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Erotica जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी

Premkumar65

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शावर में गुड्डी का पिछवाड़ा


गुड्डी को अपनी जाँघों पर लिटाकर , पेट के बल वो मेरे पैरों पर , उसके नितम्बों पर साबुन लगा रहा थी।

परफेक्ट बबल बॉटम, खूब गोरे लौंडा मार्का हिप्स , साबुन के झाग से भरे , और फिर पिछवाड़े की दरार , अब एक हल्का सा सुराख वहां दिखने लगा था , पिछले ३६ घंटे में दर्जन भर से ऊपर वहां मूसल चल चुका था , छह सात बार तो उसके भइया ही उसकी गांड मार चुके थे ,.

अपनी तर्जनी में खूब साबुन का झाग लगा के , हलके हलके धीरे धीरे मैं अपनी तर्जनी गोल गोल घुमाते हुए वहां धकेली , पूरे तीन पोर तक अंदर , फिर एक पोर बाहर निकाल कर एक झटके में फिर से पूरी ऊँगली अंदर ,





कमल जीजू की ललचायी निगाह उस टीनेजर के ब्वाइश चूतड़ पपर चिपकी ,

नदीदे , मैं मन ही मन मुस्करायी , सच में पिछवाड़े के असली रसिया , ....

" क्यों जीजू चाहिए , ... "

प्यार से अपनी ननद के गोल गोल बॉटम थपथपाते मैं बोली ,



" नेकी और पूछपूछ ,... " वो बोले और जोड़ा उन्होंने 'सेक्स इन शावर से हॉट क्या होगा , स्साली जी। "

बस अगले पल गुड्डी शावर के नीचे निहुरि और उसके पीछे कमल जीजू का खूंटा घुसा ,

और क्या गाँड़ मरौव्वल हुयी शावर के नीचे, कमल जीजू के गाँड़ मारने की मैं क्या, कई सौ दीवाने थे, लौंडे भी, लौंडिया भी, जिसके इसके पिछवाड़े उनका खूंटा एक बार घुसा वो अगला बार खुद जीजू को देख के निहुर के गाँड़ चियार के तैयार रहता था, लम्बा मोटा तो था उनका मूसल लेकिन जिस तरह से रगड़ रगड़ के, जितना दर्द होता था उतना ही मजा आता था, लेकिन उनसे ज्यादा रीनू की चेली, इनकी बहन कम रखेल ज्यादा, बचपन का माल वो जिस तरह से कभी जीजू को देख, मुड़ के जोर से सिसकती, कभी दांतो से होंठ काट लेती उन्हें दिखा के, कभी अपने छोटे छोटे चूतड़ मटकाती तो कभी पूरी ताकत में कमल जीजू का मोटा लंड निचोड़ लेती, कमल जीजू एकदम पागल,

" ले स्साली ले, घोंट मेरा लौंड़ा, आज तेरी गाँड़ का भोंसड़ा न बना दिया तो, "

पर गुड्डी तो आग में घी डालने में उस्ताद हो गयी थी, मुड़ के कमल जीजू को देख के मुस्करा के आँख मारती हुयी बोली,

" तो बना दीजिये न, मैं कौन मना करने वाली, लेकिन आप को लगता है भोंसडे की बहुत याद आ रही है, बहुत पसंद है भोंसड़ा, किसका , अपनी महतारी का की, चाची का, की बुआ का या मौसी की, महतारी का होगा, वही भोंसड़ी वाली, "

लेकिन गुड्डी की बात पूरी भी नहीं हुयी थी की कमल जीजू ने वो जोरदार धक्का,


पता नहीं क्या बात थी मेरे और मेरी बहनों के ससुराल के सारे मरद महतारी के भोंसडे का नाम सुन के एकदम बौराये सांड हो जाते थे , सब के सब बचपन में अपनी महतारी की ब्रा में, उसके भोंसडे को याद कर के मुट्ठ मारते होंगे और पानी छोड़ के आते होंगे, इनका तो इनकी महतारी ने खुद बताया था,

और कमल जीजू के धक्के का डबल असर हुआ,

एक तो गुड्डी की जोर से चीख निकल गयी और दुसरे ये दोनों लड़के भी दीवाने हो गए, ये अपनी साली के पिछवाड़े के पीछे और अजय मेरे पिछवाड़े के


हम दोनों बहने भी नहीं बचीं , अजय ने मुझे निहुरायाऔर इन्होने अपनी साली को ,


हम तीनो की गांड साथ साथ , शावर में , ...


लेकिन गुड्डी बदमाशी की पुतली ,

आधे घंटे तक पूरी ताकत से कमल जीजू से गांड मरवाने पर भी उसकी शरारत ख़तम नहीं हुयी। हम लोग एक बार फिर से नहा धो रहे थे ,ये और अजय साथ साथ ,

बस गुड्डी ने हैंड शावर का नोजल





सीधे अपने भइया के खुले सुपाड़े पर , तेज तीखी धार और वो नार सीधे पी होल पर अपने भैया के , नतीजा तुरंत सामने आया , खूंटा एकदम खड़ा , ...

लेकिन वो शैतान इतने पर भी नहीं मानी , नोजल अपने भइया के पिछवाड़े के छेद पर भी

और वही नोजल अजय के खूंटे पर भी ,

बस दोनों ने पकड़ कर उसे एक बार फिर से निहुरा लिया , पहले अजय ने शावर में उसकी गांड मारी ,




फिर इन्होने।


हाँ यह कहने की बात नहीं है की नहाने से निकलने के तुरंत बाद , रीनू ने अपनी ननद के पिछवाड़े बट्ट प्लग ठोंक दिया। मेरी बहिनिया बड़ी चालाक, मतलब मेरे मर्द की बहिनिया की गाँड़ तीन तीन मर्दों से मरवाने के बाद जितनी फैली है उतनी ही फैली रहे, फिर से सिकुड़े नहीं


जब तक उन लोगों ने कपडे बदले , गुड्डी और रीनू ने सिर्फ बाथरोब पहने पहले ब्रेकफास्ट टेबल सेट कर दी ,



लेकिन कमल जीजू ने कुछ बोल दिया और गुड्डी का मुंह लटक गया ,

उन्होने कल बताया था की उनके एक दोस्त ने स्पा खोला हैं यहाँ ओनली मेल स्पा , सोना , स्टीम , जाक्युजी , जिम सब कुछ है वहां , तो उसने बहुत रिक्वेस्ट की है इसलिए थोड़ी देर के लिए और ये और अजय भी साथ साथ

( मुझे और रीनू को तो असली मकसद मालूम ही था , ....और मुझसे तो उन्होंने प्रॉमिस किया भी की वो जाने के पहले इनका जेंडर डिस्क्रिमिनेशन ख़तम करा देंगे , वो भी उनके और अजय की तरह लौंडो की नेकर सरका कर , निहुरा कर , ... )

गुड्डी गरम गरम आमलेट सेंक रही थी , लेकिन उसका मुंह उसका इन लोगों की तीन चार घंटे के लिए बाहर जाने की बात सुन कर अभी भी ,...

