदर, जरा सा अंदर,.. अरे दोनों फांको को फैला के, हाँ ही बस थोड़ा सा और , ओह्ह उफ़ उफ्फ्फ
मंजू एकदम किसी नयी लड़की तरह चूस रही थी, कभी जीभ बुर से बाहर सरक जाती तो कभी चाटते चूसते, और मिसेज मोइत्रा को भी बस यही लग रहा था की उनकी छुटकी बिटिया ही अपनी माँ की बुर चूस चाट रही है, एकदम नए तरह का मज़ा आ रहा था, कभी चूतड़ पटकती तो कभी छुटकी का नाम लेके बुलाती,...
"ओह्ह साली चूस चूस कस के चूस अपनी माँ की बुर, अरे बेटी क्या मस्त चूस रही है, आज झाड़ दे ना तेरी माँ बहुत दिन से तड़प रही है"
और मंजू उनकी बात सुन के और कस के, लेकिन जैसे हो मिसेज मोइत्रा झड़ने के कगार पर होतीं बस जैसे गलती से जीभ निकल जाती,
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और वो तड़प उठतीं कराहने लगती, चार पांच बार मिसेज मोइत्रा को झड़ने के कगार पर ले जाकर,... मंजू रुक गयी,... और एक बार जब मिसेज मोइत्रा एकदम झड़ना शुरू कर रही थीं, मंजू ने उन्हें छोड़ दिया और उठ के खड़ी हो गयीं,...
बेचारी मिसेज मोइत्रा, तड़प के रह गयीं, मंजू से बोलीं , यार प्लीज झाड़ दे न,...
मंजू ने मुस्कराते हुए उनका हाथ पकड़ के बिस्तर से उठाते हुए चिढ़ाया भी हड़काया,...
" स्साली, इत्ते दो दो मस्त माल घर में रखे हैं, इसी चूत से निकले तो हैं तो,... अब छुटकी से चुसवा के झड़वाना, ...
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मिसेज मोइत्रा की निगाहें कपडे के लिए इधर उधर ढूंढ रही थीं पर कपडे, तो सब मंजू ने हटा दिए थे,
मंजू समझ गयी, हंस के बोली, अरे दामाद से चुदवाना है तो पहले सब लाज सरम अपने भोंसडे में डाल साली और अपने बिटियों की चूत में तभी मस्त मोटा लंड मिलेगा,... घबड़ा मत यार झाड़ दूंगी और तुझे तेरे दामाद से चुदवा भी दूंगी, अभी पेट में आग लगी है चल पहले किचेन में कुछ,...
और वैसे ही नंगी पुंगी,... दोनों किचेन में,
अभी तो बेटियों से ज्यादा माँ को सीखने की जरूरत है....रोहू
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और वैसे ही नंगी पुंगी,... दोनों किचेन में,
लम्बी मोटी ताज़ी रोहू को देख के मिसेज मोइत्रा का चेहरा खिल गया, ... और उन्हें लग गया की मंजू खाली दिखाने के लिए लायी है रोज की तरह वही बनाएगी, लेकिन मंजू का प्लान पक्का था अब सब काम मिसेज मोइत्रा से ही करवाना था तभी वो स्साली टूटेगी, अपनी औकात में आएगी और उसी से उस की बेटियों को गाली दिलवाएगी, ...
