Pandit Raj
Active Member
- 558
- 1,128
- 123
Guddi ko Le Aaye Hain Apne haram mein Ab Dekho use Nadan bacche ko yah क्या-क्या sikhate aur Karate Hainजोरू का गुलाम भाग १५७
भैया के साथ पहली रात
स्ट्रीट लाइट हम लोगों के घर से थोड़ी दूर थी ,इसलिए गेट पर झुटपुटा अँधेरा ही रहता था।
"पर भाभी ,मेरे कपडे ,... " वो बिचारी परेशान हो रही थी।
वो भाभी कौन जो ननद को परेशान न करे ,..
" अच्छा चल आ , दे दूंगी यार ,... अब ये तो तुझे भी नहीं आते , मेरे किस काम के ,... " मैंने छेड़ा फिर हड़काया
" देख मैं अंदर जा रही हूँ , तीन तक गिनती गिनूँगी , आना हो तो आओ ,... कार रात भर वही खड़ी रहेगी , और तुम जानती हो ,पीछे वाला दरवाजा ठीक से बंद भी नहीं होता तो रात में कहीं आस पास के लौंडे ,... "
और दो तक ही गिन के मैं घर की ओर बढ़ गयी ,
और वो ,... जब तक मैं दरवाजे पर पहुंची उसके पहले ही कार का दरवाजा खोल के उनकी बहना ,वैसे ही ,बर्थडे सूट में ,... लान पार करते ,दरवाजे पर
तभी वो सामान ले कर बाहर निकले ,... और मैंने उन्हें इशारा किया
" अरे तेरा माल देख चुदवाने के लिए कितना बेताब है , मैं लाख कहा कपडे पहन ले , पर बोली भैया तो अभी उतार देंगे ही। "
और फिर उनसे बोली ,अरे यार मेरी ननद और तेरा माल पहली बार हमारे घर में ऐसे थोड़ी ही ,...घर की चौखट ,...
और इशारा समझ कर उन्होंने अपनी ममेरी बहन को गोद में उठा लिया और ऐसे
वो हमारे घर की चौखट पार कर के अंदर।
……मुश्किल से दो साल हुए थे जब मैंने इनके मायके की चौखट पार की थी ,
ननद ,जेठानी ,सास ,...
यह मत करो ,वह मत करो
और आज गुड्डी ने इस घर की चौखट पार कर ली।
जिस तरह से मैं चाहती थी ,एकदम उसी तरह से ,
और जिसकी गोद में ,मैं चाहती थी ,उसी की गोद में।
मेरे बिना कुछ कहे उसे पता चल गया होगा की यहां कौन क्या तय करता है ,और अब बस उसे वही ,...
असली बात तो ये ही की ये कहना न पड़े की क्या करो ,क्या न करो और अगला खुद वही करे ,...
आगे आगे वो अपनी ममेरी किशोर कुँवारी बहन को गोद में उठाये ,
और पीछे पीछे मैं ,गुड्डी की ब्रा ,पैंटी ,स्कर्ट ,टॉप ,मेर हाथ में ,
और गुड्डी अपनी भैया की गोद में स्कूल के साक्स और शूज पहने ,
सिर्फ।
……………….
बेडरूम में पहुंचते ही उन्होंने अपनी बहना को मेरे डबल बेड पर धम्म से , ....
नहीं नहीं बड़े प्यार से , उनकी निगाहें अभी भी अपनी बहन की कच्ची अमिया को दुलरा रही थीं ,
कड़े कड़े टेनिस बाल साइज के बूब्स ,
पर वो अपने काम पर लग गए और मैं अपने।
सारे सामान एक एक करके अनपैक करके वो वार्डरोब में लगा रहे थे , और मैं पलंग पर बैठी ,... बगल के सिगरेट केस से मैंने एक सिगरेट सुलगा लिया और अपने होंठों के बीच ,
गोल गोल छल्ले , .. मैं गुड्डी के ठीक बगल में बैठी थी , और छल्ले सीधे पहले तो गुड्डी के चेहरे पर और फिर दोनों खुले पूरी तरह एक्सपोज्ड जोबन पर ,
" चल मैं भी कपडे उतार देती हूँ ,वरना तू कहेगी , ... चल तबतक तू सुट्टा मार ,.. "
और जबतक वो कुछ कहती सिगरेट मैंने गुड्डी के होंठ के बीच खोंस दी।
मेरी रिप्ड जींस और क्रॉप्ड टॉप उछाल के मैंने सीधे उनकी ओर ,
" प्लीज ,जरा इसको भी ,.. और हाँ गुड्डी की स्कर्ट ब्लाउज भी ,... नहीं नहीं ब्रा पैंटी नहीं ,.. "
और गुड्डी के भैय्या , अब पहले मेरे , फिर गुड्डी के कपडे अरेंज करके वार्डरोब में ,
Lag raha hai ki yah gudde ko Apne Jethani Se bhi bado Randi Banakar rahenge....तेरी रखैल और मेरी ,..
