Game888
Hum hai rahi pyar ke
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महोदय मेरी बातों को कृप्या तोड़ा मरोड़ा ना जाये। मैं खुद गांँव से बिलांग करता हूँ । मैं किसी बात से इंकार नहीं कर रहा। मै खुद टोना टोटका का शिकार हुआ हूँ 6 साल तक मेरे परिवार के लोग परेशान रहे हैं। इसलिए मुझे दुनिया में क्या है क्या नहीं। पता है। मुुझे किसी दूसरे से जानने। कि जरूरत नहीं । मेरा मानना है बुरे कोइ नहीं होते बस हमारा नजरिया होता है देखनेे का। हम जिस नजर से देखते हैं। लोग हमेें वैसे दिखतेे हैै । मैने जो देखा और सुना मैैं दावेे केे कह सकता हूँ आपने इमेजिन भी नहीं किया होगा। मैने बस ये कहा कि वक्त के साथ लोग बदल रहे है बस । मैने किसी चीज को नकारा नहीं है। खैैैर ...Bhai agar bhagwan hai to buri takte bi hai.
Warna india mai itne baba or dhere na hote jo lakho logo ko thag rahe hai.
But I don't believe this
Mai yeh Manta hu ki insaan se khatarnak koi nahi bure insaan se
स्वागत है मित्र आपका कहानी पर.,अदभुत गाँव देहात पर आधारित ये कहानी अकल्पनीय है। आज के समय में भी लोग इन बातों में विश्वास करते हैं। डायन के किस्से कहानी ऐसे प्रचलित है गाँव में जैसे लोक कथा हो।
डायन और आदमखोर (कबीर) की प्रेम कहानी क्या खिलाायेगी ये समय के गर््भ में है ।
सहमत हूँसब होते हैं भाई, बस मनुष्य की बढ़ती गतिविधियों ने इन योनियों की गतिविधियों को कम कर दिया है।
मनुष्य से ज्यादा भयानक ना कोई योनि है न कोई और जीव।
Kosish jari hai bhaiFauji bhai update
भाई वो सीन एक नॉर्मल सीन था जो सामन्यतः हर घर मे घटित हो जाता हैफौजी भाई जी जब भाभी को ममता भरी ही दिखाना था तो हमें व् कबीर को उसका नहाती का पिंक टाइट चूत का दृश्य क्यों दिखवाया ? हम कुछ गरमा गर्म काण्ड की उम्मीद लगाए बैठे रहे और अब नंदिनी माँ, निशा के आगे ममता भरी बन गयी और हमारे सब पाठकों के ख्वाब व् उम्मीदें बेदर्दी से चरचराती हुई कांच की तरह टूट गयी
Hum to champa ke sath ka bhi intazar karte the....
Rama ke sath bhi ek episode likh dalo
रमा के साथ शायद सीन बन जाएAap ka prediction .....
Faujibhai ke liye lakir ban gaya
जादू टोने के कारण ही मैंने निशा और अपने बच्चे को खोया थाभाई, आप कभी इन चक्करों में पड़े नही है न इसीलिए आप खुद को मॉर्डन बोल के इनको नकार रहे हैं।
चलिए अच्छा है इनसे दूर ही रहिए।
और आधुनिक मनुष्य इस प्रकृति का आधार नही ही है।
निशा और भाभी आमने सामने है. सोना किसका है इसके बारे मे सोचने मे वक़्त लग रहा हैनिशा और भाभी की पहली मुलाकात में भी ऐशा लगा था कि वो दोनो एक दूसरे को जानती है जबकि आज उनकी बातो से ऐसा ही लगता है कि दोनो में कुछ तो संबंध है और भाभी बार बार ये क्यो कहती हैं कि कबीर मर जायेगा निशा के साथ ऐसी क्या वजह है। लगता है पहले कुछ तो खूनी खेल हुआ है जिसका जिक्र भाभी ने किया था लेकिन क्यो और किस वजह से ये पता नही चला है लेकिन लगता है निशा या उसके किसी अपने की वजह से खूनी खेल हुआ था इसलिए भाभी ने कहा कि अगर कबीर का एक कतरा खून भी गिरा तो बहुत बुरा होगा
अब ऐसे दिन आ गए हैं की कबीर का अपनो से भरोसा उठ गया है इसलिए रूड़ा का पक्ष जानना जरूरी है कबीर के लिए क्योंकि हर मोड़ पर एक प्रश्न खड़ा हो जाता है
अब ये समझ में नहीं आ रहा कि ये बक्शे में सोना किसका है और पानी के नीचे का सोना किसका है ???
मैंने तो दो पेग लिए है भाईआज भी ड्राई डे?