" आज तो बंगाल का जादू देखना है, स्साली तू बना मैं सीखूंगी, और बदले में मैं तुझ दामाद को पटाना सिखाऊंगी, और तेरी दोनों बेटियों को मस्त चूत चाटना, थोड़ी जोर जबरदस्ती भले करनी पड़े, खुद चुसवा चटवा चटवा के, पांच दिन के अंदर पांच मिनट में तुझे चाट चूस के झाड़ देंगी, "
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मंजू की बात टालने की हिम्मत अभी मिसेज मोइत्रा में नहीं थी, चूत में ऐसी आग लगी थी। उससे भी बढ़कर मंजू ने उन्हें बिना झाड़े छोड़ दिया था तो अभी भी मिसेज मोइत्रा की चूत दर्द और मजे से टपक रही थी, अपने आप कभी कसती कभी ढीली होती।
उनकी आँख में सामने भी उनकी छोटी बेटी नाच रही थी,
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जिस तरह से मंजू उनकी छुटकी बन के चूस रही थी, उन्हें अभी भी लग रहा था जैसे उन्हें छुटकी ही चूस रही थी और कच्ची कलियों से चुसवाने का मजा, जब वो बोर्डिंग में थी दर्जा नौ वाली कित्ती लड़कियों से चुसवाया था उन्होंने, ... एक मीठा मीठा दर्द उनकी बुर में अभी भी,... इस समय वो मंजू की कोई बात नहीं टाल सकती थीं, उसकी हाँ में हाँ मिलाती मिसेज मोइत्रा बोलीं,
" सिखा देना दोनों को, जबरदस्ती करना हो , एक दो हाथ लगाना हो लगा देना, लेकिन ऐसे हम दोनों, ... किचेन में,.. बाहर से दिखता है , चल तुझे सिखा देती हूँ , सरसों वाली रोहू,... "
मिसेज मोइत्रा मुस्कराते बोलीं,...
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सिर्फ मंजू के साथ तो कोई फरक नहीं पड़ता था, लेकिन, किचेन की खिड़की खुली थी और वहां से सामने थोड़ी ही दूर पे सर्वेंट क्वाटर्स थे, जहाँ से किचेन की हल्की झलक दिखती थी,... फिर सड़क से भी,... चारो ओर एकदम अँधेरा और किचेन में लाइट तो और साफ़,... फिर सड़क से भी,... लेकिन ये सोच की इस तरह खुल्ल्मखुल्ला, एक नया मज़ा भी दे रही थी,... कपडे पता नहीं कहाँ मंजू ने रख दिए थे, उन्होंने लाख निहोरा भी किया,... पर मंजू,... और अब मिसेज मोइत्रा को भी थोड़ी घबड़ाहट भी हो रही थी पर हल्का हल्का मज़ा भी आ रहा था,...
उन्होंने आलमोस्ट रिरियाते हुए मंजू की ओर देखा और खुली खिड़की की ओर इशारा किया,...
दो एप्रन टंगे थे एक मिसेज मोइत्रा को दिया और दूसरा मंजू ने खुद पहन लिया, कम से कम देह पर कुछ गिरेगा तो नहीं , हाँ मिसेज मोइत्रा के मस्त चूतड़ अभी भी खुले थे ,...
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और मंजू ने अपनी मसाला लगी ऊँगली वहीं लगा दी,... मिसेज मोइत्रा जोर से उछलीं,
और मंजू जोर से खिलखिला उठी, अरे काहें उछल रही हो, अभी तो ऊँगली छुआई है, जब तोहरे दामाद का मोटा मूसल घुटेगा पिछवाड़े तो का हाल होगा, और बिना गाँड़ मारे छोड़ेगा नहीं,...
" तो न छोड़े न, मेरा दामाद मारना चाहे तो मार ले मेरी गाँड़, अभी तक कोरी है, इधर का भी मजा ले लूंगी,... तो क्या तू ही स्साली गाँड़ मरवायेगी,... " मिसेज मोइत्रा भी रोहू को हल्दी पाउडर, मिर्च और नमक लगा के मैरीनेट कर रही थीं. उसे फ्रिज में रखते हुए वो बोलीं।
" अरे तेरी बेटियों पर गदहे घोड़े चढ़वाऊं,... अभी तूने अपने दामाद का देखा नहीं है, ऊपर पेंट से जितना तना दिखता है है उससे भी बहुत जबरदस्त, तेरी बेटियों को कौन कहे तेरी मुट्ठी में भी स्साली मुश्किल से आएगा,... और लम्बा तो पूरा बांस है. जब गाँड़ में घुसेगा तो पता चलेगा, अरे स्साली चूत तो हर मरद चोद लेता है, जैसे तैसे कर के अपनी बीबी के बोल में,... "
बेचारी मिसेज मोइत्रा .. जवानी के मजे बस होस्टल तक हीं सीमित रही...मिसेज मोइत्रा का पिछवाड़ा
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" तो न छोड़े न, मेरा दामाद मारना चाहे तो मार ले मेरी गाँड़, अभी तक कोरी है, इधर का भी मजा ले लूंगी,... तो क्या तू ही स्साली गाँड़ मरवायेगी,... " मिसेज मोइत्रा भी रोहू को हल्दी पाउडर, मिर्च और नमक लगा के मैरीनेट कर रही थीं. उसे फ्रिज में रखते हुए वो बोलीं।
" अरे तेरी बेटियों पर गदहे घोड़े चढ़वाऊं,... अभी तूने अपने दामाद का देखा नहीं है, ऊपर पेंट से जितना तना दिखता है है उससे भी बहुत जबरदस्त, तेरी बेटियों को कौन कहे तेरी मुट्ठी में भी स्साली मुश्किल से आएगा,... और लम्बा तो पूरा बांस है. जब गाँड़ में घुसेगा तो पता चलेगा, अरे स्साली चूत तो हर मरद चोद लेता है, जैसे तैसे कर के अपनी बीबी के बोल में,... "
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मंजू की बात काट के मिसेज मोइत्रा एकदम खिलखिलाते हुए बोली,...
