और कच्ची अमिया का सेवन खुद भी....शुभ कार्य के लिए मेहनत तो करनी पड़ती है, आपने सही कहा, सुबह इनके और अपनी ननद के साथ
पहले ननद का निप छेदन संस्कार,... फिर इन्हे भेजा रसगुल्लों को ले जाने को
और खुद ननद के साथ डाक्टर गिल के पास, निप छेदन के बाद गर्भाधान संस्कार की तैयारी और मुहुर्त के पहले न हो उसकी भी रोकथाम
फिर ननद के साथ शॉपिंग और कोचिंग
फिर रसगुल्लों को पिक करना, मिसेज मोइत्रा के घर और अब फिर एक बार गुड्डी की कोचिंग उसे पिक करने
और फायदा मेरी ननद और रसगुल्लों के साथ इनका भी तो होगा,...