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जोरू का गुलाम भाग २३८ पृष्ठ १४५०
वार -१ शेयर मार्केट में मारकाट
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वार -१ शेयर मार्केट में मारकाट
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टंकी तो फूल करवानी पड़ेगी. तीनो गुड्डी बाई के ग्राहक है. नया दिन तो बोनी कौन करवाएगा.गुड्डी, ब्रंच,.... और बदमाशी
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लेकिन ब्रंच भी ऑलमोस्ट रेडी था ,
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गुड्डी फ्रेश ऑरेंज जूस निकाल रही थी और उसने मुझे पूरा मेनू सुना दिया ,...
१. ऑरेंज जूस 2 कॉर्नफ़्लेश विद मूसली ३ ककमबर सैंडविचेज़ ४ फ्रेंच टोस्ट ५ ब्रोस्केटा विद चिकेन स्कीलेट
६ आमलेट - चार चार अंडो के ७ अंडा भुर्जी
८ आलू के पराठे,९ डोसा
१० सूजी का हलवा
११ फ्रेश कट मैंगो
१२ काफी
और जगाने की जिम्मेदारी उन्होंने मुझे सौंपी , बड़ी मुश्किल से ११ बजे के बाद मैं उन्हें उठा पायी और उठाते ही
भूख भूख ,... लेकिन गुड्डी की डिसिप्लिन , ... और रीनू भी साथ ,...
" बिना नहाये धोये ,...कुछ भी नहीं मिलेगा "
वो लोग जैसे ही बाथरूम की ओर बढे , गुड्डी ने रीनू को चढ़ाया ,
" भाभी , ये भुख्खड़ लोग क्या पता ऐसे ही बिना नहाये धोये , बाथरूम से निकल के बाहर आ आजायें , ... "
" एकदम सही बोल रही है तू , चल हमने भी तो अभी नहाया नहीं है ,साथ साथ , ... "
हम छहो साथ साथ शावर में ,...
………………………………………………….
और एक बार फिर बदमाशी की शुरआत , और किसने , मेरी बदमाश ननदिया गुड्डी ने की ,
असल में ये पैदायशी मॉडेस्ट ,... बोलने लगे ज़रा सा मैं सु सु ,...
" क्या भइया सारी रात तो हम सब के सामने खोल कर , और अब शरमा रहे हो , ... " गुड्डी ने चिढ़ाया और जोड़ा , " क्यों भाभी अभी भी सु सु बोलती हैं क्या , तब आती है , ... "
रीनू क्यों मौका छोड़ती बोली ,
" अच्छा तो जैसे तेरी अम्मा हाथ में पकड़कर खोल कर सु सु कराती थीं , बचपन में वैसे करवाना है , मैं हूँ मुन्ना , ... " और उनका खूंटा पकड़ कर उन्हें चिढ़ाते हुए सू सु बोलने लगी ,
गुड्डी भी पास में ही खड़ी थी , अब वो रीनू को छेड़ने पर तूल गयी ,
" भाभी आप भैया को सु सु कराती बहुत अच्छी लग रही हो ,... "
बस इतना काफी था , रीनू ने अपने जीजा की पाइप अपनी ननद की ओर मोड़ दी ,
" तुझे भी अच्छा लगेगा , ले ले ,... "
गुड्डी बजाय भागने के घुटने पर बैठ गयी और खुद ही अपना मुंह भी खोल दिया , रीनू ने अपने जीजू के पाइप का निशाना , सीधे ,
" ले गुड्डी बाई घोंट , यही चाह रही थी न तू , ... " रीनू का निशाना पक्का था , सीधे सुनहली बरसात का रुख , गुड्डी बाई के,
छरछर छरछर ,
टिप टिप बरसा पानी. पानी मे आग लगाई.शावर, गुड्डी और किंक
(this post has some kinky scenes readers' discretion is expected)
और थोड़ी देर में जब रीनू ने धार गुड्डी के जोबन पर कर दी , तो गुड्डी बोल पायी , पर वो शैतान , अब मेरे पीछे पड़ गयी ,
" भाभी , कल वाली पिक्चर में तो तीन लड़के एक लड़की के साथ और यहाँ भी तो आपके दोनों जीजू , ...