" प्लीज ,जरा इसको भी ,.. और हाँ गुड्डी की स्कर्ट ब्लाउज भी ,... नहीं नहीं ब्रा पैंटी नहीं ,"
और गुड्डी के भैय्या , अब पहले फिर गुड्डी के कपडे अरेंज करके वार्डरोब में ,
………………………..
और मेरी उँगलियाँ गुड्डी के जोबन सहलाती , कभी निपल को पिंच करती ,
( यह बात पहले ही तय हो गयी थी इस मस्त कन्या को हम दोनों मिलके भोगेंगे )
" हे एक सुट्टा चलेगा ," मैंने वहीँ से सवाल उछाल दिया।
" एकदम " वार्डरोब का काम ख़तम करते वो बोले ,
मैंने गुड्डी के होंठों से सिगरेट निकाल कर सीधे उनके होंठों में लगा दिया ,
" तेरे माल के ,ममेरी बहन के होंठों से लगा हुआ था डबल नशा होगा ले ले ,.. " और अब वार्डरोब के सामने खड़ी होकर मैं मुआयना कर रही थी।
एक लाइट पिंक आलमोस्ट शीयर बेबी डाल ड्रेस निकाल कर मैंने गुड्डी की ओर उछाल दी , सब कुछ दिखता है वाली ड्रेस थी।
पर अब गुड्डी रानी के छिपाने के दिन ख़तम हो गए थे ,अब सिर्फ दिखाने वाले ही दिन आ गए थे।
और वैसी ही एक ड्रेस और निकाल के खुद भी ,
लेकिन अभी भी वो वही ड्रेस पहने ,.. गुड्डी की ओर ललचायी नज़रों से ,...
मेरी आँखों ने उन्हें घुड़का और धक्का देकर उन्हें पलंग पर लिटा दिया ,उनकी ममेरी बहन के ठीक बगल में
और अब उनके कपडे उतरने की बारी थी ,
बिना कहे गुड्डी ने मेरा साथ दिया और वो सिर्फ एक छोटी सी फ्रेंची में ,
और मैंने गुड्डी को ढेर सारे काम पकड़ा दिए ,कम से कम २५ मिनट
हम लोग कुछ इनकी भौजी के बनाये मटन कबाब लाये थे ,उसे बस ओवन में गरम करना ,ब्रेड टोस्ट करना , आमलेट ,
और पास ही में बार है , बस वहीं से व्हिस्की की बॉटल ,उसके पहले तीन ग्लास फ्रिज में ठंडा करने को और एक बकेट में आइस ,...
हाँ व्हिस्की की बंद बॉटल , मिडल शेल्फ पर ब्लैक डॉग की रखी है , वही ,...
गुड्डी कुछ बोलती उसके पहले मैंने उसे समझाया ,
" अरे यार अगर गाड़ी चलानी है तो उसमे डीजल तो भरना ही होगा ,और कल रात तेरी बड़की भौजी ने ,और चलने के पहले तेरी सहेली ने इनकी मलाई ,... "
" एकदम भाभी ,.. अभी लाती हूँ। " मुस्करा के गुड्डी ने हामी भरी।
कम से कम २५ मिनट तो उसे लगना ही था ,लेकिन उसके निकलने के पहले मैंने गुड्डी को उसके स्कूल वाले जूते की ओर इशारा किया और अपने साजन को भी ,
गुड्डी ने सुबह अपनी हाईस्कूल वाली यूनिफार्म के साथ पहने सफ़ेद जूते खोले और मेरे सैंया ने उसके लिए खास तौर से खरीदी
५ इंच वाली स्लट हाईहील निकाल के दे दी ,बल्कि पहना भी दी ,आखिर उनका फेवरिट बचपन का माल जो था।
बेबी डाल वाली ड्रेस मुश्किल से उसके ब्याइश चूतड़ों को ढके थे , अंदर ब्रा पैंटी का सवाल ही नहीं था, और ऊपर से अब ये स्लट हील,
उनका खूंटा खड़ा होगया ,
गुड्डी कमरे से निकलने वाली ही थी की मैंने उनके उसकी ओर इशारा किया ,
सच में पक्की पैदायशी स्लट थी ,
झुक के अपने भैय्या के ढंके छिपे बौराये खूंटे पर फ्रेंची के ऊपर से उसने चुम्मी ली , एक दो नहीं पूरी चार ,
और उसकी निगाहें साथ में , अपनी भैय्या की आँखों में देखती ,उन्हें छेड़ती उकसाती ,
और चलने के पहले उसने कैद शेर को आजाद कर दिया ,बस थोड़ा सा ,
उनकी फ्रेंची ज़रा सा सरका दिया और मोटा पगलाया खूंटा झट से बाहर ,
और दरवाजे से निकलने के पहले वो स्लट टीनेजर ज़रा सा रुक गयी , उनके मोटे सुपाड़े पर उसने एक फ़्लाइंग किस चिपका दी।
और मैंने उनके होंठो पर , और पूछ भी लिया ,
बोल रज्जा कैसी लगी तेरी रखैल और मेरी ,..