रीनू उसे चिढ़ा रही थी ,

" यार अभी भी , तीन लोगों ने तेरी गांड मारी , फिर भी तेरा मन नहीं भरा , ... "

गुड्डी उसी तरह मुंह बना के बोली ,


" दिल तो बच्चा है जी , दिल कभी भरा है ,... बस ये दिल मांगे मोर"



तबतक मैंने भी एंट्री ले ली ,

अपनी ननद की उदासी हमसे नहीं देखी जा रही थी , उसका गाल चूमते मैं बोली


" यार आ जाएंगे तीन चार घंटे में ये सब , और जानती हो मेरी सास ने मुझे क्या समझाया था "



" क्या " गुड्डी और रीनू साथ साथ बोले



" बहु ,लोटा और मरद बाहर ही मँजते हैं , ... दिसा मैदान के बाद सुबह सुबह गांव में जो लोग लौटते हैं न अपना लोटा , जिसमें वो पानी ले जाते है ,बाहर ही मांजते हैं , उसी तरह मरद , बाहर जितना भी प्रैक्टिस कर ले , जितने तरह से ,... लौटेगा तो घर में ही तो उसका फायदा भी ,... "


अब गुड्डी मुस्करायी और मैंने उसे फिर चूम लिया।

थोड़ी देर में हम सब ब्रंच ख़तम कर रहे थे. जाने के पहले , कमल जीजू ने प्रॉमिस किया ,... चार घंटे के अंदर ,...लेकिन हम सब दोनों बहनों को मालूम था की शाम के पहले ये तीनो मरद नहीं लौटने वाले, और रीनू मुझे देख के मुस्करा रही थी मतलब, शाम तक गुड्डी बाई सिर्फ हम दोनों बहनों के हवाले, किंक, खिलौने और भी

और लड़कों ने मिलकर न सिर्फ टेबल साफ़ करवाई बल्कि किचेन भी समेट दिया ,

उन के जाने के बाद मैं दरवाजा बंद कर के आयी तो बैडरूम में रीनू ने गुड्डी के सामने खिलौने के सारे डिब्बे खोल दिए थे , सब खिलौने पलंग पर बिखरे थे।
Wowww ab Gym me bhi kinky ideas lagayengi Komal ji?
 

Shetan

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गुड्डी का गैंग बैंग

==


और आगे की बात अनाउंस कर दी रीनू ने ,

लेना है इस माल को तुम तीनो को , लेकिन मैं पांच तक गिनती गिनूँगी उसके पहले घुसेड़ दो , वरना चांस कैंसल , और हाँ तीस मिनट तक लगातार , फुल स्पीड फकिंग , जरा भी स्लो हुए न तो इस डिलडो से मैं और कोमलिया तुम सब की गांड मार लेंगे , और उस के बाद अगले चौबीस घंटे तक ब्रम्हचर्य की सजा ,

रीनू के तीन बोलने के पहले ही गुड्डी के पिछवाड़े कमल जीजू ने ठोंक दिया था ,

और अजय ने आगे पूरा बित्ते भर का धकेल दिया था।

ये स्लो इसलिए हो गए की अपनी बहन के पिछवाड़े का रस हमारी उँगलियों से चाट रहे थे , लेकिन तीन बोलने के साथ ही रीनू ने उँगलियाँ निकाल ली , और इन्होने अपने बहन के बचे हुए छेद , मुंह में , अपना तन्नाया बौराया लंड डाल दिया ,...

जबरदस्त गैंग बैंग हुआ हमारी ननदिया का।मैं और रीनू दीवाल के सहारे मसनद लगाए मजे से गुड्डी बाई की चुदाई देख रहे थे ,

" यार क्या नाम बताया था तूने अपनी ससुराल की रेड लाइट एरिया की जहाँ तेरी सास ननदे जाती हैं रोज शाम को , ... " सीधे बोतल से दारु गटकती मेरी कमीनी बहन ने पूछा।



" कालीन गंज , क्यों ,... " मैंने पूछ लिया ,




पर मुझे मालूम था रीनू का इरादा , ...

" अरे यार ये गुड्डी बाई , देख कल से चुद रही है , तीन तीन मर्द और चेहरे पर सिकन भी नहीं , ऊपर से चूतड़ उठा उठा के धक्के का जवाब धक्के से ,... इसकी प्रतिभा का इस्तेमाल ... लेकिन छोड़ यार , आज जहाँ वो गयी थी , वहां भी तो ऑफर मिल रहा था , .... कोचिंग के बाद दो चार घंटे भी बैठ गयी न तो पैसा वसूल , मजे का मजा। " रीनू व्हिस्की मुझे पास करती बोली।

सच में गुड्डी को हम दोनों ने इतने थेथर आकर के छोड़ा था , फिर भी पांच मिनट में वो जस की तस ,... एकदम टनाटन , वैसे ही गरमाई चुदवासी , सच में कातिक की कुतिया मात।
कमल जीजू तो आज उस की गांड फाड़ने पर ही उतारू थे और इनका धक्का भी इनकी ममेरी बहन के हलक तक , ...

गैंग बैंग बड़ा टेढ़ा काम है, यहाँ तक की डी पी भी, जैसे सिंक्रोनाइज्ड डाइविंग या सिंक्रोनाइज्ड जिम्नास्टिक्स, जिसकी ली जाती है उसकी तो ऐसी की तैसी होती हैं लेकिन करने वालों को भी एक साथ दूसरे का ध्यान रखना पड़ता है। मेरी तो पिछली बार ही जीजू लोग जब आये थे, अजय और कमल जीजू ने कितनी बार मिल के,



अजय लेट के अपने खड़े खूंटे पे मुझे खींच लेता था, मैं भी मजे के साथ, उसके ऊपर चढ़ के, और एक बार मूसल आधा घुस गया तो अजय जीजू के दोनों हाथ मेरी कमर पे और मैं अपने बड़े बड़े चूतड़ मटकाते आगे पीछे, आगे पीछे होते साली होने का मजा लेती। दो चार मिनट के बाद, सरक के अजय का एक हाथ मेरे चूतड़ पे कस के दबोच के,


बस उसी समय कमल जीजू अपने मोटू को बस सटा देते, मेरे गोलकुंडा के दरवाजे को दोनों हाथ से कस के चियार के, अपना मोटा सुपाड़ा बस फंसा देते, आगे का काम अजय जीजू करते। दोनों हाथ अजय के मेरे नितम्बों पे, कस के उन्हें फैलाते और साथ में नीचे से पूरी ताकत से धक्का मारते,

और कमल जीजू का मोटा सुपाड़ा अच्छी तरह मेरी गांड़ में फंसता, और एक बार जब सुपाड़ा गांड़ में धंस गया तो फिर अजय के धक्के रुक जाते थे और

कमल जीजू जबरदस्त पेलू, ऐसे जोरदार धक्के, रोकते रोकते भी मेरी चीख निकल जाती, आँख में आंसू छलछला जाते, और एक बार गांड़ का छल्ला पार हो गया तो फिर कमल जीजू रुक जाते और फिर दोनों लोग साथ साथ हलके हलके और मैं भी साथ देती



और ऐसा एक बार नहीं हुआ, कई पार पिछली बार,



लेकिन गुड्डी की हालत तो मुझसे भी ज्यादा खराब थी, एक तो वो स्साली तीन तीन मर्दो को एक साथ झेल रही थी, उसका बचपन का यार भी उसके मुंह में लंड पेले हुआ था।