" यार तुम दोनों पर लानत है , एक जवान लौंडिया प्यासी मुंह खोल के बैठी है और तुम दोनों ,... "
मैंने एक साथ , एक हाथ में अजय जीजू का दूसरे में कमल जीजू का पकड़ा और एक झटके से चमड़ा खोल दिया , दोनों के मोटे मोटे , मांसल सुपाड़े , लाल लाल खुल गए , बस। मेरे जीजू लोगों को उँगलियों का जादू पता नहीं था , वो भी 'रोकने' की कोशिश कर रहे थे ,
पर मेरी उँगलियों के लम्बे नाख़ून , दोनों अंगूठों ने दोनों जीजू के सुपाड़ों को हलके हलके रगड़ा मसला , फिर मेरे लम्बे नाख़ून , ...उनके पेशाब के छेद में , ऐसी सुरसुरी की,
छर छर , छर छर , तेज धार दोनों की ,
मैंने अपने टीनेजर ननद की देह की ओर , ...
लेकिन रीनू ने घूर कर देखा , और दोनों का फोकस एकदम
तीन सुनहरी तेज धार , लगातार , छर छर छर छर , सीधे,
" क्यों गुड्डी बाई मजा आ रहा है , कैसा स्वाद है ,... " रीनू ने उसे छेड़ते हुए पूछा
लेकिन क्या बोलती बिच्चारी। तीन जवान लड़कों के तीन मोटे तगड़े लंड से निकल रही सुनहली धार सीधे उसके,….
पर भाभियों का काम ननद को छेड़ना है , और वो भी रीनू ऐसी भाभी ,
" क्यों मजा आ रहा है , गुड्डी बाई , ... अपने भाई की दूध मलाई तो बहुत गटकी होगी , आज जरा ऐपल जूस का भी मजा ले लो ,... "
रीनू ने चिढ़ाया और उनका फोकस , अब गुड्डी रानी की मांग में , फिर बाकी देह पर ,में दोनों जीजू के औजारों को कब का छोड़ दिया था लेकिन अब वो खुद फोकस कर के , सीधे मुंह में ,...
कल जो हम लोगो ने यूरो किंक वाली पिक्चर देखी थी , कुछ नहीं थी इसके आगे।
मेरी ननद ऐसी हॉट टीनेजर तो किसी ब्ल्यू फिल्म में हम लोगों ने आज तक नहीं देखा था
और जैसे ही वो लोग ख़तम हुए ,
मैंने कहा था न गुड्डी और रीनू एकदम जैसे सात जनम की भाभी ननद हों ,...
रीनू से गुड्डी ने कहा , हलके से , ... भौजी जरा इन मर्दों को भी तो अच्छी तरह से , ... स्वाद चखा दें ,
बस रीनू ने धक्का देकर इन्हे वहीँ बाथरूम के फ्लोर पर और बारी बारी से तीन लड़कों पर हम तीनो ने ,...
गुड्डी और रीनू इनके ऊपर
गुड़ी और मैं कमल और अजय जीजू के ऊपर ,.... और उसके बाद सफाई नहाना धोना ,
साथ में मस्ती ,
ये गलत हो गया बाथरूम वाला सीन पहले उनकी बहन का उनके साथ होना चाहिये था. मगर कमल जीजू को दे दिया. चलो उनकी तो रखेल है. पुराना बचपन का माल. बाथरूम सेक्स जबरदस्त क्रिएट किया माझा ही आ गया.शावर में गुड्डी का पिछवाड़ा
गुड्डी को अपनी जाँघों पर लिटाकर , पेट के बल वो मेरे पैरों पर , उसके नितम्बों पर साबुन लगा रहा थी।
परफेक्ट बबल बॉटम, खूब गोरे लौंडा मार्का हिप्स , साबुन के झाग से भरे , और फिर पिछवाड़े की दरार , अब एक हल्का सा सुराख वहां दिखने लगा था , पिछले ३६ घंटे में दर्जन भर से ऊपर वहां मूसल चल चुका था , छह सात बार तो उसके भइया ही उसकी गांड मार चुके थे ,.