मैंने हलके से बोला था लेकिन शायद उनकी ममेरी बहन ने सुन भी लिया हो ,
सुन लिया हो तो हो ,..
मैं उसे सिर्फ यहां चोदने चुदवाने थोड़े ही लायी थी , अब तो उसे इनकी परफेक्ट रखैल बन के रखना था , और वो भी छिप छिपा के नहीं एकदम खुलेआम ,
घर का काम् भी ,... वरना ये काम या तो ये करते या मैं ,.. जो काम करने मैंने उसे भेजा था ,
और फिर बाकी काम ,कल गीता आएगी न सुबह शाम ,... उसने मेरे बिना कहे ये जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली थी , सब कुछ सीखा देगी ,
' वो सब ' तो वो सिखाएगी ही उसके साथ घर के काम भी , झाड़ू पोछा बरतन तक ,...
गुड्डी ने रखैल सुना हो न सूना हो लेकिन स्काइप से जो आवाज आयी ,ऊपर लगे ५५ इंच के स्मार्ट टीवी से ,... वो जरूर सुना होगा ,
" क्यों ले आये बहना अपनी चोदने के लिए , स्साले बहनचोद। "
SAS Ne To Bina land ke hi Damad ki gand faad ke rakh Di Hai aur dhamki Ke Naam per Kacchi Kali ko Le Jaane Ki baat kar rahi hai ab dekho Damad क्या-क्या karta haiइनकी सास
गुड्डी ने रखैल सुना हो न सूना हो लेकिन स्काइप से जो आवाज आयी ,ऊपर लगे ५५ इंच के स्मार्ट टीवी से ,... वो जरूर सुना होगा ,
" क्यों ले आये बहना अपनी चोदने के लिए , स्साले बहनचोद। "
………………..
और कौन मम्मी मेरी
और मम्मी को देखती ही इनकी बांछे खिल गयी।
इनके चेहरे की खुशी देखते ही बनती थी, मम्मी ने मुस्कराकर पूछा ,
" ले आये ,अपनी ममेरी बहन को चोदने , फाड़नी है उसकी कच्ची चूत,... "
मारे ख़ुशी के उनके बोल नहीं फूट रहे थे। मुश्किल से किसी तरह हाँ बोल पाए।
और जब मम्मी ने मना कर दिया , तो बस ऐसा इनका मुंह लटक गया की ,...
मैंने किसी तरह अपनी हंसी रोकी।
" आज नहीं चोदने को मिलेगी ,... अरे थोड़ा आराम कर लो ,ताकत इकट्ठी कर लो ,कच्ची चूत फाड़नी है ,वो भी ऐसे की ,... पांच गाँव तक छिनार की चीख सुनाई पड़े। रो रो कर बुरा हाल कर दे , ... एकदम सूखी , न वैसलीन न क्रीम ,... तेरी माँ का भोंसड़ा है नहीं की जब जिसने चाहा टांग उठा के पेल दिया , कच्ची बिनचुदी चूत है , फिर उसकी उमर भी ,.... "
इनकी सास ने समझाया
मैंने बात काटी ,.. आखिर मेरी ननद की पहली चुदाई का सवाल था।
" पर मम्मी , एकदम सूखे कैसे ,... कसी कच्ची चूत में और आपके दामाद का तो बीयर कैन जैसा है , फिर कैसे घुसेड़ पाएंगे ये ,..."