फिर रीनू ने तीनो लौंडो को साफ़ साफ़ बोल दिया था, कस के रगड़ के लेनी है साली की। लेकिन गुड्डी थी भी तो खानदानी छिनार कई पुश्त की,



मैं जोड़ रही थी, ये इंटर वाली, अभी महीने भर भी न हुए थे जब इसने इंटर पास किया और पहली बार जिंदगी में इंटरकोर्स किया ,

और कल से आज तक गांड़ में दस लंड उतार चुकी थी। देखिये कल शाम को कमल जीजू ने अपने हलब्बी लौंड़े से इस स्साली की कच्ची कोरी गांड़ फाड़ी थी, उसके बाद उसके भैया ने अपना लंड अपनी बहिनिया की गांड़ में उतारा फिर अजय जीजू ने।

और आज सुबह से तो हद ही हो गयी, सुबह सुबह गुड्डी रानी ने अपने भैया के मुंह पे चढ़ के रीनू के कहने पे छुलछुल पिलाया, रात भर का इकठ्ठा और इस के बाद व्ही हुआ जो होना था। उसके भाई ने अपनी बहिनिया की गांड़ मार ली, फिर रीनू ने ऐसा गरमाया था दोनों को, उसके भैया ने किचन में खाना बनाते बांटे अपनी टीनेजर कच्ची उम्र वाली बहिनिया की गांड़ में मूसल तीन बार ठोंका।
अभी तक दस बार , ...उसकी कल शाम तक कोरी कसी गांड़ दस बार लंड का मजा ले चुकी थी





और उन सब से बढ़ के रीनू और मैंने उसकी दोनों भौजाइयों ने भाभी धर्म निभाते हुए मोटे मोटे डिलडो, उस स्साली की गांड़ में ठूंसे, मैंने तो कुछ आराम आराम से लेकिन रीनू ने कालूराम दस इंच का, कलाई से मोटा गुड्डी की गांड़ में जड़ तक, और जब औरतें चढ़ती तो है और जबरदस्त रगड़ाई होती है क्यों की उन्हें झड़ने का डर तो होता नहीं, और देख देख के तीनो लौंडे पागल हो रहेथे

तो अब गुड्डी रानी का गैंग बैंग हो रहा था तीनो मस्ताए थे, लेकिन तभी,



गुड्डी छिनार तो जितना वो तीनो मरद मिल के गरमाये थे उससे ज्यादा अकेले उसकी बुर और गांड़ में आग लगी थी, उसे भी खूब मजा आ रहा था। सिंक्रोनाइज्ड स्वीमिंग की तरह कभी अजय और कमल जीजू साथ साथ धक्के मारते एक सुर में तो कभी अजय रुक जाते और कमल जीजू पेंग मारते। उसी समय जब अजय रुका था और कमल जीजू ने कस कस के दो धक्के मार के अपना मोटा मूसल बाहर खींचा, मारे जोश के लंड खाने के लिए गुड्डी ने अपने चूतड़ से कस के धक्का मारा, बस रीनू को मौका मिल गया, उसने कमल जीजू को इशारा कर दिया,

" स्साली बड़ी लंड खोर है, जरा हचक के "

और मैं क्यों पीछे रहती, स्साली को फंसा के पटा के जेठानी के चंगुल से बचा के मैं लायी थी मैंने खुल के कमल जीजू को ललकारा,

" स्साली कल की लौंडिया, कमल जीजू आप को चैलेंज कर रही है, इज्जत का सवाल है, अपनी नहीं तो अपने इस हथौड़े छाप लौंड़े का तो ख्याल करिये, और मेरी भी, "




बस कमल जीजू को इशारा भी नहीं करना पड़ा, नीचे से अजय ने धक्के मार के पहले तो अपना लम्बा बांस उस गर्मायी टीनेजर की बच्चेदानी तक ठेल दिया, फिर अपनी बाहों से और दोनों टांगों से कस के लोहार की सिकड़ी की तरह जकड लिया अब वो एक इंच भी इधर उधर नहीं हो सकती थी।



और अब कमल जीजू ने अपना मोटा भाला थोड़ा और बाहर खींचा, गुड्डी के फैले हुए पैरों को अपने पैरों के बीच में फंसा के कैंची की तरह कस के जोर लगा के चिपका दिया, दोनों पैर, जाँघे सब फेविकोल से जैसे चिपकी हों और गांड़ की गली भी वैसे ही संकरी हो गयी, फिर पूरी ताकत से दरेरते, रगड़ते, धँसाते, पेलना ठेलना, शुरू किया। और अब सामने गुड्डी की गांड़ का छल्ला,

और कमल जीजू ने जो किया मेरा दिल दहल गया।

रीनू ने ही इशारा किया था, ऊँगली से दाएं की ओर का, बस सीधे सुरंग में ट्रेन गाडी घुसती जाए तो कोई बात नहीं लेकिन अगर दाएं बाएं मुड़ेगी तो सुरंग की दीवाल से टकराएगी, वही हुआ। लेकिन कमल जीजू की कमर का जोर, और छीलते चीरते, गांड़ के छल्ले के अंदर, और फिर दुबारा, तिबारा चौबारा उसी जगह पर, खुली चमड़ी पर रगड़ का अलग ही, मेरे साथ तो एक दो बार ही, गुड्डी के साथ दाएं फिर बाएं फिर ऊपर फिर नीचे, कम से कम दस बारह बार

और वो कुछ कर भी नहीं सकती थी, नीचे से अजय ने उसे कस के जकड़ रखा था और रीनू ने इन्हे भी हड़काया, " स्साले, मादरचोद, पेल बहिनिया के गले में हलक तक '




तो वो चीख भी नहीं सकती थी लेकिन दर्द से देह उसकी तड़प रही थी, छटपटा रही थी, लेकिन ये तो अभी शुरुआत थी, बिना पैरों को फैलाये, कमल जीजू ने कस कस के गुड्डी की गांड़ मारनी शुरू की, उसकी पतली कमर पकड़ के, गुड्डी के भाई ने सर पकड़ रखा था और मूसल गले तक , अजय ने पीठ और कमर हाथ और पैर से दबोच रखी थी,

मारे दर्द के उस टीनेजर ने एक बार गलती से गांड़ सिकोड़ ली बस, कमल जीजू ने एक जोरदार हाथ गुड्डी रानी के पिछवाड़े, लौंडा मार्का चूतड़ पे, और उससे भी चौगुनी जोर से रीनू ने एक हाथ और गरजी



" स्साली ये गांड़ ले के आयी है मरवाने तो मरवा चुप चाप, जरा भी सिकोड़ने की कोशिश की तो टेंटुआ दबा दूंगी। "



गुड्डी के दोनों चूतड़ एकदम लाल लाल और संकरी गली में कमल जीजू का मेरी मुट्ठी के साइज का लंड, देख के इतना मजा आ रहा था

और दस मिनट के बाद जड़ तक लंड घुसेड़ के कमल जीजू रुक गए और नीचे से अजय जीजू ने उसी तरह बेरहमी से चोदना शुरू किया , और उसके बाद जब ये मुंह चोद रहे थे तो मेरे दोनों जीजू रुके, और कुछ देर बाद तीनो साथ

तीस नहीं पूरे चालीस मिनट तक गुड्डी बाई की धुंआधार तूफानी चुदाई , सटासट , गपागप

और जब तीनो लड़के झड़े गुड्डी बाई की गांड , चूत और मुंह में तो सिर्फ वहीँ नहीं , बल्कि अपनी पाइप निकाल कर गुड्डी की देह पर भी , ...

