कमल के पिछवाड़े ऊँगली ने हीं गुड्डी के पिछवाड़े का कल्याण किया...हे बोल न मजा आया न,
मैं अजय जीजू की गोद में बैठे प्यार से अपने खिलौने को , अजय के खूंटे को कभी सहलाती तो कभी , कस के दबोच लेती ,...
लेकिन मुझे लगा बेईमानी हो रही है , और मुझे बेईमानी एकदम पसंद नहीं।
कमल जीजू हलके हलके अब गुड्डी की गांड मार रहे थे , गुड्डी की चीख पुकार भी बंद हो गयी थी , बीच बीच में कमल जीजू रुक रुक कर अपने दोनों हाथ ,...एक हाथ से उस किशोरी के नए नए आये जोबन का रस लेते , तो दूसरा गुड्डी रानी की सहेली पर , कभी हथेली से उसकी कसी चूत रगड़ते मसलते तो कभी एक ऊँगली पूरी ताकत से पेल देते , और अंगूठा तो उनका लगातार गुड्डी की क्लिट पर ,...
और असर इस खेल तमाशे का मेरी ननद पर भी था , ....
लेकिन कमल जीजू बेईमानी कर रहे थे ,.. सिर्फ छः साढ़े छः इंच खूंटा अंदर था ,... एक तिहाई अभी भी बाहर था , ... ये बेईमानी नहीं तो क्या है ,...
और मैं सीधे उठकर जीजू के पीछे खड़ी हो गयी।
" जीजू ये बेईमानी नहीं चलेगी , ये आपकी बहन लगेगी तो इसका क्या मतलब ,... ये बेचारी इत्ते दिन से गांड मरवाने के लिए बेचैन थी और आज आप ,... आधे तिहे से न हमें मजा आता है न हमारी ननदों को , ... और इसकी चीख पुकार से आप घबड़ा जायेगे तो ,... बिना बेरहमी के ,... डालिये न पूरा ,... "
और साथ में मैं कमल जीजू के पिछवाड़े वाले छेद कोस सहला रही थी रगड़ रही थी , मेरी ऊँगली उनके गोल दरवाजे के ठीक ऊपर ,...
कुछ तो मेरी बात का असर हुआ , ... जीजू ने थोड़ा सा पीछे खींच के एक धक्का , फिर चार पांच करारे धक्के और मारे ,
सच में गुड्डी की कुछ ज्यादा ही टाइट थी। जीजू के पूरे जोर लगाने के बाद भी ,... मुश्किल से एक साव इंच और घुसा होगा , अभी भी काफी बाहर था ,
" क्या जीजू , मारिये न स्साली की पूरी ताकत से , फाड़ के रख दीजिये , ... अरे सिलवा लेगी ये मोची के पास जाके ,... अपनी माँ के भोंसडे के लिए बचा रखा है क्या , ... ठेल दीजिये पूरा , ... "
मेरी बात का असर होता न होता , मेरी ऊँगली का असर जरूर हुआ ,... मैंने कलाई के जोर से अपनी ऊँगली कमल जीजू के पिछवाड़े ,
गच्चाक ,...
और गोल गोल ,...
और अब जीजू का खूंटा इस धक्के में पूरा घुस गया था , बीयर कैन सा मोटा , पूरे बालिश्त भर का ,... इस कच्ची कोरी किशोरी के पिछवाड़े ,
गुड्डी ने जोर से चीखा , और जैसे ही चीखने के लिए उसने मुंह खोला , जीजू के पिछवाड़े से मेरी ऊँगली निकल कर सीधे मेरी ननद के मुंह में ,... पूरे हलक तक।
जीजू भी हलके हलके नहीं अब पूरे जोर से धक्के पर धक्का मार रहे थे , साथ में एक हाथ उनका गुड्डी की प्रेमगली को मसल रहा था , क्लिट पर रगड़ रहा था और डाक्टर गिल ने जो हुडोक्टोमी की थी , ...क्लिट एकदम खुली, और गुड्डी की कुछ थी बड़ी बस उसके बाद तो एक टच ही गुड्डी को पागल करने के लिए काफी थी ,
चीखें उसकी सिसकियों में बदल गयीं। लग रहा था वो अब झड़ी तब झड़ी ,...
पर सबसे पहले झड़ी मेरी बहना , रीनू।
मेरे पति की जीभ का कमाल ,... सिर्फ पांच मिनट हुए थे , उसमें दो तीन बार तो किनारे पर ले जाकर उन्होंने अपनी साली को वापस ,...