" मंजू यार तू एकदम पक्की,... जो भी बोलती है एकदम सही। वो स्साला मेरा मर्द,... सुहागरात में तो उसके बस का कुछ हुआ नहीं, मैं सोच रही थी, लेकिन सबेरे तक बड़ी मुश्किल से चुम्मा लिया,... हफ्ता दस दिन बाद कुछ गोली वाली खा के,... टांग भी मैंने फैलाई उसके कंधे पे रखी तब जा के,... और जब तक मुझे मजा आना शुरू हुआ, ... दो बूँद गिरा के वो,... मैंने झूठ मूठ की नौटंकी की बहुत दर्द हुआ,... उठ नहीं पा रही हूँ,... "
मंजू ने बात काट के अपनी बात बोली लेकिन आज वो हर बात में मसीज मोइत्रा की बेटियों को समेट रही थी, वो भी खुल के दोनों को गारी देके और मिसेज मोइत्रा से भी जोड़ के,
" अरे काहें घबड़ा रही हो, तोहरी दोनों बेटियों का भतार है न तोहरा दामाद उन दोनों को भी कच्ची चूत फाड़ेगा और तोहरे बुर का भी भोंसड़ा बनाएगा, बस हमारा कहा करती रही और लाज सरम तू और तोहार बिटिया दोनों अपनी गाँड़ में घुसेडो, तोहरी बिटिया दोनों को तो देखो कल से सिखाय पढाय के लेकिन ये बात समझ लो तोहार दोनों बड़ी बड़ी चूँची पकड़ बिना तोहार गाँड़ हचक हचक के मारे छोड़ेगा नहीं। अरे असली मरद तो वही जो गाँड़ मारे चाहे लौंडे की चाहे लौंडिया की, और तोहार दमाद तो नंबरी, देखना लेटाइ के निहुराई के कुतिया बना के गोद में बैठा के पूरे छत्तीस तरीके से गाँड़ मारेगा, चाहे परपराये, चाहे फट के चिथडे चीथड़े न हो जाए, ...
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और जानती हो असल नंबरी गांड मारने वाला कौन मरद होता है,... "
मंजू की बात रोहू तैयार करती हुयी मंजू खूब मजे ले ले कर सुन रही थीं, उनकी आँखों के सामने उनके दामाद का मोटा खूंटा दिख रहा तह जिसे आज बड़ी हिम्मत कर के उन्होंने पैंट के ऊपर से छूआ था, जब से कोमल ने वीडियों में अपने मरद का खूंटा दिखाया था उनकी बुर में आग लग गयी थी और जिस तरह से मंजू ने आ आँखों देखा हाल बताया था, अब वो रस ले कर बस यही सोच रही थी कैसे जल्दी से उनके अंदर घुसे वो,... मंजू की बात आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने हुंकारी भरी,...