गुड्डी इसके पहले तीन चार बार झड़ चुकी थी ,

एक बार फिर वो उठने की हालत में नहीं थी , लेकिन मैं और रीनू सहारा देकर उसे बाहर ले गए ,

थोड़ी देर में मैं और रीनू अंदर आये

और रीनू ने अनाउंस किया ,

तुम तीनों एक कच्ची जवानी देखकर एकदम कल से , ... कित्ती बार बेचारी की गांड मारी इसलिए , अब गुड्डी का नंबर
वाह क्या गैंग बेंग करवाया है छिनार नदिया रंडी का. सही कहती है रीनू. सिर्फ उसजे भैया ही चोद सकते है. अरे भाभी चाहे तो नांदिया ही क्या उनकी महतारी बुआ सब को चोद सकती है. पुरे खदान को.

बात सही है. सही याद दिलाया. कालीन गंज. बिलकुल सही जगह है. तूने तो सिर्फ अपने दोनों जीजू के ही घोटे. पर ये छिनार तो तीन तीन एक साथ झेल गई. और ललकारा भी किसको. कमल जीजू को. जबरदस्त इरोटिक अपडेट.

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Shetan

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और गुड्डी की बारी
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तबतक गुड्डी थोड़ा सा फ्रेश होकर , वाश कर के , अंदर आयी , एक लांग स्कर्ट पहने



और मैंने गुड्डी की स्कर्ट उठा दी ,

एक लम्बा मोटू स्ट्रैप ऑन वो अपने कमर पर बांधे थी

'बोल मेरी ननदिया किस की लेनी है ,"मैंने पूछा


और बिना एक पल सोचे उसने सीधे मेरे इनके , अपने भइया की ओर इशारा कर दिया ,

रीनू को बोलने की जरूरत नहीं थी , उसके हाथ काफी थे ,

साली ने तुरंत अपने जीजू को निहुराया और गुड्डी ने अपना ,... सीधे उनके पिछवाड़े ठोंक दिया।

रीनू पूरी ताकत से अपने जीजू को निहुराये रही ,
और क्या मस्त गांड़ मारा उस स्साली कल की छोकरी ने, कमल जीजू को भी गांड़ मारने में टक्कर दे रही थी, पहले तो स्ट्रैप ऑन के सुपाडे को उनके पिछवाड़े के छेद पे रगड़ा जैसे मरद सब करते है, बेचारी लड़की का /लौंडे का छेद दुबदुबाता रहता है स्साला मोटा अब अंदर गया तब अंदर गया, फिर आराम से धीरे धीरे उसने अपने भैया के पिछवाड़े का दरवाजा दूनो हाथों से कस के चियारा और पूरी ताकत से ठेल दिया,




मान गयी मैं अपनी ननदिया की कमर की ताकत को,

रोकते रोकते भी इनके मुंह से एक चीख निकल गयी,



अभी जिस तरह से हचक के रीनू ने गुड्डी स्साली की गांड़ मारी थी और उसके बाद कमल जीजू ने तो एकदम फाड़ के उसकी रख दी थी उस से गुड्डी ने खूब सीखा था, क्वविक लर्नर तो थी ही, फिर गीता ने ट्रेनिंग भी गजब की दी थी,

दोनों हाथों से भैया की कमर पकड़ के कभी प्यार दुलार से कभी खूब जोश से, हचक हचक के गांड़ मार रही थी, उनके फुदकते लंड को सहला रही थी, झुक के कभी उन्हें चूम लेती प्यार से तो कभी होंठों से उनके पीठ को सहलाती, और एक बार आधा से ज्यादा डिलडो बाहर निकाल के पूछा उसने

" स्साले, तेरी बहन दर्जा नौ से गर्मायी थी, तुझे अपनी कच्ची अमिया दिखाती थी और स्साले तूने उसे चोदने में पूरे तीन साल लगाया, बोल "





और एक धक्के में अबकी सब का सब डिलडो अंदर और जैसे रीनू ने गुड्डी के लौंडा मार्का चूतड़ पे कस के स्पैंक किया था एकदम उसी तरह



" गलती हो गयी " उनके मुंह से निकला।

" तो इसी गलती की सजा मिल रही है तेरी ली जा रही है और जो भाई अपनी बहन की लेने में देर करे न उसकी यही सजा है उसकी मार ली जाए। "



गचगच गचगच पेलते हुए गुड्डी बोली, और जोड़ा, " चल रोज तुझे सुबह छुलछुल पिलाऊंगी, बोल स्साले गांडू, पियेगा न "



" हाँ " वो मुस्कराते बोले।



और इस ख़ुशी में गुड्डी ने पूरा निकाल के एक झटके में पेल दिया और बोली, " बोल स्साले, मजा आ रहा है गांड़ मरवाने में गांडू "

और एक हाथ उनके पिछवाड़े, कस के चटाक
" हाँ " वो बोले और गुड्डी पोज बदल बदल के,

थोड़ी देर में वो पीठ के बल लेटे थे और गुड्डी जोर जोर से उनकी ले रही थी,



करीब आधे घंटे गुड्डी ने उनकी ली।
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साढ़े चार बज चुके थे , जब हम सब सोये तो आज तीनो लड़के गुड्डी के ही साथ , गुड्डी का डिलडो अभी भी , सोते हुए भी उनके पिछवाड़े धंसा और कमल और अजय जीजू भी गुड्डी को पकडे हुए।

मैं और रीनू एकदम बहन की तरह चिपके सो रहे थे , जैसे जब जवानी हमारी चढ़ी , कन्या रस के सारे गुर हमने सीखे बस उसी तरह ,...

दो ढाई घंटे बाद मेरी निगाह खुली , देखा गुड्डी और उसके भइया , फिर से चालू थे, गुड्डी के भैया आराम आराम से साइड से अपने बहिनिया की ले रहे थे और वो सिसक रही थी, उफ़ उफ़ कर रही थी


फिर रीनू की नींद भी खुल गयी , अजय और कमल तो खर्राटे भर रहे थे।

रीनू की प्लानिंग बहुत सिम्पल थी, गुड्डी की खूब रगड़ाई हो आज रात में एकदम तक के थेथर हो जाये, ठीक से सो भी न पाए और कल जब तीनो मरद आधे दिन के लिए बाहर जाएंगे कमल जीजू के दोस्त के मेल टू मेल स्पा में तो तो हम दोनों बहने गुड्डी की जरा जम के लेंगी और फिर रीनू के सारे किंक , खिलौने,....



तो गुड्डी जित्ती थकी रहेगी, उसे तोड़ना उतना ही आसान रहेगा,

बिना बोले गुड्डी इनके ऊपर , उसकी रसमलाई इनके मुंह पर

और वो किशोरी अपने भइया को सुबह सुबह बेड टी पिला रही थी , सुनहला शरबत घल घल ,

एक बूँद भी बाहर नहीं ,


और फिर मेरी ननद को हम दोनों भाभियों ने भी बेड टी एकदम उसी तरह ,
ननद ने ज़रा भी छिनारपना नहीं किया सीधे से गटक गयी ,

कल तो वो सोने के ऐक्टिंग कर रहे थे , पर आज जगे टुकुर टुकुर अपनी बहन को ,...



