आपने एकदम सही कहा इसलिए डाक्टर गिल ने इस पोस्ट की शुरू में ये बात कही थी,
" डाक्टर गिल से मैं मिल तो नहीं पायी लेकिन उन्होंने सारी बातें हॉस्पिटल में घुसने के पहले फोन पर साफ़ कर दिया था बड़ी जोर से उन्होंने बधाई दी और बोला की हम दोनों की ननद की बुरिया में अब ताला लग गया है, जिसके आगे चाहे टांग फैलाये,...
मेरे मुंह से निकल गया तांबे का ताला,... तो वो हंसती रही बोली नहीं, फिर उन्होंने कहा की उन्होंने गुड्डी से बात की थी उसे पीरियड्स में कई बार ज्यादा ब्लिडिंग्स होती है तो,..."
और इसकी लिए डॉक्टर गिल ने हार्मोनल आई यू डी इस्तेमाल की, और अब आप ने भी डाक्टर गिल के फैसले पर मुहर लगा दी तो मतलब फैसला सही था।
आरुषि के फोरम छोड़ने के बाद बड़ा ऐसा ऐसा सा लग रहा है लेकिन चलिए अगली पोस्ट कोशिश करुँगी की आज दे दूँ.
ये कहानी तो ख़तम करनी ही है।