अपनी तर्जनी में खूब साबुन का झाग लगा के , हलके हलके धीरे धीरे मैं अपनी तर्जनी गोल गोल घुमाते हुए वहां धकेली , पूरे तीन पोर तक अंदर , फिर एक पोर बाहर निकाल कर एक झटके में फिर से पूरी ऊँगली अंदर ,
कमल जीजू की ललचायी निगाह उस टीनेजर के ब्वाइश चूतड़ पपर चिपकी ,
नदीदे , मैं मन ही मन मुस्करायी , सच में पिछवाड़े के असली रसिया , ....
" क्यों जीजू चाहिए , ... "
प्यार से अपनी ननद के गोल गोल बॉटम थपथपाते मैं बोली ,
" नेकी और पूछपूछ ,... " वो बोले और जोड़ा उन्होंने 'सेक्स इन शावर से हॉट क्या होगा , स्साली जी। "
बस अगले पल गुड्डी शावर के नीचे निहुरि और उसके पीछे कमल जीजू का खूंटा घुसा ,
और क्या गाँड़ मरौव्वल हुयी शावर के नीचे, कमल जीजू के गाँड़ मारने की मैं क्या, कई सौ दीवाने थे, लौंडे भी, लौंडिया भी, जिसके इसके पिछवाड़े उनका खूंटा एक बार घुसा वो अगला बार खुद जीजू को देख के निहुर के गाँड़ चियार के तैयार रहता था, लम्बा मोटा तो था उनका मूसल लेकिन जिस तरह से रगड़ रगड़ के, जितना दर्द होता था उतना ही मजा आता था, लेकिन उनसे ज्यादा रीनू की चेली, इनकी बहन कम रखेल ज्यादा, बचपन का माल वो जिस तरह से कभी जीजू को देख, मुड़ के जोर से सिसकती, कभी दांतो से होंठ काट लेती उन्हें दिखा के, कभी अपने छोटे छोटे चूतड़ मटकाती तो कभी पूरी ताकत में कमल जीजू का मोटा लंड निचोड़ लेती, कमल जीजू एकदम पागल,
" ले स्साली ले, घोंट मेरा लौंड़ा, आज तेरी गाँड़ का भोंसड़ा न बना दिया तो, "
पर गुड्डी तो आग में घी डालने में उस्ताद हो गयी थी, मुड़ के कमल जीजू को देख के मुस्करा के आँख मारती हुयी बोली,
" तो बना दीजिये न, मैं कौन मना करने वाली, लेकिन आप को लगता है भोंसडे की बहुत याद आ रही है, बहुत पसंद है भोंसड़ा, किसका , अपनी महतारी का की, चाची का, की बुआ का या मौसी की, महतारी का होगा, वही भोंसड़ी वाली, "
लेकिन गुड्डी की बात पूरी भी नहीं हुयी थी की कमल जीजू ने वो जोरदार धक्का,
पता नहीं क्या बात थी मेरे और मेरी बहनों के ससुराल के सारे मरद महतारी के भोंसडे का नाम सुन के एकदम बौराये सांड हो जाते थे , सब के सब बचपन में अपनी महतारी की ब्रा में, उसके भोंसडे को याद कर के मुट्ठ मारते होंगे और पानी छोड़ के आते होंगे, इनका तो इनकी महतारी ने खुद बताया था,
और कमल जीजू के धक्के का डबल असर हुआ,
एक तो गुड्डी की जोर से चीख निकल गयी और दुसरे ये दोनों लड़के भी दीवाने हो गए, ये अपनी साली के पिछवाड़े के पीछे और अजय मेरे पिछवाड़े के
हम दोनों बहने भी नहीं बचीं , अजय ने मुझे निहुरायाऔर इन्होने अपनी साली को ,
हम तीनो की गांड साथ साथ , शावर में , ...
लेकिन गुड्डी बदमाशी की पुतली ,
आधे घंटे तक पूरी ताकत से कमल जीजू से गांड मरवाने पर भी उसकी शरारत ख़तम नहीं हुयी। हम लोग एक बार फिर से नहा धो रहे थे ,ये और अजय साथ साथ ,
बस गुड्डी ने हैंड शावर का नोजल
सीधे अपने भइया के खुले सुपाड़े पर , तेज तीखी धार और वो नार सीधे पी होल पर अपने भैया के , नतीजा तुरंत सामने आया , खूंटा एकदम खड़ा , ...