हाँ उस के बाद वो भी , मेरे दोनों जीजू की तरह नींद की गोद में
ये वाले अपडेट मुजे हमेशा याद रहेंगे. कैसे गुड्डी और उनके भैया का गैंग बैंग game करवाया. माझा ही आ गया. हर बार एक नया खेल लव इट

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Shetan

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Thanks friends

Fun Thank You GIF by Carawrrr
वाओ... आप को ढेर सारी बधाई. अभी तो ये कहानी और आगे जाएगी. सिर्फ 30 लाख पर नहीं रुकेगी. 50 से ऊपर का अकड़ा पर होगा.

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Shetan

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जोरू का गुलाम भाग २३१

सुबह सबेरे -गुड्डी बाई

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साढ़े चार बज चुके थे , जब हम सब सोये तो आज तीनो लड़के गुड्डी के ही साथ , गुड्डी का डिलडो अभी भी , सोते हुए भी उनके पिछवाड़े धंसा और कमल और अजय जीजू भी गुड्डी को पकडे हुए।

मैं और रीनू एकदम बहन की तरह चिपके सो रहे थे , जैसे जब जवानी हमारी चढ़ी , कन्या रस के सारे गुर हमने सीखे बस उसी तरह ,...

दो ढाई घंटे बाद मेरी निगाह खुली , देखा गुड्डी और उसके भइया , उसके भैया पीछे से ही चालू थे, अपनी छोटी बहिनिया को पकडे हुए




और वो भी टाँगे फैला के अपनी चुनमुनिया में भैया का खूंटा गपागप घोंट रही थी।



फिर रीनू की नींद भी खुल गयी , अजय और कमल तो खर्राटे भर रहे थे।


बिना बोले गुड्डी इनके ऊपर , उसकी रसमलाई इनके मुंह पर,पहले तो अपने भैया को अपनी कुप्पी में पड़ी सब मलाई खिलाई, उनकी खुद की, अजय और कमल जीजू की, फिर

वो किशोरी अपने भइया को सुबह सुबह बेड टी पिला रही थी , सुनहला शरबत घल घल ,एक बूँद भी बाहर नहीं ,


और फिर मेरी ननद को, हम दोनों भाभियों ने भी बेड टी एकदम उसी तरह ,
ननद ने ज़रा भी छिनारपना नहीं किया सीधे से गटक गयी ,

कल तो वो सोने के ऐक्टिंग कर रहे थे , पर आज जगे टुकुर टुकुर अपनी बहन को ,...कैसे मस्ती से वो गटक रही थी छुल छुल

हाँ उस के बाद वो भी , मेरे दोनों जीजू की तरह नींद की गोद में

मैं , रीनू और गुड्डी फिर किचेन में , हमारा दिन शुरू हो गया था।

………………………………….



सुबह सुबह वैसे ही घर में बहुत काम रहता है , और जब से जीजू लोग आये थे मैंने गीता को छुट्टी दे रखी थी। पर गुड्डी और रीनू ,... दोनों में ऐसी पक्की दोस्ती हो गयी थी , दोनों ने मिलकर किचेन का काम सम्हाल लिया था , ... और आज ये तय हुआ था की ये लड़के लोग तो बारह बजे तक सोते हैं इसलिए , ब्रंच ही बना लेते हैं। टाइम भी बचेगा और उस टाइम का इस्तेमाल भी अच्छा होगा।

मैंने सिर्फ एक सवाल किया , " गुड्डी यार लेकिन इन लड़कों का डीजल तो फुल करना होगा न वरना बीच रास्ते में टंकी खाली हो गयी। "

"एकदम नहीं भाभी , ऐसा ब्रंच मिलेगा , की रात तक , गाडी नान स्टाप चलेगी। " खिलखिलाते हुए वो शैतान बोली।


किचेन में ' नो सेक्स ' पॉलिसी थी , लेकिन ननद भाभी हो तो छेड़छाड़ चुहुल बाजी , छूने , काटने , मसलने मींजने दबाने रगड़ने से क्यों रोक टोक थोड़े ही थी।

गुड्डी ने अपना मेनू बताया और ये भी की उसकी मीठी भाभी किचेन में बहुत कुछ सिखाने वाली हैं ,

और सन्डे को वैसे भी हम लोग ब्रंच ही खाते थे , रात भर मैं और ये ,...देर तक सोना , उठ कर के ब्रंच और फिर ब्रंच के बाद ,.... नेक्स्ट राउंड ,...

लेकिन आज सब कुछ गुड्डी और रीनू के हवाले था ,

मैं किचेन में उनके साथ थी तो ६ व्हाट्सऐप , चार मिस्ड काल ,

दोनों ने मिल के मुझे किचेन के बाहर धकेल दिया ,

" आज इस ननद का मजा मैं अकेले अकेले लूंगी , कल से तू लेना गुड्डी बाई के अगवाड़े पिछवाड़े का मजा , ... " रीनू ने गुड्डी को दबोचते बोला।

और गुड्डी कस के खिलखिला रही थी ,

" सुन ककमबर सैंडविच कैसी रहेगी ,... " रीनू ने गुड्डी के नए नए आये जोबन को मीजते पूछा।

' बढ़िया , मस्त भौजी। ' गुड्डी खिलखिला के बोली ,


" तो जा के मेरी छिनार ननद रानी , दो मोटे लम्बे ककमबर , अपनी इस बुरिया में घुसेड़ ले , दस पन्दरह मिंट के लिए बारी बारी से जब तक बाकी काम करते हैं वो मैरनेट हो जायँगे। "



रीनू बोली।
वाओ रात भर बहन भाई की मस्ती चलती रही. कौन ज्यादा चुदकड़ है. वो या उनका बचपन का माल. भाभी nanan की मस्त जुगलबंदी है. माझा आ गया.

Screenshot-20240921-110823
 

Shetan

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38,660
259
जोरू का गुलाम भाग २३१

सुबह सबेरे -गुड्डी बाई

३०,२१,६८६
--

--
----

साढ़े चार बज चुके थे , जब हम सब सोये तो आज तीनो लड़के गुड्डी के ही साथ , गुड्डी का डिलडो अभी भी , सोते हुए भी उनके पिछवाड़े धंसा और कमल और अजय जीजू भी गुड्डी को पकडे हुए।

मैं और रीनू एकदम बहन की तरह चिपके सो रहे थे , जैसे जब जवानी हमारी चढ़ी , कन्या रस के सारे गुर हमने सीखे बस उसी तरह ,...

