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जोरू का गुलाम भाग २४२, 'कीड़े' और 'कीड़े पकड़ने की मशीन, पृष्ठ १४९१
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लेकिन हर एपिसोड को वहीँ खत्म करती हैं... जहाँ अगले एपिसोड की उत्सुकता और बढ़ जाए....Gajab hai story maza agaya sagi me ye ek thriler story banti ja rahi hai
सही कहा .. कोमल जी के यहाँ देर है... अंधेर नहीं....AAyegi aayegi vo bhi aayegi , der hai andher nahi
आमीन....yhi to parmaarth hai aur is ki duaayen bhi milati hain![]()
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वाह कोमल मैमइनकी मुंहबोली साली, मेरी सहेली, सुजाता
लेकिन वो सब बातें बाद में हुयी पहले तो सुजाता ने इन्हे दस गालियां सुनायें, साली कौन जो गाली न दे,... फिर ये जबतक झिझके इन्हे पकड़ के दबोच लिया।
कुछ देर में ही हम दोनों सहेलियां किचेन में थीं।
और वो कीड़ा पकड़क यंत्र से सुजाता के घर के इंच इंच पर चेक कर रहे थे, कोई कीड़ा नहीं मिला।
और उन्होंने संतोष की सांस ली।
अब उस फोन कम कीड़ा पकडक से जो डाटा फ़ूड ट्रक, गाजर वाले का था वो सब ट्रांसमिट कर दिया। उन्हें भी नहीं मालूम था की डाटा कहाँ गया लेकिन सेकेंडो में सारी फाइलें गायब हो गयीं, अब कोई उस यंत्र को मिक्सी में डाल के भी निचोड़ दे तो एक डाटा नहीं मिलने वाला था।
बीच में मैं निकली तो उन्होंने इशारे से बता दिया की सुजाता के यहाँ अभी तक तो मामला सेफ है फिर मैंने उन्हें जो मेरे शक थे सब बता दिए, कीड़े कैसे लगे, फ़ूड ट्रक वाले ने कैसे गुड्डी का नंबर पता लगा लिया या गाजर वाले के यहाँ अनजाने में गीता के मुंह से निकल गया की वो घर पर नहीं है।
लेकिन वो जरा भी परेशान नहीं थे. बात सही थी अब हमारे हाथ में था की हम क्या इन्फो उन कीड़ो के जरिये पहुँचाना चाहते हैं दूसरे जितना ज्यादा हम ' ऐक्टिव ' रहेंगे, घर से डाटा निकल के गाजर वाले के पास, या फ़ूड ट्रक में पहुंचेगा और वहां से सेटलाइट, उस डाटा के जरिये आगे ट्रेस करना आसान होगा,. ...
खाना लग गया था, और खाना खाते हुए हम लोग अंत्याक्षरी भी खेल रहे थे, मैं और सुजाता एक तरफ ये अकेले।
लेकिन मेरी चमकी कहीं मम्मी का फोन मेरे फोन पर आ गया या इनके फोन पर और इनके मिशन के बारे में कुछ पूछ लिया या यही की कब आये, दूसरी बात की अगर मैं अपने फोन से मम्मी को कोई ऐसा वैसा मेसज करूँ और मेरा फोन तो कीड़े वाले ने हैक ही कर लिया है तो उन सब को भी पता चल जाएगा की मैं मम्मी को आगाह कर रही हूँ, ... तो मैंने सुजाता के फोन से मम्मी को ये मेसेज किया,
' मम्मी मैं सुजाता के यहाँ आपके दामाद के साथ अंत्याक्षरी खेल रही हूँ,मैं और सुजाता एक साथ धीरे धीरे बोल कोई सुन ना ले की अगली लाइन क्या है जल्दी से मेसेज करिये। "
मम्मी का जवाब आ गया और वो समझ भी गयीं की उन्हें मेरे और अपने दामाद से सम्हल के बातें करनी है। लेकिन फिर उनका एक और मेसेज आया की वो अपनी समधिन के साथ सवा नौ बजे वीडियो काल करेंगी, तब तक हम लोग घर पहुँच जाये।
हम दोनों नौ बजे ही घर पहुँच गए. फ़ूड ट्रक के आगे सन्नाटा था, लेकिन एक आदमी अभी भी विंडो पर था। सब्जी वाले ने ठेला तो बंद कर दिया था पर वही पास में लेटा था।
सवा नौ बजे मम्मी का फोन आया और फिर उन्होंने अपनी समधन को भी जोड़ लिया
आगे की कुछ बातें यही बताएंगे,