लेकिन वो शैतान इतने पर भी नहीं मानी , नोजल अपने भइया के पिछवाड़े के छेद पर भी
और वही नोजल अजय के खूंटे पर भी ,
बस दोनों ने पकड़ कर उसे एक बार फिर से निहुरा लिया , पहले अजय ने शावर में उसकी गांड मारी ,
फिर इन्होने।
हाँ यह कहने की बात नहीं है की नहाने से निकलने के तुरंत बाद , रीनू ने अपनी ननद के पिछवाड़े बट्ट प्लग ठोंक दिया। मेरी बहिनिया बड़ी चालाक, मतलब मेरे मर्द की बहिनिया की गाँड़ तीन तीन मर्दों से मरवाने के बाद जितनी फैली है उतनी ही फैली रहे, फिर से सिकुड़े नहीं
जब तक उन लोगों ने कपडे बदले , गुड्डी और रीनू ने सिर्फ बाथरोब पहने पहले ब्रेकफास्ट टेबल सेट कर दी ,
लेकिन कमल जीजू ने कुछ बोल दिया और गुड्डी का मुंह लटक गया ,
उन्होने कल बताया था की उनके एक दोस्त ने स्पा खोला हैं यहाँ ओनली मेल स्पा , सोना , स्टीम , जाक्युजी , जिम सब कुछ है वहां , तो उसने बहुत रिक्वेस्ट की है इसलिए थोड़ी देर के लिए और ये और अजय भी साथ साथ
( मुझे और रीनू को तो असली मकसद मालूम ही था , ....और मुझसे तो उन्होंने प्रॉमिस किया भी की वो जाने के पहले इनका जेंडर डिस्क्रिमिनेशन ख़तम करा देंगे , वो भी उनके और अजय की तरह लौंडो की नेकर सरका कर , निहुरा कर , ... )
गुड्डी गरम गरम आमलेट सेंक रही थी , लेकिन उसका मुंह उसका इन लोगों की तीन चार घंटे के लिए बाहर जाने की बात सुन कर अभी भी ,...
रीनू उसे चिढ़ा रही थी ,
" यार अभी भी , तीन लोगों ने तेरी गांड मारी , फिर भी तेरा मन नहीं भरा , ... "
गुड्डी उसी तरह मुंह बना के बोली ,
" दिल तो बच्चा है जी , दिल कभी भरा है ,... बस ये दिल मांगे मोर"
तबतक मैंने भी एंट्री ले ली ,
अपनी ननद की उदासी हमसे नहीं देखी जा रही थी , उसका गाल चूमते मैं बोली
" यार आ जाएंगे तीन चार घंटे में ये सब , और जानती हो मेरी सास ने मुझे क्या समझाया था "
" क्या " गुड्डी और रीनू साथ साथ बोले
" बहु ,लोटा और मरद बाहर ही मँजते हैं , ... दिसा मैदान के बाद सुबह सुबह गांव में जो लोग लौटते हैं न अपना लोटा , जिसमें वो पानी ले जाते है ,बाहर ही मांजते हैं , उसी तरह मरद , बाहर जितना भी प्रैक्टिस कर ले , जितने तरह से ,... लौटेगा तो घर में ही तो उसका फायदा भी ,... "
अब गुड्डी मुस्करायी और मैंने उसे फिर चूम लिया।
थोड़ी देर में हम सब ब्रंच ख़तम कर रहे थे. जाने के पहले , कमल जीजू ने प्रॉमिस किया ,... चार घंटे के अंदर ,...लेकिन हम सब दोनों बहनों को मालूम था की शाम के पहले ये तीनो मरद नहीं लौटने वाले, और रीनू मुझे देख के मुस्करा रही थी मतलब, शाम तक गुड्डी बाई सिर्फ हम दोनों बहनों के हवाले, किंक, खिलौने और भी
और लड़कों ने मिलकर न सिर्फ टेबल साफ़ करवाई बल्कि किचेन भी समेट दिया ,
उन के जाने के बाद मैं दरवाजा बंद कर के आयी तो बैडरूम में रीनू ने गुड्डी के सामने खिलौने के सारे डिब्बे खोल दिए थे , सब खिलौने पलंग पर बिखरे थे।
ये गलत हो गया बाथरूम वाला सीन पहले उनकी बहन का उनके साथ होना चाहिये था. मगर कमल जीजू को दे दिया. चलो उनकी तो रखेल है. पुराना बचपन का माल. बाथरूम सेक्स जबरदस्त क्रिएट किया माझा ही आ गया.शावर में गुड्डी का पिछवाड़ा
गुड्डी को अपनी जाँघों पर लिटाकर , पेट के बल वो मेरे पैरों पर , उसके नितम्बों पर साबुन लगा रहा थी।
परफेक्ट बबल बॉटम, खूब गोरे लौंडा मार्का हिप्स , साबुन के झाग से भरे , और फिर पिछवाड़े की दरार , अब एक हल्का सा सुराख वहां दिखने लगा था , पिछले ३६ घंटे में दर्जन भर से ऊपर वहां मूसल चल चुका था , छह सात बार तो उसके भइया ही उसकी गांड मार चुके थे ,.