दो ढाई घंटे बाद मेरी निगाह खुली , देखा गुड्डी और उसके भइया , उसके भैया पीछे से ही चालू थे, अपनी छोटी बहिनिया को पकडे हुए




और वो भी टाँगे फैला के अपनी चुनमुनिया में भैया का खूंटा गपागप घोंट रही थी।



फिर रीनू की नींद भी खुल गयी , अजय और कमल तो खर्राटे भर रहे थे।


बिना बोले गुड्डी इनके ऊपर , उसकी रसमलाई इनके मुंह पर,पहले तो अपने भैया को अपनी कुप्पी में पड़ी सब मलाई खिलाई, उनकी खुद की, अजय और कमल जीजू की, फिर

वो किशोरी अपने भइया को सुबह सुबह बेड टी पिला रही थी , सुनहला शरबत घल घल ,एक बूँद भी बाहर नहीं ,


और फिर मेरी ननद को, हम दोनों भाभियों ने भी बेड टी एकदम उसी तरह ,
ननद ने ज़रा भी छिनारपना नहीं किया सीधे से गटक गयी ,

कल तो वो सोने के ऐक्टिंग कर रहे थे , पर आज जगे टुकुर टुकुर अपनी बहन को ,...कैसे मस्ती से वो गटक रही थी छुल छुल

हाँ उस के बाद वो भी , मेरे दोनों जीजू की तरह नींद की गोद में

मैं , रीनू और गुड्डी फिर किचेन में , हमारा दिन शुरू हो गया था।

………………………………….



सुबह सुबह वैसे ही घर में बहुत काम रहता है , और जब से जीजू लोग आये थे मैंने गीता को छुट्टी दे रखी थी। पर गुड्डी और रीनू ,... दोनों में ऐसी पक्की दोस्ती हो गयी थी , दोनों ने मिलकर किचेन का काम सम्हाल लिया था , ... और आज ये तय हुआ था की ये लड़के लोग तो बारह बजे तक सोते हैं इसलिए , ब्रंच ही बना लेते हैं। टाइम भी बचेगा और उस टाइम का इस्तेमाल भी अच्छा होगा।

मैंने सिर्फ एक सवाल किया , " गुड्डी यार लेकिन इन लड़कों का डीजल तो फुल करना होगा न वरना बीच रास्ते में टंकी खाली हो गयी। "

"एकदम नहीं भाभी , ऐसा ब्रंच मिलेगा , की रात तक , गाडी नान स्टाप चलेगी। " खिलखिलाते हुए वो शैतान बोली।


किचेन में ' नो सेक्स ' पॉलिसी थी , लेकिन ननद भाभी हो तो छेड़छाड़ चुहुल बाजी , छूने , काटने , मसलने मींजने दबाने रगड़ने से क्यों रोक टोक थोड़े ही थी।

गुड्डी ने अपना मेनू बताया और ये भी की उसकी मीठी भाभी किचेन में बहुत कुछ सिखाने वाली हैं ,

और सन्डे को वैसे भी हम लोग ब्रंच ही खाते थे , रात भर मैं और ये ,...देर तक सोना , उठ कर के ब्रंच और फिर ब्रंच के बाद ,.... नेक्स्ट राउंड ,...

लेकिन आज सब कुछ गुड्डी और रीनू के हवाले था ,

मैं किचेन में उनके साथ थी तो ६ व्हाट्सऐप , चार मिस्ड काल ,

दोनों ने मिल के मुझे किचेन के बाहर धकेल दिया ,

" आज इस ननद का मजा मैं अकेले अकेले लूंगी , कल से तू लेना गुड्डी बाई के अगवाड़े पिछवाड़े का मजा , ... " रीनू ने गुड्डी को दबोचते बोला।

और गुड्डी कस के खिलखिला रही थी ,

" सुन ककमबर सैंडविच कैसी रहेगी ,... " रीनू ने गुड्डी के नए नए आये जोबन को मीजते पूछा।

' बढ़िया , मस्त भौजी। ' गुड्डी खिलखिला के बोली ,


" तो जा के मेरी छिनार ननद रानी , दो मोटे लम्बे ककमबर , अपनी इस बुरिया में घुसेड़ ले , दस पन्दरह मिंट के लिए बारी बारी से जब तक बाकी काम करते हैं वो मैरनेट हो जायँगे। "



रीनू बोली।
वाओ रात भर बहन भाई की मस्ती चलती रही. कौन ज्यादा चुदकड़ है. वो या उनका बचपन का माल. भाभी nanan की मस्त जुगलबंदी है. माझा आ गया.

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जोरू का गुलाम भाग २३१

सुबह सबेरे -गुड्डी बाई

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साढ़े चार बज चुके थे , जब हम सब सोये तो आज तीनो लड़के गुड्डी के ही साथ , गुड्डी का डिलडो अभी भी , सोते हुए भी उनके पिछवाड़े धंसा और कमल और अजय जीजू भी गुड्डी को पकडे हुए।

मैं और रीनू एकदम बहन की तरह चिपके सो रहे थे , जैसे जब जवानी हमारी चढ़ी , कन्या रस के सारे गुर हमने सीखे बस उसी तरह ,...

दो ढाई घंटे बाद मेरी निगाह खुली , देखा गुड्डी और उसके भइया , उसके भैया पीछे से ही चालू थे, अपनी छोटी बहिनिया को पकडे हुए




और वो भी टाँगे फैला के अपनी चुनमुनिया में भैया का खूंटा गपागप घोंट रही थी।



फिर रीनू की नींद भी खुल गयी , अजय और कमल तो खर्राटे भर रहे थे।


बिना बोले गुड्डी इनके ऊपर , उसकी रसमलाई इनके मुंह पर,पहले तो अपने भैया को अपनी कुप्पी में पड़ी सब मलाई खिलाई, उनकी खुद की, अजय और कमल जीजू की, फिर

वो किशोरी अपने भइया को सुबह सुबह बेड टी पिला रही थी , सुनहला शरबत घल घल ,एक बूँद भी बाहर नहीं ,


और फिर मेरी ननद को, हम दोनों भाभियों ने भी बेड टी एकदम उसी तरह ,
ननद ने ज़रा भी छिनारपना नहीं किया सीधे से गटक गयी ,

कल तो वो सोने के ऐक्टिंग कर रहे थे , पर आज जगे टुकुर टुकुर अपनी बहन को ,...कैसे मस्ती से वो गटक रही थी छुल छुल

हाँ उस के बाद वो भी , मेरे दोनों जीजू की तरह नींद की गोद में

मैं , रीनू और गुड्डी फिर किचेन में , हमारा दिन शुरू हो गया था।

………………………………….



सुबह सुबह वैसे ही घर में बहुत काम रहता है , और जब से जीजू लोग आये थे मैंने गीता को छुट्टी दे रखी थी। पर गुड्डी और रीनू ,... दोनों में ऐसी पक्की दोस्ती हो गयी थी , दोनों ने मिलकर किचेन का काम सम्हाल लिया था , ... और आज ये तय हुआ था की ये लड़के लोग तो बारह बजे तक सोते हैं इसलिए , ब्रंच ही बना लेते हैं। टाइम भी बचेगा और उस टाइम का इस्तेमाल भी अच्छा होगा।

मैंने सिर्फ एक सवाल किया , " गुड्डी यार लेकिन इन लड़कों का डीजल तो फुल करना होगा न वरना बीच रास्ते में टंकी खाली हो गयी। "

"एकदम नहीं भाभी , ऐसा ब्रंच मिलेगा , की रात तक , गाडी नान स्टाप चलेगी। " खिलखिलाते हुए वो शैतान बोली।


किचेन में ' नो सेक्स ' पॉलिसी थी , लेकिन ननद भाभी हो तो छेड़छाड़ चुहुल बाजी , छूने , काटने , मसलने मींजने दबाने रगड़ने से क्यों रोक टोक थोड़े ही थी।

गुड्डी ने अपना मेनू बताया और ये भी की उसकी मीठी भाभी किचेन में बहुत कुछ सिखाने वाली हैं ,

और सन्डे को वैसे भी हम लोग ब्रंच ही खाते थे , रात भर मैं और ये ,...देर तक सोना , उठ कर के ब्रंच और फिर ब्रंच के बाद ,.... नेक्स्ट राउंड ,...