" तो मत चोदे ,सिम्पल ,.. भिजवा दो मेरे पास गाँव में , चुदवा दूँगी उसको सूखे ,... और जब एकदम ढीली हो जायेगी तब भेज दूंगी तेरे उसके पास। "
अब मामला अटक गया, इनकी सास की जिद भी न कई बार लोटे में हाथी घुसवाने वाली ज़िद होती थी और चलती उनकी ही थी, ... और गुस्सा उनका
मम्मी ने ऐसा हल बताया जो प्राबलम से भी ज्यादा अनएक्सेप्टेबल था।
समझौता इस बात पर हुआ की सिर्फ दो बूँद कच्ची घानी का तेल , वो भी उनके सुपाड़े के पेशाब के छेद पर, और गुड्डी रानी की बिलिया पे कुछ भी नहीं , न तेल, वैसलीन कुछ भी नहीं , एकदम सूखी
इनकी बहना की जितनी ये चूम चाट कर गीली कर पाएं , वो भी सिर्फ पांच मिनट ,... उसकी बिल पर नेचुरल लुब्रिकेंट के अलावा कुछ भी नहीं ,
मैं समझ गयी मेरी ननद की बुर की बुरी हाल होनी है।
इसके बाद मम्मी ने जो जोरदार ट्रिक्स उनके मूसलचंद के लिए सिखाई थीं वो सब ,
और जो स्पेशल लड्डू उनके लिए बना के छोड़ गयी थीं ,वियग्रा से चौगुनी ताकत वाली , वो सब खा के स्पेशल तेल और भी, बताउंगी वो सब मौके पे,... लेकिन इनको तो अपनी बहिनिया की चूत चाहिए थी, मम्मी की सब शर्तें आँख मूँद के मान गए
फिर उन्होंने अपनी असली शर्ते सुनाई ,
"
Are bahan chod sas to Puri jalim Nikali is Kacchi Kali ki chut fatwane ke साथ-साथ Khoon khachchar aur check Pukar ka bhi pura intejaam kar diya hai aur to aur bahan Chod ne dhamki mein Kacchi Kali ke sath sath ras bhari javani aur Shandar budhapa bhi Wapas Lene Ki Baat kah Diशर्ते
फिर उन्होंने अपनी असली शर्ते सुनाई ,
सबसे पहली शर्त , उन्हें मम्मी की समधन को चोदना होगा ,हचक हचक कर
और उनसे तीन बार तीबाचा भरवाया। उन्हें खुद अपने मुंह से बोलना पड़ा की हाँ वो मादरचोद बनेगे ,
फिर दूसरी शर्त थोड़ी टेढ़ी थी ,
उन्हें महीने भर के अंदर अपनी ममेरी बहन को गाभिन करना था।
ज़रा सा वो हिचके तो मम्मी ने तुरंत फरमान सुना दिया ,
}कोई बात नहीं ,तुम अपनी बहन को गाभिन नहीं करना चाहते हो तो कोई बात नहीं ,
कल सुबह मैं उसे बुलवा रही हूँ अपने पास ,... वो कल ही गाभिन हो जायेगी ,... सारे गाँव के लौंडो को चढ़ा दूंगी उसके ऊपर"
और उसके साथ ही उन्होंने जो शर्त सुनाई तो जमीन आसमान सब हिल गए ,
मैं भी।
गुड्डी के साथ उन्होंने मुझे भी जोड़ दिया। मुझे ही हुक्म सुना दिया ,
" सुन कल सुबह साढ़े छः बजे इसकी सोनचिरैया को ले के चल देना , .. "
फिर उनसे बोली ,
" और उसके बाद ,... मेरी बिटिया को , मुझे भूल जाना। और तेरी बहन जब गाभिन हो जायेगी ,एक दो महीने की तो वापस भिजवा दूंगी , दूध पीना उसकी। लेकिन मुझे और मेरी बेटी को को भूल जाना। "
दुर्वासा मात।
इतना बड़ा शाप।
और मम्मी की बात ,मैं तो सोच नहीं सकती थी टालने को ,... और उन्हें छोड़ने को भी ,...
मैंने बीच बचाव करने की कोशिश की ,
" नहीं नहीं मम्मी ,ये मना थोड़े ही कर रहे हैं ,बस अभी वो पिल्स पर है और फिर,...
लेकिन मम्मी का इन्फॉर्मेशन सिस्टम और गणित , मेरी भी माँ थी
बस वो चढ़ गयीं।
" मुझे सब मालूम है ,आठ दिन पहले उसकी पांच दिन वाली छुट्टी ख़तम हुयी है न , यानी १५ दिन बचे हैं तुमलोगों के पास , ... उसके पीरियड्स ,.. पांच दिन उसके ,... कुल २० दिन ,... और उसके दस दिन बाद उसका फर्टाइल पीरियड ,... ३० दिन ,.. मैंने एक महीने इसलिए तो बोला था ,.. चलो ४० दिन कर देती हूँ ,... गाभिन तो उसे होना ही है ,पर पता नहीं किसके बीज से हो , इससे अच्छा तेरे बीज से हो ये मैंने सोचा था ,लगन भी निकलवाया था , चाँद सी बिटिया होगी।,...चलो मैं आ जाउंगी आपने सामने ही गाभिन करवाउंगी उसको " "
मौक़ा देख कर उन्होंने भी स्काइप पर मम्मी के पैर पकड़ लिए।
और उन्होंने कबूल कर लिया की अपनी बहन को बस नेक्स्ट आंटी जी के बाद , पक्का ,..
पर मम्मी भी कच्ची खिलाड़ी नहीं थी। उन्होंने काम मुझे सौंप दिया , सारी प्लानिंग मेरी होगी और मम्मी को मैं सही टाइम पर इन्फॉर्म करुँगी और वो आके अपने सामने ,...