अपनी तर्जनी में खूब साबुन का झाग लगा के , हलके हलके धीरे धीरे मैं अपनी तर्जनी गोल गोल घुमाते हुए वहां धकेली , पूरे तीन पोर तक अंदर , फिर एक पोर बाहर निकाल कर एक झटके में फिर से पूरी ऊँगली अंदर ,
कमल जीजू की ललचायी निगाह उस टीनेजर के ब्वाइश चूतड़ पपर चिपकी ,
नदीदे , मैं मन ही मन मुस्करायी , सच में पिछवाड़े के असली रसिया , ....
" क्यों जीजू चाहिए , ... "
प्यार से अपनी ननद के गोल गोल बॉटम थपथपाते मैं बोली ,
" नेकी और पूछपूछ ,... " वो बोले और जोड़ा उन्होंने 'सेक्स इन शावर से हॉट क्या होगा , स्साली जी। "
बस अगले पल गुड्डी शावर के नीचे निहुरि और उसके पीछे कमल जीजू का खूंटा घुसा ,
और क्या गाँड़ मरौव्वल हुयी शावर के नीचे, कमल जीजू के गाँड़ मारने की मैं क्या, कई सौ दीवाने थे, लौंडे भी, लौंडिया भी, जिसके इसके पिछवाड़े उनका खूंटा एक बार घुसा वो अगला बार खुद जीजू को देख के निहुर के गाँड़ चियार के तैयार रहता था, लम्बा मोटा तो था उनका मूसल लेकिन जिस तरह से रगड़ रगड़ के, जितना दर्द होता था उतना ही मजा आता था, लेकिन उनसे ज्यादा रीनू की चेली, इनकी बहन कम रखेल ज्यादा, बचपन का माल वो जिस तरह से कभी जीजू को देख, मुड़ के जोर से सिसकती, कभी दांतो से होंठ काट लेती उन्हें दिखा के, कभी अपने छोटे छोटे चूतड़ मटकाती तो कभी पूरी ताकत में कमल जीजू का मोटा लंड निचोड़ लेती, कमल जीजू एकदम पागल,
" ले स्साली ले, घोंट मेरा लौंड़ा, आज तेरी गाँड़ का भोंसड़ा न बना दिया तो, "
पर गुड्डी तो आग में घी डालने में उस्ताद हो गयी थी, मुड़ के कमल जीजू को देख के मुस्करा के आँख मारती हुयी बोली,
" तो बना दीजिये न, मैं कौन मना करने वाली, लेकिन आप को लगता है भोंसडे की बहुत याद आ रही है, बहुत पसंद है भोंसड़ा, किसका , अपनी महतारी का की, चाची का, की बुआ का या मौसी की, महतारी का होगा, वही भोंसड़ी वाली, "
लेकिन गुड्डी की बात पूरी भी नहीं हुयी थी की कमल जीजू ने वो जोरदार धक्का,
पता नहीं क्या बात थी मेरे और मेरी बहनों के ससुराल के सारे मरद महतारी के भोंसडे का नाम सुन के एकदम बौराये सांड हो जाते थे , सब के सब बचपन में अपनी महतारी की ब्रा में, उसके भोंसडे को याद कर के मुट्ठ मारते होंगे और पानी छोड़ के आते होंगे, इनका तो इनकी महतारी ने खुद बताया था,
और कमल जीजू के धक्के का डबल असर हुआ,
एक तो गुड्डी की जोर से चीख निकल गयी और दुसरे ये दोनों लड़के भी दीवाने हो गए, ये अपनी साली के पिछवाड़े के पीछे और अजय मेरे पिछवाड़े के
हम दोनों बहने भी नहीं बचीं , अजय ने मुझे निहुरायाऔर इन्होने अपनी साली को ,
हम तीनो की गांड साथ साथ , शावर में , ...