लेकिन आज सब कुछ गुड्डी और रीनू के हवाले था ,

मैं किचेन में उनके साथ थी तो ६ व्हाट्सऐप , चार मिस्ड काल ,

दोनों ने मिल के मुझे किचेन के बाहर धकेल दिया ,

" आज इस ननद का मजा मैं अकेले अकेले लूंगी , कल से तू लेना गुड्डी बाई के अगवाड़े पिछवाड़े का मजा , ... " रीनू ने गुड्डी को दबोचते बोला।

और गुड्डी कस के खिलखिला रही थी ,

" सुन ककमबर सैंडविच कैसी रहेगी ,... " रीनू ने गुड्डी के नए नए आये जोबन को मीजते पूछा।

' बढ़िया , मस्त भौजी। ' गुड्डी खिलखिला के बोली ,


" तो जा के मेरी छिनार ननद रानी , दो मोटे लम्बे ककमबर , अपनी इस बुरिया में घुसेड़ ले , दस पन्दरह मिंट के लिए बारी बारी से जब तक बाकी काम करते हैं वो मैरनेट हो जायँगे। "



रीनू बोली।
वाओ रात भर बहन भाई की मस्ती चलती रही. कौन ज्यादा चुदकड़ है. वो या उनका बचपन का माल. भाभी nanan की मस्त जुगलबंदी है. माझा आ गया.

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Shetan

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मिसेज मोइत्रा
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आठ बज रहे थे , दो मिस्ड काल , मिसेज मोइत्रा की , दो व्हाट्सऐप उनकी बेटियों के , ... और सुजाता की एक मिस्ड काल।


मिसेज मोइत्रा और उन से बढ़ के दोनों रसगुल्लों को मैं भूली नहीं थी जीजू लोगों चक्कर में ,

इनकी साली तो कल सुबह अपने मरद और मेरे दोनों जीजू के साथ रफू चक्कर फिर कभी साल छह महीने में मिलना और गुड्डी की भी कल से क्लास रगड़कर,... और फिर इसी हफ्ते शायद वो कोचिंग वाली पार्टी,... और जो गुन ढंग रीनू ने उसे सिखाये हैं, जिस तरह से हलवाई की दूकान पे उसने नंम्बर अपने बांटे, जल्द ही उसके यारों की संख्या दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ेगी।

रीनू का माना था ननद तो जब घर आये तो रस्ते भर उसके दोनों छेदों से सड़का टपकता रहना चाहिए और जो बची खुची ट्रेनिंग थी किंक वाली वो आज कुछ मर्जी कुछ जबरदस्ती सबके सामने होनी थी और फोटो भी,



लेकिन मैंने अपने सोना मोना के लिए जबरदस्त इंतजाम किया था, बस इसी हफ्ते, गुड्डी , अपनी बहिनिया की झिल्ली तो उन्होंने फाड़ी ही थी, कितना खून खच्चर हुआ था, गुड्डी की बारी कुँवारी चूत के खून से भीगी उस चद्दर को मैने बहुत सम्हाल के रखा है।


लेकिन गुड्डी तो इंटर पास कर चुकी जब उंसने पहला इंटरकोर्स अपने भैया के साथ किया,

ये दोनों तो जिस की कच्ची बिल पे मैंने अपने मरद का नाम लिख दिया है अभी तो दर्जा नौ में हैं,



गुड्डी से भी तीन साल छोटी और उन दोनों जुड़वा बहनों के अगवाड़े और पिछवाड़े दोनों के उद्घाटन का काम इन्ही के जिम्मे, और अब तो उनकी बहिनिया की गाँड़ उनसे मरवा मरवा के उन्हें भी गाँड़ मरवाई का दीवाना बना दिया है, तो वो दोनों कच्ची कलियाँ मेरे मरद के नीचे और बोनस में उन दोनों की महतारी, मिसेज मोइत्रा भी, पिछवाड़ा तो उनका भी अभी कुंवारा है,



असल में इनकी सास ने इनके मन की ये गाँठ पहले पहचानी, फिर खोली, कच्ची कलियों के लिए इनके मन का ललचाना

और खूब भरी देह वाली बड़ी उम्र की औरतों के लिए,

हमारे घर के पास में लड़कियों का एक हाईस्कूल था, बस रोज इनसे पूछती थीं, " बोल साले इनमे से कौन कौन लेने लेने लायक हैं, कौन कचकचा के ठोंकने, पेलने लायक हैं"





और फिर उनके साथ मंजू और गीता भी,

तो बस अब जीजा गए और उसके कुछ दिन बाद ही तीज के दिन, मिसेज मोइत्रा दिन भर क्लब में ....और ये उनकी बेटियों को रगड़ रगड़ के,...




और रात में मिसेज मोइत्रा का खुद नंबर। बल्कि मंजू की तो प्लानिंग थी की एक ही बिस्तर पर माँ बेटियों को साथ साथ, और आज तक मंजू की प्लानिंग कभी फेल नहीं हुयी,



मैं मिसेज मोइत्रा के बारे में सोच ही रही थी की फोन घनघनाया, मैंने नंबर देखा, शैतान को याद करो, मिसेज मोइत्रा ही थीं

मिसेज मोइत्रा से नहीं रहा जा रहा था

" क्या हाल है मेरे दामाद का , " बिना हेलो वेलो के असली बात पर सीधे मिसेज मोइत्रा आ गयीं।

" वैसे ही जैसे आप छोड़ कर गयीं थीं , आप के पिछवाड़े की याद कर खूंटा हरदम टनाटन रहता है , अब जबतक आप का पिछवाड़ा और वो ,... "

" चल बोल दे उसे ज्यादा इन्तजार नहीं कराउंगी ,बस वेडनेसडे या थर्स्डे तक तो पक्का , मन मेरा भी यहां नहीं लग रहा है , लेकिन शादी का मामला है तो ,... "


" और उनकी सालियों की क्या हालत है , " मेरे मुंह से रसगुल्ला निकलते निकलते रह गया।


" वो तो और ,... कहती हैं मम्मी चलो घर यहाँ बोर हो रहे हैं , पर यु नो ससुराल के रिलेटिव्स , ... और मिस्टर मोइत्रा तो आये नहीं अगर हम लोग भी ,... यू कैन अंडरस्टेंड बेटर। "

मिसेज मोइत्रा ने अपने मन की बात कह दी। लेकिन अगला जरूरी सवाल पूछ लिया ,

" और तीज पार्टी की तैयारी कैसे चल रही है , ... "

"मैडम जैसा आप ने गाइड किया था , सुजाता को मैंने बोल दिया था की आपसे ,.... एकदम हॉट , नो होल्ड्स बार्ड ,... ( असल में जिस दिन से कमल जीजू लोग आये थे मैंने तो एक बार उधर के बारे में सोच भी नहीं था , ... )



"नो होल्ड्स बार्ड या नो होल्स बार्ड ,... " मिसेज मोइत्रा खिलखिलाते हुए बोलीं , फिर बताया

"हाँ सुजाता का तो दिन में दो बार फोन आ ही जाता है , कुछ शेड्यूल के डिटेल्स भी भेजे हैं ,... और तीज प्रिंसेस के भी लेकिन उस दिन तो मैं आउंगी नहीं इसलिए लोग ही चाहो तो तुम वो , अरे वही ,.....