आज से पहले वो कभी , नौ दस मिनट से पहले नहीं झड़ी थी ,... कई बार उसमें और चीनू में बद कर बाजी लगती थी और अजय जीजू और कमल जीजू ,... अभी काठमांडू में भी , ... कमल जीजू ने उसे ,... नौ मिनट में लगातार चूस कर ,... पर पांच मिनट
जिस तरह से रीनू कभी उन्हें देखती कभी मुझे में समझ गयी अब मेरा मरद गया,... ये साली उनकी दीवानी हो गयी, जिस तरह से प्यार से इच्छा से मस्ती से उन्हें रीनू देख रही थी, कमल जीजू से अजय जीजू से कितनी बार उसने चुदवाया, गाँड़ मरवाई, चुसवाया लेकिन जो मजा आज उसे मेरे मर्द के साथ मिला था, रीनू सोच भी नहीं सकती थी ऐसा भी मरद हो सकता है, ऐसा भी मजा हो सकता है
और मेरी ओर वो घूर के देख रही थी, कुछ जलन से कुछ गुस्से से,.... जब बचपन में तय हो गया था की हम तीनो एक दूसरे के मरद के साथ मिल बाँट के और मेरी शादी सबसे पहले हुयी थी जबकि मैं सबसे छोटी थी तब भी मैंने इन्हे डब्बे में बंद कर रखा था, आज पहली बार मेरी कोई बहन इनसे झड़ी
देर तक मेरी बहिनिया झड़ती रही कांपती रही , सिसकती रही , और जब उन्होंने अपनी साली को छोड़ भी दिया तो भी उसे दो तीन मिनट लगे ,.. सिर्फ ठीक से बैठने में , तबतक मैं भी उसकी बगल में जा के बैठ गयी ,
रीनू ने मुस्कराते हुए देखा , और जोर से आँख मारी ,... मान गयी थी वो इनको ,... और जोर से उन्हें भींच लिया।
जैसे मैं उसका इशारा न मैं समझी होऊं , ... वो खुल के बोली ,
नालायक कमीनी , अब इसकी ओर देखना भी मत ,... इतना मस्त माल तूने छुपा रखा था ,...
" चल यार दिया , मेरे पास तो मेरे जीजू है ,... " रीनू के पति , अजय जीजू को गले लगाते मैं बोली।
" अरे यार तू छोटी बहन है , तुझे मरद भी दिया , जीजू भी दिया ,... लेकिन अब ये मेरा है। "
खुद उनका हाथ खींच के अपने उभार पर रखती रीनू बोली , ...
और अब एक बार फिर मैं अजय जीजू के गोद में , और रीनू इनकी गोद में ,...
और हम चारो देख रहे थे की गुड्डी की किस तरह , क्या कोई धुनिया रुई धुनता होगा , जिस तरह गुड्डी रानी की गांड धुनी जा रही थी , साथ में जीजू की उंगलिया तेजी से गुड्डी की सहेली के अंदर बाहर ,
गुड्डी काँप रही थी और थोड़ी देर में वो झड़ने लगी , लेकिन कमल जीजू की रफ़्तार नहीं कम हुयी
न गुड्डी की चूत में अंदर बाहर होती उनकी ऊँगली धीमी हुयी न गुड्डी की गांड में अंदर बाहर होता उनका मोटा खूंटा ,...
और बस पांच छः मिनट के अंदर गुड्डी फिर दुबारा झड़ रही थी और साथ में ,...
कमल जीजू , खूंटा पूरी तरह अंदर घुसा ,... वो झड़ते हुए रुक गए , फिर दुबारा और ,... अब गुड्डी के पैरों ने जैसे जवाब दे दिया और वो वही गद्दे पर कटे पेड़ की तरह गिर पड़ी।
कमल जीजू भी साथ साथ ,... खूंटा अभी भी मेरी ननद के पिछवाड़े पूरी तरह धंसा था , वहीँ गद्दे पर पड़ गए।
रीनू उठी और गुड्डी के पास जा कर थोड़ी देर तक उसका सर सहलाती रही , फिर जितने तकिये , कुशन , मसनद थीं सब लगा कर , उनके सहारे उसे अधलेटा , बैठा दिया।
गुड्डी एकदम थकी थेथर लग रही थी , आँखे उसकी बंद , रीनू थोड़ी देर तक उसका चेहरा , सर , खुले बाल सहलाती रही , अब वो रीनू के सीने के सहारे बैठी थी ,
" क्यों मजा आया न ननद रानी ,... "
हलके से रीनू ने मेरी टीनेजर ननद के ईयर लोब्स को किस करते हुए पूछा
गुड्डी ने न जवाब दिया , न आँख खोली बस हलके से मुस्करा दी , और ये दावतनामा बहुत था उसकी रीनू भाभी के लिए , झुक के उन्होंने उस कच्ची कली के गुलाब की पंखुड़ियों को चूम लिया।
हलके से होंठ लरज के रह गए उस कली के , लेकिन रीनू लड़कियों खास तौर से कच्ची कलियों के मामले में एकदम पक्की उस्ताद थी , उसने झुक के गुड्डी की बगल में गुदगुदी लगाई और अब वो कोरी कली हंस पड़ी ,
" भाभी ,... " शिकायत भरे अंदाज में वो बोली और रीनू ने झुक कर फिर एक बार , अबकी कस के उसे चूम लिया और चिढ़ाते हुए पूछा ,
" हे बोल न मजा आया न ,गांड मरवाने में ,... "
" धत्त , जान निकल गयी , ... इत्ता दर्द हो रहा है , अभी तक ,... " बिना आंख खोले दर्द भरी आवाज में वो बोली।