लेकिन गुड्डी बदमाशी की पुतली ,
आधे घंटे तक पूरी ताकत से कमल जीजू से गांड मरवाने पर भी उसकी शरारत ख़तम नहीं हुयी। हम लोग एक बार फिर से नहा धो रहे थे ,ये और अजय साथ साथ ,
बस गुड्डी ने हैंड शावर का नोजल
सीधे अपने भइया के खुले सुपाड़े पर , तेज तीखी धार और वो नार सीधे पी होल पर अपने भैया के , नतीजा तुरंत सामने आया , खूंटा एकदम खड़ा , ...
लेकिन वो शैतान इतने पर भी नहीं मानी , नोजल अपने भइया के पिछवाड़े के छेद पर भी
और वही नोजल अजय के खूंटे पर भी ,
बस दोनों ने पकड़ कर उसे एक बार फिर से निहुरा लिया , पहले अजय ने शावर में उसकी गांड मारी ,
फिर इन्होने।
हाँ यह कहने की बात नहीं है की नहाने से निकलने के तुरंत बाद , रीनू ने अपनी ननद के पिछवाड़े बट्ट प्लग ठोंक दिया। मेरी बहिनिया बड़ी चालाक, मतलब मेरे मर्द की बहिनिया की गाँड़ तीन तीन मर्दों से मरवाने के बाद जितनी फैली है उतनी ही फैली रहे, फिर से सिकुड़े नहीं
जब तक उन लोगों ने कपडे बदले , गुड्डी और रीनू ने सिर्फ बाथरोब पहने पहले ब्रेकफास्ट टेबल सेट कर दी ,
लेकिन कमल जीजू ने कुछ बोल दिया और गुड्डी का मुंह लटक गया ,
उन्होने कल बताया था की उनके एक दोस्त ने स्पा खोला हैं यहाँ ओनली मेल स्पा , सोना , स्टीम , जाक्युजी , जिम सब कुछ है वहां , तो उसने बहुत रिक्वेस्ट की है इसलिए थोड़ी देर के लिए और ये और अजय भी साथ साथ
( मुझे और रीनू को तो असली मकसद मालूम ही था , ....और मुझसे तो उन्होंने प्रॉमिस किया भी की वो जाने के पहले इनका जेंडर डिस्क्रिमिनेशन ख़तम करा देंगे , वो भी उनके और अजय की तरह लौंडो की नेकर सरका कर , निहुरा कर , ... )
गुड्डी गरम गरम आमलेट सेंक रही थी , लेकिन उसका मुंह उसका इन लोगों की तीन चार घंटे के लिए बाहर जाने की बात सुन कर अभी भी ,...
रीनू उसे चिढ़ा रही थी ,
" यार अभी भी , तीन लोगों ने तेरी गांड मारी , फिर भी तेरा मन नहीं भरा , ... "
गुड्डी उसी तरह मुंह बना के बोली ,
" दिल तो बच्चा है जी , दिल कभी भरा है ,... बस ये दिल मांगे मोर"
तबतक मैंने भी एंट्री ले ली ,
अपनी ननद की उदासी हमसे नहीं देखी जा रही थी , उसका गाल चूमते मैं बोली
" यार आ जाएंगे तीन चार घंटे में ये सब , और जानती हो मेरी सास ने मुझे क्या समझाया था "
" क्या " गुड्डी और रीनू साथ साथ बोले
" बहु ,लोटा और मरद बाहर ही मँजते हैं , ... दिसा मैदान के बाद सुबह सुबह गांव में जो लोग लौटते हैं न अपना लोटा , जिसमें वो पानी ले जाते है ,बाहर ही मांजते हैं , उसी तरह मरद , बाहर जितना भी प्रैक्टिस कर ले , जितने तरह से ,... लौटेगा तो घर में ही तो उसका फायदा भी ,... "
अब गुड्डी मुस्करायी और मैंने उसे फिर चूम लिया।
थोड़ी देर में हम सब ब्रंच ख़तम कर रहे थे. जाने के पहले , कमल जीजू ने प्रॉमिस किया ,... चार घंटे के अंदर ,...लेकिन हम सब दोनों बहनों को मालूम था की शाम के पहले ये तीनो मरद नहीं लौटने वाले, और रीनू मुझे देख के मुस्करा रही थी मतलब, शाम तक गुड्डी बाई सिर्फ हम दोनों बहनों के हवाले, किंक, खिलौने और भी
और लड़कों ने मिलकर न सिर्फ टेबल साफ़ करवाई बल्कि किचेन भी समेट दिया ,
उन के जाने के बाद मैं दरवाजा बंद कर के आयी तो बैडरूम में रीनू ने गुड्डी के सामने खिलौने के सारे डिब्बे खोल दिए थे , सब खिलौने पलंग पर बिखरे थे।
Didi mera naam divya rina tripaathi hai main varanasi se huमिसेज मोइत्रा के रसगुल्ले
रसगुल्ले।
और उठाते ही मैं चालू हो गयी , क्यों जाते ही दीदी की याद भूल गयी जाते ही ,
बड़ी वाली थी फोन पर , ...