मैं समझ गयी थी उनका इशारा , चमची नंबर दो , पक्की छिनार , ..




उस दिन रसगुल्ले आ रहे हैं ये सुन के तो उस की उसी दिन दिन गीली हो गयी थी , उन दोनों कुंवारियों की ऐसी की तैसी करने के लिए उसे दिमाग ओवरटाइम चल रहा था ,


" एकदम सही आइडिया दिया आपने , ... अभी बात करती हूँ उससे , ... और सुजाता तो मेन फंक्शन में बिजी रहेगी इसलिए उसका गेम का , तीज प्रिंसेज के कांटेस्ट का ,... सब उस के हवाले। " मैंने बात मान ली उनकी।


" ओके कल बात करना , ... "

"एकदम लेकिन एक छोटी सी बात है बुरा मत मानियेगा ,... " मैंने चिढ़ाती हुयी आवाज में छेड़ा उन्हें

" बोल न , ... "

" आप आएंगी न , तो वो लड़का जो आपके पिछवाड़े के पीछे पड़ा है , अब बचेगा नहीं , आपका पिछवाड़ा। "

वो जो से खिलखिलायीं फिर उसी अंदाज में बोलीं

" न बचे तो न बचे , ये मेरे और मेरे दामाद के बीच की बात है , तुम काहें को परेशान होती है , इत्ते दिन से तो बची है , नहीं बचेगी तो नहीं बचेगी "


और उन्होंने फोन रख दिया



और उनके फोन रखते ही सुजाता का फोन घनघनाया. " जीजू लोग जग गए क्या " पहला सवाल उसने यही पूछा।

" इत्ती जल्दी " हंसती हुई मैं बोली।

" तभी मैंने इसी समय फोन किया , एक बार शेर उठे गए फिर तो , चीड़ फाड़ ,... "




वो भी एकदम मेरी ही तरह थी , खिलखिलाती बोली और असली बात बतायी।


" यार सुन , मैंने गेम्स क्वेश्चन सब बना लिए हैं , लेकिन मुझे लग रहा है मिर्ची थोड़ी कम है , तो बस तुम ,... तुझे मेल कर दिया है , जब फुर्सत मिले तो देख लेना। फंडिंग तीज के लिए पूरी आ गयी है , स्पांसर भी सारे तय हो गए हैं। मेंहदी के लिए दो चिकने लड़के भी मिल गए हैं , एकदम एरोटिक आर्ट वाले , ... लेकिन तुझे अब बोर नहीं करुँगी ,... कल जब ये लोग चले जाएंगे तो मैं और मीनाक्षी आ जाएंगे तेरे यहाँ। "


" एकदम , जीजू लोग अर्ली मॉर्निंग चले जायँगे , लंच के बाद बैठते हैं कल , और तू जरा मिसेज मोइत्रा को भी कुछ कुछ ,... उन्हें भी लगे की वो लूप में हैं , खुश रहें ,... " मैंने बोला , और हम दोनों ने फोन रख दिया , क्योकिं दूसरा फोन घनघना रहा था।
ओह्ह्ह मनोत्रइन को तो मै भूल ही गई थी. वाह वो प्लान मुजे याद है. उसकी दोनों फूलजड़िया बेरी को अपने वाले से खुलवाने वाला. अमेज़िंग. क्या update दिया है. मुजे कुछ नया देखने का अंदाजा था. अब माझा आएगा.

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Shetan

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मिसेज मोइत्रा के रसगुल्ले


रसगुल्ले।
और उठाते ही मैं चालू हो गयी , क्यों जाते ही दीदी की याद भूल गयी जाते ही ,

बड़ी वाली थी फोन पर , ...

" क्या दीदी यहाँ इतनी बोर हो रही हूँ मैं ,... और आप को कैसे भूल सकती हूँ मैं ,.. " वो बोली।

" और जीजू की , " मैंने छेड़ा।

" दीदी , आप दोनों की आ रही है लेकिन सच्ची बोलूं तो जीजू की थोड़ी ज्यादा। " पीछे से छुटकी बोली।


" और तेरी चुनमुनिया को ,... " मैं क्यों छोड़ती।

दोनों खिलखिलाने लगीं एकदम टीनेजर की तरह , जैसे फुलझडी छूटी हो। बोली, छोटी ही

" दीदी , खून के आंसू रो रही है वो तो ,.. एकदम मुंह सुजा के बैठी है। "

मैंने चैन की सांस ली , तो पीरियड्स शुरू हो गए दोनों के , अब कुछ गड़बड़ सड़बड़ नहीं हो सकता , लेकिन असली बात ,

" उन को बता दो की जब यहाँ लौटेंगी तो एकदम खूनखच्चर हो जाएगा , उनके जीजू बैठे हैं इतंजार में फाड़ने के। "


" अरे दी , इत्ता खून बह रहा है , तो दो चार बूँद खून और बह जाएगा ,... " बड़ी वाली भी अब लाइन पर आगयी थी।

" कब होगा वो खून खच्चर , ... " ठंडी साँस भरते हुए बड़ी अदा से छुटकी बोली।

" बस अब पांच छह दिन रह गए हैं , लेकिन ये बता वो पिल्स तुम दोनों ने ,... "

मैं असली मुद्दे पर आयी , कंडोम तो ये लगाने वाले नहीं थे , फिर दोनों के सेफ पीरियड भी रहते , लेकिन पिल्स होने पर खतरे की कोई बात नहीं थी।

" हाँ दी " दोनों ने एक साथ हामी भरी और असली मुद्दे पर आयीं ,..


" दी जबतक नहीं मिलता कोई फ़ोटो , फिल्ल्म वही देख कर , ... "

एकदम और मैंने इनकी दो चार ब्लो जॉब की




और एक निहुराने वाली लम्बी , दोनों को भेज दी।


दोनों उड़न छू हो गयीं ,

फिर मुझे एक शरारत सूझी , अब तो ये एकदम पिछवाड़े के दीवाने हो गए थे , गुड्डी की तो इन्होने तीन बार और रीनू की भी खूब हचक कर ,... बस वो गुदा मंथन वाली एक मिसेज मोइत्रा को भी ,... साथ में कमेंट , ... देख लीजिये अपने दामाद की हरकत





और सास के पिछवाड़े के तो वो दीवाने हैं बचेगा नहीं।

मिसेज मोइत्रा भी न ,

दो मिनट के अंदर उनका कमेंट आगया , किस वाली स्माईलिज , थम्स अप कम से कम १० और कमेंट ,

देख लुंगी दामाद को , और फिर क्या करना है बचा कर।



हँसते हँसते मैं किचेन के अंदर घुसी , दस से ऊपर हो रहा था ,
अरे दामाद को तो देखने मल्होत्राइन हर वक्त तैयार रहती है. उसकी बेटियां भी रेडी ही है. वैसे भी कॉन्डम की क्या जरुरत है. अरे अब तो सूखा भी चलेगा. माँ बेटियां तीनो के लिए.

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