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Bhabhi chhota tha, kisi ko to baksh dijiye,kya chhota tha?ओ सजना बरखा बहार आयी ,
गुड्डी ने उसे छेड़ा और जब तक कुछ समझता वो , जो कैंडी वो चूस रहा था , थोड़ा मुंह में ले के , ... खूब कस के चूस लिया और हलका सा बाइट कर लिया। चलने के पहले गुड्डी ने उससे हाथ भी मिलाया , और अब कतई उदास नहीं लग रहा था।
हम दोनों कार में बैठ गए , और मैंने म्यूजिक स्टार्ट कर दिया ,.... बहुत धीमे धीमे , ऍफ़ एम् चैनल
' ओ सजना बरखा बहार आयी ,
रस की फुहार लायी , अँखियों में प्यार लायी ,...
मेरा फेवरिट गाना , और मैं भी साथ साथ गुनगुना रही थी , तभी मैंने देखा गुड्डी मेरे कंधे पर सर रखे , मुंह में आइस कैंडी और साथ में वो भी
तुम को पुकारे मेरे मन का पपीहरा ,
मीठी मीठी अगनी में जले मोरा जियरा ,
गुड्डी भी गुनगुना रही थी ,
सही है , अभी तो मेरे उसके सजना कॉमन थे , और उन कॉमन सजना का फोन आया ,
"बस जानू अभी निकल रहा हूँ ,... "
मेरी निगाह घडी पर पड़ी , पौने ग्यारह , ... इसका मतलब की सवा ग्यारह ,... पर निकलेंगे वो , और साढ़े ग्यारह तक घर पहुंचेगे , हम लोगों के घर पहुँचने के आधे घण्टे बाद,
मेरी निगाह गुड्डी के मुंह में घुसी आइस कैंडी पर पड़ी , मस्ती से चूस रही थी वो।
" हे वो आइस कैंडी वाला , उस का ,... "
" अरे भौजी छोटा था अभी , ... किसी को तो बख्श दीजिये , "खिलखिलाते हुए वो बोली
" छोटा था तो उस का ,... क्या बोलोगी ,... " मैंने गुड्डी को छेड़ा।
बूंदो का खेल फिर शुरू हो गया था , मैंने वाइपर फिर से स्टार्ट कर दिया। टाउनशिप शुरू हो गयी थी , दोनों ओर खूब घने पेड़ ,...
" बोल ,...बोल ,... "
मैंने अपनी ननद की भीगी गीली देह से चिपकी ड्रेस के ऊपर से ,... गुदगुदी उसे बहुत लगती थी , ... फिर सीधे ड्रेस से बाहर झांकते , चिपके खड़े टिट्स को पकड़ कर घुमाते मैंने जोर से दबाया।
वो किशोरी हंस रही थी , खिलखिला रही थी , हंसी मुश्किल से रुकी तो खिलखिलाती बोली ,
" नूनी,... अब तो छोड़ दे मेरी भौजी ,... "
बिना छोड़े मैंने जोर से उसके निप्स पिंच किया और हँसते हुए चिढ़ाया ,
" अच्छा सुन , जब तूने अपने भइया का पहले पहल देखा था ,... तो कित्ता ,... नूनी था या,... "
" लंड ,... मेरे भइया का तो जब वो पैदा हुए तभी से लंड था ,.... " हँसते हुए वो शोख बोली।
एकदम मेरे रस में पग गयी थी।
अब वो कार के रेडियों पर कोई चैनल ढूंढ रही थी , की एक चैनल पर कजरी आ रही थी
घरवा में से निकरी ननद भौजइया, जुलुम दोनों जोड़ी रे सांवरिया
भौजी के सोहे लाल लाल चुनरी
ननद जी के पियरी रे साूँवररया।
घरवा में से निकरी ननद भौजइया, जुलुम दोनों जोड़ी रे सांवरिया।
भौजी के सोहे सोने क कंगना ,
ननद जी के चूड़ी रे सांवरिया
घरवा में से निकरी ननद भौजइया, जुलुम दोनों जोड़ी रे सांवरिया
भौजी के सोहे लाल लाल सिंदुरा ,
ननद जी के रोरी रे सांवरिया।
बाहर बदरिया झूम रही थी, अंदर हम ननद भौजाई झूम रहे थे।
घर आ गया था , रेडियो बंद हो चुका था , मैंने गाने को भौजी के अंदाज में जोड़ के गाया।
घरवा में से निकरी ननद भौजइया, जुलुम दोनों जोड़ी रे सांवरिया
भौजी के तो हैं एक सजना ,
ननदी के दस दस यार , रे सांवरिया।
बारिश एक बार फिर बहुत तेज हो गयी थी , हमारे घर के अहाते में भी बहुत ढेर सारे बड़े बड़े , पुराने पेड़ थे , सब झूम रहे थे।
…………..
कार में ब्लोअर ने जो थोड़ा बहुत सुखाया था , सब बराबर हो गया . बारिश की बूंदे टप टप पेड़ों से चू रही थीं , पट पट घर की छत पर पड़ी रही थी , कमरे की खिड़कियों को खटखटा रही थीं ,
जोर से बिजली चमकी , बादल गरजे ,
कहीं लगता है बिजली गिरी , और मैं अपनी ननद को खींच के घर के अंदर ले गयी , और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया , जैसे डर रही होऊं कहीं हमारे पीछे पीछे बारिश भी ,...
तेज बारिश की आवाज अभी भी आ रही थी ,
" हे रानी कपडे उतार , वरना कहीं बीमार पड़ गयी न तो तेरे दर्जन भर नए नए बने यारों को मैं क्या जवाब दूंगी। "
और मैंने उस टीनेजर की ट्यूबटॉप ड्रेस वहीँ खींच कर फर्श पर ,
Wonderful conversation