एक बार फिर तीन तिबाचा भरा उन्होंने अपनी बहन को गाभिन करने के लिए और तब मम्मी ने इजाजत दी ,
चल कल चोद देना , लेकिन हचक हचक के ,मेरा नाम मत डुबाना , अगले दिन बिस्तर पर से उठने लायक नहीं होनी चाहिए ,कित्ता भी चिल्लाये वो मूसल पूरा ठोंकना , फाड़ के रख देना तब मानूंगी मेरे सच्चे दामाद हो।'
एक बार फिर मामला सुलझ गया था , और मैं सोच रही थी
इनके बारे में
जोरू का गुलाम भाग १५७
भैया के साथ पहली रात
स्ट्रीट लाइट हम लोगों के घर से थोड़ी दूर थी ,इसलिए गेट पर झुटपुटा अँधेरा ही रहता था।
"पर भाभी ,मेरे कपडे ,... " वो बिचारी परेशान हो रही थी।
वो भाभी कौन जो ननद को परेशान न करे ,..
" अच्छा चल आ , दे दूंगी यार ,... अब ये तो तुझे भी नहीं आते , मेरे किस काम के ,... " मैंने छेड़ा फिर हड़काया
" देख मैं अंदर जा रही हूँ , तीन तक गिनती गिनूँगी , आना हो तो आओ ,... कार रात भर वही खड़ी रहेगी , और तुम जानती हो ,पीछे वाला दरवाजा ठीक से बंद भी नहीं होता तो रात में कहीं आस पास के लौंडे ,... "
और दो तक ही गिन के मैं घर की ओर बढ़ गयी ,
और वो ,... जब तक मैं दरवाजे पर पहुंची उसके पहले ही कार का दरवाजा खोल के उनकी बहना ,वैसे ही ,बर्थडे सूट में ,... लान पार करते ,दरवाजे पर
तभी वो सामान ले कर बाहर निकले ,... और मैंने उन्हें इशारा किया
" अरे तेरा माल देख चुदवाने के लिए कितना बेताब है , मैं लाख कहा कपडे पहन ले , पर बोली भैया तो अभी उतार देंगे ही। "
और फिर उनसे बोली ,अरे यार मेरी ननद और तेरा माल पहली बार हमारे घर में ऐसे थोड़ी ही ,...घर की चौखट ,...
और इशारा समझ कर उन्होंने अपनी ममेरी बहन को गोद में उठा लिया और ऐसे
वो हमारे घर की चौखट पार कर के अंदर।
……मुश्किल से दो साल हुए थे जब मैंने इनके मायके की चौखट पार की थी ,
ननद ,जेठानी ,सास ,...
यह मत करो ,वह मत करो
और आज गुड्डी ने इस घर की चौखट पार कर ली।
जिस तरह से मैं चाहती थी ,एकदम उसी तरह से ,
और जिसकी गोद में ,मैं चाहती थी ,उसी की गोद में।
मेरे बिना कुछ कहे उसे पता चल गया होगा की यहां कौन क्या तय करता है ,और अब बस उसे वही ,...
असली बात तो ये ही की ये कहना न पड़े की क्या करो ,क्या न करो और अगला खुद वही करे ,...
आगे आगे वो अपनी ममेरी किशोर कुँवारी बहन को गोद में उठाये ,
और पीछे पीछे मैं ,गुड्डी की ब्रा ,पैंटी ,स्कर्ट ,टॉप ,मेर हाथ में ,
और गुड्डी अपनी भैया की गोद में स्कूल के साक्स और शूज पहने ,
सिर्फ।
……………….
बेडरूम में पहुंचते ही उन्होंने अपनी बहना को मेरे डबल बेड पर धम्म से , ....
नहीं नहीं बड़े प्यार से , उनकी निगाहें अभी भी अपनी बहन की कच्ची अमिया को दुलरा रही थीं ,
कड़े कड़े टेनिस बाल साइज के बूब्स ,
पर वो अपने काम पर लग गए और मैं अपने।
सारे सामान एक एक करके अनपैक करके वो वार्डरोब में लगा रहे थे , और मैं पलंग पर बैठी ,... बगल के सिगरेट केस से मैंने एक सिगरेट सुलगा लिया और अपने होंठों के बीच ,
गोल गोल छल्ले , .. मैं गुड्डी के ठीक बगल में बैठी थी , और छल्ले सीधे पहले तो गुड्डी के चेहरे पर और फिर दोनों खुले पूरी तरह एक्सपोज्ड जोबन पर ,
" चल मैं भी कपडे उतार देती हूँ ,वरना तू कहेगी , ... चल तबतक तू सुट्टा मार ,.. "
और जबतक वो कुछ कहती सिगरेट मैंने गुड्डी के होंठ के बीच खोंस दी।
मेरी रिप्ड जींस और क्रॉप्ड टॉप उछाल के मैंने सीधे उनकी ओर ,
" प्लीज ,जरा इसको भी ,.. और हाँ गुड्डी की स्कर्ट ब्लाउज भी ,... नहीं नहीं ब्रा पैंटी नहीं ,.. "
और गुड्डी के भैय्या , अब पहले मेरे , फिर गुड्डी के कपडे अरेंज करके वार्डरोब में ,
तेरी रखैल और मेरी ,..
" प्लीज ,जरा इसको भी ,.. और हाँ गुड्डी की स्कर्ट ब्लाउज भी ,... नहीं नहीं ब्रा पैंटी नहीं ,"
और गुड्डी के भैय्या , अब पहले फिर गुड्डी के कपडे अरेंज करके वार्डरोब में ,
………………………..
