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Adultery तेरे प्यार मे.... (Completed)

Sanju@

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रात को एक प्रोग्राम मे चला गया जहां अब घर बनाया है वहाँ पास मे ही एक बस्ती है छोटे गांव जैसी कल उनके शादी थी वो आए थे निमंत्रण के लिए मैंने भी सोचा पड़ोसी तो होने ही चाहिए फिर ध्यान ही ना रहा अपडेट का
कोई बात नही है आप अपनी सुहलियत से अपडेट दे देना
 

ASR

I don't just read books, wanna to climb & live in
Divine
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HalfbludPrince मुसाफिर बाबू तू सी तो ग़ज़ब पर ग़ज़ब किए जा रहे हो 😍...

पाठकों को भी अपना दिमाग लगाना है कोई मौका छोड़ते नहीं हो...
आग लगा कर क्या चित्र परिचित हो गया...
रमा भी अपने को बहुत ही बड़ी वाली समझती है 😎
उपर से हिम्मत भी इतनी की कबीर को चुटिया चुटिया बोल कर उसकी माँ बहिन कर दी है 😀😜😅😭

अगले घटनाक्रम के इंतजार में 😊 💕
 

brego4

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इस कहानी में सारे राज ही इसलिए हैं क्योंकि ये सारे चूतिये किसी को भी कभी भी कहीं भी मारते फिर रहे हैं, चोदते फिर रहे हैं....................
लेकिन हमारा भोंदू महाचूतिया हीरो कबीर............. सबके सामने सवाल लिए ...........गिड़गिड़ाता रहता है........... झूठी कहानियाँ सुनता रहता है

अब तक जितनी भी कहानियाँ रमा, विशंभर, अभिमानु, मंगू, चम्पा, नंदिनी, रूड़ा, चाची, सरला, कविता, वैद्य, अंजू, प्रकाश या किसी ने भी सुनाई ......... क्या उनसे कबीर को कुछ जानकारी मिली? ...... सिवाए भ्रम के........................................... अब फिर वो इसी रमा की नयी कहानी को फिर से क्यों सुन रहा है.................. पहले इसे जान से ही मार देता.......... जैसे चाचा और मंगू को मार दिया
परिवार और दोस्त को मार सकता है लेकिन सरला, रमा, चम्पा जैसी रंडियों के खरोंच भी नहीं आने देता ...................
अगर कोई राज नहीं भी खुलता तो कोई नया राज भी तो नहीं बनता........... ना ही पुराने राज से कोई नया बखेड़ा खड़ा होता................ बल्कि इन रंडियों के मरते ही विशंभर, अंजू, नंदिनी और मानु जैसे घाघ अपने आप राज खोलने लग जाते

कितनी भी लीपापोती कर ली हो पिछले अपडेट में लेकिन नंदिनी ने इतने ज्यादा झूठ बोले और भ्रम फैलाये हैं कि मुझे उस पर रत्ती भर भी विश्वास नहीं............ चाहे महाचूतिया कबीर उसे माँ से भी बढ़कर मानता हो

you have elaborated fully well the reasons why this story is now a drag on its past

story has lost its path somehow after the marriage of nisha-kabir but writer is trying hard somehow to prolong it for the reasons best known to him

is update mein jo Rama bol rahi hai ab uska koi matlab hi nahi hai there is no connection from where the story started the adamhor

kabir has gone way beyond into past may be in past life then an ordinary fool like him is expected to go in real or fantasy life

story ab lippoti se bahut aage nikal gayi hai lagta hi nahi ki ye wahi story hai except ki characters ke name same hai
 
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HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
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मुझे ये अब बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा है,
इतने झमेले 😒
बाकी राइटर साहेब का मर्ज़ी वो क्या लिखते हैं
कहानी ख़तम हो जाए तब बता देना 🥱
झेल लो थोड़ा
 

HalfbludPrince

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HalfbludPrince मुसाफिर बाबू तू सी तो ग़ज़ब पर ग़ज़ब किए जा रहे हो 😍...

पाठकों को भी अपना दिमाग लगाना है कोई मौका छोड़ते नहीं हो...
आग लगा कर क्या चित्र परिचित हो गया...
रमा भी अपने को बहुत ही बड़ी वाली समझती है 😎
उपर से हिम्मत भी इतनी की कबीर को चुटिया चुटिया बोल कर उसकी माँ बहिन कर दी है 😀😜😅😭

अगले घटनाक्रम के इंतजार में 😊 💕
रमा अगर इतना खुल कर सामने आयी है तो कोई कारण जरूर रहा होगा
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
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you have elaborated fully well the reasons why this story is now a drag on its past

story has lost its path somehow after the marriage of nisha-kabir but writer is trying hard somehow to prolong it for the reasons best known to him

is update mein jo Rama bol rahi hai ab uska koi matlab hi nahi hai there is no connection from where the story started the adamhor

kabir has gone way beyond into past may be in past life then an ordinary fool like him is expected to go in real or fantasy life

story ab lippoti se bahut aage nikal gayi hai lagta hi nahi ki ye wahi story hai except ki characters ke name same hai
बेशक मेरे पास मौका था निशा कबीर के ब्याह के साथ ही कहानी का अंत हो जाता पर मैंने रिस्क लिया मेरे पास वज़ह थी. रमा के प्रत्येक शब्द का मतलब है. कहानी आदम खोर से शुरू हुई थी उस पर ही खत्म होगी. कबीर अतीत की गहराई मे नही उतरेगा तो आने वाले कल को कैसे जी पाएगा. माना कि अभी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पा रहे है भाई पर कोशिश रहेगी के अंत बढ़िया हो. इस कहानी मे बस एक ही कमी है कि ज्यादा लंबी हो गई है
 
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