Indeed....yes a great moment.
Indeed....yes a great moment.
I second.. third.. fourth.. and so on..i agree arushi ji is best.
Dialogues of the characters are spontaneous and contextual...I try my best with my limited ability to ensure that the character doesn't look postcard thin, is multi-dimensional. However, as some stories have shaped the taste of readers for two dimensional characters stories which are not multi-layered and which only titillate, ponder to fantasies, readers also start expecting that this story should follow the stereotype.
फिर तो सोने पे सुहागा....एकदम पहले सालियों का नंबर फिर सास का
और दोनों पीढ़ियां साथ आ जाएँ तो कहना ही क्या
आपकी पंक्तियाँ अरमान खड़े कर देती हैं....Part 12
अपने जिस्म की नीचे फिर लगा रोंदने
अलग अलग तरीके से वो लगा चोदने
फच फच का संगीत मेरे मन को भावे
जब कस कस के देवर धक्के लगावे
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भाभी ऐसी कसी है चूत तुम्हारी
जैसा चोदू मैं कोई कन्या कुंवारी
लन घुस तेरा ठोकर मारे है जहाँ तक
कोई नहीं अब तक पहुंचा वहा तक
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बन जाओ भाभी तुम मेरी लुगाई
दिन रात करूंगा तुम्हारी चुदाई
छुप छुप के मिलने में ज्यादा नशा है
देवर से चुदने में कुछ ज्यादा मजा है
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देवर भोग रहा था मेरी नशीली जवानी
और नीचे फर्श पे पड़ी पति की निशानी
लौड़े पे अपने फ़िर मुझको बिठाया
मम्मो को हाथो से कस के दबाया
धक्के वो नीचे से लगा मारने
लौड़े पे अपने मुझे लगा झारने
मंजिल के दोनो करीब आ गये
सम्भोग में तृप्ति को हम पा गए
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उबलता हुआ लावा वो लगा झारने
मेरे चेहरे पर पिचकारिया लगा मारने
पसीन से लथ पथ बिस्तर पे पड़ी थी
मत पूछो मैं वह रात कितनी झड़ी थी
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ऐसे खिल उठी थी आज मेरी जवानी
प्यासी धरती पर जैसा बरसा पानी
बरसों की आग हुई आज ठंडी
बिस्तर पे बन के देवर की रंडी
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लगता है ये सिलसिला चलता रहे...Uffff
Once more Ma'am
Regards
असली निशानी तो बस कुछेक लोगों को...Finally arushi_dayal ji ne bhabhi ko tripti tak pohocha hi diya..
Pehle to devar ne kas kas ke chudai ki dhakke maar ke
Fir usey cowgirl position mein choda bhabhi ko apne lode par uchaal uchaal kr
Bechara devar to bhabhi ko lugai banane ki sochne laga..
Lekin bhabhi to bhabhi hai..usey chhup chhup kar devar se chudwaane mein zyada maza aata hai..
Uuffffff
Dono itne magan the ke bhabhi ko ye bhi nahi pata k unke pati ki nishaniya kahan kahan padi hain...waahhh badi chhinal hai he bhabhi
Aur akhir mein saara devar ka sara lava apne chehre le liya ..gazabbb..
Ab hum kahan nikale apna lavaa..
Ufffff
वाह.. क्या तालमेल बिठाया है...इन बारह भागों में क्या क्या न दिखा दिया,
बस यही कह सकती हूँ ऐसा देवर हर भाभी को मिले और ऐसी भाभी हर देवर को मिले,...
शब्दों के साथ चित्रों का अद्भुत संगम था और इस भाग में तो क्या क्या चित्रों में न था ,...
चर्म सुख भी, चरम सुख भी
Update ke pehle 2 parts mein samvad Munna,uski wife aur Mrs.Moitra mein ho raha haiमिसेज मोइत्रा के घर
" तो इतना सुन के भी आप उन्हें घर से बाहर नहीं निकलेंगी? सजा नहीं देगी? "मैंने मामला साफ़ किया।
" एकदम नहीं , बल्कि अब तो किसी दिन उसने आने में नागा किया न , और सजा वो तो मिलेगी उसको , और कस के मिलेगी। मैं आज ही उसके कान का पान बनाती हूँ। "
हँसते हुए वो बोलीं।
लेकिन उनके घर पहुंचते पहुंचते मेरे मन में जो एक बात गड रही थी , मैंने पूछ लिया उनसे ,
" मैडम आज आप भी न ,... खूब मजाक के मूड में थीं , एकदम तीज की स्पिरिट में ,... "
वो जोर से खिलखिलाई , ... लेकिन मैं जो पूछना चाहती थी वो बात अभी तक साफ़ नहीं हुयी।