और मेरी उँगलियाँ गुड्डी के जोबन सहलाती , कभी निपल को पिंच करती ,
( यह बात पहले ही तय हो गयी थी इस मस्त कन्या को हम दोनों मिलके भोगेंगे )
" हे एक सुट्टा चलेगा ," मैंने वहीँ से सवाल उछाल दिया।
" एकदम " वार्डरोब का काम ख़तम करते वो बोले ,
मैंने गुड्डी के होंठों से सिगरेट निकाल कर सीधे उनके होंठों में लगा दिया ,
" तेरे माल के ,ममेरी बहन के होंठों से लगा हुआ था डबल नशा होगा ले ले ,.. " और अब वार्डरोब के सामने खड़ी होकर मैं मुआयना कर रही थी।
एक लाइट पिंक आलमोस्ट शीयर बेबी डाल ड्रेस निकाल कर मैंने गुड्डी की ओर उछाल दी , सब कुछ दिखता है वाली ड्रेस थी।
पर अब गुड्डी रानी के छिपाने के दिन ख़तम हो गए थे ,अब सिर्फ दिखाने वाले ही दिन आ गए थे।
और वैसी ही एक ड्रेस और निकाल के खुद भी ,
लेकिन अभी भी वो वही ड्रेस पहने ,.. गुड्डी की ओर ललचायी नज़रों से ,...
मेरी आँखों ने उन्हें घुड़का और धक्का देकर उन्हें पलंग पर लिटा दिया ,उनकी ममेरी बहन के ठीक बगल में
और अब उनके कपडे उतरने की बारी थी ,
बिना कहे गुड्डी ने मेरा साथ दिया और वो सिर्फ एक छोटी सी फ्रेंची में ,
और मैंने गुड्डी को ढेर सारे काम पकड़ा दिए ,कम से कम २५ मिनट
हम लोग कुछ इनकी भौजी के बनाये मटन कबाब लाये थे ,उसे बस ओवन में गरम करना ,ब्रेड टोस्ट करना , आमलेट ,
और पास ही में बार है , बस वहीं से व्हिस्की की बॉटल ,उसके पहले तीन ग्लास फ्रिज में ठंडा करने को और एक बकेट में आइस ,...
हाँ व्हिस्की की बंद बॉटल , मिडल शेल्फ पर ब्लैक डॉग की रखी है , वही ,...
गुड्डी कुछ बोलती उसके पहले मैंने उसे समझाया ,
" अरे यार अगर गाड़ी चलानी है तो उसमे डीजल तो भरना ही होगा ,और कल रात तेरी बड़की भौजी ने ,और चलने के पहले तेरी सहेली ने इनकी मलाई ,... "
" एकदम भाभी ,.. अभी लाती हूँ। " मुस्करा के गुड्डी ने हामी भरी।
कम से कम २५ मिनट तो उसे लगना ही था ,लेकिन उसके निकलने के पहले मैंने गुड्डी को उसके स्कूल वाले जूते की ओर इशारा किया और अपने साजन को भी ,
गुड्डी ने सुबह अपनी हाईस्कूल वाली यूनिफार्म के साथ पहने सफ़ेद जूते खोले और मेरे सैंया ने उसके लिए खास तौर से खरीदी
५ इंच वाली स्लट हाईहील निकाल के दे दी ,बल्कि पहना भी दी ,आखिर उनका फेवरिट बचपन का माल जो था।
बेबी डाल वाली ड्रेस मुश्किल से उसके ब्याइश चूतड़ों को ढके थे , अंदर ब्रा पैंटी का सवाल ही नहीं था, और ऊपर से अब ये स्लट हील,
उनका खूंटा खड़ा होगया ,
गुड्डी कमरे से निकलने वाली ही थी की मैंने उनके उसकी ओर इशारा किया ,
सच में पक्की पैदायशी स्लट थी ,
झुक के अपने भैय्या के ढंके छिपे बौराये खूंटे पर फ्रेंची के ऊपर से उसने चुम्मी ली , एक दो नहीं पूरी चार ,
और उसकी निगाहें साथ में , अपनी भैय्या की आँखों में देखती ,उन्हें छेड़ती उकसाती ,
और चलने के पहले उसने कैद शेर को आजाद कर दिया ,बस थोड़ा सा ,
उनकी फ्रेंची ज़रा सा सरका दिया और मोटा पगलाया खूंटा झट से बाहर ,
और दरवाजे से निकलने के पहले वो स्लट टीनेजर ज़रा सा रुक गयी , उनके मोटे सुपाड़े पर उसने एक फ़्लाइंग किस चिपका दी।
और मैंने उनके होंठो पर , और पूछ भी लिया ,
बोल रज्जा कैसी लगी तेरी रखैल और मेरी ,..