" क्या दीदी यहाँ इतनी बोर हो रही हूँ मैं ,... और आप को कैसे भूल सकती हूँ मैं ,.. " वो बोली।
" और जीजू की , " मैंने छेड़ा।
" दीदी , आप दोनों की आ रही है लेकिन सच्ची बोलूं तो जीजू की थोड़ी ज्यादा। " पीछे से छुटकी बोली।
" और तेरी चुनमुनिया को ,... " मैं क्यों छोड़ती।
दोनों खिलखिलाने लगीं एकदम टीनेजर की तरह , जैसे फुलझडी छूटी हो। बोली, छोटी ही
" दीदी , खून के आंसू रो रही है वो तो ,.. एकदम मुंह सुजा के बैठी है। "
मैंने चैन की सांस ली , तो पीरियड्स शुरू हो गए दोनों के , अब कुछ गड़बड़ सड़बड़ नहीं हो सकता , लेकिन असली बात ,
" उन को बता दो की जब यहाँ लौटेंगी तो एकदम खूनखच्चर हो जाएगा , उनके जीजू बैठे हैं इतंजार में फाड़ने के। "
" अरे दी , इत्ता खून बह रहा है , तो दो चार बूँद खून और बह जाएगा ,... " बड़ी वाली भी अब लाइन पर आगयी थी।
" कब होगा वो खून खच्चर , ... " ठंडी साँस भरते हुए बड़ी अदा से छुटकी बोली।
" बस अब पांच छह दिन रह गए हैं , लेकिन ये बता वो पिल्स तुम दोनों ने ,... "
मैं असली मुद्दे पर आयी , कंडोम तो ये लगाने वाले नहीं थे , फिर दोनों के सेफ पीरियड भी रहते , लेकिन पिल्स होने पर खतरे की कोई बात नहीं थी।
" हाँ दी " दोनों ने एक साथ हामी भरी और असली मुद्दे पर आयीं ,..
" दी जबतक नहीं मिलता कोई फ़ोटो , फिल्ल्म वही देख कर , ... "
एकदम और मैंने इनकी दो चार ब्लो जॉब की
और एक निहुराने वाली लम्बी , दोनों को भेज दी।
दोनों उड़न छू हो गयीं ,
फिर मुझे एक शरारत सूझी , अब तो ये एकदम पिछवाड़े के दीवाने हो गए थे , गुड्डी की तो इन्होने तीन बार और रीनू की भी खूब हचक कर ,... बस वो गुदा मंथन वाली एक मिसेज मोइत्रा को भी ,... साथ में कमेंट , ... देख लीजिये अपने दामाद की हरकत
और सास के पिछवाड़े के तो वो दीवाने हैं बचेगा नहीं।
मिसेज मोइत्रा भी न ,
दो मिनट के अंदर उनका कमेंट आगया , किस वाली स्माईलिज , थम्स अप कम से कम १० और कमेंट ,
देख लुंगी दामाद को , और फिर क्या करना है बचा कर।
हँसते हँसते मैं किचेन के अंदर घुसी , दस से ऊपर हो रहा था ,