मोहरे बिछ चुके हैं..जहाँ चार यार - ननदिया के नए नए यार
" एकदम , ... दोस्त नहीं पक्के वाले दोस्त ,... आप लोग चल रहे हैं न। " अब गुड्डी ने टेढ़ा सवाल कर दिया।
" हाँ लेकिन एक दिन पहले ही कन्फर्म होता है यहाँ। " रवि बोला।
" ओके , तो आप बोलियेगा जैसा ,... फिर मैं ही सोचूंगी। " गुड्डी बोली।
मैंने पैर से उसे ठोकर मारी , वो समझ गयी मेरा इशारा , बहुत लस लिए ये सब पहली बार में अब चलो।
अब गुड्डी ने मेरी ओर इशारा किया और मिलवाया।
" मेरी भाभी , और आज बहुत काम है चलती हैं , अभी। " हम दोनों टेबल से उठ गए , और वो सब गुड्डी का पिछवाड़ा देख रहे थे।
लेकिन ढाबे से निकलने के के पहले , हम दोनों ने लांगेस्ट वे चुना , बाहर निकलने के लिए , हाथ धोने के लिए वाश बेसिन पर भी रुके।
चार और लड़कों ने गुड्डी के आर्म टैग से उसका नंबर अपने मोबाइल पर नोट किया।
मुश्किल से हम दोनों हंसी दबाये हुए थे। कार में बैठते ही पांच मिनट तो हम दोनों खी खी खी खी
" कितने और आये " मैंने गुड्डी से उसकी कोचिंग के ऐप के बारे पूछा ,
" अभी देखती हूँ ,.. " गुड्डी ने ऐप खोला।
छह रिक्वेस्ट आ गयीं थी , सब में उसने एक्सेप्ट कर लिया।
और अब हमारी गाडी डाक्टर गिल के क्लिनिक की ओर बढ़ रही थी।
……
अभी भी २२ मिनट थे आठ बजने में और हमें कोई जल्दी नहीं थी। थोड़ी देर तक टीनेजर सहेलियों की तरह हम लोग खिलखिलाते रहे। फिर मैंने गुड्डी रानी की स्कर्ट के अंदर अपना हाथ डाल दिया ,
" स्साली , तेरी बुर की बुर हालत होने वाली है। "
" तो हो जाय न भाभी जान , मेरी भैया की रानी , " खूब जोर से उस शोख ने अंगड़ाई भरी और बात पूरी की ,
" भौजी , जब से मेरी झांटे आयी हैं इस बुर ने मेरी भी और मेरे चाहने वालों की भी , बुरी हालत कर के रखी है। "
पतली सी थांग ,
मेरी ऊँगली उठा के सीधे चुनमुनिया की दरार पर , हलके हलके सहलाते मैं बोली ,
" तेरा गैंग बैंग होने वाला है उस पार्टी में , पक्का। अच्छा सुन जरा उन चारों का नाम तो बता , उन तेरे भतारों का पार्टी में पहुँचना भी तो जरूर है , "
" एकदम मेरी भौजी , कुछ करिये न ,.. " गुड्डी ने मुझे मक्खन लगाते हुए एक चुम्मी ले ली , खूब मीठी वाली।
और मेरा हाथ अब गुड्डी के स्कर्ट के बाहर , मेरे मोबाइल पर , मैंने मिसेज मल्होत्रा का व्हाट्सऐप खोल लिया था।
बिना देखे गुड्डी बोल रही थी ,
" बंटू , बाबू , रवि और मुन्ना। "
मैंने मिसेज मल्होत्रा को उन चारों का नाम व्हाट्सऐप कर दिया इस रिवेस्ट के साथ की , कि पार्टी में इन चारों लड़कों का नाम जरूर रखें , और असेम्बली प्वाइंट भी गुड्डी वाला ही हो।
एक मोबाइल निकाले और दूसरी लड़की बिना मोबाइल पर हाथ रखे बैठे , ये इतना ही बड़ा झूठ है जितना तीन औरतें चुपचाप बैठी थीं ,
गुड्डी ने कोचिंग की सोशल मिडिया का ऐप खोल कर बंटू का पेज खोल दिया था और उसे दाने डाल रही थी , अपने ' दूसरे वाले ' फेसबुक अकाउंट ( 'ऑफिसियल ' वाले का तो उसने वैसे ही दे रखा था ) का लिंक, अपने इंस्टाग्राम का अकाउंट , और हालचाल ,... फिर बाबू को ही ,...
मिसेज मलहोत्रा का व्हाट्सऐप मेसेज तुरंत ही आगया ,
" श्योर ,पक्का, नो इशूज , एनीथिंग फॉर माई सेक्सी ननद। "
मैंने गुड्डी को दिखाया और वो भी खिलखिलाने लगी ,
जवाब में उसने अपने मोबाइल से मिसेज मल्होत्रा को ढेर सारे हग्स , किसेज , लिप्पी भेज दी , " थैंक यू भौजी।
बस चाल चलने की देर है...
फिर तो घमासान ....