" वो असल में ,... मेरा मतलब ,... जो आप मेरे साथ फिस्टिंग की बात कर रही थीं , मेरे साथ ,.... वो मेरा मतलब ,... वो तो मजाक था न। " किसी तरह मैंने मन की बात पूछ ली, ... ऊँगली बुंगली ठीक है लेकिन फिस्टिंग,... मैं यही सोच रही थी की मैडम से पूछ लूंगी
अब वो सीरियस हो गयीं , मेरे चेहरे की ओर देखते बोलीं ,
" नहीं , एकदम मजाक नहीं था , क्यों डर रही हो क्या ,... " सीरियसली उलटे उन्होंने मुझी से पूछ लिया।
" नहीं , नहीं ,.. आप भी नहीं मैडम क्यों खींच रही हैं मुझे , मुझे मालूम है ,... आप मजाक कर रही थीं। "
अब मैं भी थोड़ा सीरियस हो रही थी , कहीं सच में तो ,.. पर मिसेज मोइत्रा एकदम सीरियस थीं , मैं मिरर में उनका चेहरा देख रही थी।
" नहीं नहीं , मजाक क्यों करुँगी। एकदम सीरियस , ... वैसे तू फ़ालतू में डर रही है , मेरे दामाद का इतना मोटा , आज तो मैंने देख भी लिया , पॉर्न हीरोज के टक्कर का ,... आराम से घोंट लेगी तू। " वो बोलीं और वो भी एकदम सीरियसली ,
" नहीं नहीं मैडम , आपकी मुट्ठी इत्ता मोटा थोड़े ही है उनका ,... "
और अब मिसेज मोइत्रा ने बंद मुट्ठी दिखाई मुझे ,
" हाँ शायद , ... खास तौर से ये नकल वाला पार्ट , ... हार्ड भी है ,... लेकिन एक रास्ता बताती हूँ , फिस्टिंग के दो चार वीडियो देख ले बस सब सीख जायेगी ,... लेकिन ,.... लेकिन तुझे सीखने की क्या जरूरत ,... तुझे थोड़ी डालना है , तुझे तो सिर्फ घोंटना है। डालना तो मुझे है , डर मत बड़े आराम आराम से जाएगा , .. बस तू उसके बारे में सोचना बंद कर दे। "
लेकिन ऐसी चीज दिमाग से जाती है क्या , फिस्टिंग वो भी डबल , आगे पीछे साथ साथ ,...
और मैने बोल ही दिया ,
" मैडम , आप तक तो लेकिन वो भी ,..एनल भी साथ साथ , और वो भी ,.. वो तो ,.. "
" हाँ वो थोड़ा ज्यादा , ...और तू सही कह रही है वो है बहुत शरीर ,... लेकिन मैं समझा दूंगी , वो भी आराम आराम से , और नखड़ा क्यों कर रही है, तूने कबूला तो था की तूने गाँड़ मरवाई है, डबलिंग की है तो बस वही समझ लेना,... और मेरे दामाद की मलाई घोंट के आना दोनों ओर,और पहले मैं घुसा लुंगी उसके बाद ही वो ,... और ज्यादा देर नहीं बस पन्दरह बीस मिनट। "
वो बोलीं,... और चेहरा उनका एकदम सीरियस था।
तबतक हम लोग उनके घर पहुँच गए थे , वो बाहर खड़े हमारा इन्तजार कर रहे थे।
" याद रखियेगा , इनके कान का पान बनाने का , और हाँ सैटरडे को तीज वाले दिन के लिए इनकी ड्यूटी अभी से लगा दीजियेगा। "
कार से उतरते हुए मैंने मिसेज मोइत्रा को याद दिलाया ,
और पहली बात मिसेज मोइत्रा ने वही की , दिन तारीख महीने के साथ , और हक से
" सुन भी लो और नोट भी कर लो , ... क्लब में एक फंक्शन है , सैटरडे , ... तो मुझे ग्यारह बजे के पहले वहां पहुंचना होगा , उस दिन तुम्हारी सालियों की भी छुट्टी है , मंजू बाई भी नहीं आएँगी ,... इसलिए तुम उसके पहले ही ,.. साढ़े दस तक ,.. और लौटते हुए मुझे छह बजेगा। इसलिए छः बजे तक ,.. "
" यस मैडम ,... श्योर नो इशूज ,.. " वो बोले।
" छह जरूरी नहीं है ,... हो सकता है थोड़ी देर हो जाए , सात , साढ़े सात , आठ ,... और मेरी बहने कहाँ है। " मैंने जोड़ा।
" एकदम , जबतक मैडम नहीं आएँगी ,.. और वो दोनों ऊपर पढ़ रही हैं अपने कमरे में। "
वो फिर बोले।
" मैडम ज़रा अगले आधे घंटे तक अपने दामाद के कान का पान बनाइये तब तक मैं जरा अपनी छोटी बहनों से मिल लेती हूँ "
और यह कहकर मैंने सीढ़ी से दनदनाते हुए ऊपर , हाँ मैंने ये जरूर देख लिया
मिसेज मोइत्रा का आंचल पल भर के लिए ढलक गया।
और उनकी पैंट टाइट हो गयी। उन दोनों लोगों को वहीँ छोड़ कर मैं ऊपर रसगुल्लों के पास ,
दोनों की किताबें खुली थीं, एकदम ध्यान से निगाह किताब पर गड़ी ,
एक की किताब उल्टी खुली और दूसरी इंडेक्स पेज पढ़ रही थी।
Your are absolutely correct, as usual. First planning must be perfect and execution too, mamla bhi maha sanskari Mrs Moitra ka hai aur unki kunvaari kacchi kali do betiyon kaExecution ki planning, aur planning ki execution, right on top