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जोरू का गुलाम भाग 246 ----तीज प्रिंसेज कांटेस्ट पृष्ठ १५३३
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Haa it was my favourite story on exbii,so I remember most of the things.aapko ek ek cheez yaad rahti hai,... yes there was a very brief reference in the original English version![]()
Haa bed tea bhi jo pilani hain.Aane usake liye laye hua toys bhi uska intezar kar rahe hain aur piercing bhi.
Bas ek suzav hain guddi ko skirt/frock pehalane ke alawa kuch fancy Desi dijiyega toh maja aayega jaise Bina button ka blouse choli Aisa kuch.Thanks so much,.... Today Guddi ji ki pahli raat
There was just a brief reference of picking up kebab,... In Hindi version, because Jethani part got extended, Champa bai came so the red light area was added in the return journeyHaa it was my favourite story on exbii,so I remember most of the things.
Most of the readers will prefer her to be undressed,... yes why not may be some time in the storyBas ek suzav hain guddi ko skirt/frock pehalane ke alawa kuch fancy Desi dijiyega toh maja aayega jaise Bina button ka blouse choli Aisa kuch.
Ekdam shi yaad dilaya aap ne,... aur ek nahi do cup,...main akele thodi hun, ye bhi to hain,... opps Geeta aur Manju ko to maine Gina hi nahiHaa bed tea bhi jo pilani hain.
जोरू का गुलाम भाग १५६-गृह प्रवेश
बैक सीट पर मस्ती, छुटकी बहिनिया के साथ
मैंने थम्स अप का साइन दिया ,अपने आई फोन में दिवाली की डेट ढूंढ कर इनके मायके के नाम पर शेड्यूल कर लिया और दिया को मेसज कर दिया एक चेंज भी कर दिया।
यस ,लेकिन मैं भी आउंगी। रात भर दिया के दोनों भैय्या और अगले दिन भावज ननदिया।
व्हाटएप बंद कर मैंने पीछे देखा
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वहां सीन ज्यादा आगे बढ़ा नहीं था
गुड्डी के होंठ अभी भी अपने भइया के सुपाड़े को चुभलाने में मगन थे।
मैंने उसको हड़काया और ललकारा भी
" कैसी ननद है मेरी नाम डुबोएगी मेरा ,पूरा गप्प कर अपने भइया का। "
पूरा तो नहीं लेकिन उनकी ममेरी बहन ने उनका आधा लंड गप्प कर लिया और वो भी उसका सर पकड़ कर ,हलके हलके अपनी प्यारी इंटरवाली बहना का मुंह चोद रहे थे।
अब मैंने आगे गाड़ी चलाने पर ध्यान दिया ,अभी भी करीब ४५ किलोमीटर बचा था और हलकी बारिश शुरू हो गयी थी।
सड़क सिंगल लेन हो गयी थी। एक ओर अमराई थी घनी ,और दूसरी ओर गन्ने के खेत।
हर बार जब मैंने इनके मायके से वापस लौटती थी तो बस , मन दुखी दुखी सा , बस इनके कंधे पर सर रख कर और इनके सहारे उन यादों को झटक कर हटाने की कोशिश करती ,
पर इस बार सब , एकदम मीठी मीठी यादें ,और सब से बढ़कर मेरी जीत की ट्राफी पिछली सीट पर ,
इनकी ममेरी बहन ,मेरी छुटकी ननद।
जब से उसकी कच्ची अमियाँ आयी तब से वो लट्टू थे उन पर ,
पर मैं उन को दोष नहीं देती ,थी ही स्साली छिनार की अमिया ऐसी।
ये अकेले क्यों ,उसकी गली मोहल्ले के सारे लौंडे , पूरा शहर दीवाना था उन कच्चे टिकोरों का।
सब कुतरना चाहते थे।
और मेरे गाँव वाले भी तो ,... जब से वो शादी में आयी थी मेरी तबसे लौंडे ,मरद यहाँ तक की काम करने वाले भी,दो साल करीब पहले ।
और उस को मालूम भी था अपने छोटे छोटे जुबना का जादू ,इसलिए खूब उभार कर ,उचका कर वो भी कम आग नहीं लगाती थी।
लेकिन उस की ख़ास बात थी ,चेहरे से वो एकदम भोली ,जैसे अभी दूध के दांत न टूटे हों ,पर उभार और पिछवाड़ा ,अगर उसके क्लास में दिया न होती तो बिग बी की टाइटल उसे ही हर बार मिलती।
मैंने एक बार फिर निगाह रियर मिरर पर डाली ,
वो एकदम मस्त हो रहे थे अपने माल के साथ , लंड इनका वो चूस रही थी और ये उसकी कच्ची कली पर मुंह मार रहे थे , साथ में उनकी ऊँगली प्रेम गली के दरवाजे पर ,कभी अंदर घुसने की कोशिश करती तो कभी क्लिट छेड़ती
और उनकी ममेरी बहन का चेहरा मस्ताया ,जैसे अब झड़ी तब झड़ी।
यही तो मैं चाहती नहीं थी की वो इतनी जल्दी इतनी आसानी से झड़ जाये ,
तभी सामने मैं मोड़ पर पहुंच गयी थी जहां से सड़क जिधर इन की टाउनशिप थी उस मोड़ पर पहुँच गयी ,
२८ किलोमीटर
और मैंने उस रास्ते पर गाड़ी मोड़ कर एकदम किनारे लगा कर खड़ी कर दी ,और अपने बावरे साजन को हड़काया ,
झड़ने से ज्यादा मुझे उनकी ऊँगली का ,... कहीं मस्ती में इनके माल की सोनचिरैया में घुस गयी ,... अब उसमे सिर्फ इनके मोटे औजार को घुसना था , ...और मुझे उसकी चीख पुकार न सिर्फ सुननी थी, बल्कि रिकार्ड भी करना था और लाइव ट्रांसमिशन भी,... तो जब तक एकदम कोरी न होगी तड़पेगी, चिल्लायेगी कैसे, नौ नौ टसुए कैसे बहायेगी।
" हे बहुत मस्ती हो गयी बहना के साथ , इत्ती देर से मैं गाडी चला रहीं हूँ। अब आओ आगे ,मैं थोड़ी देर इस नए माल का रस लेती हूँ।
वो अब ड्राइवर सीट पर और मैं पीछे उनकी बहना के पास ,
Aapse prabhavit hokar kuch aise themes mein apne kahaani mein explore kar rahi hun Komal didi.o