मैंने हलके से बोला था लेकिन शायद उनकी ममेरी बहन ने सुन भी लिया हो ,
सुन लिया हो तो हो ,..
मैं उसे सिर्फ यहां चोदने चुदवाने थोड़े ही लायी थी , अब तो उसे इनकी परफेक्ट रखैल बन के रखना था , और वो भी छिप छिपा के नहीं एकदम खुलेआम ,
घर का काम् भी ,... वरना ये काम या तो ये करते या मैं ,.. जो काम करने मैंने उसे भेजा था ,
और फिर बाकी काम ,कल गीता आएगी न सुबह शाम ,... उसने मेरे बिना कहे ये जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली थी , सब कुछ सीखा देगी ,
' वो सब ' तो वो सिखाएगी ही उसके साथ घर के काम भी , झाड़ू पोछा बरतन तक ,...
गुड्डी ने रखैल सुना हो न सूना हो लेकिन स्काइप से जो आवाज आयी ,ऊपर लगे ५५ इंच के स्मार्ट टीवी से ,... वो जरूर सुना होगा ,
" क्यों ले आये बहना अपनी चोदने के लिए , स्साले बहनचोद। "
इनकी सास
गुड्डी ने रखैल सुना हो न सूना हो लेकिन स्काइप से जो आवाज आयी ,ऊपर लगे ५५ इंच के स्मार्ट टीवी से ,... वो जरूर सुना होगा ,
" क्यों ले आये बहना अपनी चोदने के लिए , स्साले बहनचोद। "
………………..
और कौन मम्मी मेरी
और मम्मी को देखती ही इनकी बांछे खिल गयी।
इनके चेहरे की खुशी देखते ही बनती थी, मम्मी ने मुस्कराकर पूछा ,
" ले आये ,अपनी ममेरी बहन को चोदने , फाड़नी है उसकी कच्ची चूत,... "
मारे ख़ुशी के उनके बोल नहीं फूट रहे थे। मुश्किल से किसी तरह हाँ बोल पाए।
और जब मम्मी ने मना कर दिया , तो बस ऐसा इनका मुंह लटक गया की ,...
मैंने किसी तरह अपनी हंसी रोकी।
" आज नहीं चोदने को मिलेगी ,... अरे थोड़ा आराम कर लो ,ताकत इकट्ठी कर लो ,कच्ची चूत फाड़नी है ,वो भी ऐसे की ,... पांच गाँव तक छिनार की चीख सुनाई पड़े। रो रो कर बुरा हाल कर दे , ... एकदम सूखी , न वैसलीन न क्रीम ,... तेरी माँ का भोंसड़ा है नहीं की जब जिसने चाहा टांग उठा के पेल दिया , कच्ची बिनचुदी चूत है , फिर उसकी उमर भी ,.... "
इनकी सास ने समझाया
मैंने बात काटी ,.. आखिर मेरी ननद की पहली चुदाई का सवाल था।
" पर मम्मी , एकदम सूखे कैसे ,... कसी कच्ची चूत में और आपके दामाद का तो बीयर कैन जैसा है , फिर कैसे घुसेड़ पाएंगे ये ,..."
" तो मत चोदे ,सिम्पल ,.. भिजवा दो मेरे पास गाँव में , चुदवा दूँगी उसको सूखे ,... और जब एकदम ढीली हो जायेगी तब भेज दूंगी तेरे उसके पास। "
अब मामला अटक गया, इनकी सास की जिद भी न कई बार लोटे में हाथी घुसवाने वाली ज़िद होती थी और चलती उनकी ही थी, ... और गुस्सा उनका
मम्मी ने ऐसा हल बताया जो प्राबलम से भी ज्यादा अनएक्सेप्टेबल था।
समझौता इस बात पर हुआ की सिर्फ दो बूँद कच्ची घानी का तेल , वो भी उनके सुपाड़े के पेशाब के छेद पर, और गुड्डी रानी की बिलिया पे कुछ भी नहीं , न तेल, वैसलीन कुछ भी नहीं , एकदम सूखी
इनकी बहना की जितनी ये चूम चाट कर गीली कर पाएं , वो भी सिर्फ पांच मिनट ,... उसकी बिल पर नेचुरल लुब्रिकेंट के अलावा कुछ भी नहीं ,
मैं समझ गयी मेरी ननद की बुर की बुरी हाल होनी है।
इसके बाद मम्मी ने जो जोरदार ट्रिक्स उनके मूसलचंद के लिए सिखाई थीं वो सब ,
और जो स्पेशल लड्डू उनके लिए बना के छोड़ गयी थीं ,वियग्रा से चौगुनी ताकत वाली , वो सब खा के स्पेशल तेल और भी, बताउंगी वो सब मौके पे,... लेकिन इनको तो अपनी बहिनिया की चूत चाहिए थी, मम्मी की सब शर्तें आँख मूँद के मान गए
फिर उन्होंने अपनी असली शर्ते सुनाई ,
"