" कौन होता है असली गाँड़ मारने वाला "
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" अरे जिसकी गाँड़ दो चार बार मारी गयी हो, उसे मालूम होता है लंड कहाँ घुसने पर दर्द देता है कहाँ मजा, कब चिल्लवाना है कब मजा देना है , लंड किस जगह रगड़ेगा, दरेरेगा तो मजा भी आएगा दर्द भी मिलेगा, अरे गाँड़ मरवाई का असल मज़ा तो दर्द में ही है " मंजू ने राज साफ़ किया।
तब तक मिसेज मोइत्रा ने रोहू तैयार कर ..ली थी . लेकिन उनकी गांड में यह सोच के खुजली हो रही थी की कैसे मारी जाएगी उनकी,...क्या गोद में बिठा के भी मारेगा वो गाँड़
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मंजू ने मिसेज मोइत्रा को भी अपने लेवल पर उतार दिया था. सरसों का पेस्ट बनाने के लिए मंजू सामान इकट्ठा कर रही थी, सरसों का पाउडर, काली मिर्च, अदरक ये सब मिसेज मोइत्रा को देते वो बोली,...
" लेकिन दामाद स्साला तेरा, कोई और होता तो अबतक कब का, ..दो दो ऐसी मस्त सालियाँ कब का चोद दिया होता,... "
सब मसाले ग्राइंड करतीं, मिसेज मोइत्रा बोलीं,... हे मेरे दामाद को कुछ मत बोल, चोद देगा तो चोद देगा, दामाद बेटी को नहीं चोदेगा तो कौन चोदेगा, फिर जीजा साली का रिश्ता,... मन भर चोदे। "
सरसों का तेज पेस्ट, तैयार हो गया था,... बस थोड़ा सा लेके मंजू ने मिसेज मोइत्रा के जोबन पर पोत दिया और मजा लेते दोनों जोबन कस के मसलते बोली,
" अरे यही तो मैं कह रही थी,... लेकिन वो बजाय उन दोनों के,... उसे छोटी छोटी कच्ची अमिया नहीं चाहिए, बड़े बड़े आम चाहिए,... रसीले,... साली को नहीं सास को पेलेगा "
मिसेज मोइत्रा क्यों मंजू को छोड़ती, सरसों का जरा सा पेस्ट मंझली ऊँगली में लगा के सीधे मंजू की गाँड़ में,... और हंस के बोली,... " अरे कच्ची अमिया का भी मजा ले और रसीले आम का भी,... साली को भी चोदे और सास को भी,... "
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मंजू फिश पकौड़ा बनाने की तैयारी साथ साथ कर रही थी, उसने सरसों का तेल गैस पर चढ़ा दिया था, हलकी आंच पर गर्म होने के लिए और मन ही मन वो मुस्करायी यही तो चाहती थी वो. मिसेज मोइत्रा खुद अपने मन से खुद बोल के कबूल करें की उनका दामाद उनको और उनकी बेटियां दोनों पे चढ़ेगा और साथ साथ ये मान जाएँ की बच्ची नहीं है पक्की चुदवाने लायक हो गयीं हैं.
मंजू और मिसेज मोइत्रा की उम्र में थोड़ा ही फरक होगा, मंजू उनसे साल दो साल ही बड़ी होगी, जल्दी बियाह होगया, पहले दिन गाभिन होगयी, जल्दी बिया गयी , तो मंजू की बिटिया, गीता मिसेज मोइत्रा की बेटियों से चार साढ़े चार साल बड़ी होगी। लेकिन जब गितवा इन दोनों रसगुल्लों की उमर की थी कितने गन्ने निचोड़ चुकी थी और ८४ में से ८५ आसान की मास्टरनी बन गयी थी. मंजू ने खुद उसे सिखा पढ़ा के,... अपने से भी आगे,...
मंजू फिश पकौड़े के बाद चावल की तैयारी कर रही थी
और मिसेज मोइत्रा अब सरसों वाली रोहू बना रही थीं,... और मंजू ने बात एक फिर रसगुल्लों की ओर मोड़ी
रोहू को फ्राई करते मिसेज मोइत्रा बोली,... " स्साली भोंसड़ी की अबतक तू कहाँ छिपी थी, बात तेरी सोलह आना सही है। कल से ही,... एकदम , आने दो दोनों को,... "मंजू की सीख
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मंजू और मिसेज मोइत्रा की उम्र में थोड़ा ही फरक होगा, मंजू उनसे साल दो साल ही बड़ी होगी, जल्दी बियाह होगया, पहले दिन गाभिन होगयी, जल्दी बिया गयी , तो मंजू की बिटिया, गीता मिसेज मोइत्रा की बेटियों से चार साढ़े चार साल बड़ी होगी। लेकिन जब गितवा इन दोनों रसगुल्लों की उमर की थी कितने गन्ने निचोड़ चुकी थी और ८४ में से ८५ आसान की मास्टरनी बन गयी थी. मंजू ने खुद उसे सिखा पढ़ा के,... अपने से भी आगे,...