Uff ab kya batau,mene to kabhi aise words likhe nahin comment box mein, tum khud hi samjh lo didi.शर्ते
फिर उन्होंने अपनी असली शर्ते सुनाई ,
सबसे पहली शर्त , उन्हें मम्मी की समधन को चोदना होगा ,हचक हचक कर
और उनसे तीन बार तीबाचा भरवाया। उन्हें खुद अपने मुंह से बोलना पड़ा की हाँ वो मादरचोद बनेगे ,
फिर दूसरी शर्त थोड़ी टेढ़ी थी ,
उन्हें महीने भर के अंदर अपनी ममेरी बहन को गाभिन करना था।
ज़रा सा वो हिचके तो मम्मी ने तुरंत फरमान सुना दिया ,
}कोई बात नहीं ,तुम अपनी बहन को गाभिन नहीं करना चाहते हो तो कोई बात नहीं ,
कल सुबह मैं उसे बुलवा रही हूँ अपने पास ,... वो कल ही गाभिन हो जायेगी ,... सारे गाँव के लौंडो को चढ़ा दूंगी उसके ऊपर"
और उसके साथ ही उन्होंने जो शर्त सुनाई तो जमीन आसमान सब हिल गए ,
मैं भी।
गुड्डी के साथ उन्होंने मुझे भी जोड़ दिया। मुझे ही हुक्म सुना दिया ,
" सुन कल सुबह साढ़े छः बजे इसकी सोनचिरैया को ले के चल देना , .. "
फिर उनसे बोली ,
" और उसके बाद ,... मेरी बिटिया को , मुझे भूल जाना। और तेरी बहन जब गाभिन हो जायेगी ,एक दो महीने की तो वापस भिजवा दूंगी , दूध पीना उसकी। लेकिन मुझे और मेरी बेटी को को भूल जाना। "
दुर्वासा मात।
इतना बड़ा शाप।
और मम्मी की बात ,मैं तो सोच नहीं सकती थी टालने को ,... और उन्हें छोड़ने को भी ,...
मैंने बीच बचाव करने की कोशिश की ,
" नहीं नहीं मम्मी ,ये मना थोड़े ही कर रहे हैं ,बस अभी वो पिल्स पर है और फिर,...
लेकिन मम्मी का इन्फॉर्मेशन सिस्टम और गणित , मेरी भी माँ थी
बस वो चढ़ गयीं।
" मुझे सब मालूम है ,आठ दिन पहले उसकी पांच दिन वाली छुट्टी ख़तम हुयी है न , यानी १५ दिन बचे हैं तुमलोगों के पास , ... उसके पीरियड्स ,.. पांच दिन उसके ,... कुल २० दिन ,... और उसके दस दिन बाद उसका फर्टाइल पीरियड ,... ३० दिन ,.. मैंने एक महीने इसलिए तो बोला था ,.. चलो ४० दिन कर देती हूँ ,... गाभिन तो उसे होना ही है ,पर पता नहीं किसके बीज से हो , इससे अच्छा तेरे बीज से हो ये मैंने सोचा था ,लगन भी निकलवाया था , चाँद सी बिटिया होगी।,...चलो मैं आ जाउंगी आपने सामने ही गाभिन करवाउंगी उसको " "
मौक़ा देख कर उन्होंने भी स्काइप पर मम्मी के पैर पकड़ लिए।
और उन्होंने कबूल कर लिया की अपनी बहन को बस नेक्स्ट आंटी जी के बाद , पक्का ,..
पर मम्मी भी कच्ची खिलाड़ी नहीं थी। उन्होंने काम मुझे सौंप दिया , सारी प्लानिंग मेरी होगी और मम्मी को मैं सही टाइम पर इन्फॉर्म करुँगी और वो आके अपने सामने ,...
एक बार फिर तीन तिबाचा भरा उन्होंने अपनी बहन को गाभिन करने के लिए और तब मम्मी ने इजाजत दी ,
चल कल चोद देना , लेकिन हचक हचक के ,मेरा नाम मत डुबाना , अगले दिन बिस्तर पर से उठने लायक नहीं होनी चाहिए ,कित्ता भी चिल्लाये वो मूसल पूरा ठोंकना , फाड़ के रख देना तब मानूंगी मेरे सच्चे दामाद हो।'
एक बार फिर मामला सुलझ गया था , और मैं सोच रही थी
इनके बारे में
Bhut mahir hai bhabhi aisi situation banane me.....सोच के देखिए...
शाम के झुटपुटे में बल्कि रात हो गई है....
एक सिर से पाँव तक नंगी अल्हड़...
६०-७० कदम चल के...
क्या सिचुएशन बनाया है....
Iss Baat se to main bhi sahmat hu.... ki bhukhe ko bich bich m khana dikhate raho.... uski buhokkh kam nhi honi chahiye.....इस अलग कर देने के बाद की ज्वाला...
जोर से भड़केगी....
और तब मिलन का मजा कई गुना बढ़ जाएगा....