मंजू फिश पकौड़े के बाद चावल की तैयारी कर रही थी और मिसेज मोइत्रा अब सरसों वाली रोहू बना रही थीं,... और मंजू ने बात एक फिर रसगुल्लों की ओर मोड़ी
" लेकिन गलती उन दोनों और उनके जीजू से ज्यादा उनकी माँ की है, जबतक तुम उन दोनों को बच्ची मानोगी, वो दोनों खुद को बच्ची मानेंगी और बेचारा उनका जीजा ललचाता रहेगा कच्ची अमिया देख के,... अब कल सुबह से वो दोनों एकदम लेने लायक हो गयीं है मस्त माल,... टाँगे फैला सकती हैं, इस तरह से उनको देखना शुरू कर न , उनसे सहेली की तरह बात कर जैसे हम दोनों कर रहे हैं, उन्हें उनके जीजा का नाम ले ले के चिढ़ा छेड़ उकसा,... तो देखना एकदम फरक पडेगा, तेरा दामाद फिर कच्ची अमिया भी कुतरेगा और ये दोनों रसीले आमों का भी मजा लेगा वरना स्साली तू तेरा दामाद तेरी बेटियां सब ललचाते रहेंगे, इसलिए पहला कदम है तेरी बेटियां और तूने बोल दिया है तो मैं कल से चाहे सीधे से चाहे जबरदस्ती चूत चटवा के, पांच दिन के अंदर पक्की चूत चटोरी बना दूंगी,... मंजू कोई वादा करती है तो निभाती है "
रोहू को फ्राई करते मिसेज मोइत्रा बोली,... " स्साली भोंसड़ी की अबतक तू कहाँ छिपी थी, बात तेरी सोलह आना सही है। कल से ही,... एकदम , आने दो दोनों को,... "
चावल चढ़ाते मंजू बोली,
" और एक बात और साथ साथ अब उन सबों से ये सब पूछना कहाँ गयी थी, लेट क्यों हो गयी, किस सहेली के यहाँ जा रही हो , सब बंद कर, और सबसे ज्यादा उन दोनों के कमरे में जाना, मोबाईल चेक करना,... अब उन दोनों के कमरे में या तो उनके जीजू जाएंगे या मैं, तेरा जाना एकदम बंद,... और सबसे जरूरी है इत्ते दिन से डिब्बे में बंद थीं तो बाजार का काम, टाउनशिप में, उसके बाहर जो दुकाने हैं कुछ लाना है तो उन्ही दोनों को भेजो, और गाडी में नहीं,... आराम से अपनी ऐक्टिवा में जाएँ या पैदल,... हरदम कमरे में बंद बंद,
" पक्का " रोहू बन गयी थी. और मिसेज मोइत्रा ने उतारते हुए मुस्करा के मंजू की बातों में हामी भरी।
" चावल उतार देना, ज़रा मैं टेबल लगाती हूँ,... " बोल के मंजू बाहर निकल आयी।
असली खेल तो अब शुरू होना था।
रोहू के साथ मंजू ने कई चीजें मंगाई थी और उसमें ६ पाउच शुद्ध देसी महुआ की थी, जबरदस्त असर वाली, एक ग्लास में पाउच खोल के महुआ भरा मंजू ने मिसेज मोइत्रा के लिए और टेबल पर रखा लेकिन कुछ सोच के ग्लास आधा कर दिया, आधा मंजू की ग्लास में और मिसेज मोइत्रा वाली ग्लास लेकर बगल के बाथरूम में,... साड़ी पेटीकोट कुछ उतारना तो था नहीं, ... बस दोनों जाँघों के बीच ग्लास रख के,...